हरियाणा भर में आयोजित तीसरी राष्ट्रीय लोक अदालत में 3 लाख से अधिक मामलों का निपटारा

पनामा में 6.1 की तीव्रता से आया तेज भूकंप

पनामा में 6.1 तीव्रता का भूकंप आया। इस वजह से इमारतों और मकानों को नुकसान पहुंचा है और कम से कम पांच लोग जख्मी हुए हैं।

अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण ने बताया कि भूकंप का केंद्र देश के पश्चिमी हिस्से में कोस्टा रिका सीमा के पास 37 किलोमीटर की गहराई में था।

राष्ट्रीय नागरिक सुरक्षा प्रणाली ने कहा कि भूकंप की वजह से चार मकानों को नुकसान पहुंचा और पांच लोग जख्मी हुए हैं।

राष्ट्रपति जुआन कार्लोस वरेला ने पहले ट्वीट किया था कि प्यर्टो आर्मुलेस में सिर्फ एक व्यक्ति घायल हुआ है। उन्होंने बताया कि मकानों और कारोबारी इमारतों को नुकसान पहुंचा है।

राष्ट्रीय नागरिक सुरक्षा प्रणाली ने कहा कि दो क्षतिग्रस्त घर गिर गए हैं। बहरहाल, प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र ने सुनामी की चेतावनी जारी नहीं की है।

हरियाणा भर में आयोजित तीसरी राष्ट्रीय लोक अदालत में 3 लाख से अधिक मामलों का निपटारा

श्री सीता नवमी 2019 को जानकी नवमी भी कहते हैं, जानिेए कैसे ?

श्री सीता नवमी 2019:

वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को जनकनंदनी एवं प्रभु श्रीराम की प्राणप्रिया, सर्वमंगलदायिनी, पतिव्रताओं में शिरोमणि श्री सीताजी का प्राकट्य हुआ। यह दिन जानकी नवमी या सीता नवमी के नाम से जाना जाता है। धर्मशास्त्रों के अनुसार इस पावन पर्व पर जो भी भगवान राम  सहित माँ जानकी का व्रत-पूजन करता है, उसे पृथ्वी दान का फल एवं समस्त तीर्थ भ्रमण का फल स्वतः ही प्राप्त हो जाता है एवं समस्त प्रकार के दु:खों, रोगों व संतापों से मुक्ति मिलती है।

भगवान श्रीराम की अर्द्धांगिनी देवी सीता जी का जन्मदिवस फाल्गुन मास में कृष्ण पक्ष की अष्टमी को तो मनाया जाता ही है परंतु वैशाख मास के शुक्लपक्ष की नवमी तिथि को भी जानकी-जयंती के रूप में मनाया जाता है क्योंकि रामायण के अनुसार वे वैशाख में अवतरित हुईं थीं, किन्तु ‘निर्णयसिन्धु’ के ‘कल्पतरु’ ग्रंथानुसार फाल्गुन माह की कृष्ण पक्ष के दिन सीता जी का जन्म हुआ था इसीलिए इस तिथि को सीताष्टमी के नाम से भी संबोद्धित किया गया  है अत: दोनों ही तिथियाँ उनकी जयंती हेतु मान्य हैं तथा दोनों ही तिथियां हिंदू धर्म में बहुत पवित्र मानी गई हैं। इस दिन वैष्णव संप्रदाय के भक्त माता सीता के निमित्त व्रत रखते हैं और पूजन करते हैं। मान्यता है कि जो भी इस दिन व्रत रखता व श्रीराम सहित सीता का विधि-विधान से पूजन करता है, उसे पृथ्वी दान का फल, सोलह महान दानों का फल तथा सभी तीर्थों के दर्शन का फल अपने आप मिल जाता है। अत: इस दिन व्रत करने का विशेष महत्त्व है। 

