Chandigarh, February 13:- Smt. Raj Bala Malik, Mayor, Chandigarh today visited village Kishangarh to see the basic amenities in the area. She was accompanied by the Chairperson of village development committee Smt. Kamla Sharma, Sh. Ravi Kant Sharma, Senior Deputy Mayor, Sh. Jagtar Singh Jagga, Deputy Mayor, Sh. S.K. Jain, Additional Commissioner, Sh. Shailender Singh, Chief Engineer, other members of village development committee and local residents.
During the visit, the team visited various streets, phirni road, markets and residential areas of the village. The main problems discussed throughout the visit were including the sewerage system, broken roads, Lack of sanitation, Tube wells, Electricity supply etc.
The committee also pointed out that there is requirement of strengthening of storm water supply pipe lines and the water supply pipe lines to the households also needs to be strengthened.
The committee decided that these problems need to be tackled and solved one by one, starting from the sewerage and drainage problems. After that, the focus would be shifted to the repairing of the roads and then the expanding of the storm water pipes. The citizens of Kishangarh also made requests to the committee for pruning of the trees and removal of abandoned cars by encroachment which would be catered to right away.
The Mayor instructed the concerned officers of engineering wing to prepare budget estimates at the earliest and put up for its disposal from the village development funds. She also directed the sanitation wing to keep proper cleanliness in the area.
राष्टï्रीय हरित प्राधिकरण के निर्देशों की पालना सुनिश्चित करने के मद्देनजर अतिरिक्त उपायुक्त मनदीप कौर की अध्यक्षता में गुरुवार को उनके कार्यालय कक्ष में संबंधित अधिकारियों की बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त ने एनजीटी के निर्देशों एवं स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) की प्रगति बारे समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। बैठक में एसडीएम कालांवाली निर्मल नागर सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
एडीसी ने जिला विकास एवं पंचायत विभाग को निर्देश दिए कि एक मार्च 2020 तक जिला के सभी गांवों में सफाई अभियान चलाकर पॉलीथीन मुक्त बनाएं। उन्होंने कहा कि राष्टï्रीय मार्ग, राज्य मार्ग तथा रेलवे ट्रैक के साथ लगते गांवों की सफाई करवाएं। इसके अलावा गांवों में जिन घरों का गंदा पानी सड़क व गली को जोड़ता है उन घरों में सोखता गड्डïा बनवाए जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि ग्रामीण् क्षेत्रों की अनाजमंडियों में फसल सीजन के दौरान आने वाले किसानों व मजदूरों के लिए मार्केट कमेटियों के सहयोग से मोबाईल शौचालयों का प्रबंध करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि खंड स्तर पर स्वच्छता सम्मेलनों का आयोजन करें जिनमें ग्राम सचिवों, सरपंचों, पंचों, आंगनवाड़ी वर्करों, सफाई कर्मचारियों, विद्यालयों के प्रधानाचार्यों, मनरेगा मजदूरों, स्वयं सहायता समूह की महिलाओं, प्राईवेट चिकित्सकों, ढाबा/रेस्टोरेंट, मैरिज पैलेस, धार्मिक संस्थाओं व सामाजिक संस्थाओं को शामिल करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने पॉलिथीन मुक्त अभियान तथा स्वच्छता संबंधी नारे लिखने के निर्देश दिए।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी / प्राईवेट स्वास्थ्य केंद्रों तथा लेबोरेट्रियों से निकलने वाले बायो मेडिकल वेस्ट का नियमित रुप से प्रबंधन करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य केंद्रो पर गंदगी से होने वाली बीमारियों के बारे में लोगों को जागरूक करें। उन्होंने निर्देश दिए कि समय-समय पर निजी हस्पतालों का दौरा करके उनके बायो मेडिकल वेस्ट के प्रबंधन कार्य का निरीक्षण करें। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि विद्यालयों में शौचालयों की नियमित रुप से सफाई व्यवस्था हो तथा साबुन व पानी की सुचारु सप्लाई हो। इसके अलावा विद्यालयों में बचे हुए खाने तथा पेड़ पौधों की पत्तियों से खाद बनाने के लिए खाद गड्डïे बनवाना सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि जिला के किसी भी गांव में कोई भी व्यक्ति खुले में शौच न जाए इसके लिए खंड संयोजक, सक्षम युवा व निगरानी कमेटी के सदस्य सुबह व सांय संबंधित गांव में पहरा दें। इसके अलावा महिला एवं बाल विकास विभाग, पंचायती राज विभाग, जिला कार्यक्रम प्रबंधक एचएसआरएनएम सहित अन्य विभागों को निर्देश दिए कि वे अधिक से अधिक लोगों को स्वच्छता के बारे में जागरुक करना सुनिश्चित करें। इस बैठक में ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन, ग्राम पंचायतों को इन परियोजनाओं का कार्यभार सौंपने एवं उपयोगिता प्रमाण पत्र देने, खंड स्तर पर स्वच्छता का रिकार्ड गांव वाईज तैयार करने के निर्देश दिए तथा अन्य बिंदुओं बारे भी विचार विमर्श किया गया। उन्होंने कहा कि सभी विभाग राष्टï्रीय हरित प्राधिकरण के आदेशों की पालना करें तथा 28 फरवरी तक शपथ पत्र दें।
चंडीगढ़, 12 फरवरी- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने प्रदेश में अंतर जिला परिषद का गठन कर प्रजातांत्रिक प्रणाली को जमीनी स्तर पर और अधिक सुदृढ़ करने के लिए पंचायती राज संस्थानों (पीआरआई) की शक्तियों का विकेन्द्रीकरण कर विकास की योजनाओं का लाभ हर व्यक्ति तक सुचारू रूप से पहुंचाने के लिए एक संस्थागत प्लेटफार्म उपलब्ध करवाने के बाद आज जिला परिषदों को और अधिक शक्तियां प्रदान करने की घोषणा की ताकि विकास प्रक्रिया में उनकी सक्रिय भूमिका सुनिश्चित की जा सके।
श्री मनोहर लाल आज पंचकूला के सेक्टर-1 स्थित लोक निर्माण विश्राम गृह में अंतर जिला परिषद (ग्रामीण) की दूसरी बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने जिला परिषदों को और अधिक सशक्त करने के लिए शक्तियों का विकेंद्रीकरण करने की घोषणा की, इनमें पर्यावरण विभाग की स्कूलों में ईको क्लब, शिक्षा विभाग की स्वर्ण जयंती सांस्कृतिक कार्यक्रम, अनुसूचित जाति एवं पिछड़े कल्याण विभाग की समरसता पर सेमिनार व डिबेट करवाने की योजना, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की गांव में बायो गैस प्लांट स्थापित करना, प्राथमिक विद्यालयों के भवनों का रखरखाव का कार्य, कृषि विभाग की फसल विविधिकरण योजना के तहत सूक्ष्म सिंचाई व धान के स्थान पर कम पानी वाली फसलों को अपनाने के लिए प्रेरित करने की योजना तथा डा0 बीआर अम्बेडकर हाउसिंग नवीनीकरण योजना शामिल है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पीआरआईज को पर्यावरण, स्वास्थ्य, शिक्षा व स्वच्छता में सुधार की योजनाओं पर अधिक ध्यान केन्द्रित करना चाहिए। अपने क्षेत्र में सूक्ष्म सिंचाई योजनाओं को बढ़ावा देने के लिए लोगों को प्रेरित करना चाहिए। राज्य सरकार ने हरियाणा तालाब प्रधिकरण का गठन भी किया है, जिसके तहत प्रदेश के 14,000 तालाबों के पानी को उपचारित कर सिंचाई व अन्य कार्यों के लिए उपयोग किया जाएगा। इसमें स्थानीय जन प्रतिनिधियों की भागीदारी अधिक से अधिक होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों के लिए धन की कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने प्रत्येक जिला परिषदों को आंगनवाड़ी व उप-स्वास्थ्य केन्द्रों की कार्यप्रणाली की निगरानी के लिए एक स्पेशल विंग गठित करने के निर्देश दिए, जो सरकार को अपनी रिपोर्ट प्रेषित करेगी।
