*Municipal Corporation reviews adoption of Haryana Fire Safety Act for Chandigarh; Committee keen on strengthening city safety measures*

खंड सत्रीय ग्रामीण महिला खेल कूद प्रतियोगिता का बेहलों में करवाया गया आयोजन

-18-30 वर्ष आयु वर्ग व 30 -45 वर्ष के आयु वर्ग की महिलाओं ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में लिया हिस्सा

For Detailed

पंचकूला, 19 अक्तूबर- महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी डॉक्टर सविता नेहरा द्वारा खंड सत्रीय ग्रामीण महिला खेल कूद प्रतियोगिता का बेहलों में आयोजन करवाया गया जिसमें खण्ड मोरनी की ग्रामीण महिलाओं ने 18-30 वर्ष के आयु वर्ग में 400 व 300 मीटर की दौड़ व साइकिल रेस तथा 30 -45 वर्ष के आयु वर्ग में मटका, आलू चमच व 100 मीटर की दौड़ में भाग लिया गया।
प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय व तृतीया स्थान प्राप्त करने पर नकद पुरस्कार के तौर पर 2100, 1100 व  750 की राशि डीबीटी के माध्यम से सीधे विजेताओं के खातों में डाली जाएगी। कार्यक्रम में 112 डायल का स्टाफ, चैकी इंचार्ज श्री मुकेश कुमार ने खेल कूद में सुरक्षा प्रधान करवाने में सहयोग किया।
विभाग से  सुपरवाइजर सुनील कुमारी, तनुश्री, क्लर्क परमजीत, आंगनवाड़ी वर्कर व  आंगनवाड़ी हेल्पर उपस्थित रहे।  कार्यक्रम के अंत में सभी विजेताओं को जिला स्तरीय खेल-कूद प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए बधाई दी गयी। इस अवसर पर उपस्थित सभी प्रतिभागियों को स्वास्थ्य व पोषण सम्बंधित जानकारी दी गयी।

tps://propertyliquid.com/

*Municipal Corporation reviews adoption of Haryana Fire Safety Act for Chandigarh; Committee keen on strengthening city safety measures*

जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम द्वारा सीएमई का किया आयोजन

For Detailed

पंचकूला 19 अक्टूबर- विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के उपलक्ष्य में जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम पंचकूला द्वारा सेक्टर -1 स्थित रेड बिशप में एक सीएमई का आयोजन किया गया। विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस हर वर्ष 10 अक्तूबर को मनाया जाता हैं।


सीएमई का उद्घाटन महानिदेशक स्वास्थ्य सेवा, हरियाणा डॉ सोनिया त्रिखा ने किया।


  इस अवसर पर निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं हरियाणा, डॉ आर एस पूनिया, सिविल सर्जन, पंचकूला डॉ मुक्ता कुमार, पीएमओ पंचकूला, डॉ राजीव कपूर और मानसिक स्वास्थ्य की नोडल अधिकारी डॉ स्नेह सिंह और डॉ एम पी शर्मा भी उपस्थित थे।


इस सीएमई के लिए मनोचिकित्सा विभाग, पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ के प्रमुख वक्ताओं को आमंत्रित किया गया था। पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ के विशिष्ट वक्ताओं द्वारा जेरियाट्रिक साइकियाट्री जैसे डिमेंशिया, डिलिरियम, डिप्रेशन, चिंता, बच्चों और किशोरों में मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों और मानसिक स्वास्थ्य देखभाल अधिनियम जैसे विभिन्न विषयों को प्रस्तुत किया गया।

tps://propertyliquid.com/

*Municipal Corporation reviews adoption of Haryana Fire Safety Act for Chandigarh; Committee keen on strengthening city safety measures*

त्यौहारों के मद्देनजर खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने विभिन्न क्षेत्रो में स्थित दूध की डेयरियों, किरयाणे की दुकानों व अन्य स्थानों का किया औचक निरीक्षण

