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नशा मुक्त भारत अभियान को मिला जिला स्तर पर बल

*श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाई गई महर्षि वाल्मीकि जयंती* 

*स्वास्थ्य एवं आयुष मंत्री कुमारी आरती सिंह राव ने जिला स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में करी शिरकत*

*महर्षि वाल्मीकि जी ने समाज को सत्य, मर्यादा और मानवता का ऐसा संदेश दिया, जो आज भी करता है हमारा मार्गदर्शन*

*कुमारी आरती सिंह राव ने सफाई मित्रो को किया सम्मानित*

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पंचकूला, 7 अक्तूबर- महर्षि वाल्मीकि जयंती आज बड़े ही श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाई गई। सूचना जनसंपर्क एवं भाषा विभाग की ‘संत महापुरूष सम्मान एवं विचार प्रसार योजना’ के अंतर्गत जिला प्रशासन के सहयोग से महर्षि वाल्मीकि का जिला स्तरीय समारोह पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस सेक्टर-1 में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य एवं आयुष मंत्री कुमारी आरती सिंह राव मुख्यातिथि के रूप में शामिल हुई। 

इस अवसर पर कालका की विधायक श्रीमती शक्ति रानी शर्मा, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता, मेयर श्री कुलभूषण गोयल, जिलाध्यक्ष श्री अजय मित्तल, शिवालिक विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष श्री ओमप्रकाश देवी नगर, उपायुक्त श्री सतपाल शर्मा, एसडीएम चंद्रकांत कटारिया सहित अनेक  गणमान्य व्यक्तियों की विशेष उपस्थिति रही। 

कार्यक्रम के आरंभ में स्वास्थ्य मंत्री कुमारी आरती सिंह राव ने महर्षि वाल्मीकि के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया। 

*महर्षि वाल्मीकि केवल एक कवि नहीं, बल्कि समानता और सामाजिक परिवर्तन के प्रतीक*

 कुमारी आरती सिंह राव ने महर्षि वाल्मीकि जयंती की बधाई एवं शुभकानाएं देते हुए कहा कि महर्षि वाल्मीकि जी ने समाज को सत्य, मर्यादा और मानवता का ऐसा संदेश दिया, जो आज भी हमारे जीवन का मार्गदर्शन करता है। उन्होंने रामायण जैसी महान और अमर रचना के माध्यम से हमें सिखाया कि व्यक्ति अपने कर्मों और आत्मबल से अपने जीवन को ऊँचाइयों तक पहुँचा सकता है, चाहे उसका जन्म किसी भी परिस्थिति में क्यों न हुआ हो। उन्होंने कहा कि वाल्मीकि जी का जीवन हमें यह प्रेरणा देता है कि ज्ञान, साधना और सेवा के बल पर कोई भी व्यक्ति अपने जीवन की दिशा और दशा दोनों बदल सकता है। वे केवल एक कवि नहीं, बल्कि समानता और सामाजिक परिवर्तन के प्रतीक हैं।

*सरकार “स्वस्थ हरियाणा – स्वच्छ हरियाणा” के मिशन को आगे बढ़ा रही है*

 कुमारी आरती सिंह राव ने कहा कि आज हमारा देश और प्रदेश तेजी से आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में हरियाणा सरकार “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास” के संकल्प के साथ निरंतर कार्य कर रही है। 

उन्होंने कहा कि सरकार स्वास्थ्य विभाग में भी उसी भावना को आगे बढ़ा रही हैं। महर्षि वाल्मीकि जी ने कहा था कि “स्वच्छता ही ईश्वर की निकटता का मार्ग है। इसी विचार को अपनाते हुए हम “स्वस्थ हरियाणा – स्वच्छ हरियाणा” के मिशन को आगे बढ़ा रहे हैं, जिसके तहत हर नागरिक को स्वच्छ वातावरण, बेहतर अस्पताल और निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध करवाने का कार्य लगातार जारी है।

*सफाई कर्मचारियों की सुरक्षा और सम्मान के लिए अनेक योजनाएं शुरू की गई है*

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सफाई कर्मचारियों की सुरक्षा और सम्मान के लिए भी अनेक योजनाएं शुरू की गई हैं। सफाई कर्मी की ड्यूटी के दौरान मृत्यु होने पर 5 लाख रुपये और सीवरेज की सफाई के दौरान  मृत्यु होने पर 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। महर्षि वाल्मीकि जी के जीवन से हमें यह प्रेरणा मिलती है कि जब सोच साकारात्मक हो, कर्म सच्चे हों और उद्देश्य सेवा का हो तो सफलता अवश्य मिलती है। इस अवसर पर उन्होंने सभी से महर्षि वाल्मीकि जी के दिखाए मार्ग पर चलते हुए  एक स्वच्छ, स्वस्थ और समान समाज के निर्माण में अपनी पूरी निष्ठा से योगदान देने का आह्वान किया।