हरियाणा ने पढ़ी-लिखी पंचायतें देकर देश के समक्ष उदाहरण प्रस्तुत करने के बाद पिछले दो वर्षों से अंतर्राजीय परिषद की तर्ज पर अंतर जिला परिषद का गठन करने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य बन गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला परिषदों को औसतन 20 से 25 करोड़ रुपये का वार्षिक बजट आबंटित किया जाएगा। मुख्यमंत्री द्वारा जिला परिषदों को आउट सोर्सिंग पोलिसी के तहत व प्रतिनियुक्ति के आधार पर इंजीनियरिंग, सामाजिक क्षेत्र, लेखाकार व अन्य विशेषज्ञों के 9 श्रेणियों के पद भरने की अनुमति भी दी जा चुकी है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का बजट पास होने के बाद जिला परिषद अपन बजट हाउस में पारित कर सरकार को भेजें, ताकि उसे सरकार द्वारा स्वीकृति प्रदान की जा सके। उन्होंने कहा कि गत वर्ष जिला परिषदों को 184 करोड़ रुपये का बजट आबंटित किया गया था। चालू वित्त वर्ष के दौरान 74.44 करोड़ रुपये जारी किए जा चुके हैं तथा 39.58 करोड़ रुपये की राशि एक सप्ताह के अन्दर जारी कर दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास कार्यों में पारदर्शिता लाने और भष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए जिला परिषदों को ई-टेंडरिंग प्रणाली के माध्यम से विकास कार्य आबंटित करने चाहिएं।
उन्होंने कहा कि हम ई-पंचायत अवधारणा लागू करने की दिशा में बढ़ते हुए शीघ्र ही एक वेबसाइट लॉन्च की जाएगी, जिस पर प्रदेश के हर गांव की जानकारी, जैसे गांव का नक्श और उसकी जनसंख्या उपलब्ध होगी। इसके अलावा, इस वेबसाइट पर ग्रामीण अपने सुझाव और शिकायतें भी अपलोड कर सकेंगे और संबंधित विभागों द्वारा सुझाव और शिकायतें के आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि 27 विभागों की योजनाएं पंचायती राज संस्थानों को स्थानांतरित की जा सकती हैं, इसकी रूप रेखा तैयार की जा रही है।
उन्होंने कहा कि पंचायती राज संस्थाओं को सोशल ऑडिट सिस्टम में भी शामिल किया जाएगा ताकि सरकार द्वारा जमीनी स्तर पर करवाए जा रहे कार्यों की प्रभावी निगरानी की जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायती राज संस्थानों के जन प्रतिनिधि को जनहित के कार्यों में स्वेच्छा से जुडऩे वाले लोगों को प्रेरित करना चाहिए।
बैठक में उप-मुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चौटाला, जिनके पास विकास एवं पंचायत का कार्यभार भी है, ने अपने सम्बोधन में कहा कि स्थानीय स्तर पर अपनी आय के संसाधन बढ़ाने की योजना जिला परिषदों को तैयार करनी चाहिए। हर छ: महीने में दो दिन का विशेष सत्र बुलाया जाना चाहिए और उसमें सभी सदस्यों से सुझाव आमंत्रित कर विकास कार्यों की रूपरेखा तैयार कर बजट बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि नये विजन के साथ योजनाएं तैयार करने की जिम्मेवारी जिला परिषदों की बनती है। श्री दुष्यंत चौटाला ने इंद्री खण्ड के खुर्दबन गांव के सरपंच, जिन्होंने अपने गांव में आंगनवाड़ी केन्द्र में प्ले स्कूल का मॉडल पेश किया है, उसकी प्रशंसा करते हुए कहा कि भविष्य में आंगनवाड़ी केन्द्रों में प्ले स्कूल खोले जाएंगे, जिसके लिए इस सरपंच को रॉल मॉडल बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि आज से पहले पंचायती राज की शक्तियां राज्य सरकार के पास रहती थी परंतु आज हमने कुछ विभागों के कार्य लोकतंत्र की छोटी सरकारों को सौंपे।
वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री टीवीएसएन प्रसाद ने अपने स्वागतीय भाषण में मुख्यमंत्री को अवगत करवाया कि अन्तर जिला परिषद की पहली बैठक 30 अगस्त, 2018 को हुई थी, उसके बाद उस बैठक में लिए गये निर्णयों की समीक्षा के लिए 3 जनवरी, 2019 व 14 जून, 2019 को बैठकें की गई थी। तदानुपरांत आज यह बैठक बुलाई गई है। उन्होने पंचायती राज संस्थानों को दिए जाने वाले वित्तीय कार्यों के बारे भी विस्तार से जानकारी दी।
विकास एवं पंचायत विभाग के प्रधान सचिव श्री सुधार राजपाल ने अन्तर जिला परिषद की बैठक की रूप रेखा व जिला परिषदों को दिए जाने वाले कार्यों पर एक प्रस्तुतिकरण दी।
मुख्यमंत्री ने जिला परिषदों के अध्यक्षों से सीधा संवाद किया तथा ओपन हाउस का आयोजन कर आगामी वित्त वर्ष के दौरान बजट में शामिल करने के लिए सुझाव भी आमंत्रित किए। उन्होंने कहा कि एक सप्ताह के अन्दर-अन्दर जिला परिषदों के अध्यक्ष अपने सुझाव भेज सकते हैं। उन्होंने कहा कि 17 से 19 फरवरी तक विधायकों से सुझाव आमंत्रित करने के लिए प्री-बजट बैठक बुलाई गई है।
हरियाणा स्वर्ण जयंती वित्त प्रबंधन संस्थान के महानिदेशक व अंतर जिला विकास परिषद के सदस्य सचिव श्री विकास गुप्ता ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा।
