*MC Chandigarh conducts anti encroachment Drive in Sector 26 and Sector 34*

भारतीय चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव के अंतिम नतीजे जारी,भाजपा ने 303 और कांग्रेस ने 52 जीतीं सीटें

नई दिल्ली:

 भारतीय चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव के अंतिम नतीजे शुक्रवार को जारी कर दिए हैं। लोकसभा की 543 में से 542 सीटों पर हुए चुनाव में भाजपा ने 303 सीटें प्राप्त हुई हैं, जबकि विपक्षी कांग्रेस को 52 सीटें मिली हैं।

चुनाव आयोग के नतीजों के अनुसार कुल 542 सीटों के लिए हुए चुनाव में भाजपा को 303, कांग्रेस को 52, द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) को 23,  तृणमूल कांग्रेस को 22, वाईएसआर-कांग्रेस पार्टी को 22, शिवसेना को 18, जेडीयू को 16, बीजेडी को 12,  बीएसपी को 10, तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) को नौ,  लोक जनशक्ति पार्टी को छङ, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) को पांच, समाजवादी पार्टी (एसपी) को पांच, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) को तीन, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग को तीन, नेशनल कॉन्फ्रेंस तीन, तेलुगु देशम (टीडीपी) को तीन, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) को दो, अपना दल (सोनेलाल) को दो, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी को दो, शिरोमणि अकाली दल को दो सीटें मिली हैं।

इनके अलावा आम आदमी पार्टी (आप), ऑल इंडिया झारखंड स्‍टूडेंट यूनियन (एजेएसयू), अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (अन्नाद्रमुक), ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट, जनता दल (सेकुलर), झारखंड मुक्ति मोर्चा, केरल कांग्रेस (एम), मिजो नेशनल फ्रंट, नागा पीपुल्स फ्रंट, नेशनल पीपुल्स पार्टी, राष्ट्रवादी डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी, क्रांतिकारी सोशलिस्ट पार्टी, सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा, विदुथलाई चिरुथिगाल काची को एक-एक सीट मिली है।

चार निर्दलीय भी जीते हैं। चुनाव आयोग ने लोकसभा की 543 सीटों पर चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा की थी, लेकिन करीब 11 करोड़ रुपये की नकदी बरामद होने के बाद तमिलनाडु की वेल्लोर सीट पर चुनाव रद्द कर दिया गया। इस कारण सिर्फ 542 सीटों पर ही चुनाव कराए गए। वेल्लोर सीट पर चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा अगले महीने हो सकती है।

*MC Chandigarh conducts anti encroachment Drive in Sector 26 and Sector 34*

भाजपा की प्रचंड जीत के बाद सरकार गठन पर टिकी सबकी निगाहें

भाजपा की प्रचंड जीत के बाद देश बदलाव की तरफ

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा केंद्रीय मंत्रियरों का इस्तीफा स्वीकार किये जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि इस सरकार के कार्यकाल का सूरज भले ही अस्त हो गया है, लेकिन इसके काम की रोशनी से लोगों की जिंदगी में उजाला बिखरता रहेगा।

लोकसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन करते हुए भारतीय जनता पार्टी के लगातार दूसरी बार जीत दर्ज करने के बाद सभी निगाहें अब सरकार के गठन पर टिक गई है। ऐसी अटकलें भी लगाई जा रही है कि सरकार में अमित शाह समेत कई नये चेहरों को स्थान दिया जा सकता है। वहीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित केंद्रीय मंत्रिपरिषद ने शुक्रवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को सामूहिक इस्तीफा सौंप दिया। राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री सहित मंत्रिपरिषद का इस्तीफा स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री से नयी सरकार बनने तक पद पर बने रहने का आग्रह किया है। भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन राजग के नवनिर्वाचित सांसदों की शनिवार को बैठक होने जा रही है जिसमें वे औपचारिक रूप से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अपना नेता चुनेंगे। इसके साथ ही सरकार के गठन की दिशा में प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा सकेगा। 

मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने लोकसभा चुनाव में 303 सीटों पर जीत दर्ज की है और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन राजग को चुनाव में 350 सीटें हासिल हुई है। सरकार गठन को लेकर जारी गहमागहमी के बीच पार्टी के कई नेताओं का ऐसा विचार है कि शाह, मोदी मंत्रिमंडल में शामिल होंगे और उन्हें गृह, वित्त, विदेश या रक्षा में से कोई एक मंत्रालय दिया जा सकता है। 