इस मौके पर स्वास्थ्य मत्री कुमारी आरती सिंह राव ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले पांच सफाई मित्रों को सम्मानित किया। इसके अलावा उन्होंने सार्थक स्कूल सेक्टर-12 की नौवीं कक्षा की छात्रा रीमा को भी सम्मानित किया, जिन्होंने बहुत ही शानदार ढंग से महर्षि वाल्मीकि की जीवनी और उनकी शिक्षाओं पर प्रकाश डाला। 

*महर्षि वाल्मीकि जी के उपदेशों को अपने जीवन में अपनाकर एक बेहतर समाज के निर्माण में अपना योगदान दें-विधायक शक्ति रानी शर्मा*

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कालका की विधायक श्रीमती शक्ति रानी शर्मा ने कहा कि हरियाणा सरकार मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में संत महापुरूष सम्मान एवं विचार प्रसार योजना के माध्यम से समाज के हर वर्ग में समानता , शिक्षा और संस्कृति के प्रचार प्रसार का कार्य कर रही है। महर्षि वाल्मीकि जी के आदर्श यह प्ररेणा देते है कि हम समाज में समरसता, भाईचारा और मानवता का संदेश जन-जन तक पंहुचाए। उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर महर्षि वाल्मीकि जी के उपदेशों को अपने जीवन में अपनाए और एक बेहतर समाज के निर्माण में अपना योगदान दें। 

 *महर्षि वाल्मीकि जी की शिक्षाएं और आदर्श आज भी उतने ही प्रासंगिक , कर रहे है सबका मार्गदर्शन-पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता*

विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि महर्षि वाल्मीकि जी का जीवन हम सबके  लिए प्रेरणा का स्त्रोत है। एक गरीब और साधारण परिवार में जन्में महर्षि वाल्मीकि ने दुनिया के सबसे प्रेरणादायक ग्रंथ रामायण की रचना की। वे संस्कृत के विद्वान थे और उन्हेांने संस्कृत में रामायण महाकाव्य की रचना की जिसमे लगभग 24 हजार संस्कृत के श्लोक है । उन्होंने कहा की महर्षि वाल्मीकि की शिक्षाएं और आदर्श आज भी उतने ही प्रासंगिक है और हमारा मार्गदर्शन कर रहे है। इस अवसर पर उन्होंने लोगों से महर्षि वाल्मीकि द्वारा दिखाए सत्य, समरसता और भाईचारे के मार्ग पर चलने का आह्वान किया ताकि हम भारत को पुन विश्वगुरु बना सके। 

इस अवसर पर पार्षद हरेंद्र मलिक, राकेश वाल्मीकि और सफाई मित्र उपस्थित थे।

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State-Level Workshop on AISHE Survey 2024–25 Concludes in Panchkula

“Continuous improvement in quality, speed and coordination is vital to stay on top,” says S. N. Narayanan

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Panchkula, October 6 — A one-day state-level workshop on the All India Survey on Higher Education (AISHE) 2024–25 was organised on Monday at the Auditorium of the PWD Rest House, Sector 1, Panchkula. The event was conducted by the Haryana Statistical Cell of the Department of Higher Education, Government of Haryana.
Shri S. N. Narayanan, IFS, Director General  of Higher Education, Haryana , attended as the chief guest. He commended Haryana for consistently ranking among the top-performing states in AISHE participation and data submission, attributing this achievement to institutional commitment and coordinated efforts.
“Remaining at the top also means we must continue to improve our quality, speed and alignment with emerging national priorities,” Mr. Narayanan said.
Ms. Anita Sirohiwal, Director, Ministry of Education, outlined the workshop’s three key objectives: ensuring 100% participation and timely data submission; aligning AISHE data with NEP 2020 and ranking frameworks; and capacity building for error-free data entry. She noted that the data submission portal was opened earlier this year to support evidence-based policymaking. She highlighted that the AISHE initiative, launched in 2010–11, plays a crucial role in building a robust national database on higher education. The 2024–25 survey began on July 15, 2025, and the final submission date is October 15, 2025.
Technical Expert Shivam Pandey conducted in-depth sessions on data procedures, while Dr. Veena, State Nodal Officer, explained the survey framework and its significance.
Around 250 representatives from universities and colleges across Haryana participated in the training.

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उपायुक्त ने समाधान शिविर में जिलावासियों की सुनी समस्याएं

बरवाला की नीलम की घरेलू हिंसा की शिकायत पर कार्रवाही करते हुए संबंधित पुलिस अधिकारी को मामले की जांच कर सुरक्षा प्रदान करने के दिए निर्देश

जिलावासियों से समाधान शिविर में आकर अपनी समस्याओं के समाधान करवाने की करी अपील

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पंचकूला, 6 अक्तूबर- उपायुक्त श्री सतपाल शर्मा ने बरवाला की नीलम की घरेलू हिंसा व सुरक्षा की मांग पर त्वरित कार्रवाही करते हुए संबंधित पुलिस अधिकारी को मामले की जांच कर सुरक्षा प्रदान करने के निर्देश दिए।


उपायुक्त ने बरवाला के राहुल का फैमली आईडी में किसी और का नाम जुडने की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए संबंधित अधिकारी को जांच कर फैमली आईडी ठीक करने के निर्देश दिए।


