Petrol price hiked in Delhi, diesel crossing Rs 66 a liter

दिल्ली: दो दिनों की स्थिरता के बाद शुक्रवार को फिर से डीजल के दाम में बढ़ोतरी दर्ज की गई, जबकि पेट्रोल के भाव में लगातार तीसरे दिन स्थिरता बनी रही। देश की राजधानी दिल्ली में डीजल 66 रुपये प्रति लीटर हो गया है। छह जनवरी के बाद से अब तक दिल्ली में डीजल के दाम में 3.84 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि हुई है।

दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में डीजल फिर 10 पैसे प्रति लीटर महंगा हो गया है। डीजल महंगा होने से माल-ढुलाई खर्च बढ़ जाता है, जिससे महंगाई बढ़ती है। अंतरार्ष्ट्रीय वायदा बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में तेजी का रुख बना हुआ है, ब्रेंट क्रूड का भाव करीब 62 डॉलर प्रति बैरल और डब्ल्यूटीआई 53 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर बना हुआ है।

दिल्ली

पेट्रोल के दाम –  71.27 रुपये प्रति लीटर

डीजल के दाम – 66 रुपये प्रति लीटर

मुंबई

पेट्रोल के दाम –  76.90 रुपये प्रति लीटर

डीजल के दाम – 69.11 रुपये प्रति लीटर

कोलकाता

पेट्रोल के दाम –  73.36 रुपये प्रति लीटर

डीजल के दाम – 67.78 रुपये प्रति लीटर

चेन्नई

पेट्रोल के दाम –  73.99 रुपये प्रति लीटर

डीजल के दाम – 69.72 रुपये प्रति लीटर

शिवसेना : प्रियंका ने अपने पत्ते सही तरीके से खेले तो वे रानी बनकर उभरेंगी

मुंबई-शिवसेना ने शुक्रवार को कहा कि अगर प्रियंका गांधी ने अपने पत्ते सही तरीके से खेले तो वे रानी बनकर उभरेंगी और उन्हें पार्टी में शामिल करके राहुल गांधी ने दिखा दिया कि आगामी आम चुनाव में जीत हासिल करने के लिये वह कुछ भी करने को तैयार हैं।

पार्टी के मुखपत्र सामना में एक लेख में यह बातें कही गई हैं। भाजपा की गठबंधन साझीदार शिवसेना ने यह भी कहा कि सत्ताधारी दल के नेताओं (भाजपा नेताओं) के इस बयान का कोई मतलब नहीं है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नाकाम होने के चलते प्रियंका को पार्टी में शामिल किया गया है।

पार्टी ने कहा कि कांग्रेस प्रमुख ने राफ़ेल लड़ाकू विमान खरीद के मुद्दे पर सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी थीं। शिवसेना के अनुसार राहुल गांधी के मोदी सरकार पर राफ़ेल सौदे में लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों को नजरअंदाज भी कर दें तब भी हाल ही में तीन राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की जीत का श्रेय उन्हें नहीं दिया जाना संकीर्ण मानसिकता को दर्शाता है।

लेख में कहा गया है, उत्तर प्रदेश में सपा और बसपा के गठबंधन में कांग्रेस को जगह नहीं दी गई। हालांकि राहुल गांधी ने बहुत ही धैर्य के साथ खुद को शांत रखा। लेख में कहा गया कि गांधी ने उत्तर प्रदेश में सभी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान करके और सपा-बसपा को हरसंभव मदद देने तथा उसी समय प्रियंका को मुख्यधारा की राजनीति में लाने का फैसला करके अपने पत्ते सही तरीके से खेले।

लेख के अनुसार इससे कांग्रेस को मदद मिलेगी। यहां तक कि प्रधानमंत्री को प्रियंका के राजनीति में आने पर बोलना पड़ा। लोगों ने परिवार को स्वीकार कर लिया है तो कुछ लोगों के पेट में दर्द क्यों हो रहा है?
लेख में कहा गया है कि भाजापा नेहरू-इंदिरा परिवार को लेकर इसलिए शत्रुता की भावना रखती है क्योंकि वह उसे जबरदस्त प्रतिस्पर्धी के तौर पर देखती है।

बीजेपी, कांग्रेस की ओर से मजबूत चुनौती मिलने को लेकर डरी हुई है। शिवसेना ने कहा कि प्रियंका की शक्ल सूरत और बातचीत के तरीके में उनकी दादी इंदिरा गांधी की झलक दिखती है। लिहाजा कांग्रेस को निश्चित ही आम चुनावों के दौरान हिदी पट्टी के राज्यों में इसका फायदा होगा।

हिमाचल प्रदेश के स्थापना दिवस के मौके पर को बधाई दी : कोविंद

नयी दिल्ली :राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने हिमाचल प्रदेश के स्थापना दिवस के मौके पर राज्य के लोगों को शुक्रवार को बधाई दी।

कोविंद ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘राज्य स्थापना दिवस पर हिमाचल प्रदेश के सभी निवासियों को बधाई। इस सुंदर राज्य में रहने वाले सभी लोगों के उज्ज्वल और समृद्ध भविष्य के लिए मेरी शुभकामनाएं। उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने 25 जनवरी 1971 को हिमाचल प्रदेश केंद्र शासित प्रदेश से पूर्ण राज्य का दर्जा दिया था और इस तरह यह देश का 18वां राज्य बना था।