सरकार विधवा महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए दे रही ऋण 

लोगों के सहयोग से सिरसा में लाइन लोस हुआ कम, राजस्व में भी हुई बेहतर बढ़ोतरी : रणजीत सिंह

सिरसा 27 जुलाई।


हरियाणा के बिजली, जेल एवं अक्षय ऊर्जा मंत्री चौधरी रणजीत सिंह ने कहा कि सिरसा जिला में लाइन लोस 34.25 से घटकर 22.17 हो गया है। इसके अलावा राजस्व में भी बढोतरी हुई है। यह सब जिलावासियों के सहयोग से ही संभव हुआ है, इसके लिए जिला के उपभोक्ता बधाई के पात्र हैं।

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बिजली मंत्री सोमवार को अपने निवास पर लोगों की समस्याएं सुन रहे थे। इस दौरान उन्होंने एक-एक कर लोगों की समस्याओं को सुना और मौके पर अधिकारियों को फोन पर समाधान के दिशा-निर्देश दिए। जिला के विभिन्न गांवों से ग्रामीण सार्वजनिक व निजी समस्याएं लेकर मंत्री के निवास पर पहुंचे थे।
सोशल डिस्टेंस व मॉस्क आदि सभी बचाव के उपायों के तहत मंत्री ने एक-एक कर समस्याओं को बड़े ही ध्यानपूर्वक सुना। बिजली मंत्री हर समस्या को सुनने के दौरान ही बीच-बीच में संबंधित अधिकारी को समस्या के समाधान बारे दिशा-निर्देश भी दे रहे थे, ताकि लोगों को कोई परेशानी न हो और समस्या का समाधान त्वरित हो। उन्होंने कहा कि गांवों में जहां भी सामुहिक रूप से विकास कार्यों की आवश्यकता हो वह उन्हें बताएं इन्हें तुरंत पूरा करवाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि अपनी बेहतर बिजली आपूर्ति व्यवस्था और लोगों के सहयोग के चलते हमने लाईन लास 13.2 प्रतिशत कम कर करके दो हजार करोड़ रुपये का फायदा किया है। जहां सिरसा जिला की बात की जाए तो  लाइन लोस 34.25 से घटकर 22.17 है। उन्होंने कहा कि निगम के बेहतर प्रबंधन व सुविधाओं के चलते बिजली राजस्व में भी बेहतर बढोतरी हुई है, जिससे निगम को लाभ हुआ है। पूर्व की सरकारें निगम को घाटे में छोड़कर गई थी। वर्तमान समय में हरियाणा के बिजली निगम 452 करोड़ रुपये के लाभ में चल रहे हैं और पिछली सरकार इन पर 33 हजार 500 करोड़ रुपये का घाटा छोड़कर गई थी। बिजली के बेहतर प्रबंधन व सुविधाओं के चलते ही आज हम प्रदेश के हजारों गांवों को 24 घंटे बिजली दे पा रहे हैं।

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बिजली मंत्री ने कहा कि हमारा उद्देश्य प्रदेश के लोगों को बेहतर बिजली आपूर्ति देना है और इसके लिए हम बिजली वितरण के बुनियादी ढांचे को मजबूत कर रहे हैं। हमारे पास बिजली की कोई कमी नहीं है और उपभोक्ताओं तक बिजली आपूूर्ति के लिए हमें जहां भी पावर हाउसों को अपग्रेड करने की जरूरत होगी वहां करेंगे।


आईपीडीएस के तहत रानियां व कालांवाली में खर्च हुए 5.29 करोड :


बिजली मंत्री ने बताया कि आईपीडीएस स्कीम के तहत जिला के रानियां व कालांवाली शहर को चिन्हित किया गया था। स्कीम के तहत दोनों शहरों में बिजली की विभिन्न सुविधाओं पर 5.29 करोड़ रुपये की राशि खर्च हुई है। उन्होंने कहा कि इस स्कीम के तहत शहरों में बिजली गुणवत्ता के लिए कंडक्टर की जगह केबल लगाना, नये मीटर लगाना, मीटरों बाहर लगाना, नये ट्रास्फार्मर आदि कार्य करवाए गए हैं। उन्होंने बताया कि रानियां व कालांवाली में 38 नये ट्रांस्फार्म लगाए गए हैं। इसी प्रकार 20.5 किलोमीटर की लो टेंशन लाइन व 7.88 किलोमीटर हाई टेंशन लाइन पर कंडक्टर की जगह केबल लगाई गई है, जिससे बिजली गुणवत्ता में बढोतरी हुई है।


