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Virtual Lecture at Department of Zoology

Chandigarh August 17, 2021

The Department of Zoology, Panjab University Chandigarh today hosted second Virtual Distinguished lectures under the aegis of Indian Sciences Congress Association and Zoological Society of India in collaboration with Chandigarh forum for sciences and technology communication.  The session was attended by more than 100 participants.

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The session was chaired by Prof. R. C. Sobti former Vice-Chancellor, Panjab University Chandigarh, and Babasaheb Bhimrao Ambedkar Central University, Lucknow. Dr. Harpreet Kaur, Chairperson of Department of Zoology welcomed the distinguished guests and eminent speakers. The first distinguished lecture entitled “Introduction to proteomics and application of biomarker discovery” was delivered by Dr. A. K. Mohanty, Joint Director,
IVRI Campus Mukteswar.He discussed proteomics studies and the application of proteomics in various animal research. He stressed upon the differential protein expression and two major techniques to identify proteins i.e., MALDI TOF-TOF and LC-MS-MS. Further, he also highlighted the high throughput protein studies, mammalian epithelial cell and protein related to milk production and lactating protein.

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The second lecture entitled “Cloning of India’s black gold, buffalo. Waiting at a lab to reach farmer farm” was delivered byDr. Naresh L. Selokar, ScientistAnimal Biotechnology Center, ICAR-NDRI Karnal. He discussed animal cloning, importance of buffalo in farms and artificial insemination. He showed a detail video presentation of various steps of cloning method. He emphasized on the breeding and restoring of dead valuable bulls and superior buffalo bull through genotyping. He provided an insight into the transgenic clone embryos and Crisper CAS9 gene editing in farm animals. He concluded that buffalo cloning is a valuable breeding tool to compliment the artificial insemination to improve India’s buffalo germplasm.

The session ended with vote of thanks form Dr. Archana Chauhan, coordinator of the event.

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हरियाणा परिमण्डल की चीफ पोस्ट मास्टर जनरल श्रीमति रंजू प्रसाद ने फिलैटली को प्रोत्साहित करते हुए ‘‘फुलकारी‘‘ व ‘‘बासमती चावल‘‘ पर आधारित दो विशेष आवरण का किया विमोचन

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– सैक्टर 8 उप डाकघर के प्रांगण में आयोजित अमृत महोत्सव के दौरान किया विमोचन

-श्रीमती रंजू प्रसाद ने सराहनीय कार्य करने वाले डाक विभाग के कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र देकर किया सम्मानित

– स्वतंत्रता सेनानियों पर आधारित फिलैटली डाक टिकटों व विशेष आवरण की प्रदर्शनी लगाई गयी

पंचकूला, 17 अगस्त- हरियाणा परिमण्डल की चीफ पोस्ट मास्टर जनरल श्रीमति रंजू प्रसाद ने पंचकूला के सेक्टर 8 स्थित उप डाकघर में फिलैटली को प्रोत्साहित करते हुए ‘‘फुलकारी‘‘ व ‘‘बासमती चावल‘‘ पर आधारित दो विशेष आवरण का विमोचन किया।


भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ अमृत महोत्सव के रूप में मनाई जा रही है। इसी के उपलक्ष्य में भारतीय डाक विभाग द्वारा पंचकुला के सैक्टर 8 उप डाकघर के प्रांगण में अमृत महोत्सव मनाया गया।
इस अवसर पर श्रीमती रंजू प्रसाद ने सराहनीय कार्य करने वाले डाक विभाग के कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस मौके पर स्वतंत्रता सेनानियों पर आधारित फिलैटली डाक टिकटों व विशेष आवरण की प्रदर्शनी भी लगाई गयी।

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इस अवसर पर श्रीमती रंजू प्रसाद ने सैक्टर 8 पंचकुला के प्रांगण मे पौधारोपण भी किया गया। इसके उपरांत डाक कर्मचारियों द्वारा उप डाकघर सैक्टर 8 से पैदल मार्च निकाला गया। चीफ पोस्टमास्टर जनरल, हरियाणा द्वारा मौके पर सभी उपस्थित जन समूह को भारतीय डाक विभाग की विभिन्न योजनाओं तथा स्वतंत्रता दिवस व अमृत महोत्सव के महत्व के बारे की जानकारी दी।
कार्यक्रम में श्री निर्मल सिंह, निदेशक डाक सेवाएं (मुख्यालय) अंबाला, श्री प्रीत इंदर सिंह पड्डा, निदेशक डाक (डाक लेखा) अंबाला, मेघ राज मितल, प्रवर अधीक्षक डाकघर अंबाला मण्डल, हरियाणा परिमंडल अंबाला के अधिकारीगण, पचंकूला निवासी व अन्य डाक कर्मचारी उपस्थित थे।

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हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने साकेत अस्पताल का औचक निरीक्षण कर वहां उपलब्ध सभी चिकित्सा सुविधाओं का लिया जायजा

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– मरीजों से अस्पताल में दी जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं की ली जानकारी
– मरीजों के लिए ऑनलाइन पंजीकरण सुविधा शुरू करने के दिये निर्देश
— मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधायें उपलब्ध करवाने के लिये धन की कमी आड़े नहीं दी जायेगी-राज्यपाल

पंचकूला, 17 अगस्त- हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने  कहा कि आमजन को हड्डी, जोड़ फिजियोथैरेपी से सम्बन्धित बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए पंचकूला के मदर टैरेसा साकेत ओर्थोपडिक अस्पताल में सभी तरह की ढांचागत सुविधाओं को अपग्रेड किया जाएगा ताकि ज्यादा से ज्यादा मरीज स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठा सकें।


हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने  आज साकेत अस्पताल का औचक निरीक्षण किया व यहां उपलब्ध सभी चिकित्सा सुविधाओं का जायजा लिया। इसके अलावा उन्होंने मरीजों से अस्पताल में दी जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी भी ली। इस अवसर पर राज्यपाल के साथ उनके सचिव श्री अतुल द्विवेदी भी उपस्थित थे।