बैठक में, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री राजेश खुल्लर, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल, पर्यावरण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती धीरा खण्डेलवाल, महिला एवं बाल विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री अमित झा, स्कूल शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव डा0 महावीर सिंह के अलावा विभागों के प्रशासनिक सचिव, पंचकूला के उपायुक्त एम के अहुजा के अलावा जिला परिषदों व पंचायत समितियों के अध्यक्ष, मुख्य कार्यकारी अधिकारियों सहित विभाग के अन्य अधिकारी व अनेक सरपंच भी उपस्थित थे।
https://news7world.com/wp-content/uploads/2019/03/s1.jpg160162News 7 Worldhttps://news7world.com/wp-content/uploads/2018/12/Untitled.jpgNews 7 World2020-02-12 18:13:522020-02-12 18:13:54हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने प्रदेश में अंतर जिला परिषद का गठन
उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ान ने कहा कि सभी किसान अपनी फसलों की जानकारी मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल में 15 फरवरी तक पंजीकरण जरूर करवाएं। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा किसानों को उनके फसल का उचित मूल्य दिलवाने के लिए ही यह योजना शुरू की गई है। इनका लाभ लेने के लिए सभी किसान अपनी फसल का पोर्टल पर पंजीकरण जरूर करवाए। उन्होंने कहा कि योजनाओं की अधूरी जानकारी के कारण लोग इनका फायदा उठाने से वंचित रह जाते हैं इसलिए सरकार की योजनाओं का अधिक से अधिक प्रचार प्रसार करें ताकि पात्र लोग भी लाभ योजनाओं का उठा सके।
यह बात आज उपायुक्त रमेश चंद्र बिढान ने स्थानीय पंचायत भवन में विभिन्न कार्यो की समीक्षा के दौरान अपने सम्बोधन में कही। बैठक में उपायुक्त ने नशामुक्ति अभियान, मेरी फसल-मेरा ब्यौरा, परिवार पहचान पत्र, मुख्यमंत्री परिवार समृद्धि योजना व टिड्डïी के प्रभाव आदि के बिंदुओं पर विस्तारपूर्वक समीक्षा की। इस अवसर पर एसडीएम जयवीर यादव, डीएसपी आर्यन, उप निदेशक कृषि डा. बाबूलाल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व एडीओ, कानूनगो, पटवारी, सिरसा उपमंडल के गांवों से सरपंच व नंबरदार मौजूद थे।
उपायुक्त ने सभी किसानों से कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा परिवार पहचान पत्र बनवाए जा रहे है जिसमें एक लाख 80 हजार रूपये की वार्षिक आय वाले व्यक्ति तथा जो व्यक्ति गरीबी रेखा में आते है उन्हें परिवार पहचान पत्र के माध्यम से चिन्हित कर हरियाणा सरकार द्वारा बनाई जा रही योजनाओं का लाभ दिया जाएगा। सरकार द्वारा मुख्यमंत्री परिवार समृद्धि योजना आर्थिक एवं सामाजिक सुरक्षा देने के उद्देश्य से चलाई गई है। इस योजना का लाभ उठाने के लिए हर पात्र परिवार को बीमा के प्रिमियम, पेंशन प्रिमियम आदि के रूप में 6 हजार रुपये वार्षिक सहायता दी जा रही है। उन्होंने किसानों से आह्ïवान कि वह अपने नजदीकी सेवा केंद्रों में जाकर इसका लाभ उठाए। मुख्यमंत्री परिवार समृद्घि योजना में भी अपना नाम लिखवाए इसमें पात्र व्यक्तियों को प्रदेश सरकार निशुल्क बीमा योजना का लाभ देगी।
उपायुक्त ने कहा कि किसान टिड्डियों के दल से न घबराएं, भले ही टिड्डी दल न आया हो, फिर भी हमें इसे लेकर जागरूक रहने की जरूरत है, ताकि समय पर हम इससे निपट सके। टिड्डी दल से बचाव के लिए प्रशासन पूरी तरह से अल्र्ट है व पूरी तैयारी कर रखी है। टिड्डी दल पर छिड़काव के लिए प्रशासन द्वारा 11 हजार लीटर क्लोरोफाईरीफोर्स दवाई का प्रबंध कर लिया गया जोकि सरकारी एजेंसी हैफेड और एचएलआरडीसी के सेल काउंटरों पर उपलब्ध है। किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन द्वारा यह दवाई 50 प्रतिशत सब्सिडी पर किसानों को उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने कहा किसी को कहीं पर भी टिड्डी दल दिखाई दें उसके सूचना तुरंत प्रशासन को दें। सूचना उप मंडल कृषि अधिकारी सिरसा के 94162-51690, उप मंडल कृषि अधिकारी डबवाली के 94162-49481 तथा सहायक पौधा सरंक्षण अधिकारी सिरसा के मोबाइल नम्बर 94666-12403 पर दें। उन्होंने कहा किसान टिड्डी दल से अपने स्तर पर निपटने के लिए आपस में सहयोग करें और टिड्डी को फसल पर बैठने ना दें। इसके लिए वे डीजे, पीपे, नंगाड़े, ढोल आदि बजाकर टिड्डी दल को बैठने से रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि टिड्डी दल को दिन में ना बैठने दें और जब रात को जब यह बैठे तो उस पर कीटनाशक दवाई का छिड़काव करें। इसके लिए क्लोरोफाईरीफोर्स 20 प्रतिशत नामक दवाई का छिड़काव कर सकते हैं। तीन एमएल प्रति लीटर पानी के घोल का छिड़काव करें।