शास्त्रों के अनुसार वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की नवमी के दिन पुष्य नक्षत्र में जब महाराजा जनक संतान प्राप्ति की कामना से यज्ञ की भूमि तैयार करने के लिए हल से भूमि जोत रहे थे, उसी समय पृथ्वी से एक बालिका का प्राकट्य हुआ। जोती हुई भूमि को तथा हल की नोक को भी ‘सीता’ कहा जाता है, इसलिए बालिका का नाम ‘सीता’ रखा गया। 

सीता जन्म कथा सीता के विषय में रामायण और अन्य ग्रंथों में जो उल्लेख मिलता है, उसके अनुसार मिथिला के राजा जनक के राज में कई वर्षों से वर्षा नहीं हो रही थी। इससे चिंतित होकर जनक ने जब ऋषियों से विचार किया, तब ऋषियों ने सलाह दी कि महाराज स्वयं खेत में हल चलाएँ तो इन्द्र की कृपा हो सकती है। मान्यता है कि बिहार स्थित सीममढ़ी का पुनौरा नामक गाँव ही वह स्थान है, जहाँ राजा जनक ने हल चलाया था। हल चलाते समय हल एक धातु से टकराकर अटक गया। जनक ने उस स्थान की खुदाई करने का आदेश दिया। इस स्थान से एक कलश निकला, जिसमें एक सुंदर कन्या थी। राजा जनक निःसंतान थे। इन्होंने कन्या को ईश्वर की कृपा मानकर पुत्री बना लिया। हल का फल जिसे ‘सीत’ कहते हैं, उससे टकराने के कारण कालश से कन्या बाहर आयी थी, इसलिए कन्या का नाम ‘सीता’रखा गया था। ‘वाल्मीकि रामायण’ के अनुसार श्रीराम के जन्म के सात वर्ष, एक माह बाद वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को जनक द्वारा खेत में हल की नोक (सीत) के स्पर्श से एक कन्या मिली, जिसे उन्होंने सीता नाम दिया। जनक दुलारी होने से ‘जानकी’, मिथिलावासी होने से ‘मिथिलेश’ कुमारी नाम भी उन्हें मिले। वर्तमान में मिथिला नेपाल का हिस्सा हैं अतः नेपाल में इस दिन को बहुत उत्साह से मनाते हैं । वास्तव में सीता, भूमिजा कहलाई क्यूंकि राजा जनक ने उन्हें भूमि से प्राप्त किया था । 

वेदों, उपनिषदों तथा अन्य कई वैदिक वाङ्मय में उनकी अलौकिकता व महिमा का उल्लेख एवं  उनके स्वरूप का विस्तार पूर्वक वर्णन किया गया है जहाँ ऋग्वेद में एक स्तुति के अनुसार कहा गया है कि असुरों का नाश करने वाली सीता जी आप हमारा कल्याण करें एवं इसी प्रकार सीता उपनिषद जो कि अथर्ववेदीय शाखा से संबंधित उपनिषद है जिसमें सीता जी की महिमा एवं उनके स्वरूप को व्यक्त किया गया है। इसमें सीता को शाश्वत शक्ति का आधार बताया गया है तथा उन्हें ही प्रकृति में परिलक्षित होते हुए देखा गया है। सीता जी को प्रकृति का स्वरूप कहा गया है तथा योगमाया रूप में स्थापित किया गया है।

