केजरीवाल ने फसल बीमा योजना, जातिवाद पर मोदी पर निशाना साधा

Jind: AAP national convener Arvind Kejriwal Saturday hit out at Prime Minister Narendra Modi over his government’s crop insurance scheme alleging it has failed to benefit the farming community and charged the NDA with dividing the society on caste lines.

The Pradhan Mantri Fasal Bima Yojna (PMFBY) is aimed at enabling farmers avail insurance cover against crop loss due to natural calamities.

“Ahead of the 2014 Lok Sabha polls, Modi promised crop insurance scheme… Now, if a farmer’s crop gets destroyed, the insurance firms refuse to give compensation to them saying that it is only applicable if over 70 per cent crop is damaged,” Kejriwal said addressing rally for the Jind Assembly bypoll here.

The bypoll for the Jind seat is scheduled to be held on January 28 and was necessitated following the death of INLD MLA Hari Chand Middha.

Kejriwal claimed that Modi’s promises to benefit farmers by way of crop insurance scheme have failed to yield the result and alleged that the prime minister also did not implement the Swaminathan Commission report as was assured by him before the general elections in 2014.

“I urge the electorate that if Modi and Haryana Chief Minister Manohar Lal Khattar come to seek votes for the BJP, then ask them to get these from insurance firms,” the AAP national convener said.

“In Haryana, if farmers approach Khattar for compensation of damaged crops, they are told by the chief minister to go to insurance firms,” he said.

The Delhi chief minister said that his government had been giving a compensation of Rs 20,000 per acre to farmers for loss of crops due to natural calamities.

The BJP government at the centre and in Haryana has been dividing the society on the basis of caste,” Kejriwal alleged, adding that he had never seen the kind of casteism which he being followed during the BJP rule.

Kejriwal was addressing a rally in favour of Jannayak Janta Party (JJP) nominee Digvijay Singh Chautala.

JJP was constituted after Ajay Singh Chautala, the elder son of INLD supremo and jailed leader Om Prakash Chautala, was expelled from the party for indiscipline. Ajay Singh Chautala’s sons – Digvijay and Hisar MP Dushyant too were expelled from the INLD.

The power struggle within the Chautala family led to differences between Chautala senior’s younger son Abhay Singh and his elder brother Ajay. This is JJP’s first election.

However, in the 2015 Assembly polls the party got 67 seats as against three by BJP and nil by the Congress, he said

Claiming that the AAP has brought “revolution” in education and health sectors in the national capital, the Delhi chief minister alleged that the Congress and the BJP looted the country in turns.

The entire country is looking at the result of the Jind bypoll. If the people of Delhi can change the politics by bringing the AAP to power, I am sure that the people of Haryana can bring revolution and change the government,” Kejriwal said.

Asserting that he has high hopes from the young leaders of the JJP, the AAP leader said his party decided to support the JJP as he found its young leaders “selfless”.

The JJP came into existence following a family dispute… in today’s time everyone is selfish. If a dispute takes place within a family, no one is ready to leave the party and it’s symbol,” he said referring to Dushyant handing over the INLD to the party’s “veterans” (Om Pakash Chautala).

“Dushyant and Digvijay took no time in giving their right over the INLD and it’s symbol…the day they decided it I realised that they are selfless and respectable people,” Kejriwal said.

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धर्मपाल गुलाटी : उन्हें गणतंत्र दिवस के मौके पर पद्मभूषण से सम्मानित किया

विज्ञापन में आने वाले यह दुनिया के सबसे अधिक उम्र के स्टार के रूप में जाने जाते हैं। धर्मपाल गुलाटी 95 वर्ष के हैं। लेकिन उनकी प्रसिद्धि की केवल यही एक वजह नहीं है। गुलाटी 2 हजार करोड़ रुपये के एमडीएच ग्रुप के मालिक भी हैं। और उन्हें गणतंत्र दिवस के मौके पर पद्मभूषण से सम्मानित किया गया है। ट्रेड एवं इंडस्ट्री में काम के लिए उन्हें ये पुरस्कार मिला है। गुलाटी को लोग महाशय कहकर संबोधित करते हैं। उनके कपड़े पहनने के अंदाज और मूछों के कारण लोगों ने उन्हें ये नाम दिया है। जो उन्हें काफी पसंद भी आता है। गुलाटी का कहना है, “मैं कोई और नशा नहीं करता, मुझे प्यार का नशा है। मुझे यह बहुत पसंद है जब बच्चे और युवा मुझसे मिलते हैं और मेरे साथ सेल्फी लेते हैं।”गुलाटी कक्षा 5 ड्रॉपआउट हैं। वह एफएमसीजी सैक्टर में सबसे अधिक कमाने वाले सीईओ हैं। सूत्रों के अनुसार 2018 में उन्हें 25 करोड़ रुपये की सैलरी मिली है। 27 मार्च, 1923 में सियालकोट (अब पाकिस्तान में) में जन्म लेने वाले गुलाटी की सफलता की कहानी काफी मशहूर है। आजादी के बाद हुए बंटवारे में गुलाटी और उनका परिवार केवल 1500 रुपये हाथ में लिए भारत आए थे। इसके बाद उन्होंने एक तांगेवाले के तौर पर काम करना शुरू किया। लेकिन बाद में उनके परिवार ने करोल बाग के अजमल खान रोड पर एक मसाले की दुकान खोलने के लिए संसाधन जुटा लिए।

उनका व्यापार धीरे-धीरे बढ़ा और आज गुलाटी की भारत और दुबई में 18 फैक्ट्रियां हैं। जहां से दुनियाभर में एमडीएच मसालों की सप्लाई की जाती है। कंपनी 62 उत्पाद बेचती है और उत्तर भारत में 80 फीसदी मार्केट शेयर का दावा करती है। गुलाटी दो महीने बाद 96 साल के होने वाले हैं, बावजूद इसके वह हर रोज कम से कम एक फैक्ट्री में जाते हैं। चाहे फिर वह दिल्ली की फैक्ट्री हो या फरीदाबाद और गुरुग्राम की। उन्होंने मसाले का जो इतना बड़ा बिजनेस खड़ा किया है इसे संभालने में उनका बेटा और छह बेटियां मदद करती हैं। वह खुद को राजाना की खबरों से अपडेट रखते हैं।

गुलाटी का कहना है कि उनकी लंबी उम्र का राज उनकी अच्छी डाइट और रोजाना की जाने वाली एक्सरसाइज है। वो कहते हैं, “मैं बुड्ढा नहीं हूं, जवान हूं।” नेहरू पार्क में सैर करने के लिए वह रोज सुबह 4 बजे उठते हैं, वह योगा भी करते हैं और फिर नाश्ता करते हैं। वह शाम को भी सैर करने जाते हैं।

उत्तर प्रदेश : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि राम मंदिर के मुद्दे पर लोगों का सब्र का बांध टूट रहा है।

उत्तर प्रदेश : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि राम मंदिर के मुद्दे पर लोगों का सब्र का बांध टूट रहा है। अगर सुप्रीम कोर्ट जल्द ही इस विवाद पर फैसला नहीं सुना सके तो यह मामला हमारे हाथ में सौंप दे। फिर राम मंदिर मामला 24 घंटे में ही सुलझा लिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने यह भी दावा किया कि आगामी लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को 2014 से भी अधिक सीटें मिलेंगी।

योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को एक टीवी चैनल पर एक सवाल के जवाब में कहा कि पहले अदालत को अयोध्या मामले को हमें सौंपने दीजिए। मैं अदालत से भी यही अपील करूंगा कि इस मामले पर जल्द से जल्द फैसला कर दें।

उल्लेखनीय है कि 30 सितंबर, 2010 को इलाहाबाद हाईकोर्ट की खंडपीठ ने रामजन्म भूमि के बटवारे पर अपना फैसला नहीं सुनाया बल्कि यह स्थापित किया कि बाबरी ढांचे को एक हिंदू मंदिर को तोड़कर बनाया गया था। हाईकोर्ट के आदेश पर भारतीय पुरातत्व विभाग ने विवादित स्थान पर खुदाई करके अपनी रिपोर्ट में प्राचीन राम मंदिर के अवशेष मिलने के सुबूत दिए थे।

योगी ने कहा कि टाइटल विवाद पर अनावश्यक रूप से जोर देकर अयोध्या मामले में देर की जा रही है। हम सुप्रीम कोर्ट से अपील करते हैं कि वह जल्द से जल्द हमें न्याय दे। अदालत के फैसले से करोड़ों लोगों को संतोष मिले ताकि यह स्थान जनता की आस्था का प्रतीक बने। उन्होंने कहा कि इस मामले में अनावश्यक देरी से लोगों का भरोसा इन संस्थाओं से उठ जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अनावश्यक देरी से लोगों का धैर्य और भरोसा टूट रहा है। मैं कहना चाहता हूं कि अदालत अपना फैसला जल्द दे। और अगर वह ऐसा कर पाने में नाकाम रहे तो वह यह मुद्दा हमें सौंप दे। हम रामजन्म भूमि विवाद को 24 घंटे के अंदर सुलझा देंगे। हम 25 घंटे का वक्त भी नहीं लगाएंगे।

यह पूछे जाने पर कि केंद्र सरकार इस मुद्दे पर अध्यादेश लेकर क्यों नहीं आई, आदित्यनाथ ने कहा कि मामला कोर्ट में है। संसद उन मामलों पर विचार नहीं कर सकती जो उस समय कोर्ट में विचाराधीन हैं। इसलिए हम इसे अदालत पर ही छोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि सवाल चुनाव में हार जीत का नहीं है बल्कि यह मामला देशवासियों की आस्था से जुड़ा हुआ है। आदित्यनाथ ने कहा कि कांग्रेस इस समस्या की जड़ में है। वह नहीं चाहती कि यह मामला सुलझे। अगर अयोध्या विवाद सुलझ जाएगा, तीन तलाक पर रोक लागू हो जाएगी तो देश में तुष्टिकरण की राजनीति हमेशा के लिए खत्म हो जाएगी।

उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा गठबंधन पर उन्होंने कहा कि अगर वह जाति आधारित लड़ाई को निचले स्तर पर भी ले जाते हैं तो भी मुकाबला 70-30 का ही होगा। सत्तर फीसद मतदाता भाजपा के ही साथ हैं। जबकि बाकी 30 फीसद वोटों के लिए गठबंधन बना है। उन्होंने प्रियंका गांधी के राजनीति में आने पर कहा कि कांग्रेस ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि उनके लिए परिवार ही पार्टी है। वह परिवार के परे देख ही नहीं सकते।

अमर जवान ज्योति पर पीएम मोदी ने श्रद्धांजलि दी

New Delhi: Prime Minister Narendra Modi along with the three chiefs of the armed forces today paid homage at the Amar Jawan Jyoti on the occasion of the 70th Republic Day of India on Saturday.

The Prime Minister was received by the three service chiefs- Chief of Army staff General Bipin Rawat, Air Chief Marshal BS Dhanoa and Admiral Sunil Lanba at India Gate.

An eternal flame burns at the Amar Jawan Jyoti, the memorial built at India Gate to commemorate the indomitable courage of all the armed forces personnel, who lost their lives in combat.

The Amar Jawan or the immortal soldier monument at the India Gate is symbolised by a reversed rifle standing on its barrel and crested with a soldier’s helmet.