वित्त मंत्री अरूण जेटली और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के समक्ष स्वाथ्य संबंधी समस्याएं हैं। ऐसे में उनके नई सरकार में शामिल होने को लेकर शंकाएं हैं । जेटली राज्य सभा के सदस्य हैं और वह 2014 के चुनाव में अमृतसर सीट पर हार गए थे। सुषमा स्वराज ने पिछला चुनाव मध्य प्रदेश के विदिशा से जीता था। हालांकि इस बार उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा। इन दोनों नेताओं ने नयी सरकार में शामिल होने या नहीं होने पर कोई टिप्पणी नहीं की है। चुनाव प्रचार के दौरान शाह ने भी इस बारे में पूछे गए सवालों को टाल दिया और कहा कि यह पार्टी और प्रधानमंत्री के अधिकार क्षेत्र का विषय है। ऐसी उम्मीद है कि रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण नयी सरकार में मुख्य भूमिका में रह सकती हैं। स्मृति ईरानी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को अमेठी से पराजित किया है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि पार्टी उन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है। वहीं, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, रविशंकर प्रसाद, पीयूष गोयल, नरेन्द्र सिंह तोमर, प्रकाश जावड़ेकर को नए मंत्रिमंडल में बनाये रखे जाने की संभावना है। जदयू और शिवसेना को भी नये कैबिनेट में स्थान दिया जा सकता है क्योंकि दोनों दलों ने क्रमश: 16 और 18 सीट दर्ज करके शानदार प्रदर्शन किया है। केंद्रीय मंत्रिमंडल में पश्चिम बंगाल, ओडिशा और तेलंगाना से नये चेहरों को स्थान दिया जा सकता है। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि मंत्री परिषद में कई युवा चेहरों को स्थान दिये जाने की संभावना है क्योंकि भाजपा नेतृत्व पार्टी की दूसरी कतार तैयार करना चाहता है। 17वीं लोकसभा का गठन तीन जून से पहले किया जाना है। इस बारे में तीनों चुनाव आयुक्त राष्ट्रपति से मिलेंगे और नये चुने गए सदस्यों की सूची उन्हें सौपेंगे।

*MC Chandigarh conducts anti encroachment Drive in Sector 26 and Sector 34*

लोकसभा चुनाव 2019 में बीजेपी को मिली प्रचंड जीत के बाद भारतीय जनता पार्टी देश में एक बार फिर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने जा रही है, देश पर छाया कमल

BJP 347 CONG 91 Others 104 Total 542

दिल्ली:

देशभर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘प्रचंड लहर पर सवार भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रवाद, हिंदू गौरव और ‘नये भारत के मुद्दों पर लोकसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज करके लगातार दूसरी बार केंद्र में सरकार बनाने जा रही है।

लोकसभा चुनाव 2019 में बीजेपी को मिली प्रचंड जीत के बाद भारतीय जनता पार्टी देश में एक बार फिर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने जा रही है।

2014 के मुकाबले पीएम मोदी को इस बार जनता का और अधिक प्यार मिला है।

गुरुवार शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नई दिल्ली के भाजपा मुख्यालय पहुंचे।

भाजपा अध्‍यक्ष अमित शाह ने फूलों का गुलदस्‍ता देकर उनका स्‍वागत किया।

पीएम मोदी ने कहा- यह कार्यकर्ताओं की जीत है। पीएम मोदी ने भाजपाजनों को संबोधित करते हुए कहा कि आज देश की कोटी-कोटी नागरिकों ने इस फकीर की झोली को भर दिया।

मैं भारत के 125 करोड़ नागरिकों का सिर झुका कर नमन करता हूं। लोकतंत्र के इतिहास में सबसे बड़ी घटना है। सबसे अधिक मतदान इस चुनाव में हुआ।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा नीत राजग की विजय को हिन्दुस्तान, लोकतंत्र और जनता की विजय’ बताया और कहा कि भाजपा देश के संविधान एवं संघवाद के प्रति समर्पित है तथा केंद्र एवं राज्य देश की विकास यात्रा में कंधे से कंधा मिलाकर काम करेंगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने साथ ही कहा कि सरकार भले ही बहुमत से चलती हो लेकिन देश सर्वमत से चलता है और हम इस विचार के साथ सभी को साथ लेकर चलेंगे।

मोदी ने कहा कि चुनावों के बीच क्या हुआ, वो बात बीत चुकी है। हमें सबको साथ लेकर चलना है। घोर विरोधियों को भी देशहित में साथ लेकर चलना है।

इस प्रचंड बहुमत के बाद भी नम्रता के साथ लोकतंत्र की मर्यादाओं के बीच चलना है। संविधान हमारा सुप्रीम है, उसी के अनुसार हमें चलना है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में वह बदइरादे से, बदनियत से कोई काम नहीं करेंगे।

मोदी ने कहा कि काम करते करते कोई गलती हो सकती है लेकिन बदइरादे से कोई काम नहीं करूंगा। उन्होंने कहा कि उन्हें अपने लिये कुछ नहीं चाहिए, उनके समय का पल पल और शरीर का कण कण देशवासियों के लिये समर्पित है।

भाजपा मुख्यालय में आयोजित स्वागत समारोह को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि अब देश में सिर्फ दो जाति ही रहने वाली हैं और देश इन दो जातियों पर ही केंद्रित होने वाला है।

