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*Andhra Pradesh and Karnataka councillors & Officials Appreciate Chandigarh's Innovative Waste Processing Units during study tour*

एसडीएम ने गांव मोगीनंद के ग्रामीणों की पेयजल की समस्या पर कार्यकारी अभियंता को जल्द से जल्द पेयजल उपलब्ध करवाने के दिए निर्देश

श्री कटारिया ने अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर लोगों की समस्याओं का निदान करने के दिए निर्देश  

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पंचकूला, 7 जनवरी एसडीएम श्री चंद्रकांत कटारिया ने लघु सचिवालय के सभागार में आयोजित समाधान शिविर में आज गांव मोगीनंद के सोहन लाल की पेयजल की समस्या पर संज्ञान लेते हुए पब्लिक हेल्थ के कार्यकारी अभियंता को जल्द से जल्द पेयजल उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए।
श्री चंद्रकांत कटारिया ने बताया कि हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के निर्देशानुसार जिले के लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए प्रतिदिन हर कार्य दिवस को प्रातः 10 बजे से 12 बजे तक उपायुक्त कार्यालय पर समाधान शिविर का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि समाधान शिविर से स्वयं मुख्यमंत्री जुड़ते है और समाधान शिविर में आई हुई समस्याओं की मोनिटरिंग स्वयं करते है। श्री कटारिया ने सभी अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वे  प्राथमिकता के आधार पर लोगों की समस्याओं का निदान करें।  

एसडीएम श्री कटारिया ने आज समाधान शिविर में जिला के 6 लोगों की समस्याएं सुनी और उनका जल्द से जल्द समाधान करने के लिए संबंधित अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होने जिलावासियों से समाधान शिविर में पहुंचकर अपनी समस्याएं रखकर उनका जल्द से जल्द निवारण करवाने की अपील की।

इस अवसर पर नगराधीश विश्वनाथ, नगर निगम पंचकूला, नगर परिषद कालका, जिला राजस्व विभाग,  शिक्षा विभाग, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण, जिला विकास एवं पंचायत विभाग, जनस्वास्थ्य अभियंत्रिकी विभाग, पीडब्लयूडी बीएंडआर, महिला बाल विकास विभाग, मतस्य विभाग, मौलिक शिक्षा विभाग, वन विभाग, आयुष विभाग, कृषि एवं पशुपालन विभाग समेत अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

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किसान, बेरोजगारों को दिया जाएगा फ्री कृषि ड्रोन पायलट प्रशिक्षण – मोनिका गुप्ता

किसान इच्छूक 10 फरवरी तक एग्री हरियाणा पोर्टल पर करें आॅनलाईन आवेदन

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पंचकूला 7 फरवरी – उपायुक्त मोनिका गुप्ता ने बताया कि किया है कि कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा किसान, बेरोजगार युवाओ को फ्री ड्रोन पायलट प्रशिक्षण देने के लिए 10 फरवरी तक आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। इस ड्रोन प्रशिक्षण के लिए आवेदक को किसी कस्टम हायरिंग सेंटर या एफपीओ का सदस्य होना अनिवार्य है।

उपायुक्त ने बताया कि जिला के जिन किसान, बेरोजगार युवाओं की आयु कम से कम 18 वर्ष है तथा वे मैट्रिक पास है इस कृषि ड्रोन पायलेट प्रशिक्षण के लिए निर्धारित तिथि तक आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि किसान बेरोजगारों के लिए यह बहुत ही कारगर और लाभदायक प्रशिक्षण है जिसके माध्यम से किसान आर्थिक रूप से सशक्त बनने के साथ ही कृषि क्षेत्र को भी बढावा दे सकेंगे। उन्होंने कहा कि कृषि ड्रोन पायलेट प्रशिक्षण योजना का किसान बेरोजगार लाभ उठाएं और तकनीकी रूप से भी मजबूत बनें।  

उपायुक्त ने बताया कि राज्य सरकार ने प्रदेश भर में 500 किसानों को ड्रोन पायलट बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है जिसके प्रथम एवं द्वितीया चरण में कुल 267 किसानों को प्रशिक्षण प्रदान कर तैयार किया जा चुका है, अब शेष किसान बेरोजगारों के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए है।    

सहायक कृषि अभियन्ता गोपीराम सांगवान ने बताया कि निदेशालय के निर्देशानुसार विभाग के पोर्टल www.agriharyana.gov.in  पर आवेदन करना होगा। इसके बाद लाभार्थियों का चयन उपायुक्त की अध्यक्षता मे गठित जिला स्तरीय कार्यकारी कमेटी की अध्यक्षता में निर्धारित मापदण्डो के आधार पर प्रशिक्षण हेतू चयन किया जायेगा। किसान अधिक जानकारी के लिए सहायक कृषि अभियन्ता, पंचकुला, के कार्यालय में भी संपर्क कर सकते हंै।

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कृषि आंकडों के लिए डिजिटल सैल का किया जाएगा गठन – श्याम सिंह राणा

प्रदेश में अधिकतर बेरोजगारी को खेती के माध्यम से किया जा सकता है खत्म – श्याम सिंह राणा

कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री कृषि सांख्यिकी-2025 की एकराष्ट्रीय कार्यशाला में बतौर मुख्यातिथि पहुंचे

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पंचकूला, 7 फरवरी – हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री श्याम सिंह राणा ने कहा कि कृषि आंकडे कृषि क्षेत्र में रोजगार के अवसरों का मूल्यांकन करने में मदद करते है। इसके लिए एक डिजिटल सैल का गठन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कृषि के क्षेत्र में पूरा ध्यान दिया जाए तो प्रदेश में अधिकतर बेरोजगारी को खेती के माध्यम से खत्म किया जा सकता है। जोकि सभी के सहयोग से ही संभव हो पाएगा।

कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री श्याम सिंह राणा शुक्रवार को पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस सेक्टर-1 पंचकूला में आयोजित कृषि सांख्यिकी-2025 की राष्ट्रीय कार्यशाला में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे।

उन्होंने कहा कि हरियाणा राज्य एक कृषि प्रधान प्रदेश है, राज्य की लगभग 60 प्रतिशत आबादी कृषि पर निर्भर करती है। कृषि केवल हमारी खादय सुरक्षा का ध्यान नहीं रखता बल्कि यह देश के लाखों किसानों के जीवन का आधार भी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्र में अलग प्रकार की फसलों की खेती होती है। सभी फसलों का अपना महत्व है। इसके अलावा कई क्षेत्रों की भूमि को कृषि उपज के अनुकूल ही विकसित किया जाना चाहिए और विशेषकर लवणीय भूमि पर भी ध्यान देना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि शुरूआत में भले की पैदावार कम होती थी, लेकिन तब प्राकृतिक खेती ज्यादा होती थी, जो स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक थी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वो किसानों को पैदावार बढ़वाने की बजाए जैविक खेती करने पर जोर दें।

कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने कहा कि कार्यशाला का मुख्य उदेश्य कृषि आंकडा में सुधार व नई तकनीक को किसानों के अनुरूप बढ़ावा देना है। आज हम यहां केवल कृषि की वर्तमान स्थिति पर चर्चा करने के लिए नहीं, बल्कि ऐसे समाधान खोजने के लिए एकत्रित हुए है, जो इसके निरन्तर विकास और स्थिरता की और मार्गदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि कृषि आंकडे, कृषि क्षेत्र की प्रगति को मापने और मूल्यांकन करने के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण है। कृषि आंकडे फसलों का उत्पादन, प्रधानमंत्री फसल बीमा, कृषि आय और कृषि क्षेत्र में रोजगार के अवसरों सहित विभिन्न पहलुओं का विश्लेषण करता है। उन्होंने कहा कि कृषि आंकडे कृषि नीतियों के प्रभाव का मूल्यांकन करने में मदद करते है। यह आंकडे कृषि उत्पादन की भविष्यवाणी करने में भी मदद करती है, जिससे किसानों और सरकार को फैसले लेने में मदद मिलती है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में किसानों के लिए अनेक योजनाओं क्रियांवित की जा रही हैं। इनमें मुख्यतः मेरी फसल मेरा ब्यौरा, धान की सीधी बिजाई, प्राकृतिक खेती, फसल अवशेष प्रबन्धन, भावांतर भरपाई, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, मृदा स्वास्थ्य आदि शामिल है। इन योजनाओं से किसानों को काफी लाभ प्राप्त हो रहा है।

उन्होंने कहा कि यह कार्यशाला हमारे कृषि क्षेत्र के लिए एक मजबूत और स्थिर भविष्य बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह जरूरी है कि हम सभी चुनौतियों को पहचानें, लेकिन इससे भी अधिक महत्वपूर्ण यह है कि हम सुधार के अवसरों को देखें। हमारा सामूहिक प्रयास कृषि परिदृश्य को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

उन्होंने कहा कि कृषि का भविष्य कुछ ऐसा नहीं है जिसे हम संयोग पर छोड़ दें। इसके लिए दृष्टिकोण, सहयोग और दीर्घकालिक निवेश की आवश्यकता है। इसलिए एक ऐसा वातावरण बने, जहां हमारे किसान समृद्ध हों, हमारी खादय प्रणाली मजबूत हो और हमारा देश कृषि क्षेत्र में आने वाली पीढ़ियों के लिए मजबूत बना रहे।

कृषि विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजा शेखर वुंदरू ने बताया कि प्रदेश में करीब 90 लाख एकड़ भूमि पर खेती की जा रही है। प्रदेश में हरित क्रांति का पूरा योगदान रहा था। तब से अब तक कृषि के क्षेत्र में प्रदेश अपनी अहम भूमिका निभा रहा है।

इस मौके पर कृषि विभाग के निदेशक श्री राज नारायण कौशिक, विशेष सचिव मनीष नागपाल, संयुक्त निदेशक आरके सोलंकी और राजीव कुमार मिश्रा, केंद्रीय कृषि मंत्रालय से पल्लवी  सहित अन्य कई अधिकारियों ने कार्यशाला में विचार एवं अनुभव साझा किए। संयुक्त सचिव राजीव मिश्रा ने प्रेजेंटेशन प्रस्तुत की।  कार्यशाला में उत्पादक असेसमेंट, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, मेट्रोलॉजी सर्विस इन एग्रीकल्चर सहित कई विषयों पर विस्तार से चर्चा हुई। राष्ट्रीय स्तर की कार्यशाला में हिमाचल, उत्तराखंड, यूपी, सहित कई राजयों के अधिकारियों ने भाग लिया।

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11 फरवरी को सभी अभिभावक अपने बच्चों को कृमि मुक्ति दवा (पेट के कीड़ों की दवा) जरूर खिलाएं – मोनिका गुप्ता

एक से 19 वर्ष बच्चों के लगभग 2.04 लाख बच्चों को निशुल्क दवा खिलाने का रखा गया है लक्ष्य

उपायुक्त ने जिला टास्क फोर्स की बैठक की करी अध्यक्षता

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पंचकूला, 7 फरवरी – उपायुक्त मोनिका गुप्ता ने बताया कि जिला में 11 को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाया जाएगा। इस कार्यक्रम के तहत कृमि मुक्ति (पेट के कीड़े) की दवा (एल्बेंडाजोल की गोली) खिलाई जाएगी। उन्होंने परिजनों से आग्रह किया कि जो बच्चे स्कूलों में गोली खाने से वंचित रह जाए, उसे नजदीकी सीएचसी व पीएचसी केन्द्रों से दवा जरूर खिलाएं।

उपायुक्त मोनिका गुप्ता शुक्रवार को लघु सचिवालय के सभागार में विभिन्न विभागों की जिला टास्क फोर्स की बैठक की अध्यक्षता कर रही थी।

उपायुक्त ने बताया कि अभियान को लेकर जिले के सभी स्कूलों (सरकारी, गैर सरकारी व निजी स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों, कॉलेज, तकनीकी संस्थान, ईंट भट्टों व स्लम एरिया में एक से 19 वर्ष के लगभग 2.04 लाख बच्चों और 20 से 24 वर्ष की महिलाओं को निशुल्क दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्हांने बताया कि जो बच्चे बीमारी हों या कोई अन्य दवा का सेवन कर रहे हों, उन्हें दवा ना दी जाए। साथ ही स्तनपान करवाने और गर्भवत्ती महिलाएं चिकित्सक की परामर्श के बाद इस गोली का सेवन करें।

बच्चे चबा कर खाएं गोली

उन्होंने बताया कि इस गोली को खाना खाने के बाद चबाकर खाया जाना है। जो बच्चे एक से दो वर्ष की आयुवर्ग के हैं, उन्हें आधी गोली पिसकर देनी है। जो बच्चे दो से तीन वर्ष की आयुवर्ग के हैं एक गोली पिसकर देनी है। तीन वर्ष से उपर की आयुवर्ग वाले बच्चों को गोली चबाकर खिलानी हैं।

उपायुक्त ने कहा कि बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए सभी विभाग आपसी सामंजस्य स्थापित करते हुए राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम में 1 से 19 वर्षतक के सभी बच्चों को तथा 20-24 वर्ष वाली महिलाएं को भी दवा खिलाना सुनिश्चित करें। माता-पिता भी अपने बच्चों को दवा खिलाकर उनका अच्छा स्वास्थ्य एवं उज्ज्वल भविष्य बनाने के लिए अपना सहयोग दें।

11 को छूटे बच्चे 18 को मॉप अप राउंड में खाएं दवा

उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने सरकारी, निजी स्कूलों व आंगनबाड़ी केन्द्रों के बच्चों को इसके लिए चिन्हित कर लिया है। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाने के लिए 11 फरवरी को एल्बेंडाजोल कि एक गोली सभी एक वर्ष से 19 वर्ष की उम्र के बच्चों और 20 से 24 वर्ष की महिलाओं को दी जाएगी। इसके अलावा, जो बच्चे किसी कारण से 11 फरवरी को दवा खाने से छूट जाएंगे उन्हें 18 फरवरी को मॉप उप राउंड के तहत यह दवा खिलाई जाएगी।

सभी सरपंच गांवों में करवाएं मुनादी

उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वो सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के बच्चों को इस दवा का सेवन करवाना सुनिश्चित करें। साथ ही महिला एवं बाल विकास विभाग को निर्देश दिए कि वो आंगनवाडी में जाने वाले बच्चों, स्कूलों में ना जाने वाले 19 वर्ष तक के बच्चों और 20 से 24 वर्ष की महिलाओं को दवा देने सुनिश्चित करवाएंगे। उपायुक्त ने लेबर विभाग को निर्देश दिए कि वो सभी ईंट भट्ठा के मालिकों से मीटिंग कर अपने-अपने संस्थान में इस अभियान में सहयोग करवाना तय करेंगे। इसके अलावा विकास एवं पंचायत विभाग को जिला के प्रत्येक गांव में मुनादी करवाकर इस अभियान को सफल बनाने के निर्देश दिए।

कृमि संक्रमण से बच्चों में होता है कुपोषण और खून की कमी

डिप्टी सिविल सर्जन डा. शिवानी सतीजा ने बताया कि कृमि संक्रमण से बचाव के लिए प्रत्येक वर्ष फरवरी व अगस्त माह में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत अल्बेंडाजोल की गोली बच्चों को दी जाती है। उन्होने बताया कि कृमि संक्रमण से बच्चों में कुपोषण और खून की कमी होती है तथा थकावट होना, पढ़ाई में मन न लगना आदि व अधिक कृमि होने से जी मिचलाना, दस्त, पेट दर्द, कमजोरी, भूख न लगना जैसे लक्षण हो सकते है। उन्होंने अपील की कि हमेशा साफ पानी पिये, खाना ढक कर रखें, खुले में शौच ना करें और हमेशा शौचालय का प्रयोग ही करें।

इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त निशा यादव, डिप्टी सिविल सर्जन डा. शिवानी, खंड शिक्षा अधिकारी रायपुर रानी सुमन चौधरी, पिंजौर सीमा रानी, एसएमओ डा. राजेश सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।

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समाधान शिविर में आई लोगों की समस्याओं का निपटान करने में कोताही नहीं होगी बर्दाश्त – उपायुक्त

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पंचकूला, 6 फरवरी – उपायुक्त मोनिका गुप्ता के मार्गदर्शन में लघु सचिवालय के सभागार में समाधान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में एसडीएम चंद्रकांत कटारिया ने जिलावासियों की समस्याओं को सुना और उनको प्राथमिकता के आधार पर समाधान के लिए संबंधित विभाग को निर्देश दिए। गुरूवार को समाधान शिविर में 4 शिकायतें आई।

उपायुक्त ने सभी जिलावासियों से समाधान शिविर में आकर अपनी समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान करवाने की अपील की। उन्होंने बताया कि हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सैनी ने जिले की जनता की समस्याओं के समाधान के लिए प्रत्येक कार्यदिवस को सुबह 10 से 12 बजे तक समाधान शिविर आयोजित करने का निर्णय लिया हैं। उन्होंने सभी अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर लोगों की समस्याओं का समाधान करने के निर्देश दिए। लोगों की समस्याओं का समाधान करने में कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

उन्होंने बताया कि पंचकूला जिला में तीन स्थानों पर समाधान शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। शहरी लोगों की समस्याओं को नगर निगम के सेक्टर-4 स्थित कार्यालय में सुना जा रहा है। वहीं कालका विधानसभा के लोगां के लिए एसडीएम कार्यालय कालका में समाधान शिविर लगाया जा रहा है। इसके अलावा जिला स्तर पर लघु सचिवालय के सभागार में समाधान शिविर प्रत्येक कार्यदिवस में आयोजित हो रहा है।

उपायुक्त ने बताया कि इन समाधान शिविरों में परिवार पहचान पत्र, प्रॉपर्टी आईडी, जमीन की रजिस्ट्री, शहरी निकाय विभाग से एनडीसी लेने, नक्शे की मंजूरी, पेंशन, राशन कार्ड एवं सार्वजनिक वितरण व्यवस्था, अपराध, बिजली-पानी संबंधी आदि शिकायतों का मौके पर ही निपटारा किया जा रहा है।

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हर घर हर गृहणी योजना का पात्र गृहणियों को मिलना चाहिए – उपायुक्त

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पंचकूला, 6 फरवरी – उपायुक्त मोनिका गुप्ता ने कहा कि जिले के सभी पात्र और जरूरमंद परिवारों को सरकार की हर घर हर गृहणी योजना का लाभ मिलना चाहिए। इसके लिए जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जाए। एक भी पात्र बीपीएल अंत्योदय परिवार की गृहणी योजना के लाभ से वंचित नहीं रहनी चाहिए। अब तक करीब 21 हजार आवेदन पत्र किए जा चुके हैं।

उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा शुरू की गई हर घर- हर ग्रहणी योजना आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के जीवन में बडा बदलाव लाने की दिशा में महत्वपूर्ण योजना है। यह महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए भी लागू की गई है। इस योजना के तहत पात्र परिवार 500 रूपये में गैस सिलैण्डर प्राप्त कर सकेंगे।

उन्होंने बताया कि जिला में बीपीएल व अंत्योदय परिवारों इस योजना के अंर्तगत पंजीकरण करवाया जाना है। इसलिए इस योजना का लाभ अधिक से अधिक पात्र परिवारों तक पहुंचाने के लिए वार्ड व गांव अनुसार जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जाएं, ताकि कोई भी पात्र लाभार्थी इस योजना से वंचित न रह सके।

उन्होंने कहा कि पात्र परिवारों (बीपीएल तथा एएवाई) को यह भी जागरूक किया जाए कि वे अपने नजदीक लगते सीएससी सेंटर (अटल सेवा केन्द्र) में जाकर हर घर-हर ग्रहिणी योजना के तहत अपना रजिस्ट्रेशन करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने बताया कि इसके अलावा पात्र परिवार आनलाईन पंजीकरण के लिए https://epds.haryanafood.gov.in पोर्टल पर जाकर अपने परिवार पहचान पत्र संख्या के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। आवेदन की स्थिति बारे जांच भी इसी पोर्टल पर की जा सकती है।

उन्होंने बताया कि अपने फोन के माध्यम से घर से भी अपना पंजीकरण कर सकते हैं। इस संदर्भ में यदि किसी व्यक्ति को शिकायत है तो वे अतिरिक्त उपायुक्त कार्यालय अथवा जिला खाद्य एवं पूर्ति नियंत्रक कार्यालय में संपर्क कर सकते है।

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जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने “स्वच्छ हरियाणा मिशन” के तहत विशेष अभियान चलाया

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पंचकूला 6 फरवरी – सुश्री अपर्णा भारद्वाज, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट  एवं सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने बताया कि श्री सूर्य प्रताप सिंह, सदस्य सचिव, हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार डीएलएसए, एडीआर सेंटर, जिला न्यायालय परिसर, पंचकूला में विशेष  अभियान चलाया गया। यह पहल “स्वच्छ हरियाणा मिशन” के व्यापक ढांचे के तहत स्वच्छता को संस्थागत बनाने और सरकारी कार्यालयों में लंबित मामलों को कम करने के लिए की गई।
अभियान का प्राथमिक उद्देश्य अप्रचलित वस्तुओं का उचित निपटान सुनिश्चित करना, कार्यस्थल की सफाई को बढ़ाना और रिकॉर्ड प्रबंधन प्रथाओं में सुधार करना था। यह अभियान सभी सरकारी प्रतिष्ठानों में स्वच्छता, दक्षता और व्यवस्था बनाए रखने के राज्य सरकार के दृष्टिकोण के अनुरूप है।

सुश्री अपर्णा भारद्वाज ने कहा कि इस अभियान के हिस्से के रूप में, महिला एवं बाल विकास विभाग, पंचकूला सहित कई प्रमुख विभागों ने जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी, अधीक्षक, केंद्रीय जेल, अंबाला; और नगर आयुक्त, पंचकूला को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा अपने-अपने कार्यालयों में इसी प्रकार का सफाई अभियान चलाने के निर्देश दिए गए। इन विभागों को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण पंचकूला कार्यालय को फोटोग्राफिक साक्ष्य के साथ एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिए गए है। एकत्रित रिपोर्टों को बाद में समीक्षा और आगे की कार्रवाई के लिए हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण  को भेज दिया जाएगा। उदाहरण के तौर पर नेतृत्व करने के एक महत्वपूर्ण कदम में, सुश्री अपर्णा भारद्वाज ने स्टाफ सदस्यों और पैनल अधिवक्ताओं के साथ कार्यालय परिसर की सफाई में सक्रिय रूप से भाग लिया।

उन्होंने कार्यालय परिचारकों को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कार्यालय स्टोर को साफ और व्यवस्थित करने का भी निर्देश दिया। इस व्यावहारिक दृष्टिकोण ने एक स्वच्छ और व्यवस्थित कार्यस्थल को बनाए रखने के महत्व को सुदृढ़ किया।

कर्मचारियों को संबोधित करते हुए, सुश्री अपर्णा भारद्वाज ने इस बात पर बल दिया कि इस विशेष अभियान का ध्यान केवल सफाई पर ही नहीं होना चाहिए, बल्कि रिकॉर्ड प्रबंधन को बढ़ाने के अवसर के रूप में भी काम करना चाहिए। उन्होंने कर्मचारियों से निर्धारित दिशा-निर्देशों के अनुसार व्यवस्थित रूप से वर्गीकरण, रिकॉर्ड, समीक्षा और अनावश्यक भौतिक रिकॉर्ड को हटाने का आग्रह किया।

 प्रशासनिक कामकाज की दक्षता और प्रभावशीलता में सुधार, लंबित मामलों को कम करने और आवश्यक दस्तावेजों तक आसान पहुंच सुनिश्चित करने के लिए उचित रिकॉर्ड प्रबंधन महत्वपूर्ण है। इस पहल के माध्यम से, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण पंचकूला स्वच्छता, अनुशासन और कुशल शासन के मूल्यों को बनाए रखने के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है। स्वच्छ हरियाणा मिशन एक अनुस्मारक के रूप में कार्य करता है कि सरकारी कार्यालयों में स्वच्छता बनाए रखना केवल सौंदर्य के बारे में नहीं है, बल्कि एक ऐसी कार्य संस्कृति को बढ़ावा देने के बारे में भी है जो संगठन, उत्पादकता और जवाबदेही को प्राथमिकता देती है। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण पंचकूला सभी सरकारी कार्यालयों और संस्थानों को स्वच्छता को एक सतत अभ्यास के रूप में संस्थागत बनाने में सक्रिय कदम उठाने के लिए प्रोत्साहित करता है। सामूहिक प्रयासों और जिम्मेदारी की भावना के माध्यम से ही एक स्वच्छ, अधिक कुशल प्रशासनिक प्रणाली हासिल की जा सकती है।

अधीक्षक एडीआर केंद्र, डीएलएसए जिला न्यायालय परिसर

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शक्ति है सशक्त है भारतीय नारी, कम ना ज्यादा है बराबर की अधिकारी – विजय रहाटकर

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राष्ट्रीय महिला आयोग की चेयरमैन महिलाओं का यौन उत्पीड़न, पॉश एक्ट और पोक्सो एक्ट पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में रही मुख्यातिथि

पंचकूला, 5 फरवरी – राष्ट्रीय महिला आयोग की चेयरमैन श्रीमती विजय रहाटकर ने कहा कि भारतीय महिलाओ ने प्राचीन समय से ही खुद को साबित किया है। पूरे विश्व में भारतीय महिलाओं को डंका बज रहा है। इसीलिए प्रधानमंत्री कहते हैं कि शक्ति है, सशक्त है भारतीय नारी, कम ना ज्यादा है बराबर की अधिकारी।

राष्ट्रीय महिला आयोग की चेयरमैन श्रीमती विजय रहाटकर बुधवार को पंचकूला के सेक्टर-5 स्थित इंद्रधनुष ऑडिटोरियम में महिलाओं का यौन उत्पीड़न, पॉश एक्ट और पोक्सो एक्ट पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में बतौर मुख्यातिथि बोल रही थी।

चेयरमैन ने बताया कि महिलाओं की जिम्मेदारियां बदलती रहती हैं। देश में महिलाओं को भगवान के बराबरी का दर्जा मिला हुआ है। वो परिवार का संभालती है, बच्चों को संस्कारित करती है। साथ ही अपने करियर के रास्ते तैयार करती है। उन्होंने कहा कि देश में अत्याचार की घटनाएं भी संज्ञान में आ रही है, जो लगातार चिंता का विषय बनता जा रहा है। महिलाएं, युवतियां खुद के सुरक्षा के लिए आगे आ रही हैं। समाज भी उनका सहयोग करने की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि सरकारी, प्राइवेट संस्थान, स्कूल, कॉलेज सहित अन्य जगहों पर महिलाओं की सुरक्षा व्यवस्था के लिए आईसी कमेटी का गठन किया हुआ है। उस कमेटी की हर 3 महीने में बैठक होनी जरूरी है। साथ ही उनके पास जो भी शिकायत आती है, उस शिकायत पर महिलाओं की शिकायत पर संज्ञान लेना भी अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि प्रोटेक्शन अधिकारियों को अपने क्षेत्र के सभी थानों में जाकर शिकायतों का स्टेटस जानना चाहिए। शिक्षकों को भी अपने-अपने शिष्यों को इस विषय में जागरूक करना चाहिए। साथ ही आसपास ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने के कदम उठाने चाहिए।
उन्होंने आग्रह करते हुए कहा कि सभी महिलाओं को यौन उत्पीड़न के कानूनी की जानकारी अवश्य हासिल करें और जरूरत पड़ने पर प्रयोग करें।

हरियाणा राज्य महिला आयोग की चेयरमैन श्रीमती रेनू भाटिया ने कहा कि मोबाइल हमारा सहयोगी होने के साथ साइबर अपराध के कारण सबसे बड़ा दुश्मन है। आज हर व्यक्ति को साइबर लॉ की जानकारी लेनी होगी। तभी साइबर क्राइम को रोका जा सकता है। शिक्षक स्कूलों में ही बच्चों को साइबर क्राइम की जानकारी देनी सुनिश्चित करें। उन्होंने श्रीमती वियज रहाटकर से आग्रह किया कि प्रदेश में एनआरआई संबंधी मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इन मामलों में गृह और विदेश मंत्रालय तक आवाज पहुंचाकर इन पर कोई कानून बनाने की जरूरत है।

कार्यक्रम में नाटक के माध्यम से समाज में हो रहे अपराधों और घटनाओं को प्र्रस्तुत किया। राज्य महिला आयोग ने पिछले कामकाजों पर तैयार की गई बुकलेट का विमोचन किया। कार्यक्रम में पॉश एक्ट पर एडवोकेट रीतू कपूर और नंदिता भट्ट, पोक्सो एक्ट पर एडवोकेट दीपा ने विस्तार से जानकारी दी।

इस मौके पर आयोग की सचिव मोनिका मलिक, अतिरिक्त उपायुक्त निशा यादव, बाल आयोग की अध्यक्षा प्रवीन जोशी, महिला आयोग की पूर्व अध्यक्षा प्रतिभा सुमन, सिविल सर्जन डा. मुक्ता कुमार, जिला शिक्षा अधिकारी सतपाल कौशिक, डब्ल्यूसीडी मीना सहित अन्य गणमान्य मौजूद रहे।

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8 मार्च को लगेगी राष्ट्रीय लोक अदालत

-राष्ट्रीय लोक अदालत का लाभ उठाने की लोगों से करी अपील

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पंचकूला 5 फरवरी- सुश्री अपर्णा भारद्वाज, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) और सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डीएलएसए), पंचकूला ने सूचित किया है कि श्री एस.पी. सिंह, सदस्य सचिव, हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (एचएएलएसए) और श्री वी.पी. सिरोही, जिला एवं सत्र न्यायाधीश, पंचकूला के कुशल मार्गदर्शन में, 8 मार्च 2025 को जिला न्यायालय, पंचकूला और उप-मंडल न्यायालय, कालका में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि जनता की भागीदारी को सुविधाजनक बनाने और आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए, लिटिगेंट्स हॉल, एडीआर सेंटर, जिला न्यायालय परिसर, पंचकूला में डीएलएसए कार्यालय, डीसी कार्यालय लघु सचिवालय और न्यायालय परिसर, कालका में उप-मंडल सहित विभिन्न स्थानों पर हेल्प डेस्क स्थापित किए जाएंगे।

इन हेल्प डेस्कों पर पैरा लीगल वालंटियर्स (पीएलवी) तैनात रहेंगे, जो राष्ट्रीय लोक अदालत प्रक्रिया और इसके लाभों के बारे में आम जनता की सहायता करेंगे।

सुश्री अपर्णा भारद्वाज ने बताया कि जिला एवं सत्र न्यायाधीश, पंचकूला की स्वीकृति से विशेष पीठों का गठन किया जाएगा। ये पीठें आपसी समझौते के माध्यम से मामलों को सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझाने और वादियों को अधिकतम लाभ सुनिश्चित करने पर विशेष ध्यान केंद्रित करेंगी। इस पहल का उद्देश्य लागत प्रभावी, समय बचाने वाला और कुशल विवाद समाधान तंत्र प्रदान करना है। जागरूकता को अधिकतम करने के लिए, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी (डीडीपीओ), पंचकूला को राष्ट्रीय लोक अदालत के संबंध में सार्वजनिक घोषणा (मुनादी) करने का निर्देश दिया गया है। घोषणाओं में इस बात पर प्रकाश डाला जाएगा कि निम्नलिखित श्रेणियों से संबंधित मामलों को लिया जाएगारू पारिवारिक मामले चेक बाउंस मामले (138 एनआई अधिनियम) मोटर दुर्घटना दावा न्यायाधिकरण (एमएसीटी) मामले राजस्व मामले सिविल मामले अन्य पूर्व-इसके अतिरिक्त, पानी, बिजली और अन्य सार्वजनिक उपयोगिता सेवाओं से संबंधित मामलों को मुकदमेबाजी से पहले के चरण में स्थायी लोक अदालत (सार्वजनिक उपयोगिता सेवाएं), पंचकूला में दायर करके निपटाया जा सकता है।

 सुश्री भारद्वाज ने आम जनता से आग्रह किया है कि वे अपने मामलों को राष्ट्रीय लोक अदालत में भेजकर इस अवसर का लाभ उठाएं। इस आयोजन के दौरान बड़ी संख्या में मामलों का निपटारा किया जाएगा, जिससे वादकारियों का समय और पैसा दोनों की बचत होगी। अधिक जानकारी के लिए इच्छुक व्यक्ति डीएलएसए कार्यालय हेल्पलाइन 0172-2585566 पर संपर्क कर सकते हैं।

उन्होंने बताया कि अधिकतम म्यूटेशन मामलों का समाधान सुनिश्चित करने के लिए, जिला राजस्व अधिकारी (डीआरओ), पंचकूला को निर्देश दिया गया है कि वे पंचकूला, मोरनी, बरवाला, रायपुर रानी और कालका के तहसीलदारों और नायब-तहसीलदारों को राष्ट्रीय लोक अदालत से पहले या उसके दौरान राजस्व मामलों यानी म्यूटेशन मामलों को सुलझाने में सक्रिय कदम उठाने के निर्देश दें। अधिकतम संभव मामलों के समाधान की सुविधा के लिए राष्ट्रीय लोक अदालत से पहले विभिन्न सरकारी विभागों के साथ बैठकें आयोजित की जाएंगी। पैनल अधिवक्ताओं और पीएलवी को कानूनी साक्षरता शिविरों और कानूनी सहायता क्लीनिकों के दौरान राष्ट्रीय लोक अदालत के बारे में जागरूकता बढ़ाने का काम सौंपा गया है।

