आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित राजकीय स्कूलों के बारे में आमजन को करें जागरुक : उपायुक्त प्रदीप कुमार
– लिंगानुपात में निरंतर सुधार के लिए सभी विभाग आपसी तालमेल से करें कार्य : उपायुक्त
– उपायुक्त प्रदीप कुमार ने जिलास्तरीय टास्क फोर्स की बैठक कर कि गतिविधियों की समीक्षा
उपायुक्त प्रदीप कुमार ने कहा कि बेहतर शिक्षा जीवन में आगे बढऩे व सफलता पाने का आधार है। राजकीय स्कूलों में भी शिक्षा का स्तर बहुत ऊपर है और सरकारी स्कूलों के छात्र विभिन्न प्रतिस्पर्धा परीक्षाओं में बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं। आंगनवाड़ी वर्कर गांवों में अभिभावकों को बेटियों को शिक्षा के लिए प्रेरित करें और सरकार की योजनाओं के बारे में अवगत करवाएं। इसके अलावा प्रदेश सरकार द्वारा बनाए गए आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित राजकीय संस्कृति मॉडल स्कूल, आरोही स्कूल, कस्तुरबा गांधी बालिका विद्यालय की सुविधाओं के बारे में आमजन को अवगत करवाएं ताकि बेटियों की शिक्षा के प्रति रुझान बढ़े।
यह निर्देश उपायुक्त प्रदीप कुमार ने बुधवार को स्थानीय लघु सचिवालय के बैठक कक्ष में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम को लेकर जिलास्तरीय टास्क फोर्स की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दिए। इस बैठक में टॉस्क फोर्स द्वारा की जा रही गतिविधियों की प्रगति की समीक्षा की गई और इस संबंध में अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए गए। बैठक में एसडीएम सिरसा जयवीर यादव, सीएमजीजीए सुकन्या जनार्दनन, पीओ आईसीडीएस डा. दर्शना सिंह, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी आत्म प्रकाश सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
उपायुक्त प्रदीप कुमार ने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो बच्चियां किसी भी कारण से स्कूल छोड़ चुकी हैं, उनके अभिभावकों को बच्चियों को पढ़ाने के लिए प्रेरित करें तथा पुन: स्कूलों में दाखिलें करवाएं, इस कार्य में संबंधित गांवों के सरपंचों का भी सहयोग लें ताकि कोई भी बच्ची शिक्षा से वंचित न रहे। इसके अलावा गर्भवति महिलाएं व बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए पोष्टिïक आहार के बारे में जानकारी दें। उन्होंने कहा कि विशेष प्रचार अभियान के माध्यम से सरकार की कल्याणकारी योजनाएं जैसे मातृत्व वंदना योजना, सुकन्या समृद्धि योजना, आपकी बेटी-हमारी बेटी योजना आदि के बारे में जागरुक करें ताकि अधिक से अधिक लोग इन योजनाओं का लाभ उठा सके।
उन्होंने कहा कि जिला सिरसा प्रदेशभर में लिंगानुपात के मामले में अव्वल स्थान पर है लेकिन हमें अब इस स्थान को बनाए रखने के लिए निरंतर प्रयास करना होगा और इस आंकड़े को और बेहतर बनाने के लिए सामूहिक रुप से अपना दायित्व निभाना होगा। उन्होंने कहा कि जिन गांवों में लिंगानुपात में ओर सुधार की जरुरत है उन गांवों में संबंधित एसडीएम की मौजूदगी में जागरुकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाए। उन्होंने स्वास्थ्य, शिक्षा व महिला एवं बाल विकास विभाग एवं अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों से कहा कि वे जिला में लिंगानुपात संतुलन को लेकर आपसी तालमेल के साथ कार्य करते हुए सहयोग दें। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए जिले के सभी अल्ट्रासाउंड केन्द्रों का निरीक्षण करें और जहां कही कोई भी भ्रूण लिंग जांच करता पाया जाए तो उसके विरुद्ध सख्त कार्यवाही करें। विशेषकर पंजाब व राजस्थान सीमा से लगते गांवों पर निगरानी रखें। उन्होंने कहा कि यदि कोई गर्भ में लिंग जांच करता है या करवाता है तो इसकी सूचना जिला प्रशासन या स्वास्थ्य विभाग को दें, सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाता है और उसे सम्मानित भी किया जाता है।
इसके अलावा उन्होंने पोक्सो एक्ट, आरोग्य शस्त्र, हरियाणा कन्या कोष योजना व वन स्टॉप सैंटर बारे भी समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि बाल संरक्षण अधिकारी समय-समय पर चाइल्ड केयर सैंटरों का निरीक्षण करें और यह भी सुनिश्चित करें कि सैंटरों में किसी प्रकार की सुविधाओं की कोई कमी न हो। उन्होंने कहा कि सरल केंद्र, अस्पताल आदि स्थानों पर बच्चों के साथ छेड़छाड़ व यौन शोषण से बचाव संबंधी पोस्टर लगाएं ताकि आमजन को जागरुक किया जा सके। इसके अलावा फोन के माध्यम से भी बच्चों को गुड टच व बैड टच में फर्क के बारे में बताया जाए।
आईसीडीएस विभाग की पीओ डा. दर्शना सिंह ने मीटिंग का एजेंडा पेश किया। उन्होंने जिला टास्क फोर्स द्वारा की जा रही विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी।