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राज्य में आॅक्सीवन स्थापित करने की अवधारणा के तहत पंचकूला पहला जिला, जहां सबसे बड़ा आॅक्सीवन 100 एकड़ भूमि पर स्थापित किया जा रहा है- गुप्ता

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पंचकूला, 25  जुलाई- हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि हरियाणा सरकार की राज्य में आॅक्सीवन स्थापित करने की अवधारणा के तहत पंचकूला राज्य का पहला जिला है जहां सबसे बड़ा आॅक्सीवन 100 एकड़ भूमि पर स्थापित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के हर जिले में आॅक्सीवन स्थापित किये जाने है ताकि प्रदेश में प्राकृतिक आॅक्सीजन की कमी ना रहे।
श्री गुप्ता आज एच.एम.टी. परिसर पिंजौर में स्थित संत विवेकानंद मिलेनियम स्कूल में आयोजित 72वें जिला स्तरीय वन महोत्सव में मुख्यातिथि के तौर पर संबोधित कर रहे थे। उनके साथ उपायुक्त श्री विनय प्रताप सिंह भी उपस्थित थे।


मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने 72वें वन महोत्सव के अवसर पर चंडीगढ़ से वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने वन महोत्सव पर जिलावासियों व प्रदेशवासियों को बधाई दी और अपील की कि वह अधिक से अधिक पौधे लगाकर पर्यावरण को स्वच्छ रखने में अपना योगदान दें।


इससे पूर्व श्री ज्ञानचंद गुप्ता ने स्कूल परिसर में विधिवत पौधारोपण किया और स्कूल की विकासात्मक गतिविधियों के लिये अपने स्वैच्छिक कोष से 2.50 लाख रुपये की राशि देने की घोषणा की।
श्री गुप्ता ने कहा कि पंचकूला में स्थापित किये जा रहे आॅक्सीवन की शुरूआत स्वयं उन्होंने अपने कर कमलों से की थी। उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे आॅक्सीवन के कार्य को समयबद्ध तरीके से पूरा करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि यह अधिकारियों का दायित्व है कि वे इस कार्य को शीघ्र से शीघ्र पूरा करवायें ताकि लोगों को इसका लाभ मिल सके। उन्होनंे कहा कि कोरोना कम हुआ है पर अभी समाप्त नहीं हुआ है। कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिये आॅक्सीजन की बहुत आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा आॅक्सीवन की कल्पना की गई है ताकि प्रदेश में आॅक्सीजन की कमी ना रहे।


वन महोत्सव के अवसर पर जिलावासियों व प्रदेशवासियों को शुभकामनायें देते हुये श्री गुप्ता ने कहा कि जलवायु व वातावरण को शुद्ध रखने के लिये वृक्षो का बड़ा महत्व है। हमारे वेदों व ऋषि मुनियों के अनुसार वृ़क्षों को देवता माना गया है और हम वृक्षों की पूजा सदियों से करते आ रहे है। उन्होंने कहा कि वृक्ष प्राण देवता है क्योंकि ये हमें आॅक्सीजन देते है। पौधारोपण के बाद पौधो की देखभाल पर विशेष बल देते हुये श्री गुप्ता ने कहा कि वृक्षारोपण के बिना जीवन को सुगम नहीं बनाया जा सकता।

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उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय वन महोत्सव आज राज्य के हर जिले में आयोजित किये जा रहे है ताकि लोगों को वृक्षारोपण के महत्व के बारे में जागरूक कर उन्हें अधिक से अधिक पौधे लगाने के लिये प्रेरित किया जा सके। उन्होंने कहा कि आज मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने चंडीगढ़ से वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से सभी जिलों में लोगों को सबोधित किया है, जिसका राज्य में पौधारोपण बढ़ाने में निश्चित तौर पर लाभ होगा।


इस अवसर पर श्री गुप्ता ने देश व प्रदेशवासियों से अपील करते हुये कहा कि वे कम से कम एक पेड़ जरूर लगाये और पेड़ लगाने के साथ साथ उसकी देखभाल की जिम्मेवारी भी लें। उन्होंने कहा कि ऐसा करने से आने वाले समय में आॅक्सीजन की कोई कमी नहीं रहेगी।


श्री गुप्ता ने स्कूल द्वारा वन महोत्सव पर आधारित चित्रकला व प्रश्नोतरी प्रतियोगिताओं के विजेताओं को नकद पुरस्कार व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।


इस अवसर पर बोलते हुये उपायुक्त श्री विनय प्रताप सिंह ने कहा कि राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओ ंके तहत जिला में पौधारोपण को लेकर इस वर्ष के लिये लक्ष्य निर्धारित किये गये हैं। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं के तहत 40 से 45 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है और बाकि बचे कार्य को अगस्त माह में पूरा कर लिया जायेगा। उन्होंने कहा कि वृक्ष लगाने के बाद उसकी देखभाल भी बहुत जरूरी है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे वृक्षारोपण को जन आन्दोलन के रूप में लें और जो भी पौधा लगाये, उसे संभालने की जिम्मेदारी भी लें।