श्री बंडारू दत्तात्रेय ने अस्पताल के पदाधिकारियों को मरीजों के लिए ऑनलाइन पंजीकरण सुविधा शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पहले से ही पंजीकरण करवाकर मरीज बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ तो उठा ही सकेंगे साथ ही उनके समय की भी बचत होगी। इसके साथ-साथ उन्होंने साकेत अस्पताल प्रशासन द्वारा वरिष्ठ नागरिकों के लिए सांय 3 से 5 बजे तक ओ.पी.डी. का समय निश्चित कर उनकी स्वास्थ्य सुविधओं से सम्बन्धित जांच करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि अस्पताल द्वारा महिलाओं व बच्चों की ओ.पी.डी. पर भी विशेष ध्यान दिया जाना चाहिये।


अस्पताल में सर्जरी ओ.पी.डी. व फिजियोथैरेपी से सम्बन्धित सुविधाओं के विस्तार पर बल देते हुए राज्यपाल ने अस्पताल में मरीजों के बैठने की उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिये ताकि अस्पताल में आने वाले मरीजों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। साथ ही उन्होंने अस्पताल में फिजियोथैरेपिस्ट की संख्या बढ़ाने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि अस्पताल में चल रहे ओपरेशन थियेटर, लैबोरेटरी व एक्स-रे रूम का विस्तार की भी आवश्यकता है ताकि ज्यादा से ज्यादा मरीज ओपरेशन सुविधाओं का लाभ उठा सके।


श्री दत्तात्रेय ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाये कि अस्पताल में आने वाले सभी गरीब वर्ग के लोगों का मुफ्त ईलाज हो रहा है। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत पात्र मरीजों को निशुल्क ईलाज की सुविधा उपलब्ध करवाई जाये। उन्होंने आश्वस्त किया कि मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधायें उपलब्ध करवाने के लिये धन की कमी आड़े नहीं दी जायेगी। राज्यपाल ने कहा कि साकेत ओर्थोपडिक अस्पताल का स्तर बढ़ाने में सरकार के साथ-साथ स्वयंसेवी संस्थाओं व समाजसेवी संस्थाओं का सहयोग लिया जाएगा। उन्होंने अस्पताल पदाधिकारियों से कहा कि वे इसके लिये आर्थिक रूप से समृद्ध व सक्षम लोगों को भी संस्था के साथ जोड़े।

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 उन्होंने कहा कि साकेत अस्पताल व फिजियोथैरेपी काॅलेज में सभी तरह की ढांचागत सुविधाएं बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल से भी बात करेंगे। साकेत अस्पताल अपने आप में पहचान है और इस पहचान को और अधिक बढ़ाने के लिए हर सम्भव प्रयास किए जाएंगे।


 श्री दत्तात्रेय ने साकेत अस्पताल का निरीक्षण करने उपरान्त अस्पताल के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों से बातचीत कर उनकी समस्याएं भी सुनी और उनका समाधान करने का आश्वासन भी दिया। उन्होंने अस्पताल के अधिकारियों से बजट व अन्य सुविधाएं बढ़ाने से सम्बन्धित बातचीत भी की। उन्होंने अस्पताल परिसर में विशेष रूप से सफाई व हरियाली की व्यवस्था दुरूस्त करने के लिए भी पदाधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रशासन केन्द्र व राज्य सरकार की स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ उठाकर जरूरतमंद मरीजों को लाभान्वित करें।


श्री दत्तात्रेय ने कहा कि अस्पताल में डाॅक्टर हर जरूरतमंद का बेहतर ईलाज सुनिश्चित करें। उन्होंने ओपीडी बढ़ाने के साथ-साथ इंडोर में दाखिला बढ़ाने की भी बात कही।


अस्पताल की निदेशिका डाॅ. अपराजिता सौन्ध ने बताया कि अस्पताल में प्रतिवर्ष 900 से 1000 तक ओपरेशन किए जा रहे हैं। इसके साथ-साथ प्रतिदिन लगभग 150 लागों को एक्स-रे की सुविधा और 50 लोगों को फिजियोथैरेपी की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने बताया कि अस्पताल द्वारा सप्ताह में औसतन 16 मरीजों के ओपरेशन किए जा रहे हैं। उन्होंने पहले से चल रही सुविधाओं को और अधिक बढ़ाने का आश्वासन भी दिया।


इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा, पुलिस उपायुक्त मोहित हांडा भी उपस्थित थे।

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भगवान महावीर फाउंडेशन चेन्नई द्वारा 25वें महावीर वार्षिक पुरस्कार हेतु आवेदन आमंत्रित-उपायुक्त विनय प्रताप सिंह

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पंचकूला, 17 अगस्त- उपायुक्त श्री विनय प्रताप सिंह ने बताया कि भगवान महावीर फाउंडेशन चेन्नई द्वारा चार क्षेत्रों नामतः अहिंसा एवं शाकाहार, शिक्षा, मेडिसिन एवं समुदाय व समाज सेवा के क्षेत्र में 25वें महावीर वार्षिक पुरस्कार हेतु आवेदन आमंत्रित किए हैं।  


उन्होंने बताया कि पुरस्कार विजेताओं का चयन भारत के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति एम एन वैंकेटाचालियाह की अध्यक्षता वाली न्यायपीठ द्वारा किया जायेगा। पुरस्कार विजेताओं को 10 लाख रूपए, प्रश्स्ति पत्र व स्मृति चिन्ह प्रदान किया जायेगा।


उन्होंने बताया कि पुरस्कार हेतु जिला के प्रतिष्ठित नागरिक, प्रशासक व आम लोग अपने नामांकन फाउंडेशन के पते पर सलाहकार, भगवान महावीर फाउंडेशन, सीयात हाउस, चेन्नई व फाउंडेशन की ई-मेल आईडी इउंिूंतके/हउंपसण्बवउ पर 30 सितंबर 2021 से पहले भेज सकते हैं।

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उन्होंने बतायाकि भगवान महावीर चैरीटेबल ट्रस्ट की स्थापना 1994 में की गई थीा। फाउंडेशन का मुख्य उद्दश्य सामाजिक क्षेत्र में निःस्वार्थ भाव से काम करने वाले लोगों और संस्थाओं की पहचान कर उन्हें प्रोत्साहित करना है ताकि दूसरे लोग व संस्थाएं भी इनका अनुकरण कर सकें। उन्होंने बताया कि आवेदकों को नामांकन करते समय पिछले वर्षों मे उनके द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में दी गई सेवाओं का संक्षिप्त में वर्णन करना होगा।  

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Webinar on Diaspora Engagement in Sustainable Development

Chandigarh August 17, 2021

Panjab University Alumni Association in collaboration with Department of Sociology organized an International webinar on Diaspora Engagement in Sustainable Development.

