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मानसून में बढ़े मौसमी संक्रमण, पारस हेल्थ पंचकूला की सतर्कता भरी अपील

11 को 11 बजे ग्रामीणों को नशा न करने की शपथ दिलाएंगे सरपंच : उपायुक्त

सिरसा, 10 सितंबर।

उपायुक्त रमेश चंद्र बिढाण ने संबंधित अधिकारियों को दिए शपथ कार्यक्रम को मॉस्क व सोशल डिस्टेसिंग के तहत आयोजित करने के निर्देश

उपायुक्त रमेश चंद्र बिढाण ने बताया कि जिला को नशा मुक्त बनाने की मुहिम में ग्राम पंचायतों को भी जोड़ा गया है, ताकि गांव स्तर से ही नशा प्रवृति पर अंकुश लग सके और नशा मुक्ति का आह्वान हर गांव की गली-गली व हर घर तक पहुंचे। इसी कड़ी में 11 सितंबर को जिला के प्रत्येक गांव में सरपंच गामीणों को नशा विरोधी शपथ दिलवाएंगे। सभी जगह शपथ का समय प्रात: 11 बजे रहेगा। संबंधित अधिकारी शपथ कार्यक्रम का आयोजन मॉस्क व सोशल डिस्टेंस के तहत करवाना सुनिश्चित करेंगे।

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उपायुक्त ने बताया कि नशा मुक्ति अभियान के तहत जिला में विभिन्न गतिविधियां चलाई जा रही हैं। अभियान को सफल बनाने के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्यप्रणाली तैयार की गई है, जिसमें अधिकारियों को अलग-अलग जिम्मेवारियां सौंपी गई हैं। इसी के तहत 11 सितंबर को 11 बजे हर गांव में नशा विरोधी शपथ कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसमें सरपंच ग्रामीणों को नशा न करने की शपथ दिलाएंगे। शपथ कार्यक्रमों का मॉस्क व सोशल डिस्टेसिंग के तहत आयोजन करवाने की जिम्मेवारी जिला विकास एवं पंचायत विभाग की रहेगी। विभाग के संबंधित अधिकारी गांव में सरपंचों को निर्देशित करते हुए सफलतापूर्वक शपथ कार्यक्रमों का आयोजन करवाएंगे। उन्होंने बताया कि विभिन्न गांवों में गांव गोद लेने वाले अधिकारी भी इन शपथ कार्यक्रमों में शामिल होंगे।


ग्राम पंचायतों ने नशा मुक्त अभियान को बताया सराहनीय कदम, सहयोग का दिया आश्वासन :


उपायुक्त रमेश चंद्र बिढाण के दिशा-निर्देशन में जिला में चल रहे नशा मुक्ति अभियान को ग्राम पंचायतों ने प्रशासन का सराहनीय कदम बताया है। सभी ग्राम पंचायतें नशा को खत्म करने की इस मुहिम में हर प्रकार से सहयोग देने के लिए तैयार हैं। नशा मुक्ति को लेकर प्रशासन की इस मुहिम के बारे में गांव रामगढ के सरपंच जोगेन्द्र सिंह ने बताया कि नशा को खत्म करने के लिए लोगों में जागरूकता बहुत जरूरी है और इस दिशा में प्रशासन की नशा मुक्ति मुहिम कारगर सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि गांव की तरफ से नशा मुक्त अभियान को पूरा सहयोग दिया जाएगा। ग्रामीण भी चाहते हैं कि गांव से नशा खत्म हो और इसके लिए ग्रामीण विशेषकर युवा गांव में नशा के प्रति जागरूक कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि युवा नशे से दूर होकर खेल व अन्य रचनात्मक कार्यों पर अपना ध्यान केंद्रित कर अपने परिवार, गांव, जिला व प्रदेश का नाम रोशन करें।

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इसी प्रकार गांव मुन्नावाली के सरपंच डा. बलविंद्र ने बताया कि प्रशासन की नशा मुक्ति की यह मुहिम बहुत ही अच्छा कदम है। उन्होंने कहा कि नशे से युवा शक्ति बर्बाद हो रही है, जिसका असर न केवल उसके परिवार पर बल्कि पूरे गांव व समाज पर पड़ रहा है। नशा को खत्म करने में ग्राम पंचायत की ओर से जो भी सहयोग होगा, दिया जाएगा। नशा को खत्म करने में सभी को अपना सहयोग करना होगा तभी जिला के नशा मुक्ति का सपना साकार होगा। गांव रिसालिया खेड़ा के सरपंच आजाद ने कहा कि प्रशासन का नशा मुक्त अभियान गांव से नशा को खत्म करने में अहम भूमिका निभाएगा। प्रशासन की ओर से गांव के नशा मुक्त होने पर अतिरिक्त विकास कार्यों के लिए धन राशि उपलब्ध करवाने जो पहल है, इससे नशा मुक्ति की मुहिम को और अधिक बल मिलेगा। प्रत्येक ग्रामीण चाहता है कि उसके गांव का युवा नशा से दूर हो और गांव का विकास हो।  

गौरतलब है कि नशा मुक्ति अभियान को लेकर हाल ही में उपायुक्त रमेश चंद्र बिढाण ने नशा मुक्ति अभियान को लेकर सभी सरपंचों से वीडियो कॉफ्रेंस की थी। जिसमें उन्होंने सरपंचों को अभियान की जानकारी देने के साथ-साथ इसके साथ जुड़कर जिला को नशा मुक्त बनाने में योगदान देने को कहा था। सरपंचों ने भी इस अभियान को अपना पूर्ण सहयोग देने व ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को नशा न करने बारे जागरूक करने का संकल्प लिया था। 

मानसून में बढ़े मौसमी संक्रमण, पारस हेल्थ पंचकूला की सतर्कता भरी अपील

डा. अंबेडकर मेधावी छात्र संशोधित योजना के तहत वर्ष 2020-21 सत्र के लिए आवेदन आमंत्रित

