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15 अगस्त को नशा मुक्त भारत अभियान का होगा लांच : उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ान

सिरसा, 10 अगस्त।


              उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ान ने बताया कि भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा आगामी 15 अगस्त से देशभर में नशा मुक्त भारत अभियान की शुरुआत की जाएगी, यह अभियान 31 मार्च 2021 तक चलेगा। अभियान के तहत देश में नशे से प्रभावित 272 जिले चुने गए हैं जिसमें जिला सिरसा भी शामिल किया गया है।


              उपायुक्त बिढ़ान सोमवार को अपने कैंप कार्यालय में नशा मुक्त भारत अभियान की तैयारियों के मद्देनजर अधिकारियों की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस बैठक में एसडीएम जयवीर यादव, जिला समाज कल्याण अधिकारी नरेश कुमार बत्रा, पीओआईसीडीएस डा. दर्शना सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी संत कुमार, उप सिविल सर्जन डा. रोहताश, मनोचिकित्सक डा. पंकज शर्मा सहित विभिन्न एनजीओ के सदस्य मौजूद थे।

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              उपायुक्त बिढ़ान ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिला को नशा मुक्त करने के लिए एक्शन प्लान बनाया जाए और 10 गांवों का कलस्टर बना कर योजनाबद्ध तरीके नशा मुक्ति के लिए कार्य किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि जिला के सभी शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में ब्यूटी पार्लर का सर्वे किया जाए तथा उनका पूरा डाटा एकत्रित किया जाए। ब्यूटी पार्लरों के सर्वे का कार्य महिला एवं बाल विकास विभाग, बीडीपीओ तथा नगर परिषद एवं नगर पालिका के माध्यम से करवाया जाएगा। इसके अलावा जिला के सभी सैलून व ऑरकेस्ट्रा ग्रुपों का भी डाटाबेस तैयार करने के निर्देश दिए।

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              उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि समय-समय पर मेडिकल की दुकानों पर छापामारी की जाए ताकि नशे की सप्लाई चैन को तोड़ा जा सकेे और नशे पर रोक लग सके। यदि कोई मेडिकल की दुकान नशे की बिक्री में संलिप्त पाई जाती है तो उसे सील किया जाए। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग द्वारा कैंपों के माध्यम से भी लोगों को जागरुक किया जाएगा तथा नशा ग्रस्त लोगों की मनोचिकित्सकों द्वारा काउंसलिंग भी की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस दौरान युवाओं को नशा न करने व अन्यों को भी न करने देने की शपथ दिलवाई जाए।


              उपायुक्त ने महिला एवं बाल विकास विभाग को निर्देश दिए कि जिला के सभी 1377 आंगनवाड़ी केंद्रों की आंगनवाड़ी वर्करों के माध्यम से लोगों को जागरुक किया जाएगा। ये आंगनवाड़ी वर्कर नुक्कड़ नाटक के माध्यम से व अपने-अपने क्षेत्रों में डोर टू डोर पहुंच कर लोगों को नशा न करने के लिए जागरुक करेंगी। इसके अतिरिक्त अभियान के तहत अभिभावकों व शिक्षकों की भी सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी ताकि वे बच्चों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में अवगत करवाएं और जिला में नशे पर लगाम लगाई जा सके। उन्होंने कहा कि अभियान में ऐसे लोगों को भी शामिल किया जाएगा जो पहले नशे में संलिप्त थे और अब पूरी तरह नशा छोड़ चुके हैं। ये लोग नशा छोडऩे पर अपने जीवन में आए बदलाव के बारे में अपने अनुभव सांझा करेंगे।


             उपायुक्त ने कहा कि अभियान के दौरान लोगों को बताया जाएगा कि नशा उनकी सेहत, परिवार व सामाजिक जीवन पर क्या बुरा प्रभाव डालते हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है। इसी तरह सामाजिक संस्थाओं, नेहरु युवा केंद्रों व युवा क्लबों को भी मुहिम में जोड़ा जाएगा ताकि जन-जन तक नशा से दूर रहने का संदेश दिए जा सके। इसके दौरान लोग नशे से पीडि़त लोगों को ईलाज के लिए प्रेरित करके अस्पताल तक लाया जाएगा और इस तरह उनको समाज की मुख्य धारा में शामिल किया जाएगा।