स्काउट व रैडक्रॉस सदस्यों ने गांव गंगा की गली-गली में दिया नशा मुक्ति का संदेश
जिला उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण के मार्गदर्शन में जिला को नशा मुक्त बनाने के लिए विभिन्न विभागों व संस्थाओं द्वारा अनेक गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। इसी मुहिम के तहत शनिवार को गांव गंगा में स्काउट व रैडक्रॉस के सदस्यों ने गांव की गली-गली घूम कर लोगों को नशा न करने के लिए प्रेरित करते हुए जिला को नशा मुक्त बनाने का संदेश भी दिया। इस दौरान गांव की गलियों में नशा मुक्त के विभिन्न स्लोगनों के पोस्टर चस्पा किए गए और ग्रामीणों में जागरुकता लाने के उद्देश्य से पंफलेट भी वितरित किए गए। इन पोस्टरों व पंफलेट में नशा मुक्ति के संदेश के साथ-साथ नशा मुक्ति केंद्रों का नाम व हैल्पलाइन नंबर भी दर्शाए गए हैं। इस दौरान गांव की चौपाल में सभा का आयोजन कर जहां ग्रामीणों को नशे से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में बताया गया वहीं जिला सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के भजन मंडली द्वारा भजनों के माध्यम से नशा न करने का संदेश भी दिया।
युवा व महिलाएं भी आगे आकर गांव में जगाएं नशा मुक्ति की अलख : जिला शिक्षा अधिकारी संत कुमार
जिला शिक्षा अधिकारी संत कुमार ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा नशा मुक्त भारत अभियान का उद्देश्य देश को नशा मुक्त बनाना है ताकि हर नागरिक स्वस्थ रहते हुए देशहित में अपना सकारात्मक योगदान दें। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि इस पुण्ति कार्य में हर व्यक्ति अपना अमूल्य योगदान दें क्योंकि नशा एक ऐसा जहर है जिससे एक व्यक्ति ही नहीं बल्कि पूरा परिवार तबाह हो जाता है। उन्होंने अपील की कि इस मुहिम में महिलाएं व युवा भी आगे आएं और घर-घर जाकर जिला को नशा मुक्त बनाने की अलख जगाएं। उन्होंने कहा कि नशा मुक्त भारत अभियान का उद्देश्य नशे के दुष्प्रभावों के प्रति युवा पीढ़ी को जागरूक करते हुए, नशे की लत के शिकार लोगों को नशा मुक्त बनाना है। उन्होंने कहा कि यदि आपके आस पड़ोस में कोई भी व्यक्ति नशे की बिक्री करता है तो उसकी सूचना पुलिस प्रशासन के हैल्पलाइन नंबर 88140-11620, 88140-11626 व 88140-11675 अथवा जिला प्रशासन के नंबर 01666-248890 पर दें। उन्होंने कहा कि सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा।
इस अवसर पर सरपंच पवन शर्मा, जिला प्रभारी स्काउट इंद्र सैन, सुखदेव सिंह ढिल्लो, प्राध्यापक कश्मीर कुमार, मंजीत सैनी, संजय भाटी, पुरुषोत्तम, कुलविंद्र सिंह, शीशपाल, पूर्व प्राचार्य कृष्ण, चरणजीत सिंह, मंजू बाला, पीटीआई कालू राम, डा. जगतपाल, भूप सिंह, मुकेश भांभू, संजय जाखड़, सुरेंद्र कुमार सहित अन्य ग्रामीण मौजूद थे।