21वीं सदी में भारत में एक जाति है- गरीब और दूसरी जाति है- देश को गरीबी से मुक्त कराने के लिए कुछ न कुछ योगदान देने वालों की। उन्होंने कहा कि इस लोकसभा चुनाव में जो विजयी हुए हैं, उन सभी विजेताओं को मैं हृदयपूर्वक बधाई देता हूं।

भाजपा की एक विशेषता है कि हम कभी दो भी हो गए, लेकिन हम कभी अपने मार्ग से विचलित नहीं हुए। आदर्शों को ओझल नहीं होने दिया। उन्होंने कहा कि हम न रुके, न झुके, न थके। कभी हम दो हो गए, तो भी और आज दोबारा आ गए, तो भी। दो से दोबारा आने की यात्रा में कई उतार चढ़ाव आए।

हम दो थे, तब भी निराश नहीं हुए। अब दोबारा आए हैं तब भी न नम्रता छोड़ेगे, न विवेक को छोड़ेंगे, न हमारे आदर्शों को छोड़ेंगे, न हमारे संस्कारों को छोड़ेंगे।

भाजपा की जीत के लिये पार्टी कार्यकर्ताओं का आभार प्रकट करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर कोई विजयी हुआ है तो हिंदुस्तान विजयी हुआ है।अगर कोई विजयी हुआ है तो लोकतंत्र विजयी हुआ है, जनता-जनार्दन विजयी हुई है।

मोदी ने कहा कि भाजपा देश के संविधान एवं संघवाद के प्रति समर्पित है और केंद्र एवं राज्य देश की विकास यात्रा में कंधे से कंधा मिलाकर काम करेंगे। उन्होंने कहा कि ये मोदी की विजय नहीं है। ये देश में ईमानदारी के लिए तड़पते हुए नागरिक की आशा-आकांक्षा की विजय है।

यह 21वीं सदी के सपनों को लेकर चल पड़े नौजवान की विजय है । मोदी ने कहा कि ये विजय आत्मसम्मान, आत्मगौरव के साथ एक शौचालय के लिए तड़पती हुई मां की विजय है। ये विजय उस बीमार व्यक्ति की है जो 4-5 साल से पैसों कमी की वजह से अपना उपचार नहीं करवा पा रहा था और आज उसका उपचार हो रहा है। ये उसके आशीर्वाद की विजय है।

उन्होंने कहा कि इस चुनाव ने 21वीं सदी के लिए एक मजबूत नींव हमारे सामाजिक, सार्वजनिक और राजनीतिक जीवन के लिए निर्मित की है। उन्होंने कहा कि यह पहला चुनाव था जिसमें एक भी राजनीतिक दल धर्मनिरपेक्षता का नकाब पहनकर देश को गुमराह नहीं कर पाया।

इस चुनाव में एक भी विरोधी दल महंगाई मुद्दा नहीं बना पाया, कोई भी दल हमारी सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर उसे मुद्दे नहीं बना पाया। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के उज्ज्वल भविष्य के लिए, देश की एकता और अखंडता के लिए जनता ने इस चुनाव में एक नया विमर्श सामने रखा है।

उन्होंने महाभारत युद्ध के बाद श्रीकृष्ण संवाद का उल्लेख करते हुए कहा कि आज देश के कोटी-कोटी नागरिकों ने इस फ़कीर की झोली को भर दिया और भारत के 130 करोड़ नागरिकों का वह सिर झुका कर नमन करते हैं। 2019 के मतदान का आंकड़ा अपने-आप में लोकतांत्रिक विश्व के इतिहास की सबसे बड़ी घटना है मोदी ने कहा कि हम सभी भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता, हम सभी एनडीए के साथी, नम्रतापूर्वक इस विजय को जनता-जर्नादन के चरणों में समर्पित करते हैं ।

सभी दिग्‍गज नेताओं ने किया पीएम मोदी का स्वागत भाजपा मुख्यालय में भाजपा के सभी दिग्‍गज नेताओं ने पीएम मोदी बड़ी माला पहना कर स्‍वागत किया। पीएम मोदी ने भाजपा कार्यालय में कार्यकर्ताओं का अभिवादन स्‍वीकार किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव 2019 में मिली प्रचंड बहुमत के लिए देश की जनता का आभार प्रकट किया।

इस अवसर पर भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह कार्यकर्ताओं की जीत है। इस मौके पर उनके साथ भाजपा अध्‍यक्ष अमित शाह, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, जेपी नड्डा, थावर चंद गहलोत और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद हैं।

उन्होंने भी कार्यकर्ताओं का अभिनंदन किया। भाजपा की प्रचंड जीत राष्ट्रवाद, सुरक्षा, हिंदू गौरव और नवीन भारत का ताना बाना बुनती प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मन की बात’ को देश ने समझा और लोकतंत्र के जलसे को भगवा रंग से रंग दिया।

नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली एनडीए ने शानदार जीत दर्ज कर कांग्रेस-यूपीए को सत्ता से बाहर ही रखा। मोदी लहर में कांग्रेस, गठबंधन, महागठबंधन के सारे मंसूबे ध्वस्त हो गए। जीत और बढ़त के आकड़े बताते हैं कि भाजपा ने 348 सीटें हासिल कर दूसरी बार श्री मोदी को प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठाया।

