सांसद सुनीता दुग्गल ने कहा कि संविधान निर्माता डा. भीम राव अंबेडकर चिरंजीवी थे और ऐसे महापुरुष कभी मरते नहीं बल्कि अपने कार्यों की बदौलत अमर रहते हैं।
सिरसा, 27 नवंबर।
सांसद सुनीता दुग्गल ने कहा कि संविधान निर्माता डा. भीम राव अंबेडकर चिरंजीवी थे और ऐसे महापुरुष कभी मरते नहीं बल्कि अपने कार्यों की बदौलत अमर रहते हैं। नागरिकों को अपने अधिकारियों के साथ-साथ अपने कर्तव्यों के बारे में भी जागरूक होना चाहिए।
सांसद सुनीता दुग्गल मंगलवार को दिल्ली के अंबेडकर भवन में आयोजित भारत रत्न डा. अंबेडकर अवार्ड समारोह में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रही थी। समारोह में सांसद सुनीता दुग्गल को भारत रत्न डॉ अम्बेडकर अवॉर्ड से समानित किया गया। सांसद ने कहा कि शिक्षा से ही समाज में फैले अज्ञानता रुपी अंधेरे को दूर किया जा सकता है। शिक्षित व्यक्ति समाज हित में कार्य करते हुए समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने में अपना योगदान देता है। उन्होंने कहा कि समाज में समानता के लिए शिक्षित होना जरूरी है। जागरूकता से ही स्वस्थ समाज व सशक्त राष्टï्र का निर्माण संभव है। भारत का संविधान दुनिया में सबसे बड़ा है और हर नागरिक को संविधान का सम्मान करना चाहिए। इस मौके पर खेल और फिल्मी दुनिया से बहुत लोग मौजूद रहे।