पंडित दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत जिला में खर्च हुए 20.12 करोड़ की राशि :  


बिजली मंत्री ने कहा कि सिरसा जिला में पंडित दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत 20.12 करोड़ रुपये राशि खर्च हुई है। योजना के तहत कार्य पूरा हो चुका है। उन्होंने बताया कि योजना के तहत जिला के विभिन्न गांवों में 1830 नये मीटर लगाए गए हैं। इसी प्रकार 11 केवी के 39 नये फीडर तथा 113 नये ट्रांस्फार्मर लगाए गए हैं। इन सब कार्यों से लाइन लॉस 34.25 से घटकर 22.17 हुआ है और राजस्व में भी बढोतरी हुई है। उन्होंने बताया कि सिरसा जिला में बिजली बिलों की रिकवरी में भी इजाफा हुआ है, इससे निगम का राजस्व में बढोतरी हुई है।

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सीआरपीएफ के 82वें स्थापना दिवस पर उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कर्मियों को दी शुभकामनाएं

सिरसा, 27 जुलाई।


                     हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 82वें स्थापना दिवस के अवसर पर सीआरपीएफ कर्मियों को शुभकामनाएं दी हैं।

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                      उपमुख्यमंत्री ने एक ट्वीट करते हुए कहा कि इस असाधारण बल के 82वें स्थापना दिवस पर सीआरपीएफ के सभी कर्मियों को शुभकामनाएं। हमारे राष्ट्र को सुरक्षित रखने में सीआरपीएफ की अहम भूमिका है। इस बल के साहस और कुशलता की प्रशंसा सर्वत्र होती है।

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                          श्री दुष्यंत चौटाला ने एक अन्य ट्वीट में मिसाइल-मैन कहे जाने वाले भारत के महान वैज्ञानिक एवं भूतपूर्व राष्टï्रपति स्वर्गीय एपीजे अब्दुल कलाम की पुण्य तिथि पर उनको याद किया। उन्होंने कहा कि मिसाइल-मैन ने समाज को सिखाया कि जीवन में परिस्थिति कैसी भी प्रतिकूल हो, पर जब आप अपने सपने को पूरा करने की ठान लेते हैं तो उन्हें पूरा करके ही रहते हैं। अब्दुल कलाम के विचार आज भी युवा पीढ़ी को आगे बढऩे के लिए प्रेरित करते हैं।


                          उपमुख्यमंत्री ने अपने ट्वीट में मिसाइल-मैन के उस सूत्र-वाक्य का जिक्र किया है जिसमें उन्होंने कहा था,’सपने वो नहीं होते जो आप सोने के बाद देखते हैं, सपने वो होते हैं जो आपको सोने नहीं देते।Ó  डिप्टी सीएम ने स्वर्गीय कलाम को श्रद्घांजलि देते हुए कहा कि एपीजे अब्दुल कलाम को बैलेस्टिक मिसाइल और प्रक्षेपण यान प्रौद्योगिकी के विकास के कार्यों के लिए भारत में ‘मिसाइल-मैनÓ के रूप में जाना जाता है।

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Webinar on Early Cultural Developments in the Saraswati Basin at PU

Chandigarh July 26, 2020

The Interdisciplinary Centre for Swami Vivekananda studies in collaboration with the Department of Ancient Indian History Culture and Archaeology, Panjab University organised a web lecture on the topic Early Cultural Developments in the Saraswati Basin by Professor Vasant Shinde who is a very renowned and eminent archaeologist.