इससे पूर्व जिला वन अधिकारी, पिंजौर वन मंडल श्री बीएस राघव ने बताया कि जिला में इस वर्ष 20 लाख पौधे वन क्षेत्र में लगाने का लक्ष्य रखा गया हैं। इसके अलावा सरंपच व गाववासियों की सहायता से 5 लाख पौधे पंचायती जमीन पर लगाये जायेंगे। उन्होंने बताया कि सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों के माध्यम से 55 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया हैं। इसके साथ साथ वृक्षारोपण में आम लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिये 2.50 लाख पौधे वितरित किये जायेंगे।


इस अवसर पर एसडीएम कालका राकेश संधु, जिला उपाध्यक्ष उमेश सूद, सीआरपीएफ के कमांडेंट जितेंद्र मोहन, संत विवेकानंद मिलेनियम स्कूल के प्रिंसीपल पियूष पूंज सहित स्कूल के अध्यापक व विद्यार्थी उपस्थित थे।

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पर्यावरण संतुलन के लिए पौधारोपण जरूरी, हर व्यक्ति पर्यावरण सरंक्षण में बने सहयोगी : सीएम मनोहर लाल

सिरसा, 25 जुलाई।

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-वन महोत्सव पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने किया ई-पौधशाला एप का शुभारंभ
-भावी पीढ़ी के खुशहाल भविष्य के लिए पर्यावरण संरक्षण की दिशा में करना होगा भ्रसक प्रयास : उपायुक्त
-नागरिक अधिक से अधिक पौधे लगाने का लें संकल्प : आदित्य देवीलाल
-मानव का समूचा जीवन पेड़ों पर निर्भर, पौधारोपण के साथ-साथ पालन-पोषण भी करें : जगदीश चौपड़ा
-72वें वन महोत्सव पर जिला स्तरीय कार्यक्रम में राज्यस्तरीय कार्यक्रम का ऑनलाइन किया गया प्रसारण, मुख्यमंत्री ने प्रदेश के नागरिकों को दिया पर्यावरण बचाव का संदेश


मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि आने वाली पीढी की खुशहाली व विरासत में भरपूर पानी देने के लिए हमें पर्यावरण को लेकर आज ही सजग होना होगा और संकल्प लेना होगा कि न केवल अधिक से अधिक पौधे लगाएंगे बल्कि उनकी रक्षा व देखभाल भी करेंगे। प्रदेश सरकार द्वारा पर्यावरण संतुलन की दिशा में अनेक योजनाएं क्रियान्वित की गई हैं, इसके साथ-साथ छात्रों को पौधारोपण के लिए प्रेरित करने के लिए भी किया जा रहा है। छात्रों को पौधा लगाने व उसकी देखरेख के लिए प्रोत्साहन राशि भी दी जा रही है, जिससे छात्रों में हरियाली के प्रति लगाव बढा है।


यह बात मुख्यमंत्री ने 72वें वन महोत्सव पर आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में प्रदेशवासियों को अपने संबोधन में कही। उन्होंने प्रदेशवासियों को वन महोत्सव की बधाई व शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ई-पौधशाला एप का भी शुभारंभ किया। इस ई-पौधशाला एप के माध्यम से कोई भी नागरिक घर बैठे ही नजदीकी नर्सरियों से पौधे मंगवा सकते हैं। यहां लघुसचिवालय स्थित सभागार में जिला स्तरीय वन महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में उपायुक्त अनीश यादव, भाजपा जिला अध्यक्ष आदित्य देवीलाल, पूर्व चेयरमैन जगदीश चौपड़ा, जजपा के जिला अध्यक्ष सर्वजीत मसीता, प्रदीप रातुसरिया, सीटीएम गौरव गुप्ता, जिला वन अधिकारी रामकुमार जांगड़ा, डीईओ संत कुमार, डीआईओ रमेश शर्मा सहित विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थी, अध्यापक व पर्यावरण प्रेमी उपस्थित थे। कार्यक्रम से पहले उपायुक्त अनीश यादव,भाजपा जिला अध्यक्ष आदित्य देवीलाल, पूर्व चेयरमैन जगदीश चौपड़ा, जजपा के जिला अध्यक्ष सर्वजीत मसीता व सीटीएम गौरव गुप्ता ने लघुसचिवालय स्थित स्वतंत्रता सेनानी स्मारक पार्क में फलदार पौधे रोपित किए और वन विभाग की तरूयात्रा को भी हरीझंडी दिखाकर रवाना किया। कार्यक्रम में उपायुक्त अनीश यादव ने वन सरंक्षण पर आधारित जिला स्तरीय पेंटिंग व क्वीज प्रतियोगिता के विजेता छात्रों को सम्मानित भी किया। पेंटिंग प्रतियोगिता के विजेता बच्चों में नुहियांवाली की सोनम, नेजाडेला कलां की शिल्पा व बड़ा गुडा की हीना सम्मानित हुई। इसी प्रकार क्वीज प्रतियोगिता के विजेताओं में मोटा पन्नीवाला का विनोद, शाह सतनाम गल्र्ज स्कूल की गरिमा व हरमनदीप को सम्मानित किया गया।


मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण सरंक्षण की दिशा में वन क्षेत्र को बढावा देने के लिए प्रदेश में अनेक योजनाएं क्रियान्वित की है। इनमें ऑक्सी वन, ई-पौधशाला, वन मित्र इत्यादि शामिल हैं। खुशहाल जीवन के लिए विकास व पेड़ों का संतुलन बेहद जरूरी है। पेड़ों का जहां विकास में योगदान है, वहीं पर्यावरण को बनाएं रखने में भी पेड़ों का महत्वपूर्ण योगदान है। इसलिए पर्यावरण सरंक्षण के लिए ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाएं। उन्होंने का कहा कि पौधारोपण केवल औपचारिकताभर न हो, बल्कि इनकी सुरक्षा व देखभाल भी बहुत जरूरी है। हमारे प्रचीन संस्कृति में भी पेड़-पौधों का महत्व बताया गया है। उन्होंने वेदों में पेड़ों के महत्व का वर्णन करते हुए बताया कि एक पेड़ लगाने से दस संतान के बराबर पुण्य की प्राप्ति होती है।

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उपायुक्त अनीश यादव ने जिला स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जलवायु परिवर्तन हमारे लिए चुनौती है, जिसके कारण न केवल पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है, वहीं भू-जल स्तर भी कम हो रहा है। इस चुनौती से निपटने के लिए पर्यावरण सरंक्षण की दिशा में कदम उठाने होंगे और आने वाली पीढ़ी के भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए अधिक से अधिक पौधारोपण करने के साथ-साथ पानी की बचत व सरंक्षण करना होगा। उन्होंने कहा कि त्रिवेणी(बड,पीपल व नीम) का मानव जीवन के साथ-साथ धार्मिक अनुष्ठïानों में भी बड़ा महत्व है। बड़ व पीपल जहां रात व दिन दोनों समय में ऑक्सीजन देते हैं, वहीं नीम औषधीय रूप से उपयोगी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने जल सरंक्षण को लेकर कई प्रभावी योजनाएं लागू की हैं। पानी बचत व किसानों की आमदनी बढाने के लिए मेरा पानी-मेरी विरासत योजना लागू की है, जिससे न केवल कम पानी की फसलों की काश्त करने पर किसानों को सात हजार रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि भी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि जिला में इस साल 18 लाख 66 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सरकारी विभागों के साथ-साथ सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं का सहयोग भी लिया जाएगा, ताकि हम अपने जिला को हरा-भरा व स्वच्छ बना सकें। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे भी छात्रों को पौधारोपण मुहिम से जोड़ें और स्कूल परिसर व अन्य स्थानों पर छात्रों से पौधारोपण भी करवाएं।
बीजेपी जिला अध्यक्ष आदित्य देवीलाल ने कहा कि पेड़ों का हमारे जीवन में कितना महत्व है, इसका कोरोना महामारी में ऑक्सीजन की आवश्यकता से पता चलता है। हर नागरिक पेड़ों के महत्व को समझते हुए अपने जीवन में अधिक से अधिक पौधे लगाने का संकल्प लें। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पर्यावरण सरंक्षण को लेकर पूरी तरह से संजीदा है और इस दिशा में अनेक योजनाएं क्रियान्वित की जा रही है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को पौधों के साथ जोड़ा जाए और उन्हेें पौधे लगाने के लिए प्रेरित करते हुए पुरस्कृत भी करना चाहिए। स्कूलों में विशेष तौर से फूलों के पौधे लगाएं जाएं तो और बेहतर होगा, जिससे बच्चों में पौधों के प्रति लगाव बढ़ेगा।
पूर्व चेयरमैन जगदीश चौपड़ा ने कहा कि वन महोत्व को त्यौहारों की भांति मनाएं। मानव का समूचा जीवन पेड़ों पर निर्भर है। पर्यावरण सरंक्षण को लेकर हम यदि समय  रहते नहीं चेते तो पूरे विश्व की मानवता खतरे में पड़ जाएगी। इसलिए आज से ही हम पौधे लगाने का संकल्प लें और ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण करें। जहां हरियाली होती है, वहीं खुशहाली होती है। उन्होंने कहा कि पौधा लगाने के साथ-साथ उसका सरंक्षण भी करें। जजपा जिला अध्यक्ष सर्वजीत मसीता ने वन महोत्सव पर अपने विचार रखते हुए कहा कि पेड़ों का हमारे जीवन में बहुत महत्व है। पेड़ों से जहां हमारी मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति होती है, वहीं जीवन के लिए ऑक्सीजन भी मिलती है। उन्होंने कहा कि आमजन पौधारोपण के साथ-साथ अपने घरों में भी गमले में लगने वाले पौधे जरूर लगाएं और उनकी देखभाल भी करें।

