संस्कृत सभी भाषाओ की जननी, प्रिंसीपल
प्रतियोगिता में प्रथम हिमांशी द्वित्तीय रही नेहा गौतम
राजकीय महाविद्यालय कालका की प्राचार्या कामना के कुशल नेतृत्व में लिटरेरी क्लब शब्द शिल्प की ओर से संस्कृत में श्लोक उच्चारण प्रतियोगिता का सफल आयोजन किया गया। प्राचार्या कामना ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि संस्कृत भाषा देव वाणी कहलाती है। संस्कृत सभी भाषाओ की जननी है, यह न केवल भारत की ही महत्वपूर्ण भाषा है अपितु विश्व की प्राचीनतम व श्रेष्ठतम भाषा मानी जाती है। संस्कृत भाषा का लक्ष्य व्यक्ति का विकास और प्रकृति का संतुलन करना है। प्रस्तुत कार्यक्रम संस्कृत विभाग के प्रोफेसर डॉक्टर प्रदीप कुमार वैदिक रिसर्चर के मार्गदर्शन और दिशा निर्देशन में किया गया। निर्णायक सदस्या प्रोफेसर डॉक्टर बिंदु रही। श्लोक उच्चारण में प्रथम स्थान बी.ए.प्रथम वर्ष की हिमांशी ने प्राप्त किया। द्वित्तीय स्थान पर बी.ए.तृतीय वर्ष की नेहा गौतम रही। तृतीय स्थान बी.ए.प्रथम वर्ष के भूषण ने प्राप्त किया।