After paying his tributes the Prime Minister Modi also penned down his message in the monuments register. This is the fifth time that PM Modi had signed the register at the Amar Jawan Jyoti.

Earlier in the day, Prime Minister Narendra Modi wished the countrymen on the occasion of the Republic Day.

The nation is today celebrating the 70th Republic Day with the main function being organised at Rajpath in the national capital.

Under the custom to host a leader of a foreign country, South African president Cyril Ramaphosa is the chief guest of this year’s Republic Day parade. After Nelson Mandela, Ramaphosa is the second South African President to be the chief guest at the Republic Day celebrations.

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मध्य प्रदेश : कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश का भविष्य युवा शक्ति के हाथ में है।

मध्य प्रदेश : मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि उनकी सरकार प्रदेश के शहरी क्षेत्र के गरीब युवाओं को एक साल में 100 दिवस का रोजगार उपलब्ध कराएगी। 70वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर पुलिस लाइन, छिंदवाड़ा में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश का भविष्य युवा शक्ति के हाथ में है।

हम शहरी क्षेत्र में युवाओं के लिए अस्थाई रोजगार और कौशल विकास को जोड़कर एक नई योजना ‘युवा स्वाभिमान योजना’ लागू करने जा रहे हैं।उन्होंने कहा कि इस योजना के अंतर्गत 10 फरवरी से युवाओं का पंजीयन प्रारंभ होगा और फरवरी महीने में ही रोजगार तथा कौशल विकास का प्रशिक्षण देने का कार्य भी शुरू हो जाएगा। 

कमलनाथ ने कहा कि इस योजना के अंतर्गत शहरी क्षेत्र के गरीब युवाओं को एक साल में 100 दिवस का रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा और इसी रोजगार के दौरान उनकी इच्छा के क्षेत्र में कौशल विकास का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। इससे इस अवधि के बाद उनके हाथ में कौशल होगा और वे विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्ध रोजगार के अवसरों का पूरा-पूरा लाभ उठा सकेंगे।

उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के लोगों को अधिक से अधिक रोजगार दिलाने के लिए हमने औद्योगिक नीति में बदलाव किया है और शासन की सहायता लेने वाले उद्योगों पर बंदिश लगाई है जिससे कम से कम 70 प्रतिशत रोजगार वे मध्य प्रदेश के लोगों को ही देंगे।

जनजातीय कल्याण को प्राथमिकता बताते हुए कमलनाथ ने कहा कि इसके लिए हम जनजातीय सांसदों और विधायकों की एक समिति बनायेंगे। समिति की अनुशंसा पर जनजातीय कल्याण के कार्य किये जायेंगे।

कमलनाथ ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से धनराशि जुटाकर सड़क, बिजली, सिंचाई, जलापूर्ति और नगरीय अधोसंरचनाओं को विकसित किया जायेगा और इन क्षेत्रों में कार्यों को विशेष प्राथमिकता दी जाएगी। 

कमलनाथ ने कहा कि ग्राम पंचायत स्तर पर योजना बनाकर स्थानीय लोगों की भागीदारी से उसे पूरा किया जायेगा। ग्राम सभाओं को और अधिक सशक्त बनाकर विशेष महिला ग्राम सभा आयोजित की जायेंगी। 

उन्होंने वृद्धजनों, दिव्यांगों की सामाजिक सुरक्षा पेंशन की राशि अप्रैल महीने से 300 रूपये से बढ़ाकर 600 रूपये करने की घोषणा करते हुए कहा कि इसे हर साल बढ़ाया भी जायेगा। इसके अलावा, हम तेंदूपत्ता की मजदूरी दर 2000 रूपये प्रति मानक बोरा से बढ़ाकर 2500 प्रति मानक बोरा कर रहे हैं। 

उन्होंने कहा कि स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, अस्पतालों में बेहतर इलाज हमारी प्राथमिकताओं में है। गांवों को विकसित किये बिना प्रदेश का सर्वांगीण विकास संभव नहीं है।

महिलाओं के शौर्य का शानदार प्रदर्शन : राजपथ

राजपथ पर शनिवार को 70वें गणतंत्र दिवस परेड में महिलाओं के शौर्य का शानदार प्रदर्शन देखने को मिला जहां नौसेना एवं सेना के कई दस्तों की अगुवाई उन्होंने की और एक महिला अधिकारी ने बाइक पर हैरतअंगेज करतब दिखाए। पहली बार गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होकर असम राइफल्स के महिला दस्ते ने इस साल इतिहास रचा। 

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 207 करोड़ रूपए की सिंचाई टैक्स राशि माफ करने का किया ऐलान : छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गणतंत्र दिवस (Republic Day 2019) पर किसानों की 207 करोड़ रूपए की बकाया राशि माफ करने का ऐलान करते हुए कहा कि इससे राज्य के लगभग 15 लाख किसानों को राहत मिलेगी। बघेल ने आज राजधानी के पुलिस परेड ग्राउण्ड में वर्षों के बीच आयोजित मुख्य समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि रबी फसल लेने वाले किसानों को कोई तकलीफ नही हो इसलिए रबी के लिए बंद पड़ी सिंचाई सेवाओं को तत्काल प्रभाव से पुन: प्रारंभ करने का निर्णय भी लिया है।

उन्होने कहा कि छत्तीसगढ़ को धान के कटोरे के रूप में सम्मान दिलाने वाले अन्नदाताओं का यह हक है कि उन्हें धान का सम्मानजनक दाम मिले। हमने मंत्रि-परिषद् की पहली बैठक में प्रदेश के किसानों से 25 सौ रूपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदने का वादा पूरा किया। केन्द्रीय पूल में चावल खरीदी की मात्रा बढ़ाने का निवेदन भारत सरकार से किया गया है, लेकिन हमारी मांग नामंजूर होने की स्थिति में भी राज्य सरकार अपनी जिम्मेदारियां निभाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि से संबंधित समस्त योजनाओं का लक्ष्य अन्नदाताओं का स्वावलंबन और खुशहाली हो। इसलिए कृषि विभाग का नाम बदलकर ‘कृषि विकास, किसान कल्याण और जैव प्रौद्योगिकी विभाग’ किया गया है जिससे किसान कल्याण का लक्ष्य सदा हमारी नजरों के सामने रहे। तेन्दूपत्ता संग्रहण पारिश्रमिक दर 25 सौ रूपए प्रति मानक बोरा से बढ़ाकर चार हजार रूपए करने का निर्णय लिया गया है। 

Due to obesity, loss and prevention methods

बच्चों में मोटापा  एक गंभीर समस्या बनता जा रहा है। यह इसलिए गंभीर है कि इससे बच्चों के उन बीमारियों की चपेट में आने की आशंका बढ़ जाती है, जिन्हें पहले वयस्कों की बीमारी माना जाता था जैसे डायबिटीज (Diabetes), हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) और हाई कोलेस्ट्रॉल (High cholesterol) । मोटापे के कारण बच्चों के अवसादग्रस्त (Depression)  होने की आशंका भी बढ़ जाती है।  मोटापा ना केवल बच्चों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है बल्कि इसका प्रभाव उनके शारीरिक और भावनात्मक विकास पर भी पड़ता है। 

बच्चों में बढ़ता मोटापा       

बच्चों में मोटापा एक महामारी की तरह फैल रहा है। आजकल बच्चों की शारीरिक सक्रियता लगभग खत्म या बहुत कम हो गई है। खेलने के लिए खुले स्थान ही नहीं बचे हैं, फ्लैट कल्चर के पनपने, टीवी, वीडियो गेम, मोबाइल, कंप्यूटर के प्रचलन और पढ़ाई के बढ़ते बोझ ने बच्चों  को चारदीवारी में कैद कर दिया है। जीवनशैली बदलने से खान-पान का तौर-तरीका भी बदल गया है, बच्चे क्वालिटी फूड की बजाय फास्ट फूड के रूप में अत्यधिक कैलोरी खा रहे हैं लेकिन उसे ठीक तरह से पचा नहीं पाते और इसका सीधा संबंध वजन बढ़ने से होता है। ज्यादा वसा युक्त खाने से बचपन से ही कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने लगता है। नमक का सेवन बढ़ने से छोटी उम्र में ही उच्च रक्तचाप की चपेट में आने की आशंका बढ़ जाती है।   

मोटापे के दुष्प्रभाव    

मोटापा एक ऐसी समस्या है, जिसे कई गंभीर बीमारियों की जड़ माना जाता है। बच्चों में मोटापा बढ़ने से ना सिर्फ उनका शारीरिक विकास बल्कि मानसिक विकास भी प्रभावित होता है। इसके अलावा उन्हें कई और गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है। 

मोटापे से हार्मोन में असंतुलन हो सकता है। इससे बच्चों  में यौवनावस्था समय से पूर्व प्रारंभ हो सकती है।-उनके आंतरिक अंगों का विकास प्रभावित होता है। 

बचाव के तरीके       

  • बच्चों को फास्ट फूड और फैटी फूड्स की बजाय घर का बना खाना खिलाएं।
  • अंकुरित अनाज खिलाएं, शरीर इनको आसानी से ग्रहण कर लेता है। 
  • बच्चों के भोजन में फलों और सब्जियों को शामिल करें। उनके भोजन में एक तिहाई फल-सब्जियां और दो तिहाई अनाज होना चाहिए।
  • उन्हें स्वास्थ्य  के प्रति जागरूक बनाएं। ताड़ासन, पदमासन और भुजंग आसन जैसे सामान्य योगासन करने की आदत डालें। 
  • सॉफ्ट ड्रिंक की बजाय ताजे फलों का जूस या साबुत फल दें।-बच्चों को ज्यादा टीवी न देखनें दें। खुली जगह में खेलने दें।
  • निश्चित समय पर और उचित मात्रा में खिलाएं।
  • बच्चों को ऐसा भोजन खिलाएं, जिसमें प्रोटीन और फाइबर की मात्रा अधिक और शुगर की मात्रा कम होनी चाहिए। 
  • बच्चों को हमेशा छोटी प्लेट में खाना दें, इससे उसकी मात्रा अधिक लगेगी और वे कम खाएंगे।
  • उन्हें टीवी के सामने बैठकर न खाने दें, धीरे-धीरे चबाकर खाने की आदत डालें। 
  • बच्चे देखकर सीखते हैं इसलिए सबसे जरूरी है, अपनी खान-पान की आदतें सुधारें।
  • बच्चों को देर रात तक टीवी न देखने दें उनका सोने और उठने का एक समय निर्धारित कर दें। कम सोने से हार्मोन और मेटाबॉलिज्म में परिवर्तन हो जाता है, इससे भी भार बढ़ता है।

Petrol price hiked in Delhi, diesel crossing Rs 66 a liter

दिल्ली: दो दिनों की स्थिरता के बाद शुक्रवार को फिर से डीजल के दाम में बढ़ोतरी दर्ज की गई, जबकि पेट्रोल के भाव में लगातार तीसरे दिन स्थिरता बनी रही। देश की राजधानी दिल्ली में डीजल 66 रुपये प्रति लीटर हो गया है। छह जनवरी के बाद से अब तक दिल्ली में डीजल के दाम में 3.84 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि हुई है।

दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में डीजल फिर 10 पैसे प्रति लीटर महंगा हो गया है। डीजल महंगा होने से माल-ढुलाई खर्च बढ़ जाता है, जिससे महंगाई बढ़ती है। अंतरार्ष्ट्रीय वायदा बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में तेजी का रुख बना हुआ है, ब्रेंट क्रूड का भाव करीब 62 डॉलर प्रति बैरल और डब्ल्यूटीआई 53 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर बना हुआ है।

दिल्ली

पेट्रोल के दाम –  71.27 रुपये प्रति लीटर

डीजल के दाम – 66 रुपये प्रति लीटर

मुंबई

पेट्रोल के दाम –  76.90 रुपये प्रति लीटर

डीजल के दाम – 69.11 रुपये प्रति लीटर

कोलकाता

पेट्रोल के दाम –  73.36 रुपये प्रति लीटर

डीजल के दाम – 67.78 रुपये प्रति लीटर

चेन्नई

पेट्रोल के दाम –  73.99 रुपये प्रति लीटर

डीजल के दाम – 69.72 रुपये प्रति लीटर

गणतंत्र दिवस के चलते कई मार्ग पूरी तरह रहेंगे

दिल्ली: गणतंत्र दिवस की परेड 26 जनवरी को सुबह 9.50 बजे शुरू हो जाएगी, जबकि परेड से संबंधित कार्यक्रम इंडिया गेट पर सुबह नौ बजे शुरू हो जाएंगे। परेड में किसी तरह की बाधा उत्पन्न न हो इसके लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। परेड विजय चौक, राजपथ, इंडिया गेट, तिलक मार्ग, बहादुर शाह जफर मार्ग, नेताजी सुभाष मार्ग और लाल किला चौक होते हुए लाल किला मैदान पहुंचेगी। दिल्ली के बॉडरों को 25 जनवरी की रात से ही सील कर दिया जाएगा। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

दिल्ली पुलिस के संयुक्त आयुक्त (ट्रैफिक) आलोक कुमार के अनुसार, कौटिल्या मार्ग, केए मार्ग, क्यू पाइंट हनुमान रोड, एसबी मार्ग, मथुरा रोड, भगवानदास रोड, फिरोजशाह रोड गोलचक्कर, विंडसर प्लेस गोलचक्कर, अशोका रोड, बाबा खड़क सिंह मार्ग, मदर क्रेसेंट मार्ग व सरदार पेटल मार्ग आने पर पूरी तरह पाबंदी रहेगी। केवल लेबल लगे वाहन ही इस जगहों पर आ-जा सकेंगे। स्थानीय लोगों को भी पहचान पत्र के साथ आने-जाने की अनुमति होगी। इसके अलावा टी पाइंट साउथ एवेन्यू/त्यागराज मार्ग, के. कामराज मार्ग, सुनहेरी मस्जिद मौलाना आजाद रोड, मान सिंह रोड गोलचक्कर, मान सिंह रोड से सी-हैक्सागॉन तक अकबर रोड, जसवंत सिंह रोड गोलचक्कर से अशोक रोड, डॉ. राजेन्द्र प्रसाद रोड, रेड क्रॉस रोड, संसद मार्ग, इम्तियाज खान रोड, रकाबगंज रोड, पंडित पंत मार्ग, टी पाइंट चर्च रोड/नॉर्थ एवेन्यू तक चर्च रोड पर भी पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा।   

गणतंत्र दिवस के लिए पटेल चौक से इंडिया गेट तक राजपथ 25 जनवरी को शाम छह बजे वाहनों के लिए बंद कर दिया जाएगा। ये पाबंदी 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह खत्म होने के बाद तक जारी रहेगी। 25 जनवरी की रात 11 बजे से राजपथ पर क्रॉसिंग ट्रैफिक बंद हो जाएगी और 26 जनवरी को परेड खत्म होने तक ये प्रतिबंध जारी रहेगा। इंडिया गेट 25 व 26 जनवरी की रात दो बजे बंद हो जाएगा। तिलक मार्ग पर 26 जनवरी की सुबह दस बजे से ट्रैफिक बंद किया जाएगा। क्रॉस ट्रैफिक परेड पर निर्भर करेगा। इसके अलावा परेड के समय को देखते हुए डी दिनेश नंदिनी डालमिया चौक, आरसी अग्रवाल चौक, दिल्ली गेट से वाहनों की क्रॉसिंग हो सकती है। रात दो बजे से लेकर 26 जनवरी को दोपहर 12.30 बजे तक नई दिल्ली व मध्य दिल्ली में आने से बचें।