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जिला पंचकूला के विभिन्न केन्द्रों पर आयोजित की जाएगी परीक्षा

जवाहर नवोदय विद्यालय चयन परीक्षा-2021 आगामी 11 अगस्त, 2021 को प्रातः 11.30 से दोपहर 01.30 बजे तक की जाएगी आयोजित

पंचकूला, 24 जुलाई- जवाहर नवोदय विद्यालय मौली, जिला पंचकूला की प्रधानाचार्या श्रीमती अर्चना ने बताया कि जवाहर नवोदय विद्यालय चयन परीक्षा-2021 आगामी 11अगस्त, 2021 को प्रातः 11.30 से दोपहर 01.30 बजे तक जिला पंचकूला के विभिन्न केन्द्रों पर आयोजित की जाएगी। इसके लिए प्रवेश पत्र संबंधित आवेदक नवोदय विद्यालय समिति के पोर्टल www.cbseitems.nic.in से डाउनलोड़ कर सकते हैं अथवा जवाहर नवोदय विद्यालय , मौली, जिला पंचकूला के कार्यालय से प्राप्त कर सकते हैं ।

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उन्होंने बताया कि इस हेतु यूजर आईडी में अपना पंजीकरण संख्या एवं पासवर्ड में विद्यार्थी की जन्म तिथि अंकित करनी होगी। समस्त आवेदक समय से परीक्षा केन्द्र पर पहुँच कर परीक्षा में शामिल हों एवं कोविड़ -19 महामारी से बचने के सुरक्षा उपार्यों का विशेष ध्यान रखें। उन्होंने बताया कि प्रत्येक विद्यार्थी के मुँह पर मास्क लगा हुआ हो, सामाजिक दूरी का ध्यान रहे इत्यादि।

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उन्होंने बताया कि विस्तृत जानकारी के लिए जवाहर नवोदय विद्यालय के दूरभाष संख्या 9816159535 एवं 8529734556 पर संपर्क कर सकते हैं ।

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गुरुओं के दिखाए मार्ग पर चल कर हम समाज के उत्थान में अपना अहम योगदान दे सकते है- सहकारिता मंत्री डॉ बनवारी लाल

हरियाणा के सहकारिता मंत्री ने गुरु पूर्णिमा के अवसर पर गुरु रविदास जी महाराज से लिया आशीर्वाद

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पंचकूला, 24 जुलाई- हरियाणा के सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने कहा कि हम सभी को गुरुओं का आशीर्वाद लेना चाहिए। गुरुओं के दिखाए मार्ग पर चल कर हम समाज के उत्थान में अपना अहम योगदान दे सकते है।

सहकारिता मंत्री आज जिला पंचकूला के पिंजौर में स्थित गुरु रविदास जी महाराज के मंदिर में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर माथा टेकने के उपरांत मीडिया से बातचीत कर रहे थे ।

उन्होंने कहा कि आज गुरु पूर्णिमा का पवित्र दिन है और वे आज यहां गुरु रविदास जी महाराज का आशीर्वाद लेने आए हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार द्वारा महापुरूषों और गुरुओं के नाम से समारोह व कार्यक्रम आयोजित करवाये जाते है ताकि लोग ऐसे महापुरूषों की शिक्षाओं से सीख ले सकें और आने वाली पीढ़ियों इन महापुरूषों की शिक्षाओं को अपने जीवन मे अपनाकर आगे बढ़ सके ।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की नेतृत्व वाली वर्तमान हरियाणा सरकार ने हर वर्ग का विकास व उत्थान तथा कल्याण करने के लिए व्यवस्थाओं में आमूलचूल परिवर्तन करने का काम किया है जिसके तहत अनुसूचित जाति व पिछड़े वर्ग के उत्थान के लिए विभिन्न नीतियों व योजनाओं को क्रियान्वित किया जा रहा हैं।