उन्होंने बताया कि इस पहल के तहत, राष्ट्रीय लोक अदालत में ट्रैफिक चालान भी उठाए जाएंगे, जिससे व्यक्तियों को अपने लंबित उल्लंघनों को निपटाने का अवसर मिलेगा।
सुश्री अपर्णा भारद्वाज ने आगे बताया कि, हलसा के निर्देशों के अनुसार, श्री एस.पी. सिंह, सदस्य सचिव, और श्री वी.पी. सिरोही, जिला एवं सत्र न्यायाधीश, पंचकूला के मार्गदर्शन में केंद्रीय जेल, अंबाला में हर महीने के पहले और तीसरे बुधवार को नियमित जेल लोक अदालतें आयोजित की जा रही हैं। जन जागरूकता बढ़ाने के लिए, पंचकूला में विभिन्न स्थानों पर एलईडी स्क्रीन पर राष्ट्रीय लोक अदालत के बारे में जानकारी प्रदर्शित की जाएगी।

डीएलएसए, पंचकूला सभी नागरिकों से 8 मार्च 2025 को राष्ट्रीय लोक अदालत में सक्रिय रूप से भाग लेने और इस कुशल और सुलभ विवाद समाधान तंत्र का लाभ उठाने का आग्रह करता है।

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*Andhra Pradesh and Karnataka councillors & Officials Appreciate Chandigarh's Innovative Waste Processing Units during study tour*

सुश्री अपर्णा भारद्वाज, सीजेएम डीएलएसए पंचकूला ने शिशु गृह आश्रय गृह सेक्टर-15 पंचकूला का औचक निरीक्षण किया

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पंचकूला 5 फ़रवरी – मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) एवं सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डीएलएसए) पंचकूला, सुश्री अपर्णा भारद्वाज ने सेक्टर 15, पंचकूला में स्थित शिशु गृह आश्रय गृह का औचक निरीक्षण किया। इस दौरे का उद्देश्य बच्चों की रहने की स्थिति, स्वास्थ्य की स्थिति, कर्मचारियों की उपलब्धता और आश्रय के समग्र प्रबंधन का आकलन करना था।

दौरे के दौरान पाया गया कि आश्रय गृह में 20 बच्चे रहते हैं, जिनमें 8 लड़के और 12 लड़कियां शामिल हैं। इनमें से 8 बच्चे स्कूल जाते हैं और ब्लू बर्ड स्कूल, एक निजी शैक्षणिक संस्थान में पढ़ते हैं।

सुश्री भारद्वाज ने सुरक्षा व्यवस्था की जांच की और पाया कि आश्रय गृह में कुल 25 सीसीटीवी कैमरे थे, जिनमें से दो काम नहीं कर रहे थे।

आश्रय गृह में कर्मचारियों की संख्या 37 थी, जिसमें से केवल दो सदस्य सफाई के लिए नियुक्त थे। सुश्री भारद्वाज ने दान रजिस्टर, बिजली बिल, व्यय रजिस्टर, मास्टर एडमिशन रजिस्टर, गोद लेने का रजिस्टर, बजट आवंटन रजिस्टर, बच्चों के व्यय रजिस्टर, आगंतुक रजिस्टर, स्टाफ उपस्थिति रजिस्टर और दुर्घटना रजिस्टर सहित कई रजिस्टरों की समीक्षा की। उन्होंने दैनिक और मासिक व्यय के बारे में पूछताछ की और उन्हें बताया गया कि हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद ने कर्मचारियों के वेतन और दिन-प्रतिदिन के खर्चों को कवर करने के लिए धन उपलब्ध कराया है।

बच्चों की स्वास्थ्य स्थिति

सुश्री भारद्वाज ने विशेष रूप से विशेष जरूरतों वाले बच्चों के स्वास्थ्य पर भी ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने विशेष जरूरतों वाले बच्चों के मेडिकल रिकॉर्ड की जाँच की और अधिकारियों को विशेष जरूरतों वाले बच्चों और चिकित्सा की आवश्यकता वाले बच्चों की नियमित चिकित्सा जाँच सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

सफाई और सुरक्षा उपाय

सुश्री भारद्वाज ने आश्रय गृह की समग्र सफाई का निरीक्षण किया। उन्होंने पाया कि लॉन का रखरखाव ठीक नहीं था और उचित रखरखाव की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने रसोई की भी जाँच की, जहाँ भोजन तैयार किया जाता था, बच्चों को दिए जाने वाले भोजन की सफाई और गुणवत्ता सुनिश्चित की। बच्चों के कमरे, चादरें और कपड़ों की स्थिति की भी समीक्षा की गई।

इसके अलावा, उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था के बारे में भी जानकारी ली, जिसमें ड्यूटी पर मौजूद गार्डों की संख्या और उनके काम के कार्यक्रम शामिल हैं। एम्बुलेंस के कामकाज की जाँच की गई और उन्होंने जाँच की कि ड्राइवर ड्यूटी पर उपलब्ध है या नहीं।

सुश्री भारद्वाज ने आश्रय अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपने निरीक्षण के दौरान पाई गई कमियों को दूर करें और सभी बच्चों, विशेष रूप से विशेष जरूरतों वाले बच्चों की भलाई सुनिश्चित करें। उन्होंने शिशु गृह में रहने वाले बच्चों के लिए एक सुरक्षित और पोषण वातावरण प्रदान करने के लिए स्वच्छता, सुरक्षा और उचित रिकॉर्ड रखने के महत्व को दोहराया।

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