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हनुमान चालीसा पाठ से होने वाले लाभ

सम्पूर्ण हनुमान चालीसा के पाठ में हनुमान जी की शक्तियों का वर्णन किया गया है |

इस पाठ के माध्यम से ही हम हनुमान जी की आराधना करने के साथ-साथ उन्हें उनकी शक्तियों का भी स्मरण कराते है जिससे वे शीघ्र प्रसन्न होकर हमें फलीभूत करते है |

कष्टों से छुटकारा दिलाते हैं

हनुमान चालीसा का पाठ प्रतिदिन करना चाहिए |

इसलिए जितना शीघ्र हो सके आप इसे याद कर ले |

सुबह का एक समय निश्चित कर प्रतिदिन उसी समय पर हनुमान चालीसा का पाठ करे |

सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ वस्त्र पहन लें.

– अपना मुंह पूर्व दिशा में या दक्षिण दिशा में रखकर लाल आसन पर बैठें.

– हनुमान जी की फोटो को पूर्व या दक्षिण दिशा में लाल वस्त्र बिछाकर रखें.

– गाय के घी या तिल के तेल का दिया जलाएं और एक लोटे में जल भरकर रखें और हनुमान जी के सामने 3 बार हनुमान चालीसा का पाठ करें.

– गुड़ या बूंदी के लड्डू का भोग लगाएं.

– ऐसा लगातार 11 मंगलवार करने से हनुमान जी की कृपा प्राप्त होती है.

हनुमान जी के ऐसे मंदिर जहाँ हनुमान जी को चौला चढ़ाया जाता हो, उस मंदिर में जाकर हनुमान जी के चरणों से थोड़ा सा सिन्दूर एक डिब्बी में घर ले आये अब डिब्बी में और सिन्दूर व थोडा चमेली का तेल मिलाकर रखे ले

रोजाना पूजा पर बैठते समय सबसे पहले हनुमान जी का ध्यान करते हुए इस सिन्दूर से स्वयं को तिलक करे |

लाल या पीले वस्त्र धारण कर लाल ऊनी आसन बिछाकर हनुमान जी की प्रतिमा के सामने बैठ जाये साथ में एक लौटे में जल और प्रसाद रूप में कुछ मीठा रखे |

अब चमेली के तेल का दीपक प्रज्वल्लित करे |

पानी के लौटे को हनुमान जी की प्रतिमा के सम्मुख रखकर आदरपूर्वक उन्हें ग्रहण करने को कहे |

अब थोड़े मीठे को भोग स्वरुप उनकी प्रतिमा के आगे रखे

किसी भी घोर संकट से निकलने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ करना फलदायी माना गया है | इसके अतिरिक्त मनोकामना पूर्ति हेतु व भविष्य को सुरक्षित बनाने हेतु भी हनुमान चालीसा का पाठ किया जाता है |

हनुमान चालीसा

दोहा : श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि।

बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि।। 

बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार।

बल बुद्धि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार।। 

चौपाई : जय हनुमान ज्ञान गुन सागर।जय कपीस तिहुं लोक उजागर।। 

रामदूत अतुलित बल धामा।अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा।। 

महाबीर बिक्रम बजरंगी।कुमति निवार सुमति के संगी।। 

कंचन बरन बिराज सुबेसा।कानन कुंडल कुंचित केसा।। 

हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै।कांधे मूंज जनेऊ साजै। 

संकर सुवन केसरीनंदन।तेज प्रताप महा जग बन्दन।। 

विद्यावान गुनी अति चातुर।राम काज करिबे को आतुर।। 

प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया।राम लखन सीता मन बसिया।। 

सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा।बिकट रूप धरि लंक जरावा।। 

भीम रूप धरि असुर संहारे।रामचंद्र के काज संवारे।।

 लाय सजीवन लखन जियाये।श्रीरघुबीर हरषि उर लाये।। 

रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई।तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई।। 

सहस बदन तुम्हरो जस गावैं।अस कहि श्रीपति कंठ लगावैं।। 

सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा।नारद सारद सहित अहीसा।। 

जम कुबेर दिगपाल जहां ते।कबि कोबिद कहि सके कहां ते।। 

तुम उपकार सुग्रीवहिं कीन्हा।राम मिलाय राज पद दीन्हा।। 

तुम्हरो मंत्र बिभीषन माना।लंकेस्वर भए सब जग जाना।। 

जुग सहस्र जोजन पर भानू।लील्यो ताहि मधुर फल जानू।। 

प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं।जलधि लांघि गये अचरज नाहीं।।

दुर्गम काज जगत के जेते।सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते।। 

राम दुआरे तुम रखवारे।होत न आज्ञा बिनु पैसारे।।

सब सुख लहै तुम्हारी सरना।तुम रक्षक काहू को डर ना।। 

आपन तेज सम्हारो आपै।तीनों लोक हांक तें कांपै।। 

भूत पिसाच निकट नहिं आवै।महाबीर जब नाम सुनावै।। 

नासै रोग हरै सब पीरा।जपत निरंतर हनुमत बीरा।।

 संकट तें हनुमान छुड़ावै।मन क्रम बचन ध्यान जो लावै।।

 सब पर राम तपस्वी राजा।तिन के काज सकल तुम साजा।

और मनोरथ जो कोई लावै।सोइ अमित जीवन फल पावै।। 

चारों जुग परताप तुम्हारा।है परसिद्ध जगत उजियारा।।

 साधु-संत के तुम रखवारे।असुर निकंदन राम दुलारे।।

अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता।अस बर दीन जानकी माता।। 

राम रसायन तुम्हरे पासा।सदा रहो रघुपति के दासा।। 

तुम्हरे भजन राम को पावै।जनम-जनम के दुख बिसरावै।। 

अन्तकाल रघुबर पुर जाई।जहां जन्म हरि-भक्त कहाई।। 

और देवता चित्त न धरई।हनुमत सेइ सर्ब सुख करई।। 

संकट कटै मिटै सब पीरा।जो सुमिरै हनुमत बलबीरा।। 

जै जै जै हनुमान गोसाईं।कृपा करहु गुरुदेव की नाईं।। 

जो सत बार पाठ कर कोई।छूटहि बंदि महा सुख होई।। 

जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा।होय सिद्धि साखी गौरीसा।। 

तुलसीदास सदा हरि चेरा।कीजै नाथ हृदय मंह डेरा।।  

दोहा :पवन तनय संकट हरन, मंगल मूरति रूप।

राम लखन सीता सहित, हृदय बसहु सुर भूप।।


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शनिवार का कारक शनि है, विशेष रूप से इस दिन ऐसे कामों से बचना चाहिए

ज्योतिष में शनि को न्यायाधीश माना गया है।

ये ग्रह हमारे कर्मों का फल प्रदान करता है।

शनि की पूजा करने से आपके सभी कष्ट दूर होंगे।

जिन लोगों के कर्म गलत होते हैं, उनके लिए शनि अशुभ हो जाता है।

शनि के अशुभ होने से किसी भी काम में आसानी से सफलता नहीं मिल पाती है, साथ ही घर-परिवार में परेशानियां बढ़ सकती हैं।

शनिवार का कारक शनि है और विशेष रूप से इस दिन ऐसे कामों से बचना चाहिए, जिनसे कुंडली में शनि अशुभ हो सकता है।

हनुमान के मंदिर में सरसों के तेल का दीपक जलाएं।

अगर आप पर शनि की अशुभ दशा चल रही है तो मांस और मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए।

शनिदेव गरीबों का प्रतिनिधित्व करते हैं। इस कारण जो लोग गरीबों का अपमान करते हैं, गरीबों को परेशान करते हैं, शनि उनके जीवन में परेशानियां बढ़ा देता है।

शनिवार को घर में लोहा या लोहे से बनी चीज लेकर नहीं आना चाहिए। इस दिन लोहे की चीजों का दान करना चाहिए।

शनिदेव के लिए काले तिल का दान करें।

शनिवार को पीपल की पूजा करनी चाहिए।

पूजा के बाद सात परिक्रमा करें।

शनिवार को जूते-चप्पल का दान किसी गरीब को करेंगे तो शनि के दोष दूर हो सकते हैं।

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33वें स्परिंग फेस्टिबल 2019 का रंगारंग आगाज – डी0 सुरेश

डाॅ0 डी0 सुरेश 33वें दो दिवसीय स्परिंग फेस्टिबल 2019 का उद्घाटन करते हुए व प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए।

पंचकूला, 9 मार्च-

टाउन पार्क सेक्टर-5 पंचकूला में आज विभिन्न प्रकार के 2000 फूलों के फ्लावर शो सहित कलाकारों के हैरतअंगेज करतबों के बीच 33वें स्परिंग फेस्टिबल 2019 का रंगारंग आगाज हुआ। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा आयोजित किये जा रहे इस दो दिवसीय स्परिंग फेस्टिबल का उद्घाटन हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के मुख्य प्रशासक डाॅ0 डी0 सुरेश ने किया।

