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चुनाव पर्यवेक्षक सौरभ कुमार ने की फार्म 17ए व 17सी की जांच, चुनाव प्रत्याशी व प्रतिनिधि भी रहे मौजूद

सिरसा, 13 मई। 

सिरसा लोकसभा क्षेत्र के सभी 9 विधानसभा सेग्मेंट के प्रपत्र 17ए की छंटनी के लिए आज चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय के मल्टीपर्पज हॉल में एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में लोकसभा क्षेत्र के चुनाव पर्यवेक्षक सौरभ कुमार, रिटर्निंग अधिकारी एवं उपायुक्त प्रभजोत सिंह, उपायुक्त फतेहाबाद धीरेंद्र खडग़टा, अतिरिक्त उपायुक्त मनदीप कौर सहित संबंधित विस के एसडीएम, राजनीतिक दलों के प्रत्याशी व प्रतिनिधि मौजूद थे। 

चुनाव पर्यवेक्षक सौरभ कुमार ने सभी 9 विधानसभा क्षेत्रों के जिन बूथों पर सबसे कम व सबसे अधिक मतदान हुआ है। ऐसे बूथों के पीठासीन अधिकारी द्वारा भरे गए फार्म 17ए व 17सी की जांच की। जिन फार्मों के कॉलम अधूरे पाए गए उन्हें संबंधित एआरओ को पूरा करवाने के निर्देश दिये। उन्होंने फार्मों की जांच करते हुए प्रत्याशियों व उनके एजेंटों से उनकी समस्याएं जानी।

सिरसा लोकसभा क्षेत्र के रिटर्निंग अधिकारी एवं उपायुक्त प्रभजोत सिंह ने बताया कि सिरसा लोकसभा क्षेत्र में 13 लाख 67 हजार 362 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया जोकि कुल का 75.97 प्रतिशत मतदान हुआ है, यह प्रदेश भर में सर्वाधिक है। लोकसभा क्षेत्र में एक ओर जहां पुरुष मतदान प्रतिशत्ता 76.47 प्रतिशत रही, वहीं महिला मतदान प्रतिशत्ता भी 75.39 प्रतिशत रही है। पूरे लोकसभा क्षेत्र में रानियां विधानसभा क्षेत्र में सर्वाधिक 78.96 प्रतिशत मतदान हुआ है। उन्होंने बताया कि ईवीएम व वीवीपैट मशीनों को स्ट्रॉंग रुम में जमा कर सील कर दिया गया है और थ्री टायर सिक्योरिटी सिस्टम में सुरक्षित रखा गया है। 

उन्होंने संबंधित एआरओ को निर्देश दिये कि प्रतिदिन अपने संबंधित स्ट्रॉंग रुम चैक करते रहें। उन्होंने सीसीटीवी कैमरे भी लगातार चालु रखने व रिकार्डिंग सुरक्षित रखने के निर्देश दिये। उन्होंने विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों व ऐजेंटों से भी कहा कि वे किसी भी समय आ कर स्ट्रॉंग रूम की सुरक्षा व्यवस्था देख सकते हैं, और यदि कोई प्रत्याशी या प्रतिनिधि स्ट्रॉंग रूम के आस-पास रहना चाहते हैं तो वे स्ट्रॉंग रुम के 200 मीटर दायरे से बाहर अपना पंडाल लगा कर बैठ सकते हैं। उन्होंने सभी 9 विधानसभा क्षेत्रों के एआरओ को निर्देश दिये कि वे मतगणना के लिए अधिकारियों एवं कर्मचारियों को प्रशिक्षण देना आरंभ करें ताकि मौके पर किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।

उन्होंने बताया कि कालांवाली विस सेग्मेंट में 78.90 प्रतिशत, डबवाली विस सेग्मेंट में 76.18 प्रतिशत, रानियां विस सेग्मेंट में 78.96 प्रतिशत, सिरसा विस सेग्मेंट में 69.67 प्रतिशत, ऐलनाबाद विस सेग्मेंट में 79.97 प्रतिशत, नरवाणा विस सेग्मेंट में 71.91 प्रतिशत, टोहाना विस सेग्मेंट में 77.09 प्रतिशत, फतेहाबाद विस सेग्मेंट में 75.43 प्रतिशत तथा रतिया विस सेग्मेंट में 77.33 प्रतिशत मतदान हुआ है। उन्होंने कहा कि इस बार मतदान में पुरुष मतदाताओं के साथ-साथ महिला मतदाताओं ने भी बढ़ चढ़ कर भाग लिया है। तत्पश्चात उपायुक्त ने जिला सिरसा के सभी पांचों विधानसभा क्षेत्रों के स्ट्रॉंग रुम की सील गहनता से चैक की व लॉगबुक में इंद्राज किया। 