अष्टमी तिथि को ही नित्यकर्मों से निर्मित होकर शुद्ध भूमि पर सुंदर मंडप बनाएं, जो तोरण आदि से मंडप के मध्य में सुंदर चौकोर वेदिका पर भगवती सीता एवं भगवान श्री राम की स्थापना करनी चाहिए। पूजन के लिए स्वर्ण, रजत, ताम्र, पीतल, एवं मिट्टी इनमें से यथासंभव किसी एक वस्तु से बनी हुई प्रतिमा की स्थापना की जा सकती है। मूर्ति के अभाव में चित्रपट से भी काम लिया जा सकता है। जो भक्त मानसिक पूजा करते हैं उनकी तो पूजन सामग्री एवं आराध्य सभी भाव में ही होते हैं। भगवती सीता एवं भगवान श्री राम की प्रतिमा के साथ साथ पूजन के लिए राजा जनक, माता सुनैना, पुरोहित शतानंद जी, हल और माता पृथ्वी की भी प्रतिमा स्थापित करनी चाहिए। नवमी के दिन नित्य कर्म से निवृत्त होकर श्री जानकी राम का संकल्प पूर्वक पूजन करना चाहिए। सर्वप्रथम पंचोपचार से श्री गणेश जी और भगवती पार्वती का पूजन करना चाहिए। फिर मंडप के पास ही अष्टदल कमल पर विधिपूर्वक कलश की स्थापना करनी चाहिए। यदि मंडप में प्राण-प्रतिष्ठा हो तो मंडप में स्थापित प्रतिमा या चित्र में प्राण प्रतिष्ठा करनी चाहिए। प्रतिमा के कपड़ों का स्पर्श करना चाहिए। भगवती सीता का श्लोक के अनुसार ध्यान करना चाहिए।आज के दिन माता सीता की पूजन करने से सर्वश्रेष्ठ लाभ प्राप्त होता है।

श्री वाल्मीकि रामायण के अनुसार श्री राम के जन्म के सात वर्ष तथा एक माह पश्चात भगवती सीता जी का प्राकट्य हुआ। गोस्वामी तुलसीदास जी बालकांड के प्रारम्भ में आदिशक्ति सीता जी की वंदना करते हुए कहते हैं :

‘‘उद्भवस्थिति संहारकारिणी क्लेशहारिणीम्।

सर्वश्रेयस्करीं सीतां नतोऽहं रामवल्लभाम्॥’’

माता जानकी ही जगत की उत्पत्ति, पालन और संहार करने वाली तथा समस्त संकटों तथा क्लेशों को हरने वाली हैं। वह मां भगवती सीता सभी प्रकार का कल्याण करने वाली रामवल्लभा हैं। उन भगवती सीता जी के चरणों में प्रणाम है, मां सीता जी ने ही हनुमान जी को उनकी असीम सेवा भक्ति से प्रसन्न होकर अष्ट सिद्धियों तथा नव-निधियों का स्वामी बनाया।

‘‘अष्टसिद्धि नव-निधि के दाता।

अस वर दीन जानकी माता॥’’

सीता-राम वस्तुत: एक ही हैं।

हरियाणा भर में आयोजित तीसरी राष्ट्रीय लोक अदालत में 3 लाख से अधिक मामलों का निपटारा

Mother’s Day 2019 : आज का दिन दुनिया की हर मां के नाम

पंचकूला:

Sunday, 12 May

इस बार मदर्स डे 12 मई को है!

आज का दिन दुनिया की हर मां के नाम

Mother’s Day 2019: मां अपने बच्चों के लिए क्या कुछ नहीं करती!

अपनी पूरी जिंदगी बच्चों के नाम कर देती है!

हरियाणा के सभी मतदाताओं से 12 मई को अपने मतदान का प्रयोग अवश्य करे!

ना दिन देखती है ना रात, अपना हर पल मां बच्चों को सौंप देती है!

लेकिन मां के लिए आप क्या करते हैं? मां के प्यार और कुर्बानी को कहीं भूल ना जाएं, इसके लिए खास मदर्स डे (Mother’s Day) मनाया जाता है!

यह दिन मां को प्यार जताने और खुश रखने का होता है!

साल के 365 दिन तो मां को प्यार करते ही हैं, लेकिन मदर्स डे (Mother Day) कि बात ही अलग है!

इस बार मदर्स डे 12 मई को है!

यानी 12 मई के दिन को आप अपनी मां के लिए जितना यादगार बना सकते हैं, बनाएं!

हरियाणा भर में आयोजित तीसरी राष्ट्रीय लोक अदालत में 3 लाख से अधिक मामलों का निपटारा

दिल्ली-हरियाणा समेत सात राज्यों में आज मतदान

दिल्ली:

लोकसभा चुनाव 2019 के छठे चरण में दिल्ली व हरियाणा समेत सात राज्यों की 59 लोकसभा सीटों पर आज सुबह 7 बजे मतदान होगा।

इस चरण में केंद्रीय मंत्रियों के साथ तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों और कई पूर्व मंत्रियों समेत दर्जनों सियासी दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर है।

खासतौर से इस चरण का चुनाव भाजपा के लिए अहम होगा, जिसको अपनी मौजूदा 44 सीटों को बचाने की चुनौती होगी।

सत्रहवीं लोकसभा के लिए 543 में से पहले पांच चरण में 424 सीटों पर चुनाव पूरा होने के बाद अब छठें चरण में सात राज्यों की 59 सीटों पर आज 12 मई को सबकी नजरें टिकी हैं।

इस चरण में 83 महिलाओं समेत 979 प्रत्याशी चुनावी जंग में है, जिनमें 174 राष्ट्रीय दलों, 65 क्षेत्रीय दलों, 430 गैर पंजीकृत मान्यता प्राप्त दलों तथा 310 निर्दलीय रूप से लोकतंत्र के इस महासंग्राम में हिस्सेदार हैं। सात राज्यों के इन सियासी योद्धाओं के भविष्य का फैसला 4.74 करोड़ 46227 महिलाओं समेत 10.16 करोड़ 47624 मतदाताओं को करना है, जिनके लिए 113167 मतदान केंद्र बनाए गये हैं।

इस चरण में जिन 59 सीटों पर मतदान होना है उनमें फिलहाल 44 सीटों पर भाजपा, आठ पर तृणमूल तथा दो पर कांग्रेस का कब्जा है। 

छठे चरण में सात राज्यों की 59 सीटों के चुनाव में बड़े-बड़े सियासी दिग्गजों की साख दांव पर होगी, जिनमें छह केंद्रीय मंत्री दिल्ली की चांदनी चौक सीट पर डा. हर्षवर्धन, हरियाणा की गुडगांव सीट पर राव इन्द्रजीत व फरीदाबाद में कृष्णपाल गुर्जर, यूपी में सुल्तानपुर सीट पर मेनका गांधी, मध्य प्रदेश में मुरैना सीट पर नरेन्द्र सिंह तोमर तथा बिहार की पूर्वी चंपारण सीट पर राधा मोहन सिंह के अलावा यूपी की इलाहाबाद सीट पर योगी सरकार में कैबिना मंत्री रीता बहुगुणा जोशी शामिल हैं।

इसके अलावा हरियाणा की सोनीपत सीट पर भूपेन्द्र सिंह हुड्डा, उत्तर पूर्वी दिल्ली सीट पर शीला दीक्षित और यूपी की आजमगढ़ सीट पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव जैसे पूर्व मुख्यमंत्रियों की सियासत भी कसौटी पर कसी जानी है।

इसके अलावा दिल्ली में क्रिकेटर गौतम गंभीर व मुक्केबाज बिजेन्द्र के अलावा केंद्र व दिल्ली सरकार में मंत्री रहे अजय माकन व अरविंदर लवली भी प्रतिष्ठा की जंग में हैं।

हरियाणा में हिसार सीट पर केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेन्द्र सिंह की प्रतिष्ठा भी अपने पुत्र बृजेन्द्र सिंह की सियासी पारी पर होगी।

जबकि काग्रेस प्रत्याशियों में पूर्व मंत्री कुमारी सैलजा, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर, कैप्टन अजय यादव, श्रुति चौधरी, दीपेन्द्र हुड्डा व अवतार सिंह भडाना की अग्नि परीक्षा होगी।

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल सीट पर भाजपा की साध्वी प्रज्ञा सिंह व कांग्रेस के दिग्गज दिग्विजय सिंह के अलावा गुना से कांग्रेस के ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए यह चुनाव अहम होगा।

लोकसभा के छठे चरण में 12 मई रविवार को जिन 59 सीटों पर मतदान होना है, उनमें बिहार की 8 सीटें पूर्वी चंपारण, शिवहर, वैशाली, गोपालगंज, सिवान, वाल्मीकिनगर, महाराजगंज, पश्चिमी चंपारण, हरियाणा की 10 सीटें अंबाला, करनाल, सोनीपत, रोहतक, सिरसा, कुरुक्षेत्र, फरीदाबाद, गुड़गांव, भिवानी-महेन्द्रगढ़, हिसार, झारखंड की 4 सीटें धनबाद, सिंहभूम, जमशेदपुर, गिरीडीह, मध्य-प्रदेश की 8 सीटें गुना, सागर, विदिशा, मुरैना, भिंड, ग्वालियर, राजगढ़, भोपाल शामिल हैं।

इनके अलावा उत्तर प्रदेश की 14 सीटों फूलपुर, इलाहाबाद, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, श्रावस्ती, अंबेडकर नगर, बस्ती, संत कबीर नगर, डुमरियागंज, आजमगढ़, लालगंज, जौनपुर, भदोही, मछलीशहर, पश्चिम-बंगाल की 8 सीटों झारग्राम, मेदिनीपुर, तामलुक, कांति, घाटल, विष्णुपुर, पूरुलिया, बांकुरा तथा दिल्ली की 7 सीटों चांदनी चौक, पूर्वी दिल्ली, उत्तर-पूर्व दिल्ली, नई दिल्ली, उत्तर-पश्चिम दिल्ली, पश्चिम दिल्ली, दक्षिण दिल्ली पर भी मतदान होगा।

बिहार में सबसे ज्यादा दागी लोकसभा चुनाव के छठे चरण में चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों में 189 आपराधिक पृष्ठभूमि वाले भी शामिल हैं, जिनमें बिहार के 127 सियासी योद्धाओं सबसे ज्यादा 43 दागियों की सूची में शामिल है।

इसके बाद उत्तर प्रदेश की 14 सीटों पर 177 में से 36, पश्चिम बंगाल की आठ सीटों पर 177 में से 28, हरियाणा की दस सीटो पर 223 में से 24, दिल्ली की सात सीटों पर 164 में और झारखंड की चार सीटों पर 67 में प्रत्याशियों में से 20-20 तथा मध्य प्रदेश की 8 सीटों पर 138 प्रत्याशियों में से 18 प्रत्याशियों के खिलाफ आपराधिक मामले लंबित हैं।

चुनावी जंग में 146 उम्मीदवार ऐसे भी हैं जिनके खिलाफ हत्या, अपहरण, लूट, डकैती, हत्या के प्रयास, बलात्कार जैसे संगीन मामले लंबित हैं।

छठे चरण के चुनाव में सबसे ज्यादा 34 दागी निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव मैदान में है। जबकि राजनीतिक दलों में सबसे ज्यादा 26 भाजपा, 20 कांग्रेस, 19 बसपा, पांच शिवसेना, 4-4 तृणमूल कांग्रेस व एसयूसीआई तथा 3-3 आप व सीपीआई के प्रत्याशी इस फेहरिस्त में शामिल हैं।

जहां तक दलों द्वारा करोड़पति प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतारने का सवाल है उसमें सबसे ज्यादा 46 प्रत्याशी भाजपा, 37 कांग्रेस, 31 बसपा, 7-7 इनेलो व तृणमूल कांग्रेस, छह आप, पांच-पांच जननायक जनता पार्टी व प्रगतिशील समाजवादी पार्टी, तीन शिवसेना और 71 निर्दलीय प्रत्याशी करोड़पतियों की फेहरिस्त में शामिल हैं।

इस चरण में प्रत्याशियों की औसतन संपत्ति 3.41 करोड़ आंकी गई है। 34 सीट रेडअलर्ट घोषित लोकसभा के छठे चरण के चुनाव में 34 सीटें रेडअलर्ट के दायरे में है, जहां तीन या उससे ज्यादा आपराधिक पृष्ठभूमि वाले प्रत्याशी चुनावी जंग लड़ रहे हैं, इनमें सबसे बिहार की भी सभी आठ और झारखंड की सभी चारों सीटें संवेदनशील यानि रेडअलर्ट के दायरे में हैं।

