होम क्वारंटाइन व्यक्ति परिवारजनों की सुरक्षा का रखें विशेष ध्यान : उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण
उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण ने बताया कि भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से होम क्वारंटाइन में रह रहे कोरोना संक्रमितों व संदिग्ध लोगों के लिए नई गाइडलाइन जारी की गई है। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया जा रहा है परंतु संदिग्ध लोगों को होम क्वारेंटाइन के लिए कहा जा रहा है। उन्होंने होम क्वारंटाइन में रह रहे लोगों से अपील की है कि वे स्वयं के साथ-साथ अपने परिवारजनों को सुरक्षित रखें और हिदायतों की गंभीरता से पालना करें।
होम क्वारंटाइन व्यक्ति इन बातों का रखें ध्यान :
उपायुक्त बिढ़ाण ने बताया कि होम क्वारंटाइन व्यक्ति को साफ हवादार कमरे में रखें जिसमें अटेच्ड शौचालय उपलब्ध हो। स्वास्थ्य विभाग यह सुनिश्चित करें कि होम क्वारंटाइन व्यक्ति के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध हो। होम क्वारंटाइन व्यक्ति के घर के द्वार पर होम क्वारंटाइन पोस्टर (हरे रंग का) लगाना आवश्यक है। होम क्वारंटाइन व्यक्ति व उसके परिवार के सभी सदस्यों का डाटा आरोग्य सेतू एप पर अपलोड किया जाए। स्वास्थ्य विभाग की टीम होम क्वारंटाइन व्यक्ति व उसके सम्पर्क में आए व्यक्ति लोगों की स्वास्थ्य जांच नियमित तौर पर करेगी। संक्रमित व्यक्ति के घर में होम आइसोलेशन के दौरान परिवार में बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं, बच्चों व अन्य लोगों को संक्रमित व्यक्ति से आवश्यक दूरी बना कर रखनी होगी। होम क्वारंटाइन में रह रहा व्यक्ति किसी भी प्रकार के सामाजिक, धार्मिक, राजनीतिक व अन्य पारिवारिक कार्यक्रमों में भाग नहीं ले सकता। इसके अलावा बार-बार अपने मुंह को न छूएं, खांसते या छींकते समय मुंह और नाक को टिशू / रूमाल से ढकें यदि टिशू/रूमाल उपलब्ध नहीं है तो बांह का प्रयोग करें। घर में इधर-उधर थूकें नहीं, अपने निजी सामान को किसी भी व्यक्ति के साथ सांझा न करें।
इसके अतिरिक्त मरीज को होम आइसोलेशन के दौरान हर समय तीन लेयर वाला फेसमास्क पहने रहना चाहिए। हर 8 घंटे में इस मास्क को बदल दें। पसीने के कारण मास्क गीला होने या धूप-मिट्टी के कारण गंदा होने पर इसे तुरंत बदल लें। मास्क को एक प्रतिशत सोडियम हाइपोक्लोराइडड के साथ डिसइंफेक्ट करने के बाद ही कूड़ेदान में फेंका जाना चाहिए। रोगी अपने शरीर में पानी की कमी न होने दें और स्वास्थ्य विभाग द्वारा बताई गई मात्रा में तरल पदार्थों और भोजन का सेवन करें। रोगी दस्ताने उतारने के बाद व पहनने से पहले हाथों को अच्छे से साफ करें। डॉक्टर द्वारा सुझाए गए दिशा निर्देशों का पालन करें। साथ ही नियमित रूप से अपने शरीर का तापमान चेक करते रहें और तबीयत में किसी भी तरह की दिक्कत महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।