’श्री माता मनसा देवी पर चोला अर्पित करने की ऑनलाइन बुकिंग प्रक्रिया शुरू’

प्रदेश में पहला ई-चार्जिंग केन्द्र समपिर्त-तरूण कपूर

वहनों की आवाज के साथ प्रदूषण भी कम होगा।

पंचकूला  4 जनवरी। पैट्रोलियम एवं नैचूरल गैस मंत्रालय भारत सरकार के सचिव तरूण कपूर अतिरिक्त मुख्य सचिव हरियाणा टी सी गुप्ता की उपस्थिति में अक्षय ऊर्जा भवन पंचकूला में इलेक्ट्रोनिक्स गाड़ियों के प्रचलन को बढावा देने के लिए प्रदेश के पहले ई-चार्जिंग स्टेशन का उदघाटन किया। इसमें सभी प्रकार के इलैक्ट्रिक वाहनों को फ्री चार्जिंग की सुविधा प्रदान की गई है।

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इस मौके पर उनके साथ महानिदेशक एवं सचिव अक्षय एवं नवीनीकरणीय विभाग के डा. हनीफ कुरेशी, महानिदेशक परिवहन आर आर फुलिया, उपायुक्त पंचकूला मुकेश कुमार आहूजा भी उपस्थित थे।


पैट्रोलियम एवं नैचूरल गैस मंत्रालय के सचिव तरूण कपूर ने बताया कि यदि इलैक्ट्रोनिक वाहनों के लिए पर्याप्त मात्रा में ई चार्जिंग स्टेशन उपलब्ध होंगें तो लोग इन वाहनों का अधिक उपयोग कर सकेगें। उन्होंने कहा कि पैट्रोल एवं डीजल को बाहर से मंगवाना पड़ता है, लेकिन हमारे पास सौर ऊर्जा का पर्याप्त भण्डार हैं। इसलिए ई चार्जिंग के लिए केन्द्र देश के हर कोने में स्थापित करने के प्रयास किए जा रहे हैं ताकि लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने कहा कि अब इलेक्ट्रोनिक युग में ई-वाहनों का प्रचलन बढना अनिवार्य है। इसके लिए पैट्रोल पम्पों पर भी चार्जिंग प्वांईट की सुविधा मुहैया करवाने के लिए सरकार द्वारा केन्द्र बनाए जा रहे है।

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नवीन एवं नवीनीकरणीय ऊर्जा विभाग के एसीएस टी सी गुप्ता ने कहा कि अक्षय ऊर्जा सरंक्षण करने वाला हरियाणा भारत का पहला प्रदेश है। इसके उपयोग के लिए हरियाणा सरकार ने अनेक आवश्यक कदम उठाए है जिसका अधिक लाभ नागरिकों को मिला है। उन्होंने कहा कि ई चार्जिंग स्टेशन उपलब्ध हो जाने से नागरिकों का ई वाहनों की ओर रूझान होगा। उन्होंने कहा कि वर्ष 2021 के दौरान हरियाणा के विभागों में हायर की जाने वाली गाड़ियों में ई-वाहनों को ही लिया जाएगा। यदि कोई ई वाहन नहीं है तो उन्हें विभागों में हायर नहीं किया जाएगा। इसलिए जनता को सरकारी कार्यालयों में यह सुविधा मुहैया करवाई जा रही है।


अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि विभाग द्वारा प्रदेश में 500 स्थानों पर ई चार्जिंग स्टेशन लगाने का निर्णय लिया है ताकि हर तीन किलोमीटर के क्षेत्र में एक इलेक्ट्रोनिक चार्जिंग स्टेशन स्थापित हो सके। इसके साथ ही नेशनल हाईवे पर भी ई चार्जिंग स्टेशन उपलब्ध करवाने के सकारात्मक प्रयास किए जा रहे है। उन्होंने बताया कि इससे वाहनों की प्रति किलोमीटर डीजल की खपत भी बहुत कम होगी जो कि 7 से 8 किलोमीटर के लगभग है। सरकार की ओर से इन पर सबसिडी भी प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि ई-वाहनों की आवाज ओर प्रदूषण भी बहुत कम होगा ओर ई-स्टेशन ई-वाहनों के क्षेत्र में क्रांति लाने में कारगर साबित होगा।    
इस मौके पर करनाल, गुरूग्राम, फरीदाबाद, पंचकूला सहित 5 ई-वाहनों को चाबी सौंप कर रवाना किया। कार्यक्रम में कवंरजेंस एनर्जी सर्विस लिमिटेड सीईएसएल के साथ हरेडा ने एमओयू भी साईन किया गया जिसके तहत ई-वाहनों के लिए राज्य में इन्फ्रास्क्रचर विकसित किया जाएगा। महाप्रबंधक रजनीश राणा, अतिरिक्त निदेशक ओमदत शर्मा, पीओ पंचकूला राजेन्द्र सिंह सहित कई अधिकारी मौके पर उपस्थित रहे।

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एचएसएलए ने प्रदेशभर के 19 कर्मचारियों को किया सम्मानित-दया चैधरी

पंचकूला 4 जनवरी। -हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण ने जिला विधिक सेवा प्राधिकरणों, पैनल अधिवक्ताओं, पैरा लीगल वालंटियर्स और डीएलएसए कर्मचारियों के अपने पहले राज्य स्तरीय संस्कार समारोह का आयोजन सेक्टर -14, के प्रशासनिक भवन में किया। समारोह का उद्देश्य विधिक सेवा प्राधिकरणों की टीम का मनोबल बढ़ाना और उनके द्वारा किए गए कार्यों और प्रयासों को सबके लिए न्याय के आदर्श वाक्य को प्राप्त करना था।

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पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय की न्यायाधीश एवं कार्यकारी अध्यक्ष   एचएलएसए दया चैधरी ने समारोह में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शिरक्त करते हुए राज्य स्तर पर कुशल लेखा में सार्वजनिक प्रबंधन कौशल व सामाजिक योगदान, कुशल रिकॉर्ड रखने और कार्य में पहल करने में जूनियर स्केल स्टेनोग्राफर गीता व क्लर्क सुमिंदर सिंह, एचएएलएसए और जूनियर स्केल स्टेनोग्राफर श्रुति, एचएएलएसए को तीन अलग-अलग श्रेणियों में कार्य और आचरण, नौकरी के प्रति  हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सर्वश्रेष्ठ कर्मचारी घोषित कर पुरस्कृत किए।


समारोह के दौरान न्यायाधीश दया चैधरी ने प्रतिभागियों के साथ अपने बहुमूल्य विचार और अनुभव साझंा करते हुए कहा कि कोविड ने विभिन्न स्तरों पर अदालतों और सरकारी विभागों के कामकाज को प्रभावित किया है और दुनिया के सामने एक बड़ी चुनौती पेश की है कि वे जीवन में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए उपयुक्त तरीके और साधन खोजें। इस तरह की कठिनाइयों और बाधाओं के बीच, विधिक सेवा प्राधिकरणों ने लगातार आगे बढ़कर कोविड-19 के कठिन समय में समाज के दलित वर्गों को सहायता प्रदान की है। उन्होंने यह भी कहा कि एक संस्था या संगठन एक टीम से बना है जो संगठन की सफलता और उपलब्धि के लिए दिन-रात काम करता है। उन्होंने आगे कहा कि किसी भी संस्था की सफलता उस संगठन के कर्मचारियों की कड़ी मेहनत, समर्पण और समर्पण का एक अंतिम परिणाम है।

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न्यायाधीश ने पैनल अधिवक्ताओं, पैरा लीगल वालंटियर्स और कर्मचारियों की भूमिका को स्वीकार करते हुए कहा कि सभी कानूनी सेवाओं के अधिकारियों की कार्य योजना के प्रभावी निष्पादन के लिए एक टीम के रूप में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे केंद्र व राज्य सरकारों की योजनाओं और लाभों के बारे में न केवल अवगत करवाते हैं बल्कि कल्याणकारी योजनाओं से भी लोगों को जोड़ते हैं। पैनल अधिवक्ता, पीएलवी और कर्मचारी कानूनी सेवा संस्थानों के एक स्तंभ के रूप में काम कर रहे हैं, जो कानूनी सेवाओं के अधिकारियों के क्षेत्र में सुधार और विस्तार में मदद करते हैं। सभी के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि डीएलएसए के सचिव लगातार अपनी टीमों को बेहतर प्रदर्शन करने के लिए मार्गदर्शन दे रहे हैं और प्रत्येक अवरोध को तोड़ने के विश्वास के साथ एक्सेस फॉर जस्टिस फॉर ऑल के आदर्श वाक्य को प्राप्त करने के लिए आगे आ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यह उनकी दृष्टि, धारणा और प्रतिबद्धता है जिसने कानूनी सेवा संस्थानों को और नए लक्ष्य निर्धारित करने और उनकी उपलब्धि के लिए लगातार सेवा प्राधिकरण प्रयास करने में हलसा के साथ अपने अनुभव को साझा करना है। उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण ने कानूनी की शारीरिक गतिविधियों को पूरी तरह से रोक दिया, लेकिन तकनीक की मदद से, कानूनी सेवा संस्थान बड़े पैमाने पर लोगों तक पहुंचे। पिछले कुछ महीनों में, एचएएलएसए ने हरियाणा राज्य में ऑनलाइन मध्यस्थता, ई-लोक अदालत, दैनिक ई-लोक अदालत का शुभारंभ किया। जिससे पार्टियों को अपने मुद्दों को सुलझाने के लिए एक आभासी मंच प्रदान किया जा सके, जिससे एचएएलएसए के प्रदर्शन में एक बड़ी सफलता मिली। कई सामाजिक-आर्थिक मुद्दों पर डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से जन जागरूकता की गई है।