सहकारिता मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने चार महापुरूषों संत शिरोमणि गुरू रविदास जी, संत कबीरदास जी, महर्षि बाल्मीकि जी तथा डा0 बी0आर0 अम्बेडकर जयंती पर प्रतिवर्ष राज्य स्तरीय समारोह आयोजित करने का निर्णय लिया हुआ है। उन्होंने गुरु रविदास जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ऐसा माना जाता है कि मध्ययुगीन साधकों में संत रविदास जी का विशिष्ट स्थान है जिनको बाद में संत शिरोमणि की उपाधि से नवाजा गया। वहीं, उनकी प्रतिष्ठा को देखते हुए बहुत से राजा-महाराजा उनके शिष्य बन गए। गुरू रविदास जी कबीर की तरह ही उच्च कोटि के प्रमुख संत कवियों में विशिष्ट स्थान रखते हैं और स्वयं कबीरदास जी ने संतन में रविदास कहकर इन्हें मान्यता भी दी है।

उन्होंने कहा कि हम सभी को गुरुओं का आशीर्वाद लेना चाहिए तभी हम आगे जीवन में बढ़ पाएंगे।

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इस मौके पर मंदिर के संत भक्त सुख दर्शन दास जी, प्रधान रणजीत सिंह, चेयरमैन ओमप्रकाश कनौजिया, वाइस चेयरमैन कश्मीर सिंह, जनरल सेक्रेटरी बलवीर गुरे, गुरु रविदास विश्व महापीठ पिंजौर के जिला अध्यक्ष परमजीत कोर पम्मी के अलावा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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PU Professor Awarded

Chandigarh July 24, 2021

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Prof. Sanjay Chhibber from the Department of Microbiology, Panjab University got life time achievement award during an online ceremony of IInd International Conference on Bacteriophage Research organized by Society for Bacteriophage Research and Therapy from 22nd to 24th July, 2021.

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Prof. Chhibber has devoted 42 years in the teaching and research of microbiology at Panjab University. He was awarded lifetime devotion award by the Microbiology Society in 2019.  He has published 265 research papers in national and international journals of repute, with 52 publications in bacteriophage therapy. At present he is serving as Emeritus Scientist (ICMR) in the department.

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PU Extends Golden Chance Date

Chandigarh July 24, 2021

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Keeping in mind the interest and requests from the students, Panjab University authorities have allowed extension of filling up forms of Golden Chance category upto 28th July, 2021 (Wednesday) ,informed  Dr Jagat  Bhushan, Controller of Examinations

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संभावित बाढ़ के दृष्टिïगत सतर्क रहें अधिकारी व कर्मचारी : उपायुक्त अनीश यादव

सिरसा, 24 जुलाई।

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-उपायुक्त ने संभावित बाढ़ बचाव प्रबंधों को लेकर अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ की बैठक, दिए आवश्यक दिशा-निर्देश
-उपायुक्त अनीश यादव ने संभावित बाढ़ क्षेत्रों का किया निरीक्षण, अधिकारियों को दिए निर्देेश
-ग्राम सचिव व पटवारी अपने-अपने संभावित बाढ़ क्षेत्रों में लगातार रखें निगरानी, ग्रामीणों से बनाएं रखें तालमेल


उपायुक्त अनीश यादव ने कहा कि अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे संभावित बाढ़ वाले क्षेत्रों पर विशेष निगरानी रखें और सभी आवश्यक प्रबंधों को समय रहते पुख्ता कर लिया जाए। कोई भी असामान्य परिस्थिति होने पर तुरंत प्रशासन को सूचित किया जाए, ताकि समय रहते उस स्थिति को नियंत्रित किया जा सके।


ये निर्देश उन्होंने आज लघुसचिवालय स्थित बैठक कक्ष में संभावित बाढ को लेकर आयोजित बैठक में संंबंधित अधिकारियों को दिए। बैठक में सिंचाई, बिजली, पंचायत विभाग के अधिकारियों के अलावा ग्राम सचिव व पटवारी भी उपस्थित थे। इस अवसर पर एसडीएम सिरसा जयवीर यादव, एसडीएम कालांवाली विजय सिंह, एसई सिंचाई विभाग एआर भांभू सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी भी उपस्थित थे। बैठक उपरांत उपायुक्त ने मुसाहिबवाला, नेजाडेला, फरमाई खुर्द, मीरपुर सहित घग्घर के साथ लगते तटबंधों व पुलों का निरीक्षण भी किया और मौके पर उपस्थित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने मौके पर उपस्थित संभावित बाढ़ को लेकर ग्रामीणों से बातचीत करते हुए बाढ़ नियंत्रण कार्यों में प्रशासन का सहयोग करने को कहा।


उन्होंने कहा कि ग्राम सचिव व पटवारियों से कहा कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में संभावित बाढ़ को लेकर सतर्क रहें और लगातार निगरानी बनाएं रखें तथा ग्रामीणों से तालमेल रखें। वे घग्घर के तटबंधों व अन्य सुरक्षा प्रबंधों पर नजर रखें, जहां कही भी उन्हें तटबंधों पर तट व पाईपों की लीकेज का पता चलें तो तुरन्त अधिकारियों के नोटिस में लाएं, ताकि समय रहते उस कार्य को पूरा किया जा सके। उन्होंने कहा कि जहां कहीं भी उन्हें घग्घर तटबंधों पर कट आदि दिखाई दे या मुख्य बांधों में किसी प्रकार की कमियां नजर आए तो तुरन्त संबंधित अधिकारी को सूचित करें ताकि समय रहते इस प्रकार की कमियों को दूर किया जा सके। उन्होंने कहा कि संभावित बाढ से प्रभावित होने वाले गांवों पर विशेष फोकस रखें तथा बढ़ते जल स्तर के बारे में उच्च अधिकारियों को अपडेट करवाते रहें। उन्होंने कहा कि सभी एसडीएम अपने-अपने क्षेत्रों में संभावित बाढ़ बचाव कार्यों की समय-समय पर मोनिट्रींग करते रहें।

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उपायुक्त ने बाढ़ नियंत्रण कार्यों का निरीक्षण करते हुए सर्व प्रथम मुसाहिबवाला में घग्घर लिंक नहर में आ रहे पानी बहाव का निरीक्षण किया। उन्होंनेे सिंचाई विभाग को निर्देश दिए कि समय-समय पर घग्घर में बढ़ रहे जल स्तर की निगरानी रखें और इसकी सूचना समय पर प्रशासन को दें। उन्होंने घग्घर के आसपास के गांवों के नागरिकों से भी अपील की है कि वे घग्घर नदी की निगरानी रखें और कहीं से बहाव की शिकायत है तो तुरंत प्रशासन की नजर में लाया जाए। पानी में रुकावट पैदा न हो इसके लिए पानी में तैर कर आ रहे जलखुंब को निकाल दें या उन्हें पुल के नीचे इक_ïा न होने दें। उन्होंने कहा कि फील्ड की टीमों का बाढ़ नियंत्रण कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका होती है, इसलिए वे पूरी तरह से अलर्ट रहें।


उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे अपने-अपने विभाग से संबंधित पंप, बलियां व अन्य चीजों का पूरा प्रबन्ध रखें और जिन गांवों में संभावित बाढ़ का खतरा होता है उन गांवों में पहले से ही संबंधित सामान रखवा दें। उन्होंने कहा कि जेसीबी मशीन व गांवों में ट्रेक्टर, ट्रालियों आदि का उचित प्रबंध रखें। जिस गांव में पानी भरने की संभावना हो, उस गांव के लोगों को पहले से ही अवगत करवाएं।  उन्होंने तहसीलदार व खंड विकास एवं पंचायत अधिकारियों से कहा कि वे अपने अधीन पटवारी, ग्राम सचिव आदि को एक्टीवेट रखें तथा गांव की चौपालों, गुरुद्वारों व धर्मशालाओं की पहले से ही सफाई करवाएं। इसके साथ ही गांवों के सरपंचों व नंबरदारों से तालमेल रखें। उन्होंने बिजली विभाग के अधिकारी को निर्देश दिये कि वे भी अपने विभाग से संबंधित तैयारी पूर्ण रखें।

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बागवानी को बढ़ावा देने के लिए किसानों को दिया जा रहा है 100 प्रतिशत तक का अनुदान : उपायुक्त अनीश यादव

सिरसा, 22 जुलाई।

-उपायुक्त ने किसानों से की बागवानी फसलों को अपनाने की अपील

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प्रदेश सरकार द्वारा बागवानी क्षेत्र को बढ़ावा देने और किसानों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से विभिन्न योजनाओं के तहत बागवानी फसलों पर 25 से 100 प्रतिशत तक का अनुदान दिया जाता है।
उपायुक्त अनीश यादव ने किसानों से बागवानी फसलों को अपनाने का आह्वान करते हुए कहा वे कम पानी का इस्तेमाल कर बागवानी फसलों से ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं। इसलिए किसान बागवानी अपनाकर प्रदेश सरकार की  योजनाओं का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाएं।


उपायुक्त ने बताया कि एकीकृत बागवानी विकास मिशन के तहत किसानों के खेतों पर सामान्य दूरी पर पौधारोपण हेतू नींबू, अमरूद, अनार व बेरी के बाग लगाने हेतू 50 प्रतिशत अनुदान राशि दिए जाने का प्रावधान है जो कि नींबू पर 12002 रुपये, अमरूद पर (6मीटर&6मीटर) 11502 रुपये, अमरूद पर (3मीटर&6मीटर) 14495 रुपये, अनार पर 15900 रुपये व बेर पर 8502 रुपये प्रति हैक्टेयर की दर से दिए जाने का प्रावधान है। हाईब्रिड सब्जी उत्पादन तहत किसानों के खेतों में हाईब्रिड सब्जी लगाने के लिए 20 हजार रुपये प्रति हैक्टेयर की दर से 40 प्रतिशत अनुदान राशि किसानों को दी जाती है। पोली हाऊस व नैट हाऊस स्थापित करने हेतू 65 प्रतिशत की दर से अनुदान राशि प्रदान की जाती है। पोली हाऊस व नैट हाऊस में हाई वैल्यू सब्जियों के अनुदान इस मद् में ज्यादा मूल्य वाले हाईब्रिड सब्जी बीजों जैसा कि खीरा, टमाटर, शिमला मिर्च इत्यादि सब्जियों के पोली हाऊस/नैट हाऊस में उत्पादन करने पर 70 रुपये प्रति वर्गमीटर की दर से अनुदान राशि दी जाती है। आईपीएम व आईएनएम मद् में सब्जियां तथा बागों के तत्व प्रबंधन हेतू 1200 रुपये प्रति हैक्टेयर की दर से 30 प्रतिशत अनुदान राशि के रूप में किसानो को दी जाती है।

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उपायुक्त ने बताया कि मधुमक्खी पालन में प्रति किसान अधिकतम 50 मधुमक्खी के बक्से व 400 फ्रेम दिए जा सकते हंै। इस योजना के तहत किसानों को 85 प्रतिशत तक अनुदान दिया जा रहा है। बागवानी मशीनीकरण इस मद में छोटे टैक्ट्रर (20 बीएचपी तक), पावर टिलर, पौधों पर स्प्रे करने का यंत्र इत्यादि (500 से 1000 लीटर ट्रैक्टर लिफ्टिड पॉवर स्प्रे पम्प), बैटरी चालित स्प्रै पम्प, इंजन चालित स्प्रै पम्प इत्यादि पर किसानों 25 से 50 प्रतिशत तक अनुदान दिया जा सकता है। पैक हाऊस इस मद में किसानों को दो लाख रुपये प्रति इकाई 50 प्रतिशत अनुदान रूप में अनुदान राशि दी जाती है। कोल्ड स्टोरेज में किसानों को एक करेाड़ 75 लाख रुपये प्रति इकाई 35 प्रतिशत अनुदान रूप में दी जाती है। उन्होंने बताया कि एकीकृत खुंभ उत्पादन कंपोस्ट मैकिंग में 40 प्रतिशत अनुदान के साथ 8 लाख रुपये तक का अनुदान दिया जाता है। इसी प्रकार से पुराने बागों का सुधार और नवीनीकरण करने के लिए 20 हजार रुपये प्रति हैक्टेयर 50 प्रतिशत अनुदान दिया जाता है।

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दलितों को न्याय सुनिश्चित करने के लिए आयोग द्वारा बनाए गए विशेष पोर्टल संबंधी करवाया अवगत

चंडीगढ़, 22 जुलाई:

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सांपला ने उप-राष्ट्रपति वैकेंया नायडू से की भेंट:

राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के चेयरमैन विजय सांपला ने भारत के उप-राष्ट्रपति श्री वैकेंया नायडू से एक विशेष मुलाकात की। विजय सांपला की बतौर चेयरमैन उप राष्ट्रपति के साथ यह एक शिष्टचार भेंट रही।

बैठक दौरान सांपला ने श्री नायडू को अनुसूचित जाति वर्ग को आयोग के माध्यम से जल्द न्याय दिलाने के लिए किए गए नए प्रावधानों संबंधी अवगत करवाया। इस मौके सांपला ने नेशनल एससी कमीशन द्वारा शुरू की गई ऑनलाइन शिकायत निवारण पोर्टल संबंधी भी जानकारी दी।

सांपला ने उप-राष्ट्रपति को जानकारी दी कि पोर्टल के माध्यम से देश के किसी भी हिस्से से पीडि़त व्यक्ति न्याय के लिए अपनी शिकायत दर्ज करवा सकता है। उन्होंने पोर्टल पर शिकायत दर्ज करने से लेकर उक्त शिकायत को ट्रेक करने संबंधी कार्य को ई-फाइलिंग की दी गई सुविधा की विस्तृत जानकारी दी।

सांपला ने श्री नायडू को बताया कि कैसे पोर्टल पर दलित अत्याचारों के केसों की सुनवाई प्रक्रिया ई-कोर्ट की तरह ही काम कर रही है। उन्होंने बताया कि उक्त पोर्टल आयोग की वैबसाइट से सीधे जुड़ा हुआ है, तथा पोर्टल पर दर्ज शिकायत सीधे आयोग के समक्ष दर्ज होती है। उन्होंने बताया कि पोर्टल पर शिकायत के साथ अन्य ऑडियो/वीडियो फाइलें भी अपलोड करने की सुविधा भी दी गई हैं।

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इस मौके श्री नायडू ने सांपला की अगुवाई में आयोग द्वारा दलितों को न्याय सुनिश्चित करने के लिए किए जा रहे प्रयासों के लिए बधाई व शुभकामनाएं दी।

पद्म भूषण व पद्मश्री के लिए ऑनलाइन नामांकन करने के लिए आवेदन

सूक्ष्म सिंचाई योजना के तहत पंचकूला जिला में उपचारित अपशिष्ट जल का प्रयोग करने के लिये 5 एमएलडी क्षमता के दो सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट कालका व पिंजौर में लगाये जा रहे है-उपायुक्त

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पंचकूला, 22 जुलाई- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने आज चंडीगढ़ से वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से राज्य के सभी जिला उपायुक्तों के साथ बैठक की तथा जिलों में सूक्ष्म सिंचाई योजनाओं के प्रभावी क्रियांव्यन तथा परिवार पहचान पत्र कार्यक्रम के तहत इनकम वेरिफिकेशन की प्रगति की समीक्षा की।


बैठक में उपायुक्त श्री विनय प्रताप सिंह ने मुख्यमंत्री को अवगत करवाया कि सूक्ष्म सिंचाई योजना के तहत पंचकूला जिला में उपचारित अपशिष्ट जल का प्रयोग करने के लिये 5 एमएलडी क्षमता के दो सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट कालका व पिंजौर में लगाये जा रहे है, जिसके लिये लगभग 8 करोड़ रुपये की राशि कालका में लगने वाले एसटीपी के लिये व 7.25 करोड रुपये की राशि पिंजौर में लगने वाले एसटीपी के लिये स्वीकृत हुई है। उन्होंने बताया कि दोनों एसटीपी को लगाने के लिये टेंडर एक सप्ताह में अलाॅट कर दिये जायेंगे।


उपायुक्त ने बताया कि जिला में कुल 60 हजार एकड़ कृषि योग्य भूमि है, जिसमें से 37 हजार एकड ट्यूब्वैल पर आधारित है तथा 23 हजार एकड बरसाती पानी पर निर्भर हैं। उन्होंने कहा कि क्योंकि जिला में भूमिगत जल स्तर बेहतर है इसलिये 100 एकड भूमि को सूक्ष्म सिंचाई परियोजनाओं के तहत लिया गया हैं। उन्होंने कहा कि सूक्ष्म सिंचाई योजनाओं के तहत 17 नये आवेदन प्राप्त हुये हैं। ये सभी आवेदन ट्यूब्वैल आधारित सिंचाई योजनाओं के लिये है, जिसके तहत 50 एकड भूमि का लक्ष्य रखा गया हैं।


उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय सिंचाई समिति के माध्यम से सूक्ष्म सिंचाई योजनाओं का प्रचार प्रसार किया जायेगा ताकि जिला में वर्षा के पानी पर निर्भर किसान सूक्ष्म सिंचाई योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठा सके।  उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय सिंचाई समिति की बैठक 28 जुलाई को आयोजित की जायेगी, जिसमें सूक्ष्म सिंचाई योजनाओं तथा लिफ्ट सिंचाई योजना के प्रभावी क्रियांवयन पर चर्चा की जायेगी। श्री विनय प्रताप सिंह ने कहा कि जिला में 23 हजार एकड़ भूमि पर सिंचाई नहीं की जाती, जिसमें से अधिकतम क्षेत्र पिंजौर का है। उन्होंने कहा कि मोरनी क्षेत्र के लिये एक योजना बनाई जायेगी, जिसके तहत बरसाती पानी का संग्रहण कर सूक्ष्म सिंचाई के माध्यम से खेती में प्रयोग किया जा सकेगा।

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बैठक में श्री विनय प्रताप सिंह ने अवगत करवाया कि जिला परिवार पहचान पत्र के तहत इनकम वैरिफिकेशन का 70 प्रतिशत कार्य पूरा हो गया है तथा 30 प्रतिशत काम आगामी एक सप्ताह में पूरा कर लिया जायेगा।


बैठक के उपरांत श्री विनय प्रताप सिंह ने सूक्ष्म सिंचाई और कमांड क्षेत्र विकास प्राधिकरण (मिकांडा), सिंचाई व कृषि विभाग के संबंधित अधिकारी को निर्देश दिये कि वे जिला में 100 एकड भूमि पर स्थापित सूक्ष्म सिंचाई संयत्रों का सर्वें करें तथा अपनी रिपोर्ट 28 जुलाई को आयोजित होने वाली जिला स्तरीय सिंचाई समिति की बैठक में प्रस्तुत करें।


इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा, सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता अनुराग गोयल, डीआईओ सतपाल शर्मा व अन्य विभागों के संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।