For Detailed

पंचकूला, 19 अक्तूबर- त्यौहारों के मद्देनजर आयुक्त खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग, हरियाणा, पंचकूला के द्वारा खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की जांच करने के निर्देशानुसार जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी गौरव शर्मा ने अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के साथ आज विभिन्न दूध की डेयरियों, किरयाणे की दुकानों व अन्य स्थानों जैसे कोल्ड स्टोर, खाद्य पदार्थ बनाने की फैक्टरियों आदि का औचक निरीक्षण किया।
जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी गौरव शर्मा ने बताया कि निरीक्षण के दौरान खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम, 2006 के तहत खाद्य पदार्थों के नमूने लेकर जांच हेतू खाद्य प्रयोगशाला करनाल में विश्लेषण के लिये भेजे गए। उन्होंने बताया कि जो खाद्य पदार्थ खाने योग्य नहीं थे उन्हें मौके पर नष्ट करवा दिया गया तथा सभी मिठाई विक्रेताओं एवं निर्माताओं व अन्य खाद्य पदार्थ बेचने वाले दुकानदारों को ताजा व शुद्ध खाद्य पदार्थध्मिठाई ही बेचने की सलाह दी गई। इसके अलावा सभी दुकानदारों को दूषित व बासी मिठाई न बेचने की चेतावनी भी दी गई कि यदि कोई भी दुकानदार ऐसा करता पाया गया तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।  

इन दुकानों से लिए सैंपल
उन्होंने बताया कि विभाग की टीम द्वारा सेक्टर 9 स्थित विजय डेयरी से दूध व पनीर, सेक्टर 18 स्थित वर्मा डेयरी से दूध व पनीर तथा जसवी एंटरप्राईज़ेज़ से दूध व गुलाब जामुन के सैंपल लिए गए।

tps://propertyliquid.com/

*Municipal Corporation reviews adoption of Haryana Fire Safety Act for Chandigarh; Committee keen on strengthening city safety measures*

पटाखों की बिक्री के लिए अस्थाई लाइसेंस जारी करेगा जिला प्रशासन

-20 अक्तूबर को प्रातः 11 बजे तक किए जा सकते हैं आवेदन

For Detailed

पंचकूला, 19 अक्तूबर- जिला प्रशासन द्वारा दीपावली के उपलक्ष्य में पटाखों के लाईसेंस बिक्री हेतु 23 व 24 अक्तूबर को दो दिन के लिए अस्थाई लाइसेंस जारी किए जाएंगे।


इस संबंध में जानकारी देते हुए उपमण्डल अधिकारी (ना0) पंचकूला डाॅ.ऋचा राठी ने बताया कि पंचकूला शहर में हैफेड के पीछे 12 स्टाॅल तथा नेताजी स्टेडियम रायपुररानी में एक स्टाॅल पर पटाखों की बिक्री के लिए लाईसेंस जारी किए जाएंगे।


उन्होंने बताया कि इस संबंध में एसडीएम कार्यालय में 20 अक्तूबर को प्रातः 11 बजे तक आवेदन किये जा सकते हैं। 20 अक्तूबर को सायं 3 बजे आवेदनों की समीक्षा करने के उपरांत अस्थाई लाईसेंस जारी किए जाएंगे।

tps://propertyliquid.com/

*Municipal Corporation reviews adoption of Haryana Fire Safety Act for Chandigarh; Committee keen on strengthening city safety measures*

जिलाधीश ने जिला पंचकूला में हरित पटाखों को छोड़ कर सभी प्रकार के पटाखों के, उत्पादन, बिक्री व प्रयोग पर 31 जनवरी, 2023 तक लगाई रोक

– हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड पंचकूला के क्षेत्रीय अधिकारी को प्रतिदिन वायु गुणवत्ता पर निगरानी रखने के दिये निर्देश

– पटाखों से निकलने वाले नुकसानदायक रसायन स्वास्थ्य के साथ-साथ वायु की गुणवत्ता को भी करते हैं प्रभावित

For Detailed

पंचकूला 19 अक्तूबर- जिलाधीश श्री महावीर कौशिक ने विस्फोटक अधिनियम 1884 तथा विस्फोटक नियम के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए 31 जनवरी 2023 तक जिला पंचकूला में हरित पटाखों को छोड़ कर सभी प्रकार के पटाखों के उत्पादन, बिक्री एवं प्रयोग पर रोक लगा दी है।


