स्मोग के मद्ïदेनजर मुख्य सडक़ों पर किया जाएगा पानी का छिडक़ाव : उपायुक्त अनीश यादव
-जिल में अब तक पराली जलाने के मिले 250 मामले, सात लाख रुपये से अधिक का लगाया जा चुका जुर्माना
-प्रदूषण को लेकर प्रशासन गंभीर, उल्लंघना करने वालों के खिलाफ की जाएगी कार्रवाई
-डोर टू डोर की तरह व्यवसायिक प्रतिष्ठïानों से भी किया जाएगा कचरे का उठान
-शहर को कैटल फ्री व स्वच्छ बनाना प्रशासन की प्राथमिकता
उपायुक्त अनीश यादव ने कहा कि इन दिनों स्मोग के कारण पर्यावरण प्रदूषण का स्तर बढ़ा है, जोकि स्वास्थ्य के लिए बहुत ही हानिकारक है, विशेषकर बुजुर्गों, दमा के रोगियों व छोटे बच्चों के लिए ज्यादा घातक है। प्रशासन की ओर से प्रयास है कि विभिन्न पहलुओं पर काम करते हुए स्मोग की उत्पन्नता में कमी लाते हुए वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई ) के स्तर को नीचे लाया जाए। इसी के मद्ïदेनजर प्रशासन की ओर से शहर की मुख्य सडक़ों पर दिन में दो बार पानी का छिडक़ाव किया जाएगा। इसी कड़ी में सोमवार शहर के विभिन्न क्षेत्रों की मुख्य सडक़ों पर पानी का छिडक़ाव किया गया।
्् उपायुक्त ने बताया कि वायु प्रदूषण को लेकर प्रशासन पूरी तरह से गंभीर है और इस दिशा में सुधार को लेकर कार्य किए जा रहे हैं। वायु प्रदूषण को बढ़ावा देने वाली विभिन्न गतिविधियों पर प्रशासन पूरी तरह से नजर बनाए हुए और जहां पर भी उल्लंघना पाई जाती है, तो उसके खिलाफ नियमा अनुसार कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने शहर की मुख्य सडक़ें जहां पर धूल कण ज्यादा रहते हैं, वहां पर फायर ब्रिगेड वाहन द्वारा दिन में दो बार पानी का छिडक़ाव करने का निर्णय लिया है।
उन्होंने बताया कि पराली जलाने की घटनाओं पर अंकुश के लिए एसडीएम से लेकर तहसीलदार स्तर के अधिकारी निगरानी रखे हुए हैं। इसके अलावा गांव स्तर पर भी कृषि अधिकारी, ग्राम सचिव, पटवारी आदि की टीमों का गठन किया गया है, जो पराली जलाने वालों पर जुर्माने के साथ-साथ उन्हें पराली न जलाने के लिए जागरूक भी कर रही हैं। उन्होंने बताया कि प्रशासन को अब तक सैटेलाइट के माध्यम से 250 मामले पराली जलाने के मिले हैं। पराले जलाने के मामलों में अब तक सात लाख रुपये से अधिक का जुर्माना किया जा चुका है।
उन्होंने कहा कि शहर को कैटल फ्री व स्वच्छ बनाना प्रशासन की प्राथमिकता है। स्वच्छता को लेकर पार्कों व सार्वजनिक स्थानों के रखरखाव व मरम्मत कार्यों बारे संबंधित को नियमों अनुसार पार्कों के मरम्मत कार्य बारे आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं। यदि कहीं पर भी कमी पाई जाती है, तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ उचित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने बताया कि डोर टू डोर कचरा उठान कार्य को और अधिक प्रभावी बनाया जाएगा और घरों के साथ-साथ व्यवसायिक प्रतिष्ठïानों से भी डोर टू डोर भांति कचरे का उठान किया जाएगा।