कार्यक्रम में हलसा ने अपने सार्थक प्रयासों और प्रतिबद्धता के लिए सर्वश्रेष्ठ डीएलएसए पैनल अधिवक्ताओं, पीएलवी व डीएसएलवी के कर्मचारियों के लिए विभिन्न श्रेणियों के तहत 19 पुरस्कारों की घोषणा अनुसार चयन हुआ। इनमें जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, कुरुक्षेत्र, गुरुग्राम, अंबाला, झज्जर, फरीदाबाद और सोनीपत को अलग-अलग श्रेणियों के तहत हरियाणा में सर्वश्रेष्ठ डीएलएस को सम्मानित किया गया है। इनमें समग्र प्रदर्शन, मध्यस्थता, असाधारण सेवाएं, कानूनी सेवाएं प्रदान, सेवाओं, आउटरीच कार्यक्रमों, कोविड-19 में असाधारण कार्य और वार्षिक गतिविधियों के अलावा पेनल अधिवक्ता शामिल है।

डीएलएसए गुरुग्राम सुजान सिंह, डीएलएसए कुरुक्षेत्र सुश्री दिव्या चुघ और डीएलएसए फरीदाबाद रविन्द्र गुप्ता को गुणवत्ता और प्रभावी कानूनी सेवाओं के प्रतिपादन के लिए हरियाणा में सर्वश्रेष्ठ घोषित किया गया है। आउटरीच कार्यक्रम में अधिकतम योगदान और क्रमशः कोविड-19 के दौरान असाधारण कार्य के लिए पीएलवी अनिल कुमार हिसार और रीता, पीएलवी करनाल को क्रमशः हरियाणा में सामाजिक योगदान और कोविड-19 के दौरान असाधारण काम के लिए चुना गया है। लेखाकार धर्मेंद्र, झज्जर  क्लर्क सतीश कुमार कुरुक्षेत्र, सहायक मीनू अंबाला, क्लर्क यशपाल, नारनौल, और क्लर्क प्रदीप कुमार करनाल को हरियाणा में डीएलएसए के सर्वश्रेष्ठ कर्मचारियों के रूप में घोषित किया गया है।

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आयुष्मान भारत योजना : नौ हजार से अधिक लोग ले चुके हैं निशुल्क ईलाज का लाभ : उपायुक्त प्रदीप कुमार

सिरसा, 04 जनवरी।

अतिरिक्त उपायुक्त उत्तम सिंह ने पीपीपी योजना कार्य की प्रगति की समीक्षा, अधिकारियों को दिए दिशा-निर्देश

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          अतिरिक्त उपायुक्त उत्तम सिंह ने निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम सचिव तथा शहरी क्षेत्रों में नगर परिषद / नगर पालिका के कर्मचारी परिवार पहचान पत्र बनाने का कार्य प्राथमिकता से पूरा करें। उन्होंने कहा कि पीपीपी योजना सरकार की महत्वपूर्ण योजना है, इसलिए इस कार्य को गंभीरता से लेते हुए आगामी 10 जनवरी 2021 तक इस कार्य को शत प्रतिशत पूरा करें।


          अतिरिक्त उपायुक्त उत्तम सिंह लघु सचिवालय स्थित बैठक कक्ष में परिवार पहचान पत्र कार्यों की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में डीआईओ रमेश कुमार, सचिव नगर परिषद ऋषिकेश चौधरी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

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         अतिरिक्त उपायुक्त उत्तम सिंह ने कहा कि परिवार पहचान पत्र योजना का उद्ेश्य पारदर्शी रूप से पात्र व्यक्ति को प्रदेश सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचाना है। भविष्य में पीपीपी के आधार पर पात्र लोगों को विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं सहित अन्य सेवाओं का लाभ नागरिकों को दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिला में परिवार पहचान पत्र कार्य को 10 जनवरी तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इसलिए सभी अधिकारी जो भी इस कार्य जुड़ा है, वे इस कार्य को निर्धारित समय अवधि तक इस पूरा करें। उन्होंने कहा कि यदि किसी भी स्तर पर परेशानी आ रही है तो इस बारे में तुरंत प्रभाव से उन्हें अवगत करवाएं ताकि विभाग द्वारा दिए गए समय अनुसार इस कार्य को पूर्ण किया जा सके।

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आयुष्मान भारत योजना : नौ हजार से अधिक लोग ले चुके हैं निशुल्क ईलाज का लाभ : उपायुक्त प्रदीप कुमार

सिरसा, 04 जनवरी।


                उपायुक्त प्रदीप कुमार ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा आर्थिक रुप से कमजोर लोगों को मुफ्त ईलाज उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से शुरु की गई आयुष्मान भारत योजना वरदान साबित हो रही है। योजना के तहत सिरसा जिले में अब तक 9178 से अधिक मरीजों का निशुल्क ईलाज किया जा चुका है। इनके ईलाज पर सरकार द्वारा 10 करोड़ रुपये से अधिक की राशि खर्च की गई है।

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                उपायुक्त प्रदीप कुमार ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत सिरसा जिले में अबतक 82 हजार 652 परिवारों के 4 लाख 2 हजार 301 लाभार्भी शामिल हैं और इनमें से एक लाख 17 हजार 766 लोगों के गोल्डन कार्ड भी बन चुके हैं। आशा वकर्रों के माध्यम से शेष लाभार्थियों का गोल्डन कार्ड बनाने का कार्य जारी है ताकि अधिक से अधिक लाभार्थी आयुष्मान योजना का लाभ उठा सके और स्वयं को स्वस्थ रखने में सक्षम हो सके। उन्होंने बताया कि आयुष्मान भारत योजना देश की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना है, जिसका उद्देश्य प्रति परिवार प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक का मुफ्त ईलाज उपलब्ध करवाना है। उन्होंने बताया कि आयुष्मान भारत योजना या प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, भारत सरकार की एक स्वास्थ्य योजना है, जिसे 23 सितंबर 2018 को हरियाणा में लागू किया गया था।

यहां बनवा सकते हैं गोल्डन कार्ड :


                उपायुक्त प्रदीप कुमार ने बताया कि जिला में गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों को चिह्निïत किया गया है। इन अस्पतालों में जाकर नागरिक अपना गोल्डन कार्ड बनवा सकते हैं। उन्होंने बताया कि जिला नागरिक अस्पताल, सिरसा, उपमंडल नागरिक अस्पताल, डबवाली, ऐलनाबाद, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र माधोसिंघाना, रानियां, नाथूसरी चौपटा, बड़ागुढा, औढां, कालांवाली व चौटाला में आवेदक अपना कार्ड बनवा सकते हैं। इसी प्रकार संजीवनी अस्पताल सिरसा, पूनिया आईक्यु विजन प्रा.लि., श्री अस्पताल, तलवाड़ अस्पताल आइवीएफ सैंटर, सिरसा ईएनटी अस्पताल एवं लेजर सर्जरी सेंटर, एपेक्स अस्पताल एवं रिसर्च सैंटर, श्री बालाजी अस्पताल, शाह सतनाम जी सुपर स्पैशलिटी अस्पताल, बंसल अस्पताल, मोहर सिंह सर्जिकल एवं मैटरनिटी अस्पताल, आस्था अस्पताल, तिरूपति किडनी एवं लेजर अस्पताल, मैडिसिटी मल्टीस्पैशलिटी अस्पताल, एसपीएस अस्पताल, विवेक आंखों का अस्पताल, डबवाली में विजन केयर आंखों का अस्पताल, डावला आंखों का अस्पताल व बॉम्बे अस्पताल शामिल हैं।

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                सिविल सर्जन डा. कृष्ण कुमार ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत पहले दिन से ही सभी प्रकार की बीमारियां कवर की जाती हैं व लाभार्थी परिवार के सभी सदस्यों को इसका लाभ मिलता है एवं भर्ती रहने के दौरान सभी प्रकार का खर्च योजना के तहत वहन किया जाता है। इस योजना के तहत घुटने बदलने, एंजियोंपलास्टी, हार्ट डिजिज, पथरी का ईलाज, कुल्हा बदलना इत्यादि बीमारियों के ऑपरेशन मुफ्त किये जाते है।


                सामाजिक एवं आर्थिक जनगणना 2011 के आधार पर बनी लाभार्थियों की सूची में शामिल लोग गोल्डन कार्ड बनवा सकते हैं। यह कार्ड सभी सूचीबद्ध अस्पतालों पर निशुल्क बनया जाता है। इसके अलावा कॉमन सर्विस सेंटर पर 30 रुपये शुल्क देकर कार्ड बनवाया जा सकता है। कोई समस्या होने पर टोल फ्री नंबर 14555 या 1800-1800-4444 पर या सीएमओ कार्यालय स्थित आयुष्मान भारत सेल से संपर्क किया जा सकता है।

                आयुष्मान भारत योजना के जिला में नोडल अधिकारी डा. प्रमोद शर्मा ने बताया कि गोल्डन कार्ड बनवाने के इच्छुक लोग सूचीबद्ध सरकारी एवं गैर सरकारी अस्पतालों में विभिन्न दस्तावेज देकर कार्ड बनवा सकते हैं। इसके लिए प्रधानमंत्री का मूल पत्र, आधार कार्ड, राशन कार्ड, पंजीकृत मोबाइल नंबर आदि दस्तावेज साथ लाने होंगे। इसके उपरांत आवेदक का नाम जन आरोग्य योजना की सूची में जांच उपरांत आयुष्मान कार्ड बनाया जाएगा।

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हरियाणा शिक्षा विभाग की तैयारी सूबे में मई-जून तक हो सकती 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं, विचार के लिए CM ने बुलाई बैठक

हरियाणा। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की तर्ज पर हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की 10वीं और 12वीं कक्षाओं की सालाना परीक्षाएं मई-जून तक टल सकती हैं।

