पंचकूला और कालका में 12 जुलाई  को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन

Online Book Launch Event “Dear Mama: An Immigrant’s Secret Cry”

Chandigarh April 24, 2022

For Detailed News

On the occasion of World Book and Copyright Day, Panjab University Alumni Association in collaboration with the Department of Psychology, Panjab University organised a virtual book launch event to launch a book named “Dear Mama: An Immigrant’s Secret Cry” written by Dr. Shailja Sharma, alumna of Department of Psychology, Panjab University. Prof. Sudhir Kumar, Dean of Research, PU was the Chief Guest for the event. The event was also attended by the Chairperson of the Dept. of Psychology, Dr. Roshan Lal, senior faculty members from Department of Psychology, author of the book, Dr Shailja Sharma, one of the reviewer of the book, Dr. Meenakshi Mohan and over 50 professors and students from university departments.

“Dear Mama: An Immigrant’s Secret Cry” is a book which depicts secret tear flowing from an immigrant’s heart. It’s the tear that is hidden from mama for many years while settling in a land away from home. It feels better when it finally flows. These poems depict lacks and memories, struggles and hardships, as well as hopes, promises, potential, and empowerment. 

By giving a brief introduction of the book, Prof. Anupama Sharma, Dean of Alumni Relations, Panjab University started the event and welcomed all the attendees and chief guests. She introduced the genesis of of the Book and Copyright day and apprised the audience that UNESCO celebrates the day to pay honour to three major sectors of the publishing industry – publishers, booksellers and libraries. She further said that during most parts of the last two years when most countries have seen periods of confinement and people have had to limit their time spent outside, books have proven to be powerful tools to combat isolation, reinforced ties between people, while stimulating our minds and creativity. Through reading and assimilation, we can open ourselves to others despite distance, and we can travel thanks to our figments of imagination.

The Chief Guest of the event, Prof. Sudhir Kumar, Dean Research, Panjab University congratulated Dr. Shailja for her book launch and exquisitely summarised the book elucidating its title. He said that through such book launch events, we not only launch a book but also launch an author who will gift us more amazing books in future. According to Prof. Sudhir, Shabad (word) is Pradhan (important). Everyone in this world has access to words but only a few know how to get energy & enlightenment from these words. Prof. Sudhir Kumar further emphasised that there are 2 primary sources of emotions, love and compassion and Pravaas (Immigration) in Indian tradition is a source of grief. This grief is important to create a new imaginary home. At the end of his address, Prof. Sudhir launched the book “Dear Mama: An Immigrant’s Secret Cry” and appreciated the efforts of Dr. Shailja.

The author of the book, Dr. Shailja Sharma gave an emotional address with a thankful note. She shared her thoughts behind writing this book and said that many people don’t have time to listen to their emotions. This book is a compilation of emotions from her heart and she is overwhelmed by the feedback received from people. Dr. Shailja got emotional at the end of her address while reading a few verses from her book.

Dr. Meenakshi Mohan, one of the reviewer of the book also read some verses from the book and said that this book resonates with her own experience. Dr Meenakshi applauds the imagination of the author and said that this is a positive message of hope that parents give to their children. This book is a collection of poems which accurately depicts the mindset of immigrants who, despite having embraced a new identity, are always reminiscing on their early lives.

Chairperson of Department of Psychology, Panjab University, Dr. Roshan Lal also congratulated his department’s alumnus, Dr. Shailja and encouraged her to come up with such more amazing works. He said that through his or her imagination only, a poet an reach anywhere anytime.

https://propertyliquid.com/

In the end, Prof. Anupama Sharma, Dean Alumni Relations, Panjab University presented the vote of thanks and thanked Dr. Shalija for choosing the platform of Panjab University of Alumni Association for her book launch.

पंचकूला और कालका में 12 जुलाई  को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन

जिला की मंडियों में सुचारू रूप से चल रहा है गेहूं की खरीद व उठान का कार्य

अब तब पंचकूला की तीनों मंडियों में 23800 मीट्रिक टन गेहूं की हुई खरीद

20135 मीट्रिक टन गेहूं का किया जा चुका है उठान

For Detailed News

पंचकूला, 24 अप्रैल-            जिला में रबी सीजन 2022-23 में सरकारी खरीद एजंसियों द्वारा गेहूं की खरीद तथा उठान का कार्य सुचारू रूप से चल रहा है। अब तब जिला की तीन मंडियों में 23800 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की जा चुकी है, जिसमें से 20135 मीट्रिक टन गेहूं का उठान किया जा चुका है।


इस संबंध में जानकारी देते हुए जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि रबी सीजन 2022-23 में जिला में दो सरकारी खरीद एजंसियों- हैफेड तथा हरियाणा वेयरहाउसिंग कारपोरेशन द्वारा गेहूं की खरीद की जा रही है। अब तक हैफेड द्वारा 12200 मीट्रिक टन व हरियाणा वेयर हाउसिंग कारपोरेशन द्वारा 11600 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई है। इसी प्रकार हैफेड द्वारा 9749 मीट्रिक टन गेंहू व हरियाणा वेयरहाउसिंग कारपोरेशन द्वारा 10386 मीट्रिक टन का उठान किया जा चुका है।

https://propertyliquid.com/


उन्होंने बताया कि 23 अप्रैल को जिला की तीनों मंडियों में कुल 600 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई और 817 मीट्रिक टन गेंहू का उठान किया गया। पंचकूला अनाज मंडी में 80 मीट्रिक टन गेहूं हैफेड द्वारा, बरवाला अनाज मंडी में हरियाणा वेयरहाउसिंग कार्पोरेशन द्वारा 150 मीट्रिक टन तथा रायपुररानी अनाज मंडी में हैफेड द्वारा 370 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई। इसी प्रकार पंचकूला अनाज मंडी में हैफेड द्वारा 200 मीट्रिक टन गेहूं का उठान किया गया जबकि बरवाला में हरियाणा वेयर हाउसिंग कारपोरेशन द्वारा 617 मीट्रिक टन गेंहू का उठान किया गया।

पंचकूला और कालका में 12 जुलाई  को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन

राजकीय महाविद्यालय कालका में शुरू किये जायेंगे चार नये कोर्स पीजीडीसीए, पीजीडीईएम, बीकाॅम व बीसीए

For Detailed News

– नये खुले कोर्सों की अनुमति के लिए कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से निरीक्षण टीम ने किया दौरा

पंचकूला, 24 अप्रैल- राजकीय महाविद्यालय कालका में पीजीडीसीए, पीजीडीईएम, बीकाॅम व बीसीए चार नये खुले कोर्सों की अनुमति के लिए कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से निरीक्षण टीम ने दौरा किया।


इस संबंध में जानकारी देते हुये काॅलेज की प्राचार्या श्रीमती प्रोमिला मलिक ने बताया कि निरीक्षण टीम के सदस्यों में डॉ० सुनील ढिंगरा, डॉ० विवेक चावला  व डॉ० अश्वनी कुश शामिल थे। उन्होंने शिवालिक की तलहटी में बसे राजकीय महाविद्यालय कालका के      प्राकृतिक सौन्दर्य की बहुत प्रशंसा की। वाणिज्य विभागाध्यक्ष डॉ. वीरेन्द्र अटवाल ने पीजीडीसीए, पीजीडीईएम, बीकाॅम व बीसीए कोर्सों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पीजीडीसीए कोर्स करने के बाद आईटी सेक्टर जैसे गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, विप्रो, टाटा जैसी बड़ी-बड़ी कंपनियों में रोजगार के अवसर है। इस क्षेत्र में विद्यार्थियों को वेब डिजाइन, वेब डिवेलपमेंट, सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग कंप्यूटर लैगूअज जैसे सी, सीप्लसप्लस, एचटीएमएल इत्यादि विषय के बारे में ज्ञान प्रदान  किया जाता है।

https://propertyliquid.com/


श्रीमती प्रोमिला ने बताया कि कंप्यूटर विभागाध्यक्ष श्री भूप सिंह और यूनिवर्सिटी सैल के इन्चार्ज श्री जसपाल के मार्गदर्शन में संपूर्ण कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया।

पंचकूला और कालका में 12 जुलाई  को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन

भारत अध्यात्म के क्षेत्र में भी विश्व का कर रहा है मार्गदर्शन, वह दिन दूर नहीं जब भारत फिर से बनेगा विश्व गुरु-ज्ञानचंद गुप्ता