रिंग रोड, भैरों रोड, मथुरा रोड, एस. भारती मार्ग, साउथ एंड रोड, पृथ्वी राज रोड, सफदरजंग रोड, कमल एटातुर्क मार्ग, पंचशील मार्ग, सिमॉन बुलेवर्ड मार्ग व अपर रिज रोड होकर जा सकते हैं। इसके अलावा रिंग रोड, भैरो रोड, मथुरा रोड, लोदी रोड, अरविंदो मार्ग, सफदरजंग रोड, तीन मूर्ति मार्ग, मदर टेरेसा क्रेसेंट मार्ग, पार्क स्ट्रीट, शंकर रोड व रिंग रोड होकर जा सकते हैं। तीसरा रास्ता रिंग रोड, बुलेवर्ड मार्ग, बर्फ खाना चौक, रानी झांसी रोड, फैज रोड व देशबंधु गुप्ता रोड आदि जगह होकर जा सकते हैं। उत्तरी दिल्ली की तरफ से झंडेवालान होकर रानी झांसी रोड, देशबंधु गुप्ता रोड, शीला सिनेमा रोड, पुल बंगश होकर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन जा सकते हैं।

रिंग रोड, आश्रम चौक, सराय काले खां, आईपी फ्लाईओवर, राजघाट रिंग रोड होकर उत्तर से दक्षिण जा सकते हैं। अरविंदो चौक, सफदरजंग रोड, कमल एटातुर्क मार्ग, कौटिल्या मार्ग, सरदार पटेल मार्ग, मदर टेरेसा क्रेसेंट, आरएमएल गोलचक्कर, बाबा खड़क सिंह मार्ग के अलावा पृथ्वीराज रोड, राजेश पायलट मार्ग, सुब्रमण्यम भारती मार्ग और मथुरा रोड होकर जा सकते हैं।  

सभी मेट्रो स्टेशनों पर ट्रेनें चलती रहेंगी। केंद्रीय सचिवालय व उद्योग भवन पर प्रवेश व निकासी पर 26 जनवरी को रात एक बजे से लेकर 12.30 बजे तक पाबंदी रहेगी। पेटल चौक व रेसकोर्स रोड मेट्रो स्टेशन पर 26 जनवरी की सुबह 8.45 बजे से दोपहर 12.30 तक प्रवेश व निकासी पर पाबंदी रहेगी। केंद्रीय सचिवालय पर लोगों को मेट्रो इंटरचेंज की सुविधा मिलेगी।  

भारी और हल्के व्यवसायिक वाहन सराय काले खां से आईएसबीटी तक 26 जनवरी को सुबह साढ़े सात बजे से लेकर डेढ़ बजे तक नहीं चलेंगे।  

इसके अलावा 25 जनवरी की रात करीब 11 बजे से परेड खत्म होने तक दिल्ली के सभी बॉर्डर सील रहेंगे। दिल्ली की सीमा में प्रवेश करने वाले वाहनों की पूरी चेकिंग की जाएगी। संयुक्त पुलिस आयुक्त आलोक कुमार ने लोगों से आग्रह किया है कि अगर किसी को कोई संदिग्ध वस्तु दिखाई दे तो तुरंत पुलिस को सूचना दें। लोग ट्रैफिक नियमों का पालन करें और धैर्य रखें। ड्रोन व पैराग्लाइडर उड़ाने पर पाबंदी रहेगी।