जिलाधीश द्वारा जारी आदेशो के अनुसार हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड पंचकूला के क्षेत्रीय अधिकारी को प्रतिदिन वायु गुणवत्ता पर निगरानी रखने तथा इसकी रिपोर्ट संबंधित वेबसाईट पर अपलोड करने के निर्देश दिये गए हैं।


पुलिस उपायुक्त, नगर निगम आयुक्त, उपमण्डल अधिकारी (ना0) पंचकूला एवं कालका, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी, नगर निगम पचंकूला व नगर परिषद कालका के कार्यकारी अधिकारी, सभी पुलिस स्टेशनों के एसएचओ, फायर आॅफिसर तथा अन्य फायर कर्मी इन आदेशों की दृढता से पालना सुनिश्चित करेंगे।


आदेशों में बताया गया है कि वायु प्रदूषण से लोगों के स्वास्थ्य पर दुषप्रभाव तो पड़ता है। विशेष रूप से बच्चों, बुजुर्गों और पहले से सांस की बीमारी/हृदय रोग आदि से ग्रस्त लोगों के लिए यह अत्यंत हानिकारण है। इसके अलावा पटाखों से निकलने वाले नुकसानदायक रसायन वायु गुणवत्ता पर भी कुप्रभाव डालते हैं।


आदेशों की उल्लंघना करने पर संबंधित के खिलाफ विस्फोटक अधिनियम 1884 और विस्फोटक नियम 2008 के तहत कार्यवाही की जाएगी।

tps://propertyliquid.com/

*Municipal Corporation reviews adoption of Haryana Fire Safety Act for Chandigarh; Committee keen on strengthening city safety measures*

मोरनी के खंड स्तर पर किया गया सर्वोतम माता पुरस्कार प्रतियोगिता का आयोजन

For Detailed

पंचकूला अक्टूबर 18ः   महिला एव बाल विकास परियोजना अधिकारी डॉ सविता नेहरा  की अध्यक्षता मे खंड स्तरीय सर्वोतम माता पुरस्कार का आयोजन किया गया जिसमे सर्कल स्तर (मोरनी एव बालदवाला ) पर प्रथम, द्वितीय एव तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली माताओ द्वारा भाग लिया गया।


इस प्रतियोगिता के अंतर्गत माताओ से बच्चो के पोषण, टिकाकरण, सवास्थ्य, विभागिय योजनाओ एव सरकार द्वारा चलाई जा रही अन्य योजनाओ के बारे मे पूछा गया। प्रतियोगिता मे सर्कल स्तर पर आने वाली प्रथम, द्वितीय, तृतीय  आने वाली महिलाओ को क्रमश 2000, 1200, 800, की नकद राशि द्वारा पुरुस्कृत किया गया वही खंड स्तर पर आने वाले प्रथम, द्वितीय, तृतिए आने वाली महिलाओ को क्रमश 4000, 3000, 2000 रुपये की नगद राशि द्वारा पुरुस्कृत किया गया। खंड स्तर पर प्रथम स्थान –तृष्णा, दवितय –प्रेमलता और तृतीय स्थान उषा ने प्राप्त किया ।


कार्यकर्म मे डॉ नवजोत एव एऐनऐम पूनम सूद दवारा भी उपस्थित महिलाओ को स्वस्थ्य संबधि जानकारी दी गयी साथ ही आंगनवाड़ी सूपर्वाइज़र तनुश्री, सुनील कुमारी, तथा आगनवाड़ी वकर उपस्थित रही। सभी माताओ को सत्वना पुरस्कार भी दिये गए

tps://propertyliquid.com/

*Municipal Corporation reviews adoption of Haryana Fire Safety Act for Chandigarh; Committee keen on strengthening city safety measures*

रूरल इलेक्ट्रीफिकेषन कारपोरेशन लिमिटेड,सेक्टर-2,पंचकूला में ’’हर दिन हर घर आयुर्वेद’’ पर व्याख्यान का किया आयोजन

