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उपायुक्त ने शहर का दौरा कर लिया कोरोना नियमों, स्वच्छता व ट्रेफिक व्यवस्था का जायजा

सिरसा, 11 सितंबर।

उपायुक्त ने कहा कि दुकानदार के तीन बार नियमों की उल्लंघना पर होगा चालान, चौथी बार उल्लंघना की तो दुकान को किया जाएगा सील


उपायुक्त रमेश चंंद्र बिढाण ने शुक्रवार को शहर के बाजारों, विभिन्न चौक सामान्य अस्पताल का औचक निरीक्षण किया और कोरोना नियमों की पालना के साथ-साथ शहर की सफाई व ट्रैफिक व्यवस्था का जायजा लिया। इस दौरान उपायुक्त ने दुकानदारों, रेहड़ी चालकों व आमजन को कोरोना बचाव नियमों की गंभीरता से अनुपालना करने की नसीहत दी। उपायुक्त ने बस स्टैंड, सुरखाब चौक, अंबेडकर चौक, परशु राम चौक, काठ मंडी, भादरा बाजार, गोल डिग्गी, रोड़ी बाजार, सुभाष चौक, सुरतगढिया चौक, अनाज मंडी, शिव चौक, सामान्य अस्पताल व सांगवान चौक का निरीक्षण किया और इस दौरान जो व्यक्ति मॉस्क नहीं लगा रहे थे, उनको मॉस्क लगाने की नसीहत देते हुए कहा कि वे अपनी जान जोखिम में न डालें और स्वयं का बचाव करते हुए मॉस्क लगाएं व दूसरों को भी मॉस्क लगाने के लिए प्रेरित करें।

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उपायुक्त ने कहा कि आमजन कोरोना को लेकर जागरूक तो हैं, लेकिन नियमों की गंभीरता से पालना नहीं कर रहे हैं। लोगों की कोरोना को लेकर लापरवाही संक्रमण के अधिक फैलने का कारण बन रही है। जितना संक्रमण अधिक फैलेगा, मृत्यु दर भी उतनी तेजी के साथ बढेगी। लोग कोरोना के शुरूआती लक्षण मिलने पर अपनी जांच नहीं करवा रहे, यह लापरवाही भविष्य में गंभीर रूप धारण कर सकती है। इसलिए आमजन ने जो सजगता व गंभीरता कोरोना को लेकर लॉकडाउन में दिखाई थी, वहीं सजगता अब भी दिखाएं, तभी कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि दौरे के दौरान देखने में आया है कि आधे लोग मॉस्क का प्रयोग नहीं कर रहे हैं और जो मॉस्क का प्रयोग कर रहे हैं, लेकिन वो सहीं ढंग से नहीं कर रहे हैं। ऐसे लोग मॉस्क से मूंह व नाक पूरी तरह से ढकें। मॉस्क का सही ढंग से किया गया प्रयोग ही संक्रमण से बचाव करेगा और संक्रमण फैलाव पर भी अंकुश लग सकेगा। उन्होंने कहा कि चालान करने के बावजूद भी लोग कोरोना बचाव नियमों के प्रति लापरवाही कर रहे हैं। अब टीमों को सख्त हिदायत दी गई है ऐसे लोगों का लगातार चालान करें और जो दुकानदार तीन बार मॉस्क को लेकर उल्लंघना करता है, इसके बाद चालान की बजाए दुकान को ही सील कर दिया जाए।

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उन्होंने कहा कि संक्रमण फैलाव को नियंत्रण करने में दुकानदार अहम भूमिका निभा सकते हैं। दुकानदार स्वयं मॉस्क का प्रयोग करें और दुकान पर आने वाले ग्राहक भी मॉस्क का प्रयोग करें। दुकान पर हाथों को सेनेटाइज के लिए सेनेटाइजर जरूर रखें। उन्होंने कहा कि शहर में दौरे के दौरान अधिकतर रेहडिय़ों विशेषकर फास्टफुड व फलों की रेहडिय़ों पर भीड़ एकत्रित दिखी, जोकि कोविड-19 बचाव नियमों की घोर उल्लंघना के साथ-साथ संक्रमण फैलाव का मुख्य करण बन रही है। उन्होंने रेहड़ी चालकों से कहा कि वे अपनी रेहड़ी पर भीड़ एकत्रित न होने दें और सोशल डिस्टेसिंग के साथ मॉस्क का प्रयोग भी करें। कोरोना संक्रमण फैलाव को रोकने के मद्देनजर शहर के रेहड़ी चालकों, रेस्टोरेंट व ढाबों पर कार्यरत लोगों की सैंपलिंग की जाएगी।


