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हरियाणा के राज्यपाल ने इंडियन जर्नलिस्ट यूनियन के राष्ट्रीय सम्मान सम्मेलन व बीमा पॉलिसी वितरण समारोह में मुख्यातिथि के रूप में करी शिरकत

– ‘‘मीडिया के समक्ष चुनौतियां‘‘ विषय पर संगोष्ठी का किया गया आयोजन

-पत्रकारों का कार्य चुनौतीपूर्ण व जोखिम भरा-बंडारू दत्तात्रेय

हरियाणा सरकार पत्रकार हितैषी, पत्रकारों के हित में लिए अनेक निर्णय

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पंचकूला, 4 अगस्त- हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय  ने सेक्टर-1 स्थित पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में आज चंडीगढ़ एंड हरियाणा जर्नलिस्ट यूनियन की ओर से आयोजित इंडियन जर्नलिस्ट यूनियन के राष्ट्रीय सम्मान सम्मेलन व बीमा पॉलिसी वितरण समारोह में मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता को लोकतंत्र का चैथा स्तम्भ माना जाता है।

श्री दत्तात्रेय ने देशभर के 20 राज्यों से पंचकूला की पावन धरा पर पहुंचने पर प्रदेश के संवैधानिक मुखिया होने के नाते उनका स्वागत व अभिनंदन किया।

 उन्हांेने बताया कि खबर पूर्व-पश्चिम उत्तर-दक्षिण के सभी समाचारों का संगम हैं। उन्होंने कहा कि पत्रकारों को भयमुक्त होकर तथ्यों पर आधारित पत्रकारिता करनी चाहिए। इस सम्मेलन में ‘‘मीडिया के समक्ष चुनौतियां‘‘ विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया है। निश्चित तौर पर पत्रकारों के समक्ष अनेक तरह की चुनौतियां रहती हैं। आज का युग पत्रकारिता का नया युग है। पत्रकारों एवं पत्रकारिता का इतिहास देश में बहुत पुराना रहा है। देश की आजादी से पूर्व भी पत्रकारों ने देश को आजाद करवाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया और प्रजातंत्र की रक्षा के लिए पत्रकार समाज ने हमेशा कुर्बानियां दी हैं।

उन्होंने कहा कि देश में जब एमरजेंसी लगाई गई तो समाज के अन्य वर्गों के साथ-साथ पत्रकारों ने भी बिना किसी कारण जेल काटी और यातनाएं झेली। पत्रकारों का काम बेहद जोखिम भरा होने के साथ-साथ हमेशा चुनौतीपूर्ण भी रहा है। उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी है कि चंडीगढ़ एंड हरियाणा जर्नलिस्ट यूनियन ने पत्रकारों के हितों की रक्षा करने और निष्पक्ष एवं साफ सुथरी पत्रकारिता को बढ़ावा देने के लिए हमेशा अनेक कदम उठाए। यूनियन ने अपने सदस्यों के लिए दस-दस लाख रुपए का व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा करवाया है और इसका पूरा खर्च भी यूनियन अपनी ओर से वहन करती है। प्रजातंत्र में गरीब और कमजोर को न्याय दिलाने और उसके साथ होने वाले अन्याय के लिए पत्रकार समाज ने हमेशा आवाज उठाई और कमजोर वर्गों को न्याय दिलाने में हमेशा महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार पत्रकार हितैषी रही है। हरियाणा देश का पहला राज्य है, जिसने 7 दिसंबर 2017 को पत्रकारों के लिए दस हजार रुपये महीना पेंशन योजना शुरू की। इस पेंशन के लिए सिर्फ तीन शर्तें रखी गई कि पत्रकार की उम्र 60 वर्ष होनी चाहिए, उसे पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करते हुए कुल 20 वर्ष हो गए हों और वह पांच साल तक मान्यता प्राप्त पत्रकार रहा हो। अब इस पेंशन को बढ़ाकर 15 हजार रुपए महीना कर दिया गया है। इस समय प्रदेश में लगभग 200 पत्रकारों को यह पेंशन मिल रही है।

श्री दत्तात्रेय ने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा पत्रकार पेंशन शुरू किए जाने के बाद अन्य राज्यों ने भी इस योजना का अनुसरण किया और आज देश के अनेक राज्यों में पत्रकार पेंशन शुरू हो गई है। इसके अलावा हरियाणा सरकार द्वारा 60 वर्ष से कम उम्र के सभी मान्यता प्राप्त पत्रकारों को भारतीय जीवन बीमा निगम के माध्यम से टर्म व ग्रुप इंश्योरेंस कवर प्रदान किया जा रहा है और पत्रकारों के लिए 10 लाख रुपए के ग्रुप इंश्योरेंस कवर की पूरी प्रीमियम राशि प्रदेश सरकार द्वारा वहन की जाती है। उन्होंने कहा कि यदि मीडियाकर्मी 20 लाख रुपए बीमा कवर का विकल्प चुनते हैं, तो उन्हें 50 प्रतिशत प्रीमियम राशि स्वयं वहन करनी पड़ती है। हरियाणा को कवर करने वाले मीडिया कर्मियों को समय-समय पर पर्याप्त वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए हरियाणा मीडिया कार्मिक कल्याण कोष प्रबंधन योजना कार्यान्वित की जा रही है।

राज्यपाल ने कहा कि इसके अलावा मीडियाकर्मियों की बीमारी, मृत्यु, दुर्घटना या किसी अन्य आकस्मिकता के चलते सख्त जरूरत के मामले में आर्थिक सहायता उनके आश्रितों या कानूनी उत्तराधिकारियों को भी मिलती है। हरियाणा सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त पत्रकारों को वॉल्वो समेत हरियाणा रोडवेज की बसों में प्रति वर्ष चार हजार किलोमीटर तक मुफ्त यात्रा सुविधा प्रदान की जा रही है । प्रदेश के सभी जिलों के सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारियों के कार्यालय में मीडिया सेंटर भी स्थापित किए गए हैं। डिजिटल मीडिया को मान्यता देने के लिए सरकार ने डिजिटल मीडिया पोलिसी 2022 में लागू की गई है।
 
उन्होनंे कहा कि आईटी के युग में जहां अन्य क्षेत्रों के साथ-साथ मीडिया के क्षेत्र में भी अभूतपूर्व क्रान्ति आई है, वहीं मीडिया कर्मियों के समक्ष अनेक नई चुनौतियां भी आई हैं। लोगों पर अखबारों व मीडिया का आज भी भारी असर देखने को मिलता है, लेकिन मीडिया में प्रतिस्पर्धा के दौर में अपनी विश्वसनीयता कायम रखना बेहद चुनौतीपूर्ण कार्य है। एक-दूसरे से आगे निकलने की होड़ में कई बार पत्रकार साथी तथ्यों की पूरी तरह से पुष्टि नहीं कर पाते और अपुष्ट खबरों से मीडिया की विश्वसनीयता पर भी आंच आती है। उन्होंने कहा कि पत्रकार रिपोर्टिंग करते समय बेहद सतर्क रहें और तथ्यों की पूरी तरह से पुष्टि करें ताकि लोगों तक सही व भरोसेमंद सूचना पहुंचा सकें। उन्होंने कहा कि पहले प्रिंट मीडिया का युग था, फिर इसके साथ इलैक्ट्रिानिक मीडिया आया और अब इसके साथ ही सोशल मीडिया भी आ गया है। सोशल मीडिया पर कई बार ऐसी खबरें या सूचनाएं चल रही होती हैं, जिनका सच्चाई से दूर का भी वास्ता नहीं होता। ऐसी आधारहीन सूचनाएं कई बार सोशल मीडिया पर इतनी तेजी से फैलती हैं कि जब तक ऐसी सूचनाओं का खंडन आता है, तब तक संबंधित व्यक्ति या संस्था का इतना नुकसान हो चुका होता है, जिसकी भरपाई कर पाना आसान नहीं होता। इसलिए पत्रकारों पर यह जिम्मेदारी भी आ जाती है कि वे ऐसी झूठी व गलत सूचनाओं को फैलने से रोकें और देश व राष्ट्र हित को हर समय अपने सामने रखें।
 
उन्होंने कहा कि पत्रकारों को सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के बारें में भी लोगों को अवगत करवाना चाहिए ताकि सरकार की योजनाएं गरीब व जरूरतमंद व्यक्ति तक पंहुचे और वे इसका ज्यादा से ज्यादा लाभ लें सकें। श्री दत्रात्रेय ने महिलाओं से पत्रकारिता में अपनी भागीदारी बढ़ाने की अपील की।  

श्री दत्तात्रेय ने पत्रकारों की मांगों पर सरकार से बात करके मांगों को मनवाने का भ्रसक प्रयास करने का आश्वासन दिया।

इस अवसर पर श्री के श्रीनिवास रेड्डी  राष्ट्रीय अध्यक्ष, इंडियन जर्नलिस्ट यूनियन, श्री एस. एन सिन्हा, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष, इंडियन जर्नलिस्ट यूनियन, श्री बलविंदर सिंह जम्मू, राष्ट्रीय महासचिव, इंडियन जर्नलिस्ट यूनियन, श्री राम सिंह बराड़, प्रदेश अध्यक्ष, चंडीगढ़ एंड हरियाणा जर्नलिस्ट यूनियन, श्री बलवंत तक्षक, चेयरमैन, चंडीगढ़ एंड हरियाणा जर्नलिस्ट यूनियन व श्री नलिन आर्चाय, अध्यक्ष, चंडीगढ़ प्रेस क्लब सहित अन्य प्रदेशों से आए वरिष्ठ पत्रकार मौजूद थे।

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