*Chandigarh MC celebrates its foundation day*

पोलिंग पार्टियों व माईक्रो आब्जर्वरों की रेंडमाइजेशन से हुई ड्यूटियां निर्धारित

सिरसा, 1 मई। 

लोकसभा आम चुनाव-2019 के मदï्देनजर सामान्य पर्यवेक्षक सौरभ कुमार की अध्यक्षता में आज स्थानीय एनआईसी वीडियो कॉफ्रेंस कक्ष में पोलिंग पार्टियों व माईक्रो आब्जर्वरों की रेंडमाइजेशन की गई। इस अवसर पर रिटर्निंग अधिकारी एवं उपायुक्त प्रभजोत सिंह, अतिरिक्त उपायुक्त मनदीप कौर, एसडीएम सिरसा वीरेंद्र चौधरी, एसडीएम ऐलनाबाद अमित कुमार, सीटीएम जयवीर सिंह, डीआरओ राजेंद्र, एडीआईओ सुषमा, तहसीलदार चुनाव राम निवास भी मौजूद थे। 

उपायुक्त ने बताया कि सभी पोलिंग पार्टियों के लिए चुनाव प्रक्रिया सबंधी जानकारी के लिए ईवीएम व वीवीपैट का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके साथ-साथ माईक्रो ऑब्जर्वरों को पूरी चुनाव प्रक्रिया के साथ-साथ ईवीएम के उपयोग बारे भी प्रशिक्षित किया जाएगा।  

*Chandigarh MC celebrates its foundation day*

उपायुक्त ने बताया कि कोई भी राजनैतिक दल और प्रत्याशी मतदान के दिन और मतदान के एक दिन पूर्व प्रिंट मीडिया में कोई विज्ञापन नहीं दंे सकता।

पंचकूला, 1 मई-

उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डाॅ0 बलकार सिंह ने बताया कि कोई भी राजनैतिक दल और प्रत्याशी मतदान के दिन और मतदान के एक दिन पूर्व प्रिंट मीडिया में कोई विज्ञापन नहीं दंे सकता। 

उपायुक्त ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा पूर्व में हुए चुनावों में इस तरह के कोई विज्ञापनों से संबंधित मामलों पर नोटिस लेते हुए यह निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि ऐसे विज्ञापनों के माध्यम से मतदाताओं को प्रभावित व भ्रमित करने का प्रयास हो सकता है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा भी प्रिंट व इलैक्ट्रोनिक मीडिया में दिये जाने वाले विज्ञापनों का प्रकाशन से पूर्व सत्यापन जरूरी है। सत्यापन के लिये जिला स्तर पर मीडिया सर्टिफिकेशन और मोनेट्रिंग कमेटी गठित की जा चुकी है। उन्होंने सभी राजनैतिक दलों व प्रत्याशियों को भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिये है।

उन्होंने बताया कि चुनाव प्रचार के दौरान इलैक्ट्रोनिक और प्रिंट मीडिया में प्रत्याशियों द्वारा दिये जाने वाले विज्ञापनों और पेड न्यूज पर भी निरंतर नजर रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि इस तरह का मामला ध्यान में आने पर संबंधित प्रत्याशी को नोटिस जारी किया जायेगा तथा विज्ञापन व पेड न्यूज के खर्च को प्रत्याशी के चुनाव खर्च में शामिल किया जायेगा। उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार जिला प्रशासन निष्पक्ष व शांतिपूर्वक चुनाव करवाने के लिये वचनवद्ध है और हर स्तर पर निर्वाचन आयोग के निर्देशों की पालना सुनिश्चित की जाये। 

*Chandigarh MC celebrates its foundation day*

उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डाॅ0 बलकार सिंह ने चुनाव ड्यूटी में लापरवाही के लिये चार कर्मचारियों को काम बताओ नोटिस जारी किया है।

पंचकूला, 1 मई-

उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डाॅ0 बलकार सिंह ने चुनाव ड्यूटी में लापरवाही के लिये चार कर्मचारियों को काम बताओ नोटिस जारी किया है। 

