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मानसून में बढ़े मौसमी संक्रमण, पारस हेल्थ पंचकूला की सतर्कता भरी अपील

एसडीएम दिलबाग सिंह ने की मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पर अपलोड डाटा की समीक्षा

ऐलनाबाद, 20 सितंबर।


एसडीएम दिलबाग सिंह ने रविवार को गांव धोलपालिया के खेतों में जाकर मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पर अपलोड डाटा का मिलान किया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि डाटा अपलोड करने से पहले आंकड़ों का मिलान किया जाए। इस कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस अवसर पर तहसीलदार हरकेश गुप्ता सहित संबंधित विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।
एसडीएम ने खेतों में मौके पर जाकर मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर अपलोड विवरण की समीक्षा की। इसके लिए उन्होंने गांव धोलपालिया के खेतों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने मौके पर ही संबंधित विभागों के अधिकारियों से अपलोड विवरण बारे विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने किसानों द्वारा उगाई गई फसलों का मेरी फसल मेरा ब्यौरा, ए-गिरदावरी व हरसेक (एचएआरएसएसी) में दर्ज ब्यौरे से मिलान किया।

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उन्होंने कहा कि मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर किसानों के लिए फसलों का विवरण अपलोड करवाना अनिवार्य है। मंडी में पोर्टल पर रजिस्ट्र होने वाले किसानों की फसल को प्राथमिकता के आधार पर खरीद किया जाएगा। इसके अलावा पोर्टल पर पंजीकृत किसानों को सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ दिया जाता है, जिसमें अनुदान पर दिए जाने वाले कृषि यंत्र भी शामिल है। किसान को चाहिए कि वे अपनी फसल का विवरण मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर अवश्य दर्ज करवाए।


किसान पराली को जलाने की बजाए इसका उचित प्रबंधन कर लाभ कमाएं :


एसडीएम दिलबाग सिंह ने मौके पर उपस्थित किसानों से बातचीत करने के दौरान कहा कि किसान पराली को जलाएं ना, बल्कि इसका उचित प्रबंधन कर इससे लाभ कमा सकते हैं। सरकार द्वारा पराली के उचित प्रबंधन के लिए अनुदान पर कृषि उपकरण उपलब्ध करवा रही है। इसलिए किसानों को चाहिए कि वे इन उपकरणों का इस्तेमाल कर पराली का उचित प्रबंधन व निपटान करें। उन्होंने कहा कि फसल अवशेष को चारे के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा इसका उचित निपटान करके इसे खाद में बदला जा सकता है। उन्होंने कहा कि फसल के अवशेष जलाने से जहां भूमि की उर्वरा शक्ति खत्म होती है, वहीं पर्यावरण दूषित होता है। किसान फसलों को न जलाकर पर्यावरण सरंक्षण में सहयोगी बनें।

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सेवानिवृत शिक्षक अनमोल हिरे, इनके जुडऩे से नशा मुक्ति अभियान को मिलेगी मजबूती : उपायुक्त रमेश चंद्र बिढाण

सिरसा, 20 सितंबर।


              शिक्षा ज्ञान से समाज को सही दिशा दिखाने वाले सेवानिवृत अध्यापक अब युवाओं को नशा प्रवृति की दलदल से बाहर निकलने व इससे दूर रहने के लिए जागरूक करेंगे। गांव के सेवानिवृत अध्यापक कमेटी बनाकर युवाओं में दृढ इच्छा शक्ति जागृत करेंगे, जिससे युवा इस बीमारी से छुटकारा पा सकें और भविष्य में नशा न करने के लिए संकल्पित हो सकें।


              उपायुक्त रमेश चंद्र बिढाण ने बताया कि जिला से नशा प्रवृति को जड़मूल से खत्म करने के लिए नशा मुक्ति अभियान के तहत विभिन्न गतिविधियों का प्रभावी रूप से क्रियान्वयन किया जा रहा है। अभियान को सफल बनाने के लिए योजनाबद्ध तरीके से विभागों की अलग-अलग जिम्मेवारियां निर्धारित की हुई हैं। इसी कड़ी में शिक्षा विभाग के माध्यम से प्रत्येक गांव में सेवानिवृत अध्यापक ग्रामीणों को विशेषकर युवाओं को नशे के प्रति जागरूक करेंगे।

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              उन्होंने बताया कि सेवानिवृत शिक्षक अनमोल हिरे की तरह होते हैं, जिनका अनुभव नशा मुक्ति अभियान को बल देगा। एक अध्यापक का युवाओं पर गहरा प्रभाव होता है। एक अध्यापक की बातों का असर  दूसरे व्यक्ति की अपेक्षा कहीं अधिक होता है। इसलिए गांव के सेवानिवृत अध्यापक अपने गांवों के युवाओं को नशा न करने के लिए प्रभावी रूप से जागरूक कर सकते हैं। इसके साथ ही जो युवा इस दलदल में फंस गया है, उसमें दृढ इच्छा शक्ति को जागृत कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक गांव में सेवानिवृत अध्यापक कमेटी बनाकर गांव स्तर पर नशा मुक्ति की मुहिम चलाएं, जिससे गांव को नशा मुक्त बनाया जा सके।


दृढ इच्छा शक्ति के बल पर नशे से छुटकारा संभव : उपायुक्त रमेश चंद्र बिढाण


              उपायुक्त रमेश चंद्र बिढाण ने कहा कि दृढ इच्छा शक्ति के बल पर नशे से छुटकारा पाया जा सकता है। इसके साथ ही प्रशासन द्वारा जिला में नशा मुक्ति केंद्र बनाए गए हैं, जहां पर इलाज द्वारा नशा छुड़ाया जाता है। उन्होंने कहा कि गांव में कोई भी व्यक्ति नशे की दलदल में फंस गया है, तो उसे नशा छुड़वाने के लिए प्रेरित करें तथा उसे इलाज के लिए जागरूक करें। ग्रामीण अपने गांव को नशा मुक्त बनाने में एकजुटता के साथ कार्य करें। यदि कोई गांव नशा मुक्त होता है, तो उस गांव को विकास कार्यों के लिए अलग से धनराशि उपलब्ध करवाई जाएगी। इसलिए ग्रामीण अपने गांव को नशा मुक्त करके विकास की ओर अग्रसर होने में भूमिका निभाएं।

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भजन पार्टियां लोक गीतों से लोगों को कर रही जागरूक :


             नशा मुक्ति अभियान के तहत सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग की भजन मंडलियां भी लोक गीतों के माध्यम से ग्रामीणों को नशा न करने के लिए जागृत कर रही हैं। भजन मंडलियां गांव-गांव जाकर लोगों को नशा प्रवृति के दुष्परिणामों के बारे में जानकारी देते हुए इससे बाहर निकलने के लिए प्रेरित कर रही हैं। भजन मंडलियां जिला के प्रत्येक गांव को कवर करेंगी।

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पोषण अभियान महिलाओं, किशोरियों व बच्चों में कुपोषण को समाप्त करने के लिए बड़ा कदम : उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण

सिरसा, 20 सितंबर।


                उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण ने बताया कि बच्चों, किशोरियों व महिलाओं में कुपोषण से बचाने व जागरुक करने के उद्देश्य से महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा सितंबर माह को पोषण माह के रुप में मनाया जा रहा है। जिला में इस अभियान की शुरुआत गत 7 सितंबर को की गई। इस दौरान विभिन्न प्रतिदिन विभिन्न गतिविधियां आयोजित कर महिलाओं व किशोरियों को अच्छे खानपान व विभिन्न प्रकार के रोगों से बचाव के बारे में जागरुक किया जा रहा है।

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                उपायुक्त बिढ़ाण ने बताया कि पोषण अभियान का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं, माताओं व बच्चों के पोषण की आवश्यकताओं को पूरा करना है। अभियान का लक्ष्य मातृ मत्यु दर व शिशु मृत्यु दर में कमी लाना भी है। उन्होंने कहा कि इस अभियान से कुपोषण की शिकार तथा एनीमिया से पीडि़त महिलाएं लाभांवित हो रही हैं। यह अभियान कुपोषण को समाप्त करने के लिए एक बड़ा कदम है। उन्होंने बताया कि अभियान के तहत किशोरियों, गर्भवती महिलाओं तथा स्तनपान कराने वाली माताओं पर भी फोकस किया जा रहा है ताकि कुपोषण की समस्या का समग्र रूप से समाधान किया जा सके। उन्होंने बताया कि पोषण अभियान के मुख्य लक्ष्य में जीरो से 6 वर्ष आयु समूह के बच्चों, गर्भवती महिलाओं एवं घात्री महिलाओं में कुपोषण स्तर को चरणबद्ध तरीके से प्रतिवर्ष 2 प्रतिशत की कमी लाते हुए 3 वर्षो में 6 प्रतिशत की कमी लाने का लक्ष्य रखा गया है।

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                जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग डा. दर्शना सिंह ने बताया कि जिला में 7 सितंबर से 30 सितंबर 2020 तक पोषण माह मनाया जा रहा है। अभियान के तहत प्लंाटेंशन ड्राइव का आयोजन किया जा रहा है जिसके तहत पौधारोपण किया जाता है तथा किचन गार्डनिंग व औषधीय पौधों के बारे में भी बताया जाता है। कम्यूनिटी बेस्ड इवेंट के दौरान गौद भराई, बच्चों की ग्रॉथ मोनेटरिंग, महिला गोष्ठïी, ग्राम पंचायत का आयोजन, गर्भवती महिलाओं, धात्री महिलाओं व किशोरियों की गोद भराई, अन्नप्राशन, कुआंपूजन आदि गतिविधियां आयोजित कर अच्छे पोषण के प्रति जागरुक किया जा रहा है। साथ ही महिलाओं को छोटे बच्चों को ब्रेस्ट फिडिंग तथा उपरी आहार की शुरुआत करने की भी जानकारी दी जा रही है। उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान गर्भवती महिलाओं, धात्री महिलाओं व बच्चों का हैल्थ चेकअप किया गया। इसके अलावा ग्राम पंचायत का आयोजन किया गया जिसमें खंड स्तर की परेशानियों पर चर्चा व समाधान किया गया।

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मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर किसानों की फसलों के पंजीकरण की तिथि को बढ़ाया

सिरसा, 20 सितंबर।

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                   उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण ने बताया कि प्रदेश सरकार ने मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर बाजरा फसल के पंजीकरण की अंतिम अवसर की तिथि 10 सितंबर से बढ़ाकर 20 सितंबर तथा अन्य खरीफ फसलों की 25 सितंबर कर दी गई है। उपायुक्त ने बताया कि किसानों द्वारा अपने कृषि उत्पादों को मंडियों में बेचने एवं कृषि या बागवानी विभाग से संबंधित योजनाओं का लाभ उठाने के लिए अपनी फसलों का पंजीकरण मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर करना अनिवार्य है।

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                    उन्होंने किसानों से कहा कि वे अपनी फसलों का पंजीकरण www.fasal.haryana.gov.in पोर्टल पर करवाना सुनिश्चित करें। किसान खरीफ सीजन में बोई गई फसल के बारे में अपने स्तर पर ऑनलाइन सूचना दर्ज कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि यह पोर्टल ऑनलाइन तथा कॉमन सर्विस सैंटर के माध्यम से भी उपलब्ध होगा। मेरी फसल मेरा ब्यौरा में पंजीकृत किसानों को विभिन्न प्रकार के कृषि अनुदानों का लाभ देने के लिए भी वरीयता दी जाएगी। उपायुक्त ने मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर किसानों की फसलों के पंजीकरण के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि अधिक जानकारी के लिए किसान कृषि तथा किसान कल्याण विभाग हरियाणा के टोल फ्री नंबर 1800-180-2117 या जिला कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उप निदेशक कार्यालय अथवा सहायक कृषि अधिकारी कार्यालय से किसी भी कार्य दिवस में संपर्क कर सकते हैं।

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मेरी फसल-मेरा ब्यौरा योजना : उपायुक्त ने खेतों में जाकर की दर्ज किए गए विवरण की मौके पर समीक्षा

सिरसा, 20 सितंबर।


                    मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पर जो भी विवरण दर्ज किया जाए वह पूरी तरह से सही होना चाहिए। डाटा अपलोड करने से पहले आंकड़ों का मिलान किया जाए। यह योजना किसानों को सरकार द्वारा दी जाने वाली विभिन्न सुविधाओं व लाभ का सशक्त माध्यम है, इसलिए इस कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

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                    यह बात उपायुक्त रमेश चंद्र बिढाण ने शनिवार को ऐलनाबाद के गांव कर्मसाना के खेतों में मेरी फसल-मेरा ब्यौरा योजना अंतर्गत किए गए कार्यों की समीक्षा करने के दौरान अधिकारियों को कही। इस अवसर पर एसडीएम दिलबाग सिंह सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।


                    उपायुक्त ने खेतों में स्वयं मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर अपलोड विवरण की समीक्षा की। इसके लिए उन्होंने गांव कर्मसाना के खेतों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने मौके पर ही संबंधित विभागों के अधिकारियों से अपलोड विवरण बारे विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने किसानों द्वारा उगाई गई फसलों का मेरी फसल मेरा ब्यौरा, ए-गिरदावरी व हरसेक (एचएआरएसएसी) में दर्ज ब्यौरे से मिलान किया। उन्होंने कहा कि मेरी फसल-मेरा ब्यौरा के अंतर्गत प्रदेश सरकार सीधे तौर पर किसानों को विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध करवा रही है। इसलिए संंबंधित अधिकारी आपसी तालमेल के साथ कार्य करें, ताकि पोर्टल पर सही विवरण अपलोड हो। उन्होंने हरसैक, कृषि व राजस्व विभाग के अधिकारियों से मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर अपलोड विवरण के संबंध में दिशा-निर्देश दिए।

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                    उपायुक्त ने कहा कि मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर किसानों के लिए फसलों का विवरण अपलोड करवाना अनिवार्य है। पोर्टल पर पंजीकृत किसान की फसल को मंडी में प्राथमिकता के आधार पर खरीदा जाएगा। इसके अलावा पोर्टल पर पंजीकृत किसानों को सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ दिया जाता है, जिसमें अनुदान पर दिए जाने वाले कृषि यंत्र भी शामिल है। किसान को चाहिए कि वे अपनी फसल का विवरण मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर अवश्य दर्ज करवाए।


किसान पराली न जलाएं, उचित प्रबंधन कर लाभ कमाएं :


                    उपायुक्त ने इस दौरान किसानों से भी बातचीत की। उन्हेंने कहा कि किसान पराली को न जलाएं। बल्कि इसका सही प्रबंधन करके इसे लाभ का जरिया बनाएं। फसल अवशेष को चारे के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा इसका उचित निपटान करके इसे खाद में बदला जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं के तहत फसल अवशेष प्रबंधन के लिए अनुदान पर कृषि यंत्र उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। किसान इन यंत्रों का इस्तेमाल करें। उन्होंने कहा कि फसल के अवशेष जलाने से जहां भूमि की उर्वरा शक्ति खत्म होती है, वहीं पर्यावरण दूषित होता है। किसान फसलों को न जलाकर पर्यावरण सरंक्षण में सहयोगी बनें और सरकार की योजनाओं का लाभ उठाकर अपनी आय में बढ़ोतरी की दिशा में आगे बढ़ें।

*यादविन्द्रा गार्डन में 4 से 6 जुलाई तक लगेगा मैंगो मेला*

उपायुक्त ने खेतों में जाकर की मेरी फसल-मेरा ब्यौरा योजना के अंतर्गत दर्ज विवरण की समीक्षा

सिरसा, 20 सितंबर।

उपायुक्त रमेश चंद्र बिढाण ने गांव कर्मसाना के खेतों में जाकर मेरी फसल-मेेरा ब्यौरा पोर्टल पर दर्ज विवरण का किया मिलान


मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पर जो भी विवरण दर्ज किया जाए वह पूरी तरह से सही होना चाहिए। डाटा अपलोड करने से पहले आंकड़ों का मिलान किया जाए। यह योजना किसानों को सरकार द्वारा दी जाने वाली विभिन्न सुविधाओं व लाभ का सशक्त माध्यम है, इसलिए इस कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
यह बात उपायुक्त रमेश चंद्र बिढाण ने शनिवार को ऐलनाबाद के गांव कर्मसाना के खेतों में मेरी फसल-मेरा ब्यौरा योजना अंतर्गत किए गए कार्यों की समीक्षा करने के दौरान अधिकारियों को कही। इस अवसर पर एसडीएम दिलबाग सिंह सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

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उपायुक्त ने खेतों में स्वयं मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर अपलोड विवरण की समीक्षा की। इसके लिए उन्होंने गांव कर्मसाना के खेतों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने मौके पर ही संबंधित विभागों के अधिकारियों से अपलोड विवरण बारे विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने किसानों द्वारा उगाई गई फसलों का मेरी फसल मेरा ब्यौरा, ए-गिरदावरी व हरसेक (एचएआरएसएसी) में दर्ज ब्यौरे से मिलान किया। उन्होंने कहा कि मेरी फसल-मेरा ब्यौरा के अंतर्गत प्रदेश सरकार सीधे तौर पर किसानों को विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध करवा रही है। इसलिए संंबंधित अधिकारी आपसी तालमेल के साथ कार्य करें, ताकि पोर्टल पर सही विवरण अपलोड हो। उन्होंने हरसैक, कृषि व राजस्व विभाग के अधिकारियों से मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर अपलोड विवरण के संबंध में दिशा-निर्देश दिए।

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उपायुक्त ने कहा कि मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर किसानों के लिए फसलों का विवरण अपलोड करवाना अनिवार्य है। पोर्टल पर पंजीकृत किसान की फसल को मंडी में प्राथमिकता के आधार पर खरीदा जाएगा। इसके अलावा पोर्टल पर पंजीकृत किसानों को सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ दिया जाता है, जिसमें अनुदान पर दिए जाने वाले कृषि यंत्र भी शामिल है। किसान को चाहिए कि वे अपनी फसल का विवरण मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर अवश्य दर्ज करवाए।


किसान पराली न जलाएं, उचित प्रबंधन कर लाभ कमाएं :


उपायुक्त ने इस दौरान किसानों से भी बातचीत की। उन्हेंने कहा कि किसान पराली को न जलाएं। बल्कि इसका सही प्रबंधन करके इसे लाभ का जरिया बनाएं। फसल अवशेष को चारे के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा इसका उचित निपटान करके इसे खाद में बदला जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं के तहत फसल अवशेष प्रबंधन के लिए अनुदान पर कृषि यंत्र उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। किसान इन यंत्रों का इस्तेमाल करें। उन्होंने कहा कि फसल के अवशेष जलाने से जहां भूमि की उर्वरा शक्ति खत्म होती है, वहीं पर्यावरण दूषित होता है। किसान फसलों को न जलाकर पर्यावरण सरंक्षण में सहयोगी बनें और सरकार की योजनाओं का लाभ उठाकर अपनी आय में बढ़ोतरी की दिशा में आगे बढ़ें। 

*यादविन्द्रा गार्डन में 4 से 6 जुलाई तक लगेगा मैंगो मेला*

स्काउट व रैडक्रॉस सदस्यों ने गांव गंगा की गली-गली में दिया नशा मुक्ति का संदेश

सिरसा, 19 सितंबर।


                  जिला उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण के मार्गदर्शन में जिला को नशा मुक्त बनाने के लिए विभिन्न विभागों व संस्थाओं द्वारा अनेक गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। इसी मुहिम के तहत शनिवार को गांव गंगा में स्काउट व रैडक्रॉस के सदस्यों ने गांव की गली-गली घूम कर लोगों को नशा न करने के लिए प्रेरित करते हुए जिला को नशा मुक्त बनाने का संदेश भी दिया। इस दौरान गांव की गलियों में नशा मुक्त के विभिन्न स्लोगनों के पोस्टर चस्पा किए गए और ग्रामीणों में जागरुकता लाने के उद्देश्य से पंफलेट भी वितरित किए गए। इन पोस्टरों व पंफलेट में नशा मुक्ति के संदेश के साथ-साथ नशा मुक्ति केंद्रों का नाम व हैल्पलाइन नंबर भी दर्शाए गए हैं। इस दौरान गांव की चौपाल में सभा का आयोजन कर जहां ग्रामीणों को नशे से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में बताया गया वहीं जिला सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के भजन मंडली द्वारा भजनों के माध्यम से नशा न करने का संदेश भी दिया।

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युवा व महिलाएं भी आगे आकर गांव में जगाएं नशा मुक्ति की अलख : जिला शिक्षा अधिकारी संत कुमार


                  जिला शिक्षा अधिकारी संत कुमार ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा नशा मुक्त भारत अभियान का उद्देश्य देश को नशा मुक्त बनाना है ताकि हर नागरिक स्वस्थ रहते हुए देशहित में अपना सकारात्मक योगदान दें। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि इस पुण्ति कार्य में हर व्यक्ति अपना अमूल्य योगदान दें क्योंकि नशा एक ऐसा जहर है जिससे एक व्यक्ति ही नहीं बल्कि पूरा परिवार तबाह हो जाता है। उन्होंने अपील की कि इस मुहिम में महिलाएं व युवा भी आगे आएं और घर-घर जाकर जिला को नशा मुक्त बनाने की अलख जगाएं। उन्होंने कहा कि नशा मुक्त भारत अभियान का उद्देश्य नशे के दुष्प्रभावों के प्रति युवा पीढ़ी को जागरूक करते हुए, नशे की लत के शिकार लोगों को नशा मुक्त बनाना है। उन्होंने कहा कि यदि आपके आस पड़ोस में कोई भी व्यक्ति नशे की बिक्री करता है तो उसकी सूचना पुलिस प्रशासन के हैल्पलाइन नंबर 88140-11620, 88140-11626 व 88140-11675 अथवा जिला प्रशासन के नंबर 01666-248890 पर दें। उन्होंने कहा कि सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा।

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                  इस अवसर पर सरपंच पवन शर्मा, जिला प्रभारी स्काउट इंद्र सैन, सुखदेव सिंह ढिल्लो, प्राध्यापक कश्मीर कुमार, मंजीत सैनी, संजय भाटी, पुरुषोत्तम, कुलविंद्र सिंह, शीशपाल, पूर्व प्राचार्य कृष्ण, चरणजीत सिंह, मंजू बाला, पीटीआई कालू राम, डा. जगतपाल, भूप सिंह, मुकेश भांभू, संजय जाखड़, सुरेंद्र कुमार सहित अन्य ग्रामीण मौजूद थे।

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न्यायालय परिसर सिरसा, उपमंडल न्यायालय परिसर डबवाली व ऐलनाबाद में ई-लोक अदालत का आयोजन

सिरसा, 18 सितंबर।
                      हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण पंचकूला के निर्देशानुसार कोविड-19 महामारी के चलते शुक्रवार को न्यायालय परिसर सिरसा, उपमंडल न्यायालय परिसर डबवाली व ऐलनाबाद में ई-लोक अदालत का आयोजन किया गया।

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                      जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की चेयरपर्सन व जिला एवं सत्र न्यायधीश राजेश मल्होत्रा ने बताया कि इस लोक अदालत में न्यायालय द्वारा वैब लिंक बनाया गया है जिसमें दोनों पक्ष ऑनलाइन आमने-सामने बैठकर अपनी सहमति से केस का निपटारा कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि इस लोक अदालत में 168 सभी तरह के न्यायालयों में विचाराधीन व 62 प्री-लिटिगेटिव केस निपटारे के लिए रखे गये हैं, जिनमें मुख्यत: चैक बाउंस, बैंक रिकवरी, मोटर वाहन दुर्घटना, घरेलू विवाद, बिजली व पानी से संबंधित विवाद, दिवानी व फौजदारी विवाद शामिल है। इस लोक अदालत में न्यायालयों में विचाराधीन 74 केसों का निपटारा किया गया, जिनमें 51 लाख 4 हजार 546 रुपये की राशि समायोजित की गई व 62 प्री-लिटिगेटिव केस निपटारे के लिए रखे गए हैं, जिनमें न्यायालयों में विचाराधीन व 62 केस प्री-लिटिगेटिव का निपटारा हुआ।

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                     जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव अनमोल सिंह नयर ने बताया कि इस लोक अदालत के लिए कुल चार बैंचों का गठन किया गया, जिसमें जिला एवं सत्र न्यायधीश राजेश मल्होत्रा, अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायधीश प्रवीण कुमार, प्रीसिंपल जज फैमिली कोर्ट जसबीर कुंडू, अतिरिक्त सिविल जज सीनियर डिविजन रीतू, ऐलनाबाद में अतिरिक्त सिविल जज दुष्यंत चौधरी तथा डबवाली में अतिरिक्त सिविल जज विनय शर्मा की बैंचों द्वारा केसों का निपटारा किया गया।

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उपायुक्त ने खेतों में जाकर की मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर अपलोड विवरण की समीक्षा

सिरसा, 18 सितंबर।

उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण ने गांव मल्लेकां के खेतों का किया दौरा, अधिकारियों से ली पोर्टल पर अपलोड विवरण बारे ली विस्तृत जानकारी


                      उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण ने शुक्रवार को खेतों में जाकर मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर अपलोड विवरण की समीक्षा की। इसके लिए उन्होंने गांव मल्लेकां के खेतों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने मौके पर ही संबंधित विभागों के अधिकारियों से अपलोड विवरण बारे विस्तृत जानकारी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस अवसर पर डीआरओ विजेंद्र भारद्वाज, गांव के सरपंच, पूर्व सरपंच सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।


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                      उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण ने कहा कि मेरी फसल-मेरा ब्यौरा योजना प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी योजना है, जोकि सीधे तौर पर किसानों के हितार्थ से जुड़ी हुई है। संंबंधित अधिकारी आपसी तालमेल के साथ कार्य करें, ताकि पोर्टल पर सही विवरण अपलोड हो। उन्होंने हरसैक, कृषि व राजस्व विभाग के अधिकारियों से मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर अपलोड विवरण के संबंध में दिशा-निर्देश दिए।


                      उपायुक्त ने कहा कि मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर किसानों के लिए फसलों का विवरण अपलोड करवाना अनिवार्य है। पोर्टल पर पंजीकृत किसान की फसल को मंडी में प्राथमिकता के आधार पर खरीदा जाएगा। किसानों की सुविधा के लिए पहले जहां इस पर रजिस्ट्रेशन की तिथि 30 अगस्त की गई, वहीं बाद में इसे बढाते हुए 7 सितंबर किया गया। इस योजना का दूसरा अहम पहलू यह भी है कि पोर्टल पर पंजीकृत किसानों को सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ दिया जाता है तथा अनुदान पर कृषि यंत्रों का लाभ भी पंजीकृत किसान को ही मिलता है। इसलिए किसान को चाहिए कि वे अपनी फसल का विवरण मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर अवश्य दर्ज करवाए।

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किसान अवशेष न जलाएंं, इसे आय का जरिया बनाएं :


                      उपायुक्त ने इस दौरान किसानों से कहा कि वे फसल अवशेषों को जलाने की बजाए इसे आय का जरिया बनाएं। उन्होंने कहा कि फसल के अवशेष जलाने से जहां भूमि की उर्वरा शक्ति खत्म होती है, वहीं पर्यावरण दूषित होता है। फसल अवशेष प्रबंधन के लिए सरकार अनुदान पर कृषि संयंत्र उपलब्ध करवा रही है, जिनका इस्तेमाल कर धान की पराली का उचित प्रबंधन किसान कर सकता है। उन्होंने कहा कि पराली का रोल बनाकर या इसकी खेतों में गुड़ाई कर आदि माध्यमों से पराली से आय अर्जित की जा सकती है। किसान फसलों को न जलाकर पर्यावरण सरंक्षण में सहयोगी बनें और सरकार की योजनाओं का लाभ उठाकर अपनी आय में बढ़ोतरी की दिशा में आगे बढ़ें।

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बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान : पीएनडीटी एक्ट के तहत 31 रैड की : उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण

सिरसा, 18 सितंबर।


                   उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण ने बताया कि जिला में लिंगानुपात में सुधार के लिए प्रशासन द्वारा गंभीरता से कार्य किया जा रहा है। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा बेटियों को बचाने व उन्हें शिक्षित करने के लिए लोगों को जागरुक करने के साथ-साथ उनके स्वास्थ्य के बारे में भी घर-घर जाकर विस्तार से बताया जाता है। जिला सिरसा में लिंगानुपात एक हजार पर 942 है। जिला प्रशासन द्वारा इसमें और सुधार के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। जिन गांवों में लिंगानुपात में सुधार की आवश्यकता है उन्हें चिह्निïत कर योजनाबद्ध तरीके से जागरुकता के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के द्वारा बेटी बचाओ-बेटी पढाओ अभियान के अबतक पीएनडीटी की लगभग 31 रैड की जा चुकी है। उन्होंने संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि कन्या भू्रण हत्या रोकने के लिए अधिक से अधिक रैड की जाए ताकि घटते लिंगानुपात में और सुधार हो। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण एवं बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत कई महत्वाकांक्षी योजनाएं क्रियांवित की गई है जिसके परिणाम स्वरुप प्रदेश में लगातार लिंगानुपात में सराहनीय सुधार हो रहा है।

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                   उपायुक्त बिढ़ाण ने कहा कि बेटियों को बचाने व शिक्षित करने से ही एक सभ्य व सशक्त राष्टï्र का निर्माण संभव है। हमारी प्राचीन संस्कृति व सभ्यता में भी कन्या को पुजनिय माना गया है। समाज में भ्रूण हत्या, दजेज प्रथा जैसी कुप्रथाओं को मिटाने के लिए समाज के सभी वर्गों को आगे आना चाहिए। आज के दौर में बेटियां किसी भी मामले में बेटों से कम नहीं है। अगर उन्हें सही मार्गदर्शन व प्रोत्साहन मिले तो वे अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा कर देश व प्रदेश का नाम रोशन कर सकती है। उन्होंने कहा कि यदि कोई भी व्यक्ति लिंग जांच करता है तो उसकी सूचना दूरभाष नंबर 94672-70070 पर दी जा सकती है। उन्होंने बताया कि नशा मुक्त भारत अभियान के तहत नशे की बिक्री करने वालों के संबंध में टोल फ्री नंबर 88140-11620, 11624, 11675 पर सूचना दी जा सकती है। महिला एवं बाल विकास विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा समय-समय पर भ्रूणहत्या रोकने के लिए छापेमारी की जाती है और दोषी व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई भी अमल में लाई जाती है।


कुआंपूजन व बेटियों के नाम पौधारोपण कर किया जाता है लोगों को जागरुक :

                   उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण ने बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा समय-समय पर गांव स्तर पर जागरुकता अभियान, नुक्कड़ नाटक, शपथ, पौधारोपण, स्किट, गुड्डा-गुड्डी बोर्ड लगवाना, लड़कियों के जन्म दिवस को मनाना, कुआं पूजन करवाए जाते हैं। इसके अलावा सभी आंगनवाड़ी केंद्रों में हर माह की 24 तारीख को बालिकाओं का जन्म दिवस भी मनाया जाता है तथा बालिकाओं के नाम पौधारोपण किया जाना और तुलसी पौधों का वितरण भी किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि लिंगानुपात में सुधार के लिए विभाग द्वारा जिन गांवों में लिंगानुपात कम है, उन गांवों में विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। विभाग द्वारा आपकी लाडो है हरियाणा की शान, दादी-नानी पाठशाला, कैरियर काउंसलिंग इत्यादि, स्थानीय प्रोढ महिलाओं को एकत्रित करते हुए उनके मनोरंजन के साथ-साथ कन्या जन्म पर भेदभाव न करने संबंधी जागरुकता अभियान का आयोजन किया जाता है। उन्होंने बताया कि जिला में लिंगानुपात में सुधार के लिए स्वास्थ्य विभाग व महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।

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हर गांव में 11 सदस्यीय कमेटी करती है लोगों को जागरुक : पीओ डा. दर्शना सिंह


               जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग डा. दर्शना सिंह ने बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा समय-समय पर लिंग जांच में संलिप्त अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर की जा रही रेड में भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा का पूर्ण सहयोग दिया जा रहा है। इसके अलावा विभाग द्वारा आमजन को भ्रूण हत्या न करने तथा लड़का व लड़की में भेदभाव न करने के लिए भी जागरुक किया जाता है। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा नशा मुक्त भारत अभियान में भी बढ़चढ़ कर सहयोग किया जा रहा है। अभियान के तहत प्रत्येक गांव में 11 सदस्यीय कमेटियों का गठन किया गया है। कमेटी के सदस्य घर-घर जाकर लोगों को नशा न करने व इससे परिवार पर पडऩे वाले दूष्प्रभावों के बारे में बताया जा रहा है। इसके अतिरिक्त नशा की बिक्री करने वालों के संबंध में सूचना देने के लिए आमजन को टोल फ्री नंबरों के बारे में भी जानकारी दी जा रही है। उन्होंने बताया कि पोषण माह के तहत जिला के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में व्यापक जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं और लोगों, विशेषकर गरीब परिवारों की गर्भवती तथा स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को अच्छे भोजन के फायदे बताए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा गर्भवति महिलाओं का पंजीकरण भी किया जाता है।