जल सरंक्षण की दिशा मे हमें व्यापक स्तर पर काम करने की जरूरत : डीसी अशोक गर्ग
सिरसा, 11 अगस्त।
जल शक्ति अभियान के तहत मैराथन दौड़ का आयोजन
उपायुक्त अशोक कुमार गर्ग ने कहा कि भारत में दुनिया की 16 प्रतिशत आबादी के लिए कुल पेयजल का केवल 4 प्रतिशत ही जल उपलब्ध है। इसलिए जल सरंक्षण की दिशा मे हमें व्यापक स्तर पर काम करने की जरूरत है।
वे आज स्थानीय राजकीय नेशनल महाविद्यालय के प्रांगण में जल शक्ति अभियान के तहत आयोजित मैराथन दौड़ से पहले आयोजित कार्यक्रम में महाविद्यालय व विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों, एनसीसी के कैडेट्स व आमजन को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर सीईओ जिला परिषद जयवीर यादव, उप जिला शिक्षा अधिकारी पवन सुथार, प्राचार्य राजकीय नेशनल महाविद्यालय राम कुमार जांगड़ा भी मौजूद थे। उपायुक्त ने मैराथन दौड़ को झंडी दिखाकर रवाना किया। यह मैराथन दौड़ राजकीय नेशनल महाविद्यालय से शुरू होकर स्थानीय शहीद भगत सिंह स्टेडियम में संपन्न हुई।
उपायुक्त ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा देश के 259 जिलों में यह अभियान चलाया गया है इन जिलों में भूजल स्तर बहुत ही चिंतनीय हैं। इनमें 19 जिले हरियाणा के भी शामिल हैं तथा सिरसा जिला डार्क जोन में आता है। उन्होंने कहा कि अत्यधिक पानी का खनन होने से चेन्नई व मद्रास दुनिया के ऐसे पहले शहर बन गए हैं जहां भूजल खत्म हो चुका है। उन्होंने कहा कि पिछले 40 वर्षों में जलिय जीव-जंतुओं की आबादी में भी भारी गिरावट आई है। इसके अलावा सिंचाई में 90% तक पानी का उपयोग हो रहा है, यदि ड्रिप सिंचाई व फव्वारा तकनीक का प्रयोग किया जाए तो पानी को बचाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि भूजल स्तर की गिरावट का इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि अब किसानों को ट्यूबवेल के नए कनेक्शन नहीं दिए जा रहे हैं केवल नहरी पानी भी प्रयोग में लाया जा रहा है।
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उपायुक्त ने कहा कि वर्षा के जल को संरक्षित कर हम भूजल स्तर में सुधार कर सकते हैं। इसके लिए बारिश के दौरान घरों की छतों का पानी सीधे भूमि में पहुंचा कर व शाकपिट गड्ढे बना कर पानी को संरक्षित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यह तभी संभव है जब हम छोटे छोटे स्तर पर यह कार्य किया जाए। इस अवसर पर उपायुक्त ने उपस्थित जनों को जल संरक्षण की शपथ भी दिलवाई।
सीईओ जिला परिषद जयवीर यादव ने 1 जुलाई से 17 सितंबर तक चल रहे जल शक्ति अभियान के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने जल शक्ति अभियान के दौरान 5 बिंदुओं, जिनमें पानी का सरंक्षण और बरसात के पानी का संचय, परम्परागत जल संसाधनों व तालाबों का जीर्णोंद्वार, पानी रीचार्ज के लिए बोरवेल का दोबारा उपयोग करना, वाटर शैड को विकसित करना और सघन पौधारोपण के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रदेश सरकार द्वारा चलाए गए पौधगिरी अभियान की भी जानकारी दी।
इस मौके पर सैंट जेवियर्स स्कूल की छात्रा चाहत गोयल ने देश भक्ति गीतों पर नृत्य, जीडी गोयंका स्कूल के छात्र कार्तिक गोदारा व अक्षिता ने जल संरक्षण पर भाषण, शलीन ने पौधरोपण पर भाषण व खुशप्रीत कविता सुनाकर जल संचयन व पर्यावरण संरक्षण की महत्ता को बताया। इस अवसर पर विद्यार्थियों को पंफलेट भी वितरित किए गए जिनमें घरों, स्कूल व सिंचाई में जल संरक्षण के तरीको के बारे में जानकारी दी गई थी।
इस अवसर पर राजकीय नेशनल महाविद्यालय के प्रोफेसर डॉक्टर भूषण मोंगा, सफाई निरीक्षण देवेन्द्र बिश्नोई, वरिष्ठ नागरिक एसोसिएशन के अध्यक्ष लालचंद गोदारा, महाविद्यालय के प्रोफेसर व विद्यार्थी, विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राएं, एनसीसी के विद्यार्थी, वरिष्ठ नागरिक एसोसिएशन के सदस्यों सहित आमजन ने बढचढकर भाग लिया।
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