चुनाव पर्यवेक्षक सौरभ कुमार, जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त फतेहाबाद धीरेंद्र खडग़टा, अतिरिक्त उपायुक्त मनदीप कौर, एसडीएम डबवाली ओम प्रकाश, एसडीएम ऐलनाबाद अमित कुमार, एसडीएम सिरसा वीरेंद्र चौधरी, एसडीएम फतेहाबाद सुरजीत नैन, एसडीएम रतिया डा. किरण सिंह, एसडीएम टोहाना सुरेंद्र बेनीवाल, एसडीएम नरवाना जयदीप कुमार, एआरओ रानियां राजेंद्र कुमार, सीटीएम जयवीर यादव, कार्यकारी अभियंता सीडीएलयू एसके विज, ईओ एमसी अमन ढांडा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेश कुमार, डीएसपी आर्यन सहित चुनाव से संबंधित अधिकारी मौजूद थे। 

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पनामा में 6.1 की तीव्रता से आया तेज भूकंप

पनामा में 6.1 तीव्रता का भूकंप आया। इस वजह से इमारतों और मकानों को नुकसान पहुंचा है और कम से कम पांच लोग जख्मी हुए हैं।

अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण ने बताया कि भूकंप का केंद्र देश के पश्चिमी हिस्से में कोस्टा रिका सीमा के पास 37 किलोमीटर की गहराई में था।

राष्ट्रीय नागरिक सुरक्षा प्रणाली ने कहा कि भूकंप की वजह से चार मकानों को नुकसान पहुंचा और पांच लोग जख्मी हुए हैं।

राष्ट्रपति जुआन कार्लोस वरेला ने पहले ट्वीट किया था कि प्यर्टो आर्मुलेस में सिर्फ एक व्यक्ति घायल हुआ है। उन्होंने बताया कि मकानों और कारोबारी इमारतों को नुकसान पहुंचा है।

राष्ट्रीय नागरिक सुरक्षा प्रणाली ने कहा कि दो क्षतिग्रस्त घर गिर गए हैं। बहरहाल, प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र ने सुनामी की चेतावनी जारी नहीं की है।

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श्री सीता नवमी 2019 को जानकी नवमी भी कहते हैं, जानिेए कैसे ?

श्री सीता नवमी 2019:

वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को जनकनंदनी एवं प्रभु श्रीराम की प्राणप्रिया, सर्वमंगलदायिनी, पतिव्रताओं में शिरोमणि श्री सीताजी का प्राकट्य हुआ। यह दिन जानकी नवमी या सीता नवमी के नाम से जाना जाता है। धर्मशास्त्रों के अनुसार इस पावन पर्व पर जो भी भगवान राम  सहित माँ जानकी का व्रत-पूजन करता है, उसे पृथ्वी दान का फल एवं समस्त तीर्थ भ्रमण का फल स्वतः ही प्राप्त हो जाता है एवं समस्त प्रकार के दु:खों, रोगों व संतापों से मुक्ति मिलती है।

भगवान श्रीराम की अर्द्धांगिनी देवी सीता जी का जन्मदिवस फाल्गुन मास में कृष्ण पक्ष की अष्टमी को तो मनाया जाता ही है परंतु वैशाख मास के शुक्लपक्ष की नवमी तिथि को भी जानकी-जयंती के रूप में मनाया जाता है क्योंकि रामायण के अनुसार वे वैशाख में अवतरित हुईं थीं, किन्तु ‘निर्णयसिन्धु’ के ‘कल्पतरु’ ग्रंथानुसार फाल्गुन माह की कृष्ण पक्ष के दिन सीता जी का जन्म हुआ था इसीलिए इस तिथि को सीताष्टमी के नाम से भी संबोद्धित किया गया  है अत: दोनों ही तिथियाँ उनकी जयंती हेतु मान्य हैं तथा दोनों ही तिथियां हिंदू धर्म में बहुत पवित्र मानी गई हैं। इस दिन वैष्णव संप्रदाय के भक्त माता सीता के निमित्त व्रत रखते हैं और पूजन करते हैं। मान्यता है कि जो भी इस दिन व्रत रखता व श्रीराम सहित सीता का विधि-विधान से पूजन करता है, उसे पृथ्वी दान का फल, सोलह महान दानों का फल तथा सभी तीर्थों के दर्शन का फल अपने आप मिल जाता है। अत: इस दिन व्रत करने का विशेष महत्त्व है। 