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मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने चार जनवरी को शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों की बैठक बुलाई है,ताकि शिक्षा से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श किया जा सके। माना जा रहा है कि शिक्षा विभाग की ओर से किसी भी वक्त परीक्षाओं की तारीख का ऐलान किया जा सकता है। दरअसल,प्रदेश के सरकारी स्कूलों में 8वीं से 12वीं कक्षा तक 8.13 लाख विद्यार्थी पढ़ते हैं। कोरोना के कारण विद्यार्थियों की पढ़ाई काफी बाधित हुई है। ऐसे में संभावना यही है कि बोर्ड की परीक्षाएं मई में हो जाएं तो इन विद्यार्थियों के लिए अच्छा होगा। शिक्षा विभाग के आला अधिकारी भी इस बात से सहमत नजर आ रहे हैं कि मई में ही शिक्षा बोर्ड की परीक्षाएं हों तो बेहतर होगा। शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर के अनुसार हरियाणा शिक्षा बोर्ड की परीक्षाएं मई-जून में हो सकती हैं। इसके लिए जल्द ही निर्णय लिया जाएगा। CM ने चार जनवरी को बैठक बुलाई है।प्रदेश में 8वीं से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को Tabs उपलब्ध कराए जाने हैं। इस प्रोजेक्ट के संबंध में भी CM मनोहर लाल ने चार जनवरी की बैठक में जानकारी प्रस्तुत करने को कहा है। विद्यार्थियों को Tabs दिए जाने की प्रोग्रेस रिपोर्ट भी मांग ली है, साथ ही अब तक हुई कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है। उधर, उम्मीद है कि DSND जल्द ही सभी तैयारियां पूरी कर टेंडर जारी कर देगा। उम्मीद है कि करीब 320 करोड़ रुपए खर्च कर सरकार की तरफ से प्रदेश के इन जरूरतमंद विद्यार्थियों को इसी महीने Tabs उपलब्ध कराई जाएगी।

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सरकार विधवा महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए दे रही ऋण 

Employees held their first state level reception ceremony.

Panchkula On 3rd January, 2021, Haryana State Legal Services Authority organized its first State Level Commendation Ceremony of District Legal Services Authorities, Panel Advocates, Para Legal Volunteers and HALSA/DLSA employees in the Administrative Building of HALSA, Sector-14, Panchkula. The purpose of the Commendation Ceremony was to boost the morale of the team of Legal Services Authorities and acknowledge the work and efforts made by them to achieve the motto of ‘ACCESS TO JUSTICE FOR ALL”.

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Hon’ble Mrs. Justice Daya Chaudhary, Judge, Punjab & Haryana High Court and Executive Chairperson, HALSA graced the occasion as Chief Guest. The Chief Judicial Magistrates-cum-Secretaries, District Legal Services Authorities of Haryana and staff members of HALSA and DLSA, Panchkula attended the Commendation Ceremony.


During Ceremony, Lordship shared her valuable views and experiences with the participants. Lordship stated that COVID has affected the functioning of courts and government departments at different levels and presented a great challenge before the world to find out suitable ways and means to restore normalcy in lives. Amid such difficulties and obstacles, Legal Services Authorities constantly stepped ahead and extended assistance to the downtrodden sections of the society in difficult times of COVID-19.

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Lordship also stated that an Institution or Organization is made up of a team which works day and night for the success and accomplishment of the organization. She further added that the success of any Institution is an ultimate outcome of the hard work, dedication and devotion of the employees of that organization.
Lordship acknowledged the role of Panel Advocates, Para Legal Volunteers and employees that they all are working as a team for the effective execution of the action plan of the Legal Services Authorities. She added that they not only apprise about the schemes and benefits of the Centre/State Governments but also connect the persons with the welfare Schemes. Panel Advocates, PLVs and employees are working as a pillar of the Legal Services Institutions who help in revamping and expanding the sphere of the Legal Services Authorities. Appreciating the efforts of all, her Lordship added that the Secretaries of DLSAs are continuously guiding their teams to perform better and with the belief to break each and every barrier come across to achieve the motto of “Access to Justice for All”. It’s their vision, perception and commitment which helped the Legal Services Institutions to set new & fresh goals and put persistent efforts towards their accomplishment
While sharing her experience with HALSA, Lordship stated that COVID infection completely restrained the physical activities of Legal Services Authorities, but with the help of technology, Legal Services Institutions reached the people at large. Over the last few months, HALSA launched online Mediation, e-Lok Adalat, Daily e-Lok Adalat in the State of Haryana to facilitate a virtual platform to the parties to resolve their issues amicably which marked a great success in the showcase of HALSA. Public awareness has been made through digital platform on several socio-economic issues.


