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*Andhra Pradesh and Karnataka councillors & Officials Appreciate Chandigarh's Innovative Waste Processing Units during study tour*

गुरु नानक देव जी महाराज के 550वें प्रकाशपर्व पर सिरसा की अनाजमंडी में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में प्रदेश के कौने-कौने से लाखों की संख्या में आई संगत का धन्यवाद करते हुए हरियाणा पर्यटन निगम के चेयरमैन जगदीश चोपड़ा ने कहा कि हरियाणा ऋषियों और मुनियों की धरती है।

सिरसा, 5 अगस्त। 


                 गुरु नानक देव जी महाराज के 550वें प्रकाशपर्व पर सिरसा की अनाजमंडी में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में प्रदेश के कौने-कौने से लाखों की संख्या में आई संगत का धन्यवाद करते हुए हरियाणा पर्यटन निगम के चेयरमैन जगदीश चोपड़ा ने कहा कि हरियाणा ऋषियों और मुनियों की धरती है। उसी परम्परा को आगे बढाते हुए बाबा नानक के प्रकाश पर्व पर हर वर्ग की भागीदारी ने ये साबित कर दिया है कि हरियाणा की पावन धरा में भाईचारा, अमन-चैन और प्यार-पे्रम बहुत गहरे तक समाया है। उन्होंने कहा कि सिरसा की अनाजमंडी में लाखों की संख्या में संगत ने पहुंच कर न केवल गुरु महाराज का आशीर्वाद प्राप्त किया बल्कि शांति और भाईचारे का भी संदेश दिया। विभिन्न धर्मों के अनुयाईयों ने भी समारोह में पहुंच कर न केवल अपना आशीर्वाद दिया बल्कि हमारी एकता को और मजबूती दी। 


                   श्री चोपड़ा ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने समारोह में पहुंच कर संगत को संबोधित किया और बाबा नानक के नाम पर सिरसा में धर्मशाला बनाने की घोषणा की जिसके लिए जनता उनका आभार व्यक्त करती है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम को सुचारु रुप से आयोजित करने के लिए तीन कमेटियों का गठन किया गया जिनमें मंत्री कर्ण देव कंबोज, मनीष ग्रोवर व वे स्वयं शामिल हैं। सभी कमेटियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर संगत को समारोह में आने के लिए निमंत्रण दिया और व्यापक प्रबंध भी सुनिश्चित किए। श्री चोपड़ा ने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों के उपायुक्तों व अन्य अधिकारियों ने समारोह में आने के लिए संगत को वाहनों की अच्छी सुविधा उपलब्ध करवाई जिसके चलते प्रदेश के कौने-कौने से लोगों ने पर्व में पहुंच कर अपनी उपस्थिति दर्ज की। उन्होंने सिरसा के जिला उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक, विभिन्न प्रबंधों के लिए लगाए गए नोडल अधिकारियों व अन्य विभागों के अधिकारियों का भी धन्यवाद करते हुए कहा कि समारोह में आने वाली संगत के बैठने के लिए बेहतर प्रबंध सुनिश्चित किए गए। श्री चोपड़ा ने प्रदेश के सभी जन प्रतिनिधियों का भी धन्यवाद किया जिसमें पंचायत से जुड़े प्रतिनिधि, नगर पालिका व नगर परिषद शामिल हैं। उन्होंने कहा कि समारोह को भव्य बनाने व शहर को सुंदर बनाने में जिला वासियों ने भी अपना योगदान दिया, इसके लिए भी जिला वासियों का हार्दिक धन्यवाद करता हूं। 

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कार्यक्रम की सभी तैयारियों पूरी, श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए तैयार सिरसा

