अगले वर्ष आने के वादे के साथ हुआ पंचकूला पुस्तक मेले का समापन
हरियाणा के मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल ने मुख्य अतिथि में रूप में की शिरकत
पुस्तक संस्कृति के उत्थान में पुस्तक मेले की ऐतिहासिक भूमिका- श्री संजीव कौशल
पंचकूला जनवरी 22: यवनिका टाऊन पार्क सैक्टर-5 पंचकूला में आयोजित द्वितीय पंचकूला पुस्तक मेला के समापन दिवस पर ‘म्हारा हरा भरा हरियाणाा’’ विषय पर विमर्श का आयोजन किया गया।
समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करते हुए हरियाणा के मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल ने कहा कि किताबें मनुष्य की ऐसी दोस्त है जो उसे कभी अकेला नहीं करती। उन्होने कहा कि पुस्तक संस्कृति के उत्थान में पुस्तक मेले की ऐतिहासिक भूमिका है। इस तरह का मेला विद्यार्थियों में पढ़ने की ललक पैदा करता है। मेले की महत्ता को बताते हुए उन्होंने कहा कि यह पुस्तक मेला सिर्फ शहरों में नहीं बल्कि गांवों में भी होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें हमेशा किताबों के करीब रहना चाहिए तभी हम जिंदगी मे सही रास्तें पर चलेंगे। हमें किताबों से ही पता चलाता है कि क्या सही है क्या गलत। किताबे पढ़ने से ही हम समाज अपने देश को तरक्की पर ले जा सकते हैं।
हरियाणा पॉवर यूटिलिटीज़ के अध्यक्ष श्री पी के दास ने कि किताबें मनुष्य को एक बेहतर नागरिक बनाती है। बेहतर तथा विकसित राष्ट्र बने, इसके लिए नयी पीढ़ी को अपने महापुरूषों की किताबें पढ़नी चाहिए। उन्होंने कहा कि बचपन में किताबों का संस्कार सपने देखने की आदत डालता है और सपना ही जीवन में मूर्त होता है।
एच पी जी सी एल के प्रबंध निदेशक श्री मोहम्मद शाईन जी ने कहा कि अच्छी किताबें मनुष्य को हमेशा सही फैसला लेने में मदद करती है।
उत्तर हरियाणा के प्रबंध निदेशक डा. साकेत कुमार ने कहा कि आज भी किताबों का कोई विकल्प नही हैं। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों के आविष्कार के बाद भी किताबें का वजूद कभी घट नहीं सकता।
समापन समारोह में धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत करते हुए पंचकूला के उपायुक्त श्री सुशील सारवान ने कहा कि पिछले वर्ष से जारी यह पुस्तक मेला भविष्य में ऐसे ही जारी रहेगा, मैं आयोजको को यही शुभकामना देता हूँ। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों में किताबों को लेकर एक नये तरह का रोमांच है। इस अवसर पर अतिरिक्त उपयुक्त वर्षा खाँगवाल भी उपस्थित थी। मुख्य अतिथि द्वारा सभी आये हुए अतिथियों एवं विद्यार्थियों, शिक्षकों को पुस्तक देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए राजीवरंजन ने कहा कि किताबें जिंदगी को बेहतर मार्ग सिखाती हैं। मेले के सफल संयोजन में ओ एस डी सचिन गोयल, रीता राय, दीपा, ऋचा, शिवानी, विकल्प रंजन, अमित, उद्भव रंजन राय , ज्योति, जितेन्द्र एवं राजकीय महाविद्यालय सैक्टर 14 की अंजली, लक्षिता, तनीषा, प्रिया, रोहित, हर्ष इसी का बहुत महत्वपूर्ण योगदान रहा।
इस अवसर पर यूएचबीवीएन के निदेशक एके रहेजा, मनमोहन माटा, मनोजकुमार वत्स, एस सी योगेश गुप्ता, एस डी जो सचिन गोयल, मुख्य अभियंता चंदन का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
समापन अवसर पर विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों को सम्मानित किया गया।
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग से डा. रोहताश, अक्षय ऊर्जा विभाग से डा. प्रदीप नौटियाल और डा. सुखचैन, महिला एवं बाल विकास विभाग से आरू वशिष्ट, जिला शिक्षा अधिकारी सतपाल कौशिक, कला एवं संस्कृति विभाग हरियाणा से रेणु हुड्डा एवं बिजल विभाग के चारों कम्पनियों के पदाधिकारियों को पुस्तक मेले में दिये गये महत्वपूर्ण योगदान के लिए सम्मानित किया गया।