उपायुक्त रमेश चंद्र बिढाण ने कहा कि दुकानदार बाजार में दुकान के कूड़े को खुले में न फैंके, बल्कि नगर परिषद की गाड़ी में ही डालें। इसके अलावा दुकानदार व रेहड़ी चालक अपनी दुकान व रेहड़ी पर डेस्टबीन जरूर रखें और गीला व सूखा कचरा अलग-अलग रखें। उन्होंने कहा कि आमजन शहर व जिला को स्वच्छ बनाने में प्रशासन का सहयोग करें और अपने शहर के सौंदर्यकरण में पूर्ण योगदान दें।


उपायुक्त ने शहर की यातायात व्यवस्था का भी जायजा लिया। उन्होंने कहा कि वाहन चालक विशेषकर ऑटो चालक अपने वाहन को निर्धारित जगह पर ही खड़ा करके सवारियों को उतारे व चढाएं। वाहनों को निर्धारित स्थान पर ही पार्किंग करें, ताकि यातायात अव्यवस्थित न हो और लोगों का आगमन सुगम हो। उन्होंने कहा कि ऑटो चालक अपने वाहन में निर्धारित सवारियों से ज्यादा न बिठाएं, क्योंकि कोरोना के फैलाव को देखते हुए यह सावधानी बरतनी बेहद जरूरी है। वाहन चालक विशेषकर बस व ऑटो चालक स्वयं मॉस्क का प्रयोग करें व सवारियों को भी मॉस्क लगाने के लिए कहें।

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पंचकूला में आज 256 नए कोरोना संक्रमित मरीजों की हुई पुष्टि।

पंचकूला:

पंचकूला में कल देर रात से अबतक 256 नए कोरोना संक्रमित मरीज़ आए हैं सामने।

वहीं 2 और मरीज़ो की कोरोना संक्रमण से हुई मौत।

पंचकूला नागरिक अस्पताल में डॉ मनकीरत ने की पुष्टि।

उन्होंने बताया कि ये 256 कोरोना संक्रमित मरीज़ पंचकूला के विभिन्न क्षेत्रों व सेक्टरों से शामिल हैं।

साथ ही कुछ कोरोना संक्रमित मरीज़ अन्य जिलों व राज्यों के भी शामिल हैं।

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उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी कोरोना संक्रमित मरीज़ों को आईसोलेशन वार्ड में भर्ती किया जा रहा है।

इन सभी कोरोना संक्रमित मरीज़ों के परिजनों को भी आइसोलेट करने की प्रक्रिया में स्वास्थ्य विभाग जुट गया है।

साथ ही सभी कोरोना संक्रमित मरीज़ो के संपर्क में आए लोगों की लिस्ट बनाने व ट्रेस करने में जुट गया है।

ताकि उन्हें भी क्वॉरेंटाइन किया जा सके व उनके सैंपल कोरोना टेस्ट के लिए भेजे जा सकें।

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गांव-गांव में उठी नशा विरोधी आवाज, ग्रामीणों ने ली गांव को नशा मुक्त बनाने की शपथ

सिरसा, 11 सितंबर।


                  उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण के दिशा निर्देशन में नशा मुक्त भारत अभियान के तहत शुक्रवार को जिला के गांवों में सरपंचों ने ग्रामीणों को नशा मुक्ति की शपथ दिलाई। पंचायत सदस्यों व ग्रामीणों ने प्रशासन की इस मुहिम की सराहना करते हुए जिला को नशा मुक्त बनाने में हर संभव योगदान देने का आश्वासन दिया। सरपंचों ने कहा कि यह अभियान केवल मात्र सरकार या प्रशासन का नहीं है बल्कि युवा पीढ़ी के हित के लिए हम सबका सामूहिक अभियान है। अपने जिला और गांव को नशा मुक्त बनाने के लिए नशे के खिलाफ इस यज्ञ में हर आदमी अपनी संपूर्ण आहुति दे और यह संकल्प ले कि हम अपने गांव में नशे में लिप्त लोगों को इस दलदल से निकालेंगे। इसके साथ-साथ हमें यह भी संकल्प लेना होगा कि हमारे गांव में नशे की बिक्री न हो।

