उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ान ने आह्ïवान किया कि आमजन संक्रमण से बचाव के साथ-साथ गर्म हवाएं व लू से भी खुद को सुरक्षित रखें। उन्होंने कहा कि जरूरी हो तो ही घर से बाहर जाएं और बाहर जाते समय अपने साथ छाता या सिर पर कपड़ा रखें और अपने साथ पीने के लिए पानी भी अवश्य रखें।
उपायुक्त ने कहा कि गर्मी के प्रकोप बढऩे के साथ ही गर्म हवाएं व लू काफी तेज हो रही है। ऐसी परिस्थिति में आमजन गर्म हवाओं व लू के बचाव के लिए सावधानियां बरतें। समाचार पत्रों, टीवी व रेडियो के माध्यम से गर्म हवाओं व लू के संबंध में जानकारी लेते रहें।
उन्होंने कहा कि जहां तक संभव हो अधिक से अधिक पानी पीएं, भले ही प्यास न हो। गर्मी के स्ट्रोक, गर्मी के दाने या गर्मी से एंठन जैसे कि कमजोरी, चक्कर आना, सिर दर्द, ह्रदय रोग, मिरगी और दौरे के लक्षणों को पहचाने तथा यदि बेहोश या बीमार महसूस करें तो तत्काल नजदीकी चिकित्सक से तुरंत संपर्क करें। शरीर को पुन: हाईड्रेट करने के लिए ओआरएस या घर के बने पे
य पदार्थ जैसे लस्सी, नींबू पानी, छाछ आदि का प्रयोग करें। इसके लिए सूती कपड़े पहने तथा अन्य गर्मी से बचाव के साधनों को उपयोग करें।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 के साथ-साथ गर्मी से बचाव के लिए जरूरी है कि अनावश्यक रूप में घर से बाहर न निकला जाए। विशेषकर बच्चे व बुजुर्ग बाहर निकलने से बचें। सोशल डिस्टेंस की अनुपालना करें। इसके लिए एक-दूसरे के बीच एक मीटर की दूरी रखें। मूंह पर मॉस्क अवश्य लगाएं। उन्होंने कहा कि भारी काले व तंग कपड़े पहनने से बचें और ढीले, सूती कपड़े पहनें। जरूरी कार्य के लिए जाना हो तो सिर व चेहरे को कपड़े / टोपी या छाता से कवर करें। जहां तक संभव हो किसी भी सतह को छूने से बचें और अन्य व्यक्तियों से कम से कम एक मीटर की दूरी पर शारीरिक दूरी बनाए रखें। साथ ही साबुन और पानी से हाथों को बार-बार और ठीक से धोएं। जब साबुन और पानी उपलब्ध न हो, तो हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करें। घर के प्रत्येक सदस्य के लिए अलग तौलिये रखें और इन तौलिए को नियमित धोएं।
उन्होंने कहा कि घर को पर्दे, शटर या सनशेड आदि से ठंडा रखने का प्रयास करें तथा रात्रि के समय घर की खिड़कियां खुली रखें व अधिक से अधिक समय निचले तल पर रहने का प्रयास करें। अत्यधिक गर्मी से निपटने के लिए पंखों, नम कपड़ों का उपयोग करें और ठंडे पानी में स्नान करें। यदि आप बीमार महसूस करते हैं – उच्च बुखार / धड़कते सिरदर्द / चक्कर आना / मतली या भटकाव / लगातार खांसी / सांस की तकलीफ, तो तुरंत अपने नजदीकी चिकित्सक से सम्पर्क करें। उन्होंने पशुपालकों से भी कहा कि वे अपने पालतू पशुओं को छाया में रखें और उन्हें समय समय पर पानी भी पिलाते रहें।
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान सायं 7 से प्रात: 7 बजे तक घर से बाहर निकलने पर पूर्ण प्रतिबंध है। इसके साथ ही विशेष तौर से दोपहर 12 से 3 बजे के बीच बाहर जाने से बचें, चूंकि इस दौरान गर्मी का प्रकोप ज्यादा रहता है। इसके अलावा नंगे पाव या बिना मूंह को ढके घर से बाहर न निकलें। पीक ऑवर्स के दौरान खाना पकाने से बचें, खाना पकाने के क्षेत्र को हवादार करने के लिए दरवाजे और खिड़कियां खुले रखें। उन्होंने कहा कि शराब, चाय, कॉफी और कार्बोनेटेड शीतल पेय से बचें। इसके अलावा उच्च प्रोटीन, मसालेदार और तैलीय भोजन से बचें तथा बासी भोजन न करें। साथ ही बिना हाथ धोए अपनी आंखों, नाक और मुंह को न छुएं।
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