सिरसा, 3 अगस्त।


            गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व पर अनाजमंडी सिरसा में 4 अगस्त रविवार को आयोजित होने वाले  आयोजित राज्यस्तरीय समारोह की भव्य तैयारियों को देखने के लिए दिनभर लोगों का तांता लगा रहा। सिरसा के इतिहास में गुरू पर्व पर इतना बड़ा कार्यक्रम पहली बार के आयोजन को आमजन भी जिज्ञासापूर्वक समारोह स्थल की भव्यता देखने के लिए आकर्षित हो रहे है। अनाज मंडी के सभी द्वारों में गुरूनानक जी के चित्र व शिक्षा संदेश होर्गिग्स व बड़े बड़े टैंट लोगों को लुभा रहे हैं। जिला प्रशासन के साथ साथ सामाजिक व धार्मिक संगठन भी समारोह को भव्य व ऐतिहासिक बनाने के लिए जी जान से जुटे है। समारोह स्थल को सुंदर स्वागत द्वारों व कालीन से सजाया जा रहा है और पूरे शहर को साफ सुथरा व रंग बिरंगी लाइटों से चौक चौराहों को सजाया गया है। इतने बड़े स्तर पर गुरू नानक देव जी के प्रकाश पर्व का आयोजन सिरसा में होने पर स्थानीय नागरिक गौरवान्वित महसूस कर रहे है। हर कोई बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के स्वागत व सेवा में सहयोग करने के लिए आतुर है।


     जिला प्रशासन द्वारा समारोह की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है और समारोह के नोडल अधिकारी भी अपनी निगरानी में समारोह स्थल को सुंदर व भव्य बनाने में अनाजमंडी में डटे हुए है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी न हो। शनिवार को दिनभर लोग, विशेषकर युवा स्वागत द्वार व मनमोहक टैंट के साथ सेल्फी लेते नजर आए।

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मीडिया सेंटर में 50 से अधिक लगाए कंप्यूटर व लेपटॉप-
इलैक्ट्रानिक व पिंट मीडिया के लिए बनाया गया मीडिया सेंटर को भी भव्य बनाया गया है। सेंटर में 50 से अधिक कंप्यूटर तथा लेपटॉप रखे गए है और हाई स्पीड इंटरनेट की सुविधा के साथ साथ बड़ी एलइडी भी लगाई गई है ताकि पत्रकार वहीं बैठे कार्यक्रम का लाइव प्रसारण देख सकें। आठ से अधिक मुख्य चैनलों द्वारा कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया जाएगा। 
स्वागत द्वारों ने भव्यता को लगाए चार चांद-
गुरूनानक देव जी के 550 वें पर्व को ऐतिहासिक बनाने के लिए जहां जिला प्रशासन द्वारा स्वागत द्वार बनाए गए हैं वहीं सामाजिक व धार्मिक संस्थाए, गुरू घरों द्वारा भी पूरे शहर में जगह जगह स्वागत द्वार लगाए गए है। स्थानीय लोग भी गुरू पर्व पर शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिए पूरे जज्बे से लगे हुए है। स्वच्छ सड़कें, हरियाली व स्वागत द्वारों ने पूरा नजारा मनमोहक बना दिया है।
तीन बड़े लंगर व 50 खाद्य पदार्थ की स्टालेें-
समारोह स्थल पर श्रद्धालुओं के लिए तीन बड़े लंगर हॉल बनाए गए है। यह तीनों लंगर चिल्ला साहब गुरुद्वारा, बाबा गुरमीत सिंह तिलोकेवाला व बाबा कश्मीरा जी के आशीर्वाद से लगाए जा रहे हैं। इसके अलावा विभिन्न सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं द्वारा श्रद्घालुओं के लिए 50 खाद्य पदार्थों की स्टॉलें लगाई जाएगी। 
पार्किंग की बनाई बेहतर व्यवस्था-
समारोह के दौरान रविवार को शहर में जाम की स्थिती न बने और बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी न हो, इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा अलग अलग स्थानों पर पार्किंग व्यवस्था की गई है।  वाहनों के पार्किंग की व्यवस्था एडिशनल मंडी, कपास मंडी व रेलवे प्लेटफार्म शैड पर की गई है।

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हैफेड द्वारा बरवाला तहसील क्षेत्र के किसानों की सरसों की फसल रायपुररानी अनाजमंडी में खरीदी जा रही है

पंचकूला, 12 अप्रैल-

हैफेड द्वारा बरवाला तहसील क्षेत्र के किसानों की सरसों की फसल रायपुररानी अनाजमंडी में खरीदी जा रही है।