उपायुक्त सरकार द्वारा निर्देशित लघु सचिवालय के सभागार में आज समाधान शिविर में जिलावासियों की समस्याएं सुन रहे थे। उन्होंने समाधान शिविर में पांच लोगों की समस्याएं सुनी और संबंधित अधिकारियों को जल्द से जल्द समस्याओं के समाधान करने के निर्देश दिए।


उन्होंने बताया कि हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सैनी के निर्देशानुसार जिले में समाधान शिविर आयोजित किए जा रहे है। उन्होंने बताया कि समाधान शिविरों से मुख्यमंत्री स्वयं जुडते है और लोगों की समस्याओं पर स्वयं संज्ञान व मोनिटरिंग करते है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि लोगों की समस्याओं के समाधान करने में किसी किस्म की कोताही ना करें और तय समय सीमा में समस्याओं का समाधान करें ।


उन्होंने जिलावासियों से समाधान शिविर में पंहुचकर अपनी समस्याएं रखकर जल्द से जल्द समाधान करवाने की अपील की। उन्होंने बताया कि समाधान शिविर हर सोमवार व वीरवार को कार्यदिवस के दिन प्रातः 10 से 12 बजे तक लघु सचिवालय के सभागार में आयोजित किए जाते है।  


इस अवसर पर जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी विशाल पराशर, तहसीलदार विक्रम सिंगला, अध्यक्ष मनोज कुमार, स्वास्थ्य, शिक्षा, पीडब्ल्यूडी बी एंड आर, वन, सिंचाई, एचएसएएमबी, जिला कल्याण तथा अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।

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ज़िला  में विधिक सहायता बचाव परामर्श योजना शुरू- सुश्री अपर्णा भारद्वाज

यह योजना विधिक सहायता वितरण तंत्र को मज़बूत करने और वंचित व्यक्तियों के लिए समय पर और प्रभावी विधिक प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने की दिशा में मील का पत्थर

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पंचकूला अक्टूबर 6: ज़िला विधिक सेवा प्राधिकरण, पंचकूला (राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण एवं हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में) मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट-सह-सचिव, ज़िला विधिक सेवा प्राधिकरण, पंचकूला, सुश्री अपर्णा भारद्वाज ने बताया कि हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण  द्वारा जारी निर्देशों के अनुपालन में ज़िला पंचकूला में विधिक सहायता बचाव परामर्श योजना  औपचारिक रूप से शुरू कर दी गई है।

 इस योजना का कार्यान्वयन ज़िला स्तर पर विधिक सहायता वितरण तंत्र को मज़बूत करने और वंचित व्यक्तियों के लिए समय पर और प्रभावी विधिक प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।

इस योजना के अंतर्गत, ज़िला न्यायालय, पंचकूला के निकट, लघु सचिवालय भवन, प्रथम तल, कमरा संख्या 25 में एक विधिक सहायता बचाव परामर्श कार्यालय स्थापित किया गया है। यह समर्पित कार्यालय ज़िला विधिक सेवा प्राधिकरण, पंचकूला की देखरेख में कार्य करेगा और आपराधिक प्रकृति के विधिक सहायता मामलों को संरचित और व्यवस्थित तरीके से संभालेगा।

इस योजना के अंतर्गत निम्नलिखित वकीलों की नियुक्ति की गई है और उन्होंने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट-सह-सचिव, एडीआर केंद्र, डीएलएसए, जिला न्यायालय, पंचकूला के कार्यालय में आयोजित एक संक्षिप्त समारोह में पद की शपथ लेने के बाद अपने-अपने कार्यभार ग्रहण कर लिए हैं। इनमे  श्री पवन कुमार – मुख्य कानूनी सहायता बचाव वकील,  सुश्री रेणु भारद्वाज – सहायक कानूनी सहायता बचाव वकील,
सुश्री अनुषा जैन – सहायक कानूनी सहायता बचाव वकील और श्री अभिजीत सिंह – सहायक कानूनी सहायता बचाव वकील शामिल हैं ।

पदग्रहण समारोह और शपथ ग्रहण समारोह सुश्री अपर्णा भारद्वाज, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट-सह-सचिव, डीएलएसए, पंचकूला की उपस्थिति में आयोजित किया गया। नवनियुक्त कानूनी सहायता बचाव वकील टीम ने योजना के उद्देश्यों को बनाए रखने और जरूरतमंद व्यक्तियों को समर्पित कानूनी सेवाएं प्रदान करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।

आगे चलकर, कानूनी सहायता बचाव परामर्शदाताओं की टीम आपराधिक प्रकृति के कानूनी सहायता मामलों को संभालेगी, रिमांड अवधि के दौरान ड्यूटी करेगी, नियमित जेल दौरे करेगी और कानूनी सहायता बचाव परामर्शदाता योजना के दिशानिर्देशों के अनुसार उन्हें सौंपी गई अन्य सभी ज़िम्मेदारियों का निर्वहन करेगी। यह सुनिश्चित करने में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण होगी कि कानून से संघर्षरत कोई भी व्यक्ति वित्तीय या सामाजिक बाधाओं के कारण कानूनी प्रतिनिधित्व से वंचित न रहे।

सुश्री भारद्वाज ने बताया कि एलएडीसी कार्यालय को सुचारू संचालन के लिए आवश्यक बुनियादी ढाँचे और सुविधाओं से सुसज्जित किया गया है। कानूनी सहायता बचाव परामर्शदाता कार्यालय, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण और अन्य हितधारकों के बीच समन्वय से समाज के हाशिए पर पड़े वर्गों के लिए त्वरित कानूनी सहायता, कुशल केस प्रबंधन और न्याय तक बेहतर पहुँच सुनिश्चित होगी।

इस अवसर पर बोलते हुए, सुश्री अपर्णा भारद्वाज ने कहा कि पंचकूला में कानूनी सहायता बचाव परामर्शदाता योजना की शुरुआत “सभी के लिए न्याय तक पहुँच” के संवैधानिक अधिदेश को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने आगे ज़ोर दिया कि डीएलएसए कानूनी सहायता सेवाओं को मज़बूत करने और यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि कानूनी सहायता अंतिम व्यक्ति तक प्रभावी ढंग से पहुँचे।

सुश्री भारद्वाज ने कहा कि एलएडीसीएस कार्यालय की स्थापना से जिला स्तर पर आपराधिक मामलों में कानूनी सहायता सेवाओं की प्रदायगी में गुणात्मक सुधार आने की उम्मीद है।

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नशा मुक्त भारत अभियान को मिला जिला स्तर पर बल

*पारदर्शिता व जनभागीदारी की दिशा में हरियाणा सरकार का बड़ा कदम, मुख्यमंत्री ने लॉन्च किया ‘म्हारी सड़क मोबाइल एप’*

*डिजिटल एप से नागरिक सीधे सरकार तक पहुँचा सकेंगे सड़क से संबंधित समस्याएं*

*‘म्हारी सड़क ऐप’में जी.आई.एस आधारित डिजिटल मैपिंग से सड़क की स्थिति पर होगी सीधी नजर*

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पंचकूला , 4 अक्टूबर – हरियाणा में ढांचागत विकास को नई गति देने के लिए पारदर्शिता व जनभागीदारी की दिशा में एक बड़ा कदम बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने आज म्हारी सड़क मोबाइल एप्लीकेशन का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह ऐप नागरिक और सरकार के बीच सेतु का काम करेगा। सरकार का लक्ष्य प्रदेश में बेहतर सड़कों का जाल बिछाकर ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों को मजबूत आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराना है। सड़कें विकास का मार्ग प्रशस्त करती हैं और इस दिशा में हरियाणा सरकार दृढ़ संकल्पित है।

पंचकूला में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह ऐप नागरिकों को सड़कों की स्थिति की जानकारी सीधे सरकार तक पहुंचाने का माध्यम है। इस ऐप के माध्यम से नागरिक सड़कों पर गड्ढे, टूटी सड़क या सड़क पर जलभराव की समस्या की लोकेशन के साथ शिकायत दर्ज कर सकेंगे। संबंधित विभाग को तत्काल सूचना मिलते ही सड़क के सुदृढ़ीकरण का कार्य किया जाएगा। इस ऐप के माध्यम से शिकायत की टाइम बाउंड मॉनिटरिंग होगी।

म्हारी सड़क ऐप में जी.आई.एस आधारित डिजिटल मैपिंग से सड़क की स्थिति पर होगी सीधी नजर

उन्होंने कहा कि हरियाणा के आधारभूत ढांचे को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए सरकार लगातार कार्य कर रही है और पारदर्शिता, जवाबदेही एवं जनभागीदारी को अपनी प्राथमिकता बना रही है। उन्होंने कहा कि हमने एक नया हरियाणा बनाने का संकल्प लिया है, एक ऐसा हरियाणा जहां हर नागरिक को बेहतर जीवन मिले, जहां विकास की गति कभी न थमे और विकास की गति के लिए सबसे पहली जरूरत है अच्छी सड़कें। सड़कें किसी भी राज्य की जीवन रेखा होती हैं। ये न सिर्फ लोगों को जोड़ती हैं, बल्कि अर्थव्यवस्था को भी गति देती हैं।

उन्होंने कहा कि म्हारी सड़क ऐप में जी.आई.एस-आधारित तकनीक का उपयोग किया गया है, जिससे राज्य की सभी सड़कों का डिजिटल मानचित्रण संभव हुआ है। इससे नागरिकों को सड़कों की स्थिति की जानकारी आसानी से मिल सकेगी।

प्रादेशिक सड़क उत्थान परियोजना बनेगी विकसित हरियाणा का आधारस्तंभ

श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि गत 21 सितम्बर को हिसार में ‘प्रादेशिक सड़क उत्थान परियोजना’ का शुभारंभ किया था। यह परियोजना आने वाले वर्षों में ‘विकसित भारत-विकसित हरियाणा’ के निर्माण में मील का पत्थर साबित होगी। इस परियोजना के तहत चालू वित्त वर्ष में 4,827 करोड़ रुपये की लागत से 9,410 किलोमीटर लंबी 4,227 सड़कों की मरम्मत एवं उत्थान का काम किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का मानना है कि ‘यदि देश को गति देनी है, तो सड़कों को मजबूती देनी होगी। सड़कें सिर्फ यात्रा का साधन नहीं होतीं, बल्कि यह अर्थव्यवस्था की धमनियां होती हैं।’ इसी सोच के तहत, पिछले 11 वर्षों में प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व में भारत ने सड़क अवसंरचना में अभूतपूर्व क्रांति देखी है। आज, देशभर में डिफेंस कॉरिडोर से लेकर फ्रेट कॉरिडोर तक, भारतमाला से सागरमाला तक, रोडवेज, रेलवेज और एयरवेज कनेक्टिविटी का जाल पूरे देश में मिशन मोड पर काम कर रहे हैं। साथ ही, पी.एम. गतिशक्ति के माध्यम से आधारभूत परियोजनाओं को बेहतर बनाया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रदेश में पिछले 11 वर्षों में 28,651 करोड़ रुपये की लागत से 43,703 किलोमीटर लंबी सड़कों का सुधार किया है। इसके साथ ही, 2,534 करोड़ रुपये की लागत से 2,417 किलोमीटर लंबी नई सड़कों का निर्माण भी किया है। इनके अलावा, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत प्रदेश में 1, 077 करोड़ रुपये की लागत से 2,432 किलोमीटर लंबी सड़कों का निर्माण किया जा चुका है। हरियाणा में 21 नये राष्ट्रीय राजमार्ग स्वीकृत किए हैं। इनमें से 12 राजमार्ग बन चुके हैं।

प्रदेश में पिछले 11 वर्षों में 28,582 करोड़ रुपये की लागत से 1,719 किलोमीटर लंबे राष्ट्रीय राजमार्गों का निर्माण किया गया है। जबकि, 2014 से पहले की सरकार के 10 साल के शासनकाल में 1,713 करोड़ रुपये की लागत से 451 किलोमीटर लंबे राष्ट्रीय राजमार्ग बनाए गए। इतना ही नहीं, यातायात को सुगम बनाने के लिए 27 टोल टैक्स बैरियर हटाने का काम किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि नागरिक टेक्नोलॉजी से जुड़े, उनकी भागीदारी इस ऐप को सफल बनाने में सबसे बड़ी भूमिका निभाएगी। हर स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी में इसके लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम होंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ‘हरियाणा ए.आई. मिशन’ के तहत ई-गवर्नेस को बढ़ावा दे रही है। इस मिशन के तहत गुरुग्राम और पंचकूला में ए.आई. हब स्थापित किए जाएंगे, जहां 50 हजार से अधिक युवाओं को उन्नत तकनीकों में प्रशिक्षण दिया जाएगा।

इस डिजिटल पहल से न केवल सड़कें बेहतर होंगी, बल्कि जनता और प्रशासन के बीच पारदर्शिता और विश्वास भी मजबूत होगा – लोक निर्माण मंत्री रणबीर गंगवा

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए लोक निर्माण (भवन एवं सड़कें) मंत्री श्री रणबीर गंगवा ने कहा कि किसी भी प्रदेश के विकास का आंकलन उसकी सड़कों की स्थिति से लगाया जा सकता है और हरियाणा लगातार अपने सड़क तंत्र को मजबूत कर रहा है। मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में लोक निर्माण (भवन एवं सड़कें) विभाग प्रदेश में सड़कों की रिपेयर, नवनिर्माण, सुदृढ़ीकरण और पैच-वर्क के कार्य को युद्ध स्तर पर कर रहा है।

उन्होंने कहा कि गत दिनों ही मुख्यमंत्री द्वारा प्रादेशिक सड़क उत्थान परियोजना का शुभारंभ किया गया। ये परियोजना विकसित हरियाणा के निर्माण में मील का पत्थर साबित होगी। उन्होंने कहा कि सड़कें केवल यातायात का साधन नहीं हैं, बल्कि यह गांवों और शहरों को जोड़ने के साथ-साथ राज्य के समग्र विकास की धुरी भी हैं।

श्री रणबीर गंगवा ने कहा कि नागरिक फोटो के साथ सड़क संबंधित शिकायतें इस एप पर अपलोड कर सकते हैं। इस डिजिटल सिस्टम में जेई से लेकर विभागाध्यक्ष तक सभी अधिकारियों की जिम्मेदारी और जवाबदेही तय की गई है। शिकायत प्राप्त होने के बाद निर्धारित समय में संबंधित अधिकारी सड़क सुधार कार्य पूरा करने के बाद की फोटो भी एप पर अपलोड करेंगे और शिकायतकर्ता को सूचित किया जाएगा। इस पहल से न केवल सड़कें बेहतर होंगी, बल्कि जनता और प्रशासन के बीच पारदर्शिता और विश्वास भी मजबूत होगा।