In the Commendation Ceremony, HALSA announced 19 awards under different categories for Best DLSAs, Panel Advocates, PLVs and employees of HALSA/DLSAs for their sheer efforts and commitment. The District Legal Services Authorities, Kurukshetra, Gurugram, Ambala, Jhajjar, Faridabad and Sonepat have been adjudged best DLSAs in Haryana under different categories such as (i) for overall performance, (ii) exceptional work in Mediation, (iii) for rendering legal services, (iv) for outreach programmes, (v) for exceptional work in COVID-19 and (vi) for Activity of the Year respectively.


That apart, Panel Advocates namely Dr. Sujan Singh, DLSA Gurugram, Ms. Divya Chugh, DLSA Kurukshetra and Sh. Ravinder Gupta, DLSA Faridabad have been declared best in Haryana for (i) rendering quality and effective legal services, (ii) maximum contribution in outreach programme and (iii) exceptional work during COVID-19 respectively.


Sh. Anil Kumar, PLV, DLSA Hisar and Ms. Rita, PLV, DLSA Karnal have been adjudged best in Haryana for (i) social contribution and (ii) exceptional work during COVID-19 respectively.

Sh. Dharmender, Accountant, DLSA Jhajjar, Sh. Satish Kumar, Clerk, DLSA Kurukshetra, Ms. Meenu, Assistant, DLSA Ambala, Sh. Yashpal, Clerk, DLSA Narnual and Sh. Pardeep Kumar, Clerk, DLSA Karnal have been declared best employees of DLSAs in Haryana under five categories such as (i) for Efficient Accounting, for Public Relationship Management Skills, (iii) for Social Contribution, (iv) for Efficient Record Keeping and (v) For Taking Initiatives in Working respectively.


Ms. Geeta, Junior Scale Stenographer, HALSA, Sh. Suminder Singh, Clerk, HALSA and Ms. Shruti, Junior Scale Stenographer, HALSA have been declared best employees of Haryana State Legal Services Authority under three different categories such as (i) Work and Conduct, (ii) Dedication towards job (iii) for Taking Initiatives in Working, respectively.

सरकार विधवा महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए दे रही ऋण 

First woman from the PU selected for INYAS membership

Chandigarh January 3, 2021

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Dr. Nishima Wangoo from the Department of Applied Sciences, UIET, Panjab University has been selected as a member of the Indian National Young Academy of Sciences (INYAS) for a period of five years. Notably, she is the first woman from the university to be selected for this prestigious membership based on her scientific achievements in the field of chemistry and its dissemination to the society. INYAS is the only recognised academy of young scientists in India which was established in 2014. 

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 Dr. Nishima has published her scientific work in various high-ranking journals and has several research grants and awards to her credit.

सरकार विधवा महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए दे रही ऋण 

जूनियर को पीजीटी पर पदोन्नति, सीनियर शिक्षक वर्षों बाद भी वंचित

-कई वर्ष से विभाग का सिर्फ एक जवाब ‘अंडर प्रोसेस’ है पदोन्नति
-लेफ्ट आऊट हिन्दी टीचर की पदोन्नति सूचि तैयार, लेकिन जारी नहीं कर रहा विभाग
-पांच वर्ष से एंटीडेटेड पदोन्नति के इंतजार में हैं सीनियर हिन्दी शिक्षक
-हिन्दी शिक्षकों ने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री से मांगी एंटीडेटेड पदोन्नति
-मई 2016 में जारी हुई थी पीजीटी हिन्दी की पदोन्नति सूचि

पंचकूला। वर्ष 2016 की पीजीटी हिन्दी की पदोन्नति सूचि में योग्यता होते हुए भी लेफ्टआउट रहे हिन्दी शिक्षकों ने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री, शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव और माध्यमिक शिक्षा निदेशक को फिर पत्र लिखकर जल्द पीजीटी हिन्दी पर एंटीडेटेड पदोन्नति देने की मांग की है। विंडबना ये है कि जूनियर शिक्षक पांच वर्ष से पदोन्नति पाकर पीजीटी हिन्दी के पद पर कार्य कर रहे हैं, लेकिन सीनियर हिन्दी शिक्षक को बार-बार गुहार लगाने के बाद भी एंटीडेटेड पदोन्नति नहीं दी जा रही है।  

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पदोन्नति से वंचित रहे सीनियर हिन्दी शिक्षक बजरंग लाल, नूतन देवी, सरिता, सोनिका, रामनिवास, रोशन लाल,अंजना यादव, संजीव आदि ने बताया कि 06 मई 2016 को जारी पीजीटी हिन्दी पदोन्नति सूचि में सीनीयर को छोडक़र जूनियर को पदोन्नति दे दी। लेकिन सीनीयर 5 वर्ष से पदोन्नति होने के इंतजार में हैं। बार-बार मांग उठाने के बाद भी विभाग उनको पदोन्नति नहीं दे रहा जबकि अन्य विषयों के नए पदोन्नति मामलों पर कार्य कर रहा है।