For Detailed

पंचकूला, 18 अक्तूबर- जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डा0 दिलीप कुमार मिश्रा के मार्गदर्शन में ’’हर दिन हर घर आयुर्वेद’’ विषय से सम्बंधित कार्यक्रम हरियाणा के हर जिले में करवाये जा रहे है। इसी कड़ी में आज रूरल इलेक्ट्रीफिकेषन कारपोरेशन लिमिटेड,सेक्टर-2,पंचकूला में ’’हर दिन हर घर आयुर्वेद’’ पर व्याख्यान दिया गया।


मुख्य महाप्रबंधक/वरिष्ठ मुख्य प्रोग्राम प्रबंधक श्री अरूण कुमार त्यागी की अध्यक्षता में डा0 सान्त्वना शर्मा, ए0एम0ओ0 द्वारा आयोजित इस व्याख्यान में आयुर्वेद के अनुसार आहार के बारे में जानकारी दी गई।
जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डा0 दिलीप कुमार मिश्रा ने बताया कि आयुष मंत्रालय व आयुष विभाग हरियाणा द्वारा 7 वां आयुर्वेद दिवस 23 अक्तूबर 2022 को मनाया जा रहा है। आयुष मंत्रालय द्वारा इस बार का विषय ’’हर दिन हर घर आयुर्वेद’’ रखा गया है। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत ई-रिक्शा के माध्यम से जनसाधारण को शहर के मुख्य स्थानों पर जा कर ’’हर दिन हर घर आयुर्वेद’’ के बारे में जागरूक किया जा रहा है।