कांग्रेस नीत यूपीए को 2014 के मुकाबले सीटें ज्यादा मिली, पर आंकड़ा तिहाई अंकों तक नहीं छू पाया। कांग्रेस के लिए सबसे बड़ा झटका अमेठी से राहुल गांधी का चुनाव हारना रहा।

हालांकि उन्होंने केरल के वायनाड से रिकार्ड मतों से जीत दर्ज की। देश के साथ ही छत्तीसगढ़-मध्यप्रदेश भी भाजपा के साथ रहा।

छग की 11 में से 9 सीटें हासिल कर भाजपा ने विधानसभा में मिली हार का बदला ले लिया। मध्यप्रदेश में कांग्रेस महज एक सीट ही हासिल कर सकी।

विधानसभा में करारी हार के बाद लोकसभा चुनाव में भाजपा ने अपना दम दिखाया और 11 में से नौ सीटों पर शानदार जीत हासिल की।

कांग्रेस के खाते में केवल बस्तर और कोरबा सीट आई। बस्तर से दीपक बैज और कोरबा से ज्योत्सना महंत ने जीत दर्ज की।

राजधानी रायपुर और दुर्ग में भाजपा के सुनील सोनी और विजय बघेल ने रिकार्ड मतों से कांग्रेस के प्रमोद दुबे और प्रतिमा चंद्राकर को हराया। बाकी सीटों पर भी भाजपा ने जीत दर्ज की।

भाजपा के संरक्षक लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि चुनावों में इस अभूतपूर्व जीत के लिए नरेंद्रभाई मोदी को हार्दिक बधाई।

भाजपा अध्यक्ष के रूप में अमित भाई शाह और पार्टी के सभी समर्पित कार्यकर्ताओं ने यह सुनिश्चित करने के लिए भरसक प्रयास किए कि बीजेपी का संदेश हर मतदाता तक पहुंचे। 

भाजपा अध्‍यक्ष अमित शाह कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे हैं। उन्‍होंने कहा कि पीएम मोदी महाविजय के महानायक हैं।

आज देश के अंदर आजादी के बाद सबसे ऐतिहासिक विजय नरेंद्र मोदी मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा को प्राप्त हुई है। ये हम सबके लिए गौरव की बात है। मोदी जी के नेतृत्‍व में ऐतिहासिक विजय है।

यह सबका साथ सबका विकास नीति की विजय है। करोड़ों कार्यकर्ताओं ने इतने लंबे चुनाव अभियान में जो परिश्रम की पराकाष्ठा की वो हमारी जीत का आधार बनी।

ऐतिहासिक जनादेश ने जातिवाद और वंशवाद का खत्‍म किया। तुष्‍टीकरण करने वालों को जनता ने जवाब दिया है। उन्‍होंने कहा कि पांच साल के अंदर नरेन्द्र मोदी सरकार ने देश के 50 करोड़ गरीब परिवारों का जीवन स्तर उठाने के लिए आजादी के 70 साल के बाद पहली बार सार्थक कदम उठाए।

करोड़ों गरीब परिवारों का आशीर्वाद उनका जनसमर्थन हमारी विजय का संबल बना है। कई मायने में ये जीत ऐतिहासिक है।

उन्‍होंने कहा कि 50 साल के बाद पहली बार देश में पूर्ण बहुमत से शासन करने वाला प्रधानमंत्री, दोबारा पूर्ण बहुमत के साथ प्रधानमंत्री बनने जा रहा है।

ये सम्मान हम सबके लोकप्रिय नेता, भाजपा के लोकप्रिय नेता नरेन्द्र मोदी जी को मिला है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि जनता ने टुकड़े टुकड़े गैंग विचारधारा को खारिज कर दिया है।

देशभर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘प्रचंड लहर पर सवार भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रवाद, हिंदू गौरव और ‘नये भारत के मुद्दों पर लोकसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज करके लगातार दूसरी बार केंद्र में सरकार बनाने जा रही है।

*MC Chandigarh conducts anti encroachment Drive in Sector 26 and Sector 34*

पाकिस्तान ने मुइनुल हक को भारत में अपना नया उच्चायुक्त नियुक्त किया

भारत में पाकिस्तान ने राजनीतिज्ञ मोइनुल हक को अपना नया उच्चायुक्त बनाया है। इन नाम को पाकिस्तान पीएम इमरान खान ने मंजूरी दी है।

भारत के अलावा चीन, जापान और अन्य देशों में भी नए उच्चायुक्तों की नियुक्ति की गई है।

बता दें कि मोइनुल हक इससे पहले फ्रांस के राजदूत थे।

इतना ही नहीं वो वह पहले विदेश मंत्रालय में प्रोटोकॉल चीफ के तौर पर काम कर चुके हैं।