सिरसा, 10 सितंबर।


                  हरियाणा सरकार द्वारा डा. अंबेडकर मेधावी छात्र संशोधित योजना के अंतर्गत वर्ष 2020-21 के लिए अनुसूचित जातियां एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के माध्यम से अनुसूचित जाति एवं पिछड़े वर्ग, विमुक्त जाति, घुमंतु एवं अर्धघुमंतु जाति तथा टपरीवास जाति के छात्रों को छात्रवृति प्रदान करने के लिए आगामी 30 अक्तूबर तक आवेदन पत्र मांगे गए हैं। इच्छुक छात्र आनलाइन आवेदन कर सकते है।

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                  उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण ने बताया कि शिक्षा के क्षेत्र में बढ़ रही प्रतिस्पर्धा के युग में अनुसूचित जाति, विमुक्त जाति, घुमंतु एवं अर्धघुमंतु जाति, टपरीवास जाति तथा पिछड़ा वर्ग के छात्रों में प्रतिस्पर्धा की भावना को प्रोत्साहित करने लिए डा. अंबेडकर मेधावी छात्र संशोधित योजना शुरू की गई है। उन्होंने बताया कि इस स्कीम के अंतर्गत उन छात्रों को छात्रवृति देकर सम्मानित किया जाएगा, जिन्होंने परीक्षा दसवीं, बारहवीं व स्नातक में उत्कृष्ट उपलब्धि प्राप्त की है ताकि उनका मनोबल और बढ़े और वे शिक्षा के क्षेत्र में ऊंचाइया प्राप्त कर सकें।


                  उन्होंने बताया कि डा. अंबेडकर मेधावी छात्र संशोधित योजना के अंतर्गत अनुसूचित जाति, विमुक्त जाति, घुमंतु, अर्ध घुमंतु जाति एवं टपरीवास जाति के दसवीं कक्षा में उतीर्ण छात्र के लिए शहरी क्षेत्र में 70 प्रतिशत अंक तथा ग्रामीण क्षेत्र में 60 प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य है। कक्षा 11वीं तथा सभी डिप्लोमा/सर्टिफिकेट कोर्सेज के प्रथम वर्ष में पढने वाले छात्रों को 8 हजार रुपए की वार्षिक छात्रवृति प्रदान की जाएगी। इसी प्रकार कक्षा 12वीं में उत्तीर्ण छात्रों के लिए शहरी क्षेत्र में 75 प्रतिशत अंक और ग्रामीण में 70 प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य है। कक्षा स्नातक के प्रथम वर्ष आर्टस में पढने वाले को 8 हजार रुपए वार्षिक, कामर्स/साईंस तथा सभी डिप्लोमा/सर्टिफिकेट कोर्सेज करने वाले छात्रों को 8 हजार रुपए वार्षिक छात्रवृति, इंजिनियरिंग तथा अन्य तकनीकी/व्यवसायिक कोर्सेज के छात्रों को 9 हजार रुपए वार्षिक व मेडीकल तथा अलाईड कोर्सेज के छात्रों को 10 हजार रुपए की राशि वार्षिक छात्रवृति के रूप में प्रदान की जाएगी।

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उपायुक्त ने बताया कि इसी प्रकार स्नातक की परीक्षा में शहरी क्षेत्र में 65 प्रतिशत व ग्रामीण क्षेत्र में 60 प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य है। स्नातकोत्तर कक्षा में पढने वाले प्रथम वर्ष आर्ट, कामर्स व साईंस के छात्र को 9 हजार रुपए वार्षिक छात्रवृति, इंजिनियरिंग तथा अन्य तकनीकी व्यवसायिक कोर्सेज के छात्रों को 11 हजार रुपए व मेडीकल व अलाइड कोर्सेज के छात्रों को 12 हजार रुपए की राशि वार्षिक छात्रवृति के रूप में प्रदान की जाएगी।


              उन्होंने बताया कि डा. अंबेडकर मेधावी छात्र योजना के अंतर्गत पिछड़ा वर्ग के छात्रों को भी लाभ देने के लिए शामिल किया गया है। पिछड़ा वर्ग ब्लाक ए के दसवीं कक्षा में उतीर्ण छात्र के लिए शहरी क्षेत्र में 70 प्रतिशत अंक तथा ग्रामीण क्षेत्र में 60 प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य है। कक्षा 11वीं तथा सभी डिप्लोमा/सर्टिफिकेट कोर्सेज के प्रथम वर्ष में पढने वाले छात्रों को 8 हजार रुपए की वार्षिक छात्रवृति प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया कि पिछड़ा वर्ग ब्लाक बी के दसवीं कक्षा में उतीर्ण छात्र के लिए शहरी क्षेत्र में 80 प्रतिशत अंक तथा ग्रामीण क्षेत्र में 75 प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य है। कक्षा 11वीं तथा सभी डिप्लोमा/सर्टिफिकेट कोर्सेज के प्रथम वर्ष में पढने वाले छात्रों को 8 हजार रुपए की वार्षिक छात्रवृति प्रदान की जाएगी।


                  उन्होंने बताया कि डा. अंबेडकर मेधावी छात्र योजना के तहत छात्रवृति का लाभ उन विद्यार्थियों को प्रदान किया जाएगा, जो हरियाणा का मूल निवासी तथा अनुसूचित जाति व पिछड़ा वर्ग से संबंधित हो। इनकी पारिवारिक वार्षिक आय चार लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए। अनुसूचित जाति तथा पिछड़ा वर्ग के छात्रों को यह छात्रवृति उक्त वर्णित कक्षाओं में सभी स्ट्रीमज के आधार परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर दी जाएगी। यह छात्रवृति सभी सरकारी, गैर सरकारी मान्यता प्राप्त स्कूलों, कालेजों, संस्थाओं तथा विश्वविद्यालयों में पढने वाले छात्रों को प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया कि यह स्कीम मैरिट पर आधारित है। इसलिए जो छात्र इन वर्गों के छात्रों के लिए चलाई जा रही सामान्य स्कीमों के अंतर्गत छात्रवृति प्राप्त कर रहे हैं, वे छात्र इस स्कीम के अंतर्गत भी छात्रवृति पाने के पात्र होंगे, परंतु मैरिट आधारित किसी अन्य स्कीम के अंतर्गत पात्र नहीं होंगे। जो छात्र मान्यता प्राप्त बोर्ड/विश्वविद्यालय से परीक्षा उत्तीर्ण करेगा, छात्रवृति लेने का हकदार होगा। उन्होंने बताया कि निर्धारित तिथि के बाद प्राप्त आवेदन पत्र पर विचार नहीं किया जाएगा, आवेदन पत्र आनलाइन ही लिए जाएंगे। इच्छुक छात्र विभाग की वेबसाइट डब्ल्युडब्ल्युडब्ल्युडॉटएससीबीसीहरियाणाडॉटजीओवीडॉटईन पर 30 अक्तूबर तक अपना आवेदन ऑनलाइन कर सकते है। किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए हैल्पलाइन नंबर 0172-2771250 पर संपर्क कर सकते हैं।

