*इन्द्रधनुष आॅडिटोरियम सेक्टर-5 पंचकूला में मनाया गया अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस समारोह*
*हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने मुख्यातिथि के रूप में करी शिरकत
*राज्यपाल ने विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय उपलब्धि हासिल करने वाली महिलाओं को किया सम्मानित*
*बेटियों को ज्यादा से ज्यादा पढ़ाएं, ताकि वे पढ़-लिखकर देश के नवनिर्माण में अपना योगदान दे – राज्यपाल*
पंचकूला, 8 मार्च – हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि आज महिलाओं ने हर क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाई है। उन्होंने अभिभावकों से आहवान किया कि वे बेटियों को ज्यादा से ज्यादा पढ़ाएं, ताकि वे पढ़-लिखकर अपने घर , समाज और देश को आगे बढ़ा सके।
राजपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय आज सेक्टर-5 पंचकूला के इन्द्रधनुष आॅडिटोरियम में महिला एवं बाल विकास विभाग हरियाणा द्वारा आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस समारोह में मुख्यातिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे।
इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री श्रीमती कमलेश ढाण्डा विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रही।
राज्यपाल ने विभाग द्वारा अंत्योदय परिवारों की 11 महिलाओं को दी गई ई-रिक्शा को झंड़ी दिखाकर रवाना किया। कार्यक्रम में राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय और महिला एवं बाल विकास विभाग राज्यमंत्री श्रीमती कमलेश ढाण्डा ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस मौके पर लिंगानुपात सुधार, पोषण सुधार, महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में सराहनीय योगदान देने वाली महिलाओं के साथ-साथ, महिला खिलाड़ियों, सरकारी कर्मचारियों, सामाजिक कार्यकर्तायों, आंगनवाडी वर्कर्स समेत अलग-अलग विभाग की महिलाओं को प्रशंसा पत्र, नकद राशि व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के नेतृत्व में देश व प्रदेश में महिलाओं के सशक्तीकरण और उत्थान के लिए अनेक योजनाएं एवं कार्यक्रम चलाए जा रहा है। जिसके परिणाम स्वरूप समाज में कई बदलाव स्पष्ट नजर आ रहे हैं। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित राज्यमंत्री श्रीमती कमलेश ढांडा और डीसीपी हिमांद्री कौशिक का उदाहरण देते हुए बताया कि आज महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज करवा रही हंै।
श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि सरकार की ओर से महिलाओं के लिए अनेकों कार्यक्रम चलाए गए हैं, जिनमें बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान भी एक प्रमुख कार्यक्रम है। आज के पावन अवसर पर हर महिला यह प्रण लें कि वे बेटी को जन्म देने में किसी प्रकार की कोई झिझक नहीं करेंगी, चाहे उन्हें समाज या परिवार में किसी भी परिस्थिति का सामना क्यों न करना पड़े। उन्होंने कहा कि झांसी की महारानी लक्ष्मीबाई, महारानी अहिल्याबाई होल्कर व रानी दुर्गावती ने अपनी वीरता का परिचय देकर विश्व को नारी की ताकत का एहसास कराया था। महाभारत, रामायण समेत सभी कालों में महिलाओं को प्रथम माना गया है।
राज्यपाल ने कहा कि हरियाणा सरकार महिलाओं के कल्याण एवं उत्थान के लिए कृतसंकल्पित है। महिलाओं के साहस को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार ने श्रीमति सुषमा स्वराज पुरस्कार, कल्पना चावला शौर्य पुरस्कार, बहन शन्नो देवी पंचायती राज पुरस्कार, लाईफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार एवं विशिष्ट उपलब्धियों पर खेल पुरस्कारों को शुरू करके महिलाओं के हित में कारगर कदम उठाये हैं।
कार्यक्रम में राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने वर्ष 2023 में लिंगानुपात में सराहनीय सुधार लाने पर जिला उपायुक्त पलवल नेहा सिंह को प्रथम पुरस्कार के तौर पर पांच लाख रूपये, जिला उपायुक्त फरीदाबाद विक्रम और जिला उपायुक्त रेवाड़ी राहुल हुड्डा को संयुक्त रूप से द्वितीय पुरस्कार के रूप में तीन लाख रूपये और जिला उपायुक्त कुरुक्षेत्र शान्तनु शर्मा को तीसरे पुरस्कार के तौर पर दो लाख रूपये की राशि प्रदान की।
