Mayor Harpreet Kaur Babla starts ₹40 crore road overhaul works; Assures completion of recarpeting within one month post-Diwali*

सीडीएलयू के सामने बनेगा मेडिकल कॉलेज, कृषि विभाग की भूमि उपलब्ध करवाने के लिए भेजा प्रस्ताव : डिप्टी सीएम

सिरसा 26 जुलाई।

उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने सिरसा निवास पर सुनी लोगों की समस्याएं, अधिकारियों को दिए दिशा-निर्देश


उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के सामने कृषि विभाग की भूमि पर मेडिकल कॉलेज बनाया जाएगा। कृषि विभाग को भूमि उपलब्ध करवाने के लिए प्रस्ताव भेज दिया गया है। मेडिकल कॉलेज बनने पर सिरसा जिला स्वास्थ्य सुविधाओं के तौर पर विकसित होगा और रोजगार के नये अवसर पैदा होंगे।


उप मुख्यमंत्री रविवार को सिरसा में अपने निवास पर लोगों की समस्याएं सुन रहे थे। इस दौरान उन्होंने एक-एक कर लोगों की समस्याओं को गंभीरता के साथ सुना और अधिकारियों को इनके समाधान बारे दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सिरसा में लंबे समय से क्षेत्रवासियों की मांग रही है कि जिला में मेडिकल कॉलेज बनें। सरकार द्वारा प्रदेश में जिन तीन मेडिकल कॉलेज बनाए जाने की मंजूरी दी गई है, उनमें सिरसा भी शामिल है। उन्होंने बताया कि सिरसा में चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के सामने कृषि विभाग की भूमि पर मेडिकल कॉलेज बनाया जाएगा। भूमि उपलब्ध करवाने के लिए कृषि विभाग को प्रस्ताव भेज दिया गया है। यह भूमि शहर के बीच में पड़ती है, इसलिए यहां पर मेडिकल कॅालेज बनने पर शहर के लोगों को फायदा मिलेगा और जिला स्वास्थ्य सुविधाओं के रूप में विकसित होगा।


उन्होंने कहा कि जिला में मेडिकल कॉलेज बनने से लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए दूसरे जिलों में जाने से निजात मिलेगी और रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। इसके साथ ही जिला व आस-पास के क्षेत्र के युवा यहां पर मेडिकल की शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि जिला की सभी मौलिक जरूरतों को ध्यान में रखते हुए विकास किया जाए और समाज के सभी वर्गों के हितों को ध्यान में रखकर नीतियों को जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाया जाए।


उप मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है और वो दिन दूर नहीं है जब प्रदेश देश में सड़कों के मामले में अग्रणी राज्य होगा। उन्होंने बताया कि हाल ही में प्रदेश को सड़कों के रूप में केद्र से मिली सौगात की कड़ी में ही केंद्र को फाजिल्का से लेकर कलकता तक ग्रीन फिल्ड प्रोजेक्ट के लिए प्रस्ताव भेजा गया है, जो इस्ट-वेस्ट कोरिडोर का और अमृतसर कलकत्ता इंडस्ट्रियल कोरिडोर का हिस्सा बने। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि हरियाणा की नोर्थ-साउथ केनेक्टिवीटि को ईस्ट-वेस्ट की ओर ले जा जाए। इसके लिए केंद्र को दो प्रोजेक्ट भेजे जा रहे हैं। इनमें एक प्रोजेक्ट डबवाली से लेकर वाया जींद व पानीपत से होते हुए उत्तर प्रदेश के आगरा तक तथा दूसरा हिसार से तोशाम होते हुए महेंद्रगढ़-रेवाड़ी व तावडु होते हुए केएमपी से जोडऩे का है।