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नशा मुक्त अभियान : नशे के दुष्परिणाम व नुकसान को गंभीरता से समझें युवा शक्ति : उपायुक्त रमेश चंद्र बिढाण

सिरसा, 10 सितंबर।

नशा त्याग कर अपनी ऊर्जा समाज व राष्टï्र हित में लगाएं युवा शक्ति : उपायुक्त


              उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण ने वीरवार को नशा मुक्त भारत अभियान के तहत जागरुकता मोटरसाइकिल रैली को अपने कैंप कार्यालय से हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। इस जागरुकता रैली के माध्यम से नेहरु युवा केंद्र व बाल भवन के वॉलेंटियरों ने शहर में नागरिकों को नशा मुक्ति का संदेश दिया। यह जागरुकता मोटरसाइकिल रैली बरनाला रोड़, अंबेडकर चौक, शहीद भगत सिंह चौक, सुभाष चौक, जगदेव सिंह चौक, सांगवान चौक, लाल बत्ती से होती हुई बाल भवन पर सम्पन्न हुई। रैली के दौरान वॉलेंटियरों ने नशा जागरुकता के विभिन्न स्लोगनों से नागरिकों को नशा त्यागने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर जिला समाज कल्याण अधिकारी नरेश बत्रा भी मौजूद रहे।

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                  इस अवसर पर उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण ने कहा कि युवा ही युवा को नशे के दुष्परिणामों के बारे में बेहतर ढंग से बता सकता है। युवा शक्ति जिला में नशे में लिप्त युवाओं को दोस्त व भाईचारे से समझाते हुए नशे से मुक्ति दिलाएं तथा उन्हें ईलाज के लिए प्रेरित करते हुए नशा मुक्ति केंद्रों में लेकर आएं। उन्होंने कहा कि नशा मुक्त अभियान को केवल अभियान न समझते हुए इस पुण्य कार्य में हर युवा अपनी पूर्ण आहुति दे ताकि नशे से ग्रस्त युवा नशा त्याग कर अपनी ऊर्जा अपने परिवार के उज्जवल भविष्य व समाज हित में लगा सके, क्योंकि स्वस्थ युवा ही सभ्य समाज व सशक्त राष्टï्र के निर्माण में अपनी अहम भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने कहा कि नशा वह दीमक है जो धीरे-धीरे पीडि़त परिवार के साथ-साथ पूरे समाज को खोखला बना देती है। जिला में नशे की बढ़ती प्रवृति को देखते हुए युवा शक्ति को आज ही सजग व संभलना होगा और इस कार्य को एक चुनौती समझते हुए नशे का जड़मूल से खात्मा करना होगा ताकि हम नशा मुक्त समाज का निर्माण कर सकें।

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                  उन्होंने कहा कि आज युवा शक्ति नशे को त्यागते हुए अपना रुझान हमारे तीज, त्यौहार व खेलों की तरफ बढ़ाएं ताकि उनका भविष्य उज्जवल बन सके। इसके अलावा अपने जीवन का लक्ष्य निर्धारित करते हुए अपनी जीवन शैली में पढ़ाई व खेलों के साथ-साथ साहित्यिक पुस्तकों को भी शामिल करें और पोष्टिïक भोजन के साथ-साथ नियमित योग को भी अपनाएं। इस अभियान को सफल बनाने में जुड़ा हर युवा अपने गली मौहल्लों व गांव में एक मिशन के तहत नशे में लिप्त युवाओं को इस दलदल से निकालने का संकल्प लें।



                  जिला समाज कल्याण अधिकारी नरेश बत्रा ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा नशा मुक्ति भारत अभियान को लेकर प्रतिदिन अनेक गतिविधियां आयोजित की जा रही है। इसी कड़ी में 11 सितंबर को दोपहर 3 से 4 बजे तक जेजी एफएम पर मनोचिकित्सक डा. पंकज शर्मा नशे के कारण व्यक्ति को होने वाले मानसिक नुकसान के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे, इसके अलावा नशे में लिप्त लोगों को नशा त्यागने के जरुरी टिप्स भी बताएंगे।

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ई-दिशा में कर्मचारी मिला कोरोना पोजिटीव, दो दिन सेवाएं रहेंगी बंद : एसडीएम

ऐलनाबाद, 09 सितंबर।


एसडीएम दिलबाग सिंह ने बताया कि ऐलनाबाद ई-दिशा केंद्र में कोरोना का मामला सामने आया है। ई-दिशा में एक कर्मचारी कोरोना पोजिटीव मिला है। कोरोना मामला सामने आने के बाद गाइडलाइन अनुसार ऐहतियात के तौर ई-दिशा को बंद कर दिया गया है, जोकि आगामी दो दिनों तक बंद रहेगी। अब ई-दिशा में सोमवार से सेवाएं शुरू हो सकेंगी।

