स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों के रूप में बाधाओं को तोड़ें, समान अवसरों का करें समर्थन
पंचकूला 12 मार्च – राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में कार्यक्रम का आयोजन कर संस्थान की लैंगिक समानता और स्वास्थ्य व शिक्षा में महिलाओं के सशक्तिकरण की प्रतिबद्धता का प्रमाण था।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्रीमती शारदा कथपालिया, अध्यक्ष, इनर व्हील्स एनजीओ, एवं डॉ. अनुराग विजयवर्गीय, वरिष्ठ आयुर्वेदिक सलाहकार, हिमाचल प्रदेश सरकार रहे। मुख्य वक्तव्य में श्रीमती कथपालिया ने स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में बाधाओं को तोड़ने और महिलाओं के लिए समान अवसर सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि महिलाओं को “स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों के रूप में अपनाएं और बाधाओं को तोड़ें,। महिलाओं के लिए समान अवसरों का समर्थन करें और प्रत्येक महिला को आगे बढ़ने और नेतृत्व करने के लिए सशक्त बनाएं। लैंगिक समानता एक स्वस्थ और मजबूत समाज बनाने की कुंजी है।
उन्होंने इस चर्चा को आगे बढ़ाते हुए, महिलाओं के लिए आयुर्वेद पुस्तक के लेखक डॉ. अनुराग विजयवर्गीय ने महिलाओं के मानसिक स्वास्थ्य के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “महिला का मानसिक स्वास्थ्य उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि उसका शारीरिक स्वास्थ्य, मजबूत मन, मजबूत समाज का निर्माण करते हैं।”
इस कार्यक्रम में प्रथम बीएएमएस बैच (2024-25) की छात्राओं और संस्थान की समर्पित महिला कर्मचारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। उनकी सक्रिय भागीदारी ने इस आयोजन को सशक्तिकरण, उत्कृष्टता और प्रेरणा का सच्चा प्रतिबिंब बना दिया।
राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान, पंचकूला, आयुर्वेद में महिलाओं के लिए एक समावेशी और सहयोगी वातावरण बनाने के अपने दृष्टिकोण को बनाए रखता है। इस वर्ष के महिला दिवस समारोह ने संस्थान की इस प्रतिबद्धता को और मजबूत किया कि महिलाएं आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ें और स्वास्थ्य सेवा सहित अन्य क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दें।