उपायुक्त ने बताया कि जनस्वास्थ्य विभाग के कनिष्ठ अभियंता विनोद, पंचायतीराज के कनिष्ठ अभियंता हरविंद्र सिंह व नरेंद्र सिंह तथा नगर निगम के कनिष्ठ अभियंता भूषण को चुनाव ड्यूटी में लापरवाही के लिये कारण बताओ नोटिस जारी किया है। उन्होंने कहा कि चुनाव खर्च के नोडल अधिकारी एवं उप-आबकारी एवं कराधान आयुक्त के माध्यम से इन कर्मचारियों की ड्यूटी के प्रति लापरवाही की शिकायत प्राप्त हुई थी, जिस पर संज्ञान लेते हुए इन कर्मचारियों को नोटिस जारी किया गया है और तीन दिन में अपना पक्ष रखने के लिये कहा गया है।

 उन्होंने चुनाव ड्यूटी पर तैनात सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को भी हिदायत दी है कि वे अपनी ड्यूटी गंभीरता और निष्ठा से करें और किसी भी स्तर पर लापरवाही सहन नहीं की जायेगी। उन्होंने कहा कि चुनाव ड्यूटी एक महत्वपूर्ण कार्य है और सभी अधिकारी व कर्मचारियों को इस महत्व को समझते हुए अपनी ड्यूटी पूरी निष्ठा के साथ देनी चाहिए।

*Chandigarh MC celebrates its foundation day*

उपायुक्त डाॅ0 बलकार सिंह ने बताया कि जिला में गेहूं की कटाई का कार्य युद्धस्तर पर जारी है

पंचकूला, 1 मई-

उपायुक्त डाॅ0 बलकार सिंह ने बताया कि जिला में गेहूं की कटाई का कार्य युद्धस्तर पर जारी है। उन्होंने बताया कि 30 अप्रैल तक जिला की तीनों अनाजमंडियों में 42430 टन गेहूं की खरीद की जा चुकी है। 

उन्होंने बताया कि इस अवधि तक बरवाला अनाजमंडी में 21130 टन, पंचकूला अनाजमंडी में 7900 टन तथा रायपुररानी अनाजमंडी में 13400 टन गेहूं खरीदा जा चुका है। उन्होंने बताया कि गेहूं की खरीद हैफेड  और हरियाणा भंडारण निगम द्वारा की जा रही है। हैफेड द्वारा 30 अप्रैल तक 34530 टन गेहूं खरीदी गई हैं जबकि हरियाणा भंडारण निगम द्वारा इस अवधि तक 7900 टन गेहूं की खरीद की है। उन्होंने बताया कि गत वर्ष जिला की तीनों अनाजमंडियों में खरीद सीजन के दौरान 50000 टन गेहूं खरीदी गई थी और इस वर्ष खाद्य व आपूर्ति विभाग द्वारा 65000 टन गेहूं खरीद का अनुमान जताया जा रहा हैं।

*Chandigarh MC celebrates its foundation day*

मंडियों में हुई 8,75,816 मीट्रिक टन से अधिक गेहूं की आवक

सिरसा, 1 मई।

उपायुक्त प्रभजोत सिंह ने बताया कि जिला की अनाज मंडियों में गेहूं व सरसों की जारी है। मंडियों में अब तक 8 लाख 75 हजार 816 मीट्रिक टन गेहूं की आवक हो चुकी है। वहीं सभी मंडियों में अब तक 47 हजार 531 मीट्रिक टन सरसों आई है।

उन्होंने बताया कि जिला की विभिन्न मंडियों व खरीद केंद्रों में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा एक लाख 62 हजार 891 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की जा चुकी है। हैफेड द्वारा 5 लाख 7 हजार 520 मीट्रिक टन, भारतीय खाद्य निगम द्वारा 87 हजार 416 तथा हरियाणा वेयर हाउसिंग कार्पोरेशन द्वारा एक लाख 17 हजार 989 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई है।

