सैनिक एवं अर्ध सैनिक कल्याण विभाग द्वारा आरआईएमसी के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित
पंचकूला 1 दिसंबर – उप निदेशक,
महानिदेशक-सह-सचिव
सैनिक एवं अर्ध सैनिक कल्याण विभाग हरियाणा मेजर नीरज शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय भारतीय सैन्य महाविद्यालय, देहरादून की स्थापना 1922 में भारतीय लड़कों और लड़कियों को गुणवत्तापूर्ण सर्वांगीण शिक्षा प्रदान करने के प्राथमिक उद्देश्य से की गई, ताकि आरआईएमसी भारतीय सेना के भारतीयकरण के लिए अधिक से अधिक अधिकारी प्रदान कर सके।
उन्होंने बताया कि भारत को स्वतंत्रता मिलने के बाद, आरआईएमसी राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खड़कवासला, अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी, चेन्नई और भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून जैसी संस्थाओं के नेतृत्व की नर्सरी बन गई है।
कॉलेज में 11 से 18 वर्ष की आयु के युवा लड़कों को पब्लिक स्कूल शिक्षा प्रदान करता है, जिन्हें विशेष रूप से अखिल भारतीय प्रतियोगी परीक्षा के माध्यम से चुना जाता है।
उन्होंने बताया कि जुलाई, 2025 से शुरू होने वाले सत्र के लिए सैनिक एवं अर्ध सैनिक कल्याण विभाग, हरियाणा द्वारा 01 दिसंबर, 2024 को राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय, सेक्टर 14 में निष्पक्ष, सुचारू और पारदर्शी तरीके से आरआईएमसी प्रवेश परीक्षा आयोजित की गई है, जिसमें हरियाणा राज्य भर के 334 छात्र-छात्राओं ने परीक्षा में भाग लिया। इस परीक्षा में से अधिकारियों का चयन कर और उन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा।
इस अवसर पर नोडल ऑफिसर विंग कमांडर संजय राय, अधीक्षक भी मौजूद रहे।