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            The key speakers Mr Suthan Kethees,  Management, consultant at Q_PERIOR AG, Deutschland, Germany, Ms Hamsha Padmanathan, Wild life biologist at Government of North West territories, Canada and Dr Prabhu Nadaraj, Faculty of Medicine, University of Jaffna, Sri Lanka, all co-founders of Comdu.it, a global network of diaspora volunteers committed to use diaspora technical skills and knowledge for sustainable development, emphasized on the need to empower local communities without creating dependency for community development based on mutual trust and knowledge economics. They highlighted the practical approach which they had followed in green innovation through organic farming, waste management and generation of renewable energy in different regions of Sri Lanka.  They also mentioned about food innovation i.e. food produced through ecologically sound and sustainable methods which are based on local food system. They focused on having capacity building programmes which follow the principles of health, ecology ,fairness and care for growth of environmental sustainability across nations.

Prof. V R Sinha, Dean University Instructions,  gave the presidential remarks in which he clearly defined through wonderful illustrations the change in the attitude of people regarding safeguarding the environment during the tough pandemic times.

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Earlier, Prof. Anupama Sharma, Dean, Alumni Association, PU in her welcome address highlighted the role of diaspora in bringing a positive change for the environment  and how diaspora involvement can produce effective results in creating awareness regarding conserving and preserving the environment.

Prof Rani Mehta, Chairperson, Department of Sociology, earlier introduced the theme of the webinar by focusing on the significance of sustainable development especially for developing nations which are worst affected due to unlimited economic growth and lack of sufficient knowledge about clean technology to take care of their environmental hazards such as global warming, desertification, deforestation, species extinction etc. Thus, sustainable development  efforts are essential and need to be dynamic as well as should involve a basic change in the way we think, produce, consume and the way in which we behave towards each other.

The Vote of Thanks was given by Professor Anupama Sharma and the webinar was well attended by scholars from the region and outside it. 

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किसानों को सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली अपनाने बारे किया प्रेरित, गांव डबवाली में जागरूकता कैंप का आयोजन

सिरसा 17 अगस्त।

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उपायुक्त अनीश यादव के निर्देशानुसार एमआई काडा विभाग द्वारा किसानों को सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली अपनाने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से विशेष जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में मंगलवार को जिला के गांव डबवाली में विशेष कैंप का आयोजन किया गया। कैंप में एमआई काडा विभाग के एसडीओ राकेश वर्मा, एग्रीकल्चर इंस्पेक्टर विनोद कुमार सहित विभाग के जेई, जिलेदार, पटवारियों ने भाग लिया।


एमआई काडा विभाग के एसडीओ मुकेश सुथार ने किसानों को एमआईकाडा विभाग द्वारा सूक्ष्म सिंचाई को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किसानों के लिए तीन प्रकार की योजनाओं के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अगर किसान समूह पानी की डिग्गी बनाते हैं तो उन्हें विभाग द्वारा 85 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जाती है। इसके अलावा व्यक्तिगत किसान को 70 प्रतिशत तक तथा सोलर सिस्टम पर 75 प्रतिशत सब्सिडी दिए जाने का प्रावधान है। उन्होंने बताया कि माइक्रो इरीगेशन उपकरणों पर विभाग द्वारा 85 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जाती है। उन्होंने कहा कि कम पानी में सूक्ष्म सिंचाई बेहद कारगर है। उन्होंने किसानों से आह्वïान किया कि वे सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली को अपनाएं और प्रशासन की जल बचाव मुहिम में अपना योगदान दें।

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किसान अधिक जानकारी के लिए इनसे करें संपर्क :


सूक्ष्म सिंचाई योजना या ऑनलाइन आवेदन के संबंध में विभाग के जेई धर्मपाल (92542-09990), अंकुर गुप्ता (94169-21654), उमेश सेठी (99969-96609), लिपिक संदीप कुमार (93517-22467) व पटवारी कुलदीप (94163-25600) से संपर्क कर सकते हैं। योजना के लिए आवेदन करने के लिए किसान किसी भी सीएससी या कॉडा कार्यालय के माध्यम से अथवा स्वयं भी पोर्टल पर आवेदन कर सकते हैं।

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राजकीय महाविद्यालय कालका में 75वां स्वतंत्रता दिवस हर्षो-उल्लास के साथ मनाया गया।

पंचकूला, 15 अगस्त- राजकीय महाविद्यालय कालका में 75वां स्वतंत्रता दिवस हर्षो-उल्लास के साथ मनाया गया।

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इस अवसर पर काॅलेज की प्राचार्या प्रोमिला मलिक ने ध्वजारोहण किया और सभी को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी। प्राचार्या श्रीमती प्रोमिला मलिक ने अपने संबोधन में कहा कि भारत को 15 अगस्त 1947 को ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता मिली थी। इस दिन हम उन महान् योद्धाओं और स्वतंत्रता सेनानियों को याद करते हैं, जिन्होंने भारत को एक स्वतंत्र राष्ट्र बनाने के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी।

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उन्होंने कहा कि आज भारत को आज़ाद हुए कई दशक हो चुके हैं। भारत देश हर मोेर्चे पर  दुनिया भर में अपनी धाक जमा रहा है। विज्ञान, टेक्नोलाॅजी, आर्थिक, कृषि, शिक्षा, साहित्य, खेल समेत कई क्षेत्रों में भारत तरक्की कर चुका है। दुनिया भारत की ओर देख रही है। हाल में भारत ने ओलंपिक में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। भारत के नीरत चोपड़ा ने भाला फेंक में गोल्ड मेडल जीता है और वेटलिफ्टर मीराबाई चानू, रेस्लर रवि कुमार दहिया ने सिल्वर मेडल जीता है। महाविद्यालय में एनसीसी (गल्ज़ विंग) के इंचार्ज लेफ्टिनेंट यशवीर के नेतृत्व में विद्यार्थियों द्वारा परेड का भव्य प्रदर्शन किया गया। सब ने राष्ट्रगान गाया। काॅलेज परिसर देश भक्ति के गीतों से गूंज उठा।