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उन्होंने बताया कि कोरोना हिदायतों के तहत कर्मचारियों का कोरोना टेस्ट करवाया गया था। इसी कड़ी में ई-दिशा में काम करने वाले कर्मचारियों का भी कोरोना टेस्ट किया गया। इनमें एक कर्मचारी की कोरोना रिपोर्ट पोजिटीव पाई गई। रिपोर्ट पोजिटीव आने के बाद ई-दिशा को बंद कर दिया गया। ई-दिशा आगामी दो दिनों (वीरवार व शुक्रवार) को बंद रहेगी,  शनिवार व रविवार को अवकाश होगा। अब सोमवार से ही ई-दिशा में सेवाएं शुरू होंगी। उन्होंने बताया कि हिदायत के तौर पर ई-दिशा के सभी कर्मचारियों को शुक्रवार को दोबारा कोरोना टेस्ट करवाया जाएगा।

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एसडीएम दिलबाग सिंह ने कहा कोरोना को लेकर लोगों में यह धारणा की संक्रमण का ज्यादा प्रभाव नहीं है, बिल्कुल गलत है। जब से अनलॉक हुआ है, लोग कोरोना से बचाव उपायों के प्रति लापरवाह हो रहे हैं और इसी लापरवाही का परिणाम है कि कोरोना के मामले तेजी से बढ रहे हैं। उन्होंने कहा कि देखने में आ रहा है कि लोग मॉस्क का प्रयोग गंभीरता से नहीं कर रहे हैं। ऐसा करके न केवल स्वयं को बल्कि दूसरों को भी खतरे में डाल रहे हैं। लॉकडाउन में जब कोरोना का फैलाव नहीं था, उस समय लोग स्वयं के बचाव के प्रति गंभीर थे। लेकिन जब से अनलॉक के दौरान लोगों ने संक्रमण से बचाव संबंधी लापरवाही बरतनी शुरू की है, कोरोना का फैलाव में तेजी आई है। उन्होंने आमजन से अपील करते हुए कहा कि वे कोरोना फैलाव की गंभीरता को समझें और इससे बचाव के सभी उपायों की कड़ाई से अनुपालना करें। मॉस्क व सामाजिक दूरी की विशेष से अनुपालना करें। 

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नशा मुक्त बनाने के लिए अधिकारियों ने एक-एक गांव लिए गोद

सिरसा, 09 सितंबर।

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जिला को नशा मुक्त बनाने की मुहिम को सिरे चढाने के लिए विभिन्न विभागों द्वारा गांवों को गोद लेने की प्रक्रिया शुरू हो गई है, ताकि योजनाबद्ध तरीके से नशे को जड़मूल से खत्म किया जा सके और नशे में लिप्त लोगों को इलाज व नशा त्यागने के लिए पे्ररित किया जा सके। उपायुक्त रमेश चंद्र बिढाण के निर्देशानुसार अधिकारियों को एक-एक गांव गोद लेकर नशा मुक्त भारत अभियान की निगरानी व अन्य गतिविधियों की आयोजन की जिम्मेवारियां भी सौंपी गई हैं। अभियान के तहत अभी तक 88 अधिकारी जिला के विभिन्न गांवों को गोद ले चुके हैं। गोद लेने की प्रक्रिया जारी है।

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उपायुक्त रमेश चंद्र बिढाण ने गांव को गोद लेने वाले अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इस कार्य को एक ड्यूटी नहीं बल्कि एक सामाजिक सरोकार का कार्य मानते हुए ईमानदारी व जिम्मेवारी के साथ करें। यदि वे समाज हित की भावना से इस दिशा में कार्य करेंगे तो उन्हें अवश्य ही सफलता मिलेगी। उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति को जोकि अनजाने या किसी कारणवश नशे जैसी बुरी प्रवृति की दलदल में फंस गया है, उसे इससे बाहर निकालकर समाज की मुख्यधारा में जोडऩा भी एक पुण्य का कार्य है। इसलिए जिस भी अधिकारी ने जो गांव गोद लिया है, वहां मेहनत के साथ कार्य करते हुए ग्रामीणों को नशा के प्रति जागरूक करें और गांव को नशा मुक्त बनाकर गोद की धारणा की सार्थकता को सिद्ध करें।


इन गांवों को लिया गोद :