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Prof. Vasant Shinde  in his illustrative lecture  highlighted the cultural development in the Sarasvati basin . For the last forty one years he has been a pioneer in archaeological research. He emphasised that on the basis of scientific data it can be concluded that developments in the area were indigenous in character. On the basis of excavation conducted at various sites such as Bhirrana, Farmana ,Kunal and Rakhigarhi in Haryana gradual cultural growth from pit dwelling to planned cities is noticed .The continuity in traditions with some variations from region to region point out these are indigenous developments.The DNA analysis and stringent methodologies has established the ancestry of South Asians. He stressed the food habits, appearance of people has been reconstructed on the basis of latest techniques and evidence. The Harappan traditions continue to exist. The synthesis of literary and archaeological data show that Harappan were Vedic people and  this was an indigenous development.

The lecture was chaired by Prof.V.R Sinha, Dean Research Panjab University.Prof.Sinha welcomed the speaker and emphasised that path breaking research done in this field by Prof Shinde will help young students to understand how scientific data has put an end to many controversies.

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Prof.Renu Thakur Coordinator ICSVS introduced the theme of the web lecture

Dr. Vishal Sharma moderated the interaction session and Dr. Paru Bal Sidhu, ChairpersonDepartment of AIHC&A proposed the vote of thanks. The lecture was attended by intellectuals from all across the country.

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सीडीएलयू के सामने बनेगा मेडिकल कॉलेज, कृषि विभाग की भूमि उपलब्ध करवाने के लिए भेजा प्रस्ताव : डिप्टी सीएम

सिरसा 26 जुलाई।

उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने सिरसा निवास पर सुनी लोगों की समस्याएं, अधिकारियों को दिए दिशा-निर्देश


उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के सामने कृषि विभाग की भूमि पर मेडिकल कॉलेज बनाया जाएगा। कृषि विभाग को भूमि उपलब्ध करवाने के लिए प्रस्ताव भेज दिया गया है। मेडिकल कॉलेज बनने पर सिरसा जिला स्वास्थ्य सुविधाओं के तौर पर विकसित होगा और रोजगार के नये अवसर पैदा होंगे।


उप मुख्यमंत्री रविवार को सिरसा में अपने निवास पर लोगों की समस्याएं सुन रहे थे। इस दौरान उन्होंने एक-एक कर लोगों की समस्याओं को गंभीरता के साथ सुना और अधिकारियों को इनके समाधान बारे दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सिरसा में लंबे समय से क्षेत्रवासियों की मांग रही है कि जिला में मेडिकल कॉलेज बनें। सरकार द्वारा प्रदेश में जिन तीन मेडिकल कॉलेज बनाए जाने की मंजूरी दी गई है, उनमें सिरसा भी शामिल है। उन्होंने बताया कि सिरसा में चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के सामने कृषि विभाग की भूमि पर मेडिकल कॉलेज बनाया जाएगा। भूमि उपलब्ध करवाने के लिए कृषि विभाग को प्रस्ताव भेज दिया गया है। यह भूमि शहर के बीच में पड़ती है, इसलिए यहां पर मेडिकल कॅालेज बनने पर शहर के लोगों को फायदा मिलेगा और जिला स्वास्थ्य सुविधाओं के रूप में विकसित होगा।


उन्होंने कहा कि जिला में मेडिकल कॉलेज बनने से लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए दूसरे जिलों में जाने से निजात मिलेगी और रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। इसके साथ ही जिला व आस-पास के क्षेत्र के युवा यहां पर मेडिकल की शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि जिला की सभी मौलिक जरूरतों को ध्यान में रखते हुए विकास किया जाए और समाज के सभी वर्गों के हितों को ध्यान में रखकर नीतियों को जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाया जाए।