बच्चों की पोषण स्थिति में अधिकतम सुधार के क्षेत्र में जिला उपायुक्त फरीदाबाद विक्रम को प्रथम, जिला उपायुक्त कैथल प्रशांत पंवार को द्वित्तीय तथा जिला उपायुक्त पानीपत को तृत्तीय स्थान प्राप्त करने पर क्रमशः दो लाख रूपये, एक लाख रूपये और 50 हजार रूपये की पुरस्कार राशि प्रदान की गई।
राज्यपाल ने कैथल निवासी वंदना शर्मा को श्रीमती सुषमा स्वराज पुरस्कार के तहत पांच लाख रूपये, रेवाडी निवासी नंदिनी को इन्दिरा गांधी महिला शक्ति पुरस्कार के तहत 1.50 लाख रूपये, पंचकूला निवासी वन्दना भारद्वाज को बहन शन्नो देवी पंचायती राज पुरस्कार के तहत एक लाख रूपये, गुरूग्राम निवासी भगवती यादव को लाइफटाइम अचिवमेंट अवार्ड के तहत 51 हजार रूपये और नर्सिंग आफिसर झज्जर निवासी कविता को 21 हजार रूपये की राशि देकर सम्मानित किया गया। इसके अलावा झज्जर निवासी पलक, प्रियंका, भानु भाकर, सोनीपत निवासी पूजा, जींद निवासी पूजा, पानीपत निवासी रितु नेगी, फरीदाबाद निवासी रिदम सांगवान, रोहतक निवासी शैफाली को खिलाड़ी पुरस्कार के तौर पर 21-21 हजार रूपये से सम्मानित किया गया।
श्री बंडारू दत्तात्रेय ने सरकारी कर्मचारी पुरस्कार के तौर पर कैथल निवासी कविता रानी, हिसार निवासी सुमन बाला, चंडीगढ़ निवासी वीना रानी, पंचकूला निवासी वीना और करनाल निवासी करूणा शर्मा को 21-21 हजार रूपये से सम्मानित किया। इसके अलावा सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर फतेहाबाद निवासी श्रुति, आंगनवाडी वर्कर गुरूग्राम निवासी सुनीता हंस, झज्जर निवासी शर्मिला, नारनौल निवासी शर्मिला, पंचकूला निवासी ममता और रेवाडी निवासी बिमला को 21-21 हजार रूपये से सम्मानित किया गया।
इसके अलावा महिला एवं बाल विकास विभाग की संयुक्त निदेशक डॉ. शिल्पी पत्तर दत्त और राजबाला कटारिया, कार्यक्रम अधिकारी डॉ. कमलेश राणा, जिला कार्यक्रम अधिकारी गुरुग्राम नेहा, परियोजना अधिकारी सीवन से गुरजीत, पंचकूला से सविता नेहरा और हांसी से मीना नागपाल, रेखा रानी कुरूक्षेत्र, सहायक शालू, सुपरवाईजर गुरूग्राम शिल्पा और जाटूसाना रेवाड़ी राजवन्ती, प्रोग्राम मैनेजर शैफी, लेखाकार कमलजीत, कंसलटेंट पूजा मलिक, नीलम पंचकुला, सुखवीर कौर फतेहाबाद, संयम मराठा गुरुग्राम, रेखा धीमान जीन्द को प्रशंसा प्रत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर अपने सम्बोधन में श्रीमती कमलेश ढांडा ने कहा कि अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस प्रत्येक नारी को सम्मान देने का दिन है। नारी को देवी का दर्जा दिया गया है। उन्होंने कहा कि महिलाओं की उपलब्धि किसी से भी छिपी नहीं है। हमारे देश की नारी ने विश्व में खुद को साबित किया है।
राज्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के नेतृत्व में हरियाणा सरकार द्वारा महिलाओं के लिए उत्थान के लिए अनेक योजनाएं चलाई हैं। गर्भावस्था के दौरान पोष्टिक आहार के लिए मातृत्व वंदना योजना चलाई गई। अब सभी महिलाओं की डिलीवरी अस्पतालों में होनी सुनिश्चित की गई है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2015 में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने पानीपत में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं का नारा दिया था।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार महिलाओं को एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। पिछले साढ़े नौ वर्षों में 32 महिला पुलिस थाना खोले गए हैं, जहां पर पूरा स्टाफ महिलाओं का ही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने बेटियों की चिंता करते हुए हर 20 किलोमीटर के दायरे में काॅलेज खोले हैं। श्रीमती कमलेश ढांडा ने बेहतरीन कार्य के लिए पुरस्कारों से सम्मानित सभी महिलाओं को शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग की आयुक्त अमनीत पी कुमार, निदेशक मोनिका मलिक, हरियाणा बाल कल्याण परिषद मानद महासचिव रंजिता मेहता, पुलिस उपायुक्त हिमांद्री कौशिक, नगर निगम कमीशनर सचिन गुप्ता, एसडीएम गौरव चैहान समेत अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।