CBI vs Mamata: राजनाथ सिंह ने राज्यपाल से बातचीत
कोलकाता में पश्चिम बंगाल पुलिस और सीबीआइ के बीच चल रहे विवाद की गूंज सियासी गलियारों तक पहुंचती हुई दिखाई दी। अब इस मुद्दे को लेकर संसद में भी हंगामा हो रहा है। इधर कांग्रेस ने भी राज्यसभा के अपने सभी सदस्यों को व्हिप जारी कर दिया। इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और असम प्रभारी हरीश रावत ने रविवार को साफ कर दिया था कि पार्टी नागरिकता (संशोधन) विधेयक-2016 का राज्यसभा में विरोध करेगी।
टीएमसी और विपक्षी सांसदों के हंगामे की वजह से लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित किया गया।
ममता सरकार पर हमला बोलते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि पश्चिम बंगाल में कल हालात इतने खराब हो गए कि सीबीआइ की सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ को भेजना पड़ा। सुप्रीम कोर्ट ने सारदा चिट फंड मामले में जांच के आदेश दिए थे। पुलिस कमिश्नर को कई बार तलब किया गया लेकिन वह हाजिर नहीं हुए। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को तलब किया है और उनसे स्थिति को सुलझाने के लिए तत्काल कार्रवाई करने को कहा है।
राजनाथ सिंह ने कहा कि पश्चिम बंगाल में आरोपी को राजनीतिक संरक्षण दिया जा रहा है। सीबीआई अपना काम कर रही थी लेकिन उसको अपना काम करने से रोका गया। चिटफंड घोटाले में कई नेता भी शामिल हैं जिस वजह से वहां की सरकार जांच को बाधित करने का प्रयास कर रही है। मुझे यह कहने में कोई संकोच नहीं कि इस हरकत से पश्चिम बंगाल में संवैधानिक संस्थाओं को तोड़ने की कोशिश की जा रही है। मैं सभी राज्य सरकारों से अपील करता हूं कि एजेंसियों को उनका काम अच्छी तरह से करने दें। मुझे भरोसा है कि पश्चिम बंगाल की सरकार भी इस ओर ध्यान देगी और एजेंसी को उसका काम करने देगी।