’सितंबर में मनाया जाएगा 6वां राष्ट्रीय पोषण माह’
-जिला, तहसील और आंगनवाडी केंद्र पर पूरा महीना कार्यक्रमों का किया जाएगा आयोजन-श्रीमती आरू वशिष्ठ
पंचकूला, 1 सितंबर। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी सितम्बर माह को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जाएगा। यह 6वां राष्ट्रीय पोषण माह- ”महिला और स्वास्थ्य” एवं “बच्चे और शिक्षा” विषय पर केंद्रित होगा।
इस संबंध में जानकारी देते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती आरू वशिष्ठ ने बताया कि ‘सुपोषित भारत, साक्षर भारत व सशक्त भारत’ थीम पर महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से 1 से 30 सितंबर तक 6 वां राष्ट्रीय पोषण माह मनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा सुपोषित भारत की परिकल्पना को पूर्ण करने के लिए समय-समय पर विभिन्न कार्यक्रमों एवं अभियानों का संचालन किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा संचालित राष्ट्रीय पोषण माह-2023 के तहत छः वर्ष से कम आयु के बच्चों, किशोरियों, गर्भवती महिलाओं एवं स्तनपान करवाने वाली माताओं के लिए पोषण संबंधी परिणामों में सुधार के लिए कार्य किए जाएंगे। इस वर्ष सरकार ने 6वे राष्ट्रीय पोषण माह के माध्यम से देश की महिलाओं के स्वास्थ्य एवं बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान देते हुए ग्राम पंचायतों को पोषण पंचायतों के तौर पर शामिल करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके साथ ही इस लक्ष्य को सफलतापूर्वक पूर्ण करने के लिए संबंधित मंत्रालय द्वारा ग्राम पंचायत स्तर तक कार्यक्रमों की श्रृंखला भी तैयार की गई है। इन श्रृंखलाओं के तहत पंचायत स्तर पर स्थानीय आंगनबाड़ी केंद्रों पर कार्यकर्ताओं द्वारा जागरूकता कार्यक्रम भी संचालित किए जाएंगे।
श्रीमती वशिष्ठ ने बताया कि राष्ट्रीय पोषण माह कार्यक्रम के माध्यम से महिलाओं को वर्षा जल संचयन के बारे में भी जागरूक किया जाएगा। इस अभियान के तहत पोषण पंचायत समितियां आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, आशा कार्यकर्ताओं व एएनएम के साथ मिलकर संयुक्त रूप से कार्य करेगी। इसके अतिरिक्त राज्य स्तरीय गतिविधियों के तहत सरकार द्वारा पारंपरिक पौष्टिक व्यंजनों की अम्मा की रसोई भी संचालित किए जाने की योजना बनाई गई है।