एसडीएम ने मिठाई की दुकानों पर जाकर खाद्य पदार्थों का निरीक्षण किया

जिला की 8 विभिन्न ग्राम पंचायतों में पंच पद के लिए करवाए जाएंगे उप चुनाव

सिरसा, 5 जून।

राज्य निर्वाचन आयोग हरियाणा पंचकूला के निर्देशानुसार पंचायती राज संस्थाओं के उपचुनाव जुलाई 2019 माह में करवाए जाएंगे। यह जानकारी देते हुए जिला विकास एवं पचांयत अधिकारी कुलभूषण बंसल ने बताया कि जिला में विभिन्न 8 ग्राम पंचायतों में पंच पदों के लिए उप चुनाव करवाए जाएंगे। 


                       उन्होंने बताया कि हरियाणा पंचायती राज नियम 1994 की धारा 24 के तहत जिला निर्वाचन अधिकारी (पं0) द्वारा प्रारुप नम्बर 2 व 3 में नोटिस जारी करने की तिथि 10 जून निर्धारित की गई है। चुनाव की नामांकन तिथि 15 जून से 21 जून (16 व 17 जून को छोड़ कर) प्रात: 10 से सांय 3 बजे तक है। नामांकन फार्मों की जांच पड़ताल 22 जून को प्रात: 10 बजे से होगी। 24 जून को दोपहर 3 बजे तक उम्मीदवार अपना नाम वापस ले सकेंगे तथा इसी दिन उम्मीदवारों को चुनाव चिह्न आबंटित कर दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि 7 जुलाई को प्रात: 9 से 4 बजे तक उप चुनाव के लिए मतदान होगा तथा इसी दिन मतदान प्रक्रिया सम्पन्न होने उपरांत मतगणना होगी। 


                       उन्होंने कहा कि जिले के खंड बड़ागुढा की ग्राम पंचायत भादडा के वार्ड न. 3 के पंच, कमाल के वार्ड न. 2 के पंच, चांड डबवाली की ग्राम पंचायत चौटाला के वार्ड न. 17 के पंच, खंड नाथूसरी चौपटा की ग्राम पंचायत जसानियां के वार्ड न. 7 के पंच, खंड रानियां की ग्राम पंचायत फिरोजाबाद के वार्ड न. 6 के पंच, ग्राम पंचायत गोविंदपुरा के वार्ड न. 3 के पंच तथा खंड सिरसा की ग्राम पंचायत फरवाई कलां के वार्ड न. 7 के पंच व ग्राम पंचायत शाह सतनामपुरा के वार्ड न. 6 में पंच पद के लिए उपचुनाव होगा।

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एसडीएम ने मिठाई की दुकानों पर जाकर खाद्य पदार्थों का निरीक्षण किया

डीपीआई व पीटीआई को दिया योग प्रोटोकोल कार्यक्रम का प्रशिक्षण

सिरसा, 5 जून।

हर वर्ष की भांति दुनिया भर के हर व्यक्ति को स्वस्थ बनाने के लिए 21 जून 2019 को विश्वभर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया जाएगा जिसके लिए आयुष विभाग द्वारा जिला में विभिन्न चरणों में योग प्रोटोकोल प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में स्थानीय शहीद भगत सिंह स्टेडियम में डीपीआई व पीटीआई को योग प्रोटोकोल का प्रशिक्षण दिया।


                       इस अवसर पर पतंजलि के योग प्रशिक्षक चंद्रपाल ने उपस्थित जनों को योग क्रियाएं करवाई। इस मौके पर योग विशेषज्ञ डा. सोहन लाल उपस्थितजनों को विस्तारपूर्वक योग क्रियाओं से संबंधित जानकारी दी। 


                       योग प्रशिक्षक चंद्रपाल ने ताड़ासन, त्रिकोणसन, पवन मुक्तासन आदि योग क्रियाएं करवाई तथा प्रत्येक योग क्रिया के बारे में विस्तारपूर्वक बताया। उन्होंने कहा कि योग मनुष्य को न केवल शारीरिक अपितू मानसिक तौर पर भी स्वस्थ बनाता है। उन्होंने योग प्रोटोकोल का अभ्यास करवाते हुए बताया कि योग से सामान्य व्यक्ति स्वस्थ रह सकता है। इससे शरीर, मन संतुलित होते हैं। यह योग विद्या मधुमेह, श्वसन सम्बंधी विकार, उच्च रक्तचाप और जीवन शैली से सम्बंधी कई प्रकार के विकारों के प्रबन्ध में लाभकर है। योग समृद्ध और परिपूर्ण जीवन की उन्नति का मार्ग है। उन्होंने योग करवाते समय प्रत्येक क्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी दी व योग से होने वाले लाभ के बारे में भी बताया। इस मौके पर शांति पाठ भी किया गया। 


                       जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डा. गिरीश चौधरी ने बताया की जिला के अन्य ब्लॉकों में भी योग प्रोटोकोल का अभ्यास करवाया जा रहा है। इस मौके पर डा. हेमा राम, गंगा विष्णु, एईईओ अनिल कुमार, दया कुमार पतंजलि के कार्यकर्ता सुरेश, प्रेम, हरीश भी मौजुद थे।

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मंच उद्घोषक के लिए कुरुक्षेत्र में आयोजित की जाएगी तीन दिवसीय कार्यशाला

सिरसा, 5 जून।

हरियाणा के कलाकारों को मंच कला विधा में निपुण करने के लिए कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग द्वारा 11 से 13 जून, 2019 तक कुरुक्षेत्र के मल्टी आर्ट कल्चरल सेंटर में मंच उद्घोषक कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। ऐसी कार्यशाला हरियाणा में पहली बार की जा रही है। इस तीन दिवसीय कार्यशाला में प्रदेश के लगभग 200 प्रतिभागियों को मंच संचालन की विधा हिन्दी, हरियाणवी और अंग्रेजी भाषा में सिखाई जाएगी।

  कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि इस कार्यशाला की रूपरेखा कला एवं सांस्कृतिक कार्य  विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती धीरा खण्डेलवाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में तैयार की गई। बैठक में विभाग के निदेशक महेश्वर शर्मा भी उपस्थित थे।


                       उन्होंने बताया कि जिन प्रतिभागियों ने कार्यशाला में भाग लेने हेतु आवेदन किया है, उनको प्रतिष्ठित एवं श्रेष्ठ उद्घोषकों के माध्यम से मंच उद्घोषक विधा की तकनीकी बारीकियों की जानकारी दी जाएगी। उन्होंने बताया कि जिन प्रतिभागियों को प्रदर्शन उत्कृष्ट होगा, उनकी एक सूची तैयार कर ली जाएगी और राज्य के विभिन्न जिलों में सरकारी कार्यक्रमों के दौरान उन्हें मंच उद्घोषक का कार्य दिया जाएगा।


                       उन्होंने बताया कि विशेषज्ञ के तौर पर आकाशवाणी के सुप्रसिद्ध उद्घोषक जैनेंद्र सिंह, प्रसिद्ध हरियाणवी मंच उद्घोषक रामनिवास एवं टीवी एंकर कुमारी सोनल दहिया तथा डॉ. जितेन्द्र राम प्रकाश प्रतिभागियों को मंच संचालन के गुर सिखाएंगे तथा इस बारे जानकारी देंगे।

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एसडीएम ने मिठाई की दुकानों पर जाकर खाद्य पदार्थों का निरीक्षण किया

10 जून से शुरू होगा 7वीं आर्थिक जनगणना का कार्य

सिरसा, 5 जून।

जिले में अटल सेवा केंद्र से शुरू होगा 7वीं आर्थिक जनगणना

जिला में 7वीं आर्थिक जनगणना का कार्य आरंभ किया जा रहा है। भारत सरकार सातवीं आर्थिक जनगणना अटल सेवा केंद्र (सीएससी) के माध्यम से शुरू कर रही है। 


इस उद्देश्य के लिए आज स्थानीय पंचायत भवन में भारत सरकार के सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यन्वयन मंत्रालय तथा सीएससी ई-गवनेंस सर्विसेज इंडिया लिमिटेड द्वारा संयुक्त रुप से अटल सेवा केन्द्र संचालकों के जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला सांख्यिकी अधिकारी सुरेंद्र कुमार ने की। इस अवसर पर जिला सूचना अधिकारी सुषमा भी मौजूद थी। 

 इस मौके पर स्टेट प्रोजेक्ट मैनेजर प्रभजोत व आशीष शर्मा ने जिला के सीएससी संचालकों को आर्थिक जनगणना कार्य का विस्तारपूर्वक प्रशिक्षण दिया। 


                       जिला सांख्यिकी अधिकारी सुरेंद्र कुमार नेे बताया कि भारत में सबसे पहली आर्थिक जनगणना 1977 से शुरू हुई थी। जोकि लगभग हर 5 वर्ष के बाद होती आ रही है। आखिरी जनगणना 2013 में हुई थी। छह जनगणना होने के बाद इस वर्ष 2019 में सातवीं जनगणना है।


                       उन्होंने बताया कि इसमें इकनॉमिक या आर्थिक गणना भी होती है, लेकिन इंसानों की नहीं बल्कि देश में चल रहे हर तरह के कामकाज की, जो किसी भी तरह की आर्थिक गतिविधि से जुड़ा हो। कोई भी ऐसा कार्य जो आप अपने लिए नहीं करते बल्कि पैसे कमाने के लिए करते हैं। उन्होंने बताया कि सरकार को देश में रहने वालों की आर्थिक स्थिति, रहन-सहन का पता करना और यह पता करना की देश में छोटे स्तर, मध्यम स्तर और बड़े स्तर के कितने व्यापार चल रहे हैं। लोगों का रुझान किस तरह के व्यापार में है, ताकि जब भी कोई योजना बनानी हो तो सरकार इस जनगणना की मदद से लोगों की जरूरत के हिसाब से एक बेहतर और लाभदायक योजना बना सके। 

 इस मौके पर स्टेट प्रोजेक्ट मैनेजर प्रभजोत व आशीष शर्मा ने जिला के सीएससी संचालकों को आर्थिक जनगणना कार्य का विस्तारपूर्वक प्रशिक्षण दिया। 


                       जिला सांख्यिकी अधिकारी सुरेंद्र कुमार नेे बताया कि भारत में सबसे पहली आर्थिक जनगणना 1977 से शुरू हुई थी। जोकि लगभग हर 5 वर्ष के बाद होती आ रही है। आखिरी जनगणना 2013 में हुई थी। छह जनगणना होने के बाद इस वर्ष 2019 में सातवीं जनगणना है।

आर्थिक जनगणना को लेकर दिया गया प्रशिक्षण


                       उन्होंने बताया कि इसमें इकनॉमिक या आर्थिक गणना भी होती है, लेकिन इंसानों की नहीं बल्कि देश में चल रहे हर तरह के कामकाज की, जो किसी भी तरह की आर्थिक गतिविधि से जुड़ा हो। कोई भी ऐसा कार्य जो आप अपने लिए नहीं करते बल्कि पैसे कमाने के लिए करते हैं। उन्होंने बताया कि सरकार को देश में रहने वालों की आर्थिक स्थिति, रहन-सहन का पता करना और यह पता करना की देश में छोटे स्तर, मध्यम स्तर और बड़े स्तर के कितने व्यापार चल रहे हैं। लोगों का रुझान किस तरह के व्यापार में है, ताकि जब भी कोई योजना बनानी हो तो सरकार इस जनगणना की मदद से लोगों की जरूरत के हिसाब से एक बेहतर और लाभदायक योजना बना सके। 

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