नशा मुक्त अभियान के तहत अभी तक 88 अधिकारियों ने इतने ही गांव को गोद लिया है। पिं्रसिपल डॉ. के.एल गुप्ता ने गांव सावंत खेड़ा, जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ. गिरिश ने गांव ढुकड़ा, प्रिंसिपल डॉ. राजेश मेहता ने गांव हांड़ी खेड़ा, एडीएसओ हनुमान प्रसाद ने गांव केलनियां, उप निदेशक ने गांव रायपुर, उप निदेशक ने गांव धिगतानियां,कार्यकारी अभियंता ने गांव तार बाबा सावन सिहं, डीपीएससी सुरेन्द्र सैनी ने गांव वैद्यवाला, डीएसओ सुरेन्द्र कुमार ने गांव मिरपुर, डीडीए डा. बाबु लाल ने गांव भुना, डा.सुभाष चंद्र ने गांव चक्कन, उपनिदेशक उद्योग ने गांव रासुलपुर, तहसीलदार नाथुश्री चौपटा ने गांव माखोश्योराण, चकजालु, एसडीओ बीएंडआर ने गांव ढाणी 400, एसडीओ बीएंडआर ने गांव सांगर सरीस्ता, एसडीओ बीएंडआर ने गांव सिकंदरपुर, चुनाव तहसीलदार ने गांव मोरीवाला, जिला मत्स्य अधिकारी  जगदीश चंद्र ने गांव खरेखा, एचएसएएम एसडीओ ने गांव मेमनखेड़ा, एचएसएएम एसडीओ बेगू, एचएसएएम एसडीओ मोधासिंघाना, एचएसएएम एसडीओ एसडीओ ने गांव खारिया, एचएसएएम इंजीनियर ने गांव नाथूसरी चौपटा, एचएसएएम इंजीनियर ने गांव वैद्यवाला, इंजीनियर ने गांव सालरपुर, इंजीनियर ने गांव ख्योवाली, इंजीनियर ने गांव गढराना, इंजीनियर ने गांव बुढ़मेरी, इंजीनियर ने गांव बारूवाली-02, इंजीनियर ने गांव मीरपुर, इंजीनियर ने गांव केवल, इंजीनियर ने गांव बुप्प,इंजीनियर ने गांव नानकपुर, इंजीनियर ने गांव लखुआना, पशुपालन विभाग एसडीओ ने गांव मोदी,डीडब्ल्यूओ सुशील शर्मा ने गांव सहुवाला-1, टीडब्ल्यूओ कमल सिहं ने गांव बाजेकां, टीडब्ल्यूओ लाल चदं ने गांव छत्तरीयावाली, बीडीपीओ  अनिल कुमार ने गांव सुल्तानपुरिया, डीआरओ विजेंद्र भारद्वाज ने गांव फरवाई, डीईओ आत्मा प्रकाश ने गांव पनिहारी,,बीइओ कृष्ण लाल ने गांव घोड़ावाली, बीईओ बड़ागुडा मनीषा ने गांव ढाभ, बीइओ हरमेल सिहं ने गांव नुहियावाली, बीइओ सुभाष कुमार ने गांव बनवाला, बीईओ जसपाल सिंह ने गांव गुडिया खेड़ा, रानी देवी ने गांव बरवाली-1,एएफएसओ नरेन्द्र सरदाना ने गांव राम नगरिया, इस्पेक्टर रणवीर सिंह ने गांव मोचीवाली, एएफएसओ कृष्ण चंद्र ने गांव रोहिरावाली, इंस्पेक्टर कश्मीरी लाल ने गांव दौलतपुरा खेड़ा, इंस्पेक्टर संदीप कुमार ने गांव हरीपुरा, एएफएसओ जगतपाल ने गांव मिढानपुरा, इंस्पेक्टर बालकरण सिंह ने गांव हाबुवाना, कार्यकारी अभियंता पंचायती राज भरत सिंह ने गांव कंवरपुरा, एसडीओ मुन्शी राम जाखड़ ने गांव दीवान खेड़ा, एसडीओ योगिन्द्र ने गांव चक्रिया, एसडीओ सुधीर मोहन ने गांव काशी का बास, एएसडीई पृथी राज सुधार ने गांव ने गांव दौलतपुर खेड़ा व झोरार रोही, एएसडीई प्रमीनंदर सिंह ने गांव लोगेंवाला, एएसडीई परमजीत सिंह ने गांव रोड़ी, जेई राधेश्याम ने गांव बृज भंगु, जेई विनोद मेहता ने गांव चौटाला, जेई कालुराम ने गांव रीसालीया खेड़ा, एएसडीई हरजिंदर सिहं ने गांव देशु जोधा, एएससडीई काशी राम ने गांव अमृतसर कलां, जेई भरत कुमार ने गांव ढाणी कहान सिंह,एएसडीई राज कुमार ने गांव ढाणी बचन सिंह, जेई चदं्रपाल ने गांव केरीवाला, जेई प्रदीप ने गांव लुदेसर,जेई महेंद्र सिहं ने गांव माखोसरानी, जेई सौरभ ने गांव गदली, एएसडीई रणबीर सिंह ने नेजाडेला कलां, एएसडीई रमाकांत ने गांव चतरपट्टी, जेई लवीश महता ने गांव मोरीवाला, जेई कर्ण ने गांव शाहपुर बेगू, प्रमोद सिंह ने कासुंबी, एएसडीई देवेंद्र ने गांव झंडवाला जाटान, एएसडीई ओमप्रकाश ने गांव कांलावाली, जेई हेमा देवी ने गांव ओढा, एएसडीई धर्मसिंह ने गांव जमालवाली, एएसडीई अंकुर गांव ननुवाना, एएसडीई दलबीर सिंह ने गांव आटू व एएसडीई नरेश ने गांव फिरोजाबाद को गोद लिया है।

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पराली जलाने वाले संभावित 76 गांव किए गए चिन्हित : उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण

सिरसा, 9 सितंबर।

रेड जोन में रखे 25 गांव तथा औरेंज जोन में जिला के 51 गांवों पर रहेगी विशेष नजर


उपायुक्त रमेश चंद्र बिढाण ने कहा कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय व एनजीटी के निर्देशानुसार जिला में प्रदूषण नियंत्रण को लेकर  पराली जलाने की घटनाओं पर पूर्णतय नियंत्रण जरूरी है। इसलिए प्रदूषण पर नियंत्रण रखने के लिए गंभीरता के साथ काम किया जाए और इस कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। उन्होंने कहा कि पराली जलाने वाले संभावित 76 गांवों को चिह्निïत किया गया है। इन गांवों में विशेष योजना के तहत कार्य किया जाए और किसानों को पराली न जलाने के लिए अधिक से अधिक जागरुक करें। इसके लिए निगरानी टीमों का गठन कर नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाए।

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उन्होंने कहा कि गांव स्तर पर किसानों को पराली न जलाने के लिए जागरुक करें और विशेष रुप से ग्रामीण महिलाओं को भी पराली न जलाने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि एनजीटी व माननीय उच्चतम न्यायालय के दिशा निर्देशों की हर हाल में कड़ाई से अनुपालना सुनिश्चित करें।  इसके अलावा किसानों को यह भी समझाएं कि पराली को जलाने की अपेक्षा उसे आमदनी का साधन बनाएं। पराली जलाने से न केवल वातावरण दूषित होता है बल्कि भूमि की उपजाऊ शक्ति भी कम होती है।

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उपायुक्त ने निर्देश दिए कि कृषि विभाग के अधिकारी गांव में जाकर ग्रामीणों को पराली न जलाने के लिए प्रेरित करें और पराली प्रबंधन के बारे में जानकारी दें। इसके अलावा सरकार द्वारा पराली प्रबंधन कृषि संयंत्रों पर दिए जाने वाली अनुदान के बारे में विस्तार से बताएं, ताकि किसान इन कृषि यंत्रों का उपयोग पराली प्रबंधन के लिए कर सकें। उन्होंने कहा कि पराली जलाने वाले संभावित गांव के अलावा भी कृषि अधिकारी अन्य गांव पर निगरानी रखें और पंचायत प्रतिनिधियों से समय-समय पर तालमेल बनाकर ग्रामीणों को जागरूक करें। उन्होंने कहा कि सरपंच गांव का मौजिज व्यक्ति होता है, जिसका प्रभाव ग्रामीणों पर होता है। इसलिए इस कार्य में सरपंच अहम भूमिका निभा सकते हैं।

ये 25 गांव किए रैड जोन में शामिल


गांव अलीका, बणी, चामली, दादू, दड़बा खेड़ा, धोतड़, फरमाल, जीवन नगर, जोधकां, करीवाला, कासमखेड़ा, माधोसिंघाना, मतड़, नहरावाली, नरेल खेड़ा, नटार, पनिहारी, रंगड़ी खेड़ा, रानियां, रोड़ी, शाहपुर बेगू, सिंकदरपुर, सुचान, सुरतिया, तलवाड़ा खेड़ा शामिल है।


ओरेंज जोन में हैं 51 गांव :


गांव अभोली, बेगूवाली, बाहिया, बाजेकां, बनसुधार, भादरा, भावदीन, बुप्प, धनुर, दड़बी, दौलतपुर खेड़ा, देशुजोधा,देशुमलकाना, ढुडियावाली, फिरोजाबाद, हांडी खेड़ा, हरीपुरा, हिमायु खेड़ा, जोहड़वाली, कंगनपुर, केलनियां, केवल, खुईयां मलकान, किरनावाली, कुस्सर, कुताबढ, लहंगेवाला, लीनवाली, मल्लेकां, ममेरा, मंगाला, मीरपुर, मोडिया खेड़ा, मोहमदपुरिया, मौजदीन, नागोकी, नगराना, नेजाडेला खुर्द, नेजाडेला कलां, ओटू, पक्का, पन्नीवाला-मोरिकां, फूल्लो, रंगा, रसूलपुर, शहीदावाली, शमसाबाद, तख्तमल, ठोबरियां, वेदवाला


कस्टम हायरिंग सैंटर के माध्यम से कृषि यंत्रों पर दी जाती है 80 फीसदी सब्सिडी : उपायुक्त बिढ़ाण


उपायुक्त ने कहा कि किसान पराली को जलाने की बजाय इसे अपनी आय का स्त्रोत भी बना सकते हैं। इसके अलावा पराली को पशु चारा के साथ-साथ इसे भूमि में मिला कर उपजाऊ शक्ति भी बढ़ा सकते हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा धान की कटाई के लिए किसानों को कृषि यंत्रों पर अच्छा अनुदान दिया जाता है। कस्टम हायरिंग सैंटर के माध्यम से किसानों को इन कृषि यंत्रों पर 80 फीसदी तक सब्सिडी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि कृषि यंत्र के लिए आवेदन करने से पहले किसान को मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण करवाना अनिवार्य है। इसके अलावा सीआरएफ स्कीम तहत वहीं किसान अनुदान के लिए आवेदन कर सकता है जिसने कृषि विभाग से पिछले 2 साल के दौरान किसी भी स्कीम में इनसीटू कृषि यंत्र पर अनुदान का लाभ न लिया हो। 

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जनकल्याणकारी योजनाओं का आमजन तक लाभ पहुंंचाना व विकास कार्यों को गति देना होगी प्राथमिकता : एसडीएम

डबवाली, 8 सितंबर।


एसडीएम अश्वनी कुमार ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा आमजन के कल्याण हेतू अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं लागू की हैं। इन योजनाओं का लाभ हर पात्र व्यक्ति तक पहुंचे तथा क्षेत्र के विकास कार्यों को गति मिले, यही उनकी प्राथमिकता रहेगी। क्षेत्र के विकास में मीडिया अपनी अहम भूमिका निभा सकता है।

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वे मंगलवार को अपने कार्यालय में मीडिया कर्मियों को संबोधित कर रहे थे। एसडीएम ने कहा कि उप मंडल में विकास कार्यों के बेहतर क्रियान्वयन में मीडिया कर्मी अपनी सकारात्मक भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में जहां पर भी कोई समस्या आती है तो मीडिया कर्मी प्रशासन को अवगत करवाएं, ताकि समस्या का त्वरित समाधान हो सके।

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उन्होंने कहा कि शहर में सफाई व्यवस्था पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है और इस दिशा में गंभीरतापूर्व कार्य किया जाएगा। इसी प्रकार ट्रैफिक व्यवस्था से शहर को निजात दिलाने के लिए विशेष योजना के तहत कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में नशा प्रवृति भी एक गंभीर समस्या है। इसके लिए जहां लोगों को जागरूक किया जाएगा, वहीं नशा बेचने वालों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उप मंडल को नशा मुक्त करने की दिशा में हर आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सिल्वर चौक से लेकर तहसील तक दुकानदारों के सहयोग से सीसीटीवी कैमरे लगवाने पर विचार-विमर्श किया जाएगा। एसडीएम ने कहा कि शहर को आवारा पशुओं से भी मुक्ति दिलवाने के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया जाएगा। इसके लिए उप मंडलवासियों का सहयोग अपेक्षित है। उन्होंने बताया कि सड़कों पर जो जगह-जगह गड्ढे है, उन्हें दुरूस्त किया जाएगा।

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कस्टम हायरिंग सैन्टर व कृषि उपकरण यंत्रों के लिए किसानों का ड्रा से किया चयन

सिरसा, 08 सितंबर।

अतिरिक्त उपायुक्त उत्तम सिंह की अध्यक्षता में लघुसचिवालय के कमरा नम्बर-63 में ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से निकाला गया ड्रा


कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा सी.आर.एम योजना के तहत कृषि यंत्रों पर अनुदान कस्टम हायरिंग केन्द्र की स्थापना के लिए ड्रा के माध्यम से किसानों का चयन किया गया। इस दौरान विभिन्न प्रकार के 9 कृषि यन्त्रों पर अनुदान के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया से ड्रा करके किसानों का चयन किया गया। ड्रा प्रक्रिया अतिरिक्त उपायुक्त उत्तम सिंह की अध्यक्षता में सोमवार को लघुसचिवालय के कमरा नम्बर 63 में पारदर्शिता के साथ पूरी की गई। इस दौरान जिला स्तरीय कार्यकारिणी समिति के सभी सदस्य तथा आमन्त्रित आवेदक किसान मौजूद रहे।

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उप कृषि निदेशक डा. बाबुलाल ने बताया कि कृषि विभाग की ओर से सी.आर.एम स्कीम 2020-21 के तहत कस्टम हायरिंग सैन्टरों की स्थापना और एकल किसानों के आनॅलाइन आवेदन प्राप्त हुए थे। कस्टम हायरिंग सैन्टरों और व्यक्तिगत श्रेणी के लाभार्थी किसानों का चयन आनॅलाइन ड्रा से किया गया। उन्होंने बताया कि कोविड-19 के चलते ड्रा में हिस्सा लेने के लिए सिर्फ सीमित किसानों को आमन्त्रित किया गया था। लाभार्थियों का चयन करने के लिए जिला सूचना अधिकारी सिरसा द्वारा आनॅलाइन ड्रा निकाला गया। उन्होंने बताया कि स्ट्रा बेलर, क्रोप रीपर, हैप्पी सीडर, हाइड्रोलिक रीवरसीबल प्लो, पैडी स्ट्रा चौपर/शैडर/मल्चर, रोटरी स्लैशर/शर्ब मास्टर, स्ट्रा रेक, सुपर सीडर, सुपर एस.एम.एस. एंव जीरो सीड ड्रिल यंत्रों के लिए ड्रा निकाला गया। इन कृशि यंत्रों के लिए सामान्य श्रेणी, छोटे किसानों जिनके पास 5 या 5 एकड़ से कम जमीन है एंव अनुसूचित जाति के लाभार्थियों का आनॅलाइन ड्रा के माध्यम से चयन किया गया। उन्होंने बताया कि जिन कृषि यंत्रों के लिए लक्ष्य से कम आवेदन प्राप्त हुए थे, उन सभी किसानों को चयनित मान लिया गया।
सहायक कृषि अभियन्ता इंजीनियर डी0 एस0 यादव ने बताया कि जिला में कुल 1259 लघु किसानों ने विभिन्न कृषि यंत्रों के लिए आनॅलाइन आवेदन किया था। लक्ष्य से अधिक आवेदन आनॅलांइन ड्रा करवाया गया, जिसके तहत बेलिंग मशीन के लिए 49, क्रोप रीपर के लिए 10, हैप्पी सीडर के लिए 4, हाइड्रोकिल रीवरसीबल एम.बी. प्लो के लिए 2, पैडी स्ट्रा चौपर/शैडर/मल्चर के लिए 8, रोटरी स्लैशर/शर्ब मास्टर के लिए 28, स्ट्रा रेक के लिए 49, सुपर सीडर के लिए 4, सुपर एस.एम.एस. के लिए 4 तथा जीरो सीड ड्रिल 35 के लिए लाभार्थी किसानों का चयन किया गया। अनुसूचित जाति श्रेणी के लिए पैडी स्ट्रा चौपर/श्रैडर/मल्चर, सुपर सीडर एंव सुपर एस.एम.एस. के लिए लक्ष्य से अधिक आवेदन मिले थे, इसके लिए आनॅलाइन ड्रा निकाला गया।

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दस्तावेजों के निरीक्षण उपरांत होंगे परमिट जारी :


इंजीनियर डी0 एस0 यादव ने बताया कि आनॅलाइन आवेदन करने की रसीद, बैंक खाता, अनुसूचित जाति प्रमाण-पत्र, आधार कार्ड की कॉपी, पैन कार्ड, बैंक की कॉपी तथा ट्रैक्टर के पंजीकरण की वैद्य कॉपी, कृषि भूमि से सम्बन्धित पटवारी रिपोर्ट व मेरी फसल मेरा ब्यौरा के रजिस्ट्रेशन आदि दस्तावेजों का निरीक्षण करने के उपरान्त ही मशीनरी खरीदने के लिए परमिट जारी किएं जाएंगे। इसके लिए किसानों को मोबाईल से सूचित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कस्टम हायरिंग सैन्टर के लिए भी लाभार्थियों का चयन आनॅलाइन ड्रा के माध्यम से किया गया।

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दृढ इच्छा शक्ति व संयमित दिनचर्या अपनाकर मिल सकता है नशा प्रवृति से छुटकारा : उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण

सिरसा, 8 सितंबर।

नशे के खिलाफ इस मुहिम में चिकित्सक व शिक्षक निभाएं अहम भूमिका : उपायुक्त


                उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण ने कहा कि नशा और तनाव का गहरा नाता है और आज की भागदौड़ भरी जीवन शैली में विशेषकर युवा नशे को तनावमुक्त रहने का साधन समझ लेेते हैं, जोकि गलत है। युवा शक्ति नशे की अपेक्षा नियमित योग व  संयमित दिनचर्या के साथ-साथ शुद्घ व पौष्टिïक भोजन को अपनाएं। इसके अलावा समय अनुसार अपनी दिनचर्या में अच्छी पुस्तकें पढना व खेल आदि को भी शामिल करें। उन्होंने कहा कि युवा अपनी परेशानी या समस्या को अपने अभिभावक व शिक्षक से सांझा जरूर करें। उन्होंने बताया कि 15 अगस्त से 31 मार्च 2021 तक जिला में नशा मुक्त भारत अभियान चलाया जा रहा है जिसके तहत विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से लोगों को नशे से दूर रहने का संदेश व नशे के दुष्परिणामों के बारे में बताया जा रहा है। इस मुहिम में जिला प्रशासन के साथ-साथ सामाजिक, धार्मिक व अन्य संस्थाएं भी सहयोग कर रही है। नशे के खिलाफ इस मुहिम में चिकित्सक व शिक्षक भी अहम भूमिका निभाते हुए अपना योगदान दें।



