प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वायु सेना के एयर स्ट्राइक के बाद राजस्थान के चूर में रैली करते हुए कहा –

भारतीय वायुसेना ने पुलवामा आतंकवादी हमले के 12 दिन के भीतर ही मंगलवार तड़के बड़ी जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में घुसकर जबरदस्त बमबारी की जिसमें आतंकवादी संगठन जैश ए मोहम्मद का सबसे बड़ा शिविर नेस्तनाबूद हो गया और बड़ी संख्या में आतंकवादी मारे गए। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वायु सेना के एयर स्ट्राइक के बाद राजस्थान के चूर में रैली करते हुए कहा कि आज आपका मिजाज कुछ और ही लग रहा है।

पूरी ताकत से बोलिये- भारत माता की जय। आज के इस पल में आइये हम भारत के पराक्रमी वीरों को सर झुकाकर नमन करें। उन्होंने कहा कि मैं देशवासियों को विश्वास दिलाता हूं कि देश सुरक्षित हाथों में है।

देश से बढ़कर हमारे लिए कुछ नहीं है। देश की सेवा करने वालों को, देश के निर्माण में लगे हर व्यक्ति को आपका ये प्रधानसेवक नमन करता है।

जाग रहा है देश मेरा हर भारतवासी जीतेगा। सौगंध मुझे इस मिट्टी की मैं देश नहीं मिटने दूंगा।

शहीदों के परिवारों और पूर्व सैनिकों से OROP को लागू करने का वादा किया था। मुझे खुशी है कि राजस्थान के हजारों परिवार सहित देशभर के 20 लाख से अधिक सैनिक परिवारों को OROP का लाभ मिल चुका है।

हमारे लिए खुद से बड़ा दल है और दल से भी बड़ा देश है। इसी भावना के साथ हम निरंतर देश के प्रत्येक जन की सेवा में लगे हुए हैं।

OROP लागू होने के बाद हमारी सरकार 35,000 करोड़ रुपये फौजी भाइयों को वितरित कर चुकी है।

आपका ये प्रधानसेवक इसलिय ये सब कर पा रहा है क्योंकि हमारे लिए खुद से बड़ा दल है और दल से भी बड़ा देश है।

जब हमने पीएम किसान योजना की घोषणा की थी तो लोग कहते थे कि ये नहीं हो पाएगा, ये नामुमकिन है। लेकिन नामुमकिन अब मुमकिन है, क्योंकि ये मोदी सरकार है।

आयुष्मान भारत योजना के तहत देशभर में 50 करोड़ गरीबों को हर वर्ष 5 लाख रुपये का मुफ्त इलाज सुनिश्चित किया जा रहा है।

अब तक देश भर में 13 लाख लोगों को इसका लाभ मिल चुका है, लेकिन इसमें राजस्थान का एक बच्चा भी शामिल नहीं है।

दो दिन पूर्व, देश के इतिहास में किसानों के लिए बनाई गई सबसे बड़ी योजना की शुभ शुरुआत हुई है।  

एक बटन दबाते ही देशभर के एक करोड़ से अधिक किसानों के बैंक खाते में 2 हज़ार रुपए की पहली किश्त पहुंच गई है और बाकियों को भेजने का काम जारी है।

लेकिन दु:ख की बात ये है कि उसमें चुरु का, राजस्थान का एक भी किसान परिवार नहीं था।

ऐसा इसलिए क्योंकि यहां की सरकार ने अभी तक केंद्र सरकार को लाभार्थी किसानों की सूची ही नहीं भेजी है। 

Surgical Strike2 : LoC पार भारत की बड़ी कार्रवाई

भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान में घुसकर Air Strikes की हैं।

वायुसेना ने 12 मिराज 2000 विमानों ने पाकिस्तान में आतंकी कैंपों को ध्वस्त कर दिया।

विदेश सचिव विजय गोखले ने मंगलवार सुबह प्रेस कॉन्फ्रेंस करके वायुसेना के इस पराक्रम की पुष्टि 

भारतीय सेना ने पीओके में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान कम से कम 7 आतंकी शिविरों को ध्वस्त कर दिया था।

इस कार्रवाई के दौरान 38 आतंकियों को भी मार गिराए जाने की बात सामने आई थी।

भारत ने इससे पहले बेहद आक्रामक ढंग से पाकिस्तान के खिलाफ कूटनीतिक अभियान चलाया।

साथ ही मिलिटरी मूवमेंट भी ऐसा रखा, जिससे यह मेसेज गया कि जवाबी हवाई हमला किया जा सकता है। 

उन्होंने बताया कि इंटेलिजेंस के मुताबिक जैश-ए-मुहम्मद भारत पर और भी फिदायीन हमले की तैयारी कर रहा था।

इन हमलों को रोकने के लिए भारत ने मंगलवार तड़के हवाई हमला किया। इस हमले में बालाकोट में जैश-ए-मुहम्मद का सबसे बड़े कैम्प को तबाह कर दिया है।

विदेश सचिव विजय गोखले ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि भारतीय वायुसेना के इस Air Strikes में जैश-ए-मुहम्मद के कई आतंकवादी, उनके ट्रेनर और कमांडर मारे गए हैं।

उन्होंने बताया कि एयर स्ट्राइक के दौरान इस बात का ध्यान रखा गया था कि वहां के आम लोगों को किसी तरह का कोई नुकसान न हो।

भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में घुसकर उसे सबक सिखाया है। भारतीय वायुसेना के विमानों ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकी संगठन जैश ए मुहम्मद के कई ठिकानों पर लेजर गाइडेड बम गिराकर नेस्तनाबूद कर दिया है

भारतीय वायुसेना ने Pulwama Terror Attack में शहीद हुए CRPF जवानों की शहादत का बदला लिया।

मंगलवार तड़के भारतीय वायुसेना के मिराज 2000 फायटर जेट ने LOC के भीतर 80 किलोमीटर तक अंदर जाकर जैश, लश्कर के लॉन्च पैड तबाह किए

खबर है कि भारतीय वायुसेना के 12 मिराज 2000 एयरक्राफ्ट ने बालाकोट, चकोटी और मुजफ्फराबाद में बम गिराए। वायुसेना के इस एयरस्ट्राइक में कई आतंकी लॉन्च पैड के ध्वस्त होने की खबर है।

बता दें कि साल 1999 में कारगिल युद्ध में मिराज 2000 विमानों का बड़े स्तर पर इस्तेमाल हुआ था।

पिछले 20 साल में मिराज ने किसी कार्रवाई में भाग नहीं लिया और अब पाकिस्तान में घुसकर न सिर्फ सफलतापूर्वक एयरस्ट्राइक को अंजाम दिया, बल्कि सुरक्षित वापस भी लौट आए।

भारतीय वायुसेना को अंतरराष्ट्रीय सीमा और एलओसी पर पाकिस्तानी वायुसेना की तरफ से होने वाली किसी भी तरह की बदले की कार्रवाई के लिए हाईअलर्ट पर रखा गया है। 

IND vs AUS: सभी के लिए मुश्किल पिच थी – ग्लेन मैक्सवेल

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टी-20 इंटरनेशनल के बाद एक बार फिर महेंद्र सिंह धोनी की धीमे स्ट्राइक रेट की वजह से आलोचना हो रही है, लेकिन ग्लेन मैक्सवेल को लगता है कि उस धीमी पिच पर यह पूर्व भारतीय कप्तान इतना ही कर सकता था।

धौनी ने 37 गेंद पर 29 रनों की पारी खेली थी। आखिरी गेंद तक खिंचे मैच में भारत को हार का सामना करना पड़ा था।

भारत के 7 विकेट पर 126 रनों के स्कोर में धोनी ने 37 गेंदों में 29 रन बनाए. इस पिच पर गेंद सीधे बल्ले पर नहीं आ रही थी। लगातार विकेट गिर चुके थे और वह क्रीज पर युजवेंद्र चहल के साथ थे।

 मैक्सवेल ने धौनी का बचाव करते हुए कहा, ‘यह (धीमी रन गति) शायद ठीक ही थी। विकेट जिस तरह से बर्ताव कर रहा था, इस पर किसी भी बल्लेबाज के लिए रन बनाना बहुत मुश्किल था और वो भी ऐसे खिलाड़ी चहल के साथ जो हिट करने में माहिर नहीं हो।’

यह ऐसी पिच थी जिसमें गेंद नीची रह रही थी और धौनी केवल एक ही छक्का लगा सके।

मैक्सवेल ने कहा, ‘महेंद्र सिंह धौनी निश्चित रूप से एक विश्व स्तरीय फिनिशर हैं और उन्हें बल्ले के बीच से गेंद हिट करने में मुश्किल हो रही थी।

इसलिए मुझे लगता है कि ये सही था कि वो स्ट्राइक रोटेट करते रहे। उन्होंने अंतिम ओवर में एक छक्का जमाया और मुझे लगता है कि इससे साफ दिखता है कि वहां कितनी मुश्किल हो रही थी।’

पीएम मोदी आज करेंगे उद्धाटन : इंडिया गेट पर 60 साल बाद तैयार हुआ नेशनल वॉर मेमोरियल

National War Memorial Delhi : आजाद भारत के पहले राष्ट्रीय युद्ध स्मारक को लेकर इंतजार की घड़ियां अब समाप्त हो चुकी हैं। क्योंकि यह पूरी तरह से बनकर तैयार हो गया है और सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसे सशस्त्र सेनाओं से लेकर देश को समर्पित करेंगे। इस महत्वपूर्ण राष्ट्रीय आयोजन के पूर्व में सेना के अधिकारियों द्वारा यहां रविवार को आयोजित एक कार्यक्रम में स्मारक स्थल के निर्माण कार्यों के मुख्य सूत्रधार वरिष्ठ सैन्य अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल पी.एस.राजेश्वर ने कहा कि देश में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक बनाने की मांग बीते करीब छह दशकों से उठ रही थी। जो अब जाकर पूरी हो चुकी है। इंडिया गेट का निर्माण अंग्रेंजो ने प्रथम, द्वितीय विश्व युद्ध में तत्कालीन ब्रिटिश सेना का हिस्सा रहते हुए शहादत देने वाले कुल करीब 83 हजार भारतीय सैनिकों की याद में कराया था।60 साल बाद आखिरकार वो दिन आ ही गया, जब पूरा देश पहले नेशनल वॉर मेमोरियल के रुप में शहीदों को श्रद्धांजलि देगा। सोमवार शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंडिया गेट पर करीब 40 एकड़ में 176 करोड़ की लागत से तैयार इस वॉर मेमोरियल का उद्घाटन करेंगे। यहां स्मारकों के साथ संग्रहालय भी बनाया गया है। दोनों के बीच एक सब-वे भी रखा है।

रविवार की शाम सैन्य बैंड सहित जवानों ने नेशनल वॉर मेमोरियल में शहीदों को सलामी दी। मेमोरियल के चारों ओर सफेद दूधिया लाइटें भी लगाई गई हैं। विजय चौक से इंडिया गेट और नेशनल वॉर मेमोरियल के दृश्य को देखा जा सकता है।  बताया जा रहा है कि शहीदों की याद में स्मारक और संग्रहालय बनाने पर विचार सबसे पहले वर्ष 1968 में किया गया था, जोकि अब देश को मिला है। साल 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के कुछ ही माह बाद 2015 में इसे अंतिम अनुमति दी गई। इसके बाद से ही इंडिया गेट के पास इसका निर्माण शुरू किया गया। 

इस महत्वपूर्ण राष्ट्रीय आयोजन के पूर्व में सेना के अधिकारियों द्वारा यहां रविवार को आयोजित एक कार्यक्रम में स्मारक स्थल के निर्माण कार्यों के मुख्य सूत्रधार वरिष्ठ सैन्य अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल पी.एस.राजेश्वर ने कहा कि देश में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक बनाने की मांग बीते करीब छह दशकों से उठ रही थी। जो अब जाकर पूरी हो चुकी है। इंडिया गेट का निर्माण अंग्रेंजो ने प्रथम, द्वितीय विश्व युद्ध में तत्कालीन ब्रिटिश सेना का हिस्सा रहते हुए शहादत देने वाले कुल करीब 83 हजार भारतीय सैनिकों की याद में कराया था।इसमें हजारों भारतीय सैनिक शहीद भी हुए। इन सैनिकों को श्रद्धांजलि देने और युवा पीढ़ी को इस बलिदान के बारे में बताने के लिए अब तक देश में कोई भी स्मारक नहीं था।  प्रथम विश्व युद्ध में शहीद हुए 84000 भारतीय जवानों की याद में अंग्रेज शासकों ने इंडिया गेट बनवाया था। बाद में 1971 के युद्ध में शहीद हुए 3843 सैनिकों के सम्मान में अमर जवान ज्योति बनाई गई थी। 

. 25 फरवरी को पीएम उद्घाटन से पहले नेशनल स्टेडियम में पूर्व सैनिकों की एक रैली को संबोधित करेंगे।