शास्त्रों के अनुसार वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की नवमी के दिन पुष्य नक्षत्र में जब महाराजा जनक संतान प्राप्ति की कामना से यज्ञ की भूमि तैयार करने के लिए हल से भूमि जोत रहे थे, उसी समय पृथ्वी से एक बालिका का प्राकट्य हुआ। जोती हुई भूमि को तथा हल की नोक को भी ‘सीता’ कहा जाता है, इसलिए बालिका का नाम ‘सीता’ रखा गया। 

सीता जन्म कथा सीता के विषय में रामायण और अन्य ग्रंथों में जो उल्लेख मिलता है, उसके अनुसार मिथिला के राजा जनक के राज में कई वर्षों से वर्षा नहीं हो रही थी। इससे चिंतित होकर जनक ने जब ऋषियों से विचार किया, तब ऋषियों ने सलाह दी कि महाराज स्वयं खेत में हल चलाएँ तो इन्द्र की कृपा हो सकती है। मान्यता है कि बिहार स्थित सीममढ़ी का पुनौरा नामक गाँव ही वह स्थान है, जहाँ राजा जनक ने हल चलाया था। हल चलाते समय हल एक धातु से टकराकर अटक गया। जनक ने उस स्थान की खुदाई करने का आदेश दिया। इस स्थान से एक कलश निकला, जिसमें एक सुंदर कन्या थी। राजा जनक निःसंतान थे। इन्होंने कन्या को ईश्वर की कृपा मानकर पुत्री बना लिया। हल का फल जिसे ‘सीत’ कहते हैं, उससे टकराने के कारण कालश से कन्या बाहर आयी थी, इसलिए कन्या का नाम ‘सीता’रखा गया था। ‘वाल्मीकि रामायण’ के अनुसार श्रीराम के जन्म के सात वर्ष, एक माह बाद वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को जनक द्वारा खेत में हल की नोक (सीत) के स्पर्श से एक कन्या मिली, जिसे उन्होंने सीता नाम दिया। जनक दुलारी होने से ‘जानकी’, मिथिलावासी होने से ‘मिथिलेश’ कुमारी नाम भी उन्हें मिले। वर्तमान में मिथिला नेपाल का हिस्सा हैं अतः नेपाल में इस दिन को बहुत उत्साह से मनाते हैं । वास्तव में सीता, भूमिजा कहलाई क्यूंकि राजा जनक ने उन्हें भूमि से प्राप्त किया था । 

वेदों, उपनिषदों तथा अन्य कई वैदिक वाङ्मय में उनकी अलौकिकता व महिमा का उल्लेख एवं  उनके स्वरूप का विस्तार पूर्वक वर्णन किया गया है जहाँ ऋग्वेद में एक स्तुति के अनुसार कहा गया है कि असुरों का नाश करने वाली सीता जी आप हमारा कल्याण करें एवं इसी प्रकार सीता उपनिषद जो कि अथर्ववेदीय शाखा से संबंधित उपनिषद है जिसमें सीता जी की महिमा एवं उनके स्वरूप को व्यक्त किया गया है। इसमें सीता को शाश्वत शक्ति का आधार बताया गया है तथा उन्हें ही प्रकृति में परिलक्षित होते हुए देखा गया है। सीता जी को प्रकृति का स्वरूप कहा गया है तथा योगमाया रूप में स्थापित किया गया है।