ईलाज के साथ-साथ काउंसलिंग भी नशे की लत छुड़वाने में कारगर : मनोचिकित्सक


                मनोचिकित्सक डा. रविंद्र पुरी, डा. दलजीत सिंह व डा. गुरनाम सिंह ने कहा कि नशा सिर्फ एक आदत नहीं, मानसिक रोग भी है। इस रोग की शुरूआत बेशक शौकिया और छोटी-मोटी परेशानियों से होती है, लेकिन धीरे-धीरे ये क्रोनिक रूप अख्तियार कर लेता है। मानसिक रोगों का असर सिर्फ इंसान की मनोस्थिति पर नहीं पड़ता बल्कि उसकी शिक्षा, व्यवसाय सहित पूरे परिवार को प्रभावित करता है। आज समाज में नशा चुनौतीपूर्ण ढंग से बढ़ रहा है, जिसे रोकने के लिए सभी को प्रयास करने होंगे जिससे जिला सिरसा से नशा जड़मूल से समाप्त किया जा सके।


                उन्होंने कहा कि नशे से मानसिक पीड़ा के साथ-साथ माइग्रेन, सिरदर्द एवं चक्कर आना, इनसोमनिया (नींद न आने की बीमारी), चिंता, भय, घबराहट, डिप्रेशन, याददाशत में समस्या आदि बीमारियां उत्पन्न होती है। उन्होंने कहा कि आमतौर पर नशे की गिरफ्त में फंसे लोगों को सिर्फ दवाएं देकर ठीक करने की कोशिश की जाती है। असल में दवाओं के साथ साथ नशा ग्रस्त की काउंसिङ्क्षलग भी जरूरी है। अगर मरीज अस्पताल आने में असमर्थ है, तो फैमिली काउंसिङ्क्षलग के जरिए भी नशे से छुटकारा पाना संभव है।

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                उन्होंने बताया कि नशे का जहर समाज को तेजी से निगल रहा है। भावी पीढ़ी भी नशे की चपेट में आ रही है। उन्होंने कहा कि नशीले पदार्थो का प्रयोग एक मनोवैज्ञानिक बीमारी है। नशा सेवन करने वाला इंसान खुद तो तबाह होता ही है साथ ही अपना परिवार भी उजाड़ देता है। नशा त्यागने के लिए दृढ इच्छा शक्ति व संकल्प का होना बहुत जरूरी है।


उन्होंने कहा कि नशे के कारण समाज में आपराधिक घटनाएं भी बढती हैं जोकि भविष्य के लिए चिंता का विषय है। इस प्रकार से नशा केवल व्यक्तिगत नुकसान ही नहीं करता बल्कि पूरे परिवार व समाज को भी बुरी तरह से प्रभावित करता है। उन्होंने कहा कि नशा को समाज से खत्म करना सबकी सामूहिक जिम्मेवारी है। नशे के खिलाफ सभी को एकजुट होकर लडऩा होगा और सभी को जिला को नशा मुक्त बनाने की मुहिम में अपना योगदान देना होगा।

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छात्रों को नशे के दुष्परिणाम बताता है ‘मित्रÓ


                मनोचिकित्सक डा. रविंद्र पुरी ने बताया कि राजकीय नेशनल महाविद्यालय में छात्रों को समय-समय पर नशे के दुष्परिणामों के बारे में जागरुक किया जाता है, इसके लिए मित्र नामक संस्था का गठन भी किया गया है। इस संस्था द्वारा महाविद्यालय में नशा विषय पर विभिन्न प्रतियोगिताओं के साथ-साथ अन्य गतिविधियों का आयोजन किया जाता है। इसके अलावा संस्था के सदस्यों द्वारा छात्रों से संवाद कर नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित भी किया जाता है। उन्होंने कहा कि नशा मुक्त भारत अभियान को सफल बनाने के लिए मित्र संस्था पूरी निष्ठïा व ईमानदारी से अपना दायित्व निभाएगी। 

*यादविन्द्रा गार्डन में 4 से 6 जुलाई तक लगेगा मैंगो मेला*

22 तक चलेगी आईटीआई में दाखिला प्रक्रिया : लाल चंद रिवाडिय़ा

सिरसा, 7 सितंबर।

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                निदेशक, कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग हरियाणा, पंचकूला के आदेशानुसार जिला में राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में सत्र 2020-21 के लिए दाखिला प्रक्रिया शुरु कर दी गई है। यह जानकारी देते प्राचार्य राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान लाल चंद रिवाडिय़ा ने बताया कि व्यवसायिक कोर्सों की ट्रेडों के लिए आवेदन प्रक्रिया जारी है तथा 22 सितंबर तक आवेदन प्राप्त किए जाएंगे।

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               उन्होंने बताया कि विभिन्न 23 ट्रेडों की 744 सीटों पर दाखिला प्रक्रिया जारी है। उन्होंने बताया इच्छुक आवेदनकारपेंटर, कम्प्यूटर ऑप्रेटर एवं प्रोग्रामिंग असिस्टेंट, ड्राफ्टमेंन (सिविल), ड्राफ्टमेंन (मकेनिकल), ड्रेस मेकिंग, इलेक्ट्रिशन, फिटर, मशीनिस्ट, मकेनिक (मोटर व्हीकल), मकेनिक (रैफ्रिजेटर व एयर कंडिशनर), मकेनिक (ट्रेक्टर), मकेनिक ऑटो बॉडी पेंंटिंग, मकेनिक ऑटो बॉडी रिपेयर, मकेनिक डीजल इंजन, पेंटर जनरल, पलंबर, स्टेनोग्राफर (हिंदी), स्टेनोग्राफर (अंग्रेजी), तकनीकी पॉवर इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम, टर्नर, वेल्डर, वॉयरमेन, मकेनिक एग्रीकल्चरल मशीनरी आदि ट्रेड के लिए आवेदन कर सकते हैं।