आहार पर निर्भर स्वास्थ्य

पंचकूला अक्टूबर 18: आहार जीवन के निर्वाह के लिए सबसे महत्वपूर्ण कारक है । आयुर्वेद में इसे जीवन के त्रयोपस्तंभ अर्थात आहार, निद्राऔर ब्रह्मचर्य में सबसे प्रमुख स्तंभ के रूप में वर्णित किया गया है। रंग, ओजस, वृद्धि और विकास, इंद्रियां, खुशी, आवाज की स्पष्टता, चमक, आनंद, धातु, बुद्धि, स्वास्थ्य आदि की वृद्धिय शक्ति का आधार, जीवन की सभी गतिविधियाँ व्यक्ति के भोजन पर निर्भर है। का’यपाचार्य द्वारा आहार को महाभेषज कहा गया है, लेकिन यह आहार व्यक्ति की अपनी प्रकृति के अनुसार होना चाहिए। एक प्रकार की प्रकृति के व्यक्ति के लिए हितकर आहार दूसरी प्रकृति के व्यक्ति के लिए अहितकर हो सकता है । भोजन के बारे में स्वदेशी अवधारणा, समकालीन आधुनिक स्वास्थ्य विज्ञान के बुनियादी सिद्धांतों में बहुत समानता है। समकालीन आधुनिक खाद्य विज्ञान प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा से प्राप्त पोषण मूल्य विटामिन, खनिज के आधार पर भोजन का वर्णन करता है, जबकि पारंपरिक प्रणाली जैसे आयुर्वेद डायटेटिक्स भोजन के अंतर्निहित गुणों पर अधिक जोर देंता है। भारत के पारंपरिक खाद्य पदार्थ की तैयारी में आयुष डायटेटिक्स का पालन किया जाता है। भारत में देश के विभिन्न हिस्सों में विविध खाद्य प्रथाओं की एक बहुत समृद्ध परंपरा है। हमारे स्वास्थ्य और पोषण के लिए खाने की पारंपरिक प्रणाली फायदेमंद है। पौष्टिक भोजन का सेवन और उसका उचित पाचन, व्यक्ति के वृद्धि, विकास और पोषण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। भोजन के लाभ तभी प्राप्त किए जा सकते हैं जब इसे विवेकपूर्ण तरीके से, किसी व्यक्ति के पाचन,व्यक्ति के लिए अनुकूलित जलवायु, आवास की स्थिति और स्वास्थ्य की स्थिति के अनुसार लिया जाए। भोजन से इष्टतम लाभ प्राप्त करने के लिए आम तौर पर निम्नलिखित नियम का पालन किया जा सकता है। अपने स्वयं के स्वास्थ्य का ध्यानपूर्वक निरीक्षण करें और भोजन को सोच समझ कर खाएं। भोजन लेते समय मनोवैज्ञानिक स्थिति बहुत महत्वपूर्ण है, प्रसन्नचित्त मन से खाएं। बिना इच्छा के नहीं खाना , बिना इच्छा के लिया हुआ भोजन, यहाँ तक कि पौष्टिक भोजन सही मात्रा में लेने से व्यक्ति पचा नहीं पाता है । इसके परिणाम से  अपच, एनोरेक्सिया, उल्टी और पेट का दर्द हो सकता है। भोजन के स्वाद का आनंद लें, स्वादिष्ट भोजन मन की प्रसन्नता शक्ति, पोषण, उत्साह, संतुष्टि प्रदान करता है। ताजा और गर्म भोजन करें, गर्म और ताजा खाना स्वादिष्ट होता है और तेजी से पाचन, उचित अवशोषण में मददगार हो सकता है। भोजन को दोबारा गर्म करने और  बार-बार गर्म करने से बचना चाहिए ताकि पोषण और भोजन के अन्य गुण को संरक्षित किया जा सके। बार-बार नहीं खाना चाहिए । इसी प्रकार भोजन भूख लगने पर और निश्चित समय पर ही करें। दिनभर थोड़ा-थोड़ा खाएं। बार-बार खाने से बदहजमी, बदन दर्द, मेटाबोलिक रोग आदि से कष्ट होता है। भोजन का सही समय-  प्रातः काल में भरपूर भोजन करना चाहिए। रात से लेकर सुबह तक 10-12 घंटे का उपवास हो जाता है, इसलिए अग्नि काफी प्रबल हो जाती है। जिससे भारी भोज्यपदार्थों को भी पचाया जा सकता है। इसलिए प्रातःकाल पर्याप्त पौष्टिक भोजन लेना चाहिए। दोपहर का भोजन सुबह के नाश्ते की तुलना में हल्का होना चाहिए। उचित रात्रिभोज- रात का खाना दोपहर के भोजन से हल्का होना चाहिए और कम से कम सोने से तीन घंटे पहले लेना चाहिए । सूर्य के ढलने के साथ हमारे शरीर की चय-अपचय की प्रक्रिया भी शांत होने लगती है।  हमारी पाचक अग्नि कमजोर होने लगती है। खाद्य सामग्रीरू दैनिक पोषण की भरपाई करने के लिए नियमित रूप से अनाज (साबुत अनाज, लाल और पुराने चावल) दालें, डेयरी उत्पाद, फल, सब्जियां  लेना चाहिए। मौसमी और स्थानीय उपलब्धता और रख-रखाव के अनुसार भोजन का चयन करें। पारंपरिक प्रथाओं को ध्यान में रखते हुए और भोजन के किसी भी अनावश्यक संयोजन से बचें। भोजन में 6 रस शामिल होने चाहिए। ये 6 रस हैं- मधुर (मीठा), लवण (नमकीन), अम्ल (खट्टा), कटु (कड़वा), तिक्त (तीखा) और कषाय (कसैला)। शरीर की प्रकृति के अनुसार ही भोजन करना चाहिए। इससे शरीर में पोषक तत्त्वों का असंतुलन नहीं होता।

मौसमी ध्यान-
सर्दी और बरसात के मौसम में ठंडे और जमे हुए भोजन से परहेज सबसे अच्छा है,  लेकिन मसाले फायदेमंद होते हैं और इन्हें आहार में शामिल करना चाहिए।गर्मी के दिनों में शीतल गुणों वाला भोजन और तरल पदार्थ बेहतर होते हैं। बरसात के मौसम में भोजन का दूषित होना आम बात है और इसलिए उचित देखभाल और स्वच्छ भोजन को सुरक्षित रखकर लिया जाना चाहिए। दही का वर्षा ऋतु में सेवन न करें- वर्षा ऋतु को पित्त का संचय काल माना गया है। अम्ल गुण वाला होने के कारण से दही पित्त को बढ़ाता है। इसलिए वर्षा ऋतु में दही का सेवन करने से पित्तज रोग यानी चर्मरोग, एसिडिटी, शरीर में उष्णता बढ़ना आदि होने की संभावना बढ़ जाएगी। रात में कभी भी दही का सेवन नहीं किया जाना चाहिए। दही स्रोतों में रूकावट पैदा करने वाला है। स्रोतों के बाधित होने से आम का संचय होता है जिससे भूख घटना, जुकाम, खांसी, मोटापा, मधुमेह आदि होने की संभावना बढ़ जाती है।