अष्टमी तिथि को ही नित्यकर्मों से निर्मित होकर शुद्ध भूमि पर सुंदर मंडप बनाएं, जो तोरण आदि से मंडप के मध्य में सुंदर चौकोर वेदिका पर भगवती सीता एवं भगवान श्री राम की स्थापना करनी चाहिए। पूजन के लिए स्वर्ण, रजत, ताम्र, पीतल, एवं मिट्टी इनमें से यथासंभव किसी एक वस्तु से बनी हुई प्रतिमा की स्थापना की जा सकती है। मूर्ति के अभाव में चित्रपट से भी काम लिया जा सकता है। जो भक्त मानसिक पूजा करते हैं उनकी तो पूजन सामग्री एवं आराध्य सभी भाव में ही होते हैं। भगवती सीता एवं भगवान श्री राम की प्रतिमा के साथ साथ पूजन के लिए राजा जनक, माता सुनैना, पुरोहित शतानंद जी, हल और माता पृथ्वी की भी प्रतिमा स्थापित करनी चाहिए। नवमी के दिन नित्य कर्म से निवृत्त होकर श्री जानकी राम का संकल्प पूर्वक पूजन करना चाहिए। सर्वप्रथम पंचोपचार से श्री गणेश जी और भगवती पार्वती का पूजन करना चाहिए। फिर मंडप के पास ही अष्टदल कमल पर विधिपूर्वक कलश की स्थापना करनी चाहिए। यदि मंडप में प्राण-प्रतिष्ठा हो तो मंडप में स्थापित प्रतिमा या चित्र में प्राण प्रतिष्ठा करनी चाहिए। प्रतिमा के कपड़ों का स्पर्श करना चाहिए। भगवती सीता का श्लोक के अनुसार ध्यान करना चाहिए।आज के दिन माता सीता की पूजन करने से सर्वश्रेष्ठ लाभ प्राप्त होता है।

श्री वाल्मीकि रामायण के अनुसार श्री राम के जन्म के सात वर्ष तथा एक माह पश्चात भगवती सीता जी का प्राकट्य हुआ। गोस्वामी तुलसीदास जी बालकांड के प्रारम्भ में आदिशक्ति सीता जी की वंदना करते हुए कहते हैं :

‘‘उद्भवस्थिति संहारकारिणी क्लेशहारिणीम्।

सर्वश्रेयस्करीं सीतां नतोऽहं रामवल्लभाम्॥’’

माता जानकी ही जगत की उत्पत्ति, पालन और संहार करने वाली तथा समस्त संकटों तथा क्लेशों को हरने वाली हैं। वह मां भगवती सीता सभी प्रकार का कल्याण करने वाली रामवल्लभा हैं। उन भगवती सीता जी के चरणों में प्रणाम है, मां सीता जी ने ही हनुमान जी को उनकी असीम सेवा भक्ति से प्रसन्न होकर अष्ट सिद्धियों तथा नव-निधियों का स्वामी बनाया।

‘‘अष्टसिद्धि नव-निधि के दाता।

अस वर दीन जानकी माता॥’’

सीता-राम वस्तुत: एक ही हैं।

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थ्री – टायर सिक्योरिटी सिस्टम में रखी रखवाई जा रही ईवीएम

सिरसा, 12 मई।

सिरसा लोकसभा क्षेत्र में 8.30 बजे तक 73.11 प्रतिशत मतदान, 

जिला में शांतिपूर्ण मतदान सम्पन्न, 23 को होगी मतगणना 

जिला सिरसा के सभी पांचों विधानसभा क्षेत्रों में शांतिपूर्ण मतदान सम्पन्न होने के बाद ईवीएम और वीवीपैट मशीनों को स्थानीय चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय में बनाए गए 5 स्ट्रॉंग रूम रखवाया जा रहा हैं। सुरक्षा के दृष्टिïगत स्ट्रॉंग रूम के बाहर केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल तैनात रहेंगे और कमरों के अंदर सीसीटीवी कैमरों से पैनी नजर रहेगी। ईवीएम जमा करवाने का कार्य चुनाव पर्यवेक्षक सौरभ कुमार, जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त प्रभजोत सिंह द्वारा स्वयं की देखरेख में करवाया जा रहा है। 

उपायुक्त प्रभजोत सिंह ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार ही स्ट्रॉंग रुम तैयार किए गए हैं। स्ट्रॉंग रुम में ईवीएम और वीवीपैट मशीनों को रखने और कमरे को सील करने की पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी करवाई जा रही है। यदि स्ट्रॉंग रुम में एक से अधिक दरवाजे हैं तो एक दरवाजे को छोड़ कर बाकी सभी दरवाजों और खिड़कियों को सील कर दिया जाएगा। सभी स्ट्रॉंग रुम को डबल लॉक किया जाएगा। स्ट्रॉंग रुम का थ्री-टायर सिक्योरिटी सिस्टम होगा। स्ट्रॉंग रुम के परिसर तक आने और जाने वालों के लिए लॉग बुक लगाई जाएगी, जिसमें उनकी उपस्थिति दर्ज की जाएगी। उन्होंने बताया कि 23 मई जिला के सभी पांचों विधानसभा क्षेत्रों की मतगणना चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय में की जाएगी और यहीं से विजेता उम्मीदवार का नाम भी यहीं से अनाउंस किया जाएगा। 

सिरसा लोकसभा क्षेत्र में 8.30 बजे तक 73.11 कुल मतदान रिपोर्ट: 

कालांवाली विस सेग्मेंट- 72.80 प्रतिशत

डबवाली विस सेग्मेंट- 76.19 प्रतिशत

रानियां विस सेग्मेंट- 74.60 प्रतिशत

सिरसा विस सेग्मेंट- 71.86 प्रतिशत

ऐलनाबाद विस सेग्मेंट- 74 प्रतिशत

नरवाणा विस सेग्मेंट- 71.75 प्रतिशत

टोहाना विस सेग्मेंट- 74 प्रतिशत

फतेहाबाद विस सेग्मेंट- 68.40 प्रतिशत

रतिया विस सेग्मेंट- 75.40 प्रतिशत

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ईवीएम जमा करवाने के कार्य का निरीक्षण करते हुए डीसी प्रभजोत सिंह

सिरसा, 12 मई। 

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जिला में लोकसभा चुनाव शांति पूवर्क सम्पन्न-उपायुक्त ने जिला वासियों का सहयोग के लिये अभार व्यक्त किया

पंचकूला, 12 मई –

पंचकूला जिला में सांय 6 बजे तक हुआ लगभग 69 प्रतिशत मतदान

उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डाॅ. बलकार सिंह ने बताया कि प्रराम्भिक जानकारी के मुताबिक सांय 6 बजे तक जिला में लगभग 69 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि 01 कालका विधानसभा क्षेत्र में इस अवधि तक लगभग 73 प्रतिशत तथा 02 पंचकूला विधानसभा क्षेत्र में लगभग 65 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि मतदान के अंतिम आंकडे पीठासीन अधिकारियों की डायरी उपलब्ध होने के बाद ही मिल पायेंगे। उन्होंने बताया कि जिला में मतदान प्रक्रिया शांति पूर्वक सम्पन्न हुई और मतदान को शांति पूर्वक सम्पन्न करवाने के लिये उन्होंने मतदाताओं का अभार व्यक्त किया।

आज प्रातः काल से ही शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में मतदान केंद्रों पर मतदान के लिये लंबी लाईने लगनी आरम्भ हो गई थी। उन्होंने बताया कि सभी मतदान केंद्रों पर मतदाताओं के लिये आवश्यक सुविधाए उपलब्ध करवाने के साथ-साथ दिव्यांग व अधिक आयु के मतदाताओं के लिये व्हील चेयर की सुविधा भी उपलब्ध करवाई गई थी। उन्होंने बताया कि सभी मतदान केंद्रो पर सुरक्षा के भी पुख्ता प्रबंध किये गये थे। उन्होंने बताया कि कालका विधानसभा क्षेत्र की ई.वी.एम को सैक्टर 14 स्थित राजकीय महिला महाविद्यालय तथा पंचकूला विधानसभा क्षेत्र की ई.वी.एम सैक्टर 1 स्थित राजकीय महाविद्यालय के स्ट्रांग रूम में कड़ी सुरक्षा और सी.सी.टी कैमरो की निगरानी में रहेगी। उन्होंने बताया कि मतगणना 23 मई को इन दोनों स्थानों पर ही की जायेगी। उपायुक्त व पुलिस उपायुक्त ने शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में मतदान केंद्रों का दौरा करके मतदान प्रक्रिया का जायजा लिया और चुनाव डयूटी पर तैनात स्टाफ और मतदाताओं से भी मतदान के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने रामगढ़, बूडनपुर, अभयपुर, सैक्टर 19 तथा जिला के अन्य अतिसवेंदनशील श्रेणी के मतदान केंद्रो का विशेष निरीक्षण किया।