डाॅ0 डी0 सुरेश ने स्परिंग फेस्टिबल आयोजित करने के प्रयासों की सराहना की और कहा कि इससे पंचकूला व आस पास के क्षेत्रों से आने वाले लोगों को दो दिन के लिये मनोरंजक और तनावमुक्त वातावरण का आनन्द लेने का अवसर मिलता है। उन्होंने कहा कि प्राधिकरण द्वारा टाउन पार्क को भी सुंदर तरीके से विकसित किया जा रहा है और निरंतर आने वाले पर्यटकों व शहरवासियों के लिये यह एक रमणीक स्थान के रूप में विकसित हुआ है। 

मेले के आरंभ में बुलंद खालसा नाडा साहिब से आये प्रतिभागियों ने गतके का शानदार प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन के माध्यम से शस्त्र विद्या की निपूणता और प्रतिभागियों की एकाग्रता दर्शकों को काफी प्रभावित कर रही थी।

इसके उपरांत भटिंडा पंजाब से आये बाजीगर दल के कलाकारों ने आग के गोले से कूदना, लोहे के रिंग से चार लोगों का आर-पार गुजरना व शारीरिक दक्षता के अन्य करतब प्रस्तुत किये गये। करनाल से आये युवाओं ने ऐरोबिक और जिम्नास्टिक के माध्यम से दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। 

फ्लावर शो में सैकड़ों किस्म के फूल प्रदर्शित किये गये थे और इस शो में विभिन्न विद्यालयों, नर्सरियों तथा व्यक्तिगत प्रविष्ठयों के माध्यम से 2000 प्रतिभागियों ने अपने फूल प्रदर्शित किये। इस मौके पर पेटिंग आॅफ आर्टिस्ट यूनिक सोसायटी तथा बातिस आर्ट के कलाकारों ने चित्रकला के बहुत ही आकर्षक और निपूण चित्र प्रदर्शित किये। इस मौके पर दर्शकों के मनोरंजन के लिये सांस्कृतिक कार्यक्रम क्विज व अन्य कार्यक्रम भी आयोजित किये गये। प्रतिभागियों द्वारा बनाई गई रंगोली भी दर्शकों के लिये मनोरंजन का केंद्र बन रही है।

हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण बागवानी शाखा के अधीक्षक अभियंता हरदीप सिंह मलिक ने बताया कि इस दो दिवसीय मेले में 9 मार्च को रंगोली, चित्रकला, पोट, फेस एवं टैटू पेंटिंग प्रतियोगिता, पर्यावरण विषय पर प्रश्नोतरी, मेंहदी प्रतियोगिता, हास्य कवि सम्मेलन, फेंसी ड्रेस प्रतियोगिता, बैस्ट आउट आॅफ वेस्ट प्रतियोगिता करवाई गई। उन्होंने बताया कि 9 व 10 मार्च को सायं 6.30 बजे से सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रम भी आयोजित किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार 10 मार्च को ड्यूट डाॅंस, बेबी शो, मौनो एक्टिंग, फैशन शो, सेल्फी, सोलो सिंगिंग, फोक डान्स और पतंग प्रतियोगिता इत्यादि कार्यक्रम करवाये जायेंगे। उन्होंने बताया कि समापन समारोह 10 मार्च को सायं 4.30 बजे आयोजित किया जायेगा, जिसमें विधायक एवं मुख्य सचेतक ज्ञानचंद गुप्ता पुरस्कार वितरण करेंगे। 

इस मौके पर हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के संपदा अधिकारी आशुतोष राजन, सचिव रिचा राठी, मुख्य अभियंता विनय कुमार, अधीक्षक अभियंता हरदीप सिंह मलिक, कार्यकारी अधिकारी निधि भारद्वाज, कार्यकारी अभियंता अशोक राणा, एन0के0 तंवर सिंह अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

Google ने महिलाओं के लिए खास Doodle बनाकर किया समर्पित – अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2019

गूगल ने खास तौर पर महिलाओं सशक्‍तीकरण और उनको सम्‍मान देनें के लिए ही इस डूडल को बनाया है।

Happy International Women’s Day 2019

आज पूरे विश्व में अंतरराष्ट्रीय महिलाओं दिवस 2019 मनाया जा रहा है।

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2019 के खास अवसर पर दूनिया की दिग्गज सर्च इंजन कंपनी गूगल ने महिलाओं के लिए खास डूडल (Google Doodle) बनाकर उन्हें समर्पित किया हैं।

गूगल ने खास तौर पर महिलाओं सशक्‍तीकरण और उनको सम्‍मान देनें के लिए ही इस डूडल को बनाया है।

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2019 के डूडल को खास उद्देश्य सिर्फ महीला सशक्‍तीकरण को बढ़ाना है।

गूगल ने अपने खास डूडल में 14 स्लाइड्स को जोड़ा है, जिसमें 14 अलग भाषाओं में महिला सशक्‍तीकरण के कोट्स लिखे हैं।

गूगल के इस डूडल में भारतीय मुक्केबाज मैरी कॉम का कोट भी शामिल है। मैरी कॉम ने लिखा है कि यह मत कहिए कि आप कमजोर हैं क्योंकि आप एक महिला हैं। 

गूगल ने अपने डूडल को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर करने का ऑप्शन भी दिया है। 

महिलाओं के सम्मान, राजनीतिक और सामाजिक उपलब्धियों को बढ़ावा देने के लिए महिला दिवस 2019 के खास अवसर पर हर साल 8 मार्च को मनाया जाता है।

गूगल ने डूडल बनाकर रूस के महान गणितज्ञ ओल्गा लैडिजेनस्काया को किया याद

7 मार्च 2019 को गूगल ने रूस के महान गणितज्ञ ओल्गा लैडिज़ेनस्काया के 97वें जन्मदिन पर डूडल बनाकर श्रद्धांजलि दी है।

एक बार फिर दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन ने महाशख्सियत की याद में डूडल बनाकर याद किया है।

 गणितज्ञ ओल्गा लैडिज़ेनस्काया एक महान गणितज्ञ थे।

जिन्होंने डिफरेंशियल इक्वेशन्स और फ्लूड डायनैमिक्स के क्षेत्र में महान उपलब्धि हासिल की।

लेडीशेंजकिया का जन्म सोवियत यूनियन में हुआ जो अब रूस के कोलोग्रीव शहर है।

बता दें कि इस महान गणितज्ञ का जन्म 7 मार्च 1922 को सोबियत के कोलोग्रिव में हुआ।

उनके पिता गणित के शिक्षक थे।

लेडी शेंजकिया का जीवन संघर्षों से भरा रहा।

बचपन में ही उनकी शादी हो गई। उनका निधन  2004 में हुआ।

इन्होंने मौसम पूर्वानुमान, समुद्र विज्ञान, वायुगतिकी और हृदय विज्ञान के क्षेत्र के काफी महान योगदान दिया।

मधुमेह रोगी क्‍या हम फल का सेवन कर सकते हैं?

यदि आप मधुमेह रोगी हैं तो, जाहिर सी बात है कि आपके दिमाग में यह एक सवाल जरुर आया होगा कि क्‍या हम फल का सेवन कर सकते हैं? एक्‍सपर्ट बोलते हैं कि मधुमेह रोगी भी फल का सेवन कर सकते हैं लेकिन सही मात्रा में। ऐसे फल जैसे, केला, लीची, चीकू और कस्‍टर्ड एप्‍पल आदि से बचना चाहिये।

जिसका सेवन आप आराम से कर सकते हैं। दरअसल, मधुमेह के रोगियों को रेशेदार फल, जैसे तरबूज, खरबूजा, पपीता, सेब और स्ट्राबेरी आदि खाने चाहिए। इन फलों से रक्त शर्करा स्तर नियंत्रित होता है इसलिये इन्‍हें खाने से कोई नुकसान नहीं होता।

मधुमेह रोगियों को फलो का रस नहीं पीना चाहिये क्‍योंकि एक तो इसमें चीनी डाली जाती है और दूसारा कि इसमें गूदा हटा दिया जाता है, जिससे शरीर को फाइबर नहीं मिल पाता।

नारियल तेल का इस्तेमाल करेंगे तो दिखेंगे यंग

नारियल तेल का इस्तेमाल करेंगे तो दिखेंगे यंग

नारियल तेल के स्वास्थ्य संबंधी काफी लाभ होते हैं।

इसके औषधीय गुण आपकी सेहत, सुंदरता और बालों को स्वस्थ बनाए रखते हैं।

यह स्किन और बालों को प्राकृतिक रूप से मुलायम और चमकीला बनाता है।

त्वचा को मॉस्चराइजर करना हो या बालों की कंडीशनिंग, नारियल तेल सबसे अच्छा विकल्प है।

यहां ऐसे कई फायदे बताए जा रहे हैं जो कि आपकी उम्र से छोटा दिखाने में मदद करेंगे:

नारियल का तेल ड्राय स्किन को मुलायम बनाता है। नहाने से 20 मिनट पहले नारियल तेल से फुल बॉडी की मसाज करें और बाद में ताजे पानी से नहा लें। 

नारियल का तेल सनबर्न से भी आपकी त्वचा की रक्षा करता है।

इसमें एंटी एजिंग की गुण पाए जाते हैं। आंखों के आस-पास हाथों पर नारियल तेल की कुछ बूंदे लेकर मसाज करें। इससे स्किन ग्लोइंग और मुलायम बनेगी। इसके इस्तेमाल से डार्क सर्कल और झुर्रियां नहीं पड़ती है।

चेहरे पर कील मुंहासों के या किसी चोट के निशान हैं तो नारियल तेल के लगातार इस्तेमाल करें। दाग-धब्बे दूर हो जाएंगे।

चीनी में नारियल तेल की कुछ बूंदे मिलाकर आप स्क्रब की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे डेड स्किन और टैनिंग उतरेगी।

 इससे पसीने से होने वाली घमोरियो की परेशानी भी दूर रहती है। खाज- खुजली की समस्या होने पर भी इसी तेल का इस्तेमाल करें ताकि त्वचा में नमी बनीं रहें और खुजली की समस्या भी न हो।

 तेल से अपनी अंगलियों की मसाज करें इससे खून का प्रवाह सही होता हैं। नाखूनों के आस-पास की उप त्वचा उखड़ेगी नहीं। नाखूनों की मसाज करें। इससे नाखूनों में भी शाइन आती है।

आज है, जया एकादशी व्रत 2019

Jaya Ekadashi Vrath 2019

जया एकादशी : हिंदू धर्म में एकादशी के व्रत का स्थान अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। प्रत्येक वर्ष चौबीस एकादशियां होती हैं, आैर जब भी अधिकमास या मलमास आता है तो इनकी संख्या बढ़कर 26 हो जाती है। पौराणिक मान्यताआें के अनुसार एक बार धर्मराज युधिष्ठिर ने भगवान श्री कृष्ण से पूछा कि माघ शुक्ल एकादशी को किसकी पूजा करनी चाहिए, तथा इस एकादशी का क्या महात्मय है। इस भगवान ने उत्तर दिया कि इस एकादशी को जया एकादशी कहते हैं। यह एकादशी बहुत ही पुण्यदायी होती है। इसका व्रत करने से व्यक्ति सभी नीच योनि अर्थात भूत, प्रेत, पिशाच की योनि से मुक्त हो जाता है। श्री कृष्ण ने इस से जुड़ी एक कथा भी युधिष्ठिर को सुनाई, जो इस प्रकार है।

भगवान के बताया कि एक बार नंदन वन में उत्सव चल रहा था। इस उत्सव में सभी देवता, सिद्ध संत और दिव्य पुरूष आये थे। इसी दौरान एक कार्यक्रम में गंधर्व गायन कर रहे थे और गंधर्व कन्याएं नृत्य कर रही थीं। इसी सभा में गायन कर रहे माल्यवान नाम के गंधर्व पर नृत्यांगना पुष्पवती मोहित हो गयी। अपने प्रबल आर्कघण के चलते वो सभा की मर्यादा को भूलकर ऐसा नृत्य करने लगी कि माल्यवान उसकी ओर आकर्षित हो जाए। एेसा ही हुआ आैर माल्यवान अपनी सुध बुध खो बैठा और गायन की मर्यादा से भटक कर सुर ताल भूल गया। इन दोनों की भूल पर इन्द्र क्रोधित हो गए आैर दोनों को श्राप दे दिया कि वे स्वर्ग से वंचित हो जाएं और पृथ्वी पर अति नीच पिशाच योनि को प्राप्त हों। श्राप के प्रभाव से दोनों पिशाच बन गये और हिमालय पर्वत पर एक वृक्ष पर अत्यंत कष्ट भोगते हुए रहने लगे। एक बार माघ शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन दोनो अत्यंत दु:खी थे जिस के चलते उन्होंने सिर्फ फलाहार किया आैर उसी रात्रि ठंड के कारण उन दोनों की मृत्यु हो गर्इ। इस तरह अनजाने में जया एकादशी का व्रत हो जाने के कारण दोनों को पिशाच योनि से मुक्ति भी मिल गयी। वे पहले से भी सुन्दर हो गए और पुन: स्वर्ग लोक में स्थान भी मिल गया। जब देवराज इंद्र ने दोनों को वहां देखा तो चकित हो कर उनसे मुक्ति कैसे मिली यह पूछा। तब उन्होंने बताया कि ये भगवान विष्णु की जया एकादशी का प्रभाव है। इन्द्र इससे प्रसन्न हुए और कहा कि वे जगदीश्वर के भक्त हैं इसलिए अब से उनके लिए आदरणीय हैं अत: स्वर्ग में आनन्द पूर्वक विहार करें।

रणवीर सिंह और आलिया भट्ट की फिल्म गली बॉय ने की शानदार ओपनिंग

रणवीर सिंह और आलिया भट्ट की फिल्म गली बॉय ने शानदार ओपनिंग ली है और पहले दिन 18 करोड़ से अधिक का कलेक्शन कर धमाका कर दिया है शुक्रवार की बजाय गुरुवार वेलंटाइन डे के दिन रिलीज़ हुई ज़ोया अख्तर की गली बॉय ने पहले दिन 18 करोड़ 70 लाख रूपये की ओपनिंग ली है ! हालांकि वेलंटाइन डे की छुट्टी नहीं होती है लेकिन फिर भी नए जनरेशन ने इस फिल्म को पहले दिन ही हाथों हाथ लिया है। करीब दो घंटे 33 मिनिट की इस फिल्म का बजट 40 से 45 करोड़ के बीच बताया जाता है ! फिल्म को दुनिया भर में 4101 स्क्रीन्स में रिलीज़ किया गया है जिसमें से भारत में 3350 और ओवरसीज में 751 स्क्रीन्स हैं ! माना जा रहा था कि फिल्म 13 से 15 करोड़ रूपये के बीच ओपनिंग ले सकती है लेकिन रणवीर सिंह और आलिया भट्ट के क्रेज़ और फिल्म को मिले रिव्यू ने कमाई उम्मीद से अधिक करा दी !

रणवीर, आलिया, सिद्धांत चतुर्वेदी, कल्कि कोचलीन और विजय राज स्टारर मूवी बॉक्स ऑफिस पर पहले ही दिन दो बड़े रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए हैं. पहला, 15 करोड़ से ज्यादा कमाई के साथ ये 2019 की अब तक की सबसे बड़ी ओपनर बन गई है ! दूसरा, रोहित शेट्टी के निर्देशन में बनी सिम्बा के बाद ये रणवीर के करियर की दूसरी सबसे बड़ी ओपनिंग करने वाली फिल्म बन गई. बताते चलें कि सिम्बा ने पहले दिन 22 करोड़ रुपये की कमाई की थी !

गूगल ने महान अभिनेत्री मधुबाला के जन्मदिन पर शेयर किया ये खास डूडल

वैलेंटाइन डे के दिन पैदा हुई भारतीय सिनेमा की महान अभिनेत्री मधुबाला का आज 86वां जन्मदिन है। गूगल ने इस खास मौके पर डूडल बनाकर मधुबाला को याद किया है। गूगल ने अपने डूडल पर मधुबाला की बहुत कलरफुल इमेज बनाई है। ये फोटो उनकी आईकॉनिक फोटो है। हर साल उनका जन्मदिन वैलेंटाइन डे के दिन मनाया जाता है। 

भारतीय सिनेमा की सबसे खूबसूरत अभिनेत्रियों में शुमार मधुबाला का वैक्स स्टैच्यू मैडम तूषाद में लगाया गया है। फिल्मों में अपने अभिनय से दिल जीतने वाली मधुवाला का स्टैच्यू हू-ब-हू उनकी तरह दिखता है।

 वहीं दिलीप कुमार ने ब्यूटी क्वीन मधुबाला के साथ काफी हिट फिल्म दी वहीं देव आनंद साहब का नाम भी इस लिस्ट में आता है। कहते हैं कि दिलीप साहब और मधुबाला के बीच अफेयर की शुरुआत फिल्म हिट के दौरान ही होने लगी थी। लेकिन फिल्म नया दौर ने दोनों के रिश्ते के बीच खाई पैदा कर दी।

अभिनेत्री मधुबाला का जन्म 14 फरवरी 1933 को राजधानी दिल्ली में हुआ। लेकिन माता पिता ने बेटी की परवरिश के लिए दिल्ली से बेहतर मुंबई को समझा और वो मुंबई आ गए। लेकिन 23 फरवरी 1969 को दिल की एक बीमारी की वजह से महज 36 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया।