राहगिरी के कार्यक्रम में प्रशासन ने लोगों को स्वस्थ्य और प्रसन्न रहने के लिए प्रेरित किया-
पंचकूला, 15 दिसंबर- यवनिका पार्क मे लोगों को स्वास्थ्य, मनोरंजन व खुशहाल जीवन तथा स्वयं और समाज के प्रति सचेत व जागरूक करने के उद्देश्य से राहगिरी कार्यक्रम रविवार को सुबह 7 बजे सैक्टर-5 स्थित यवनिका पार्क मे प्रशासन और पुलिस द्वारा आयोजित किया गया। राहगिरी कार्यक्रम मंे इस बार की थीम ऊर्जा संरक्षण पर आधारित थी। प्रशासन ने स्कूली बच्चों के माध्यम से लघु नाटिका व पेंटिंग प्रतियोगिता के द्वारा लोगों को ऊर्जा संरक्षण के प्रति प्रेरित किया गया। कार्यक्रम में तहसीलदार पंचकूला विरेंद्र गिल, एसीपी पंचकूला सतीश कुमार, डिप्टी डीओ निरूपमा व अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों, स्कूली बच्चों, समाज सेवी संस्थाओं, रंग कर्मियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से ऊर्जा संरक्षण का संदेश दिया, जिसे लोगों ने सहर्ष स्वीकार किया और प्रण लिया कि वे ऊर्जा संरक्षण के इस अभियान को ठोस रूप से लागू करेंगें और जितनी जल्दी हो सकेगा अक्षय ऊर्जा का प्रयोग करेंगे। कार्यक्रम में श्री गिल ने बताया कि राहगिरी गंभीर एवं सामाजिक विषयों को मनोरंजन और लोगों की भागीदारी के द्वारा जन मानस में प्रचारित करने का एक सरल परंतु सशक्त माध्यम है, जिसमें बिना किसी बोझ के प्रशासन और आम नागरिकों में आपसी समन्वयता और संचार प्राकृतिक रूप से बढ़ती है।
इस सरंक्षण अभियान के बारे में जानकारी देते हुए बिजली विभाग के कार्यकारी अभियंता संजीव सिवाच ने जानकारी देते हुए बताया कि ऊर्जा संरक्षण के बारे जानकारी देने के लिये भारत सरकार की कंपनी ईईएसएल (एन्र्जी एफिशियेंट सर्विसज लिमिटिड) ने अपना स्टाल लगाकर सरकारी रेटो पर एलईडी बल्ब, एलईडी ट्यूब और पंखों की बिक्री की। साथ ही एलईडी बल्ब व पंखों के द्वारा की जाने वाली बिजली बचत से संबंधित ब्रोशर फोल्डर जनता में वितरित किए और अपने कर्मचारियों द्वारा जनता को जानकारी दी कि एलईडी बल्ब व पंखों के उपयोग से बिजली में 50 से 70 प्रतिशत की बचत होती है। कार्यक्रम में अक्षय ऊर्जा विभाग ने भी अपने स्टाल के माध्यम से लोगों को सोलर सिस्टम का उपयोग करने वाले पानी के गीजर व सोलर सिस्टम से बिजली बनाने वाले यंत्रों की प्रदर्शनी लगाई। इस प्रदर्शनी में लोगों ने बढ़चढ़कर रूचि ली।
अक्षय ऊर्जा से संबंधित नव एवं नवीकरणीय विभाग ऊर्जा विभाग के जिला परियोजना अधिकारी राजेंद्र कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि अक्षय ऊर्जा, ऊर्जा का एक कभी न खत्म होने वाला स्त्रोत है। आधुनिक तकनीक के द्वारा हम इस पर्यावरण हितैषी व तकनीक में भी अत्यंत सरल सौर सिस्टम प्रणाली के द्वारा ऐसी ऊर्जा प्राप्त करते है, जिसमें प्रदूषण न के बराबर होता है, बहुमूल्य प्राकृतिक एवं मानवीय ऊर्जा का बहुत ही कम क्षरण होता है। यह अन्तत काल तक चलने वाली कोयला, परमाणु व अन्य उग्र प्रणालियों की अपेक्षा अत्यंत शांत एवं कम श्रम शोधक प्रणाली है। भविष्य सौर ऊर्जा का ही है। लोगों विशेषकर बच्चों ने सौर ऊर्जा के स्टाल पर विशेष रूचि दिखाई। बच्चों ने लघु नाटिका व पेंटिंग के द्वारा पर्यावरण व कम श्रम शक्ति वाली शांत तकनीक को प्रदर्शित किया।
Hindi News से जुड़े अपडेट और व्यूज लगातार हासिल करने के लिए हमारे साथ फेसबुक पेज और ट्विटर हैंडल पर जुड़ें!