ps://propertyliquid.com/

*Municipal Corporation reviews adoption of Haryana Fire Safety Act for Chandigarh; Committee keen on strengthening city safety measures*

आईटीआई कालका स्थित बिटना में 30 अक्टूबर तक होगी सत्र 2022-23 की 7वीं दाखिला काउंसलिंग

For Detailed

पंचकूला, 18 अक्टूबर- राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आई०टी०आई०) कालका स्थित बिटना में दाखिला प्रक्रिया चल रही है।


इस संबंध में जानकारी देते हुए  प्रधानाचार्य श्री मंदीप ने बताया की सत्र 2022-23 के 7th दाखिला काउंसलिंग जो संस्थान स्तर पर होनी है वह 30 अक्टूबर तक होगी I उन्होंने बताया कि इसमें छात्र नए फार्म भी भर सकते है और जिन छात्रों ने पहले से फार्म भर रखा है वो भी दाखिला ले सकते है I इसमें किसी भी प्रकार का कोई भी आरक्षण लागू नही होगा I


उन्होंने बताया कि दाखिले के इच्छुक विद्यार्थी को संस्थान में प्रस्तुत होकर 12:00 बजे तक अपना मैरिट कार्ड जमा करवाना होगा, जिसके बाद 01:00 बजे दाखिला शुरू हो जाएगा I इसके दौरान प्रार्थियों को रिक्त सीट की सूची से अवगत करवाया जायेगा व मेरिट में आने वाले प्रार्थियों के मूल प्रमाण पत्रों की जाँच व् दाखिला फीस आदि प्रक्रिया संस्थान में की जाएगी I

ps://propertyliquid.com/

*Municipal Corporation reviews adoption of Haryana Fire Safety Act for Chandigarh; Committee keen on strengthening city safety measures*

हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ने महाराजा अग्रसेन ट्रस्ट पंचकूला द्वारा आयोजित दीपावली उत्सव कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में करी शिरकत

– श्री गुप्ता ने गरीब व जरूरतमंद बच्चों को स्वैटर, मिठाईया व दीये बाटें
– अपने स्वैच्छिक कोष से  5 लाख रुपये की राशि ट्रस्ट को देने की करी घोषणा-गुप्ता

For Detailed

पंचकूला, 18 अक्तूबर- हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता ने आज महेशपुर सेक्टर-21 में महाराजा अग्रसेन ट्रस्ट पंचकूला द्वारा आयोजित दीपावली उत्सव कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की। इस अवसर पर उन्होंने ट्रस्ट द्वारा चलाये जा रहे स्कूलों के  गरीब व जरूरतमंद बच्चों को स्वैटर, मिठाईया व दीये बाटें और अपने स्वैच्छिक कोष से  5 लाख रुपये की राशि ट्रस्ट को देने की घोषणा की। इस अवसर पर सतनारायण सिंगल ने विशिष्ठ अतिथि के रूप में शिरकत की।