सिरसा मंडी में एक लाख मीट्रिक टन से अधिक हुई गेहूं की आवक, ऐलनाबाद मंडी द्वितीय

उन्होंने बताया कि सिरसा मंडी में एक लाख 6 हजार 853 मीट्रिक टन, ऐलनाबाद मंडी में एक लाख 2 हजार 761, डबवाली मंडी में 67 हजार 350, कालांवाली मंडी में 60 हजार 776, चौटाला मंडी में 55 हजार 959, रानियां मंडी में 36 हजार 139, बणी मंडी में 31 हजार 535, जीवन नगर मंडी में 25 हजार 471, डिंग मंडी में 22 हजार 628, गंगा मंडी में 20 हजार 114 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की जा चुकी है। साथ ही जिला की अन्य मंडियों में भी गेहूं की आवक जारी है। 

मंडियों में साढे 47 हजार मीट्रिक टन सरसों की हो चुकी है आवक

उपायुक्त सरसों आवक बारे जानकारी देते हुए बताया कि जिला की 9 मंडियों में 47 हजार 531  मीट्रिक टन सरसों की आवक हुई है। उन्होंने बताया कि चौटाला मंडी में 4303 मीट्रिक टन, डबवाली मंडी में 3044, डिंग मंडी में 10458, ऐलनाबाद मंडी में 4141, कालांवाली मंडी में 2065, खारियां मंडी में 6526, नाथूसरी चौपटा मंडी में 9191, औढां मंडी में 3393 तथा सिरसा मंडी में 4410 मीट्रिक टन सरसों फसल की आवक हो चुकी है। 

उन्होंने सभी एजेंसियों के अधिकारियों से कहा कि गेहूं व सरसों के उठान का कार्य शीघ्र व निरंतर अपनी देखरेख में सुचारु रूप से करवाएं। जिला में फसल खरीद को लेकर जिला प्रशासन द्वारा सभी प्रबंध पूरे किये गए हैं। सभी मंडियों में अलग-अलग अधिकारियों को जिम्मदारी सौंपी गई है और किसी भी किसान को कोई दिक्कत न आए इसके लिए सख्त दिशा निर्देश भी जारी किए गए हैं। उन्होंने जिला के किसानों से अनुरोध किया है कि वे गेहूं को पूरी तरह सुखा कर मंडियों में लाएं। 

*Chandigarh MC celebrates its foundation day*

मोबाईल वैन चला ग्रामीणों को दी जा रही कानूनी जानकारी

सिरसा, 1 मई। 

30 मई तक चलेगी वैन, एडवोकेट व पीएलवी लोगों को देंगे विभिन्न पहलूओं पर कानूनी जानकारी

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में लोगों को कानूनी जानकारी के लिए मोबाईल वैन चलाई गई है। यह वैन 30 मई तक जिला के विभिन्न गांवों में जाकर ग्रामीणों को विभिन्न विषयों पर कानूनी पहलूओं की जानकारी देगी तथा जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण द्वारा दी जा रही नि:शुल्क सेवाओं व योजनाओं बारे भी जानकारी दी जाएगी। 

यह जानकारी देते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव एवं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अनमोल सिंह नयर ने बताया कि मोबाईल जागरुकता वैन में विधिक सेवा प्राधिकरण के पैनल एडवोकेट व पीएलवी होंगे। जो गांव-गांव पहुंच कर आमजन को विधिक सेवा प्राधिकरण की गतिविधियों की जानकारी देंगे। उन्होंने बताया कि इस अवसर पर मौलिक अधिकारों व कर्तव्यों, गरीबी उन्मूलन योजना 2015 का प्रभावी कार्यान्वयन, मानसिक रूप से बीमार और विकलांग व्यक्तियों के लिए कानूनी सेवा, नशीली दवाओं के दुरुपयोग और नशीली दवाओं के उन्मूलन के लिए कानूनी सेवा, आपदा पीडि़तों को कानूनी सेवा, एसिड हमलों के पीडि़तों को कानूनी सेवा, मध्यस्थता के बारे में जानकारी, पीसी एंड पीएनडीटी के तहत पूर्व गर्भाधान और प्रसव पूर्व निदान तकनीक अधिनियम (लिंग चयन पर रोक) व राष्टï्रीय एव राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा वरिष्ठ नागरिकों हेतु कानून सेवाएं आदि के संबंध में कानूनी पहलुओं बारे में जानकारी दी जाएगी।

