
आज के तेज़-रफ़्तार जीवन में योग को दिनचर्या का हिस्सा बनाना बेहद आवश्यक हो गया है। शारीरिक स्वस्थता हो या मानसिक संतुलन—दोनों के लिए योग एक संपूर्ण समाधान प्रदान करता है।
योग को अपनी जीवनशैली में शामिल करना आज के समय की सबसे बड़ी ज़रूरत बन चुका है। तन और मन को संतुलित रखने के लिए योग एक शक्तिशाली साधन है।
योगाचार्य सुरेंद्र वर्मा बताते हैं कि तनाव को दूर करने का सबसे प्रभावी उपाय योग ही है, क्योंकि यह शरीर को शांत, मन को स्थिर और विचारों को संतुलित करता है।
योगाचार्य सुरेंद्र वर्मा जी ने न्यूज़ 7 वर्ल्ड के एडिटर-इन-चीफ श्री संदीप नारंग जी के साथ बातचीत के दौरान आगामी कार्यक्रम के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी।
भारतीय संस्कृति में योग का स्थान सदियों से अत्यंत ऊँचा रहा है। यह न केवल इंसान को मजबूत और शांतचित्त बनाता है, बल्कि भीतर की ऊर्जा को भी जागृत करता है। यही कारण है कि पूरी दुनिया ने योग को स्वस्थ जीवन और मानसिक एकाग्रता के लिए अपनाया है।
योग जीवन का वह मार्ग है जो व्यक्ति को उसकी आत्मा, विचार और शरीर के साथ गहराई से जोड़ देता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में योग की भूमिका खूब सराही गई है, और कोरोना काल ने इसके महत्व को और भी स्पष्ट कर दिया।
योग वह साधना है जो व्यक्ति को अपने भीतर से जोड़ती है—विचारों, आत्मा और शरीर के बीच समरसता स्थापित करती है। कोरोना काल में योग ने अपनी उपयोगिता पूरे संसार को दिखा दी, जब लोगों ने इसके माध्यम से अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता और मानसिक दृढ़ता को बढ़ाया।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने कहा कि स्वस्थ, तनाव-मुक्त और अनुशासित जीवनशैली के लिए योग बेहद आवश्यक है। आज पूरा विश्व योग के महत्व को स्वीकार कर रहा है। भारत की इस प्राचीन और अनमोल विद्या को वैश्विक पहचान दिलाने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। महामारी के दौरान भी लोगों ने योग को अपनाकर खुद को स्वस्थ और सशक्त बनाए रखा।
योग के लाभ केवल एक दिन अभ्यास करने से सिद्ध नहीं होते। इसे रोज़मर्रा की आदत बनाना ही इसका असली उद्देश्य है। नियमित योगाभ्यास से न केवल शरीर को ऊर्जा और तंदुरुस्ती मिलती है, बल्कि मन भी शांत और सकारात्मक बना रहता है।