सरकार विधवा महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए दे रही ऋण 

FDP by UICET for Enhancing the skills of faculty for better and effective conduct of virtual classes

Chandigarh September 14, 2020

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Dr. SSBUICET, Panjab University, Chandigarh, in collaboration with DUIET, Assam organized a  6day Faculty Development Program under TEQIP-III (MHRD, Govt. of India) on an online platform which commenced today.. The title of the program is Effective Online Teaching and Learning and will have a panel discussion on New Education policy 2020 on the concluding day. This program is being organized in accordance with the UGC guidelines. The FDP has more than  450 registered participants from all over India. The objective of the program is to equip the faculty members with maximum skills to help them conduct the online classes without any issues. This will surely make the online teaching highly effective and interactive. Many resource persons who possess expertise in the field of teaching resources have been invited. Some of the sessions include lectures on using Google suite, Google Classroon,Online Assessment, Open Source Learning through SWAYAM etc. The coordinator of this program is Prof. Ritu Gupta and Dr. Sanjeev Gautam. 

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Webinar on Academic Writing and Qualitative Research: Steps and Strategies by PU

Chandigarh September 14, 2020

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The Department of Library and Information Science, Panjab University, Chandigarh organised a webinar on Academic Writing and Qualitative Research: Steps and Strategies. Dr Bhaskar Mukherjee, Professor, DLIS, Banaras Hindu University (U.P.) was the resource person.

Professor Preeti Mahajan, Chairperson of the department welcomed the speaker and the participants. She also introduced the theme of the webinar.

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Prof. Mukherjee emphasised on steps of writing a research paper. He also talked about the impact factor, peer review process, plagiarism and visibility of academic publications to enhance the citations. At the end, he discussed the predatory journals and suggested some key points for selecting high quality journals for academic publications.

The session was followed by a question and answer session and vote of thanks.

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Women Hostel No. 6 PU celebrates Hindi Diwas

Chandigarh September 14, 2020

Women Hostel No. 6 (Mother Teresa Hall), Panjab University organized an online Creative Writing Competition  to celebrate the ‘Hindi Diwas’. A number of hostel residents  participated in the competition and submitted their creative work through online mode. 

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In this competition, Ms. Shilpa got the 1st position, 2nd position is bagged by Ms. Garima Batra and 3rd Position is achieved by Ms. Sonali. Consolation prizes were given to Ms. Deepika and Manpreet Kaur Bhullar.

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Dr. Manisha Sharma, Warden of the hostel  distributed e-certificates to the winners of the competition.  She congratulated the winners and motivated them to participate more in this kind of activities and informed  that the best poem will be published in the reputed newspaper.

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जिला में 20 से 22 सितम्बर तक उप राष्ट्रीय प्रतिरक्षण अभियान के तहत जिला के लगभग 69657 बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी।

पंचकूला 14 सितम्बर- उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूर्ण रूप से सोशल डिस्टेंस का पालन करते मास्क एवं ग्लब्ज के साथ जिला में 20 से 22 सितम्बर तक उप राष्ट्रीय प्रतिरक्षण अभियान के तहत जिला के लगभग 69657 बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी।

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उपायुक्त ने निर्देश दिए कि पोलियों की दवाई पिलाते समय पूरी सावधानियां बरती जाएगी। विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के 40343 तथा शहरी क्षेत्रों के 29194 बच्चों को पोलियो की खुरा पिलाने के लिए आवश्यक प्रबंध किए गए है। उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत 20 सितम्बर को स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला में बनाए गए 494 बूथों पर पोलियो की ड्राप्स दी जाएगी। इनमें 345 ग्र्र्र्र्रामीण एवं 149 शहरी क्षेत्रों में पोलियो बूथ बनाए गए है। इसके अलावा 21 व 22 सितम्बर को दो दिन तक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा घर घर जाकर पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी ताकि कोई भी बच्चा इस सुरक्षा चक्र में छूट न जाए।

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उपायुक्त ने बताया कि विभाग द्वारा बस स्टेण्ड, औद्योगिक प्रतिष्ठानों, ईंट भट्टों आदि पर कार्य करने वाले परिवारों के बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने के लिए 23 मोबाईल टीमें गठित की गई हैं। इनमें से 20 ग्रामीण एवं 3 शहरी क्षेत्र में बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाना सुनिश्चित करेंगी। उन्होंने बताया कि पोलियो अभियान में 1564 स्वास्थ्य कर्मियों, स्वंयसेवकों, आंगनबाडी केन्द्रों, श्रमिकों, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की डयूटी लगाई गई है।


उपायुक्त ने बताया कि जन्म से 5 वर्ष तक आयु के सभी बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने के लिए जिला अस्पतालों, सामुदायिक केन्द्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, सरकारी औषधालयों, उप केन्द्रों और आंगनवाडी केन्द्रों पर पल्स पोलियो की बूंदें पिलाई जाएगी।

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आयुष विभाग द्वारा कन्टेनमेन्ट जोन में सक्रमंण्.ा को रोकने के लिए त्वरित गति से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाने वाली दवाईयों का वितरण करवा जा रहा है।

पंचकूला 14 सितम्बर – जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डा. दलीप मिश्रा ने बताया कि कोरोना वैश्विक महामारी के चलते पंचकूला में कोरोना के बढते हुए प्रभाव को देखते हुए, आयुष विभाग द्वारा कन्टेनमेन्ट जोन में सक्रमंण्.ा को रोकने के लिए त्वरित गति से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाने वाली दवाईयों का वितरण करवा जा रहा है।

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उन्होंने बताया कि कोविड केयर सैन्टर में कोरोना मरीजों को आनलाइन योगा तथा आनलाइन काउन्सलिंग आयुष चिकित्सकों के माध्यम से करवाई जा रहा है ताकि रोगी मानसिक रूप से सशक्त एवं मजबूत रह सके। उन्होंने बताया कि आयुष क्वाथ जिसमें दालचीनी, सोठ, कालीमीर्च तथा तुलसी हैं, लोगो को काढ़ा बनाकर पीने के लिए प्रेरित जा रहा है। इसके अलावा गिलोय की टेबलेट भी बांटी जा रही है। इसी क्रम में कोरोना से बचाव हेतु चिकित्सकों द्वारा गरम पानी का सेवन तथा पुदीने का भाप लेने को भी बताया जा रहा है। घर से बाहर जाने पर मास्क लगाने तथा दो गज की दूरी बना, रखने हेतू जागरूक किया जा रहा है।

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डाॅ0 मिश्रा ने बताया कि रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढाने के लिए आयुष क्वाथ व घुडुची घनवटी का वितरण आयुष विभाग की टीमों के द्वारा केनटेंन्मैंट जोन मे किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कंटेनमेंट क्षेत्र में 139 आयुष क्वाथ एवं गुडुची घनवटी गोलियां बांटने का कार्य किया।

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उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने बताया कि हरियाणा सरकार ने किसानों के सामाजिक स्तर में सुधार लाने एवं उन्हें आर्थिक रूप सषक्त एवं आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई तरह की योजनाएं क्रियान्तिव की जा रही हैं।

पंचकूला 14 सितम्बर – उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने बताया कि हरियाणा सरकार ने किसानों के सामाजिक स्तर में सुधार लाने एवं उन्हें आर्थिक रूप सषक्त एवं आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई तरह की योजनाएं क्रियान्तिव की जा रही हैं।

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उपायुक्त ने बताया कि किसानों के हित में चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत इन किसानों को गेहूं, दलहन की फसलों व फसल चक्र (बाजरा, चना), (मूंग, चना) व मोटे अनाज, गन्ना और कपास की फसलों में खरपतवार नाशक या कीटनाशकों, बीज वितरण और स्प्रे-पंप पर अनुदान दिया जा रहा है। इसी प्रकार, आत्मा स्कीम के तहत ट्रेनिंग, भ्रमण, प्रदर्शन इत्यादि करवाने का प्रावधान किया गया है।

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उन्होंने बताया कि इन-सीटू क्रॉप रेज्ड्यू मैनेजमेंट स्कीम, सब-मिशन ऑफ एग्रीकल्चर मैकेनाइजेशन स्कीम व अनुसूचित जाति के समूहों हेतु कृषि यंत्र अनुदान पर उपलब्ध करवाने की योजना के तहत अनुसूचित जाति के किसानों को कृषि यंत्रों पर 50 प्रतिशत अनुदान का लाभ दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बायोगैस स्कीम के तहत एक क्यूबिक के बायोगैस प्लांट पर 10 हजार रुपये और 2 से 6 क्यूबिक बायोगैस प्लांट पर 13 हजार रुपये प्रति संयंत्र अनुदान दिया जा रहा है। उपायुक्त ने बताया कि भूमिगत पाइप लाइन स्कीम, फव्वारा संयंत्र प्रणाली तथा टपका सिंचाई योजनाओं के अंतर्गत किसी भी सिंचाई प्रणाली पर कुल खर्च का 85 प्रतिशत अनुदान भी ऐसे किसानों को उपलब्ध करवाया जा रहा है। एल्युमीनियम आधारित सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली पर अनुसूचित जाति के किसानों को कुल खर्च का अधिकतम 28,650 रुपये का लाभ दिया जा रहा है।

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उपायुक्त ने बताया कि राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत जिला के अनुसूचित जाति की आबादी वाले गांवों में जल संचयन संरचनाओं का निर्माण तथा हल्दी प्रसंस्करण इकाई की स्थापना करके किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रशिक्षण देने की भी व्यवस्था की गई है। हल्दी प्रसंस्करण एवं बिजाई पंचकूला के किसानों के लिए बहुत ही कारगर है। इसमें भारी मुनाफा कमाया जा सकता है। इसके साथ-साथ फसल बीमा योजना का लाभ भी ऐसे किसानों को दिया जा रहा है।

उपायुक्त ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि इन योजनाओं का लाभ लेने के लिए ’मेरी फसल-मेरा ब्यौरा’ पोर्टल पर किसानों को अपना पंजीकरण जरूर करवाना चाहिए। उन्होंने बताया कि कृषि यंत्रों व सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली हेतु किसान कल्याण विभाग की वेबसाइट www-agriharyana-gov-in पर अपना पंजीकरण करवाकर योजना के लिए आवेदन किया जा सकता है।

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उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने बताया कि सरकार ने कुरुक्षेत्र व पेहवा तीर्थ स्थलों पर इस बार कोरोना महामारी के दृष्टिगत 17 सितंबर 2020 को अमावस्या वाले दिन श्रद्धालुओं के एकत्र होने पर पूर्ण रूप से पाबंदी लगाई गई है।

पंचकूला 14 सितम्बर- उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने बताया कि सरकार ने कुरुक्षेत्र व पेहवा तीर्थ स्थलों पर इस बार कोरोना महामारी के दृष्टिगत 17 सितंबर 2020 को अमावस्या वाले दिन श्रद्धालुओं के एकत्र होने पर पूर्ण रूप से पाबंदी लगाई गई है। इसलिए जिला के नागरिक अमास्वया वाले दिन कुरूक्षेत्र व पेहवा के तीर्थ स्थलों पर न जाएं।

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उपायुक्त ने बताया कि आमतौर पर लोग पितृपक्ष के दौरान आने वाली अमावस्या को अपने पितरों को पिंडदान करने के लिए कुरुक्षेत्र व पेहवा तीर्थ स्थलों पर एकत्रित होते हैं। इस बार यह अमावस्या 17 सितंबर 2020 को है। कोरोना महामारी के फैलाव को रोकने के लिए कुरुक्षेत्र प्रशासन ने अमावस्या के दिन तक दोनों तीर्थ स्थलों पर श्रद्घालुओं के एकत्रित होने पर पूरी तरह से पाबंदी लगाई है, इसलिए श्रद्घालुओं से अपील की गई है कि वे अपने व दूसरे लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर कुरुक्षेत्र व पेहवा में एकत्रित न हों।

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भजन मंडलियां ग्रामीणों को लोक गीतों के माध्यम से नशा न करने के लिए कर रही जागरूक

मेरी बात मान भरतार, तेरा नशा करणा ठीक नहीं…….

सिरसा, 14 सितंबर।


नशा मुक्ति भारत अभियान के तहत सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग की भजन मंडलियां ग्रामीणों को लोक गीतों के माध्यम से लोगों को नशे के दुष्परिणों के साथ-साथ उन्हें नशा न करने के लिए जागरूक कर रही हैं। भजन मंडली कलाकारों के नशा पर मार्मिक गीत लोगों को बता रहे हैं कि कैसे नशा नाश का कारण बनता है। ऐसा ही एक गीत लीडर भजन पार्टी जुगती राम ने प्रस्तुत किया, जिसमें एक महिला अपने पति को नशा न करने के लिए कह रही है।

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गीत के बोल इस प्रकार थे कि…नशा करके तु घर नै आवै, आकै न उत्पात मचावै। तू बोले बोल कुफार, तेरा नशा करणा ठीक नहीं–। प्रशासन की बात मान लै, समझदारी तै तू काम लै। तु आगे का जीवन सुधार, तेरा नशा करणा ठीक नहीं–। पांच माणसा का नशा छुटाव, 51 सौ का इनाम पाव। जीवन में आज्या बाहर तेरा नशा यों करणा ठीक नहीं–। नशा मुक्त जो गांम होवगा, 10 लाख का इनाम मिलैगा। विकास की होव भरमार, तेरा नशा यों करणा ठीक नहीं—।


विभाग की भजन पार्टियों ने सोमवार को दड़बी, रसुलपुर, झिड़ी व पंजुवाना गांव में लोगों को गीतों व भजनों से नशे को लेकर जागरूक किया। लोक गीतों से बड़े ही सरल व सहज रूप से लोगों को नशे से होने वाले नाश की दास्तां प्रस्तुत की। उपस्थित लोगों ने भी जाना कि नशा व्यक्ति, परिवार व समाज के लिए कितना भयंकर है।

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ग्रामीण गांव को नशा मुक्त कर विकास की ओर हों अग्रसर : उपायुक्त रमेश चंद्र बिढाण


उपायुक्त रमेश चंद्र बिढाण ने कहा कि दृढ इच्छा शक्ति के बल पर नशे से छुटकारा पाया जा सकता है। इसके साथ ही प्रशासन द्वारा जिला में नशा मुक्ति केंद्र बनाए गए हैं, जहां पर इलाज द्वारा नशा छुड़ाया जाता है। उन्होंने कहा कि गांव में कोई भी व्यक्ति नशे की दलदल में फंस गया है, तो उसे नशा छुड़वाने के लिए प्रेरित करें तथा उसे इलाज के लिए जागरूक करें। ग्रामीण अपने गांव को नशा मुक्त बनाने में एकजुटता के साथ कार्य करें। यदि कोई गांव नशा मुक्त होता है, तो उस गांव को विकास कार्यों के लिए अलग से धनराशि उपलब्ध करवाई जाएगी। इसलिए ग्रामीण अपने गांव को नशा मुक्त करके विकास की ओर अग्रसर होने में भूमिका निभाएं

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अब तक बनें 721 कंटेनमेंट जोन, 500 हुए स्केल डाउन, 221 कंटेनमेंट जोन एक्टिव

सिरसा, 14 सितंबर।

कंटेनमेंट जोन में लोग गंभीरता के साथ करें कोरोना बचाव नियमों की अनुपालना : उपायुक्त रमेश चंद्र बिढाण


उपायुक्त रमेश चंद्र बिढाण ने बताया कि जिला में कोरोना संक्रमण मामलों के पाए जाने पर अब तक 721 कंटेनमेंट जोन बन चुके हैं। इनमें से 500 कंटेनमेंट जोन को निर्धारित अवधि पूरी होने उपरांत कंटेनमेंट जोन मुक्त(स्केल डाउन) कर दिया है। इस समय जिला में 221 कंटेनमेंट जोन एक्टिव हैं।

