*हरियाणा के ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री ने आज सेक्टर-5 के राष्ट्रीय सरस मेले का किया विधिवत उद्घाटन*
*श्री पंवार ने लगभग 63 करोड रुपये की राशि के चैक सैल्फ हैल्प ग्रुप को किए वितरित*
*विकास मंत्री ने लखपति दीदी के स्टाल का अवलोकन कर उनकी प्रशंसा की और उनके साथ फ़ोटो करवाया*
– श्री पंवार ने दस राज्यों से आए स्वयं सहायता समूह की बहनों द्वारा तैयार किया गया पारंपरिक भोजन का भी चखा स्वाद
प्ंाचकूला, 16 नवंबर- हरियाणा के ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री डाॅ कृष्ण लाल पंवार ने आज सेक्टर-5 के परेड ग्राउंड में 15 नवंबर से 26 नवंबर 2024 तक चलने वाले राष्ट्रीय सरस मेले का विधिवत उद्घाटन किया। इस मौके पर श्री पंवार ने लगभग 63 करोड रुपये की राशि के चैक चार जिला के 1354 सैल्फ हैल्प ग्रुप को वितरित किए।
इस अवसर पर पंचकूला के महापौर कुलभूषण गोयल, कालका की विधायक शक्ति रानी शर्मा, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता मौजूद थे।
हरियाणा के ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री डाॅ कृष्ण लाल पंवार ने मेले में लगे सभी स्टाॅलों का निरीक्षण किया और स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित उत्पादों की तारीफ की।
श्री पंवार ने दस राज्यों से आए स्वयं सहायता समूह की बहनों द्वारा तैयार किया गया पारंपरिक भोजन का भी स्वाद चखा। उन्होंने कहां कि ग्रामीण महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पाद उनकी मेहनत, रचनात्मकता व स्वालंबन का प्रतीक है। उन्होंने बताया कि हरियाणा में लगभग 60 हजार स्वयं सहायता समूह कार्य कर रहे है, जिनके माध्यम से 6 लाख परिवार अपनी आजीविका चला रहे है। इन समूहों के माध्यम से ग्रामीण परिवारों की आर्थिक स्थिति में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। उन्होनंे बताया कि एचआरएमएल का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को स्वालंबी और उनके उत्पादों को व्यापक बाजार उपलब्ध कराना हैं। सरस मेले के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं को एक बडा प्लेटफार्म सरकार उपलब्ध करवा रही है ताकि वे अपने उत्पादों का देश व प्रदेशभर में दिखा सके व बिक्री कर सके। उन्होंने बताया कि इन महिलओं का हुनर और मेहनत राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुत करने का सरस मेला एक महत्वपूर्ण अवसर है। उन्होंने बताया कि सरस मेले का आयोजन ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करता है और शहरी उपभोक्ताओं को ग्रामीण क्षेत्र के अनूठे उत्पादों से भी परिचित कराता हैं। उन्होंने बताया कि स्वयं सहायता समूह की महिलाएं प्रदेश में हरियाणा सरकार द्वारा 234 कैंटिने चला कर उपभोक्ताओं को सस्ते दामों पर व्यंजनों को खिला रही है। श्री पंवार ने जिन गांवों में स्वयं सहायता समूह की संख्या कम हैं उनमें और महिलाओं को जोडकर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की संख्या बढाने की अपील करी।
उन्होंने बताया कि अब तक 1700 करोड रुपये की राशि स्वयं सहायता समूह को उपलब्ध करवाई जा चुकी है। उन्होंने बताया कि हरियाणा में 3 लाख लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें से एक लाख लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि सभी पंचायतों में सांस्कृतिक मंडल खोलने का भी निर्णय लिया हैं। पानीपत हैंडलूम में राज्य स्तरीय मेले के माध्यम से ग्रामीण महिलओं को ट्रेनिंग दी जाएगी। उन्होंने बताया कि भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 28 जुलाई 2024 को पूरे देश के राज्यों की स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से सीधे बात की थी और उनकी मंन्सा है स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को नए नए उत्पादों की टेनिंग देकर उनको स्वालंबन की ओर अग्रसर करना है।
इस अवसर पर हरियाणा ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री डाॅ कृष्ण लाल पंवार ने हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की लखपति दीदीयो मीना, मानता शर्मा, परमजीत, उषा रानी, राधा रानी, सुलोचना की भूरी भूरी प्रशन्नसा की और उनके साथ एक सामुहिक फोटो भी खिचवाया। हरियाणा के ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री डाॅ कृष्ण पंवार ने सम्मान समारोह में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली महिलाओं का पुरस्कार देकर सम्मान किया। इस अवसर पर हरियाणा लोक संस्कृति उत्थान ट्रस्ट की टीम द्वारा हरियाणा की सांस्कृति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रमों की उपस्थिति ने सभी दर्शकों की ताडियां बटौरी।
श्री पंवार ने सौरभ अत्री को मोमेंटो देकर सम्मानित किया। मेले में चार जिला की महिलाओं ने अपने उत्पाद के अनुभव और सफल आजीविका बारे साझा किए।
हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की मुख्य कार्यकारी अधिकारी डाॅ अमरेंद्र कौर ने विस्तार से हरियाणा के ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री को स्वयं सहायता समूह के बारे में विस्तार से जानकारी दी। डाॅ अमरेंद्र कौर ने बताया कि इस मेले में देशभर से 10 राज्य के स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने भाग लिया और सरस मेले के लगभग 200 स्टाॅलों के माध्यम से अलग अलग राज्य की महिलाओं ने अपने प्रोडैक्ट लांच किए। मेले के मुख्य आकर्षण हस्तशिल्प और हस्तनिर्मित उत्पादों की प्रदर्शनी ग्रामीण महिलाओं द्वारा तैयार किए गए उत्पाद जैसे हैंडीग्राफ्ट, जैविक उत्पाद, पारंपरिक परिधान, घरेलू सजावट की वस्तुए, फूडकाॅट, विभिन्न राज्यों से आए स्वादिष्ट पारपरिक व्यजनों का स्वाद लेने का अवसर, सांस्कृतिक कार्यक्रम, लोकनृत्य, संगीत और नाटक प्रस्तुतियां ग्रामीण भारत की समृद्ध संस्कृति धरोहर का दर्शाती है। मेले लोगो को कश्मीर के सूखे मेवे भी उपलब्ध करवाए जा रहे है।
उन्होंने बताया कि उद्घाटन समारोह में हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अधिकारी, प्रशासनिक अधिकारी, स्वयं सहायता समूह की 22 जिलों से आई 3 हजार से अधिक महिलाएं, मेले में विभिन्न राज्यों से आए स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया, जिससे न केवल ग्रामीण महिलाओं को बाजार मिला बल्कि शहरी उपभोक्ताओं को भी ग्रामीण उत्पादों को देखने व खरीदने का अवसर मिला।
इस अवसर पर एसडीएम पंचकूला गौरव चैहान, जिला परिषद के सीईओ गगनदीप सिंह, बीजेपी के वरिष्ट नेता एवं समाजसेवी श्यामलाल बंसल, मीडिया के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय आहुजा, श्रीमती अंजू, बीजेपी के जिला उपाध्यक्ष हरेद्र मलिक, मंडल अध्यक्ष जेपी जांगडा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।