इस अवसर पर हरियाणा विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष श्री ज्ञान चंद गुप्ता, जिला अध्यक्ष अजय मित्तल, शिवालिक विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष ओम प्रकाश देवीनगर, लोक निर्माण (भवन एवं सड़कें) विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री अनुराग अग्रवाल, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ साकेत कुमार, हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड के मुख्य प्रशासक मुकेश कुमार आहूजा, हरसेक के निदेशक डॉ सुल्तान सिंह, पंचकूला के उपायुक्त श्री सतपाल शर्मा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति और विभिन्न विभागों के एसडीओ, कार्यकारी अभियंता और अधीक्षक अभियंता उपस्थित थे।

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सुश्री अपर्णा भारद्वाज, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट-सह-सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, पंचकूला द्वारा नशा मुक्ति केंद्र का औचक निरीक्षण

पंचकूला, 4 अक्टूबर

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हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा जारी निर्देशों के अनुपालन में, सुश्री अपर्णा भारद्वाज, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट-सह-सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डीएलएसए), पंचकूला ने आज सिविल अस्पताल, सेक्टर-6, पंचकूला स्थित नशा मुक्ति केंद्र का औचक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान, सुश्री भारद्वाज ने मरीजों को प्रदान की जा रही सुविधाओं का आकलन करने और केंद्र के सामान्य रखरखाव की समीक्षा करने के लिए परिसर का विस्तृत दौरा किया। उन्होंने पाया कि परिसर में स्थापित दो लिफ्टों में से एक लिफ्ट काम नहीं कर रही थी, जिससे मरीजों और कर्मचारियों को असुविधा हो रही थी। यह भी ध्यान दिया गया कि नशा मुक्ति केंद्र चौथी मंजिल पर स्थित है, जिससे मरीजों और कर्मचारियों के लिए कार्यात्मक लिफ्टों की उपलब्धता आवश्यक हो जाती है, जिनमें से कई को गतिशीलता संबंधी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने निर्देश दिया कि लिफ्टों की समय पर मरम्मत और रखरखाव सुनिश्चित करने के लिए संबंधित अधिकारियों को तुरंत सूचित किया जाए।

सुश्री भारद्वाज ने केंद्र में उपचाराधीन कई रोगियों से व्यक्तिगत रूप से बातचीत की। उन्होंने उनके रहने की स्थिति, चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता, दैनिक दिनचर्या और उनके प्रवास के दौरान आने वाली किसी भी कठिनाई के बारे में पूछताछ की। उन्होंने रोगियों को आश्वासन दिया कि उनकी चिंताओं का उचित समाधान किया जाएगा और इस बात पर ज़ोर दिया कि उनके दौरे का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि देखभाल और सहायता के उचित मानक बनाए रखे जा रहे हैं।

सुश्री भारद्वाज ने कर्मचारियों की उपस्थिति की पुष्टि के लिए केंद्र के उपस्थिति रजिस्टर की जाँच की और वहाँ रखे गए अन्य रजिस्टरों की भी जाँच की, जिनमें रोगी रिकॉर्ड और दैनिक गतिविधियों से संबंधित रजिस्टर भी शामिल थे। फरार रोगियों से संबंधित रिकॉर्ड पर विशेष ध्यान दिया गया। उन्होंने ऐसे किसी भी रोगी का विवरण और ऐसे मामलों में अधिकारियों द्वारा अपनाए गए उपायों के बारे में पूछताछ की।

इसके अलावा, सुश्री भारद्वाज ने दिन और रात दोनों पालियों में तैनात गार्डों की उपस्थिति की जाँच करके सुरक्षा कर्मियों की तैनाती का निरीक्षण किया। उन्होंने किसी भी अप्रिय घटना या रोगियों की अनधिकृत आवाजाही को रोकने के लिए कड़ी निगरानी और उचित सुरक्षा उपायों की आवश्यकता पर बल दिया।

सुश्री भारद्वाज ने कहा कि निरीक्षण का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सभी निर्देशों का कड़ाई से पालन किया जा रहा है और नशा मुक्ति केंद्र नशीली दवाओं की लत से पीड़ित व्यक्तियों को चिकित्सा और पुनर्वास सहायता प्रदान करने में प्रभावी ढंग से कार्य करता रहे। सुश्री भारद्वाज ने अस्पताल प्रशासन को निरीक्षण के दौरान पाई गई कमियों को दूर करने के लिए तत्काल कदम उठाने और जल्द से जल्द अनुपालन रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
सुश्री भारद्वाज ने कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, पंचकूला यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि नशा मुक्ति केंद्रों सहित जन कल्याणकारी संस्थान निर्धारित मानदंडों के अनुसार संचालित हों और उपचार प्राप्त करने वाले रोगियों की गरिमा और अधिकारों को बनाए रखें।

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नशा मुक्त भारत अभियान को मिला जिला स्तर पर बल

