सरस्वती हैरिटेज बोर्ड व गुरुग्राम विश्वविद्यालय के बीच एमओयू
पंचकूला, 5 अगस्त हरियाणा सरस्वती हैरिटेज बोर्ड तथा गुरुग्राम विश्विद्यालय के बीच पंचकूला स्थित बोर्ड के कार्यालय में महत्वपूर्ण एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए।
इस मौके पर बोर्ड के डिप्टी चेयरमैन नेे बताया की सरस्वती नदी के पुर्न प्रवाह की दिशा में किए गए प्रयासों को जनता तक पहुंचाने तथा प्राचीन सरस्वती नदी के उद्गम प्रवाह और भारतीय सभ्यता में योगदान को अकादमिक विमर्श के साथ जोड़ने के लिए यह एमओयू किया गया है।
गुरुग्राम विश्वविद्यालय के कुलपति एवं प्रबंधन तथा आर्थिक विषयों के विशेषज्ञ प्रो संजय कौशिक ने कहा कि सरस्वती केवल एक नदी नहीं बल्कि भारत के एक विशाल भू भाग के समाज जीवन की अर्थव्यस्था का आधार रही हैं। इस अवसर पर बोर्ड के डिप्टी चेयरपर्सन धूमन सिंह किरमच ने विस्तृत प्रेजेंटेशन के माध्यम से बताया कि किस प्रकार से सरस्वती के प्रवाह को पुनर्जीवित किया जा रहा है और आम जनमानस को इसका लाभ मिल रहा है। इस अवसर पर सरस्वती बोर्ड के सीईओ वरिष्ठ कुमार सुप्रवीण ने बताया गुरुग्राम विश्विद्यालय में बोर्ड की सहायता से सरस्वती लाइब्रेरी स्थापित की जाएगी तथा पाठ्यक्रम निर्माण पर भी काम किया जाएगा। इस लाइब्रेरी के माध्यम से विश्वविद्यालय के विद्यार्थी सरस्वती नदी से जुड़े विषय पर अध्ययन तथा शोध कर पाएंगे।
मीडिया अध्ययन विभाग के अध्यक्ष प्रो राकेश योगी ने बताया कि सरस्वती नदी के ऐतिहासिक संदर्भों वैज्ञानिक व तकनीकी पक्षों को तथा बोर्ड द्वारा वर्तमान में किए गए कार्य को आधार बनाकर मीडिया के विद्यार्थी डॉक्यूमेंट्री सीरीज, शॉर्ट वीडियो, न्यूज लेटर एवं अन्य मीडिया सामग्री का निर्माण करेंगे। बोर्ड के डिप्टी चेयरपर्सन धूमन सिंह किरमच ने गुरुग्राम विश्विद्यालय के कुलपति व समस्त टीम को कहा कि पर्यावरण व जल संकट के वर्तमान दौर में सरस्वती नदी के पुनर्प्रवाह के काम में विश्विद्यालय के जुड़ने से बोर्ड का सामर्थ्य बढ़ेगा।
इस अवसर पर गुरुग्राम विश्विद्यालय की ओर से कुलपति प्रो. संजय कौशिक, मीडिया अध्ययन विभाग के अध्यक्ष प्रो. राकेश कुमार योगी, प्रो. मीनाक्षी श्योराण तथा सरस्वती हैरिटेज बोर्ड के डिप्टी चेयरपर्सन श्री धूमन सिंह किरमच, सीईओ कुमार सुप्रवीण, डॉ दीपा उपस्थित रहे।