*Andhra Pradesh and Karnataka councillors & Officials Appreciate Chandigarh's Innovative Waste Processing Units during study tour*

*सेक्टर 6 अस्पताल में पीपीपी मॉड पर दी जा रही फ्री डायलिसिस  स्वास्थ्य सेवा – डा. मुक्ता*

*अंगदान करने वाले परिवार, चिकित्सकों को किया सम्मानित* 

*मरीजों को मानसिक तौर पर  सुदृढ़ एवं सक्षम बनाना और लोगो को अंगदान करने के लिए प्रेरित करना उद्देश्य*

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पंचकूला 15 जनवरी  – नागरिक अस्पताल में  सिविल सर्जन डॉ मुक्ता की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में अंगदान करने वाले परिवार को सम्मानित किया गया। इसके अलावा डायलिसिस के मरीजों के लिए प्रोत्साहन स्वरूप करवाई गई विभिन्न प्रतियोगिताओं 

में भाग लेने वालों तथा रोगियों एवं डॉक्टरों को भी सम्मानित किया गया। 

सिविल सर्जन डॉ मुक्ता कुमार ने  इस डायलिसिस सेवा बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए  बताया कि सरकार ने डायलिसिस रोगियों को  निशुल्क सेवाएं मुहैया करवाने का निर्णय लिया है।  इसके  लिए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का आभार जताया। उन्होंने बताया कि पंचकूला के सेक्टर 6 अस्पताल में नेफ्रो प्लस के  साथ मिलकर पीपीपी मॉड पर डायलिसिस की स्वास्थ्य सेवा दी जा रही है।

 उन्होंने बताया कि मरीजों को प्रोत्साहन देने के लिए समय समय पर्व प्रतियोगिताएं भी आयोजित करवाई जा रही है। इनका मुख्य उद्देश्य इन मरीजों को मानसिक तौर पर  सुदृढ़ एवं सक्षम बनाना है। इसके अलावा लोगो को अंगदान करने के लिए प्रेरित करना है। इसलिए यह कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। उन्होंने बताया कि  अंगदान के लिए प्रार्थी को शपथ लेनी होती है और  एक बार अंगदान करने से  लगभग 8 लोगों को जीवनदान दिया जा सकता है। यह सबसे बड़ा पुण्य का कार्य है। 

सिविल सर्जन डॉ मुक्ता कुमार ने  बताया कि पंचकूला के डीएलएफ निवासी सतबीर सिंह सांगवान ने पिछले दिनों अपनी ‘ विल” के अनुसार देहदान की इच्छा जताई। उनकी मृत्यु के बाद नागरिक हॉस्पिटल सेक्टर 6 के माध्यम उनकी देह गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल सेक्टर 32 को  दान स्वरूप दी गई। 

उन्होंने बताया कि श्री सांगवान के इस नेक कार्य के लिए उनके परिवार से उनकी पत्नी को सम्मानित किया गया। जिससे कि दूसरों को भी देहदान व अंगदान की प्रेरणा मिल सके। उल्लेखनीय है कि मेडिकल के छात्र-छात्राएं पढ़ाई के दौरान दान किए हुए शरीर पर शोध व प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं।

डॉ मुक्ता कुमार ने बताया कि देहदान कोई भी व्यक्ति कर सकता है। बेशक वह किसी भी बीमारी से पीड़ित क्यों न हो। देहदान में उसके अन्य अंग किसी दूसरे व्यक्ति के काम आ सकते है और किसी भी रोगी को जीवनदान मिल जाता है। 

डॉ मनीष सिंगला, किडनी स्पेशलिस्ट सेक्टर 6 हॉस्पिटल पंचकूला ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी द्वारा डायलिसिस का निशुल्क इलाज किए जाने की घोषणा के बाद मरीजों की संख्या  निरंतर  बढ़ती जा रही है। अब ऐसे  मरीज भी आ रहे हैं,जो पहले आर्थिक कारणों से डायलिसिस नहीं करवा पा रहे थे। रोजाना 40 से 45 मरीजों का डायलिसिस इस केंद्र में किया जा रहा  हैं। लगभग 8 वर्ष के अंतराल में राज्य के कई लाख रोगियों के डायलिसिस किए जा चुके हैं।

नागरिक अस्पताल तथा नेफ्रो प्लस डायलिसिस केंद्र  के सौजन्य से संयुक्त तौर पर डायलिसिस के मरीजों को  सरकार द्वारा दी जारी निःशुल्क डायलिसिस सेवा के बारे में विस्तार से जानकारी देने के साथ ही स्वास्थ्य सेवा का भी लाभ दिया जा रहा है। 

कार्यक्रम में सतबीर सिंह सांगवान की पत्नी का कहना है कि  उनके पति  ने जीवित  रहते  देहदान की प्रतिज्ञा की व मृत्यु के बाद उनकी इच्छा परिवार ने पूरी की । इससे उन्हें संतुष्टि और खुशी जताई है।  श्री सांगवान की पत्नी ने नागरिक अस्पताल सेक्टर 6 द्वारा दिए सहयोग की सराहना की। वहीं उनके पति के इस आदर्श कार्यों से प्रेरणा लेकर सभी को जीवन में अंगदान करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने डायलिसिस के मरीजो की सरकार ने निशुल्क डायलिसिस सुविधा के लिए आभार व धन्यवाद जताया। 

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