जिले में जन्म के समय लिंगानुपात में 37 अंकों की वृद्धि, पहुंचा 951: सिविल सर्जन

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पंचकूला, 3 अक्तूबर – सिविल सर्जन पंचकूला डॉ. मुक्ता कुमार ने बताया कि जनवरी से सितंबर 2025 के बीच जिले में जन्म के समय लिंगानुपात बढ़कर 951 हो गया है, जबकि इसी अवधि में 2024 में यह 914 था। यह 37 अंकों की महत्वपूर्ण वृद्धि दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह सुधार पीसी-पीएनडीटी अधिनियम के प्रभावी प्रवर्तन, सामुदायिक जागरूकता और जिला प्रशासन के समन्वित प्रयासों का प्रतिफल है।

डॉ. मुक्ता कुमार ने यह जानकारी आज अपने कार्यालय में आयोजित एक पत्रकार वार्ता के दौरान दी। उन्होंने पीसी-पीएनडीटी अधिनियम के तहत की गई कार्रवाई और जिले में लिंगानुपात की स्थिति पर विस्तृत जानकारी दी।

137 पीएनडीटी और 46 एमटीपी केंद्रों का निरीक्षण

उन्होंने बताया कि सितंबर 2025 तक जिले में 57 पंजीकृत अल्ट्रासाउंड केंद्र और 33 पंजीकृत एमटीपी केंद्र हैं। पीसी-पीएनडीटी अधिनियम के तहत 137 पीएनडीटी और 46 एमटीपी केंद्रों का निरीक्षण किया गया। इस दौरान 11 कारण बताओ नोटिस जारी किए गए—जिनमें से 7 पीसी-पीएनडीटी और 4 एमटीपी अधिनियम के अंतर्गत थे। इसके अतिरिक्त, 20 एमटीपी केंद्रों के लाइसेंस रद्द किए गए।

अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए नियमित निगरानी

सिविल सर्जन ने बताया कि अधिनियमों के अनुपालन, पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने हेतु नियमित औचक निरीक्षण और फील्ड ऑडिट किए जा रहे हैं। साथ ही, अवैध गतिविधियों की सूचना देने वालों को प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है। पीसी-पीएनडीटी अधिनियम के तहत मुखबिर को 1,00,000 रुपये और डिकॉय ग्राहक को 25,000 रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाती है, जबकि एमटीपी अधिनियम के अंतर्गत यह राशि क्रमशः 10,000 रुपए और 25,000 रुपये है। सूचना देने वालों की पहचान गुप्त रखी जाती है।

कन्या संतान के अधिकारों की रक्षा हेतु प्रतिबद्धता

डॉ. मुक्ता कुमार ने कहा कि जिला प्रशासन पीसी-पीएनडीटी अधिनियम के कड़े प्रवर्तन, संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने तथा कन्या संतान के अधिकारों की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

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नशा मुक्त भारत अभियान को मिला जिला स्तर पर बल

हरियाणा के राज्यपाल ने पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का दिया संदेश

पौधा लगाने के साथ-साथ उनका संरक्षण करना भी आवश्यक

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पंचकूला, 3 अक्तूबर- हरियाणा के राज्यपाल श्री असीम कुमार घोष ने अपनी धर्मपत्नी श्रीमती मित्रा घोष के साथ आज मोरनी स्थित पर्यटन विभाग के रिजाॅर्ट माउंटेन क्वेल में पौधारोपण किया। उन्होंने कहा कि पौधारोपण पर्यावरण संरक्षण के लिए बेहद जरूरी है।
उन्होंने कहा कि पौधा लगाने के साथ साथ उसका संरक्षण भी आवश्यक है तभी वह पौधा एक वृक्ष बनकर हमें छाया देगा और पर्यावरण को स्वच्छ व साफ रखने में सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि सभी कम से कम एक पौधा अवश्य लगाए और उसकी देखभाल भी करें।
इसके उपरांत हरियाणा के राज्यपाल ने मोरनी स्थित किले का अवलोकन किया और वन विभाग के अधिकारियों को इसे ओर बेहतर और आकर्षक ढंग से विकसित करने के लिए सुझाव दिए।
इस अवसर पर उपायुक्त श्री सतपाल शर्मा, एसडीएम चंद्रकांत कटारिया, पुलिस उपायुक्त सृष्टि गुप्ता, जिला वन अधिकारी विशाल कौशिक, बीडीपीओ अंकुर, नायब तहसीलदार मोरनी प्रद्युम्न सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।

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नशा मुक्त भारत अभियान को मिला जिला स्तर पर बल

मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव श्री राजेश खुल्लर ने श्री राजबीर देशवाल की 24वीं कृति ओल्ड हैट्स का किया विमोचन

पूर्व वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी श्री राजबीर देशवाल बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी

श्री राजबीर देसवाल ने 24 पुस्तकों और पाँच हजार से अधिक लेखों का किया सृजन

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पंचकूला, 3 अक्तूबर : हरियाणा साहित्य एवं संस्कृत अकादमी के सभागार में आज आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हरियाणा के मुख्य प्रधान सचिव श्री राजेश खुल्लर ने पूर्व वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी श्री राजबीर देशवाल की 24वीं कृति ओल्ड हैट्स का विमोचन किया।

इस अवसर पर पूर्व मुख्य सचिव श्रीमती केशनी आनंद अरोडा, अकादमी के कार्यकारी उपाध्यक्ष डॉ कुलदीप चंद अग्निहोत्री, सदस्य सचिव मनजीत सिंह, अकादमी निदेशक डॉक्टर चंद्र त्रिखा,  डॉक्टर धर्म देव विद्यार्थी, डाक्टर सीडीएस कौशल और श्री हरपाल सिंह और सुप्रसिद्व गजल गायिका श्रीमती गुरदीप गुल उपस्थित रहे।

 समारोह के मुख्य अतिथि श्री राजेश खुल्लर ने श्री राजबीर देशवाल के बहुआयामी व्यक्तित्व के विभिन्न पक्षों को उद्घाटित करते हुए उनके साहित्यिक योगदान पर विशेष चर्चा की। उन्होंने गौतम बुद्ध के मध्य मार्ग से श्री राजबीर देशवाल के मिडल्स की तुलना करते हुए बताया कि लेखक किस तरह से अपने निजी अनुभवों को सार्वजनिक बना देता है। सीम को असीम बना देना ही कला की खूबी होती है।

अकादमी के कार्यकारी उपाध्यक्ष प्रोफेसर श्री कुलदीप चंद अग्निहोत्री ने श्री राजबीर देशवाल को उनकी 24वीं पुस्तक पर विशेष शुभकामनाएं प्रदान की। पुस्तक की रचना प्रक्रिया पर लेखक श्री राजबीर देशवाल से वरिष्ठ पत्रकार वंदना शुक्ला ने विस्तार से बातचीत की।

गहन अध्ययन और ग्रामीण संस्कारों से संपन्न, 68 वर्षीय श्री राजबीर देसवाल बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी हैं। वे एक प्रख्यात लेखक, कलाकार, प्रशासक, राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित पुलिस अधिकारी और जीवन की सुकोमल प्रवृत्तियों को आत्मसात करने वाले संवेदनशील मनुष्य हैं।

अपने पेशे में उत्कृष्टता और साहित्यिक जुनून के बीच संतुलन साधते हुए, श्री राजबीर देसवाल ने 24 पुस्तकों और पाँच हजार से अधिक लेखों का सृजन किया है। श्री देसवाल को 2008 में राष्ट्रपति पुलिस पदक ‘मेरीटोरियस सर्विस’ तथा 2016 में ‘डिस्टिंग्विश्ड सर्विस’ से अलंकृत किया गया। उन्हें हरियाणा साहित्य अकादमी के पंडित लखमीचंद पुरस्कार और विशेष साहित्य सेवी सम्मान के साथ-साथ हरियाणा गौरव सम्मान भी प्राप्त हुआ। वे इंडियन सोसाइटी ऑफ ऑथर्स के सदस्य हैं।

कार्यक्रम में मंच संचालन शम्स तबरेजी द्वारा किया गया।

इस अवसर पर वरिष्ठ अधिकारी, साहित्यकार तथा ट्राईसिटी के अनेक लेखक उपस्थित रहे ।

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नशा मुक्त भारत अभियान को मिला जिला स्तर पर बल

Vijayadashami Symbolizes the Victory of Good Over Evil- Chief Minister

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Vijayadashami Symbolizes the Victory of Good Over Evil- Chief Minister

Panchkula , October 2 – Haryana Chief Minister, Sh. Nayab Singh Saini said that the festival of Vijayadashami symbolizes the triumph of good over evil. This festival conveys the message of embracing the ideals and values of Maryada Purushottam, Lord Shri Ram, in our lives. He said that the character of Lord Shri Ram is considered among the highest ideals of human civilization, and his life teaches us virtues like truth, honesty, equality, compassion, and service.

On the occasion of Ravan Dahan in Panchkula here today, the Chief Minister extended his greetings to the people of the State and said that the festival of Vijayadashami spreads a message of love, brotherhood, and spiritual progress in society. While congratulating the organizers, he announced to give Rs 11 lakh from his discretionary fund to the Mata Mansa Devi Charitable Trust.

The Chief Minister further said that in today’s materialistic lifestyle, human sensitivities are weakening, making the ideals of Lord Shri Ram even more relevant. He said that Prime Minister, Sh. Narendra Modi too is working toward realizing the vision of Ram Rajya. On this occasion, the Chief Minister also honored the artists.

The event was attended by several prominent dignitaries, including Mayor Kulbhushan Goyal; former Speaker of the Haryana Legislative Assembly, Gian Chand Gupta; District President Ajay Mittal; State Vice President Banto Kataria; Deputy Commissioner Satpal Sharma; Commissioner of Police Sibash Kabiraj; Deputy Commissioner of Police Srishti Gupta; Swami Sampurnanand Ji Maharaj; Baba Manmohan Ji; Balbir Singh; Shyam Lal Bansal; President of the Mata Mansa Devi Charitable and Development Trust and the Dussehra Committee, Panchkula Vishnu Goyal, Pradeep Goyal and others

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