जबकि यूपी की सात, पश्चिम बंगाल की छह, मध्य प्रदेश व हरियाणा की तीन-तीन सीटों पर तीन या उससे ज्यादा प्रत्याशी दागी चुनावी जंग में हैं।

सर्वाधिक ग्रेजुएट प्रत्याशी छठे चरण के चुनाव में 509 प्रत्याशी स्नातक या उससे ज्यादा शिक्षित हैं, जबकि 395 पांचवी से इंटरमिडिएट तक की शिक्षा ग्रहण कर चुके हैं। वहीं दस अनपढ़ प्रत्याशी भी सियासत की जंग में किस्मत आजमा रहे हैं।

हरियाणा भर में आयोजित तीसरी राष्ट्रीय लोक अदालत में 3 लाख से अधिक मामलों का निपटारा

PU Syndicate Meeting

Chandigarh:

 Panjab University in its Syndicate Meeting deliberated on all 21 agenda items, here today.

The Syndicate discussed at length the recommendations of the committee constituted for fees structure (Tuition fees and otherUniversity charges) in the University Teaching Departments andRegional Centres of PU for the Session 2019-20. The Syndicate formed a committee for rationalisation of fee structure. The matter will, thereafter be taken directly to the Senate for approval.

The Syndicate discussed at length the recommendations ofthe committee constituted for fees structure (Tuition fees and otherUniversity charges) in the University Teaching Departments andRegional Centres of PU for the Session 2019-20. The Syndicate formed a committee for rationalisation of fee structure. The matter will, thereafter be taken directly to the Senate for approval.

The Syndicate approved the recommendations regarding rules of promotion policy/relaxation of time period for promotion of laboratory and technical staff of Panjab University. 

The Syndicate approved grant of Paternity Leave to the College teachers.          The Syndicate approved in principle the recommendations of the committee regarding increase in number of seats/additional/new courses in various departments of Panjab University from the academic session 2019-20, except-self financed Ph.d Programme (UIPS), where, the Syndicate recommended for exploring industry sponsorship for the course. Fees rationalisation will be done before the implementation of the same.

The Syndicate approved appointment of Dr. Anish Slath, Assistant Professor as Director at University Institute of Hotel and Tourism Management for the period of 3 years. 


The Syndicate approved introduction of BA (Hons) and B.Com(Hons) courses in the Department of Evening Studies-Multi Disciplinary Research Centres w.e.f. the academic session 2019-20. 

[responsivevoice_button voice=”UK English Female” buttontext=”Listen to Post”]

हरियाणा भर में आयोजित तीसरी राष्ट्रीय लोक अदालत में 3 लाख से अधिक मामलों का निपटारा

न्यूज़ 7 वर्ल्ड की अपील हरियाणा के सभी मतदाताओं से 12 मई को अपने मतदान का प्रयोग अवश्य करे

पंचकूला, 11 मई-

न्यूज़ 7 वर्ल्ड की अपील

हरियाणा के सभी मतदाताओं से अपील हैं कि 12 मई को अपने मतदान का प्रयोग करने के लिए अवश्य जाए जो भी उम्मीदवार आपको सही लगे उसको वोट अवश्य दे !

हरियाणा भर में आयोजित तीसरी राष्ट्रीय लोक अदालत में 3 लाख से अधिक मामलों का निपटारा

PU Exams rescheduled

Chandigarh May 10, 2019

 It is notified for the information of the public in general and the students in particular that due to Lok Sabha Elections on 19.05.2019, all the 
Undergraduate/Postgraduate/Professional and other examinations of 20.05.2019 have been rescheduled and new dates have been uploaded on the P.U. Official Website

[responsivevoice_button voice=”UK English Female” buttontext=”Listen to Post”]

हरियाणा भर में आयोजित तीसरी राष्ट्रीय लोक अदालत में 3 लाख से अधिक मामलों का निपटारा

Panjab University extended the date of Golden Chance

Chandigarh May 10, 2019

 It is notified for the information of the public in general and students in 
particular that keeping in consideration the celebrations of 550th Birth Centenary of Shri Guru Nanak Dev Ji, Golden Chance granted to all Professional Courses/Undergraduate/Post Graduate courses has been extended from 10.05.2019 to 20.5.2019 for Improvement/Additional subject also. These examinations will be held in the month of June, 2019.   

[responsivevoice_button voice=”UK English Female” buttontext=”Listen to Post”]

हरियाणा भर में आयोजित तीसरी राष्ट्रीय लोक अदालत में 3 लाख से अधिक मामलों का निपटारा

PUTHAT at PU

Chandigarh May 10, 2019

Panjab University, Chandigarh conducted the Panjab University Tourism & Hotel Aptitude Test  (PUTHAT) – 2019  on 10.05.2019. Prof. Parvinder Singh, Controller of Examination informed that out of total 313 candidates, 262 candidates appeared in this test.  The test was conducted satisfactorily and no untoward incident was reported, he informed.


[responsivevoice_button voice=”UK English Female” buttontext=”Listen to Post”]

हरियाणा भर में आयोजित तीसरी राष्ट्रीय लोक अदालत में 3 लाख से अधिक मामलों का निपटारा

कच्चे आम का अचार बनाने की विधि

Kacche Aam ka Achar Recipe : 

आपने अक्सर घर के बड़ों को अचार से पानी को दूर रखने वाली हिदायत को जरूर सुना होगा।

क्योंकि अक्सर अचार में पानी पड़ने से खराब हो जाता है।

आमतौर पर अचार को पानी से दूर रखा जाता है। क्योंकि अक्सर अचार में पानी पड़ने से खराब हो जाता है। ऐसे में अगर हम आपको पानी वाले कच्चे आम के अचार के बारे में बताएं, तो शायद आपको यकीन नहीं होगा।

कच्चे आम का अचार रेसिपी सामग्री

कच्चे आम – 350 ग्राम

पीली सरसों – 50 ग्राम (दरदरी कुटी हुई)

नमक – स्वादानुसार

सरसों का तेल – ¼ कप

सौंफ पाउडर – 2 टेबल स्पून

लाल मिर्च पाउडर – 1 टेबल स्पून

सफेद सिरका – 2 टेबल स्पून

हल्दी पाउडर – 2 चम्मच

मेथी दाना – 1 चम्मच

राई के दाने – 1 चम्मच

सौंफ – 1 चम्मच

हींग – ¼ चम्मच

कच्चे आम का अचार रेसिपी सामग्री

  • कच्चे आम का पानी वाला अचार रेसिपी बनाने के लिए सबसे पहले कच्चे आम को अच्छी तरह से साफ पानी से धोकर, साफ कपड़े से पोंछ लें।
  • इसके बाद आम को चाकू की मदद से काट लें और गुठली को अलग कर दें।
  • अब एक बड़े बर्तन में दरदरी कुटी पीली सरसों, दरदरी कूटी हुई सौंफ, लाल मिर्च पाउडर, हल्दी पाउडर, नमक और पानी डालकर सभी चीजों को अच्छे से मिक्स कर लें।
  • इसके बाद मसाले में आम के टुकड़ों को डालकर मिक्स कर लें।
  • अब एक पैन में तेल डालकर गर्म करें, फिर उसमें मेथी, राई के दाने, हींग डालकर भूनें और सिरके के साथ आम के अचार के मिश्रण में डालकर मिक्स कर लें।
  • अब कच्चे आम के पानी वाले अचार को एक कांच की बर्नी या कंटेनर में भरकर 3-4 दिनों के लिए धूप में रखें। रोजाना अचार को हिलाते रहें। जिससे मसाले अचार में अच्छे से मिक्स हो सकें।
  • अब तैयार यानि कच्चे आम के पानी वाले अचार के नरम होने पर अपने मनपसंद खाने के साथ खाएं।