श्री बिढान ने कहा कि नशे के खात्मे के लिए सबसे पहले तो हमें अपने आप से ही शुरूआत करते हुए अपने बच्चों को समझाना होगा और उन्हें नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित करना होगा। इसके अलावा एक दूसरे का सहयोग करते हुए गांव में बाहर आकर नशा बेचने वालों के खिलाफ मजबूती से खड़ा होना होगा। गांव में टीमों का गठन करके ठिकरी पहरा लगाकर बाहर आकर नशा बेचने वालों पर नजर रखें और इसकी सूचना तुरंत प्रशासन को दें। उन्होंने कहा कि जो अभी नशे की लत में नहीं आए हैं, उन्हें नशा से दूर रहने के लिए जागरूक करना है और जो लत में पड़ गए हैं, उन्हें इससे बाहर लाना है। उन्होंने कहा कि कुछ वर्ष पहले हमारे समाज में सभी मिलजुल कर रहते थे, एक दूसरे की सहायता करते थे लेकिन अब परिवारों में विघटन हो रहा है। इससे नई पीढी के युवा नशे जैसी बुराईयों में पड़ रहे हैं। नशे की समस्या को केवल समाज की एक जुटता से ही मिटाया जा सकता है। समाज में आपसी तालमेल बना कर चलें और नए समाज का निर्माण करें। उन्होंने कहा कि यदि कोई भी व्यक्ति अन्य 10 व्यक्तियों को नशा छुड़वाने में मदद करता है और सीएमओ से सर्टिफाईड करवाता है तो उसे राष्टï्रीय पर्व पर 5100 रुपये की नकद राशि प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि नशा बेचने वाले की सूचना मोबाईल नम्बर 88140-11620, 88140-11624 व 88140-11675 पर दे सकते हैं।
इस अवसर पर जिला खजाना अधिकारी नरेंद्र ढुल, उप सिविल सर्जन डा. विरेश भूषण, नायब तहसीलदार महेंद्र सिंह, बीडीपीओ ओम प्रकाश सहित सिरसा उपमंडल के गांवों से सरपंच, नंबरदार, पटवारी, कानूनगो व एडीओ मौजूद थे।
https://news7world.com/wp-content/uploads/2019/03/s1.jpg160162News 7 Worldhttps://news7world.com/wp-content/uploads/2018/12/Untitled.jpgNews 7 World2020-02-12 18:04:332020-02-12 18:04:35सभी किसान 15 तक मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर करवाएं पंजीकरण: डीसी रमेश चंद्र
ऐलनाबाद के नए एसडीएम दिलबाग सिंह ने बुधवार को अपना कार्यभार संभाल लिया। यहां पहुंचने पर प्रशासनिक अधिकारियों व कर्मचारियों ने उनका स्वागत किया। उल्लेखनीय है कि गत दिनों सरकार की ओर से दिलबाग सिंह के ऐलनाबाद एसडीएम के तौर पर तबादला आदेश जारी किए गए थे।
बुधवार को दिलबाग सिंह ने ऐलनाबाद के एसडीएम का पद ग्रहण कर लिया। एसडीएम ऐलनाबाद के कार्यभार संभालने से पूर्व वे संयुक्त आयुक्त नगर निगम पंचकूला के पद पर अपनी सेवाएं दे रहे थे। नव नियुक्त एसडीएम का ऐलनाबाद पहुंचने पर अधिकारियों व कर्मचारियों ने स्वागत किया। इस दौरान एसडीएम दिलबाग सिंह ने कहा कि अधिकारी व कर्मचारी अपनी ड्यूटी का निर्वहन ईमानदारी व टीम भावना के साथ करें, ताकि सरकार की योजनाओं व नीतियों का लाभ पात्र व्यक्ति को पहुंचें।
https://news7world.com/wp-content/uploads/2019/03/s1.jpg160162News 7 Worldhttps://news7world.com/wp-content/uploads/2018/12/Untitled.jpgNews 7 World2020-02-12 17:48:542020-02-12 17:48:58दिलबाग सिंह ने संभाला एसडीएम ऐलनाबाद का कार्यभार
डीसी रमेश चंद्र बिढ़ान ने राष्ट्रीय शिक्षुता प्रोत्साहन योजना के तहत की जिला में प्रगति की समीक्षा
डीसी रमेश चंद्र बिढ़ान की अध्यक्षता में बुधवार को स्थानीय लघु सचिवालय के बैठक कक्ष में जिला शिक्षुता कमेटी की बैठक का आयोजन किया गया। उपायुक्त ने शिक्षुता अधिनियम के बारे में जरूरी निर्देश दिए तथा योजना के तहत किए गए कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में डीएसपी आर्यन, प्रिंसिपल राजकीय औद्योगिक संस्थान लाल चंद रिवाडिय़ा, जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डा. गिरीश चौधरी सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