श्री गुप्ता ने बताया कि ट्रस्ट वर्ष 2009 से स्लम एरिया व पंचकूला के विभिन्न क्षेत्रों के गरीब व जरूरतमंद बच्चों के लिये अलग अलग क्षेत्रों में 5 स्कूल चला रहा है। इन स्कूलों में लगभग 300 बच्चों के लिये निशुल्क किताबे, स्कूल ड्रेस, जूते और परिवारों को आर्थिक मदद भी कर रहा हैं। उन्होंने बताया कि ट्रस्ट द्वारा एक एलोपैथिक  और होमापैथिक डिस्पेंसरी भी चलाई जा रही है, जहां गरीब व जरूरतमंद लोगों को निशुल्क दवाईया दी जाती है। उन्होंने कहा कि जरूरतमंद व गरीब बच्चों को शिक्षा व स्वास्थ्य संबंधी सुविधायें देना पुण्य का कार्य है। वे भगवान से प्रार्थना करते हैं कि महाराजा अग्रसेन ट्रस्ट पंचकूला का सामर्थय बढ़ता रहे और अधिक से अधिक सामाजिक कार्य भविष्य में भी इस ट्रस्ट द्वारा होते रहें। उन्होंने कहा कि स्कूलों में बच्चों को शिक्षा, नैतिक शिक्षा व खेल के साथ-साथ देश की आजादी के लिये बलिदान देने वाले शहीदों के बारे में भी जानकारी देनी चाहिए जिसके लिए एक अलग पीरियड होना चाहिए, जिससे बच्चों का सर्वागीण विकास हो सके।

उन्होंने कहा कि इस ट्रस्ट द्वारा बेटियों को भी सिलाई व कंप्यूटर सिखाकर उनको भी अपने पांव पर खडा करने के लिये प्रेरित किया जा रहा हैं। उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश डिजिटिलाईजेशन व कंप्यूटर की दिशा में तेजी से बढ रहा हैं। इससे हर चीज में पारदर्शीता आयेगी और भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी। उन्होंने कहा कि महाराजा अग्रसेन जी का संदेश था कि कोई भूखा व अशिक्षित ना रहे। यह ट्रस्ट उनके संदेश का भलीभांति अनुसरण कर रहा हैं । उन्होंने कहा कि वे इस ट्रस्ट के सभी सदस्यों को बधाई व शुभकामनायें देते है।
इस अवसर पर एमडीसी सेक्टर-7 स्कूल के बच्चों ने मुख्यातिथि के लिये स्वागत गान व अन्य सांस्कृतिक प्रस्तुति दी।


इस अवसर पर महाराजा अग्रसेन ट्रस्ट पंचकूला के प्रधान जगमोहन गर्ग, महासचिव अमित जिंदल, कोषाध्यक्ष ब्रिज लाल गर्ग, स्थानीय पार्षद सुमित सिंगला, पूर्व प्रधान अशोक जिंदल, राकेश गर्ग, सज्जन जिंदल, महाराजा अग्रसेन स्कूल महेशपुर के अध्यापक बलविंद्र कौर, रिना शर्मा, ममता सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

tps://propertyliquid.com/

*Municipal Corporation reviews adoption of Haryana Fire Safety Act for Chandigarh; Committee keen on strengthening city safety measures*

महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा 19 अक्तूबर को गांव बैहलों में ग्रामीण महिला खेल-कूद प्रतियोगिता का करवाया जाएगा आयोजन

*- प्रथम, द्वितीय व तृत्य स्थान प्राप्त करने वाले विजेताओं को 2100, 1100 व 750 रूपए की राशि से किया जाएगा सम्मानित *

For Detailed

पंचकूला, 17 अक्तूबर- महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा 19 अक्तूबर को गांव बैहलों के मंदिर परिसर में ग्रामीण महिला खेल-कूद प्रतियोगिता का आयोजन करवाया जाएगा।


इस संबंध में जानकारी देते हुए महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी डाॅ. सविता नेहरा ने बताया कि 18 से 30 वर्ष आयु वर्ग की महिलाएं 400 मीटर दौड़, 300 मीटर दौड़, साईकिल दौड़ में भाग ले सकती है। इसके अलावा 30 से 45 वर्ष आयु वर्ग की महिलाएं चाटी रेस, आलू चम्मच रेस, 100 मीटर दौड़ में हिस्सा ले सकती हैं।


उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर 2100 का नकद पुरस्कार प्रदान किया जाएगा जबकि  द्वितीय व तृत्य स्थान प्राप्त करने पर क्रमशः 1100 व 750 रूपए की राशि ईनाम स्वरूप प्रदान की जाएगी। उन्होंने महिलाओं से आहवान किया कि वे अधिक से अधिक संख्या में इस प्रतियोगिता में हिस्सा लें।

tps://propertyliquid.com/