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                  उपायुक्त रमेश चंद्र बिढाण के दिशा-निर्देशन में जिला में चल रहे नशा मुक्ति अभियान को ग्राम पंचायतों ने प्रशासन का सराहनीय कदम बताया है। सभी ग्राम पंचायतें नशा को खत्म करने की इस मुहिम में हर प्रकार से सहयोग देने के लिए तैयार हैं। नशा मुक्ति को लेकर प्रशासन की इस मुहिम के बारे में गांव रामगढ के सरपंच जोगेन्द्र सिंह ने बताया कि नशा को खत्म करने के लिए लोगों में जागरूकता बहुत जरूरी है और इस दिशा में प्रशासन की नशा मुक्ति मुहिम कारगर सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि गांव की तरफ से नशा मुक्त अभियान को पूरा सहयोग दिया जाएगा। ग्रामीण भी चाहते हैं कि गांव से नशा खत्म हो और इसके लिए ग्रामीण विशेषकर युवा गांव में नशा के प्रति जागरूक कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि युवा नशे से दूर होकर खेल व अन्य रचनात्मक कार्यों पर अपना ध्यान केंद्रित कर अपने परिवार, गांव, जिला व प्रदेश का नाम रोशन करें।


                  गांव मीरपुर के सरपंच जसवीर सिंह ने कहा कि प्रशासन का नशा मुक्त अभियान गांव से नशा को खत्म करने में अहम भूमिका निभाएगा। प्रशासन की ओर से गांव के नशा मुक्त होने पर अतिरिक्त विकास कार्यों के लिए धन राशि उपलब्ध करवाने जो पहल है, इससे नशा मुक्ति की मुहिम को और अधिक बल मिलेगा। प्रत्येक ग्रामीण चाहता है कि उसके गांव का युवा नशा से दूर हो और गांव का विकास हो। इस दौरान ग्रामीणों ने सां यकीय अधिकारी सुरेंद्र कुमार से कहा कि नशा मुक्त अभियान के तहत वे प्रशासन का पूरी तरह से सहयोग करेंगे।

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                  गांव मोरीवाला के सरपंच सुरेंद्रपाल सिंह ने कहा कि नशे से धन, स्वास्थ्य, समाज प्रतिष्ठा की हानि तो होती है, इसके अलावा नशे करने वाले लोगों के घरों में क्लेश भी होता है। इसलिए नागरिक नशे जैसी बुराइयों को छोड़कर नशामुक्त जीवन यापन करें। उन्होंने कहा कि विशेषकर युवा पीढ़ी नशे जैसी बुराई से दूर रहें। अगर युवा बचेगा तो देश बचेगा, और युवा बढ़ेगा तो देश बढ़ेगा। इस अवसर पर तहसीदार चुनाव हनुमान दास सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।


                  गांव खैरेकां के सरपंच निशांत ने कहा कि नशे से युवा शक्ति बर्बाद हो रही है, जिसका असर न केवल उसके परिवार पर बल्कि पूरे गांव व समाज पर पड़ रहा है। नशा को खत्म करने में ग्राम पंचायत की ओर से जो भी सहयोग होगा, दिया जाएगा। नशा को खत्म करने में सभी को अपना सहयोग करना होगा तभी जिला के नशा मुक्ति का सपना साकार होगा। जिला मत्स्य अधिकारी जगदीश चंद्र ने कहा कि नशे के खिलाफ इस मुहिम में अगर हर घर से एक व्यक्ति जुड़ेगा तो हम जरुर कामयाब होंगे।


                  गांव ढुकड़ा के सरपंच सीता राम ने कहा कि नशा एक सामाजिक बुराई है। नशा मानसिक व सामाजिक समस्या है और इसके इलाज के लिए व्यक्ति, परिवार, दोस्त, समाज और कानून को एक साथ मिलकर एक दिशा में काम करना पड़ेगा तभी हम इस नशा नामक बुराई को समाज से अलग कर सकते हैं। अपने देश को नशा मुक्त कर सकते हैं। यदि कोई परिवार नशे से बर्बाद होगा तो उसका प्रभाव समाज पर भी पड़ेगा। जब समाज ही नहीं रहेगा, तो देश भी बिखरता चला जाएगा। देश के भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए लोगों को नशे के जाल से निकालना होगा। इसके लिए हमें लोगों को जागरूक करना होगा। यदि हम मिलकर प्रयास करें, तो निश्चित ही हम अपने समाज और देश को नशा मुक्त कर सकते हैं। इस अवसर पर जिला आयुष अधिकारी डा. गिरीश चौधरी ने कहा कि कोई भी अभियान सामूहिक योगदान के बिना अधूरा होता है। सामूहिक प्रयास से हम नशे की बीमारी को जड़मूल से खत्म कर सकते हैं। उन्होंने ग्रामीणों से आह्वïान किया कि गांव को नशा मुक्त बनाने के लिए नशे में लिप्त लोगों को नशा छोडऩे के लिए प्रेरित करें।