उपायुक्त ने कहा कि शिक्षुता अधिनियम-1961 की हिदायतों अनुसार सरकारी संस्थानों में कुल कर्मचारियों का 10 प्रतिशत व निजी प्रतिष्ठïानों में 2.5 प्रतिशत प्रशिक्षु लगाना अनिवार्य है। नए नियमों के अनुसार विभाग व निजी प्रतिष्ठïान 15 प्रतिशत तक प्रशिक्षु लगा सकते हैं, जिसमें 5 प्रशिक्षण सीटें फ्रेशर व स्किल सर्टिफिकेट होल्डर प्रशिक्षुओं के लिए रिजर्व रखी जा सकती है। उन्होंने बताया कि जिन प्रतिष्ठानों द्वारा अभी तक पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन नहीं किया गया है उन्हें पोर्टल तुरंत पंजीकृत करवाने बारे निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिन विभागों की प्रोफाइल लॉगइन की समस्या आ रही है वे तुरंत आईटीआई से सम्पर्क करके अपना अकाउंट शुरु करवाएं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे प्राइवेट प्रतिष्ठïानों से सम्पर्क कर लक्ष्य को पूरा करवाएं। उन्होंने बताया कि हाल ही में आईटीआई पास आउट बच्चे विभिन्न विभागों में ऑनलाइन के माध्यम से प्रशिक्षु प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए आवेदन कर सकते हैं।
प्राचार्य एवं सहायक शिक्षुता सलाहकार लालचंद रिवाडिय़ा ने सभी उपस्थित विभागाध्यक्षों को शिक्षुता अधिनियम 1961 व एनएपीएस योजना के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 110वीं ऑल इंडिया ट्रेड टेस्ट का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने सभी विभागाध्यक्षों से कहा कि वे एक्टिविटी शेड्यूल के अनुसार परीक्षा संबंधित कार्रवाई समय रहते पूर्ण करवाएं। उन्होंने कहा कि प्रायोगिक परीक्षा व इंजीनियरिंग ड्राइंग की परीक्षा अपने स्तर पर पूर्ण करवाएं। इसके अलावा प्रशिक्षु लगे प्रशिक्षार्थियों को स्टाईफंड राशि प्रशिक्षु अधिनियम 1961 व नियम 1992 में किए गए संशोधन अनुसार दिया जाए। बैठक में सभी विभागों के नोडल अधिकारी मौजूद थे। उन्होंने सैशनल मार्कस व प्रैक्टिकल मार्कस अपलोड करने की भी जानकारी दी।
इस अवसर पर कार्यकारी अभियंता केसी कंबोज, प्लेसमेंट अधिकारी प्रदीप कुमार भुक्कर, सहायक रोजगार अधिकारी बजरंग पारीक सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
हरियाणा गर्व.पी. डब्ल्यू. डी. मैकेनिकल वर्करज यूनियन मुख्यालय चरखी दादरी जन स्वास्थय शाखा चंडीगढ़ का त्रिवार्षिक चुनाव सैक्टर 05 यवनिका पार्क पंचकुला में राज्य कोषाध्यक्ष श्रीराम पाल, सरदार परमजीत सिंह राज्य उप प्रधान की अध्यक्षता में संपन्न हुआ जिसमें सर्वसम्मति से श्री गुलबर सिंह को तीसरी बार प्रधान चुना गया, सचिव श्री राजीव कुमार शर्मा, कोषाध्यक्ष सरदार तारा सिंह, वरिष्ठ उप प्रधान राम किशन शर्मा, उप प्रधान चमन लाल, सलाहकार किशन दत्त आडिटर गुलशन कुमार, प्रचार सचिव राज कुमार पासवान, चेयरमैन यतिंदर पाल शर्मा को सर्व सम्मति से चुना गया जिसकी जानकारी आज यहां यूनियन के मुख्य प्रैस सचिव संदल सिंह राणा ने प्रैस विज्ञप्ति में दी
https://news7world.com/wp-content/uploads/2019/03/s1.jpg160162News 7 Worldhttps://news7world.com/wp-content/uploads/2018/12/Untitled.jpgNews 7 World2020-02-11 18:04:422020-02-11 18:04:44हरियाणा गर्व.पी. डब्ल्यू. डी. मैकेनिकल वर्करज यूनियन मुख्यालय चरखी दादरी जन स्वास्थय शाखा चंडीगढ़ का त्रिवार्षिक चुनाव
पंचकूला, 11 फरवरी- विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने सैक्टर-20 व 21 की विभाजितसड़क से लेकर घग्गर पार सेक्टर-24 व 26 के राउंड अबाउट तक नए ब्रिज के निर्माण कार्य का शुभारंभ आज किया ।
उन्होंने कहा कि ब्रिज के निर्माण होने से उनकी सारी दिक्कतें दूर हो जाएंगी और वह चंद मिनट में ही शहर में प्रवेश कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि इस नए ब्रिज की चैड़ाई करीब 16 मीटर है। यह ब्रिज पंचकूला-यमुनानगर हाईवे पर गुरूद्वारा नाड़ा साहिब के करीब स्थित ब्रिज की तरह वन वे बनेगा। उन्होंने बताया कि इस ब्रिज के निर्माण का ठेका आरएस इंफ्राबिल्ड कंपनी को लगभग 60 करोड़ में अलाॅट किया गया है।