-श्री गुप्ता ने ब्रहम कुमारी के वर्ष-2022 के थीम ’’स्पिरिच्वल एमपाॅवरमेंट फाॅर कंपेशन एंड काईडनेस’’ का किया विधिवत शुभारंभ

 – ब्रहमकुमारी द्वारा लाखों परिवारों को जोड़ने का कार्य भारत में ही नहीं बल्कि विश्व में किया जा रहा है-गुप्ता

For Detailed News

पंचकूला, 24 अप्रैल- हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि भारत ऋषि-मुनियों व संतो का देश है और जिस तरह भारत ने हर क्षेत्र में तरक्की की है, उसी तरह अध्यात्म के क्षेत्र में भी भारत विश्व का मार्गदर्शन कर रहा है। वह दिन दूर नहीं जब भारत फिर से विश्व गुरु बनेगा।


श्री गुप्ता आज सेक्टर-5 स्थित इंद्रधनुष आॅडिटोरियम में ब्रहम कुमारी संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम ’’काॅम इन क्राईंसिस’’ में बतौर मुख्यातिथि संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर प्रजापति ब्रहमकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की दीदी शिवानी भी उपस्थित थी।


इस अवसर पर श्री गुप्ता ने ब्रहम कुमारी के वर्ष-2022 के थीम ’’स्पिरिच्वल एमपाॅवरमेंट फाॅर कंपेशन एंड काईडनेस’’ का दीप प्रज्जवलित कर विधिवत शुभारंभ किया। श्री गुप्ता ने कहा कि यह पंचकूला के लिये सौभाग्य की बात है कि आज ब्रहम कुमारी शिवानी दीदी हम सब के बीच उपस्थित है। उन्होंने कहा कि हम सब लोग टेलीविजन पर उनके संदेश और व्याख्यान को देखते और सुनते है और उनसे अध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त करते है। वे पंचकूला के जनप्रतिनिधि होने के नाते पंचकूला में श्री माता मनसा देवी के चरणों में आई शिवानी दीदी का पंचकूलावासियों की ओर से स्वागत और  अभिनंदन करते है।


श्री गुप्ता ने कहा कि आज मानव समाज प्रगति के पथ पर तेजी से अग्रसर है। जिस प्रकार भारत ने विकास के हर क्षेत्र में अभूतपूर्व तरक्की की है, उसी प्रकार हमारे ऋषि-मुनियों की त्याग और तपस्या के बल पर भारत अध्यात्म के क्षेत्र में भी विश्व का मार्गदर्शन कर रहा है। उन्होंने कहा कि आज दीदी शिवानी द्वारा काॅम इन क्राईसिस विषय पर दिया गया संदेश निसंदेह ही आज के तनावपूर्ण जीवन में मन को शांति देने वाला है। उन्होंने कहा कि आज जिस प्रकार विश्व में बहुत बड़ी एक जंग छिड़ी हुई है, उसी प्रकार हम सबके परिवारों में भी कुछ न कुछ समस्यायें चलती रहती है, जोकि हमारी शांति को भंग करती है। उन्होंने ब्रहमकुमारी संस्था की सराहना करते हुये कहा कि ब्रहमकुमारी द्वारा सैकड़ो नही बल्कि लाखों परिवारों को जोड़ने का कार्य भारत में ही नहीं विश्व में किया जा रहा है। श्री गुप्ता ने कहा कि वे सौभाग्यशाली है कि उन्हें भी ब्रहमकुमारी के मुख्यालय माउनटाबू में जाने का अवसर मिला। श्री गुप्ता ने कहा कि उन्होंने महसूस किया कि एक दो घंटे के अध्यात्म से मन को जो शांति प्राप्त होती है, उसका कोई मूल्य नहीं है।

https://propertyliquid.com/


इस अवसर पर प्रजापति ब्रहमकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की दीदी शिवानी ने श्री गुप्ता को शाॅल उढ़ाकर सम्मानित किया।