                 गांव बणी के सरपंच राम सिंह ने कहा कि युवाओं को युवा की तरह सोचना होगा कि जिस बुराई को वह खरीद रहे हैं कहीं उसका प्रभाव उनके स्वास्थ्य, परिवार व समाज पर तो नहीं पड़ रहा है। उन्होंने नशे के अवैध कारोबार पर पूर्ण रूप से पुलिस द्वारा अंकुश लगाए जाने में सहयोग की अपील भी ग्रामीणों से की। उन्होंने ग्रामीणों को अपने गांव के लोगों को नशा मुक्त करने की शपथ भी दिलवाई। इस मौके पर जिला बागवानी अधिकारी रघुबीर सिंह ने कहा कि नशा छुड़वाने के लिए ईलाज के साथ-साथ निरंतर संवाद भी बेहद जरुरी है। नशे के आदी युवाओं को उनके अभिभावक उनसे प्यार से संवाद करें और उनकी परेशानी समझते हुए सकारात्मक व्यवहार करें। इसके अलावा ऐसे युवाओं को इलाज के लिए नशा मुक्ति केंद्र लेकर आएं और उनके भविष्य को सही दिशा देने के लिए उनका सहयोग करें।

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आईटीआई के चयन में छात्रों की मदद करेगा स्टार रेटिंग पोर्टल : प्राचार्य लाल चंद

सिरसा, 11 सितंबर।


                  सरकार द्वारा युवाओं में कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए अनेक कदम उठाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग की ओर से औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे इच्छुक विद्यार्थियों के हितों को ध्यान मेंं रखते हुए आईटीआई स्टार रेटिंग पोर्टल लांच किया गया है। आईटीआई रेटिंग पोर्टल गत 4 सितंबर को कौशल विकास और औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री मूल चंद शर्मा ने लांच किया था।

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                 यह जानकारी देते हुए प्राचार्य औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान सिरसा लाल चंद रिवाडिय़ा ने बताया कि आईटीआई स्टार रेटिंग पोर्टल का उद्देश्य प्रवेश प्रक्रिया के दौरान आईटीआई के लिए चयन करते समय इच्छुक उम्मीदवारों की मदद करना है। यह पोर्टल कई मापदंडों जैसे प्लेसमेंट, ट्रेनर्स और मशीन की उपलब्धता, पास प्रतिशत और औद्योगिक कनेक्ट के आधार पर आईटीआई को रैंक करता है और भावी छात्रों को अपने जिले में व बाहर के आईटीआई की तुलना करने का विकल्प भी प्रदान करता है। ऐसे औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान जहां ड्यूल सिस्टम ऑफ  ट्रैनिंग (डीएसटी) के ट्रैड्स चल रहे है, उन्हें अतिरिक्त पॉइंट्स दिए गए है ताकि वे इसे और आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित हो सकें। उन्होंने बताया कि ड्यूल सिस्टम ऑफ  ट्रैनिंग (डीएसटी) छात्र को अपनी ट्रेनिंग के दौरान ही उद्योग में काम करने का अवसर देता है। ड्यूल सिस्टम ऑफ ट्रैनिंग में एडमिशन लिए हुए छात्र एक निर्धारित समय तक आईटीआई में थ्योरिटिकल प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं तथा शेष समय उद्योगों में नवीनतम मशीनों पर प्रैक्टिकल प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं। ड्यूल सिस्टम ऑफ ट्रैनिंग के माध्यम से आईटीआई को अधिक उद्योगों को अपने साथ जोडऩे और छात्रों की प्रतिभा को निखारने व उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने में मदद करता है। इसके अतिरिक्त राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान सिरसा में व्यवसाय वैल्डर तथा कारपेंटर एक वर्षीय कोर्स के एक-एक यूनिट का ड्यूल सिस्टम ऑफ ट्रैनिंग स्कीम के अंतर्गत सत्र 2020-21 में दाखिला होगा।