उन्होंने बताया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पैनल एडवोकेट व पीएलवी मोबाईल वैन के माध्यम से 2 मई को गांव पतली डाबर, 3 मई को गांव रसूलपुर, 4 मई को कंगनपुर, 6 मई को हांडीखेड़ा, 7 मई को शमशाबाद पट्टïी, 8 मई को मीरपुर, 9 मई को मंगाला, 10 मई को अरनियांवाली, 13 मई को दड़बा कलां, 14 मई को जोधकां, 15 मई को गांव झोपड़ा, 16 मई को गांव अलीकां में लोगों को कानूनी जानकारी दी जाएगी। साथ ही 17 मई को चौटाला, 18 मई को देसूजोधा, 20 मई को गोरीवाला, 21 मई को जोगेवाला, 22 मई को लोहगढ़, 23 मई को मिठड़ी, 24 मई को किशनपुरा, 27 मई को करीवाला, 28 मई को जीवन नगर, 29 मई को केशुपुरा, 30 मई को मि_ïी सुरेरां व अबूतगढ में लोगों को कानूनी पहलुओं के बारे में जानकारी दी जाएगी। 

*Chandigarh MC celebrates its foundation day*

उपायुक्त प्रभजोत सिंह ने अधिकारियों को दिए एक्शन प्लान पर नियमित प्रगति रिपोर्ट देने के निर्देश

सिरसा, 1 मई। 

घग्घर को प्रदूषण मुक्त के लिए तैयार किया जाएगा एक्शन प्लान

घग्घर नदी को प्रदूषण मुक्त करने के लिए राष्टï्रीय हरित प्राधिकरण(एनजीटी)के तय मापदंडों के तहत एक्शन प्लान तैयार किया जाएगा। इसके लिए संबंधित अधिकारी एक्शन प्लान पर अपनी नियमित रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। इसमें किसी प्रकार की ढिलाई ना बरती जाए और प्राथमिकता के आधार पर प्लान पर कार्य किया जाए।

 ये निर्देश उपायुक्त प्रभजोत सिंह ने आज अपने कार्यालय में घग्घर नदी को प्रदूषण मुक्त करने बारे गठित कमेटी की मासिक बैठक की अध्यक्षता करते हुए संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने अधिकारियों से सख्त निर्देश देते हुए कहा कि ग्रामीण व शहरी इलाकों से निकलने वाला गंदा पानी घग्घर में ना जाए। इसके लिए संबंधित विभाग कार्य योजना बना कर तत्काल कार्रवाई करें ताकि घग्घर को प्रदूषण मुक्त किया जा सके। बैठक में डीडीपीओ कुलभूषण बंसल, उप निदेशक कृषि डा. बाबूलाल, सीएमओ डा. गोबिंद गुप्ता, डीएसपी जगदीश कुमार, वैज्ञानिक सुनील कुमार, कार्यकारी अभियंता पंचायती राज भरत सिंह, एक्सईएन आरके शर्मा, डीएफओ राम कुमार सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।

उपायुक्त ने कहा कि राष्टï्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) निर्देशानुसार घग्घर को प्रदूषण मुक्त किया जाना है। जिसके तहत सभी विभागों द्वारा प्रस्तावित एक्सन प्लान तैयार किया जाएगा। सभी विभाग एनजीटी के निर्देशानुसार एक्सन प्लान बना कर घग्घर में आने वाले गंदे पानी की समुचित रोकथाम सुनिश्चित करें। उपायुक्त ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्रों से भी निकलने वाले गंदे पानी की निकासी को घग्घर में न डालें, इसके लिए ट्रिटमैंट प्लांट लगा कर पानी को साफ किया जाए। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक पर प्रतिबंध सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि बॉयोमेडिकल वेस्ट के निष्पादन पर प्रभावी कदम उठाए जाए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे घग्घर नदी के साथ लगते सभी गांवों में स्वास्थ्य जागरुकता कैंप लगाएं और लोगों के स्वास्थ्य की जांच करें। इसके साथ-साथ लोगों को घग्घर को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए जागरुक भी करें। वन विभाग घग्घर के किनारों पर अधिकाधिक संख्या में वृक्षारोपण करें।