उन्होंने बताया कि मतदान प्रक्रिया प्रातः 7 बजे आरम्भ की गई थी। आरम्भ में कुछेक मतदान केंद्रों पर ई.वी.एम मामूली दिक्कते आई थी जो विशेषज्ञो द्वारा जल्द ठीक कर दी गई थी। उन्होंने बताया कि प्रातः 7 बजे से 9 बजे तक कालका विधानसभा क्षेत्र में  7.5 प्रतिशत व पंचकूला विधानसभा क्षेत्र में 7 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था। इसी प्रकार प्रातः 9 बजे से 11 बजे तक कालका में 14.6 व पंचकूला में 11.8 तथा 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक कालका विधानसभा क्षेत्र में 26 प्रतिशत और पंचकूला विधानसभा क्षेत्र में 27.7 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि बाद दोपहर 3 बजे तक कालका में 54.8 और पंचकूला विधानसभा क्षेत्र में 40.4 प्रतिशत मतदान हुआ। इसी प्रकार 5 बजे तक कालका विधानसभा क्षेत्र में 63.9 और पंचकूला विधानसभा क्षेत्र में 52.8 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि सांय 6 बजे कालका विधानसभा क्षेत्र में लगभग 73 प्रतिशत तथा पंचकूला विधानसभा क्षेत्र में लगभग 65 प्रतिशत मतदान की सूचना है।

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पहली बार मतदान करके उत्साहित युवा मतदाताओं में दिखा जोश

सिरसा, 12 मई।

लोकसभा चुनाव 2019 के छठे चरण में होने वाले चुनाव में युवा मतदाताओं में काफी जोश देखने को मिला। पहली बार अपने मत का प्रयोग करने वाले युवाओं उत्साहित नजर आ रहे थे। 

गांव कोटली के युवा वोटर

गांव कोटली के बूथ नम्बर 181 में युवा वोटर सुधीर, सौरभ कुमार, वीरेंद्र कुमार, जशपाल, अनील कुमार, राम कुमार ने पहली बार अपने मताधिकार को प्रयोग किया। जब इन युवाओं से पहली बार मतदान के अहसास के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि वे देश के लोकतांत्रित व्यवस्था में वोट करके अपनी भागीदारी से बहुत खुश है। उन्होंने बताया कि हर किसी को अपने मत का प्रयोग करना चाहिए। वोट चाहे किसी को भी दें, लेकिन मतदाता वोट अवश्य करें। एक अन्य युवा मतदाता ने बताया कि वे अपनी पहली बार के मतदान का इंतजा कर रहे थे, जोकि आज लोकसभा के चुनाव में मत डालने से पूरा हुआ है। 

गांव कर्मगढ के युवा वोटर विपिन

सभी युवा वोटर बेहद प्रफुल्लित नजर जा रहे थे। उनका कहना है कि वे बड़े दिनों से इस दिन के इंतजार में थे। उन्हें वोट डाल कर अद्भुत खुशी हुई है, आज उन्होंने अपनी वोट की ताकत का इस्तेमाल किया है जोकि मजबूत राष्टï्र निर्माण में सहायक सिद्घ होगा। सभी युवा वोटरों का अनुभव बहुत ही यादगार रहा। गांव कर्मगढ निवासी युवा वोटर विपिन ने जीवन में पहली बार मतदान कर गौरवांवित महसूस कर रहे हैं। वे आज गांव कर्मगढ के राजकीय स्कूल में बने बूथ नम्बर 28 पर मतदान करने पहुंचे। उन्होंने कहा कि मतदान कर उन्हें बहुत अच्छा लग रहा है और देश के जिम्मेदार नागरिक होने का एहसास भी हो रहा है।

नव विवाहित जोड़े ने किया मतदान :

नवविवाहित जोड़े अनिल व शीला अपने मताधिकार का प्रयोग करने उपरांत

लोकतंत्र में चुनाव सबसे बड़ा पर्व है, और इस बार भी इस वाक्य को  नवविवाहित जोड़े अनिल व शीला ने सच साबित कर दिया है। नवविवाहित जोड़ा शादी के लिबास में ही सजा-धजा वोट डालने पहुंचा। अनिल ने आज खैरपूर कॉलोनी के बूथ तथा शीला ने प्रेम नगर में बने बूथ पर अपना वोट डाला। उन्होंने अन्य मतदाताओं को यह संदेश देने का काम किया है कि सारे काम बाद में पहले वोट जरूरी है। अनिल के पिता माली के पद पर कार्यरत हैं। 

दिव्यांग मतदाताओं ने भी किया मत का प्रयोग : 

लोकसभा आम चुनाव में प्रशासन द्वारा दिव्यांग मतदाताओं का मतदान करवाने की अनौखी पहल की। दिव्यांगों के मतदान के लिए विशेष अध्यापकों की नियुक्ति की गई। हेलन केलर दृष्टिïबाधित विद्यालय के विशेष अध्यापक तुशार ने आज सिरसा ब्लॉक दिव्यांग मतदाता चंद्रावती देवी, दर्शनलाल, नरेश कुमार, ईशान, बाबूलाल, केहर सिंह, राम प्यारी, नीमो देवी, कालूराम, सुलतान, राजेंद्र, हीरा पति का वोट डलवाया। इसी प्रकार जिला हर ब्लॉक में दिव्यांग मतदाताओं की सुविधा के लिए विशेष अध्यापकों की ड्यूटियां लगाई गई थी। दिव्यांगों की सुविधा के लिए चुनाव आयोग द्वारा ब्रेल लिपि युक्त पर्चियों की सुविधा मुहैया करवाई गई थी ताकि मतदाताओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। दिव्यांग वोटर मतदान प्रक्रिया में अपनी भागीदारी अदा कर खुश नजर आए। दिव्यांग मतदाताओं में अपने मत के प्रयोग के लिए बड़ा उत्साह देखने को मिला।  

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डीसी के अनुरोध के बाद गांव कुत्ताबढ़ में मतदान हुआ शुरू

सिरसा, 12 मई।

उपायुक्त प्रभजोत सिंह ने पुलिस अधीक्षक के साथ मतदान केंद्रों का किया निरीक्षण

राजकीय महिला महाविद्यालय में बने सखी बूथ पर निरीक्षण करते हुए डीसी प्रभजोत सिंह
राजकीय महिला महाविद्यालय में बने आदर्श बूथ पर निरीक्षण करते हुए डीसी प्रभजोत सिंह

लोकसभा क्षेत्र के रानियां विधानसभा क्षेत्र के गांव कुत्ताबढ में उपायुक्त प्रभजोत सिंह के अनुरोध के बाद वोट डालना शुरू किया। ग्रामीणों ने पुल संबंधी मामले को लेकर मतदान का बहिष्कार किया हुआ था। 

गांव कुत्ताबढ में ग्रामीणों से मतदान करने की अपील करते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी प्रभजोत सिंह

कुत्ताबढ के ग्रामीणों ने पुल से संबंधित कलैक्टर रेटों को लेकर वोट न करने का निर्णय लेते हुए मतदान का बहिष्कार किया हुआ था। इस पर जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त प्रभजोत सिंह व पुलिस अधीक्षक डॉ. अरूण सिंह ग्रामीणों के बीच पहुंचे और उनसे वोट डालने की अपील की। इस मौके पर एसडीएम अमित कुमार व डीएसपी जगदीश कुमार भी मौजूद थे। 

उपायुक्त ने ग्रामीणों से कहा जिस मामले को लेकर वे मतदान का बहिष्कार कर रहे हैं, वह उच्चाधिकारियों के पास विचारधीन है और इस दिशा में सकारात्मक प्रक्रिया चल रही है। उपायुक्त ने कहा कि चुनाव आचार संहिता के चलते मामले की कार्यवाही संबंधी कुछ भी कहना चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन होगा। आचार संहिता के बाद ग्रामीणों के विचाराधीन मामले के संबंध में सकारात्मक  कार्यवाही की जाएगी। 

उन्होंने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि मताधिकार के प्रयोग का मौका पांच साल में एक बार आता है। इसलिए ग्रामीण इस अवसर को गंवाए बिना अपने वोट का प्रयोग कर देश की लोकतांत्रिक प्रणाली की मजबूती में भागीदार बनें। उन्होंने कहा कि ग्रामीण अपने वोट की ताकत से देश के लोकतंत्र को मजबूत करें। किसी को वोट न डालने देना भी जुर्म है। इसलिए स्वयं तो मतदान करें ही बल्कि दूसरों को भी वोट डालने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि मतदाता वोट अवश्य करें ताकि बाद में वोट न करने का अफसोस ना रहे। उपायुक्त के अनुरोध के कुछ देर बाद ही करीब 2 बजे ग्रामीणों ने मतदान करना शुरू कर दिया और धीरे-धीरे वोट डालने वालों की संख्या बढऩे लगी।


उपायुक्त प्रभजोत सिंह ने पुलिस अधीक्षक के साथ आज कई मतदान केन्द्रों का निरीक्षण भी किया और चल रही मतदान प्रक्रिया को बारिकी से देखा। जिस भी केंद्र पर कोई कमी नजर आई तुरंत संबंधित अधिकारी व कर्मचारी को इसे दूर करने के आदेश दिए। उपायुक्त ने सबसे पहले राजकीय महिला महाविद्यालय में बने पिंक बूथ का निरीक्षण किया। जहां अतिरिक्त उपायुक्त मनदीप कौर ने बूथ का निरीक्षण करवाया। पिंक बूथ को गुब्बारों के साथ सजाने के साथ-साथ बूथ के द्वार पर बनी रंगोली भी आकर्षित लग रही थी। 

जिला निर्वाचन अधिकारी ने आज बाजेकां, करीवाला, संत नगर, बणी आदि गांवों के मतदान केंद्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने बूथ पर मतदान प्रक्रिया के लिए ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों को कहा कि मतदान की सभी गतिविधियां पूरी सावधानी के साथ करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कर्मचारियों से हो रही मतदान प्रक्रिया के सफलतापूर्वक संचालन की जानकारी ली। उपायुक्त ने निरीक्षण के दौरान बूथ पर पार्टियों व प्रत्याशियों के ऐजेंटों से भी उनकी पूरी जानकारी ली। उन्होंने संबंधित अधिकारी से कहा कि समय-समय पर ईवीएम को चैक करते रहें ताकि मतदान सुचारू रूप से चलता रहे।  

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हरियाणा के सभी मतदाताओं से 12 मई को अपने मतदान का प्रयोग अवश्य करे

पंचकूला, 12 मई

हरियाणा के सभी मतदाताओं से 12 मई को अपने मतदान का प्रयोग अवश्य करे

हरियाणा मॉडल स्कूल सेक्टर 10 पंचकूला मतदान करते हुए पल

हमने तो वोट डाल दिया, अब आपकी बारी, वोट डालने अवश्य जाए !

मतदान करते हुए पल
मतदान करते हुए पल
मतदान करते हुए पल
मतदान करते हुए पल
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Mother’s Day 2019 : आज का दिन दुनिया की हर मां के नाम

पंचकूला:

Sunday, 12 May

इस बार मदर्स डे 12 मई को है!

आज का दिन दुनिया की हर मां के नाम

Mother’s Day 2019: मां अपने बच्चों के लिए क्या कुछ नहीं करती!

अपनी पूरी जिंदगी बच्चों के नाम कर देती है!

हरियाणा के सभी मतदाताओं से 12 मई को अपने मतदान का प्रयोग अवश्य करे!

ना दिन देखती है ना रात, अपना हर पल मां बच्चों को सौंप देती है!

लेकिन मां के लिए आप क्या करते हैं? मां के प्यार और कुर्बानी को कहीं भूल ना जाएं, इसके लिए खास मदर्स डे (Mother’s Day) मनाया जाता है!

यह दिन मां को प्यार जताने और खुश रखने का होता है!

साल के 365 दिन तो मां को प्यार करते ही हैं, लेकिन मदर्स डे (Mother Day) कि बात ही अलग है!

इस बार मदर्स डे 12 मई को है!

यानी 12 मई के दिन को आप अपनी मां के लिए जितना यादगार बना सकते हैं, बनाएं!