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21 सितंबर को होगी फल उत्कृष्टïता केन्द्र मांगेआना में फलों की नीलामी

सिरसा, 11 सितंबर।


                  फल उत्कृष्टïता केंद्र मांगेआना में आगामी 21 सितंबर को प्रात: 11 बजे किन्नुं, मालटा, ईजरायली वैरायटी (मालटा), मालटा, ईजरायली वैरायटी (संतरा), नींबू, बेर फलों की नीलामी की जाएगी। नीलामी वर्ष 2020-21 नीलामी प्रक्रिया में विभाग के साथ पंजीकृत किसान उत्पादक समूह (एफपीओ) के सदस्य व ठेकेदार भाग ले सकते हैं।

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                  उद्यान विभाग के उप निदेशक एवं फल उत्कृष्टïता केंद्र मांगेआना डा. आत्म प्रकाश ने बताया कि इस प्रक्रिया में 9 वर्ष आयु के 14 एकड़ में 1421 किन्नों के पौधे, 13 वर्ष आयु के एक एकड़ में 101 मालटा के पौधे, 9 वर्ष आयु के 40 ईजरायली वैरायटी (मालटा) के पौधे, 9 वर्ष आयु के 2.5 एकड़ में 281 मालटा के पौधे, 9 वर्ष आयु के 92 ईजरायली वैरायटी (संतरा) के पौधे, 9 वर्ष आयु के 33 नींबू के पौधे व 9 वर्ष आयु के 3 एकड़ में 101 बेर के पौधे फसल शामिल है। उन्होंने बताया कि नीलामी प्रक्रिया में भाग लेने के लिए प्रत्येक बोलीदाता किसान उत्पादक समूह / ठेकेदार को 50 हजार रुपये की अग्रिम धरोहर राशि जमा करवानी होगी। प्रत्येक सफल बोलीदाता के अतिरिक्त सभी को नीलामी के पश्चात वापिस कर दी जायेगी। उन्होंने बताया कि सफल बोलीदाता द्वारा जमा अग्रिम राशि को नीलामी राशि में समायोजित कर दिया जाएगा।

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                  उन्होंने बताया कि नीलामी के दौरान कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के मद्देनजर सभी बोलीदाता सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखेंगे व मास्क का प्रयोग करेंगे। प्रत्येक एफपीओ सदस्य द्वारा अपना आधार कार्ड, एफपीओ प्रमाण पत्र व किसान उत्पादक समूह के अध्यक्ष का बोली में भाग लेने के लिए अधिकृत पत्र साथ लाना होगा। बिना आधार कार्ड व प्रमाण पत्र के बोली में भाग नहीं ले सकता। इच्छुक ठेकेदार को अपना आधार कार्ड साथ लाना अनिवार्य है। बोली में भाग लेने के इच्छुक एफपीओ सदस्य व ठेकेदार को केंद्र पर प्रात: 10 बजे के बाद प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। अधिक जानकारी के लिए मोबाइल नम्बर 94166-62510 व 94665-84020 पर सम्पर्क कर सकते है। उन्होंने बताया कि इच्छुक बोलीदाता इस बारे अधिक जानकारी के लिए उप निदेशक उद्यान फल उत्कृष्टïता केंद्र मांगेआना कार्यालय में किसी भी कार्य दिवस में सम्पर्क कर सकते हैं।

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भजन मंडलियां गीतों व भजनों से जगाएंगे नशा मुक्ति की अलख, उपायुक्त ने झंडी दिखाकर किया रवाना

सिरसा, 11 सितंबर।


जिला सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग की भजन मंडलियां गांव-गांव जाकर लोगों को नशा के दुष्प्रभावों व इसके नुकसान बारे जागरूक करेंगी। उपायुक्त रमेश चंद्र बिढाण ने वीरवार को कैंप कार्यालय से भजन मंडलियों को झंडी दिखाकर जागरूकता के लिए रवाना किया। इस अवसर पर नगर आयुक्त संगीता तेतरवाल, एसडीएम जयवीर यादव, एसडीएम दिलबाग सिंह, एसडीएम निर्मल नागर, एसडीएम अश्वनी कुमार, सिटीएम संदीप कुमार, डीएसपी आर्यन चौधरी, संजय बिश्नोई आदि मौजूद थे।  

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उपायुक्त रमेश चंद्र बिढाण ने कहा कि आज भी ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को जागरूक करने के लिए गीत व भजनों का अपना महत्व है। ग्रामीणों को लोक गीतों के माध्यम से किसी भी सामाजिक बुराई के प्रति जागरूकता संदेश अच्छा प्रभाव डालता है। इसलिए सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग की भजन मंडलियां गांव-गांव जाकर लोगों को अपने गीतों व भजनों से नशा न करने के लिए प्रेरित करें और नशा से होने वाले दुष्परिणामों के लिए भी आगाह करें। उन्होंने कहा कि गांव में लोग बड़े ही चाव से आज भी कलाकारों को सुनते हैं। इस प्रकार से एक कलाकार व्यक्ति को नशा न करने के लिए प्रेरित कर सकता है। उन्होंने भजन मंडली के कलाकारों से कहा कि वे गांव के कम से कम पांच नशा ग्रस्ति व्यक्तियों का नशा छुड़वाएं। जो यह कार्य सफलतापूर्व करेगा उसे सम्मानित किया जाएगा।

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उन्होंंने कहा कि भजन मंडलियां गांव में नशा जागरूकता में संबंधित पंचायत प्रतिनिधियों का सहयोग लें। जागरूकता कार्यक्रम के दौरान सोशल डिस्टेसिंग व मॉस्क का अवश्य पालन किया जाए। लोगों को भी कोरोना के बचाव उपायों व इस संबंध में सरकार व प्रशासन की हिदायतों की गंभीरता से पालना के लिए जागरूक करें। आमजन को बताएं कि कोरोना को हलके में न लें और शुरूआती लक्षण में ही अपने जांच व उपचार करवाने बारे जागरूक करें। कोरोना के समय पर जांच व उपचार हो जाए तो इससे बचाव संभव है। इसके अलावा घर से बाहर जाते समय मॉस्क का प्रयोग करें और दूसरे व्यक्ति से दूरी बनाकर रखें।


डीआईपीआरओ विरेंद्र वर्मा ने बताया कि उपायुक्त रमेश चंद्र बिढाण के निर्देशानुसार जिला में नशा मुक्त भारत अभियान के तहत विभाग की भजन मंडलियां गांव-गांव जाकर लोगों को गीतों व भजनों के माध्यम से नशे के दुष्परिणाम व नुकसान के बारे में जागरूक करेंगी। इसके लिए कलाकारों ने नशे पर आधारित गीत तैयार किए हैं। उन्होंने बताया कि अभियान के तहत विभाग की तीन भजन मंडलियां बनाई गई हैं। इसके अलावा यह भजन मंडलियां लोगों को कोरोना संक्रमण के बचाव व प्रशासन की हिदायतों के बारे में गंभीरता से अनुपालना के लिए भी जागरूक करेंगी।

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उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने बताया कि जिला में मंगलवार को 234 मामले पोजिटिव आए।

पंचकूला 10 सितम्बर – उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने बताया कि जिला में मंगलवार को 234 मामले पोजिटिव आए। इनमें 174 पंचकूला के है। अब तक जिला में कुल 4761 मामले आए हैं जिनमें से 3632 पंचकूला के हैं। इनमें से 2409 कोरोना रोगी ठीक हो गए हैं तथा अब जिला में 1187 मामले एक्टिव रह गए है और 49653 व्यक्तियों के आरटी, पीसीआर, रेपिड एंटीजन नमूने लिए गए।

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उपायुक्त ने बताया कि जिला के गांव अभयपुर, हरीपुर, भरेली, चैंकी, कर्णपुर, सैक्टर 1, 2, 7, 14, 18, 26, 28 में एक एक, खटौला , टिपरा, सैक्टर 6, 11, 17, में 2-2, अमरावती एन्कलेव, एमडीसी सैक्टर 5, सैक्टर 4, 9, रायपुररानी, में 3-3, बरवाला, राजीव कालोनी, में चार- चार, सैक्टर 12 ए में 5-5, सैक्टर 16 में 6, सैक्टर 21 में 7, सैक्टर 25 में 8, सैक्टर 10 में 10, सैक्टर 8 में 13, कालका, सैक्टर 20, में 11, सैक्टर 19 में 14, सैक्टर 15 में 17 पिंजौर में 22, मामले पोजिटिव आए है। इन क्षेत्रों को कंटेनमेंट किया जा रहा है।

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पर्यावरण विषय को लेकर आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा।

पंचकूला 10 सितम्बर – उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने कहा कि अधिकारी नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के दिशा निर्देशों की पालना सुनिश्चित करें ताकि पर्यावरण शुद्ध रहे और लोगों को स्वच्छ वातावरण उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि एनजीटी के आदेश दैनिक जीवन में बहुत महत्वपूर्ण हैं। इसलिए इनका प्रति माह अवलोकन किया जाएगा।

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उपायुक्त जिला सचिवालय के सभागार में जिला स्तरीय स्पेशल टास्क फोर्स कमेटी की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने स्टेंच ग्रिप मनसा सेकरड घग्गर नदी के पर्यावरण को लेकर भी विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय कमेटी के सिंचाई, जनस्वास्थ्य, पर्यावरण विभाग के पदाधिकारी संबधित एसडीएम के साथ हर माह 5-5 उद्योग एवं एसटीपी की जांच कर रिपोर्ट जिला प्रशासन को सौंपंेगे। उन्होंने सहायक भूमि सरंक्षण अधिकारी को निर्देश दिए कि वह वाटर हारवेस्टिंग पर प्रोजैक्ट बनाकर सौंपे ताकि उस पर कार्य किया जा सके। इसके लिए किसानों की भूमि अधिक से अधिक सिंचित होनी चाहिए।


उपायुक्त ने कहा कि बायो वेस्ट की तर्ज पर ई वेस्ट के डिस्पोजल को लेकर भी योजना बनाई जाए। इसके लिए नगर निगम नोडल एजेंसी के रूप में कार्य करेगी। यह एजेंसी ऐसे स्थानों की पहचान के अलावा एकत्र करना तथा उसके डिसमेंटल के लिए भी विस्तार से कार्य करेगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण, जनस्वास्थ्य विभाग, सिंचाई विभाग ऐसी योजना बनाएं जिसमें उनके एसटीपी में प्रदूषण का लेवल 10 एमएलडी तक लाया जा सके।

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बैठक में सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि कालका व पिंजौर में एसटीपी से सिचांई की योजना बनाई जा रही है इसमें पम्प से सिंचाई के साथ सूक्ष्म सिंचाई परियोजना से किसानों की 1200 एकड़ भूमि पर सिंचाई की सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि एमआरएफ एवं वेस्ट की फ्रीक्वेंसी बढाने बारे भी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। बैठक में सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट, पलास्टिक वेस्ट सहित प्रदूषण संबधी कई अन्य विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई।


इस मौके पर एसडीएम कालका राकेश संधु, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी कवंर दमन सिंह, संयुक्त आयुक्त नगर निगम संयम गर्ग, क्षेत्रीय अधिकारी पर्यावरण वीरेन्द्र पूनिया, कार्यकारी अभियंता सिंचाई, जनस्वास्थ्य, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण सहित कई विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

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चिकित्सकों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा।

पंचकूला 10 सितम्बर – उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने कहा कि चिकित्सक कोरोना पोजिटिव के साथ बेहतर ढंग से व्यवहार करें और उन्हें ऐसी बेहतर चिकित्सा सेवाएं मुहैया करवाए ताकि सरकारी अस्पतालों की ओर अधिक इमेज बढे। इसके साथ ही रोगी निजी अस्पतालों में जाने से भी गुरेज करे।

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उपायुक्त जिला सचिवालय के सभागार में चिकित्सकों के साथ बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस प्रकार कोरोना पोजिटिव के धन की भी बचत होगी ओर चिकित्सकों की भी पहचान बढेगी। उन्होंने कहा कि होम आईसोलेशन को लेकर जिला स्तर पर स्थापित कंट्रोल रूम के माध्यम से हर कोरोना रोगी तक पहंुच सुनिश्चित की जाएगी। इसके लिए जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डा. दलीप मिश्रा की अध्यक्षता में जिला स्तरीय कमेटी का गठन किया गया है।


उन्होंने कहा कि यह कमेटी दिन में कम से कम चार बार होम आईसोलेशन वालों के साथ बातचीत करेगी। इसके अलावा रोगी की सही समय पर जांच पड़ताल के साथ तुरन्त स्वास्थ्य लाभ भी सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने कहा कि आईएमए के साथ बेहतर मैपिंग की जाए ओर हर चार घण्टें में होम आईसोलेशन की समरी बनाई जाए।

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उपायुक्त ने कहा कि होम आईसोलेशन वाले प्रत्येक व्यक्ति को होम आईसोलशन की गाईड लाईन की जानकारी जिला स्तरीय कमेटी के पदाधिकारी देंगें। उन्होंने कहा कि रोगी को समय पर घर से अस्पताल पहुंचाने के लिए संबधित सरंपचों के साथ साथ अन्य मौजिज व्यक्तियों को भी जागरूक किया जाए। होम आईसोलेशन वालों के लिए आॅडियो बनाई जाए जिसमें उसे पूरी जानकारी हासिल हो सके।


बैठक में नगराधीश धीरज चहल, सिविल सर्जन डा. जसजीत कौर, डा. मीनू, डा. राजीव, डा. मलकीत, डा. अर्चना, डा. अंजलि सहित कई चिकित्सक मौजूद थे।

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उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने बताया कि सरकार अब किसानों के लिए मनरेगा में एक और नई लाभदायक योजना लेकर आई है

पंचकूला 10 सितम्बर – उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने बताया कि सरकार अब किसानों के लिए मनरेगा में एक और नई लाभदायक योजना लेकर आई है, इससे जहां फसलों के उत्पादन में प्रयोग किए जाने वाले उनके रासायनिक खाद का खर्च कम होगा वहीं आर्गेनिक अनाज की पैदावार होने से जिला के लोगों में कोविड-19 जैसी महामारी से लडने की क्षमता भी अधिक विकसित होगी।

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उपायुक्त ने बताया कि इस योजना के तहत देशी खाद बनाने के लिए जमीन में जो गड्डे खोदे जाते हैं वे मनरेगा के तहत फ्री में खोदे जाएगें। इससे जहां मजदूरों को उनका मेहनताना मिलेगा, वहीं किसानों को मुफ्त में देशी खाद उपलब्ध होगी जिसका प्रयोग वे अपनी जोत भूमि में कर सकेंगे। इस प्रकार किसानों की भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ेगी, साथ ही, गांव गांव में स्वच्छता को भी बढ़ावा मिलेगा।


उपायुक्त ने बताया कि ग्रामीण विकास विभाग ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना के तहत गांवों में देशी खाद के लिए गांवों के घेर, खाली स्थान, सडक किनारे, खेत आदि स्थानों पर गड्ढे खोदे जाएंगे। इन गड्ढे में किसान अपने पशुओं का गोबर व घर का कूड़ा-कर्कट डालेगें, जो बाद में जैविक खाद बन जाएगा। यह खाद फसलों का उत्पादन बढ़ाने में कारगर सिद्व होगी।

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उपायुक्त ने बताया कि आजकल किसान अधिक उत्पादन लेने के लिए रासायनिक खाद का प्रयोग कर रहे हैं, जिससे लगातार भूमि के पोषक तत्त्व समाप्त हो रहे हैं। भूमि की उर्वरा शक्ति केवल जैविक खाद से ही बढ़ाई जा सकती है। उन्होंने बताया कि अक्सर देखने में आता है कि गांव के लोग साफ-सफाई करके कुड़ा-कर्कट का ढ़ेर गांव के बाहर लगा देते हैं। इससे जहां गंदगी फैलती है वहीं सडक पर कूड़ा बिखरा होने से दुर्घटना का खतरा भी बना रहता है।


उन्होंने बताया कि लोगों की मांग के अनुसार मनरेगा योजना के तहत छोटे, मध्यम व बड़े साइज के गड्डे खोदे जाएंगे जिनका उपयोग व्यक्तिगत, डेयरी अथवा गौशाला के लिए तैयार किया जा सकेगा। इन गड्डों में जहां गांव के लोग अपने पशुओं का गोबर डाल सकेंगे वहीं आस-पास की सफाई करके उसमें गलने वाला कुड़ा-कर्कट भी डाला जा सकेगा।


उपायुक्त ने बताया कि ग्रामीणों को वैज्ञानिक ढ़ंग से जैविक खाद बनाने का तरीका भी समझाया जाएगा ताकि वे अच्छे से खाद बना सकें। उन्होंने बताया कि इस जैविक खाद से न केवल फसल जल्द विकसित होगी, बल्कि फसल की जड़ों को आयरन भी भरपूर मात्रा में मिलेगा। यह पौधे की जड़ों को नाइट्रोजन व कैल्शियम प्रदान करने में भी काफी मदद करता है।