अधिकारी एक-एक गांव को गोद लेकर नशा मुक्त अभियान को दें मजबूती : उपायुक्त
उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ान ने कहा कि नशा मुक्त अभियान के तहत सभी विभागाध्यक्ष एक-एक गांव को गोद लेकर लोगों को नशा के दुष्प्रभावों के बारे में अवगत करवाते हुए उन्हें जागरूक करेंगे। इस कार्य को सामाजिक सरोकार की भावना के साथ करें, ताकि जिला को नशा मुक्त बनाया जा सके। इस सामाजिक दायित्व को जिम्मेवारी के साथ निभाते हुए नशा मुक्त भारत अभियान को सफल बनाएं।
उपायुक्त बुधवार को लघुसचिवालय के बैठक कक्ष में नशा मुक्त भारत अभियान के तहत अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि नशा मुक्त अभियान सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है, जोकि 31 मार्च 2021 तक चलेगा। अभियान को सफल बनाने के उद्ेश्य से हररोज विशेष गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है ताकि लोगों को नशा से दूर रहने के लिए अधिक से अधिक जागरुक किया जा सके और हमारा जिला नशा मुक्त बन सके। इसी कड़ी में सभी विभागाध्यक्ष जिला के एक-एक गांव को गोद लेकर ग्रामीणों को नशा के जीवन पर पडऩे वाले प्रभावों व इससे मुक्त होने बारे जागरूक करेंगे। बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त उत्तम सिंह, नगर आयुक्त संगीता तेतरवाल, एसडीएम सिरसा जयवीर यादव, एसडीएम ऐलनबाद दिलबाग सिंह, एसडीएम कालांवाली निर्मल नागर, एसडीएम डबवाली अश्वनी कुमार सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।

उपायुक्त ने कहा कि सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा देशभर में नशा मुक्त भारत अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत देश में नशे से प्रभावित 272 जिले चुने गए हैं जिसमें जिला सिरसा भी शामिल किया गया है। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि नशा मुक्त अभियान के तहत 28 अगस्त से प्रिंसिपल एवं मुख्य अध्यापक हरियाणा रोडवेज की बसों में लोगों को नशा न करने की अपील करेंगे तथा इसका वीडियो व ऑडियो संदेश जिला समाज कल्याण अधिकारी को भेजेंगे। उन्होंने पुलिस विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे गांवों में पुलिस प्रतिनिधियों भेजें, जो लोगों को नशा मुक्त भारत अभियान के तहत लोगों को जागरुक करेंगे।
उन्होंने खंड विकास एवं पंचायत अधिकारियों को निर्देश दिए कि सरपंच अपने-अपने गांवों में नशा मुक्त जागरुकता गतिविधियों का आयोजन करें, जिसमें पंचायत प्रतिनिधियों को भी शामिल किया जाए। इसके अलावा शहरी क्षेत्रों में नगर परिषद/नगर पालिका वार्डों में नगर पार्षदों के सहयोग से लोगों को जागरुक करें। जिला को नशा मुक्त बनाने में सभी को अपना सहयोग देना होगा, तभी नशा मुक्त अभियान को सफल बनाया जा सकेगा। इसके अलावा जिला सूचना एवं जनस पर्क अधिकारी को निर्देश दिए कि भजन पार्टियों, वीडियो शो, केबल टीवी, जिंगल, ऑडिया, वीडियो, सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को नशा न करने बारे जागरुक करेंगे और इसके साथ-साथ नशे से परिवार व समाज पर होने वाले दुष्प्रभावों बारे जानकारी देकर जागरुक करेंगे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जागरूक कार्यक्रमों के दौरान कोविड-19 के नियमों की अनुपालना सुनिश्चित की जाए। उपायुक्त ने महिला एवं बाल विकास विभाग को निर्देश दिए कि प्रत्येक गांव में 11 सदस्यीय महिला कमेटी का गठन किया जाए और ये महिलाएं अपने-अपने क्षेत्र में नशा मुक्त अभियान के तहत परिवारों विशेषकर महिलाओं को नशा के दुष्प्रभावों के बारे में जागरुक करेंगी। उन्होंने कहा कि जिला के सभी 1377 आंगनवाड़ी केंद्रों की आंगनवाड़ी वर्करों के माध्यम से लोगों को जागरुक किया जाएगा।