इस मौके पर दीदी  शिवानी ने उपस्थित लोगों को अध्यात्मिक संदेश दिया। उन्होंने कहा कि हम प्रतिदिन कुछ समय मेडिटेशन करके अपने जीवन में शांति व एकाग्रता बनाये रख सकते है।  
कार्यक्रम में ब्रहमकुमारी पंचकूला ब्रांच की इंचार्ज बीके अनिता दीदी, बीके नेहा बहन और चंडीगढ से बीके श्वेता बहन व भारी संख्या में लोग उपस्थित थे। 

पंचकूला और कालका में 12 जुलाई  को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन

पानीपत में श्री गुरु तेग बहादुर जी के 400वें प्रकाश पर्व के भव्य समारोह में जोश व उमंग के साथ रवाना हुए जिला से हजारों श्रद्धालु

सिरसा, 24 अप्रैल।

For Detailed News


हिंद की चादर श्री गुरु तेग बहादुर जी के 400वें प्रकाश पर्व पर पानीपत में आयोजित भव्य समारोह में हाजिरी को लेकर जिला सिरसा की साध संगत व श्रद्धालुओं में उमंग व जोश का माहौल नजर आया। श्रद्धालुओं को आने जाने में किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा बसों की व्यवस्था की गई। रविवार को अलसुबह ही श्रद्धालु बसों में सवार होकर भजन कीर्तन करते हुए पानीपत के लिए रवाना हुए। साध संगत व श्रद्धालुओं का कहना था कि प्रदेश सरकार द्वारा बहुत ही नेक व सराहनीय पहल की गई है, जो आजादी के अमृत महोत्सव के तहत श्री गुरु तेग बहादुर जी का 400वां प्रकाश पर्व इतनी धूमधाम व भव्य तरीके से मनाया जा रहा है। इस भव्य समारोह के माध्यम से निसंदेह जन-जन तक श्री गुरु तेग बहादुर जी के बलिदान व राष्ट्र के प्रति उनके भाव का संदेश पहुंचेगा।

https://propertyliquid.com/


श्रद्घालुओं ने कहा कि हमारा परम कर्तव्य बनता है कि श्री गुरु तेग बहादुर जी और अन्य धार्मिक गुरुओं और संतों की शिक्षाओं, विचारधाराओं और दर्शन को समाज में, विशेष रूप से युवाओं में प्रचारित करें। उन्होंने कहा कि पानीपत में इस तरह के धार्मिक समागम का आयोजन न केवल हरियाणा और देश के लिए बड़ी सफलता होगी बल्कि दुनिया भर में भी इसका संदेश जाएगा। यह हमारा सौभाग्य है कि श्री गुरु तेग बहादुर जी के 400वें प्रकाश पर्व पर हमनें भव्य समारोह में अपनी हाजिरी लगाई।

पंचकूला और कालका में 12 जुलाई  को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन

INTERNATIONAL CONFERENCE HOSTED BY HSJ DENTAL COLLEGE, PANJAB UNIVERSITY

Chandigarh April 23, 2022

For Detailed News

A two day International  introductory conference on the Fundamentals in Craniofacial Surgery was held under the aegis of AOCMF, a global educational platform for the craniomaxillofacial, plastic surgeons and related specialities at the Golden Jubilee House ,Panjab University, Chandigarh.

The conference was attended by more than 80 trainees and surgeons from Italy and  more than 10 states of our country.

The well curated program was conducted with the help of experienced international and national faculty from the filed of oral surgery, plastic surgery and other related fields.

The participants appreciated the pearls of wisdom from the eminent speakers.

https://propertyliquid.com/

The organisers express gratitude to the VC and the Director Principal of the college for this help in conducting the program so successfully.

पंचकूला और कालका में 12 जुलाई  को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन

फोर्टिस मोहाली के डॉ.रावुल जिंदल ने वैरिकाज नसों की समस्याओं से पीडि़त मरीज को नई जिंदगी प्रदान की

-एडवांस्ड उपचार प्रक्रियाएं काफी कम दर्दनाक होती हैं और अधिकांश मामलों में रोगियों को उसी दिन अस्पताल से छुट्टी मिल जाती है-