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उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण फैलाव को रोकने के मद्देनजर प्रभावित क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन बनाया जा रहा है। अब तक जिला में 721 कंटेनमेंट जाने बनाए गए हैं। प्रभावित क्षेत्र में निर्धारित अवधि के दौरान यदि कोई संक्रमण का कोई नया मामला नहीं आता है, तो कंटनेमेंट जोन मुक्त कर दिया जाता है। इस प्रकार से निर्धारित अवधि पूर्ण होने पर ऐसे 500 कंटनेमेंट जोन को कंटेनमेंट मुक्त(स्केल डाउन) कर दिया है। उन्होंने बताया कि जिला में इस समय 221 कंटेनमेंट जोन एक्टिव हैं।
उपायुक्त ने बताया कि सिरसा ब्लॉक में 455 कंटनेमेंट जोन में से 141, कालांवाली के 35 में से 13, डबवाली में 72 में से 27, रानियां में 60 में से 14, ओढां में 19 में से 10, ऐलनाबाद में 45 में से 12 तथा नाथुश्री चोपटा में 22 में से 4 कंटेनमेंट जोन एक्टिव हैं। बढागुढा व माधोसिंघाना में क्रमश: 9 व 4 कंटेनमेंट जोन बनाए गए थे, जो निर्धारित अवधि होने पर सभी को स्केल डाउन किया जा चुका है।

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बंसल कालोनी में बना था पहला कंटनेमेंट जोन :


सिरसा में बंसल कालोनी में मार्च माह में पहला कोरोना मामला सामने आया था। मामला सामने आने पर बंसल कालोनी को कंटेनमेंट जोन बनाया गया था। इसके साथ ही साथ लगती कोर्ट कालोनी को बफर जोन घोषित किया था।


28 से घटाकर 14 दिन की गई कंटेनमेंट जोन अवधि :


पहले कंटनेमेंट जोन की अवधि को 28 दिन किया गया था। आमजन की सुविधा को देखते हुए इसे कम करते हुए 14 दिन किया गया। निर्धारित अवधि में यदि कोई संक्रमण का नया मामला नहीं मिलता है, तो संबंधित क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन से मुक्त कर दिया जाता है।


कंटेनमेंट जोन में सख्ती से करें अनुपालना : उपायुक्त


उपायुक्त रमेश चंद्र बिढाण ने कहा कि आमजन कंटेनमेंट जोन में कोरोना बचाव नियमों की सख्ती से अनुपालना करें। घर बाहर न निकलें। प्रशासन की ओर से कंटेनमेंट जोन में लोगों को आवश्यक वस्तुएं घर द्वार पर ही उपलब्ध करवाई जाती हैं। उन्होंने बताया कि कंटेनमेंट जोन के लिए एक कंट्रोल रूम भी स्थापित किया जाता है, ताकि लोगों को किसी प्रकार की असुविधा हो या कोई वस्तुत की आवश्यकता है, इस पर संपर्क कर सकें। 

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कृषि यंत्रों के लिए चयनित किसान व सोसायटियां 21 सितंबर तक जमा करवाए अपने कागजात

सिरसा, 14 सितंबर।


                उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण ने बताया कि व्यक्तिगत श्रेणी के कृषि यंत्रों के लिए जिला के 298 लाभार्थियों एवं कस्टम हायरिंग सैंटर के लिए 65 सोसायटियों का चयन ड्रा के माध्यम से किया गया है। योजना का लाभ लेने के लिए लाभार्थी 21 सितंबर तक अपने निर्धारित दस्तावेज सहायक कृषि अभियंता कार्यालय में जमा करवाएं।

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                उपायुक्त बिढ़ाण ने बताया कि व्यक्तिगत श्रेणी में सुपर सीडर, हैप्पी सीडर, जीरो ड्रिल, रिवरसीबल प्लाऊ, स्ट्रा बेलर, हैरेक, सुपर एसएमएस, शर्ब मास्टर/रोटरी स्लैशर, पैडी स्ट्रा चैपर/शरेडर/मल्चर, क्रोप रीपर के लिए ड्रा निकाला गया था, जिसमें जिले के 298 लाभार्थियों का चयन किया गया। इसी प्रकार कस्टम हायरिंग सैन्टर स्थापित करने के लिए 65 लाभार्थी सोसायटियों का चयन किया गया। उन्होंने बताया कि व्यक्तिगत श्रेणी में किसान एंव कस्टम हायरिंग सैन्टर के लिए सोसायटी 21 सितंबर 2020 तक निर्धारित कागजात सहायक कृषि अभियंता, सिरसा के कार्यालय में जमा करवाएं। व्यक्ति श्रेणी में किसान आनॅलाइन आवेदन स्लीप, टैक्ट्रर की आरसी, पटवारी रिपोर्ट, आधार कार्ड की कॉपी, पैन कार्ड की कॉपी, बैंक पास बुक की कॉपी, अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र यदि आवेदक इस कैटेगिरी से है, मेरी फसल मेरा ब्यौरा का पंजीकरण प्रमाण पत्र प्रत्येक दस्तावेज किसान द्वारा स्वयं सत्यापित हो। किसान अपने साथ सभी उक्त दस्तावेजों की मूल कॉपियां एंव पासपोर्ट रंगीन फोटो साथ में जरूर लाए।

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इंजीनियर डीएस यादव ने बताया कि कस्टम हायरिंग सैंटर के लिए चयनित लाभार्थी सोसायटी को उक्त दस्तावेज आनॅलाइन आवेदन स्लीप, सोसायटी का पंजीकरण एंव सोसायटी का मेमोरेडम, सोसायटी के ट्रैक्टर की आरसी, सभी सदस्यों की जमीन की पटवारी रिपोर्ट, शैड का रेंट एग्रीमेंट, एनेक्सर-6, एग्रीमेंट की मूल प्रति, सोसायटी के पैन कार्ड की कॉपी, सोसायटी के बैंक की कॉपी, सभी सदस्यों का अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र यदि सोसायटी इस कैटेगिरी से है, सभी सदस्यों के आधार कार्ड की कॉपी, कलस्टर सहमति पत्र, प्राधिकृत व्यक्ति के बारे में कार्यवाही की कॉपी, सीएचसी स्थापित करने के लिए कार्यवाही की कॉपी, निर्धारित प्रारूप में शपथ पत्र दस्तावेज जमा करवाने होंगे। उक्त सभी दस्तावेज सोसायटी के प्राधिकृत व्यक्ति द्वारा स्वयं सत्यापित हो। सोसायटी उपरोक्त सभी दस्तावेजों की मूल कॉपियां साथ लाए तथा प्राधिकृत व्यक्ति अपना रंगीन पासपोर्ट फोटो भी साथ लाए। उन्होंने ने बताया कि चयनित किसानों एंव सोसायटियों की सूचि सहायक कृषि अभियंता, सिरसा के कार्यालय में चस्पा कर दी गई है।


                उन्होंने बताया कि यदि कोई किसान 21 सितंबर 2020 तक अपने निर्धारित कागजात जमा नहीं करवाते हैं तो उसका नाम रद्द करके प्रतीक्षा सूचि में वरिष्ठता अनुसार किसान अथवा सोसायटी को परमिट दे दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि यदि कोई किसान अथवा सोसायटी विभागीय गाइडलाइन के अनुसार दस्तावेज जमा नहीं करवाते तो उनके दस्तावेज स्वीकार नहीं किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि जिन किसानों के दस्तावेज सही पाए गए उन किसानों को 23 सितंबर 2020 को परमिट दे दिए जाएंगे। इसी प्रकार जिन सोसाटियों के दस्तावेज सही पाए गए उन सोसाटियों को 24 सितंबर 2020 को परमिट दिए जाएंगे। सोसायटी का परमिट लेने के लिए सोसायटी के प्राधिकृत व्यक्ति को सहायक कृषि अभियंता, सिरसा के कार्यालय में आना होगा।

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                उन्होंने बताया कि किसानों/सोसायटियों को परमिट लेने के उपरांत कृषि विभाग, हरियाणा द्वारा अनुमोदित निर्माताओं/डीलरों से खरीद करके कृषि यंत्र का खरीद बिल, ई-वे बिल, फसल अवशेष न जलाने से संबंधित घोषणा पत्र तथा जीपीएस लॉकेशन के साथ कृषि यंत्र के साथ ली गई फोटो विभागीय पोर्टल एग्रीहरियाणासीआरएमडॉटकॉम पर आनॅलाइन अपलोड करने होंगे। उन्होंने बताया कि उक्त सभी दस्तावेजों की हार्ड कॉपी परमिट में दर्शाई गई तिथि के अनुसार सहायक कृषि अभियंता, सिरसा के कार्यालय में जमा करवानी होगी। यदि निर्धारित तिथि तक उक्त दस्तावेज जमा नहीं करवाए गए तो संबंधित लाभार्थी का परमिट रद्द कर दिया जाएगा।