उन्होंने कहा कि स्वच्छ पेयजल की सप्लाई सुनिश्चित की जाए और जो गांव घग्घर के किनारे लगते हैं, उन गांवों में पीन के पानी के टेंकों के सैंपल समय-समय पर लिए जाएं और उस पानी में हैवी मैटल सहित अन्य प्रदूषित अव्वयों की मात्रा की जांच करवाई जाए। उन्होंने कहा कि भूमिगत जल स्तर को स्वच्छ रखने के लिए कोई भी संस्थान या उद्योग अपने गंदे पानी को जमीन में न डालें। उपायुक्त ने सभी विभागों को निर्देश दिये कि वे घग्घर को स्वच्छ बनाने के लिए गठित कमेटी को नियमित रुप से अपनी प्रगति रिपोर्ट भेजें। 

*Chandigarh MC celebrates its foundation day*

आज अन्तर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस 2019 है, जिसे मई दिवस के नाम से भी जाना जाता है

दुनियाभर में 1 मई का दिन अन्तर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस या मई दिवस के तौर पर मनाया जाता है। 

World Labor Day 2019

जो हर बाधा को करता है दूर, उसका ङटकर मुकाबला करता है, उसका नाम है मज़दूर !

मज़दूर दिवस की शुभकामनाएं!

मई दिवस और मजदूरों की कुर्बानियों के इतिहास के बीच यह भी गौरतलब है कि लड़ कर हासिल तमाम मजदूर अधिकारों का आज छीनने का दौर चल रहा है।

आज अन्तर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस 2019 है, जिसे मई दिवस के नाम से भी जाना जाता है।

लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि मजदूर दिवस क्यों मनाया जाता है ,

मजदूर दिवस।

आज ही के दिन 1886 में अमेरिका के शिकागो शहर में मजदूरों ने पूंजीवादी शोषण के खिलाफ और काम के घंटे निर्धारित किये जाने, यूनियन बनाने के अधिकार समेत तमाम मजदूर अधिकारों के लिए ऐतिहासिक हड़ताल की थी।

इस हड़ताल पर बर्बर दमन ढाया गया। कई दिनों तक चले संघर्ष में कई मजदूर हताहत हुए और 8 मजदूर नेताओं को तो एक साल बाद नवम्बर 1887 में फांसी पर चढ़ा दिया गया।

8 घंटे का कार्यदिवस जो पूरी दुनिया मे लागू हुआ, उस अधिकार के लिए मजदूरों की कुर्बानियों के इतिहास का प्रतीक दिन है-मई दिवस। भारत में भी मजदूर अधिकारों के संघर्षों की लंबी परम्परा है।

उसके बाद निरन्तर कपड़ा मिलों, जूट मिलों समेत तमाम कारखानों में मजदूर अपने अधिकारों के लिए लड़ते रहे और हड़ताल को संघर्ष के सब से प्रभावी हथियार के तौर पर उपयोग में लाते रहे।

1908 में देश के मजदूरों ने पहली राजनीतिक हड़ताल की। लोकमान्य तिलक को जून 1908 में अंग्रेजों ने राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया। इस गिरफ्तारी के खिलाफ हजारों मजदूर सड़कों पर उतर आए। जुलाई के महीने में जब मुकदमें की कार्यवाही शुरू हुई तो मजदूरों का संघर्ष और तीखा हो गया।

रूस के क्रांतिकारी नेता कामरेड लेनिन ने इस हड़ताल का स्वागत किया और कहा कि तिलक की गिरफ्तारी के खिलाफ उभरा मजदूरों का यह संघर्ष और उससे पैदा हुए वर्ग चेतना अंग्रेजी साम्राज्य को नेस्तनाबूद कर देगी।

मई दिवस और मजदूरों की कुर्बानियों के इतिहास के बीच यह भी गौरतलब है कि लड़ कर हासिल तमाम मजदूर अधिकारों का आज छीनने का दौर चल रहा है। 8 घण्टे काम का अधिकार हो या यूनियन बनाने का अधिकार, सब धीरे-धीरे खत्म किये जा रहे हैं।

वाइट कॉलर नौकरीपेशा लोगों की एक बड़ी जमात है, जो स्वयं को मजदूर कहलाना पसंद नही करती, लेकिन पूंजी के शोषण की भरपूर मार झेलती है।

मजदूर अधिकारों और श्रम कानूनों पर हमले के इस दौर में अथाह कुर्बानियों से हासिल इन अधिकारों को बचाने के लिए मजदूरों के एकताबद्ध संघर्ष ही एकमात्र रास्ता हैं।

दुनिया में मजदूर अधिकारों का संघर्ष और भारत मे मजदूर अधिकारों के संघर्ष का इतिहास बताता है कि दुनिया भर में मजदूरों ने एक ही तरह से लड़ कर अपने अधिकार हासिल किए हैं।

इसलिये आज जो मई दिवस को बाहरी बता रहे हैं, वे मजदूरों की कुर्बानियों के समूचे इतिहास को ही मिटा देना चाहते हैं। वे मजदूरो के पक्षधर लोग नही हैं। वे मजदूरों के जायज हकों पर डाका डालने वाले, सत्ता में बैठे बाउंसर हैं।

इसलिए मजदूरों के कुर्बानियों के इतिहास में दरार पैदा करने की कोशिशों के खिलाफ मजदूरों की एकता के जरिये मुंहतोड़ जवाब दिया जाए।

दुनियाभर के मेहनतकशों की एकजुटता का आह्वान करने वाले कार्ल मार्क्स के नारे को बुलन्द करें- दुनिया के मजदूरो, एक हो।

जो हर बाधा को करता है दूर, उसका ङटकर मुकाबला करता है, उसका नाम है मज़दूर !

“मज़दूर दिवस की शुभकामनाएं”!

*Chandigarh MC celebrates its foundation day*

कांग्रेस की न्याय योजना से सुधरेगा 25 करोड़ लोगों को जीवन, पांच करोड़ परिवारों की महिलाओं के खाते में जमा होंगे सालाना 72000 रुपए: सैलजा

अम्बाला।

मुलाना विस क्षेत्र में एक दर्जन से ज्यादा  जनसभाओं के दौरान मोदी सरकार पर जमकर बरसी कांग्रेस प्रत्याशी, कहा नोटबंदी व जीएसटी ने देश को बर्बाद कर दिया


लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी कुमारी सैलजा ने मंगलवार को भाजपा सरकार पर हमला बोला। सैलजा ने मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों के कारण देश का आर्थिक विकास पूरी तरह डगमगा गया है। पहले नोटबंदी ने लोगों को लाइनों में लगाया फिर जीएसटी ने पूरी अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया। अम्बाला संसदीय क्षेत्र के रुके विकास के लिए सैलजा ने सीधेतौर पर सांसद रतनलाल कटारिया को जिम्मेदार दिया। उन्होंने कहा कि सांसद पूरे पांच साल क्षेत्र से गायब रहे। चुनाव आते ही वे फिर मोदी-मोदी कर जनता से वोट मांग रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस बार जनता उन्हें सबक सिखाने का मन बना चुकी है।

25 करोड़ लोगों के जीवन को सुधारेगी न्याय

पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा ने कहा कि पांच साल पहले विकास के वायदे पर भाजपा सत्ता में आई थी। तब खुद मंचों से पीएम नरेंद्र मोदी ने हर देशवासी के खाते में 15-15 लाख रुपए डालने व सालाना दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने की बात कही थी। मगर लोगों के खाते में न तो पैसे आए न ही युवाओं को रोजगार मिला। अपने साथ हुई ठगी से लोग बेहद मायूस हैं। उन्होंने कहा कि किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए भाजपा ने तब स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें लागू करने का भी वायदा भी किया था। यह बात भी कही थी कि सत्ता में आते ही हर किसान का कर्ज माफ होगा। कर्ज की वजह से किसी किसान को आत्महत्या करने के लिए मजबूर नहीं होना पड़ेगा। सैलजा का आरोप है कि ये वायदे भी सरकार पूरे नहीं कर पाई। सैलजा ने कहा कि कांग्रेस ने देश की जनता से कभी कोई झूठा वायदा नहीं किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अगर सत्ता में आई तो न्याय योजना से देश के पांच करोड़ परिवारों के 25 करोड़ लोगों की आर्थिक स्थिति में सुधार किया जाएगा। सालाना पांच करोड़ परिवारों की महिलाओं के खाते में 72 हजार रुपए जमा करवाए जाएंगे।

मेरी कामों का श्रेय ले रहे हैं सांसद

सैलजा ने संसदीय क्षेत्र के रुके विकास के लिए सीधेतौर पर सांसद रतनलाल कटारिया को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि पांच साल पहले अम्बाला की जनता से कटारिया को लाखों वोटों से जितवाकर संसद भेजा था। मगर जीत के बाद वे कभी संसदीय क्षेत्र में नहीं लौटे। बुनियादी सुविधाओं के लिए लोग उनके घर व ऑफिस के चक्कर काटते रहे। मगर हर बार उन्हें बहाने से लौटा दिया गया। सैलजा ने कहा कि उन्होंने बताया कि अपने कार्यकाल में बराड़ा केसरी के पास 37 करोड़ की लागत से ओवरब्रिज का निर्माण करवाया गया। साहा में 100 करोड़ की लागत से टूल रुम एवं टैक्नोलोजी अपग्रेडशन सेंटर का निर्माण करवाया गया। 983 करोड़ रुपए में पंचकुला से शहजादपुर वाया साहा, यमुनानगर से सहारनुपर तक नेशनल हाइवे का निर्माण करवाया गया। इसके अलावा भी क्षेत्र के विकास के लिए कई बड़े काम किए गए।

हर जगह ग्रामीणों ने किया अभिनंदन

मंगलवार को राज्यसभा सांसद कुमारी सैलजा के प्रचार अभियान की शुरुआत जगाधरी की एससी बस्ती से शुरु हुआ था। यहां लोगों ने कुमारी सैलजा का भव्य स्वागत किया। इसके बाद सैलजा का काफिला मुलाना विस क्षेत्र के गांव माजरी पहुंचा। इसके बाद दुराना गांव से होते हुए मोहड़ा, दुखेड़ी, लंगरछन्नी, हल्दरी, बिहटा, साहा इंडस्ट्रियल एरिया, तेपला, साहा से होते हुए नहोनी, तलहेड़ी गुजरान, सिरसगढ़, धनौरा व जफरपुर में भी कुमारी सैलजा ने जनसभा को संबोधित किया। हर जगह ढोल नगाड़ों से सैलजा का स्वागत किया गया। सैलजा की अगुवाई से ग्रामीणों का उत्साह देखने लायक था।



*Chandigarh MC celebrates its foundation day*

University Institute of Fashion Technology & Vocational Development, Panjab University, Chandigarh.

Chandigarh April 30, 2019

Students of the M.Sc. Semester IV of University Institute of Fashion 
Technology and Vocational Development (2017-19 Batch) put up a show of Bold and Beautiful Victorian Gowns as part of their syllabus in Structured Clothing. 

 This is the year that a new revised syllabus has given an opportunity to the 
young designers to exercise their creativity and play with yards and yards of fabric material, twist and turn it on Dress-forms till it draped perfectly to take the shape of Bouncy and Flouncy Gowns resembling the Royal Clothing from the 1600s.

Use of basic non expensive muslin, folding into exquisitely shaped Corseted 
Bodices and Jackets, slyly hiding Boning of various sizes in its seams could be seen in all the 11 creations.

The display is the entire effort of Dr. Rita Kant, Senior Professor of 
University Institute of Fashion Technology & Vocational Development, Panjab University, Chandigarh.  

Ruffles and Bouffant Skirts finished with the use of Cancan and Crinoline in under layers added to the elegance of the period costumes.

Dr. Prabhdeep Brar, Chairperson informed that the assignment was prepared in just 15 days. She added that every cut in the fabric and every stitch sewn in the material was the work of the students themselves.  It was hard to believe that no tailor help was taken. 

[responsivevoice_button voice=”UK English Female” buttontext=”Listen to Post”]