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उपायुक्त विनय प्रताप सिंह ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने कैंप कार्यालय में किया ध्वजारोहण

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पंचकूला, 15 अगस्त- उपायुक्त श्री विनय प्रताप सिंह ने 75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सेक्टर एक स्थित अपने कैंप कार्यालय में राष्ट्रीय ध्वज फहराकर तिरंगे को सलामी दी। इस अवसर पर उनके साथ उनकी धर्मपत्नी प्रांजल सिंह (आई.आर.एस.) भी उपस्थित थी।


इस अवसर पर हरियाणा पुलिस के जवानों ने गार्ड आॅॅफ आॅनर दिया व राजकीय संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सेक्टर 20 के बच्चों ने राष्ट्र गान प्रस्तुत किया।


श्री विनय प्रताप सिंह ने स्वतंत्रता दिवस की बधाई व शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह हमारे लिए गौरव का विषय है कि आज हम देश की आजादी का 75 वां पर्व मना रहे हैं। यह दिन हमारे देश की आजादी में बलिदान देने वालों की याद दिलाता है। हिन्द पर सर्वस्व न्यौछावर करने वाले सेनानियों के प्रति आज पूरा राष्ट्र अपनी कृतज्ञता प्रकट कर रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ दशकों तक संघर्ष किया और देश की आजादी के लिए अपना सर्वस्व बलिदान कर दिया। उन्होंने कहा कि वीरों के इस बलिदान को हमेशा याद रखा जायेगा। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे हमारे वीर स्वतंत्रता सेनानियों से प्रेरणा लें व देश की एकता व अखण्डता को बनाए रखने के लिए अपना योगदान दें।

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उन्होंने कहा कि आज़ादी के अमृत महोत्सव को हम कोरोना महामारी के दौर में मना रहे हैं। अनेक कोरोना वाॅरियर्स ने अपनी जान की परवाह न करते हुए महामारी से निपटने में महान सेवा की है। उनमें डाॅक्टर्स, नर्सिज व अन्य चिकित्सा स्टाॅफ, समाज सेवक, पुलिसकर्मी, सफाईकर्मी, आंगनवाड़ी कार्यकत्र्ता शामिल हैं, जिन्होंने कोरोना योद्धाओं के रूप में कार्य किया है। उन्होंने आहवान किया कि आज हम सब को मिल कर संकल्प लेना चाहिए कि हम देश को दुनिया की महाशक्ति बनाने के लिए पूरी ईमानदारी से देश के नवनिर्माण में अपना योगदान देेंगे।


इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त मोहम्मद इमरान रज़ा, एसडीएम रिचा राठी, नगराधीश सिमरनजीत कौर के अलावा जिला प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

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उपमण्डल अधिकारी (ना0), कालका श्री राकेश संधू ने कालका में आयोजित उपमण्डल स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर किया ध्वजारोहण

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पंचकूला, 15 अगस्त- उपमण्डल अधिकारी (ना0), कालका श्री राकेश संधू ने कालका स्थित अनाज मंडी में आयोजित उपमण्डल स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर ध्वजारोहण किया तथा परेड की सलामी ली।


इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए गौरव का विषय है कि आज हम देश की आजादी का 75 वां पर्व मनाने के लिए एकत्र हुए हैं। यह दिन हमारे देश की आजादी में बलिदान देने वालों की याद दिलाता है। हिन्द पर सर्वस्व न्यौछावर करने वाले सेनानियों के प्रति आज पूरा राष्ट्र अपनी कृतज्ञता प्रकट कर रहा है। स्वाधीनता के इस अमृत महोत्सव पर उन्होंने बधाई एवं शुभकामनाएं दी।


उन्होंने कहा कि वे स्वाधीनता की लड़ाई में स्वयं को बलिदान करने वाले शूरवीरों को व देश की सरहदों पर शहीद होने वाले सैनिकों को नमन् करते हैं। उन्होंने कहा कि नेताजी सुभाषचंद्र बोस, रामप्रसाद बिस्मिल, शहीद भगत सिंह, राजगुरू, सुखदेव, चंद्रशेखर आजाद जैसे हजारों बलिदानियों को देश हमेशा याद करता रहेगा। राष्ट्र के सामाजिक एवं राजनैतिक उत्थान में महात्मा गांधी, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय, लौहपुरूष सरदार वल्लभभाई पटेल, सहित अनेक राष्ट्रभक्तों के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।

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उन्होंने कहा कि राज्य में पहली बार ‘खेलो इंडिया- यूथ गेम्स’ व ब्रिक्स खेलों का आयोजन भी किया जा रहा है। हाल ही में टोक्यो में सम्पन्न हुए ओलम्पिक खेलों में हरियाणा के खिलाडियों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। देश ने जीते कुल 7 पदकों में से 4 पदक हरियाणा ने प्राप्त किए हैं। एकल प्रतिस्पर्धा में एक स्वर्ण, एक रजत तथा एक कांस्य पदक जीतकर कुल 50 प्रतिशत पदक हरियाणा ने खिलाडियों ने जीते हैं। इतना ही नही कांस्य पदक जीतने वाली पुरूष हॉकी टीम में जहां 2 खिलाड़ी हरियाणा के शामिल रहे हैं वहीं लड़कियों की हॉकी टीम में 9 बेटियां हरियाणा की थी। बेशक लड़कियों की टीम पदक न जीत पाई लेकिन उन्होंने मैदान में अपनी विरोधी टीम को छक्के छुड़ा दिए, इन लड़कियों ने पूरे देश का दिल जीत लिया है। ओलंपिक में भाग लेने वाले खिलाडियों में से एक-चैथाई तो हरियाणा के खिलाड़ी थे।
इस अवसर पर स्कूली बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। श्री संधू ने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले लोगों को सम्मानित किया।  

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स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जे.पी. दलाल ने किया ध्वजारोहण