घग्गर नदी पर नए पुल का निर्माण होने से 4 से 7 किलोमीटर का सफर कम होगा। वैसे तो सैक्टर- 24 से 28 और 20 के बीच की दूरी मात्र एक किलोमीटर से भी कम है, लेकिन रास्ते में घग्गर नदी पर पुल न होने से सैक्टर 3 व 21 के पुल से गुजर कर जाना पड़ता है। ऐसे में सैक्टर-24 और 28 के लोगों को चार से सात किलोमीटर की दूरी तय करनी पडती है।
उन्होंने कहा कि वे घग्गर पार के सैक्टरों के विकास के लिए संकल्पित है। पिछले पांच साल में यहां जितने विकास कार्य हुए हैं उतने पिछले 15 सालों में नहीं हुए। सैक्टर 26 में बहुत ही शानदार अंग्रेजी मीडियम का स्कूल इस वर्ष शुरू हो जाएगा जिसमें इसी सत्र में क्लास लगेगी। सैक्टर 23 में 125 करोड की रूपए की राशि से फैशन टैक्नोलाजी की ईमारत बन रही है। 28 करोड की लागत से मल्टी स्किल सेंटर शुरू होने वाला है व पालिटैक्निीक तैयार हो गया है। सैक्टर 23 में 18 एक डमें पार्क का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। आने वाले समय में पंचकूला एक स्मार्ट सिटी के तौर पर विकसीत होगा जो हर लिहाज से चंढीगढ के समकक्ष होगा।
https://news7world.com/wp-content/uploads/2019/03/s1.jpg160162News 7 Worldhttps://news7world.com/wp-content/uploads/2018/12/Untitled.jpgNews 7 World2020-02-11 17:53:282020-02-11 17:53:30विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने सैक्टर-20 व 21 की विभाजित सड़क से लेकर घग्गर पार सेक्टर-24 व 26 के राउंड अबाउट तक नए ब्रिज के निर्माण कार्य का शुभारंभ आज किया ।
पंचकूला, 11 फरवरी- महिलाओं और लड़कियों के लिए विज्ञान में पूर्ण एवं समान पहुंच, भागीदारी हासिल करने के लिए एवं लैंगिक समानता के लिए महिलाओं और लड़कियों के सशक्तिकरण के लिए संयुक्त राष्ट्र सभा ने 22 दिसंबर 2015 को 11 फरवरी को “विज्ञान में महिलाओं और लड़कियों का अन्तर्राष्ट्रीय दिवस” घोषित किया। विज्ञान में महिलाओं एवं लड़कियों के योगदान को उल्लेखित करने के लिए विज्ञान एवं प्रौद्यागिकी विभाग हरियाणा ने “विज्ञान में महिलाओं और लड़कियों का अन्तर्राष्ट्रीय दिवस” विषय पर दिनांक 11 फरवरी को एक कार्यक्रम का आयोजन राजकीय महिला महाविद्यालय, सैक्टर-14, पंचकुला में किया। जिसमें दो महिला वैज्ञानिक नामतः डा0 कीया धर्मवीर, सेवानिवृत प्रौ0 भौतिकी, पंजाब विष्वविद्यालय, चण्डीगढ़ एवं डा0 तमन्ना सेहरावत, सहायक प्रौ0 बायो इनफारमेटिक्स, पंजाब विष्वविद्यालय, चण्डीगढ़ ने इस दिवस के महत्व पर प्रकाष डाला तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी को नई उचाईयों पर ले जाने बारे महिलाओं की भूमिका के बारे में बताया।
डा0 कीया धर्मवीर ने नैनो टैक्नालाॅजी के मैडिकल के क्षेत्र व अन्य क्षेत्रों में वर्तमान तथा भविष्य के प्रयोगों के बारे में बताया। डा0 तमन्ना सेहरावत ने बायोलाॅजी एण्ड बायो इनफारमेटिक्स के महत्व के बारे में बताया तथा उन्होनें यह भी रेखांकित किया की कम्पयूटेषन बायोलाॅजी की सहायता से दवाईयों की खोज पर होने वाले खर्च को घटाया जा सकता है। इस कार्यक्रम में विज्ञान संकाय के 300 से ज्यादा छात्रों ने भाग लिया।
डा0 प्रवीण कुमार, आई.ए.एस, महानिदेशक, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, हरियाणा इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। उन्होनें छात्रों को उच्च षिक्षा सांईंस विषयों में ग्रहण करने के लिए प्रेरित किया तथा पढ़ाई के साथ-साथ अपने शरीर एवं दिमाग को भी स्वस्थ रखने का आहवान किया। डा0 प्रवीण कुमार ने विभाग के उद्वेष्यों एवं विभाग द्वारा क्रियान्वित किए जा रहे विभिन्न विज्ञान लोकप्रिय कार्यक्रम जैसेः- बाल विज्ञान कांग्रेस, विज्ञान निबन्ध लेखन प्रतियोगिता, साईस प्रष्नोत्तरी प्रतियोगिता, विज्ञान सम्मेलन, राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का आयोजन, राष्ट्रीय गणित दिवस का आयोजन, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस का आयोजन, विज्ञान क्लबों की स्थापना इत्यादि के बारे में बताया। इसके अतिरिक्त विज्ञान षिक्षा को बढ़ावा देने बारे छात्रवृति स्कीम जैसेः- हरियाणा विज्ञान प्रतिभा खोज स्कीम, विज्ञान को बढ़ावा दने बारे छात्रवृति योजना, एच.एस.सी.एस.टी फैलोषिप स्कीमों के बारे में भी विस्तार से बताया। जिसके अन्र्तगत मेघावी छात्रों को विज्ञान षिक्षा ग्रहण करने के लिए छात्रवृति प्रदान की जाती है।
उन्होने यह भी बताया कि विभाग द्वारा अम्बाला में लगभग 30.00 करोड़ रूपये की लागत से आर्यभट विज्ञान केन्द्र की स्थापना राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद्, कोलकता के माध्यम से करवाने की प्रक्रिया जारी है तथा गुरूग्राम में सांईस सिटी की स्थापना प्रस्तावित है।
https://news7world.com/wp-content/uploads/2019/03/s1.jpg160162News 7 Worldhttps://news7world.com/wp-content/uploads/2018/12/Untitled.jpgNews 7 World2020-02-11 17:45:182020-02-11 17:45:2211 फरवरी को “विज्ञान में महिलाओं और लड़कियों का अन्तर्राष्ट्रीय दिवस” घोषित किया।
पंचकूला, 11 फरवरी- उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने आज प्रशासन चला गांव की ओर कार्यक्रम के तहत मोरनी खंड के गांव राजी- टिकरी और दूधगढ़ गांवों में लोगों की समस्याएं सुनी। इस दौरान उनके साथ प्रशासन के सबंधित अधिकारी भी उपस्थित रहे। गांव राजी टिकरी में ठंडोग, धारला, कोटी, दावसू, भोेज बालग, भोज जब्याल आदि गांवों के सरंपचों, पचों, ग्रामीणों ने अपनी समस्याएं प्रशासन के सम्मुख रखी। इसके बाद गांव दूधगढ़ में भी उपायुक्त ने लोगों की समस्याएं सुनी। ग्रामीणों ने उनके सम्मुख लगभग 193 समस्याएं रखी जिनमें से 144 समस्याएं राज-टिकरी तथा इसके आस-पास के गांवों व 49 समस्याएं गांव दूधगढ में रखी गई। लोगों की ज्यादातर समस्याएं रोजगार, पीने के पानी, बिजली, शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार व परिवहन की सुविधाओं की कमी के बारे तथा अन्य मूलभूत सुविधाओं के बारे में समस्याएं रखी। उपायुक्त ने लोगों की समस्याएं सुन कर अधिकारयिों को निर्देश दिए व लोगों को जल्द से जल्द उनकी समस्याओं के समाधान का आश्वासन भी दिया। उपायुक्त ने विशेष रूप से इस क्षे़त्र की सड़कों और परिवहन की सुविधाओं को अधिक बढाने के लिए पीडब्लयूडी एवं परिवहन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि क्षे़त्र को बेहतर कन्कैटिविटी की जरूरत है। यह क्षे़़त्र पंचकूला, मोहाली और चंढीगढ से बहुत ही नजदीक हैं। और पर्यटन व बागवानी की यहां बहुत ही संभावनाएं हैं। मशरूम व कईं प्रकार की जड़ी- बूटियों के लिए बहुत ही अनुकूल क्षेत्र है।
उन्होंने इस दौरान अतिरिक्त उपायुक्त मनिता मलिक और जिला उद्यान अधिकारी अशोक शर्मा को निर्देश दिए कि स्वंय सहायता समूह की महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्म- निर्भर करने के लिए उनके द्वारा अपने खेतों में उगाई गई सब्जियों तथा जड़ी-बूटियों के लिए पंचकूला एवं कालका की मंडियों में जगह दिलवाएं तथा जरूरत पड़ने पर उनके लिए परिवहन के लिए भी व्यवस्था करें ताकि एक तो उनके उत्पादों एवं सह उत्पादों को प्रत्यक्ष मंडी में ग्राहकों को बेचा जा सके और उन्हें बीच के दलालों से बचाया जाए और परिवहन की सुविधा से माल बेकार होेने से बचे। उन्होनें महिलाओं के लिए सिलाई कढाई व ब्यूटी पारलर तथा अन्य प्रशिक्षण उनके ही गांवों में खोलने के लिए अधिकारयिों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि महिलाओं की आर्थिक दशा सुधारने से ही वास्तविक विकास संभव होगा। उन्होंने मोरनी में चल रहे मशरूम, हरड फार्मों का भी निरिक्षण किया और इसमें ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को शामिल करने को कहा।
इस अवसर पर डीडीपीओ कंवरदमन, हिमाचल प्रदेश के भाजपा नेता व कृषि बिपणन बोर्ड के चैयरमैन बलदेव भंडारी, सभी संबधित गांवों के सरपंच व संबधित अधिकारी उपस्थित थे।
https://news7world.com/wp-content/uploads/2019/03/s1.jpg160162News 7 Worldhttps://news7world.com/wp-content/uploads/2018/12/Untitled.jpgNews 7 World2020-02-11 17:38:052020-02-11 17:38:08मोरनी खंड के गांव दूधगढ़ में ग्रामीणों की समस्याओं को सुनते हुए उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा।