11 को 11 बजे ग्रामीणों को नशा न करने की शपथ दिलाएंगे सरपंच : उपायुक्त
उपायुक्त रमेश चंद्र बिढाण ने संबंधित अधिकारियों को दिए शपथ कार्यक्रम को मॉस्क व सोशल डिस्टेसिंग के तहत आयोजित करने के निर्देश
उपायुक्त रमेश चंद्र बिढाण ने बताया कि जिला को नशा मुक्त बनाने की मुहिम में ग्राम पंचायतों को भी जोड़ा गया है, ताकि गांव स्तर से ही नशा प्रवृति पर अंकुश लग सके और नशा मुक्ति का आह्वान हर गांव की गली-गली व हर घर तक पहुंचे। इसी कड़ी में 11 सितंबर को जिला के प्रत्येक गांव में सरपंच गामीणों को नशा विरोधी शपथ दिलवाएंगे। सभी जगह शपथ का समय प्रात: 11 बजे रहेगा। संबंधित अधिकारी शपथ कार्यक्रम का आयोजन मॉस्क व सोशल डिस्टेंस के तहत करवाना सुनिश्चित करेंगे।
उपायुक्त ने बताया कि नशा मुक्ति अभियान के तहत जिला में विभिन्न गतिविधियां चलाई जा रही हैं। अभियान को सफल बनाने के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्यप्रणाली तैयार की गई है, जिसमें अधिकारियों को अलग-अलग जिम्मेवारियां सौंपी गई हैं। इसी के तहत 11 सितंबर को 11 बजे हर गांव में नशा विरोधी शपथ कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसमें सरपंच ग्रामीणों को नशा न करने की शपथ दिलाएंगे। शपथ कार्यक्रमों का मॉस्क व सोशल डिस्टेसिंग के तहत आयोजन करवाने की जिम्मेवारी जिला विकास एवं पंचायत विभाग की रहेगी। विभाग के संबंधित अधिकारी गांव में सरपंचों को निर्देशित करते हुए सफलतापूर्वक शपथ कार्यक्रमों का आयोजन करवाएंगे। उन्होंने बताया कि विभिन्न गांवों में गांव गोद लेने वाले अधिकारी भी इन शपथ कार्यक्रमों में शामिल होंगे।
ग्राम पंचायतों ने नशा मुक्त अभियान को बताया सराहनीय कदम, सहयोग का दिया आश्वासन :
उपायुक्त रमेश चंद्र बिढाण के दिशा-निर्देशन में जिला में चल रहे नशा मुक्ति अभियान को ग्राम पंचायतों ने प्रशासन का सराहनीय कदम बताया है। सभी ग्राम पंचायतें नशा को खत्म करने की इस मुहिम में हर प्रकार से सहयोग देने के लिए तैयार हैं। नशा मुक्ति को लेकर प्रशासन की इस मुहिम के बारे में गांव रामगढ के सरपंच जोगेन्द्र सिंह ने बताया कि नशा को खत्म करने के लिए लोगों में जागरूकता बहुत जरूरी है और इस दिशा में प्रशासन की नशा मुक्ति मुहिम कारगर सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि गांव की तरफ से नशा मुक्त अभियान को पूरा सहयोग दिया जाएगा। ग्रामीण भी चाहते हैं कि गांव से नशा खत्म हो और इसके लिए ग्रामीण विशेषकर युवा गांव में नशा के प्रति जागरूक कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि युवा नशे से दूर होकर खेल व अन्य रचनात्मक कार्यों पर अपना ध्यान केंद्रित कर अपने परिवार, गांव, जिला व प्रदेश का नाम रोशन करें।
इसी प्रकार गांव मुन्नावाली के सरपंच डा. बलविंद्र ने बताया कि प्रशासन की नशा मुक्ति की यह मुहिम बहुत ही अच्छा कदम है। उन्होंने कहा कि नशे से युवा शक्ति बर्बाद हो रही है, जिसका असर न केवल उसके परिवार पर बल्कि पूरे गांव व समाज पर पड़ रहा है। नशा को खत्म करने में ग्राम पंचायत की ओर से जो भी सहयोग होगा, दिया जाएगा। नशा को खत्म करने में सभी को अपना सहयोग करना होगा तभी जिला के नशा मुक्ति का सपना साकार होगा। गांव रिसालिया खेड़ा के सरपंच आजाद ने कहा कि प्रशासन का नशा मुक्त अभियान गांव से नशा को खत्म करने में अहम भूमिका निभाएगा। प्रशासन की ओर से गांव के नशा मुक्त होने पर अतिरिक्त विकास कार्यों के लिए धन राशि उपलब्ध करवाने जो पहल है, इससे नशा मुक्ति की मुहिम को और अधिक बल मिलेगा। प्रत्येक ग्रामीण चाहता है कि उसके गांव का युवा नशा से दूर हो और गांव का विकास हो।
गौरतलब है कि नशा मुक्ति अभियान को लेकर हाल ही में उपायुक्त रमेश चंद्र बिढाण ने नशा मुक्ति अभियान को लेकर सभी सरपंचों से वीडियो कॉफ्रेंस की थी। जिसमें उन्होंने सरपंचों को अभियान की जानकारी देने के साथ-साथ इसके साथ जुड़कर जिला को नशा मुक्त बनाने में योगदान देने को कहा था। सरपंचों ने भी इस अभियान को अपना पूर्ण सहयोग देने व ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को नशा न करने बारे जागरूक करने का संकल्प लिया था।