सरकार विधवा महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए दे रही ऋण 

Tourism and Rural Development Discussed at a Webinar by UIHTM,PU

The University institute of Hotel and Tourism Management, Panjab university organised a webinar in collaboration with TIGR2ESS project on the theme of United Nations World Tourism Organisation (UNWTO) “Tourism and Rural development”. Vice Chancellor, Panjab University Prof. Raj Kumar in his inaugural Address spoke about the importance of tourism. He insisted the participants to focus on the opportunity during this period of time i.e to use the virtual platform in order to reach the masses to promote tourism and to increase the diameter of Atam Nirbar Bharat. The prevailing tourism was mostly focused around mass tourism and main ingredients of this tourism were Sun, Sand, Sea, Culture & Heritage, MICE, Business and Events. The nature of tourists was holidaying, participation and business. But all these aspects are now seriously affected by the havoc created by COVID19. “As a large number of people are working from home only, I have experienced that due to more time spent on social media, people have started sharing more about their local heritage resources. In one way or another they have now started to understand the importance of the local heritage and rural tourism” added Prof. Rajkumar 

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Sh. Jeevan Lal Verma was the lead speaker of the webinar, where he shared his onsite experiences of promoting Rural Tourism at Kanda Village in Uttarakhand. “I got the idea of volunteer tourism while I was attending a workshop in 1988, where few foreign tourists were looking for volunteer services”. Mr. Verma every year invites various volunteers to the Kanda and nearby villages in Uttarakhand to stay and work for the society. “Generally tourists want to interact with local people and stay with them. We have to just provide some basic facilities to them. This can act as additional income for the rural population. In this way tourism can enrich lives of local people” 


Another speaker Mr.Ankit Sood, Eco Tourism planner emphasized on the role and importance of rural tourism and how it stood by the pandemic in the recent past. He also insisted on the promotion of eco tourism for sustainable development. He has also shared the efforts being undertaken by the Himachal Government in promoting community based tourism activities.


Prof. Ramanjeet Johal, Principal Investigator of TIGR2ESS project shared the details of the project which is transforming India’s green Revolution by research and empowerment for sustainable food supplies in collaboration with Cambridge university. She shared the details as well as the importance of the project. 
At this occasion the department launched an online business idea competition ‘Imaging Tomorrow’. This competition will invite ideas in the field of tourism and hospitality. This competition is being organised in collaboration with Indian Tourism and Hospitality Congress. Prof. Prashant Gautam shared the details of this event.

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Earlier Dr. Anish, Director UIHTM presented a formal welcome address. Dr. Lipika shared the details of activities, which the department organised to commemorate world tourism day. In the end Dr. Arun Singh presented a vote of thanks.

सरकार विधवा महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए दे रही ऋण 

डीजीआई डॉ. अरुण सिंह के सम्मान में हुआ विदाई समारोह

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सिरसा। डीआईजी डॉ. अरुण सिंह के सम्मान में आज जिला पुलिस की ओर से पुलिस लाइन सिरसा में स्थित प्रशासनिक कक्ष में विदाई पार्टी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सिरसा के पुलिस अधीक्षक भूपेंद्र सिंह ने की। इस विदाई समारोह में जिला के उपायुक्त आरसी बिढान व एसडीएम जयवीर यादव भी विशेष रूप सेे पहुंचे। इस मौके पर डीसी आरसी बिढान व पुलिस अधीक्षक भूपेंद्र सिंह सहित अन्य पुलिस अधिकारियों ने डीआईजी डॉ. अरुण सिंह के कार्यों की प्रशंसा की। उपायुक्त डॉ. आरसी बिढान व पुलिस अधीक्षक भूपेंद्र सिंह ने कहा कि डॉ. अरुण सिंह ने सिरसा में पुलिस अधीक्षक रहते हुए एक विशेष पहचान बनाई है। इस मौके पर डीआईजी डॉ. अरुण सिंह ने जिला पुलिस द्वारा उनके सम्मान में किए गए विदाई समारोह का आभार जताया। इस मौके पर डीएसपी आर्यन चौधरी, जगदीश चौधरी, जगत सिंह मोर व संजय कुमार बिश्रोई सहित जिला पुलिस के सभी अधिकारी उपस्थित थे।

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विद्यार्थियों के लिए कैरियर कांउसलिंग की व्यवस्था- उपायुक्त

पंचकूला 26 सितम्बर- उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने कहा कि व्यक्ति का उत्कृष्ट होना समाज ही नहीं बल्कि देश के लिए भी फलदायक होता है। इसलिए युवाओं को सदैव अच्छे नागरिक बनने की ओर निरंतर प्रयासरत रहना चाहिए।

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उपायुक्त जिला सचिवालय के सभागार में हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड दसवीं व बारहवीं की कक्षाओं में अव्वल रहने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से अग्रणीय रहने वाले विद्यार्थियों की कैरियर कांउसलिंग के लिए कार्य किया जाएगा ताकि उन्हें सही मार्गदर्शन मिल सके ओर वे अपने जीवन में आगे बढकर देश के होनहार नागरिक बन सकें।

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उपायुक्त ने कहा कि इन साधारण परिवारों के विद्यार्थियों ने अच्छे अंक ही प्राप्त नहीं किए बल्कि मेहनत और जज्बे के साथ परिवार व जिले का नाम रोशन किया है। इसके लिए इनके अभिभावक बहुत मेहनत करते हैं और शिक्षकों ने भी अहम रोल अदा किया है। उन्होंने अभिभावकों व शिक्षकों को बधाई देते हुए कहा कि सरकारी स्कूलों के इन छात्रों ने अपने परिश्रम से -तप कर सोना भी कुन्दन बन जाता है -वाली कहावत को चरितार्थ किया है।


उपायुक्त ने विद्यार्थियों से उनके विचार एवं भविष्य के बारे में विस्तार से जानकारी ली। कार्यक्रम में अमर उजाला मेधावी छात्र सम्मान समारोह में जिला के 9 विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया जो जिला स्तर पर अव्वल रहे। इनमें कक्षा दसवीं की परीक्षा में शुभम प्रथम, मनीषा द्वितीय व शुभा तृतीय शामिल है। इसके अलावा कक्षा बारहवीं के कामर्स संकाय में कनिका, दीपिका, दुशाली, रोशनी व आर्ट संकाय में सुरेन्द्र व खुशबु को सम्मानित किया।


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खरीद शुरू करने हेतू तैयारियां बारे बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा।

पंचकूला 26 सितम्बर उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने कहा कि खरीद एजेंसिंया किसानों के लिए मण्डियों में आवश्यक सेवाओं की पूर्ति तुरंत करें ताकि खरीद का कार्य शुरू करते समय किसानों को किसी प्रकार की दिक्कतें पेश न आएं।


उपायुक्त जिला सचिवालय के सभागार में खरीद एजेंसियांें की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने बताया कि सरकार के निर्देशानुसार एक अक्तूबर से जिला की मण्डियों मंे धान, बाजरा व मक्का की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की जाएगी। इसके लिए अधिकारी कोविड को ध्यान में रखते हुए सेनीटाईजर, मास्क व थर्मोस्केनर आदि की उचित व्यवस्था करें। इसके साथ ही सोशल डिस्टेंस का भी पालन किया जाए।


उपायुक्त ने बताया कि जिला की बरवाला, रायपुररानी व पंचकूला की मंण्डियों में धान की खरीद एमएसपी 1888 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से की जाएगी। इसके अलावा जिला की रायपुररानी व बरवाला मण्डी में बाजरे की खरीद एमएसपी 2150 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से की जाएगी। उन्हांेने बताया कि मक्का की खरीद 1850 रुपए के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की जाएगी।


उपायुक्त ने कहा कि जिन किसानों ने आॅनलाईन आवेदन किया है उन्हीं किसानों की खरीद की जाएगी। इसके लिए किसानों को समय पर संदेश पहुंचना चाहिए। इसके अलावा बिजली, पानी का भी उचित प्रबंध किया जाए। उन्होंने कहा कि मण्डियों में प्रर्याप्त सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए अधिकारियों की डयूटी लगाई गई है। मण्डियों में खरीद के समय इलैक्ट्रोनिक झरना, लकड़ी के कैरेट, बरसात से बचाव हेतू पोलिथीन आदि के होने के साथ साथ सफाई का भी उचित प्रबंध होना चाहिए। इसके अलावा मापतोल मशीन का भी जायजा लिया जाए।


बैठक में एसडीएम कालका राकेश संधु, जिला खाद्य एवं पूर्ति नियंत्रक नीरज, सहित हैफेड, वेयरहाउस एवं मार्केट कमेटियों के अधिकारी मौजूद रहे।

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Panjab University organizes webinar on ‘Patent Protection’

Chandigarh:

As a part of Intellectual Property Rights (IPR) series, a webinar entitled, ‘Patent Protection in India and Abroad’was organized today by IPR Chair, Panjab University in association with DST-Centre for Policy Research,PU and Association of Microbiologists of India ,Chandigarh unit.

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The keynote speaker,Dr. K.S. Kardam, Former Sr. Joint Controller of Patents & Designs, Government of India, presented a holistic and comprehensive insight into the relevance of the intellectual property (IP) and exemplified the detailed process of applying for patents in India and abroad through the Indian Patent Office and the Patent Cooperation Treaty respectively. Dr. Kardam also apprised the audience about the­ recent efforts of the central government to shorten patent-grant period and introduction of novel schemes to stimulate IP ecosystem in India. He particularly dwelled upon,‘Scheme for Facilitating Startups Intellectual Property Protection’ (SIPP) to boost start-up culture in India. This scheme is being highly appreciated by the budding entrepreneurs.

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Prof. Raj Kumar, Vice-Chancellor Panjab University (PU), chaired the webinar and emphasized the importance of patents for the young minds and researchers.He was of the opinion that a single patent is worth more than a dozen of research publications. He also highlighted the need for strengthening IPR regime in Indian higher education institutions.

 Dr Sanjeev Khosla, Director, Institute of Microbial Technology (IMTECH), Chandigarh and distinguished guest of the event apprised the audience of the patent regime of CSIR laboratories and also stressed upon the generation of wealth via the patent commercialization.

The webinar was attended by nearly 100 participants comprising of young researchers, students, professors and scientists belonging to many Higher Education Institutes as well as Research Laboratories situated in and around Chandigarh. 

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प्रगतिशील किसान संगठनों ने कृषि बिलों को किया समर्थन, उपायुक्त को सौंपा ज्ञापन

सिरसा   26 सितंबर।

केंद्र सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र में किसानों के हितार्थ लाए गए तीन कृषि बिलों के समर्थन में शनिवार को जिला के किसान उत्पादक संघ, प्रगतिशील किसान संगठन व सहकारी किसान संगठन ने संयुक्त रूप से उपायुक्त रमेश चंद्र बिढाण को ज्ञापन सौंपा। किसान संगठनों ने उक्त बिलों के समर्थन में ज्ञापन सौंप उपायुक्त के माध्यम से केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर का आभार व्यक्त किया है। ज्ञापन सौंपने के दौरान सोहन कैरावाली, सोनू रंधावा, लखा राम रानियां, बलदेव सिंह मम्मड़ खेड़ा सहित अनेक किसान साथ थे।

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तीनों सगठनों की ओर से कर्ण बेनीवाल ने उपायुक्त को बिलों के समर्थन में ज्ञापन दिया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने ये जो तीन बिल कृषि क्षेत्र में किसानों की उन्नति के लिए लाए गए हैं, हम इसका समर्थन करते हैं और इस ज्ञापन के माध्यम से केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर का आभार व्यक्त करते हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा किसानों की आर्थिक आजादी के लिए उठाया गया यह सही कदम है। अब किसान कहीं पर भी अपनी फसल बेचने के लिए आजाद है। इससे किसान को न केवल अपनी फसलों का भाव तय करने की छूट मिली है, बल्कि इससे किसानों के खुशहाली के रास्ते खुलेंगे और किसान आर्थिक रूप से सुदृढ होगा।


उन्होंने कहा कि किसानों को बिलों के विरोध के लिए भ्रमित किया जा रहा है। यदि किसान इन बिलों को एक बार पढ ले तो वह इसका समर्थन करेगा। किसानों को यह कहकर भी भ्रमाया जा रहा है कि इन बिलों से एमएसपी व मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी, लेकिन सरकार द्वारा एक अक्तूबर से फसलों की खरीद प्रक्रिया शुरू होते ही यह भ्रम भी दूर हो जाएगा। उन्होंने कहा कि तीनों संगठन बिलों को शीघ्र कानून का रूप दिए जाने को लेकर अपने समर्थन से सहमति की मुहर लगाते हैं।

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किसान विनोद कुमार ने कहा कि इन तीनों बिलोंं में किसानों को अपनी फसल बिक्री के लिए छूट दी गई है। उन्होंने कहा कि सही मायने में किसान को अब आर्थिक आजादी मिली है। किसान अपनी ऊपज किसी भी राज्य में ले जाकर बेचने की आजादी होगी। उन्होंने कहा कि किसान अब अपनी फसल मंडी तक ले जाने की बाध्यता नहीं होगी। उन्होंने कहा कि जो किसान किसी के भ्रम में आकर इन बिलों का विरोध कर रहा है, उसे एक बार इन बिलों के बारे में जरूर पढ लेना चाहिए। इन बिलों के बारे में जानने से किसान की सभी भ्रांतियां अपने आप दूर हो जाएंगी।


इसी प्रकार किसान सोहन लाल ने भी कहा कि केंद्र सरकार ने इन बिलों को लाकर किसानों को सही मायने में आर्थिक आजादी दी है। उन्होंने कहा कि जो किसान दूसरे लोगों के बहकावे में आकर इन बिलों का विरोध कर रहे हैं। वो किसान थोड़ा आत्म मंथन करते हुए इन बिलों के बारे में एक बार अवश्य जान तो लें। उन्होंने कहा कि पहले किसान जिन आर्थिक बंदिशों में बंदा था, इन बिलों से वो आजाद हुआ है। किसान विनोद जांगड़ा ने कहा कि ये बिल किसानों के हित में है। ये बिल किसानों की आर्थिक उन्न्नति के द्वार खोलने वाले हैं। किसान अब अपनी फसल चाहे मंडी में बेचे या बाहर कहीं पर भी इसके लिए उसे पूरी छूट मिलेगी। इन बिलों से किसान आर्थिक रूप से आजाद होगा और वो अपने उत्पादों को अपनी मर्जी के हिसाब से बेच सकेगा।   

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ग्रामीणों को जल संरक्षण व जल का उचित प्रयोग का महत्व बताया

सिरसा, 26 सितंबर।


                  जल स्वच्छता सहायक संगठन एवं जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा जल जीवन मिशन के तहत जिला के गांव मीरपुर व अहमदपुर में ग्रामीण जल एवं सीवरेज समिति का प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण में ग्रामीणों को जल संरक्षण के साथ-साथ जल का सही रख रखाव व पानी के महत्व के बारे में जानकारी दी गई।

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                 प्रशिक्षण कार्यक्रम में खंड संसाधन संयोजक डा. बलदेव राज ने बताया कि जल जीवन मिशन के तहत 2022 तक हरियाणा के हर परिवार को नल के साथ जल की सुविधा प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन का संबंध केवल पानी के बुनियादी ढांचे का निर्माण करने के विषय से ही नहीं है बल्कि इसमें ग्रामीण स्तर पर समुदाय आधारित संगठनों का क्षमता संवर्धन भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जल सीवरेज समिति की जिम्मेदारी और उत्तरदायी नेतृत्व की क्षमता को प्रशिक्षण के माध्यम से बढ़ाया जाएगा ताकि गांव में जल आपूर्ति प्रणाली का प्रबंधन, प्रचालन और रखरखाव ठीक तरीके से हो सके।

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                  खंड संसाधन संयोजक राजेश कुमार ने कहा कि प्रशिक्षण का उद्देश्य जल के विवेकपूर्ण उपयोग, उचित रखरखाव और भंडारण, जल आपूर्ति प्रणाली आदि के संबंध में लोगों के व्यवहार में परिवर्तन लाना है। इसके साथ-साथ पेयजल के स्त्रोतों की सुरक्षा और पानी के दुरुपयोग को रोकने के बारे में लोगों में जागरूक किया जा रहा है ताकि भविष्य में पानी संबंधी सारी योजनाओं का संचालन पंचायत अपने स्तर पर कर सके। जन जीवन मिशन का लक्ष्य है कि लोग पानी का महत्व समझ सके और हर घर को शुद्ध व उचित मात्रा में पीने का पानी मिल सके। इस प्रशिक्षण दौरान सरपंच जसवीर सिंह, पंच, आंगनवाड़ी, आशा वर्कर व अन्य समिति सदस्य उपस्थित थे।

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नशा मुक्त भारत अभियान : निर्भय होकर दें नशा बेचने वालों की सूचना : उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण

सिरसा, 26 सितंबर।


                  उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण ने कहा कि जिला को नशा मुक्त बनाने व युवा वर्ग को नशे की दलदल से बचाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा गंभीरता से कार्य किया जा रहा है। जिला में नशे पर पूर्णत: अंकुश के लिए जहां पुलिस प्रशासन द्वारा सख्त कदम उठाए गए हैं वहीं अन्य विभागों के साथ-साथ सामाजिक व धार्मिक संगठन भी इस मुहिम से जुड़ रहे हैं और अपने स्तर पर गांव-गांव जाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। नशा मुक्त भारत मुहिम की कामयाबी को समाज का हर वर्ग अपना दायित्व समझते हुए योगदान दे रहा है। इसके साथ-साथ अभिभावक भी युवाओं को नशे के दुष्प्रभाव बताते हुए उन्हें शिक्षा, खेल, योग व साहित्यिक किताबें पढऩे के लिए प्रेरित कर रहे हैं और साथ ही समय-समय पर उनका जीवन में आगे बढऩे के लिए मार्गदर्शन भी कर रहे हैं।

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                  उपायुक्त बिढ़ाण ने कहा कि नशे से पीडि़त परिवार बर्बाद हो जाता है और उसकी आने वाली पीढिय़ों पर भी गहरा असर पड़ता है। यदि परिवार व समाज को विकास के पथ पर ले जाना है और स्वस्थ जीवन जीना है तो नशे को ना कहना सीखना होगा। उन्होंने कहा कि कोई भी कार्य असंभव नहीं होता, नशा भी छोड़ा जा सकता है, इसके लिए संकल्प शक्ति का मजबूत होना जरुरी है। उन्होंने कहा कि जिला में दो नशा मुक्ति केंद्र नागरिक अस्पताल सिरसा व कालांवाली में कार्य कर रहे हैं यहां पर मरीज के इलाज की सभी सुविधाएं मौजूद है। उन्होंने नागरिकों से कहा कि आपके जो भी परिचित नशा करते हैं उन्हें इन नशा मुक्ति केंद्रों में लाएं और उनका मुफ्त ईलाज करवा कर समाज की मुख्य धारा में शामिल होने का कार्य करें। उन्होंने कहा कि नशा हमारे समाज में फैल रहा ऐसा दीमक है जो धीरे-धीरे हमारे समाज को खोखला कर रहा है, जिला प्रशासन इस विनाश रूपी नशे का खात्मा करने के लिए संकल्पबद्ध हैं।


                  उन्होंनेे कहा कि प्रत्येक अभिभावक अपना दायित्व निभाएं और समाज से नशे से दूर रहने के लिए अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा का मार्ग दिखाएं। नशे को रोकने के लिए सभी को एकजुट होकर कार्य करना होगा और प्रशासन को पूरा सहयोग देना होगा। उन्होंने नागरिकों से कहा कि वे नशे को रोके, अपने परिवार को समय दें, मनोरंजन के साधनों का प्रयोग करें, युवा वर्ग खेलकूद में भाग ले। उन्होंने कहा कि नशा जबरदस्ती नहीं दिया जा सकता, नशे से छुटकारा तभी मिल सकता है जब आप नशे से दूर रहें।

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                  उन्होंने आमजन से अपील करते हुए कहा कि वे बगैर किसी डर के पुलिस प्रशासन के हैल्पलाइन नंबर 88140-11620, 88140-11626 व 88140-11675 अथवा जिला प्रशासन के नंबर 01666-248890 पर कॉल करके नशा बिक्री करने वाले लोगों के बारे में सूचित कर सकते है। सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम गुप्त रखते हुए उसे पुरस्कृत किया जाएगा और नशा बेचने वाले व्यक्ति को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।


अनेक बीमारियों का कारण बनता है नशा : उपायुक्त बिढ़ाण


                  उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण ने बताया कि शुरुआत में व्यक्ति शोक के तौर पर नशा करता है लेकिन धीरे-धीरे उनको आदत पड़ जाती है। उन्होंने युवाओं से कहा कि वे नशों से दूर रहें तथा अपने स्वास्थ्य, शिक्षा, खेलकूद तथा मनोरंजक गतिविधियों में ध्यान लगाएं। नशा व्यक्ति को शारीरिक व मानसिक रूप से हानि पहुंचाता है। नशे से व्यक्ति की याददास्त कम होते-होते खत्म हो जाती है और व्यक्ति मानसिक रूप से परेशान रहता ही है साथ-साथ शारीरिक रूप से भी कमजोर हो जाता है। उन्होंने कहा कि तनाव से निजात पाने के लिए व्यक्ति नशों का सेवन करता है जोकि उसका ईलाज नहीं है और न ही इसके सेवन से तनाव कम होगा। इससे हृदय रोग, कैंसर, मधुमेह, सदमा, आयु में कमी आदि रोग हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर इस अभियान का शुभारंभ किया गया था और इस अभियान से युवा, महिला, पुरुष, बुजुर्ग, अनेक स्वयंसेवी संस्थाएं, समाजसेवी जुड़े हैं, अवश्य ही इस अभियान के सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे और जिला सिरसा नशा मुक्त होगा। नशा मुक्त भारत अभियान 31 मार्च 2021 तक चलेगा।

’श्री माता मनसा देवी पर चोला अर्पित करने की ऑनलाइन बुकिंग प्रक्रिया शुरू’

उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम के उपभोक्ता शिकायत निवारण मंच के चेयरमैन एवं सदस्य मंच की कार्यवाही 29 सितम्बर, को सुुबह 10.30 से दोपहर 1.30 बजे तक कार्यकारी अभियंता के कार्यालय, 517-518, पॉवर कॉलोनी, इंडस्ट्रीयल एरिया, फेस-2, पंचकूला में की जाएगी।

पंचकूला, 25 सितम्बर – उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम के उपभोक्ता शिकायत निवारण मंच के चेयरमैन एवं सदस्य मंच की कार्यवाही 29 सितम्बर, को सुुबह 10.30 से दोपहर 1.30 बजे तक कार्यकारी अभियंता के कार्यालय, 517-518, पॉवर कॉलोनी, इंडस्ट्रीयल एरिया, फेस-2, पंचकूला में की जाएगी।

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बिजली निगम के प्रवक्ता ने बताया कि मंच के सदस्य, उपभोक्ताओं की सभी प्रकार की समस्याओं की सुनवाई करेंगे जिनमें मुख्यतः बिलिंग, वोल्टेज, मीटरिंग से सम्बंधित शिकायतें, कनैक्शन काटने और जोडने बिजली आपूर्ति में बाधाएं, कार्यकुशलता, सुरक्षा, विश्वसनीयता में कमी और हरियाणा बिजली विनियामक आयोग के आदेशों की अवहेलना आदि शामिल हैं। बहरहाल, मंच द्वारा बिजली अधिनियम की धारा 126 तथा धारा 135 से 139 के अन्तर्गत बिजली चोरी और बिजली के अनधिकृत उपयोग के मामलों में दंड तथा जुर्माना और धारा 161 के अन्तर्गत जांच एवं दुर्घटनाओं से सम्बंधित मामलों की सुनवाई नहीं की जाएगी।

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उन्होने उपभोक्ताओं से अनुरोध किया जाता है कि अपनी शिकायतों के निवारण के लिए 29 सितम्बर, को सुुबह 10.30 कार्यकारी अभियंता के कार्यालय, 517-518, पॉवर कॉलोनी, इंडस्ट्रीयल एरिया, फेस-2, पंचकूला पहंुचकर लाभ उठाएं।

’श्री माता मनसा देवी पर चोला अर्पित करने की ऑनलाइन बुकिंग प्रक्रिया शुरू’

अतिरिक्त उपायुक्त मनिता मलिक किसानों को पशुधन किसान के्रेडिट कार्ड वितरित करते हुए।

पंचकूला 25 सितम्बर – हरियाणा सरकार ने किसान के्रडिट कार्ड की तर्ज पर पशुधन किसान क्र्र्रेडिट कार्ड योजना क्रियान्वित की है ताकि किसान पशुओं की किसी आकस्मिक जोखिम एवं बीमारी के समय में भी पशुओं का उचित ईलाज एवं देखभाल कर सकें।

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ये विचार अतिरिक्त उपायुक्त मनिता मलिक ने जिला सचिवालय स्थित कार्यालय में हुए किसानों से बातचीत करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने गांव चरनियां के 5 किसानों को अपने कर कमलों से पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड प्रदान कर अभियान का शुभारम्भ किया। इनमें परमजीत कौर, सुरजीत ंिसह, रणजीत, करमजीत, सर्वजीत शामिल हैं।


अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड योजना के तहत जिला के 500 किसानांें को 5 करोड़ 81 लाख रुपए की कार्ड जारी किए जा चुके है। इस योजना में एक लाख 60 हजार रुपए तक की राशि के लिए कोई सिक्योरिटी की आवश्यकता नहीं हैं तथा इससे उपर तीन लाख रुपए तक सिक्योरिटी ली जाएगी। उन्हांेने बताया कि इस राशि में 7 प्रतिशत ब्याज लिया जाएगा जिसमें किसान लगातार भरेंगें तो उनका 3 प्रतिशत राशि केन्द्र सरकार की ओर से सबसिडी प्रदान की जाएगी। इस प्रकार केवल 4 प्रतिशत राशि पर किसानों को पशुओं की उचित देखभाल के लिए यह राशि उपलब्ध करवाई जाती है।

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अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि यदि कोई किसान 3 लाख रुपए से अधिक की राशि लेना चाहता है तो उसे 10 प्रतिशत ब्याज पर प्रदान करवाई जाएगी। इसके लिए उसे सबसिडी का लाभ नहीं मिलेगा। सरकार के निर्णय अनुसार किसान को एक भैंस पर 60 हजार रुपए, गाय पर 40 हजार रुपए, भेड़ व बकरी पर 4 हजार रुपए तथा सुअर पर 16 हजार रुपए की राशि से क्रेडिट कार्ड जारी किए जाते हैं।


एलडीएम पीनएबी बृजेश ंिसंह ने बताया कि अब तक जिला के 5549 किसानों ने पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड योजना के तहत आवेदन किया है जिसमें से 1361 किसानों के आवेदन स्वीकृत किए जा चुके है। उन्होंने बताया कि एक्सिस, एचडीएफसी व एसबीआई जैसे बैंक इस योजना में सक्रिय सहयोग नहीं कर रहे। इसलिए उनसे अनुरोध है कि वे किसानों को लाभ देने के लिए आए हुए आवेदनों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करें ताकि किसान पशुधन योजना के कार्ड बनाकर उपलब्ध करवाए जा सकें।


इस मौके पर उपनिदेशक पशुपालन सुखदेव राठी, चरनियां बैंक से गोबिंद सिंह भी उपस्थित रहे।