For Detailed News


पटियाला, 23 अप्रैल, 2022: पटियाला के 65 वर्षीय दलजीत सिंह अपने बाएं पैर में बाईलेट्रल वैरिकाज़ वेन्स (सूजन और टेढ़ी नसों) से पीडि़त थे, जिससे उन्हें तेज दर्द, सूजन जैसी समस्याओं के साथ जूझना पड़ रहा था। इसके साथ ही उनकी प्रभावित त्वचा के नीचे एक फैला हुआ नीला उभार हो गया था। रोगी ने अपनी इन समस्याओं के समाधान के लिए इस साल 16 मार्च को डॉ. रावुल जिंदल, डायरेक्टर, वैस्कुलर सर्जरी, फोर्टिस हॉस्पिटल मोहाली, से संपर्क किया। जांच के दौरान एक डॉपलर अल्ट्रासाउंड स्कैन ने बाएं पैर में इम्पेयर्ड वाल्व और त्वचा के गहरा होने के बारे में पता चला, जिसे स्टेज सी 3 के रूप में जाना जाता है, जो पैरों में तीव्र सूजन (एडिमा) का प्रमुख परिणाम है।


बाईलेट्रल वैरिकाज़ नसें क्षतिग्रस्त वाल्वों के कारण सूजन और दर्दनाक नसें हैं जो रक्त को गलत दिशा में जाने देती हैं। उपचार में देरी से रोगी के पैर में पुराने अल्सर हो सकते थे। डॉ. जिंदल के नेतृत्व में डॉक्टरों की टीम ने पिछले महीने बाएं पैर की वैरिकाज़ नसों का सफल लेजर एब्लेशन किया, जिसके बाद फोम स्क्लेरोथेरेपी की गई।


लेजर एब्लेशन एक मिनिमल-इनवेसिव पेन मैनजमेंट प्रोसीजर है जो टिश्यू को नष्ट करने के लिए गर्मी का उपयोग करती है। फोम स्क्लेरोथेरेपी का उपयोग उभरी हुई वैरिकाज़ नसों और स्पाइडर नसों के इलाज के लिए किया जाता है। रोगी को फोर्टिस मोहाली में प्रभावी और सफल उपचार के बाद प्रक्रिया के उसी दिन छुट्टी दे दी गई और वे उस दिन से आसानी से चलने में सक्षम है। वे पूरी तरह से ठीक हो गए हैं और आज अपना सामान्य जीवन जी रहे हैं।


पटियाला की 65 वर्षीय परमजीत कौर भी वैरिकाज़ नसों से पीडि़त थीं, जिसके कारण उनके बाएं पैर में अत्यधिक दर्द, मांसपेशियों में ऐंठन और सूजन थी। रोगी ने हाल ही में डॉ.जिंदल से मुलाकात की जहां उसके डॉपलर अल्ट्रासाउंड स्कैन में पैर के खराब वाल्व का पता चला। उन्होंने लेजेंड में सफल लेजर एब्लेशन किया और प्रक्रिया के उसी दिन छुट्टी दे दी गई। रोगी पूरी तरह से ठीक हो गया है और वे आज सामान्य जीवन जी रही हैं।

https://propertyliquid.com/


वैरिकाज़ नसों के उपचार में नवीनतम तकनीकी प्रगति के बारे में चर्चा करते हुए हुए, डॉ जिंदल ने कहा कि ‘‘आधुनिक एडवांस्ड ट्रीटमेंट विकल्प कम दर्दनाक हैं और जल्दी ठीक होने को सुनिश्चित करते हैं। प्रक्रिया में लगभग 30 मिनट लगते हैं और रोगी प्रक्रिया के एक घंटे के भीतर घर जा सकता है। इसके अलावा, रोगी को काफी कम दवाओं की जरूरत पड़ती है और उसे सिर्फ अपनी कुछ अतिरिक्त देखभाल करनी पड़ती है।’’

पंचकूला और कालका में 12 जुलाई  को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन

WORLD EARTH DAY CELEBRATION AT GH-8 AND GH-10

Chandigarh April 23, 2022

For Detailed News

World Earth Day was organized by Florence Nightingale Hall (GH-8) and Neerja Bhanot Hall (GH-10) of Panjab University, Chandigarh on 22th April 2022. Dr. Simran Kaur (Warden GH-8) and Dr. Varinder Kaur (Warden, GH-10) celebrated the special day with the hostel residents in the hostel premises. Residents actively participated in slogan writing and wrote various slogans to preserve the mother earth. A plant adoption drive was also organized in which hostel residents adopted the plants and took pledge to take care the adopted plants. Some of the names of students who adopted plants are Parul, Manisha and Manya which was very encouraging for the other students who were present during the celebration.

https://propertyliquid.com/

पंचकूला और कालका में 12 जुलाई  को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन

Earth Day celebrated at Girls Hostel-6

Chandigarh April 23, 2022

For Detailed News

Boys Hostel 2 & 4, Girls Hostel 3 & 6 and Working Women Hostel collectively celebrated ‘Earth Day’ today in the premises of Girls Hostel No. 6, Mother Teresa Hall, P.U., Chd.,  under the guidance of Prof. Raj Kumar, Vice-Chancellor, P.U., Chd. and supervision of Prof. Jagtar Singh, DSW, Prof. Meena Sharma, DSW(W) and Prof. Ashok Kumar, Associate DSW, P.U., Chd.

Prof. Promila Pathak, Chairperson, Dept. of Botany, P.U., Chd. was the keynote speaker on this occasion.

Abha Bansal, Shivani, Teetikshavi Thakur and Tulsi residents of the hostel spoke on importance of World Earth Day. Teetikshavi introduced  Prof. Promila Pathak to the audience.

Dr. Manisha Sharma, Warden, Women Hostel No. 6 welcomed Prof. Pathak and wardens of other hostels.

Prof. Promila Pathak said that World Earth Day is commemorated every year on April 22 to emphasize the significance of environmental protection. ‘Invest In Our Planet’ is the official theme for 2022, and while the concept may seem difficult, it is simple to give back to the planet. As the father of our nation Mahatma Gandhi said “Earth offers enough to satisfy every man’s need, but not every man’s greed.” She said we can contribute to earth in many ways by efficient use of energy sources and zero emission. We have to develop innovative ideas in agriculture, technology etc. There is a need to increase passion our young generations for our earth. Cleanliness drives in the areas by hostellers should be done and there should be proposal disposal of wastes. She said we should go for afforestation. Economy of countries depends on species of plants. We should not misuse earth resources. She said we should take a pledge to invest in major or minor way.

https://propertyliquid.com/

Dr. Manisha Sharma, thanked Prof. Promila Pathak for motivating our residents. She also thanked wardens of other hostels and the residents. The residents along with Prof. Pathak and wardens took pledge to plant a tree every year on their birthdays.

पंचकूला और कालका में 12 जुलाई  को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन

विश्व बैंक मिशन के हरियाणा दौरे की कड़ी में अटल भूजल योजना की बहु-हितधारक राज्य स्तरीय कार्यशाला का पंचकूला में आयोजन

For Detailed News

-सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री देवेंदर सिंह ने हरियाणा सरकार द्वारा भूजल स्तर को सुधारने की दिशा में की गई विभिन्न पहलों पर की चर्चा

– यह कार्यशाला अटल भूजल और अन्य इनलाइन विभागों के जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं को एक साथ लाने में होगी सहायक-केशनी आनंद अरोड़ा

पंचकूला, 23 अप्रैल- विश्व बैंक मिशन के हरियाणा दौरे की कड़ी में अटल भूजल योजना की एक बहु-हितधारक राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन पंचकूला के सेक्टर 1 स्थित पीडब्ल्यूडी विश्राम गृह में किया गया।
इस कार्यशाला में सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री देवेंदर सिंह, सत्या प्रिया, कंट्री लीड (अटल भूजल योजना) – विश्व बैंक, श्रीमती केशनी आनंद अरोड़ा, अध्यक्ष, हयिाणा जल संसाधन प्राधिकरण ने विशेष रूप से शिरकत की।


इस अवसर पर सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री देवेंदर सिंह ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए हरियाणा सरकार द्वारा भूजल स्तर को सुधारने की दिशा में की गई विभिन्न पहलों पर चर्चा की। उन्होंने भूजल प्रबंधन को बढ़ावा देने के लिए समुदाय-आधारित संस्थानों को मजबूत करने के साथ-साथ  जल उपयोग दक्षता में सुधार और भूजल पुनर्भरण को प्रोत्साहित करने पर बल दिया।   उन्होंने कहा कि अटल जल कार्यक्रम न केवल राज्य संस्थानों के निर्माण पर केंद्रित है, बल्कि राजकोषीय विकेंद्रीकरण की दिशा में भारत सरकार के कदम का भी समर्थन करता है। अटल जल योजना के तहत धन केंद्र सरकार से राज्यों को और वहां से उपयुक्त कार्यान्वयन स्तरों (जिलों, ब्लॉकों, ग्राम पंचायतों और लाभार्थियों) तक प्रवाहित किया जाता है।


अपने स्वागतीय भाषण में श्रीमती केशनी आनंद अरोड़ा, अध्यक्ष हयिाणा जल संसाधन प्राधिकरण ने कहा कि जल प्रबंधन पर यह कार्यशाला अटल भूजल और अन्य इनलाइन विभागों के जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं को एक साथ लाने के लिए आयोजित की गई है, जिनकी नीतियों को अभिसरण के माध्यम से अटल जल योजना में लाया जा सकता है। उन्होंने इस कार्यक्रम से लक्ष्य प्राप्ति के लिए सामुदायिक भागीदारी पर भी बल दिया।
कृषि विभाग के निदेशक श्री हरदीप सिंह ने ‘मेरा पानी मेरी विरासत’ योजना के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इस योजना के तहत किसानों को धान की फसल की बजाए गैर-धान फसलों को अपनाने पर 7000 रुपये प्रति हेक्टेयर प्रोत्साहन राशि दी जाती है। इस योजना के तहत सरकार फसल विविधीकरण को बढ़ावा देने के लिए अन्य फसलों के लिए एमएसपी भी सुनिश्चित करती है।

https://propertyliquid.com/


डॉ सतबीर सिंह कादियान, ईआईसी-कम-परियोजना निदेशक (अटल भूजल योजना – हरियाणा) – सिंचाई और जल संसाधन विभाग ने कार्यक्रम की उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हरियाणा ने 1300 ग्राम पंचायतों की जल सुरक्षा योजना तैयार की है।


सत्य प्रिया, कंट्री लीड (अटल भूजल योजना) – विश्व बैंक ने अटल जल हरियाणा टीम द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की। उन्होंने हरियाणा में भूजल की कमी को नियंत्रित करने के लिए विश्व बैंक से पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया। उन्होंने फील्ड टीम को बाजरा, तिलहन और दालों जैसी जल-संवेदनशील फसलों के अनुकूलन पर ध्यान केंद्रित करने का भी सुझाव दिया।


कार्यशाला में, अटल भूजल योजना के लिए एक तकनीकी सहायता एजेंसी पीपल्स साइंस इंस्टीट्यूट द्वारा तैयार किए गए कुल 8 मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) मैनुअल का अनावरण गणमान्य व्यक्तियों द्वारा किया गया। तकनीकी सहायता एजेंसी के समन्वयक डॉ अनिल गौतम और टीम लीडर श्री महेंद्र वाधवानी ने कहा कि ये एसओपी कुशल निगरानी और मूल्यांकन दृष्टिकोण को अपनाकर वांछित लक्ष्य प्राप्त करने में राज्य की मदद करेंगे।  
अटल भूजल योजना एक भागीदारी भूजल प्रबंधन योजना है जो केंद्र सरकार और विश्व बैंक द्वारा समर्थित है और हरियाणा सरकार द्वारा लागू की गई है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य हरियाणा में भूजल संसाधनों का हाइड्रोजियोलॉजिकल डेटा नेटवर्क बनाना है। साथ ही, राज्य में भूजल संसाधनों के प्रबंधन के लिए सामुदायिक संस्थानों का निर्माण करना है।
इस अवसर पर कृषि विभाग के निदेशक श्री हरदीप सिंह, ईआईसी सह परियोजना निदेशक (अटल भूजल योजना – हरियाणा) डॉ सतबीर सिंह कादियान, सिंचाई और जल संसाधन विभाग के निदेशक श्री उमेश बालपाण्डे, अटल भूजल योजना सहित राज्य परियोजना प्रबंधन इकाई के तकनीकी विशेषज्ञ, 18 लाइन विभागों के विभागाध्यक्ष, 14 जिला नोडल अधिकारी और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।