इन हिन्दी शिक्षकों ने बताया कि उन्होंने पहले शिक्षा मंत्री राम बिलास शर्मा के सामने भी अपनी पदोन्नति से वंचित होने का मामला रखा था और वर्तमान शिक्षा मंत्री कंवर पाल  जी को भी मिलकर पदोन्नति की मांग की है। वहीं कई बार सेंकेंडरी शिक्षा निदेशक, प्रिंसीपल सके्रटरी और वर्तमान में अतिरिक्त मुख्य सचिव को भी हमारे पदोन्नति से वंचित रहने के बारे में बार-बार अवगत करा चुके हैं। उन्हें हर बार जल्द एंटीडेटेड पदोन्नति होने का आश्वासन मिलता है, लेकिन अभी तक यह पदोन्नति नहीं मिली है। सभी कई बार सुगम पोर्टल पर भी अपनी शिकायत कर चुके हैं, लेकिन वहां से जवाब मिलता है कि लेफ्ट आऊट की पदोन्नति का कार्य चल रहा है। विभाग को कार्यवाही करते हुए चार वर्ष से ज्यादा हो गए लेकिन लेफ्ट आऊट हिन्दी टीचर की पदोन्नति नहीं हो रही और विभाग सिर्फ अंडर प्रोसेस का जवाब दे रहा है।
पीजीटी पदोन्नति में लेफ्ट आउट हिन्दी अध्यापकों ने फिर प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री मनोहर लाल, शिक्षा मंत्री कंवरपाल, सैकेंडरी शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव व निदेशक को पत्र भेजकर मांग की है कि पीजीटी हिन्दी के लेफ्ट आउट पदोन्नति सूचि को शीघ्र जारी कराएं।

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यह है पूरा मामला
शिक्षा विभाग ने 12 फरवरी 2014 को पत्र जारी कर पीजीटी पदोन्नति के लिए उन अध्यापकों के मामले भेजने के लिए कहा जो 01 जनवरी 2014 को हरियाणा स्टेट एजुकेशन स्कूल कैडर गु्रप बी सर्विस रूल-2012 के अनुसार योग्यता रखते हों। इसके बाद यही मामले पत्र क्रमांक 15/11-13 एचआरएल (4), दिनांक 19 जून 2015 व 26 जून 2015 के द्वारा भी मांगे गए। फिर 6 मई 2016 को पत्र क्रमांक : 15/18-2016 -पीजीटी-।। (3), के द्वारा पीजीटी हिन्दी की पदोन्नति सूचि जारी की गई। इस पदोन्नति सूचि में सीनियर हिन्दी अध्यापक रह गए जबकि कई जूनियर को पदोन्नति मिल गई। हालात ये है कि 2012 में ज्वाइनिंग करने  वाले हिन्दी शिक्षकों को पीजीटी हिन्दी पर पदोन्नति मिल गई और वर्ष 2000 में ज्वाइन करने वाले सीनीयर रह गए। पदोन्नति में लेफ्ट आउट ये हिन्दी शिक्षक पिछले 5 वर्ष से विभाग से बार-बार अपनी पदोन्नति की मांग कर चुके हैं, लेकिन उनका पदोन्नति का इंतजार खत्म नहीं हो रहा है।

लेफ्ट आऊट का पत्र जारी, लेकिन पदोन्नति नहीं


विभाग द्वारा पीजीटी-वन शाखा के माध्यम से 2016 की पदोन्नति सूचि में लेफ्ट आऊट रहे हिन्दी शिक्षकों के पेंडिंग केस भी 31 जुलाई, 2 सितंबर और 15 अक्तूबर 2020 को पत्र भी जारी करके मांग चुका है। सभी पेंडिंग केसों का निपटान होने के बाद इन लेफ्ट आऊट हिन्दी की पदोन्नति सूचि भी तैयार हो गई है, लेकिन इसे जारी नहीं किया जा रहा है। विभाग ने नए पदोन्नति केसों पर कार्य शूरू कर दिया है।

बोले शिक्षक, कार्य प्रणाली संदेह के घेरे में


लेफ्टआउट हिन्दी शिक्षकों ने विभाग में 1 जनवरी 2014 को योग्यता रखने वाले लेफ्ट आउट इन हिन्दी अध्यापकों की एंटीडेटेड पदोन्नति सूचि तैयार है लेकिन इसको जारी नहीं किया जा रहा है। विभाग की कार्य प्रणाली संदेह के घेरे में है। इन शिक्षकों ने आरोप लगाया कि अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा मिलीभगत के चलते जानबूझकर एंटीडेटेड पदोन्नति सूचि नहीं निकाली जा रही है। 2018 और 2019 में कुछ लेफ्टआउट हिन्दी टीचर की दो सूचियां जारी की गई जिसमें सिर्फ 12 लेफ्टआउट को ही पदोन्नति दी गई। इसमें भ्रष्टाचार का अंदेशा लग रहा है कि कुछ लोगों को ही एंटीडेटेड पदोन्नति क्यों दी गई जबकि पांच साल से लगभग 100 से ज्यदा सीनियर हिन्दी टीचर प्रमोशन से वंचित हैं। हम सभी जगह गुहार गुहार लगा चुके हैं।


विभाग के अनुसार कोई लेफ्ट आउट नहीं

वकील पवन पारिक द्वारा आरटीआई एक्ट के तहत मांगी गई सूचना में सैकेंडरी शिक्षा विभाग ने कहा है कि 1 जनवरी 2014 को जो पदोन्नति की शैक्षणिक योग्यता पूर्ण करते थे उन सभी हिन्दी अध्यापकों की पदोन्नति कर दी गई है। विभाग द्वारा दी गई सूचना के अनुसार कोई भी पीजीटी हिन्दी की पदोन्नति में लेफ्ट आउट नहीं है। जबकि धरातल पर ऐसा नहीं है,कई सीनीयर हिन्दी अध्यापक पीजीटी हिन्दी की पदोन्नति से वंचित रह गए हैं।

’श्री माता मनसा देवी पर चोला अर्पित करने की ऑनलाइन बुकिंग प्रक्रिया शुरू’

UIPS Expert Talk Series by UIPS, PU

Chandigarh January 2, 2021

MHRD Institution’s Innovation Council & Placement cell of University Institute of Pharmaceutical Sciences (UIPS), Panjab University, Chandigarh  organized a webinar under UIPS Expert Talk Series on the topic “Administrative requirements for generic drug filing with Food and Drug Administration(FDA)” by Dr Bobby George, Vice President and Group Head, Regulatory Affairs, Reliance Life Sciences Pt. Ltd., Mumbai, today.

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Professor Indu Pal Kaur, Chairperson & Head Placement Cell UIPS, extended a warm welcome to everyone and introduced the speaker, Dr Bobby George who is a proud alumnus of UIPS, Panjab University with an industrial experience of more than 23 years. He worked in Dabur Research Foundation, Sahibabad (5 years) in clinical research division for oncology drugs.

Dr George highlighted about the fundamental mission of the FDA, which is to protect the public health, by collecting information which is then used for important activities such as post-market surveillance, inspection of drug manufacturing and processing facilities, and monitoring of drug products imported into the U.S. He then touched upon few of the administrative requirements associated with generic drug filing including establishment registration; drug listing; NDC number, DUNS number, user fees; self-

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identification; their submission timelines and implications for non-compliance.

He stressed upon the critical need of comprehensive, accurate, and up-to-date information required in conducting these activities with efficiency and effectiveness.

 The talk was followed by an extensive Q&A session and was concluded successfully with a note of thanks by the Chairperson, Professor Indu Pal Kaur. Around 210 participants joined the webinar which included students, researchers, UIPS faculty and distinguished guests.

सरकार विधवा महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए दे रही ऋण 

एचटेट परीक्षा लेवल तीन : एसडीएम जयवीर यादव ने किया परीक्षा केंद्रों औचक निरीक्षण, सुरक्षा प्रबंधों का लिया जायजा

सिरसा, 02 जनवरी।


              एचटेट परीक्षा के नोडल अधिकारी एवं एसडीएम जयवीर यादव ने शनिवार को हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड, भिवानी द्वारा हरियाणा अध्यापक पात्रता परीक्षा (एचटेट) लेवल तीन की परीक्षा के मद्देनजर शहर के विभिन्न परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने परीक्षा के सफल संचालन व सुरक्षा प्रबंधों का जायजा लिया।

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              एसडीएम जयवीर यादव ने स्थानीय राजकीय नेशनल महाविद्यालय, दी-सिरसा स्कूल, राजेंद्र इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्रालॉजी एंड साइंस, शाह सतनाम जी ब्वायज स्कूल, शाह सतनाम जी गल्र्स स्कूल, महाराजा अग्रसेन कन्या सीनियर सैकेंडरी स्कूल, सावन पब्लिक स्कूल, में बनाए गए परीक्षा केंद्रों का गहनता से निरीक्षण किया। उन्होंने सीसीटीवी कैमरे, जैमर आदि भी चैक किये। उन्होंने परीक्षा केंद्र में उपस्थित ड्युटी मजिस्ट्रेट व सुपवाईजर को परीक्षा का शांतिपूर्ण व नकल रहित सम्पन्न करवाने के दिशा निर्देश दिए। उन्होंने परीक्षा दे रहे परीक्षार्थियों के एडमिट कार्ड भी चैक किए तथा कक्षाओं में ड्युटी पर तैनात अध्यापकों से भी परीक्षा को नकल रहित करवाने के बारे बातचीत की।

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              उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों को किसी भी बाहरी हस्ताक्षेप के बिना परीक्षा सम्पन्न करवाने के निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि आज लेवल तीन की परीक्षा विभिन्न 13 परीक्षा केन्द्रों में 3739 परीक्षार्थियों ने भाग लिया और परीक्षा शांतिपूर्वक व बिना किसी बाहरी हस्तक्षेप के सम्पन्न हुई है।