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उपायुक्त प्रदीप कुमार ने किया गांव ओटू, मोहम्मदपुरिया व खारियां के स्कूल में बने होम आइसोलेशन सैंटरों का निरीक्षण

सिरसा, 14 मई।

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उपायुक्त प्रदीप कुमार ने कहा कि ग्रामीण गला खराब, जुकाम, खांसी व बुखार आदि लक्षण होने पर तुरंत कोरोना संबंधी दवाईयां लेना शुरू कर दें। समय पर लिया गया उपचार गंभीर स्थिति से बचाव करेगा और अस्पताल में दाखिल होने की नोबत नहीं आएगी। गांव के सरपंच व गणमान्य व्यक्ति कोरोना लक्षण वाले व्यक्तियों को प्रशासन द्वारा उपलब्ध करवाई जा रही कोविड दवाई के बारे में जानकारी देने के साथ-साथ इसे लेने के लिए प्रेरित भी करें।


उपायुक्त शुक्रवार सायं जिला के गांव ओटू, मोहम्मदपुरिया व खारियां के स्कूलों मेें बनाए गए ग्रामीण होम आइसोलेशन सैंटरों के निरीक्षण के दौरान उपस्थित गांव के मौजिज व्यक्तियों से बातचीत कर रहे थे। उपायुक्त ने सभी होम आईसोलेशन सैंटर में दवाइयां, बैड, पेयजल, बिजली, शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाओं का गहनता से निरीक्षण किया और ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस अवसर बीडीपीओ अनिल कुमार, ग्राम सचिव अनिल, सरपंच अमर सिंह, सरपंच प्रतिनिधि रोहताश, निर्मल सिंह नम्बरदार, समाजसेवी नारायणसिंह, संदीप गोदारा, मांगेराम, आशा वर्कर कौशल्या, सुमन सहित गांव के गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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उपायुक्त ने होम आईसोलेशन सैंटर का निरीक्षण करने के दौरान बीडीपीओ को निर्देश दिए कि गांव में प्रत्येक कोरोना लक्षण वालों तक मेडिकल किट पहुंचाना सुनिश्चित करें। उन्होंने आशा वर्कर व आंगनवाड़ी वर्कर को सर्वे के दौरान लक्षण वाले व्यक्तियों को कोविड दवाई देने को कहा। होम आइसोलेशन सैंटरों में सभी आवश्यक बचाव उपायों की पालना की जाए और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि कोविड प्रबंधन से संबंधी किसी भी चीज की जरूरत हो, तो तुरंत उच्च अधिकारियों को अवगत करवाएं ताकि समय पर जरूरी सामान को उपलब्ध करवाया जा सके।  
  उन्होंने उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों को कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना का फैलाव तेजी से हो रहा है, इसे रोकने के लिए ग्रामीणों को एकजुट होकर पूरी सजगता से कोविड नियमों की पालना करनी होगी और ठीकरी पहरे के माध्यम से बाहर आने जाने वालों पर निगरानी करनी होगी, तभी हम अपने गांव में कोरोना महामारी की रोकथाम कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि लोगों को कोरोना को लेकर जागरूक करें और उन्हें वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित करें। उन्होंने बताया कि गांव में होम आईसोलेशन सैंटर बनाए जाने का उद्ïेश्य यही है कि कोरोना लक्षण वाले व्यक्ति को अलग रखा जाए, ताकि संक्रमण का फैलाव न हो सके। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि प्रशासन के पास कोविड दवाई की कोई कमी नहीं है। जिला में करीब 15 हजार मेडिकल किट वितरित करवाई जाएंगी, जिन्हें आवश्यकता अनुसार बढाया भी जाएगा। उन्होंने कहा कि कोरोना लक्षण वाले व्यक्ति कोविड दवाई लेने में बिल्कुल भी देरी न करें। कोरोना का समय पर लिया गया उपचार उन्हें गंभीर स्थिति से बचाएगा। इसके अलावा ग्रामीण गर्म पानी, भाप, पानी के गरारे, गिलोय का पानी आदि घरेलू उपचार भी नियमित रूप से करते रहें।