उप मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है और वो दिन दूर नहीं है जब प्रदेश देश में सड़कों के मामले में अग्रणी राज्य होगा। उन्होंने बताया कि हाल ही में प्रदेश को सड़कों के रूप में केद्र से मिली सौगात की कड़ी में ही केंद्र को फाजिल्का से लेकर कलकता तक ग्रीन फिल्ड प्रोजेक्ट के लिए प्रस्ताव भेजा गया है, जो इस्ट-वेस्ट कोरिडोर का और अमृतसर कलकत्ता इंडस्ट्रियल कोरिडोर का हिस्सा बने। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि हरियाणा की नोर्थ-साउथ केनेक्टिवीटि को ईस्ट-वेस्ट की ओर ले जा जाए। इसके लिए केंद्र को दो प्रोजेक्ट भेजे जा रहे हैं। इनमें एक प्रोजेक्ट डबवाली से लेकर वाया जींद व पानीपत से होते हुए उत्तर प्रदेश के आगरा तक तथा दूसरा हिसार से तोशाम होते हुए महेंद्रगढ़-रेवाड़ी व तावडु होते हुए केएमपी से जोडऩे का है।

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उपयुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने बताया कि जिला में आज कुल 26 कोरोना के नए मरीज पाए गए

पंचकूला 25 जुलाई,। उपयुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने बताया कि जिला में आज कुल 26 कोरोना के नए मरीज पाए गए है। इनमे 2 ढकोलि व एक चंडीगढ़ सहित 3 मामले बाहर के भी शामिल है।
उन्होंने बताया कि कालका से 6, पिंजोर व सेक्टर 25 से 3- 3 एवम् नानकपुर में 2 पॉजिटिव मामले आए हैं । इसी प्रकार , शाहपुर, रामगढ़, सेक्टर 12 ए, सेक्टर 10 , सेक्टर 8, सेक्टर 21 , सूरजपुर, रायपुररानी व सेक्टर 9 से 1- 1 पॉजिटिव मामला पाया गया है । इसके अलावा एक मामला चंडीगढ़ से भी आया है।

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उन्होंने बताया कि इन क्षेत्रों को कंटनमेट एवम् आइसोलेट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

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उपायुक्त ने बताया कि अब तक जिला में 540 पॉजिटिव मामले आए है। इनमे 413 पंचकूला तथा 100 मामले बाहर के है। इनमे से 180 ठीक हो गए है तथा अब 232 मामले पॉजिटिव रह गए है जिनका इलाज किया जा रहा है।

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जिला सिरसा की 131 किलोमीटर लंबाई की 11 सड़कें होंगी अपग्रेड : दुष्यंत चौटाला

सिरसा, 25 जुलाई।

सिरसा की सड़कों के अपग्रेड पर खर्च होगी 84 करोड़ 93 लाख रुपये की धन राशि, प्लास्टिक कचरा का होगा उपयोग

जिला सिरसा की 131 किलोमीटर लंबाई की 11 सड़कें होंगी अपग्रेड : दुष्यंत चौटाला


                 हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि सिरसा जिला की 131 किलोमीटर लंबाई की 11 सड़कों के अपग्रेड (मजबूतीकरण व चौड़ाकरण ) पर  84 करोड़ 93 लाख रुपये की राशि खर्च होगी। इन सड़कों के अपग्रेड का कार्य प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत किया जाएगा, इसके लिए केंद्र सरकार से स्वीकृति ले ली गई है। वे शनिवार को अपने निवास पर लोगों की समस्याएं सुन रहे थे।

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                  उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत जिला की 11 सड़कों को अपग्रेड किया जाएगा। इन 131 किलोमीटर लंबाई की 11 सड़कों के अपग्रेड पर लगभग 85 करोड़ रुपये की धन राशि व्यय होगी। उन्होंने कहा कि इन सड़कों के अपग्रेड (मरम्मत, चौड़ाकरण, मजबूतीकरण) के लिए प्लास्टिक कचरे का इस्तेमाल किया जाएगा, जिसके कारण सड़कों की गुणवत्ता में बढोतरी होगी और आमजनता को लंबी अवधि तक इनका लाभ मिलता रहेगा।


जिला की ये सड़के होंगी अपग्रेड :

                  उप मुख्यमंत्री ने बताया कि जिला की जिन 11 सड़कों को अपग्रेड(मजबूतीकरण, चौड़ाकरण) किया जाएगा। इनमें ब्लॉक बढागुढडा की दौलतपुर खेड़ा वाया रघुवाना, गांव बप्प से पक्का से पंजाब बोर्डर वाया झीरी-पंजमाला-थीराज-देशू खुर्द फग्गू-कमाल वाया पुक्का, ब्लॉक डबवाली की गिददी खेड़ा से अबूबशहर की सड़क शामिल है। इसी प्रकार ऐलनाबाद ब्लॉक की ढाणी जाटान से बुढीमाड़ी वाया खारी सुरेरा-मिटठी सुरेरा-ममेरा, तलवाड़ा खुर्द से कुत्ताबढ वाया थोबरिया-बुढीमाड़ी-पट्टी कृपाल-हिमायुखेड़ा-रत्ताखेड़ा, ऐलनाबाद से दोलपालिया वाया ढाणी नैन सड़क शामिल है। ब्लॉक नाथूश्री चौपटा में डिंग से चाहरवाला वाया माखोसरानी-शक्करमंदोरी, शहीदांवाली से जोगीवाला से राजस्थान बॉर्डर वाया धिंकतानियां-अरनीयावाली-रंधावा-रूपाना खुर्द-लुदेसर-हंजीरा-रामपुरा ढिल्लों-गुसाईयां-खेड़ी कुम्हारियां-कागदाना-रामपुरा बागरिया-चारवाला सड़क शामिल  है। ब्लॉक ओढा की कालांवाली से माखा वाया आसीर, ब्लॉक रानियां की खारियां से नाखोरा वाया बालसर-भारोरानवाली, रानियां से ओटू वाया सुल्तानपुरिया धोतड़ झोरनवाली-धंनूर-अबूतगढ सड़क शामिल है।

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                  उप मुख्यमंत्री ने कहा कि इन सड़कों के अपग्रेड होने से ग्रामीण क्षेत्र के लोग लाभान्वित होंगे। इसके साथ ही काराबोरियों को भी फायदा होगा। सड़कों के अपग्रेड होने से यातायात सुगम होगा और समय की भी बचत होगी। उन्होंने कहा कि विकास एवं पंचायत विभाग ने प्लास्टिक कचरा प्रबंधन के लिए विशेष योजना तैयार की है। इसी कड़ी में प्लास्टिक कचरा प्रबंधन को सड़क निर्माण कार्य के साथ जोड़ा गया है। सड़कों के अपग्रेड कार्य में प्लास्टिक कचरा का उपयोग किया जाएगा। इसके लिए विकास एवं पंचायत विभाग पीडब्ल्यूडी को गांव से निकलने वाला प्लास्टिक कचरा उपलब्ध करवाएगा। उन्होंने बताया कि प्लास्टिक से बनने व अपगे्रड होने वाली सड़कों की उम्र ज्यादा होगी और लागत कम आएगी।


                  उप मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के दौरान सडक़ तंत्र को मजबूत करने की दिशा में हरियाणा देश का ऐसा पहला राज्य बन गया है जिसने 16000 करोड़ रूपए से अधिक के आठ राट्रीय राजमार्ग तथा 11 सडक़ों से जुड़ी बड़ी परियोजनाओं का केंद्रीय सडक़ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी से उदघाटन एवं शिलान्यास करवाने के बाद प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ योजना के तहत आठ जिलों की 83 सडक़ों के लिए 383.58 करोड़ रूपए की राशि केंद्र सरकार से स्वीकृत करवाई है। इन सड़कों में से अकेले 11 सड़कें सिरसा जिला की हैं, जिनके अपग्रेड कार्य पर लगभग 85 करोड़ रुपये की धनराशि खर्च होगी। उन्होंने बताया कि इन सड़कों के अपग्रेडेशन कार्य के लिए प्लास्टिक कचरे का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके लिए विकास एवं पंचायत विभाग 200 टन प्लास्टिक कचरा एकत्रित करके लोक निर्माण विभाग को देगा।

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पंचकूला में आज कुल 26 कोरोना के नए मरीज ओर मिले

पंचकूला:

पंचकूला में आज कुल 26 कोरोना के नए मरीज ओर मिले

सीएमओ डॉ जसजीत कौर ने की पुष्टि,

उन्होंने बताया कि कालका से 4,पिंजोर से 3,नानकपुर से 1, मड़ावाला से 1,चरनिया से 1,सेक्टर 25 से 3,सेक्टर 21 से 2,सेक्टर 4 से 1,सेक्टर 9 से 1,सेक्टर 8 से 1,सेक्टर 10 से 1,सेक्टर 12A से 1,रामगढ़ से 1,सैनपुर से 1,सूरजपुर से एक,रायपुररानी से 1,सेक्टर 20 से 1,व एक केस चंडीगढ़ से है,

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उन्होंने बताया कि सभी को आइसोलेट करने की प्रकिर्या शुरू कर दी है, ओर चंडीगढ़ प्रशासन को भी चंडीगढ़ के केस की सूचना दे दी गयी है,

बता दें कि पिछले कई दिनों से पंचकूला में कोरोना पॉजिटिव के कई मामले रोजाना आ रहे हैं, जिसने पंचकूला प्रशासन की चिंता भी बढ़ा दी है

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Plantation Drive at PU

Chandigarh July 24, 2020

The Horticulture Division,Panjab University organised a plantation today near UIET Workshop.100 plants of Lagerstomia donated by Sh. Jatin Salwan were planted along with plants of Ashoka and Chandni.The plantation had the presence of Prof. R.K. Singla, Dean of University Instructions as the Chief Guest . Prof. Karamjeet Singh, Registrar presided over the plantation. Prof. Parvinder Singh, Controller of Examinations was the Guest of Honour.

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Prof. Ashwani Koul, Chief of University Security and faculty members of Deptt. of Biotechnology, Ms.Renuka Salwan, Director Public Relations were among the attendees.

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Er. Anil Thakur, Divisional Engineer (Hort.) said on this occasion that the plantation drive of Horticulture Division carried out in the monsoon season is in full swing and various departments are participating enthusiastically in this drive. He further said that in pursuance of the initiative of Prof. Raj Kumar, Vice Chancellor, the Horticulture Division is also carrying out the family plantation drive in the university in which a large number of residents are taking the initiative to plant the trees along with their family members.

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Relevance of Digital Technology discussed at a Webinar in PU

Chandigarh July 24, 2020

Department of History, Panjab University, Chandigarh organized today a Web Lecture by Prof. Divya Bansal, Dean Alumni, Corporate & International Affairs, Punjab Engineering College (deemed to be University) . The faculty and research scholars of social sciences and engineering departments of Panjab University and affiliated institutions, participated in the Web Lecture which continued for about 1.5 hours. 

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Prof. Divya Bansal, the distinguished speaker delivered her lecture on the theme, “Contribution of Digital Technology to Social Sciences and Its Relevance During the Present Pandemic” as a part of Series, “Pandemics Across Ages” initiated by Department of History in April, 2020 in a comprehensive and candid manner. Her detailed, fact-based and critical presentation on how digital technology has become an integral part of our social lives, especially in the present COVID era, was immensely informative. 

Professor Anju Suri, Chairperson, Department of History was the Director of the Webinar, Dr. Priyatosh Sharma, Associate Professor, Department of History was the Convener and Dr. Veenu Mangat, Associate Professor, UIET, was the Co-Convener of the Webinar.

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PU Vice-Chancellor, Professor Raj Kumar was the inspiration and driving force for conduct of this webinar. It was his encouragement that has led to this endeavour to connect the social sciences with the CRIKC institutes. The benefit of this collaboration is that in the future, it can lead to multidisciplinary research which utilizes the strengths and competencies of researchers from both areas, which will be more fruitful for the society. 

Professor Anju Suri, Chairperson welcomed the esteemed Speaker and the participants. In her introductory address, while underlining the purpose of organizing the Series, ‘Pandemics Across Ages’ by the Department, she said that it helps to sensitise the present generation to understand the causation of Pandemics and the huge devastation brought by them. This enables us to collect socio-political responses for our preparation to deal with the pandemics effectively. Prof Divya Bansal’s talk shall help to understand the usefulness and limitations of digital technology to the teaching and research in social sciences especially during Covid-19 and further enable us in responding to the pandemic. 

Dr. Veenu Mangat, Associate Professor at UIET, PU introduced the invited speaker Prof. Divya Bansal by highlighting her research achievements in terms of international collaborations and awards. Prof. Divya Bansal has been instrumental in ICT projects of the state police and drafting of policies related to information security. 

Prof. Divya Bansal, began her insightful talk by defining sociology as the study of society, patterns and behaviour. She then deliberated how technology plays a key role in each of these aspects. She asserted that digital technologies like other material cultural artefacts are part of human behaviour. 

She provided various examples to illustrate how technology can help in providing deeper understanding of various aspects of human behaviour. Nowadays, digital and mobile apps monitor and mediate almost all aspects of sociology ranging from our movements, likes, dislikes, spending habits, political opinions, personal preferences, interactions with relatives and friends, interactions with colleagues, communities we are a part of, etc. These pervasive technologies collect and analyze huge volumes of data for every individual. As an instance, a company like Google through its multitude of apps such as Maps, Wallet, YouTube, Contacts, Search, etc. can easily mine and integrate the data to build a comprehensive profile of each user including his personality, interactions, movements, behaviour, etc. Another example is of wearable devices such as Fitbit which collect health related information of users. Such information can aid pharmaceutical companies and the healthcare industry to study demographics and in diagnosis, prognosis, development of treatments, etc. But most of these technologies are privacy invasive. She touched upon how some database marketing companies sell user information to potential buyers. There should be strict laws in place to avoid misuse of users’ data. Prof. Divya beautifully expressed how sociology and technology are interrelated by saying that life is digital nowadays. Sociology should make the study of digital technologies central to its scope. She spoke about digital social research and digital traces being the behavioural traces. Prof. Divya later spoke about how in present COVID times, there is a compelling need to turn setbacks into comebacks. She discussed a few psycho-social issues that have arisen out of the present pandemic situation and how technology can be used to address them. This requires human factors in addition to tools provided by technology. She ended her lecture by saying that we should rediscover ourselves in this current period and be aware of both the pros and cons of digital technology. 

The highly informative and incisive lecture was followed by a Question-Answer Session conducted by Dr. Priyatosh Sharma of the Department of History. It was a vibrant session with participants engaging speakers to comment on issues like privacy, addiction to social media and need for human touch. The lecture ended with the formal vote of thanks delivered by Dr. Rani Mehta, Chairperson, Department of Sociology, Panjab University, Chandigarh.  

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अधिकारी फ्लडी चैनलों का लगातार करें निरीक्षण, तटबंधों की मजबूती पर रखें निगरानी : चौ. रणजीत सिंह

सिरसा, 24 जुलाई।

बिजली मंत्री चौ. रणजीत सिंह ने किया फ्लडी चैनलों व हैडों का किया निरीक्षण, अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा-निर्देश


            हरियाणा के बिजली, जेल एवं अक्षय ऊर्जा मंत्री चौ. रणजीत सिंह ने कहा कि बरसात के मौसम में नहरों व फ्लडी चैनलों में क्षमता से अधिक पानी आने की संभावना बनी रहती है। ऐसे में अधिकारी इन चैनलों का लगातार निरीक्षण करते रहें और यह निगरानी रखें कि अगर कहीं पर कोई तटबंध कमजोर दिखाई देता है, तो उसे तुरंत दुरूस्त किया जाए ताकि अत्याधिक मात्रा में पानी आने पर भी स्थिति नियंत्रित रहे।  


            बिजली मंत्री चौ. रणजीत सिंह बरसाती मौसम के चलते फ्लडी चैनलों व नहरों के निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को दिशा-निर्देश दे रहे थे। इस दौरान उन्होंने किसानों से भी बातचीत कर उनकी समस्याओं को सुना। चौ. रणजीत सिंह ने मल्लेवाला नहर, साहूवाला-कर्मगढ़ रोड़ पर पुल, खुईयां भागसर रोड़ पर पुल, रत्ताखेड़ा खरीफ चैनल, औटू हैड व चामल हैड का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उनके साथ सिंचाई विभाग के अधीक्षक अभियंता  आत्माराम भांभू, कार्यकारी अभियंता धर्मपाल, एसडीओ राजेंद्र खरब व एसडीओ संदीप सहित अन्य विभागों के अधिकारी भी थे।  


            बिजली मंत्री चौ. रणजीत सिंह ने अपने दौरे के दौरान निर्माणाधीन घग्घर-बणी-सहदेवा-मम्मडख़ेड़ा लिंक चैनल हैड का भी जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्माण कार्य में तेजी लाने और निर्धारित समय सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्माण सामग्री की गुणवत्ता के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि उच्च क्वालिटी की निर्माण सामग्री का प्रयोग करें ताकि नागरिकों को दीर्घकाल तक उनका लाभ मिलता रहे। तत्पश्चात बिजली मंत्री ने ओटू हैड का निरीक्षण किया तथा पानी की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने ओटू हैड की क्षमता व नहरों में पानी सप्लाई की स्थिति, हैड से निकलने वाली नहरों व जल संचय क्षमता के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी ली।


            बिजली मंत्री ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों से कहा कि बरसाती मौसम में नहरों में अत्यधिक पानी आने से तटबंधों में कटाव आने का अंदेशा बना रहता है, इसलिए अधिकारी नहरों का बारीकी से लगातार निरीक्षण करते रहें और कहीं कोई तटबंध कमजोर मिलता है तो उसे तुरंत दुरुस्थ करवाया जाए ताकि नहरों में अधिक पानी आने पर किसी प्रकार की कोई समस्या न आए। सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि नहरों की सफाई पहले ही की जा चुकी है और सभी लडी नहरों में पानी की सप्लाई सुचारु रुप से हो रही है।


            बिजली मंत्री ने दौरे के दौरान किसानों से रुबरु होते हुए कहा कि लॉकडाउन के दौरान सरकार ने योजनाबद्ध तरीके से फसल खरीद कार्य किया गया और किसानों को किसी प्रकार की समस्या नहीं आने दी। फसल खरीद का कार्य व उनकी फसल का भुगतान भी समय पर किया गया। इसके अलावा बुआई के समय भी बिजली का समय पर बढ़ाया गया था। इसके अलावा सरकार द्वारा किसान की फसल बुआई से लेकर फसल आने तक हर समस्या का समाधान सरकार द्वारा किया जाता है। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि पंक्ति के अंतिम छोर पर खड़े हर पात्र व्यक्ति को सरकार की योजनाओं का लाभ मिले।

टेल तक पानी पहुंचे इसके लिए प्रदेश सरकार कटिबद्ध


            बिजली मंत्री ने किसानों से बातचीत के दौरान कहा कि सरकार का प्रयास है कि टेल तक नहरी पानी पहुंचे और हर किसान को उसके हक का पानी मिले। किसानों को उनकी फसलों के अच्छे दाम मिले और उनकी आय को दौगुनी करने का लक्ष्य पूरा हो। सरकार द्वारा किसान हित में अनेकों योजनाएं क्रियांवित की जा रही है, केंद्र व प्रदेश सरकार किसानों के लिए फसल बीमा से ले बीज व कृषि यंत्रों पर अनुदान के लिए योजनाएं लागू की गई है। सरकार द्वारा किसानों आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बेहतरीन कदम उठाए जा रहे हैं।



मिल रहा पूरा नहरी पानी, किसानों ने जताया बिजली मंत्री का आभार :


            बिजली मंत्री चौ. रणजीत सिंह अपने दौरे के दौरान विभिन्न स्थानों पर किसानों से मिले और उनसे उनकी समस्याएं भी जानी। इस दौरान कई किसानों ने कहा कि आपके प्रयासों से फसलों की सिंचाई के लिए अंतिम छोर तक पानी पहुंचने के साथ पूरा नहरी पानी मिल रहा है। बिजली मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश के किसानों को फसल बिजाई के लिए बिजली व नहरी पानी पर्याप्त मात्रा में मुहैया करवाया है। प्रदेश सरकार किसानों की समस्याओं को लेकर हमेशा गंभीर रहती है और इनके हितार्थ अनेक ठोस कदम उठाए हैं।