. नेशनल वॉर मेमोरियल में चार चक्र बनाए गए हैं। 
. जल, थल और वायु सेना के शहीदों के नाम एकसाथ। 
. अमर चक्र पर 15.5 मीट ऊंचा स्मारक स्तंभ बना है, जिसमें अमर ज्योति जलेगी। 
. वीरता चक्र में छह बड़े युद्धों के बारे में जानकारी दी है। 
. त्याग चक्र में 2 मीटर लंबी दीवार पर 25,942 शहीदों के नाम। 
. 690 पेड़ों के साथ सुरक्षा चक्र भी दिखेगा। 
. हर शाम सैन्य बैंड के साथ शहीदों को सलामी दी जाएगी। 
. इंडिया गेट की तरह मेमोरियल में भी होगी अमर ज्योति। 
. पर्यटकों के लिए प्रवेश निशुल्क रहेगा। 
. हर सप्ताह रविवार को चेंज ऑफ गार्ड सेरेमनी देखने का मौका।

अरुणाचल प्रदेश : सेना ने संभाला मोर्चा, सीएम दे सकते हैं इस्तीफा

अरुणाचल प्रदेश : अरुणाचल प्रदेश में अब भी तनाव के हालात बने हुए हैं।

राजधानी ईटानगर में कानून और व्यवस्था की स्थिति को बहाल करने के लिए भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) की 6 कंपनियों को तैनात किया गया है।

इसके अलावा धारा 144 भी लागू कर दी गई है। बीते कई दिनों से अरुणाचल प्रदेश में हालात बेकाबू हैं। स्थायी निवास प्रमाण पत्र के खिलाफ प्रदर्शनकारियों का विरोध प्रदर्शन जारी है।

इसी बीच खबर है कि राज्य में स्थिति को काबू करने के लिए सेना ने मोर्चा संभाल लिया है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, विरोध प्रदर्शन को लेकर ईटानगर में धारा 144 लागू कर दी गई है।

वहीं दूसरी तरफ सीएम पेमा खांडू अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। हालात को देखते हुए चौना मेन को ईटानगर से नामासाई जिले में शिफ्ट किया गया है।

बीते रविवार को उप-मुख्यमंत्री चाउना मेन के घर पर तोड़फोड़ कर दी और वहीं मुख्यमंत्री के घर पर भी हमला कर दिया।

प्रदर्शन के दौरान पुलिस फायरिंग में दो लोगों की मौत हो गई। गृह मंत्रालय ने आईटीबीपी की 10 अतिरिक्त कंपनियां भेजा। 

लखनऊ : तीन घंटे लेट पहुंचा विमान

दिल्ली से लखनऊ के बीच विमान का सफर इतना लम्बा हो सकता है यात्रियों ने सोचा तक नहीं था।

दिल्ली से लखनऊ के बीच विमान का एक घंटे का सफर तय करने के लिए यात्रियों को दो घंटे सिर्फ इंतजार करना पड़ा।

बाद में पता चला कि दिल्ली के जाम में विमानन कंपनी के क्रू सदस्य फंस गए। नतीजतन उतनी देर तक यात्रियों को इंतजार करना पड़ा।

विमान भले ही आसमान में उड़ता है लेकिन उसके पायलट, एयरहोस्टेस समेत अन्य क्रू सदस्य एयरपोर्ट तक सड़क मार्ग से ही आते हैं।

शुक्रवार की देर रात उड़ान संख्या 6ई 528 के क्रू सदस्य जाम में फंस गए। उधर यात्री सुरक्षा जांच कराने के बाद विमान में बैठ चुके थे। 

रात 11:27 बजे एक यात्री ने ट्विटर पर इंडिगो के समक्ष अपना गुस्सा व्यक्त किया। इस पर इंडिगो के हैंडल से जवाब दिया गया कि विमान के क्रू सदस्य भीषण जाम में फंस गए थे जिसकी वजह से देरी हुई।

आखिरकार क्रू सदस्य आए तो विमान ने उड़ान भरी।

यह उड़ान रात 12:30 बजे लखनऊ उतरा। इस दौरान यात्रियों को लेने आए उनके रिश्तेदार भी परेशान रहे।

यहां भी काउंटर खाली हो चुके थे। साथ ही एयरपोर्ट के बाहर लगे डिस्प्ले पर विमान कितना लेट है, इसकी कोई सूचना नहीं थी।

बीजेपी और सहयोगी दलों के बीच सीटों के बंटवारे जल्द – अमित शाह

यूपी: बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह प्रदेश में बीजेपी और सहयोगी दलों के बीच सीटों के बंटवारे पर बहुत जल्द मुहर लगा सकते हैं।

26 फरवरी को दिल्ली में प्रस्तावित बैठक में सहयोगी दलों को दी जाने वाली सीटों पर फैसला हो जाने की संभावना है। बैठक के नतीजों पर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के साथ ही अपना दल की नजरें टिकी हुई हैं। 

19 फरवरी को दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात के बाद सुभासपा अध्यक्ष प्रदेश सरकार में मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने भाजपा के खिलाफ बयानबाजी बंद कर दी है। उनका कहना है कि वह 26 फरवरी की बैठक में होने वाले फैसले का इंतजार करेंगे। 

सुभासपा नेता ओम प्रकाश राजभर पूर्वांचल की घोसी, लालगंज और सलेमपुर संसदीय सीट पर मजबूत दावेदारी कर रहे हैं। इनकी दूसरी प्राथमिकता की सीटों में जौनपुर, अंबेडकरनगर और गाजीपुर लोकसभा सीट है।

वहीं अद (एस) की दावेदारी वाली सीटों में पार्टी की संरक्षिका केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल की सीट मिर्जापुर के साथ ही प्रतापगढ़ पहली प्राथमिकता है।

इनके अलावा पार्टी का दावा मछलीशहर,डुमरियागंज, फूलपुर, जौनपुर, राबर्ट्सगंज के साथ ही कन्नौज सीट पर भी है। 

जम्मू कश्मीर : 35A पर सुनवाई से पहले कश्मीर में अलगाववादियों की धरपकड़ से तनाव की स्थिति

जम्मू कश्मीर में पुलवामा आतंकी घटना के बाद से घाटी में तनाव की स्थिति बनी हुई है। ऐसे वक्त में घाटी में हालात कुछ ठीक नहीं है। रविवार को अलगाववादी संगठनों ने बंद का ऐलान किया है। दूसरी तरफ अनुच्छेद 35ए पर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई है। जिसकी वजह से घाटी में तनाव का माहौल बना हुआ है। सरकार ने सुनवाई से पहले अलगाववादियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की और 150 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया। जिसके विरोध में बंद बुलाया गया है। 

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कश्मीर में पुलिस और सुरक्षाबलों को हाई अलर्ट कर दिया गया है। इसके अलावा केंद्र ने सुरक्षाबलों की 120 कंपनियां जम्मू-कश्मीर में भेजा है। बता दें कि एक कंपनी में 100 जवान होते हैं।  वहीं अलगाववादी नेता यासीन मलिक को देर रात गिरफ्तार किया गया।

कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए अर्द्धसैनिक बलों की 100 अतिरिक्त कंपनियां (10,000 जवान) कश्मीर घाटी भेजी गई हैं। 

यासीन मलिक समेत 150 हिरासत में,कश्मीर में 10 हजार अतिरिक्त जवान तैनात होंगे

जम्मू-कश्मीर में सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स (सीएपीएफ) की 100 अतिरिक्त कंपनियां यानी करीब 10 हजार जवान तैनात होंगे। 

गृह मंत्रालय ने इसके लिए सर्कुलर जारी कर दिया है।

सीआरपीएफ को तत्काल प्रभाव से इन कंपनियों को तैनात करने की जिम्मेदारी दी गई है।

 यहां पुलिस और अर्ध सैन्य बलों हाई अलर्ट पर रखा गया है।

जवान राज्य में अर्धसैनिक बलों की 100 अतिरिक्त कंपनियों की तैनाती का यह सर्कुलर गृहमंत्रालय की ओर से शुक्रवार शाम को जारी किया गया।

इसमें सीआरपीएफ की 45, बीएसएफ की 35 और  एसएसबी व आईटीबीपी की 10-10 कंपनियां शामिल होंगी।

आमतौर पर एक पैरामिलिट्री कंपनी में 80 से 150 जवान होते हैं। इस तरह से 100 कंपनियों में करीब 10 हजार जवान होंगे।

पुलवामा में हुए सीआरपीएफ काफिले पर हमले को देखते हुए इन जवानों को एयरलिफ्ट कर श्रीनगर भेजा जाएगा।

यासीन मलिक और अब्दुल हमीद फयाज समेत अलगाववादी संगठनों के करीब 150 कार्यकर्ताओं को भी हिरासत में भी लिया गया है। 

जम्मू एवं कश्मीर के बाहर का व्यक्ति राज्य में अचल संपत्ति नहीं खरीद सकता। 

35-ए के कारण ही पश्चिम पाकिस्तान से आए शरणार्थी अब भी राज्य के मौलिक अधिकार तथा अपनी पहचान से वंचित हैं। 

जम्मू एवं कश्मीर में रह रहे लोग जिनके पास स्थायी निवास प्रमाणपत्र नहीं है, वे लोकसभा चुनाव में तो वोट दे सकते हैं लेकिन स्थानीय निकाय चुनाव में वोट नहीं दे सकते हैं।

यहां का नागरिक केवल वह ही माना जाएगा जो 14 मई 1954 को राज्य का नागरिक रहा हो या उससे पहले के 10 वर्षों से राज्य में रह रहा हो या इससे पहले या इस दौरान यहां पहले ही संपत्ति हासिल कर रखी हो।  

पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर हुए हमले के बाद से केंद्र और राज्य सरकार, अलगाववादियों के खिलाफ कड़ा रुख अपना रही हैं। अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा हटाने के बाद अब उन्हें हिरासत में लिया जा रहा है।

सुप्रीम कोर्ट में आर्टिकल 35A की सुनवाई से पहले जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के चेयरमैन यासीन मलिक और जमात-ए-इस्लामी संगठन के मुखिया अब्दुल हमीद फयाज और उसके करीब 150 सदस्यों को हिरासत में लिया गया।

प्रधानमंत्री मोदी: हमारी लड़ाई कश्मीर के लिए है, कश्मीरियों के खिलाफ नहीं है

टोंक :लोकसभा चुनाव 2019 से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान में रैली के दौरान पुलवामा हमले में शहीद सैनिकों के परिजनों को संवेदना व्यक्त की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को अपने राजस्थान दौरे के तहत टोंक पहुंचे। यहां उन्होंने विजय संकल्प रैली को संबोधित भी किया।

इस दौरान प्रधानमंत्री ने पुलवामा के शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए अपने भाषण की शुरुआत की और कहा कि हमारी सेना ने हमले के 100 घंटे के भीतर इसके दोषियों को उनके अंजाम तक पहुंचा दिया इसका मुझे गर्व है।

मैं इन वीर सपूतों को जन्म देने वाली माताओं और उनके पूरे परिवार को कृतज्ञ राष्ट्र की तरफ से फिर से अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दुनिया की हर बड़ी संस्था आज पुलवामा में हुए आतंकी हमले के खिलाफ एकजुट है। सीमा पर डटे सैनिकों पर, मोदी सरकार पर और मां भवानी के आशीर्वाद पर भरोसा रखिए, इस बार सबका हिसाब पूरा होगा।

पीएम ने पुलवामा हमले के बाद कश्मीरियों पर हो रहे हमलों की निंदा की और कहा कि हमारी लड़ाई आतंकवाद के खिलाफ है। मानवता के दुश्मनों के लिखाफ है।

हमारी लड़ाई कश्मीर के लिए है, कश्मीरियों के खिलाफ नहीं है। आज प्रत्येक हिंदुस्तानी देश की सेना के साथ है, देश की भावनाओं के साथ है। लेकिन मुझे मुट्ठी भर उन लोगों पर अफसोस होता है, जो भारत में रहते हुए पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि ये बदला हुआ हिंदुस्तान है, ये दर्द सरकार चुपचाप नहीं सहेगी, ये दर्द सहकर हम चुपचाप नहीं बैठेंगे, हम आतंक को कुचलना भी जानते हैं। ये नई रीति और नई नीति वाला भारत है।

मोदी ने कहा कि आज प्रत्येक हिंदुस्तानी देश की सेना के साथ है, देश की भावनाओं के साथ है। लेकिन मुझे मुट्ठी भर उन लोगों पर अफसोस होता है, जो भारत में रहते हुए पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं।  

जब तक आतंक की फैक्ट्रियां चलती रहेंगी। आतंक की फैक्ट्रियों पर ताला लगाने का काम मेरे ही हिस्से लिखा है, तो ऐसा ही सही।

ये बदला हुआ हिंदुस्तान है, ये दर्द सरकार चुपचाप नहीं सहेगी, ये दर्द सहकर हम चुपचाप नहीं बैठेंगे, हम आतंक को कुचलना भी जानते हैं। ये नई रीति और नई नीति वाला भारत है।