इमरान सरकार ने पहले अपने नए विदेश सचिव की नियुक्ति की उसके बाद राजदूतों की नियुक्ति की है। 

इस मौके पर विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने एक वीडियो मैसेज भी शेयर किया। जिसमें उन्होंने कहा कि नई दिल्ली बहुत महत्वपूर्ण है।

सलाह-मशविरे के बाद मैंने फ्रांस में मौजूदा राजदूत को वहां के लिए नियुक्त किया है।। उन्हें दिल्ली भेजा जाएगा, आशा है कि वो बेहतर काम करेंगे और दोनों देशों के बीच संबंध बेहतर होंगे। 

*MC Chandigarh conducts anti encroachment Drive in Sector 26 and Sector 34*

Google ने 7वें चरण के मतदान को लेकर बनाया स्पेशल डूडल

Google ने 7वें चरण के मतदान को लेकर बनाया स्पेशल डूडल

भारत में लोकसभा चुनाव 2019 जारी है, जिसमें सभी राजनीतिक पार्टियां एक-दूसरे पर पलटवार कर रही हैं।

चुनाव 2019 (Elections 2019) को ध्यान में रखकर दिग्गज राजनीतिक पार्टियां जमकर प्रचार कर रही हैं और इस बार देश के लोगों की भी इन चुनावों पर नजर बना रखी है।

आज देश के 8 राज्यों की 58 सीटों पर मतदान का सातवां चरण जारी है और इसको ध्यान में रखकर दिग्गज टेक कंपनी Google ने स्पेशल डूडल बनाया है।

गूगल के डूडल में देखें को इसमें एक अंगुली बनी है, जिसमें स्याही लगी है। यह मतदान करने के बाद लगाई जाती है।

लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Shabha Elections 2019) को लेकर गूगल ने अपने डूडल में वोट करने के तरीके को बताया है।

अगर आप भी गूगल के इस डूडल पर टैप करेंगे, तो आपको कैसे मतदान करें इसकी पूरी जानकारी मिल जाएगी।

19 मई 2019 आज सातवें चरण में बिहार, मध्य प्रदेश, पंजाब, हिमाचल, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, झारखंड और चंडीगढ़ की सीटों पर मतदान जारी हैं।

अब तक छह चरण पूरे हो चुके हैं और 23 मई 2019 को परिणाम आएंगे।

आज सातवें चरण की वोटिंग जारी है। आपको बता दें कि आखरी चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकसभा सीट वाराणसी भी शामिल है।

अब तक छह चरण पूरे हो चुके हैं और 23 मई 2019 को परिणाम आएंगे।

*MC Chandigarh conducts anti encroachment Drive in Sector 26 and Sector 34*

सेटअप बॉक्स के बिना भी आप देख सकेंगे टीवी

दिल्ली: आज टीवी हर एक व्यक्ति के घर में है। टीवी ही एक ऐसा साधन है, जिसके जरिए लोग अपना मनोरंजन करते हैं।

वैसे तो मार्केट में कई डीटूएच कंपनियां मौजूद हैं, लेकिन उनमे से सिर्फ वीडियोकॉम और टाटा स्काई ऐसी कंपनियां हैं, जो कि अपने ग्राहकों को कम कीमत में ज्यादा चैनल दे रही हैं।

वहीं, टीवी पर चैनल्स देखने के लिए लोगों को सेटअप बॉक्स लगाना पड़ता है, तभी चैनल देखें जा सकते हैं।

अगर हम कहें कि अब आप भी बिना सेटअप बॉक्स के ही टीवी चैनल देख सकते हैं, तो आपको यह बात सुनकर थोड़ी हैरानी होगी। 

दरअसल, डीटूएच कंपनी Tata Sky ने अपने ग्राहकों के लिए Tata Sky Binge सेवा को लॉन्च किया है। टाटा स्काई बिंग बिलकुल अमेज़न फायर स्टिक की तरह है और इसके जरिए बिना सेटअप बॉक्स के ही टीवी देखा जा सकता है।

Tata Sky Binge अपने ग्राहकों को अमेज़न फायर स्टिक की तरह की प्रीमियम कंटेंट देखने का एक्सिस देता है।

वहीं, ग्राहक भी टाटा स्काई बिंग पर केवल 249 रुपए में अपने अनुसार टीवी पर अपना पसंदीदा कंटेंट देख सकेंगे।

इसके लिए ग्राहकों को प्रति माह 249 रुपए का भुगतान करना होगा।

अगर आपके पास स्मार्ट टीवी है या फिर ऐसा टीवी है, जिसमें एचडीएमआई पोर्ट हो। तो तभी आप टाटा स्काई की नई सेवा लाभ उठा सकेंगे और इसके लिए घर में वाई-फाई इंटरनेट कनेक्शन भी होना चाहिए।

टाटा स्काई बिंग को इस्तेमाल करने के लिए लोगों को अपने फोन में टाटा स्काई ऐप से कंटेंट को एक्सिस करना होगा और इसके बाद लोग फोन में मौजूदा कंटेंट को देख सकेंगे।

