सिंगल यूज प्लास्टिक की बिक्री पर लगाई जाएगी रोक, स्टोकिस्ट, खुदरा व्यापारियों व दुकानदारों का किया जाएगा चालान : नेहा सिंह
जिला नगर आयुक्त ने सिंगल यूज प्लास्टिक पर रोक लगाने को लेकर ली जिला स्तरीय टास्क फोर्स कमेटी की बैठक, अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा निर्देश
जिला नगर आयुक्त नेहा सिंह ने कहा कि प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट नियम 2016 में वर्ष 2021 में किए गए संशोधन अनुसार सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग पर पूर्णत: रोक लगाई गई है। नियमों की दृढ़ता से पालना के लिए अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि उनके क्षेत्र में कोई भी व्यवसायियों व दुकानदारों सिंगल यूज प्लास्टिक की बिक्री न करें, ऐसा करने वाले का चालान किए जाएं। साथ ही स्कूल स्तर पर बच्चों को सिंगल यूज प्लास्टिक से पर्यावरण व मानव जीवन में पडऩे वाले दुष्प्रभाव के बारे में जागरूक करें। ग्रास रूट लेवल पर जागरूकता आने से लोग सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग नहीं करेंगे और पर्यावरण संरक्षण में सहयोग किया जा सकता है।
वे शुक्रवार को अपने कार्यालय कक्ष में प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स व एलिमिनेशन ऑफ सिंगल यूज प्लास्टिक को लेकर आयोजित जिला स्तरीय टास्क फोर्स कमेटी की बैठक को संबोधित कर रही थी। बैठक में हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी शक्ति सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी संत कुमार, उप पुलिस अधीक्षक आर्यन चौधरी, वैज्ञानिक डा. सुनील कुमार श्योराण सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
जिला नगर आयुक्त ने कहा कि नियमों के अनुसार एकल प्रयोग प्लास्टिक श्रेणी में प्लास्टिक स्टिक ईयर बडस, गुब्बारों के लिए प्लास्टिक की डंडियों, प्लास्टिक के झंडे, कैंडी स्टिक आइसक्रीम की डंडिया, प्लेट, कप, गिलास, कांटे, चम्मच, चाकू, स्ट्रॉ, ट्रे, फ्लैक्स, कैरी बैग आदि के विनिर्माण, आयात, भंडार, वितरण बिक्री और उपयोग निषेध किया गया है।
उन्होंने निर्देश दिए कि सिंगल यूज प्लास्टिक की जिला में सप्लाई को बंद करने के लिए बाहर से आने वाली गाडिय़ों को चिन्हित करें और उनके चालान किए जाएं। इसके अलावा स्टोकिस्ट, खुदरा, बाजार में बचने वालों पर भी रोक लगाई जाए तथा उनके भी चालान किए जाएं। उन्होंने बताया कि 20 अगस्त 2013 की अर्बन लोकल बॉडी की अधिसूचना के अनुसार विभिन्न विभागों के 22 अधिकारियों को चालान के लिए अधिकृत किया गया है।
जिला नगर आयुक्त नेहा सिंह ने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि वे स्कूलों में परेड के दौरान बच्चों को सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग न करने के लिए प्रेरित करें। साथ ही स्कूलों में सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग न करने के थीम पर भाषण, लेखन व चित्रकारी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाए ताकि बच्चों के माध्यम से उनके घरों में भी सिंगल यूज प्लास्टिक का न प्रयोग करने का संदेश जाए। उन्होंने कहा कि अधिकारी पूरी गंभीरता व जिम्मेवारी के साथ कार्य करें ताकि इस पर रोक लगाई जा सके। उन्होंने कहा कि प्रत्येक माह में दो बार इसकी प्रगति की समीक्षा की जाएगी।