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पंचकूला, 15 अगस्त- हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री जे.पी. दलाल  ने कहा कि देश के स्वतंत्र्ाता आंदोलन में हरियाणा के लोगों की अग्रणी भूमिका रही है। अम्बाला से 8 मई 1857 को स्वतंत्रता आन्दोलन की पहली चिंगारी फूटी थी। नेता जी सुभाश चन्द्र बोस की ‘आजाद हिन्द फौज’ में सबसे ज्यादा सैनिक हरियाणा से थे। आज भी भारतीय सेनाओं में औसतन हर दसवां जवान इसी प्रदेश से है।


श्री दलाल आज 75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पंचकूला के सेक्टर 5 स्थित इन्द्रधनुष आॅडिटोरियम के मैदान में आयोजित जिला स्तरीय स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में ध्वजारोहण के बाद परेड का निरीक्षण करने के उपरांत मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे।


उन्होंने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सबको हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह दिन उल्लास और उमंग से पूरे देश में मनाया जा रहा है। उन्होंने उपस्थित सभी नागरिकों और स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारजनों का हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन भी किया।


श्री दलाल ने कहा कि हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने ब्रिटिश हुकूमत के विरुद्ध नौ दशकों तक लम्बा संघर्ष किया, असहनीय यातनाएं झेली, हंसते-हंसते फांसी के फंदे को चूमा और असंख्य कुर्बानियां दीं। ंहरियाणा के वीरों ने आजादी के बाद भी देश की सीमाओं की सुरक्षा में महŸवपूर्ण भूमिका निभाई है। हमारे सैनिकों ने 1962, 1965, 1971 के विदेशी आक्रमणों व आप्रेशन कारगिल युद्ध के दौरान वीरता की नई मिसाल पेश की। प्रदेश के वीर कभी भी राष्ट्रीय एकता और अखण्डता की रक्षा के लिए अपने अमूल्य प्राणों की आहूति देने से पीछे नहीं हटे।

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उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव को हम कोविड-19 महामारी के दौर में मना रहे हैं। अनेक कोरोना वाॅरियर्स ने अपनी जान की परवाह न करते हुए महामारी से निपटने में महान सेवा की है। उनमें डाॅक्टर्स, नर्सिज व अन्य चिकित्सा स्टाॅफ, समाज सेवक, पुलिसकर्मी, सफाईकर्मी, आंगनवाड़ी कार्यकत्र्ता व मीडिया कर्मी शामिल हैं, जिन्होंने कोरोना योद्धाओं के रूप में कार्य किया है। इस कालखंड मंें हम सबने विभिन्न प्रधानमंत्रियों की कार्यशैली को परखा होगा, परन्तु  आप स्वयं अनुभव कर रहे होंगे कि देश के लोकप्रिय एवं ओजस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व का आज पूरा विश्व लोहा मान रहा है। उनके नेतृत्व में आज देश में क्रांतिकारी बदलाव होते दिखाई दे रहे हैं।


उन्होंने कहा कि जैसे हम सबको पता है कि 5 अगस्त का दिन भारत में ऐतिहासिक बदलाव का साक्षी बन गया है। इसी दिन वर्ष 2019 में जम्मू-कश्मीर को पूर्ण आजादी प्राप्त हुई तथा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने धारा 370 की व्यवस्था को 70 वर्ष बाद समाप्त करने का साहसिक कार्य किया। केन्द्र सरकार के ऐसे अनेक साहसिक निर्णयों से कश्मीर से कन्याकुमारी तक ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ से नवभारत और अब ‘आत्मनिर्भर भारत‘ के निर्माण को बल मिला है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में पहली बार भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता करने का अवसर प्राप्त हुआ है।
उन्होंने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति, राज्यों को ओ.बी.सी. जातियों की अपनी सूची बनाने का अधिकार, अयोध्या में मर्यादा पुरुशोत्तम भगवान श्रीराम जी के मंदिर का निर्माण, नागरिकता संशोधन कानून, तीन तलाक की कुप्रथा से मुक्ति, स्वच्छ भारत अभियान, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान आदि अनेक साहसिक कदम उठाए गए हैं।


कृषि मंत्री ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के नेतृत्व में प्रदेश में व्यवस्था परिवर्तन और सुशासन के लिए अनेक कारगर कदम उठाए गए हैं। वर्ष 2020 को ‘सुशासन संकल्प वर्श’ के रूप में मनाया और इस वर्ष को ‘सुशासन परिणाम वर्ष’ के रूप में मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि  ई-गवर्नेंस से गुड गवर्नेंस का जो अभियान हमने चलाया था वह आज ‘परिवार पहचान पत्र’ तक पहुंच गया है। इस एक ही दस्तावेज के माध्यम से सब सरकारी सेवाओं और योजनाओं का लाभ घरद्वार पर ही मिलेगा। लोगों को कार्यालयों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। इसी प्रकार सुशासन के लिए प्रदेश सरकार ने अनेक कारगर कदम उठाए हैं। इनमें सी.एल.यू. के खेल को बंद करना,योग्यता के आधार सरकारी नौकरियां देना, कर्मचारियों का तबादला आॅनलाइन करना, गरीबों के राशन, पेंशन, वजीफों, सब्सिडी में चल रहे गोरखधंधों का आई.टी. का प्रयोग करके सफाया करना शामिल हैं।


उन्होंने कहा कि इनके अलावा सैकड़ों स्कीमों को डीबीटी से जोड़ा और पैसा सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में जमा करवाया गया। जमीनों के रिकाॅर्ड में पारदर्शिता लाने के लिए वेब हैलरिस पूरे प्रदेश में लागू की गई। हाल ही में आउटसोर्सिंग से जुड़ी सेवाओं में ठेका प्रथा बंद करने के लिए ‘हरियाणा कौशल रोजगार निगम’ बनाने का निर्णय लिया गया। इसी प्रकार कर्मचरियों की सब समस्याओं के निपटान के लिए मानव संसाधन विभाग बनाने की स्वीकृति दी गई है। किसी भी संकट के समय हर नागरिक की समय पर पुलिस मदद के लिए डायल-112 सेवा शुरू की गई है।


उन्होंने कहा कि हमारे लिए किसान हित सर्वोपरि हैं। हमारा प्रयास है कि किसानों को खेती प्रक्रिया में हर कदम पर मदद मिले यानि बुवाई से पहले और बुवाई के बाद भी और फसल कटाई के बाद भी। यही नहीं, हम किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न नकद लाभ भी प्रदान कर रहे हैं। हाल ही में सरकार द्वारा कृषि-भूमि के आदान-प्रदान में किसानों को राहत देते हुए स्टांप शुल्क में छूट दी है। अब प्रति डीड केवल 5 हजार रूपये का शुल्क ही लिया जाएगा। पहले इस पर 7 प्रतिशत रजिस्ट्रेशन शुल्क लगता था। किसान को उत्तम किस्म के बीज प्रदान करने के साथ-साथ फसल बीमा व फसल मुआवजा देकर प्राकृतिक आपदा के जोखिम को समाप्त किया गया है। हरियाणा देश का पहला राज्य है, जहां सर्वाधिक 11 फसलों के दाने-दाने की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की जाती है। फसल का भुगतान भी 72 घण्टे के भीतर किसान के खाते में किया जाता है और इससे देरी होने पर 9 प्रतिशत ब्याज भी दिया जाता है। प्रदेश सरकार द्वारा फसल की सरलता से बिक्री के अलावा किसान को सब्सिडी, खाद, बीज व ऋण देने के लिए ‘मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल’ शुरू किया गया है।


कृषि मंत्री ने कहा कि बागवानी फसलों में नुकसान होने पर उसकी भरपाई के लिए ‘मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना‘ और बाजार में फसल के कम दाम होने पर उसकी भरपाई के लिए ‘भावांतर भरपाई योजना‘चलाई जा रही हैं।


प्रदेश में किसान उत्पादक संगठनों के जरिए किसानों को आधुनिक खेती करने और पैदावार को सरलता से बेचने में मदद प्रदान की जा रही है। नई तकनीक से खेती करने वाले प्रगतिशील किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए ‘प्रगतिशील किसान सम्मान योजना’ में  50 हजार से 5 लाख रुपये तक के पुरस्कार देने की व्यवस्था की है।


उन्होंने कहा कि हर खेत को स्वस्थ ख्ेात बनाने के लिए प्रदेश में मृदा परीक्षण प्रयोगशालाएं खोली जा रही हैं। प्रदेश के शिक्षण संस्थानों में भी ये प्रयोगशालाएं खोली जा रही हैं जहां विद्यार्थी मृदा परीक्षण के लिए एक निश्चित शुल्क ले सकेंगे और इस प्रकार पढाई के साथ-साथ कमाई कर सकेंगे। कम पानी में उगने वाली फसलों को बढ़ावा देने के लिए मेरा पानी-मेरी विरासत योजना चलाई है और अब इसमें एग्रो फोरेस्ट्री को भी जोड़ा गया है। कम पानी में अधिकतम सिंचाई के लिए सूक्ष्म सिंचाई योजना, फव्वारा संयंत्र प्रणाली, भूमिगत पाइप लाइन स्कीम, टपका सिंचाई योजना आदि चलाई जा रही हैं। नहरी पानी की लीकेज को रोकने के लिए प्रदेश में कच्चे रजवाहों को पक्का किया जा रहा है और 20 साल से अधिक पुराने रजवाहों को भी दोबारा पक्का किया जाएगा। खारे पानी वाले क्षेत्र मे झींगा मछली पालन को बढावा देने की योजनाएं बनाई गई हैं ताकि अधिक से अधिक किसानों को इसका लाभ पहुंचे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में संस्कार व रोजगार से युक्त शिक्षा देन के लिए नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की गई है। इसे वर्ष 2025 तक पूरी तरह लागू कर दिया जाएगा। इस दिशा में प्री नर्सरी से ही शिक्षा देने के लिए प्रदेश में 4 हजार प्ले-वे स्कूल और 500 नए माॅडल क्रेच खोले जा रहे हैं। प्रदेश में के.जी. से पी.जी. कक्षा तक की शिक्षा एक ही छत के नीचे देने के लिए शिक्षण संस्थान तैयार किए जा रहे हैं। प्रदेश में प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर सुविधाएं देने के लिए 113 नये संस्कृति माॅडल स्कूल खोले गये हैं। अब इनकी संख्या बढ़कर 136 हो गई है। स्कूल से लेकर विश्वविद्यालय तक की शिक्षा को कौशल के साथ जोड़ा है। तकनीकी संस्थानों में उद्योगों की जरूरत के अनुसार प्रशिक्षण के लिए उद्योगों के साथ एम.ओ.यू. जैसे कारगर कदम उठाये गये हैं। हमारे युवा प्रतियोगी परीक्षाओं में अग्रणी स्थान पर रहें, इसके लिए हमने सुपर-100 प्रोग्राम शुरू किया है। यह गर्व की बात है कि इसके तहत कोचिंग पाने वाले विद्यार्थी आई.आई.टी.  और नीट जैसी राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाओं में मैरिट में स्थान प्राप्त कर रहे हैं।


उन्होंने कहा कि युवाओं को सरकारी नौकरी के लिए बार-बार आवेदन न करना पड़े, इसके लिए ‘एकल पंजीकरण’ सुविधा शुरू की गई है। हरियाणा अध्यापक पात्रता परीक्षा की मान्यता अवधि पांच साल से बढ़ाकर आजीवन की है। विदेशों में शिक्षा तथा रोजगार के अवसर तलाश रहे विद्यार्थियों के निःशुल्क पासपोर्ट बनाये जा रहे हैं। प्रदेश के युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने के लिए निजी क्षेत्र के उद्यमों में उन्हें 75 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है।


श्री दलाल ने कहा कि प्रदेश के खिलाड़ियों ने ओलम्पिक व अन्य अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीतकर देश व प्रदेश का नाम रोशन किया है। टोक्यो ओलम्पिक में नीरज चोपड़ा ने स्वर्ण पदक, पहलवान रवि दहिया ने रजत और बजरंग पुनिया ने कांस्य पदक जीतकर हमें गौरवान्वित किया है। हाकी में कांस्य पदक जीतने वाली टीम में हमारे दो खिलाड़ी सुरेन्द्र कुमार और सुमित कुमार शामिल हैं। महिला हाॅकी टीम में तो 9 खिलाड़ी हरियाणा की हैं।


हरियाणा देश का पहला राज्य है जो पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को पुरस्कार स्वरूप सर्वाधिक नकद राशि देता है। ओलम्पिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले खिलाड़ी को 6 करोड़ रुपये, रजत पदक के लिए 4 करोड़ रुपये और कांस्य पदक के लिए 2.50 करोड़ रुपये की राशि व प्रथम श्रेणी अधिकारी की नौकरी दी जाती है। चैथे स्थान पर रहने वाले खिलाड़ियों को 50-50 लाख रुपये की राशि दी गई है। जो खिलाड़ी ओलम्पिक में देश का प्रतिनिधित्व करते हैं, उन्हें 15-15 लाख रुपये नकद पुरस्कार दिया जाता है। हरियाणा ने ही देश में पहली बार ओलम्पिक की तैयारी के लिए 5 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि एडवांस देने का प्रावधान किया है। सरकार ने अर्जुन अवार्डी, द्रोणाचार्य अवार्डी और ध्यानचंद पुरस्कार से सम्मानित खिलाड़ियों का मासिक मानदेय बढ़ाया है। तेनजिंग नोर्गे व भीम पुरस्कार विजेताओं को मानदेय देने की शुरूआत भी की है। इसके अलावा खेलों का आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर भी प्रदेश में विकसित किया है।


उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए अनेक निर्णय किए हैं। उन्हें पंचायती राज संस्थाओं में उन्हें पुरुषों के समान प्रतिनिधित्व दिया गया है। महिलाओं के उत्तम स्वास्थ्य के लिए ‘मुख्यमंत्री दूध उपहार योजना’ के तहत गर्भवती महिलाओं को फोर्टिफाइड मीठा सुगंधित दूध दिया जा रहा हैं। गर्भवती एवं स्तनपान करवाने वाली महिलाओं के स्वास्थ्य में सुधार के लिए ‘प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना‘ को लागू करने में हरियाणा को देश में तीसरा स्थान मिला है। महिला एवं किशोरी सम्मान योजना’ के तहत बी.पी.एल. परिवारों की किशोरियांे व महिलाओं को मुफ्त में सैनिटरी पैड उपलब्ध करवाये जाते हैं। प्रदेश के नागरिकों के सहयोग से हम ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ कार्यक्रम में सफलता पा रहे हैं। इससे प्रदेश में लिंगानुपात दर वर्ष 2014 के 871 के मुकाबले अब 911 हो गई है।


इसी प्रकार महिला सुरक्षा के लिए बस अड्डों व बसों में सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाये गये हैं। छात्राओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए घर से दो किलोमीटर से अधिक दूरी वाले स्कूलों के लिए 9वीं से 12वीं तक की छात्राओं के लिए ‘‘छात्रा परिवहन सुरक्षा योजना‘‘ आरम्भ की है। इसके अलावा, इससे पहले प्रदेश में 31 महिला थाने खोलना, दुर्गा शक्ति एप, दुर्गा रैपिड एक्शन फोर्स, दुर्गा वाहिनी की स्थापना, बलात्कार के आरोपी की सभी सुविधाएं निलम्बित करना, फास्ट ट्रेक कोर्ट खोलना, आदि योजनाएं शुरू की गई हैं।


उन्होंने कहा कि प्रदेश में सबसे गरीब लोगों की पहले मदद करने के लिए सरकार ने ‘मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना’ चलाई है। इसके तहत पहले एक लाख परिवारों की मदद की जाएगी। अब तक 30 हजार परिवारों की पहचान कर ली गई है। गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वालों की वार्षिक आय की सीमा 1 लाख 20 हजार रुपये से बढाकर 1 लाख 80 हजार रुपये तय की है ताकि ज्यादा से ज्यादा परिवारों को गरीब कल्याण योजनाओं का लाभ मिले। ऐसे परिवारों को 6 हजार रुपये वार्षिक मदद देने के लिए ‘मुख्यमंत्री परिवार समृद्धि योजना’ चलाई जा रही है। उन्हें ‘प्रधानमंत्री जन आरोग्य-आयुष्मान भारत योजना’ के तहत 5 लाख रुपये तक का वार्षिक मुफ्त इलाज करवाने की सुविधा दी गई है।


इसी प्रकार प्रदेश के सभी कोरोना मरीजों का इलाज व टीकाकरण मुफ्त किया जा रहा है। गत 1 मार्च से 31 मई, 2021 के बीच कोविड-19 महामारी से मृत्यु होने पर बी.पी.एल. परिवार को 2 लाख रुपये की राशि का एक्सग्रेशिया अनुदान दिया गया है। बी.पी.एल. परिवार के 18 से 50 वर्ष की आयु के व्यक्ति की इस बीमारी से 31 मई, 2021 के बाद मृत्यु होने पर जीवन बीमा के तहत 2 लाख रुपये की राशि का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा, होम आइसोलेशन में रहे लगभग 7 हजार मरीजों को भी 5-5 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी है। कोविड-19 महामारी के कारण अनाथ हुए बच्चों के पुनर्वास और सहायता के लिए ‘मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना’ शुरू की गई है। इसके तहत प्रति बच्चा 2500 रुपये मासिक मदद दी जा रही है। प्रदेश में सभी तरह की सामाजिक सुरक्षा पेंशन 1 अप्रैल 2021 से बढ़ाकर 2 हजार 500 रुपये मासिक की गई हैं।


उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रदेश को एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम में देश में प्रथम स्थान मिला है। हरियाणा देश का पहला राज्य है, जहां हैपेटाईटिस सी व बी की दवाईयां मुफ्त उपलब्ध करवाई जा रही हैं। प्रदेश में 228 प्रकार के आॅप्रेशन, 70 प्रकार के टेस्ट और 21 प्रकार की दंत चिकित्सा मुफ्त की जाती हैं। साथ ही 500 दवाइयां भी मुफ्त दी जाती हैं। प्रदेश सरकार द्वारा आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति को आयुष्मान भारत योजना से जोड़ा गया है। इसके लिए ‘आयुष हैल्थ एण्ड वैलनेस सेंटर’ स्थापित किये जा रहे हैं। इसके अलावा योग को भी बढ़ावा दिया जा रहा है।


उन्होंने कहा कि हमारा वातावरण शुद्ध होगा तो हम स्वस्थ रहेंगे। इसलिए  सरकार ने पर्यावरण संरक्षण के लिए कारगर प्रयास किये हैं। 75 साल से अधिक आयु के वृक्षों के रखरखाव के लिए प्राण वायु देवता पेंशन स्कीम के तहत 2500 रुपये प्रतिवर्ष प्रति पेड़ पेंशन का प्रावधान किया है। इसके अलावा पर्यावरण संरक्षण के लिए शहरों में ऑक्सीवन लगाए जा रहे हैं। पंचायतों की 10 प्रतिशत भूमि पर भी ऑक्सीवन स्थापित किये जाएंगे। ग्रामीणों के 24 घंटे बिजली के सपने को साकार किया है। ‘म्हारा गांव जगमग गांव योजना’ के तहत प्रदेश के लगभग 77 प्रतिशत यानि की 5 हजार 309 गांवों को 24 घण्टे बिजली दी जा रही है। सरकार द्वारा बिजली की दरें 37 पैसे प्रति यूनिट कम की गई है। इससे पहले वर्ष 2019 में हम बिजली के बिल आधे कर चुके हैं।  


इसी प्रकार उद्योग प्रदेश की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने और रोजगार देन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उनको बढावा देने और निवेश को आकर्षित करने के लिए हरियाणा उद्यम एवं रोजगार नीति-2020 लागू की गई है। इस नीति का लक्ष्य 5 लाख नई नौकरियों का सृजन करना, 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश के अवसर पैदा करना तथा निर्यात को 2 लाख करोड़ रुपये तक दोगुणा करना है। हमने उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश में एम.एस.एम.ई. विभाग का गठन भी किया है। सरकार की उद्योग सहायक नीतियों का परिणाम है कि स्टार्टअप इण्डिया कार्यक्रम में हरियाणा अग्रणी राज्य के रूप में उभरा है। राज्य में अब तक 4000 से ज्यादा युवा स्टार्टअप्स का पंजीकरण हो चुका है। हमने 20 साल से अधिक समय से किराए या लीज अथवा लाइसेंस फीस पर चल रही पालिकाओं की दुकानों व मकानों की मलकीयत उन पर काबिज दुकानदारों को ही दी है। व्यापारियों के लिए दो बीमा योजनाएं भी शुरू की हैं।  


उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा पंचायती राज संस्थाओं और शहरी स्थानीय निकायों को अनेक अधिकार दिए गए हैं। उन्हें स्वच्छता, जल संरक्षण, फसल अवशेष जलाने में कमी लाने जैसे विभिन्न कार्यों पर निगरानी रखने की शक्तियां प्रदान की हैं। उन्हें गांव में शराब का ठेका खोलने या न खोलने की शक्तियां भी दी हैं।


हरियाणा देश का पहला राज्य है जहां पढ़ी-लिखी पंचायतें हैं। हरियाणा देश का पहला ऐसा राज्य भी है जिसने शासन में पंचायती राज संस्थाओं की अधिक भागीदारी के लिए अंतर जिला परिषद् का गठन किया है।  प्रदेश सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों को डिजिटल बनाने के लिए ‘ग्राम दर्शन पोर्टल’ शुरू किया है। यह पोर्टल गांवों का साइबर फेस है। इस पर 6197 ग्राम पंचायतों का डिजिटल डाटा उपलब्ध है। ग्रामीणों को उनकी सम्पत्ति का मालिकाना हक देने के लिए सभी गांवों को लाल डोरा मुक्त करने की योजना चलाई है। हमारी इस योजना को बाद में प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना के नाम से पूरे देश में लागू किया गया।


गांवों में पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए जल जीवन मिशन के तहत प्रदेश के हर घर में नल से जल पहुंचाया जा रहा है।


इससे पूर्व कृषि मंत्री श्री जेपी दलाल ने सेक्टर 12 स्थित युद्ध स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। स्वतंत्रता समारोह में कृषि मंत्री ने स्वतंत्रता सेनानियों के आश्रितों, वीर नारियों, लोकतंत्र सेनानियों, कोरोना योद्धाओं तथा विभिन्न क्षेत्रों मे उल्लेखनीय कार्य करने वाले सरकारी अधिकारियों, कर्मचारियों, समाज सेवियों, सामाजिक संगठनों, परेड में भाग लेने वाली हरियाणा पुलिस, होम गार्ड, एनसीसी की टुकड़ियों तथा सांस्कृतिक प्रस्तुति में भाग लेने वाले स्कूली बच्चों को सम्मानित भी किया।


उन्होंने कार्यक्रम में भाग लेने वाले बच्चों को मिठाई के लिए दो लाख रूपए देने की घोषणा की। इसके अलावा परेड में भाग लेने वाले स्कूलों में कल के अवकाश की घोषणा भी की। इसके अलावा कृषि मंत्री ने लाल डोरा मुक्त करने की सरकार की महत्वकांशी योजना के तहत पांच लाभपात्रों को उनकी संपत्ति की रजिस्ट्री भी प्रदान की।


बाद में पत्रकारों से बात करते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि तिरंगा हमारी आन, बान, शान है और इसकी आजादी के लिए हमारे लाखों स्वतंत्रता सेनानियों व शहीदों ने कुर्बानियां दी जिसकी बदौलत आज हम खुली हवा मे सांस ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि आजादी का आज 75वां अमृत महोत्सव आज पूरे देश-विदेश में मनाया जा रहा है। विदेशों में रह रहे भारतीय भी आज तिरंगे को सलामी दे रहे हैं। पंचकूला जिले के लिए तो यह एक ऐतिहासिक अवसर है। आज ही के दिन पंचकूला का स्थापना दिवस भी है। स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर मंच संचालन डाॅ. प्रदीप राठौड़ ने किया।


इस अवसर पर सांसद रतन लाल कटारिया, नगर निगम के महापोर कुलभूषण गोयल, बीजेपी हरियाणा राज्य महिला विंग की उपाध्यक्ष बंतो कटारिया, उपायुक्त विनय प्रताप सिंह, प्रांजल सिंह (आई.आर.एस.), पुलिस उपायुक्त मोहित हांडा, अतिरिक्त उपायुक्त मोहम्मद इमरान रज़ा, एसडीएम रिचा राठी, नगराधीश सिमरनजीत कौर के अलावा जिला प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारी व गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।