इसके अलावा लोगों को टाटा स्काई बिंग के साथ एक रिमोट मिलेगा, जो कि वॉयस कमांड फीचर से लैस होगा।

टाटा स्काई की इस सेवा का लाभ उठाने के लिए आपको सबसे पहले टाटा स्काई एडिशन पैक को खरीदना होगा, जिसमें आपको टाटा स्काई बिंग प्री-लोडेड ही मिलेगा।

आप भी टाटा स्काई बिंग को 3,999 रुपए में खरीद सकते हैं और इसके बाद कंटेंट के लिए आपको हर महीने 249 रुपए का भुगतान करना होगा।

*MC Chandigarh conducts anti encroachment Drive in Sector 26 and Sector 34*

बुधवार के दिन भगवान गणेश का विधिवत पूजन करने से मनुष्य के जीवन के सभी कष्ट समाप्त होते ऐसा माना जाता है

पंचकूला: बुधवार का दिन रिद्धि -सिद्धि (Ridhi Sidhi) के देवता श्री गणेश को समर्पित है।

इस दिन भगवान गणेश का विधिवत पूजन करने से मनुष्य के जीवन के सभी कष्ट समाप्त होते हैं।

माना जाता है जो भी व्यक्ति गणेश जी की पूजा करता है उसके घर में रिद्धि और सिद्धि का वास होता है। यानी घर में धन के साथ-साथ सुख और समृद्धि दोनों आती है।

गणेश जी की अराधना से कुंडली में बुध ग्रह के दोष भी दूर होते हैं।

अगर आप इस दिन कुछ उपाय भी करते हैं तो आपके जीवन में किसी प्रकार का कष्ट नहीं रहेगा।

  • यदि आपके में नकारात्मक का वास है तो शुक्लपक्ष के बुधवार के दिन घर की पूरी तरह सफाई करें। इसके बाद गणपति की सफेद प्रतिमा स्थापित करें। फिर विधि-विधान से इनकी पूजा करें। 
  • बुधवार के दिन भगवान गणेश के समक्ष गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ करने से मनुष्य की सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं।
  • प्रत्येक बुधवार को गाय को हरी घास खिलाएं। यदि हरी घास खिलाना संभव न हो तो हरी सब्जी खिला सकते हैं। ऐसा करने से आपके घर के समस्त क्लेश दूर होते हैं और घर में सुख समृद्धि बनी रहती है। 
  • बुधवार के दिन गणेश जी को सिंदूर अर्पित करें। उन्हें सिंदूर चढ़ाने से व्यक्ति की समस्त परेशानियां दूर होती है।
  • साथ ही घर-परिवार और नौकरी पेशे से संबंधित सभी समस्याओं का समाधान होता है।
  • भगवान गणेश के मंदिर में जाकर उन्हें दूर्वा घास और लड्डू अर्पित करें। गणपति को दूर्वा और लड्डू दोनों ही बहुत अधिक प्रिय हैं। ये चढ़ाने से वो जल्द प्रसन्न हो कामनाओं की पूर्ति करते हैं।
  • यदि आपके में नकारात्मक का वास है तो शुक्लपक्ष के बुधवार के दिन घर की पूरी तरह सफाई करें। इसके बाद गणपति की सफेद प्रतिमा स्थापित करें। फिर विधि-विधान से इनकी पूजा करें। 
  • बुधवार के दिन भगवान गणेश के समक्ष गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ करने से मनुष्य की सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं।
*MC Chandigarh conducts anti encroachment Drive in Sector 26 and Sector 34*

पनामा में 6.1 की तीव्रता से आया तेज भूकंप

पनामा में 6.1 तीव्रता का भूकंप आया। इस वजह से इमारतों और मकानों को नुकसान पहुंचा है और कम से कम पांच लोग जख्मी हुए हैं।

अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण ने बताया कि भूकंप का केंद्र देश के पश्चिमी हिस्से में कोस्टा रिका सीमा के पास 37 किलोमीटर की गहराई में था।

राष्ट्रीय नागरिक सुरक्षा प्रणाली ने कहा कि भूकंप की वजह से चार मकानों को नुकसान पहुंचा और पांच लोग जख्मी हुए हैं।

राष्ट्रपति जुआन कार्लोस वरेला ने पहले ट्वीट किया था कि प्यर्टो आर्मुलेस में सिर्फ एक व्यक्ति घायल हुआ है। उन्होंने बताया कि मकानों और कारोबारी इमारतों को नुकसान पहुंचा है।

राष्ट्रीय नागरिक सुरक्षा प्रणाली ने कहा कि दो क्षतिग्रस्त घर गिर गए हैं। बहरहाल, प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र ने सुनामी की चेतावनी जारी नहीं की है।

*MC Chandigarh conducts anti encroachment Drive in Sector 26 and Sector 34*

श्री सीता नवमी 2019 को जानकी नवमी भी कहते हैं, जानिेए कैसे ?