यह जानकारी देते हुए हैफेड के एक प्रवक्ता ने बताया कि एक किसान 25 क्विंटल सरसों न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बेच सकता है। उन्होंने बताया कि बरवाला तहसली क्षेत्र के किसान 15 से 19 अप्रैल तक रायपुररानी अनाजमंडी में सरसों की फसल बेच सकते है। उन्होंने बताया कि 15 अप्रैल को बरवाला तहसील के गांव मौली, गोलपुरा, टाबर, बागवाली, बागवाला, भगवानपुर व भरैली में, 16 अप्रैल को फतेहपुर, विरान, भगराना, नयागांव, टोडा, नटवाल, जासपुर, ककराली में, 17 अप्रैल को बहबलपुर, बतावड, रिहावड, खटौली, सुखदर्शनपुर, बटवाल, ठंडारड में, 18 अप्रैल को बटवाला, सुल्तानपुर, जलौली, नग्गल, कामी, सुंदरपुर, अलीपुर  और प्लासप गांव के किसान अपनी फसल बेच सकते है। उन्होंने बताया कि 19 अप्रैल को बरवाला तहसील के ऐसे किसान जो 15 अप्रैल से 18 अप्रैल तक किसी कारणवश अपनी सरसों की फसल नहीं बेच पायेंगे, वे बरवाला मंडी में अपनी फसल बेच सकते है। 

उन्होंने बताया कि किसान को फसल बेचने के लिये गिरदावरी रिपोर्ट, किसान बैंक खाते की पासबुक की फोटो प्रति, बैंक का आईएफएस कोड साथ लाना होगा। इसके अलावा व्यक्तिगत पहचान के लिये आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, राशन कार्ड अथवा किसान क्रेडिट कार्ड जैसे कोई एक दस्तावेज लाना होगा। संबंधि गांव के पटवारी इन तिथियों में किसानों के सहयोग के लिये रायपुररानी अनाजमंडी में उपस्थित रहेंगे। 

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हैफेड द्वारा कालका और मोरनी तहसील क्षेत्र के किसानों की सरसों की फसल 8 से 13 अप्रैल तक रायपुररानी अनाजमंडी में खरीदी जायेगी

पंचकूला, 4 अप्रैल-

हैफेड द्वारा कालका और मोरनी तहसील क्षेत्र के किसानों की सरसों की फसल 8 से 13 अप्रैल तक रायपुररानी अनाजमंडी में खरीदी जायेगी। 

यह जानकारी देते हुए हैफेड के एक प्रवक्ता ने बताया कि एक किसान 25 क्विंटल सरसों न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बेच सकता है। उन्होंने बताया कि 8 अप्रैल को कालका तहसील के गांव पिंजौर, मानकपुर, नानकचंद, बरसावल, खंडकुंआ, डेरागुरू, 9 अप्रैल को रायपुर, सीतोमाजरा, गोरखानाथ, औरिया, टंगरा हकीमपुर, गरीड़ा, 10 अप्रैल को जनौली, भवाना, टोरन, कजियाना, नाला टकरोड़, नाला ब्लाॅक, टिब्बी, बेरघाटी, नांदपुर और भोगपुर गांव के किसान अपनी फसल बेच सकते है। इसी प्रकार 11 अप्रैल को मोरनी तहसील के भोजजबयाल, भोज बालग, भोज नंगल, भोज टिपरा, भोज कोठी, भोज कोटी, भोज धारड़ा, 12 अप्रैल को भोज नाईटा, भोज मटोर, भोज पलासरा, भोज धारटी, भोज राजपुरा, भोज कोंटा, भोज कुंदाना गांव के किसान अपनी फसल बेच सकते है। उन्होंने बताया कि 13 अप्रैल को पंचकूला, कालका और मोरनी तहसीलों के ऐसे किसान जो 4 अप्रैल से 12 अप्रैल तक किसी कारणवश अपनी सरसों की फसल नहीं बेच पाये वे रायपुररानी मंडी में अपनी फसल बेच सकते है। 

उन्होंने बताया कि किसान को फसल बेचने के लिये गिरदावरी रिपोर्ट, किसान बैंक खाते की पासबुक की फोटो प्रति, बैंक का आईएफएस कोड साथ लाना होगा। इसके अलावा व्यक्तिगत पहचान के लिये आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, राशन कार्ड अथवा किसान क्रेडिट कार्ड जैसे कोई एक दस्तावेज लाना होगा। संबंधि गांव के पटवारी इन तिथियों में किसानों के सहयोग के लिये रायपुररानी अनाजमंडी में उपस्थित रहेंगे।