श्री सीता नवमी 2019:

वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को जनकनंदनी एवं प्रभु श्रीराम की प्राणप्रिया, सर्वमंगलदायिनी, पतिव्रताओं में शिरोमणि श्री सीताजी का प्राकट्य हुआ। यह दिन जानकी नवमी या सीता नवमी के नाम से जाना जाता है। धर्मशास्त्रों के अनुसार इस पावन पर्व पर जो भी भगवान राम  सहित माँ जानकी का व्रत-पूजन करता है, उसे पृथ्वी दान का फल एवं समस्त तीर्थ भ्रमण का फल स्वतः ही प्राप्त हो जाता है एवं समस्त प्रकार के दु:खों, रोगों व संतापों से मुक्ति मिलती है।

भगवान श्रीराम की अर्द्धांगिनी देवी सीता जी का जन्मदिवस फाल्गुन मास में कृष्ण पक्ष की अष्टमी को तो मनाया जाता ही है परंतु वैशाख मास के शुक्लपक्ष की नवमी तिथि को भी जानकी-जयंती के रूप में मनाया जाता है क्योंकि रामायण के अनुसार वे वैशाख में अवतरित हुईं थीं, किन्तु ‘निर्णयसिन्धु’ के ‘कल्पतरु’ ग्रंथानुसार फाल्गुन माह की कृष्ण पक्ष के दिन सीता जी का जन्म हुआ था इसीलिए इस तिथि को सीताष्टमी के नाम से भी संबोद्धित किया गया  है अत: दोनों ही तिथियाँ उनकी जयंती हेतु मान्य हैं तथा दोनों ही तिथियां हिंदू धर्म में बहुत पवित्र मानी गई हैं। इस दिन वैष्णव संप्रदाय के भक्त माता सीता के निमित्त व्रत रखते हैं और पूजन करते हैं। मान्यता है कि जो भी इस दिन व्रत रखता व श्रीराम सहित सीता का विधि-विधान से पूजन करता है, उसे पृथ्वी दान का फल, सोलह महान दानों का फल तथा सभी तीर्थों के दर्शन का फल अपने आप मिल जाता है। अत: इस दिन व्रत करने का विशेष महत्त्व है। 

शास्त्रों के अनुसार वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की नवमी के दिन पुष्य नक्षत्र में जब महाराजा जनक संतान प्राप्ति की कामना से यज्ञ की भूमि तैयार करने के लिए हल से भूमि जोत रहे थे, उसी समय पृथ्वी से एक बालिका का प्राकट्य हुआ। जोती हुई भूमि को तथा हल की नोक को भी ‘सीता’ कहा जाता है, इसलिए बालिका का नाम ‘सीता’ रखा गया। 

सीता जन्म कथा सीता के विषय में रामायण और अन्य ग्रंथों में जो उल्लेख मिलता है, उसके अनुसार मिथिला के राजा जनक के राज में कई वर्षों से वर्षा नहीं हो रही थी। इससे चिंतित होकर जनक ने जब ऋषियों से विचार किया, तब ऋषियों ने सलाह दी कि महाराज स्वयं खेत में हल चलाएँ तो इन्द्र की कृपा हो सकती है। मान्यता है कि बिहार स्थित सीममढ़ी का पुनौरा नामक गाँव ही वह स्थान है, जहाँ राजा जनक ने हल चलाया था। हल चलाते समय हल एक धातु से टकराकर अटक गया। जनक ने उस स्थान की खुदाई करने का आदेश दिया। इस स्थान से एक कलश निकला, जिसमें एक सुंदर कन्या थी। राजा जनक निःसंतान थे। इन्होंने कन्या को ईश्वर की कृपा मानकर पुत्री बना लिया। हल का फल जिसे ‘सीत’ कहते हैं, उससे टकराने के कारण कालश से कन्या बाहर आयी थी, इसलिए कन्या का नाम ‘सीता’रखा गया था। ‘वाल्मीकि रामायण’ के अनुसार श्रीराम के जन्म के सात वर्ष, एक माह बाद वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को जनक द्वारा खेत में हल की नोक (सीत) के स्पर्श से एक कन्या मिली, जिसे उन्होंने सीता नाम दिया। जनक दुलारी होने से ‘जानकी’, मिथिलावासी होने से ‘मिथिलेश’ कुमारी नाम भी उन्हें मिले। वर्तमान में मिथिला नेपाल का हिस्सा हैं अतः नेपाल में इस दिन को बहुत उत्साह से मनाते हैं । वास्तव में सीता, भूमिजा कहलाई क्यूंकि राजा जनक ने उन्हें भूमि से प्राप्त किया था । 

वेदों, उपनिषदों तथा अन्य कई वैदिक वाङ्मय में उनकी अलौकिकता व महिमा का उल्लेख एवं  उनके स्वरूप का विस्तार पूर्वक वर्णन किया गया है जहाँ ऋग्वेद में एक स्तुति के अनुसार कहा गया है कि असुरों का नाश करने वाली सीता जी आप हमारा कल्याण करें एवं इसी प्रकार सीता उपनिषद जो कि अथर्ववेदीय शाखा से संबंधित उपनिषद है जिसमें सीता जी की महिमा एवं उनके स्वरूप को व्यक्त किया गया है। इसमें सीता को शाश्वत शक्ति का आधार बताया गया है तथा उन्हें ही प्रकृति में परिलक्षित होते हुए देखा गया है। सीता जी को प्रकृति का स्वरूप कहा गया है तथा योगमाया रूप में स्थापित किया गया है।

अष्टमी तिथि को ही नित्यकर्मों से निर्मित होकर शुद्ध भूमि पर सुंदर मंडप बनाएं, जो तोरण आदि से मंडप के मध्य में सुंदर चौकोर वेदिका पर भगवती सीता एवं भगवान श्री राम की स्थापना करनी चाहिए। पूजन के लिए स्वर्ण, रजत, ताम्र, पीतल, एवं मिट्टी इनमें से यथासंभव किसी एक वस्तु से बनी हुई प्रतिमा की स्थापना की जा सकती है। मूर्ति के अभाव में चित्रपट से भी काम लिया जा सकता है। जो भक्त मानसिक पूजा करते हैं उनकी तो पूजन सामग्री एवं आराध्य सभी भाव में ही होते हैं। भगवती सीता एवं भगवान श्री राम की प्रतिमा के साथ साथ पूजन के लिए राजा जनक, माता सुनैना, पुरोहित शतानंद जी, हल और माता पृथ्वी की भी प्रतिमा स्थापित करनी चाहिए। नवमी के दिन नित्य कर्म से निवृत्त होकर श्री जानकी राम का संकल्प पूर्वक पूजन करना चाहिए। सर्वप्रथम पंचोपचार से श्री गणेश जी और भगवती पार्वती का पूजन करना चाहिए। फिर मंडप के पास ही अष्टदल कमल पर विधिपूर्वक कलश की स्थापना करनी चाहिए। यदि मंडप में प्राण-प्रतिष्ठा हो तो मंडप में स्थापित प्रतिमा या चित्र में प्राण प्रतिष्ठा करनी चाहिए। प्रतिमा के कपड़ों का स्पर्श करना चाहिए। भगवती सीता का श्लोक के अनुसार ध्यान करना चाहिए।आज के दिन माता सीता की पूजन करने से सर्वश्रेष्ठ लाभ प्राप्त होता है।

श्री वाल्मीकि रामायण के अनुसार श्री राम के जन्म के सात वर्ष तथा एक माह पश्चात भगवती सीता जी का प्राकट्य हुआ। गोस्वामी तुलसीदास जी बालकांड के प्रारम्भ में आदिशक्ति सीता जी की वंदना करते हुए कहते हैं :

‘‘उद्भवस्थिति संहारकारिणी क्लेशहारिणीम्।

सर्वश्रेयस्करीं सीतां नतोऽहं रामवल्लभाम्॥’’

माता जानकी ही जगत की उत्पत्ति, पालन और संहार करने वाली तथा समस्त संकटों तथा क्लेशों को हरने वाली हैं। वह मां भगवती सीता सभी प्रकार का कल्याण करने वाली रामवल्लभा हैं। उन भगवती सीता जी के चरणों में प्रणाम है, मां सीता जी ने ही हनुमान जी को उनकी असीम सेवा भक्ति से प्रसन्न होकर अष्ट सिद्धियों तथा नव-निधियों का स्वामी बनाया।

‘‘अष्टसिद्धि नव-निधि के दाता।

अस वर दीन जानकी माता॥’’

सीता-राम वस्तुत: एक ही हैं।

*MC Chandigarh conducts anti encroachment Drive in Sector 26 and Sector 34*

Mother’s Day 2019 : आज का दिन दुनिया की हर मां के नाम

पंचकूला:

Sunday, 12 May

इस बार मदर्स डे 12 मई को है!

आज का दिन दुनिया की हर मां के नाम

Mother’s Day 2019: मां अपने बच्चों के लिए क्या कुछ नहीं करती!

अपनी पूरी जिंदगी बच्चों के नाम कर देती है!

हरियाणा के सभी मतदाताओं से 12 मई को अपने मतदान का प्रयोग अवश्य करे!

ना दिन देखती है ना रात, अपना हर पल मां बच्चों को सौंप देती है!

लेकिन मां के लिए आप क्या करते हैं? मां के प्यार और कुर्बानी को कहीं भूल ना जाएं, इसके लिए खास मदर्स डे (Mother’s Day) मनाया जाता है!

यह दिन मां को प्यार जताने और खुश रखने का होता है!

साल के 365 दिन तो मां को प्यार करते ही हैं, लेकिन मदर्स डे (Mother Day) कि बात ही अलग है!

इस बार मदर्स डे 12 मई को है!

यानी 12 मई के दिन को आप अपनी मां के लिए जितना यादगार बना सकते हैं, बनाएं!